दिल्ली जाने से पहले ये खबर जरूर पढ़ लें; कहीं बैरंग न लौटना पड़ जाए    

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए डीजल से चलने वाले हल्के वाहनों पर रोक लगा दी गई है.

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Friday, 04 November, 2022
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दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण मुसीबत बन गया है. राष्ट्रीय राजधानी में हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं. इस बीच, दिल्ली-NCR में डीजल से चलने वाले हल्के चार पहिया वाहन (LMV) जैसे कि कार आदि पर रोक लगा दी गई है. लिहाजा यदि आप डीजल वाली कार से दिल्ली जाने का सोच रहे हैं, तो यह फैसला टाल दीजिए. वहीं, ट्रकों की एंट्री पर रोक के भी निर्देश दिए गए हैं. हालांकि, BS-6 मानक वाले वाहनों और आवश्यक व आपातकालीन सेवा में इस्तेमाल हो रहे वाहनों को छूट दी गई है.

आदेश में यह भी शामिल
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CQM) ने अपने आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार शैक्षणिक संस्थानों, गैर-आपातकालीन वाणिज्यिक गतिविधियों को बंद करने और वाहनों के लिए Odd-Even स्कीम लागू कर सकती है. आदेश में यह भी कहा गया है कि केंद्र व राज्य सरकारें अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की इजाजत पर फैसला ले सकती हैं. 

इन पर भी रहेगी रोक
CQM ने आदेश दिया है कि आवश्यक/आपातकालीन सेवाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों व BS-6 वाहनों को छोड़कर, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और दिल्ली की सीमा से लगे एनसीआर के जिलों में हल्के चार पहिया डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके. आदेश के मुताबिक, इलेक्ट्रिक और CNG से चलने वाले भारी वाहनों को छोड़कर दिल्ली में अन्य ट्रकों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध रहेगा. हालांकि, आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई कर रहे वाहनों को छूट रहेगी. 

लगातार बिगड़ रही स्थिति 
सीएक्यूएम ने क्षेत्र में गैर-स्वच्छ ईंधन पर चलने वाले सभी उद्योगों को बंद करने को कहा है. बता दें कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है. बुधवार को यहां 24 घंटे का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 450 दर्ज किया गया. एक्यूआई यदि 400 से ऊपर हो तो उसे गंभीर माना जाता है. इससे न केवल बीमारियों से जूझ रहे लोगों की परेशानी बढ़ती है, बल्कि स्वस्थ लोग भी बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं.