मुख्य चुनाव आयुक्त Rajiv Kumar को मिली Z कैटेगरी की सुरक्षा, कितना आता है खर्चा?

लोकसभा चुनाव से पहले गृह मंत्रालय ने चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार की सुरक्षा बढ़ा दी है.

Last Modified:
Tuesday, 09 April, 2024
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इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Chief Election Commissioner Rajiv Kumar) की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. लोकसभा चुनाव से पहले गृह मंत्रालय ने उन्हें z कैटेगरी की सुरक्षा (Z Category Security) देने का फैसला लिया है. हालांकि गृह मंत्रालय ने यह सार्वजनिक नहीं किया है कि IB की रिपोर्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त को लेकर क्या कहा गया है. बता दें ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी जैसे विपक्षी दल चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इसी के मद्देनजर राजीव कुमार की सुरक्षा बढ़ाई गई है.

कितने जवान रहेंगे तैनात?
गृह मंत्रालय द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त को Z श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है. अब राजीव कुमार की सुरक्षा में सीआरपीएफ कमांडो सहित कुल 33 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. इसमें उनके आवास पर तैनात 10 सशस्त्र स्टैटिक गार्ड, चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करने वाले छह निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) और तीन शिफ्टों में काम करने वाले 12 सशस्त्र एस्कॉर्ट कमांडो शामिल हैं. इसके अलावा, कुमार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रति शिफ्ट में दो वॉचर और तीन ट्रेंड ड्राइवरों को स्टैंडबाय पर रखा जाएगा.

इतना आता है खर्चा
बाबा रामदेव सहित कई अभिनेताओं और नेताओं के पास भी Z कैटेगरी की सिक्योरिटी है. एक अनुमान के मुताबिक, Z कैटेगरी की सुरक्षा पर हर महीने करीब 40 लाख रुपए का खर्चा आता है. बता दें कि इस समय देश में चुनावी माहौल है. लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होने जा रहे हैं, जिसकी शुरुआत 19 अप्रैल से होगी. दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा 7 मई, चौथा 13 मई, पांचवां 20 मई, छठवां 25 मई को और सातवां चरण 1 जून को संपन्न होगा. सभी चरणों के मतदान की गिनती 4 जून को होगी.   

अंबानी को Z Plus सुरक्षा
मुकेश अंबानी जैसे उद्योगपतियों को भी सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. इसी साल मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने मुकेश अंबानी परिवार को दी जा रही Z+ कैटेगरी की सिक्योरिटी पर एक आदेश जारी किया गया था. इस आदेश के मुताबिक, अंबानी को परिवार Z+ कैटेगरी की सिक्योरिटी का खर्चा खुद उठाना होगा. पहले यह खर्चा गृह मंत्रालय द्वारा उठाया जा रहा था. जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा पर प्रतिमाह करीब 45 लाख तक का खर्चा आता है. जेड प्लस सिक्योरिटी के अलावा अंबानी के पास 15 से 20 पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड्स की एक टीम भी चलती है.