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अब स्मार्टफोन से शूट होंगी फिल्में, इंडस्ट्री में आएगा बड़ा बदलाव
इस महीने की शुरुआत में फिल्ममेकर विशाल भारद्वाज द्वारा Iphone 14 प्रो मैक्स पर शूट हुई फिल्म फुर्सत ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
इस महीने की शुरुआत में विशाल भारद्वाज द्वारा निर्देशित फिल्म ‘फुर्सत’ ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था. इस पूरी फिल्म को Iphone 14 प्रो पर शूट किया गया था लेकिन किसी मायने में भी यह एक पारंपरिक बॉलीवुड फिल्म से पीछे नहीं थी. बॉलीवुड की अन्य फिल्मों की तरह इस फिल्म में भी जबरदस्त डांस सीक्वेंस और शानदार सीन्स हैं जिसकी उम्मीद हर एक व्यक्ति को बॉलीवुड से होती है.
12 दिनों में ‘फुर्सत’ को मिले 83 मिलियन व्यूज
इस फिल्म की शूटिंग मुंबई और राजस्थान जैसी जगहों पर हुई थी और इसमें तेज चेजिंग सीक्वेंस के साथ साथ बहुत से अंडरवाटर शॉट्स भी शामिल थे. यूट्यूब पर रिलीज होने के 12 दिनों के अन्दर इस फिल्म को 83 मिलियन व्यूज मिले थे. भारत में इस फिल्म को एप्पल ने जमकर प्रमोट किया लेकिन इसे फोन से शूट होने वाली फिल्मों के लिए बस शुरुआत माना जा रहा है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत, फिल्म मेकिंग के एक नये दौर की तरफ बढ़ रहा है जिसमें फिल्ममेकर्स के द्वारा प्रोफेशनल ग्रेड विडियो कैमरा की बजाय एप्पल के Iphone और सैमसंग की गलैक्सी सीरीज जैसे हाई-एन्ड फोनों का इस्तेमाल किया जाएगा.
बदलाव की शुरुआत हो चुकी है
फिल्ममेकर विशाल भारद्वाज ने कहा – मुझे लगता है कि Iphone से अब हम सिर्फ शॉर्ट फिल्म्स ही नहीं बल्कि एक पूरी फीचर फिल्म भी बना सकते हैं. Iphone 14 प्रो के एक्शन मोड से सीन्स में इतना बढ़िया स्टेबिलाइजेशन देखने को मिलेगा यह लगभग असंभव लगता है. आपको बता दें कि एक्शन मोड एक सोफ्टवेयर फीचर है जो Iphone में दिया गया होता है और इसकी मदद से विडियों को ज्यादा स्टेबिलाइज किया जा सकता है. इंडस्ट्री के प्रोफेशनल्स और फिल्ममेकर्स की मानें तो उभरते हुए फिल्ममेकर्स और फिल्ममेकिंग के स्टूडेंट्स फिल्में बनाने के लिए अब ज्यादातर स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. मुंबई आधारित विस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल जैसे फिल्म इंस्टीट्युट ने अभी से ही ऐसे प्रोजेक्ट्स को शुरू कर दिया है जिनमें स्टूडेंट्स को एक Iphone से शूट करना होता है.
स्मार्टफोन से कम पैसों में बनेंगी फिल्में
स्मार्टफोन कैमरों के इस्तेमाल से फिल्म बनाने की कीमतों में कमी आयेगी. उदाहरण के लिए मुंबई आधारित पैक्स्टन एक्विपमेंट्स, कैमरा और शूटिंग इक्विपमेंट को किराए पर देती है और एक रेड जेमिनी 5K सिनेमा कैमरे का इस्तेमाल करने के लिए हर दिन आपको 9000 रुपये किराया देना होगा. 6 Carl Zeiss लेंसों, स्टोरेज, ट्राईपॉड्स और दो ऑपरेटर्स के साथ यह किराया 30000 रुपये तक पहुंच जाता है. 90 दिन लम्बी एक फीचर फिल्म को शूट करने के लिए आपको 27 लाख रुपये सिर्फ इक्विपमेंट का किराया देना होगा. वहीं 512 GB स्टोरेज वाला एक Iphone 14 प्रो मैक्स आपको 2500 रुपये किराए पर मिलेगा और एक मोबाइल ट्राईपॉड के साथ आपको यह फोन 3500 रुपये प्रतिदिन के किराए पर मिल जाएगा. एक्सपर्ट्स का मानना है कि फोन से फिल्में शूट करने का यह ट्रेंड अब यहीं रहेगा और समय के साथ साथ OTT प्लेटफॉर्म के लिए कंटेंट की बढ़ती मांग के साथ ही और ज्यादा बढ़ेगा.
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