हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से गौतम अडानी परेशानियों में घिरे हैं, ऐसे में वह यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होंगे या नहीं ये देखने वाली बात होगी.
उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit 2023) की शुरुआत आज से होने जा रही है. 10 से 12 फरवरी तक आयोजित होने वाली इस समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इस समिट में देश-दुनिया की दिग्गज कॉर्पोरेट हस्तियां उत्तर प्रदेश में निवेश का फैसला लेंगी. माना जा रहा है कि इस समिट में उत्तर प्रदेश को बड़े पैमाने पर निवेश मिल सकता है, क्योंकि पिछले कुछ सालों में प्रदेश की तस्वीर में काफी बदलाव आया है. 12 फरवरी को समिट का समापन होगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी.
परेशानियों में घिरे हैं अडानी
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में एक कारोबारी के शामिल होने या न होने को लेकर चर्चा चल रही है और उनका नाम है गौतम अडानी (Gautam Adani). हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी समूह को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. अडानी लगातार परेशानियों में घिर रहे हैं. ऐसे में वह समिट में शिरकत करेंगे या नहीं, ये बड़ा सवाल है. एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि अडानी समिट का हिस्सा नहीं बनेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ने 2018 में आयोजित समिट में उपस्थिति दर्ज कराई थी. इस बार भी उनका समिट में शामिल होना तय माना जा रहा था, लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के चलते सबकुछ बदल गया. लिहाजा उनका समिट में शामिल होने मुश्किल है.
नहीं आया कोई बयान
वहीं, अन्य रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, बजाज फिनसर्व के चेयरमैन संजीव बजाज, एचसीएल की चेयरपर्सन रोशनी नादर, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, Mahindra & Mahindra के चेयरमैन आनंद महिंद्रा के साथ अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी भी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शिरकत करेंगे. हालांकि, अभी तक अडानी समूह की तरफ से इस संबंध में कोई बयान नहीं आया है.
केंद्रीय मंत्री भी लेंगे हिस्सा
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अलग-अलग सत्रों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित मोदी सरकार के तमाम मंत्री सरकार की नीतियों से निवेशकों को अवगत कराएंगे. समिट में 40 देशों से 400 से अधिक डेलीगेट्स अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. इसके अलावा, देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 10 हजार छोटे-बड़े निवेशक महाकुंभ का हिस्सा बनेंगे.
जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सरकार जब्त किए जाने वाले धन के वितरण के लिए कानून लाने की तैयारी कर रही है.
काले धन की वापसी एक ऐसा विषय है जब भी चुनावों में या सामान्य दिनों में सामने आता है तो किसी को विश्वास नहीं होता है. लेकिन अब पीएम मोदी ने काले धन को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिसने इस मामले में एक नई बहस को जन्म दे दिया है. पीएम मोदी ने एक इंटरव्यू में कहा है कि वो इस मामले में सलाह ले रहे हैं कि सीज की हुई प्रॉपटी से लेकर धन को देश के गरीबों को वापस कैसे किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर इसके लिए किसी तरह के कानून में बदलाव की जरूरत होगी तो वो भी हम करेंगे.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस मामले में एक इंटरव्यू में कहा कि प्रमुख तौर पर दो तरह के भ्रष्टाचार होते हैं. एक वो होते हैं जो बड़े स्तर पर होता है जिसमें लेने वाला भी कुछ नहीं बताता है और देने वाला भी कुछ नहीं बताता है. इसी तरह छोटे स्तर पर होता है जिसके लिए उन्होंने बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले से लेकर लालू प्रसाद यादव तक के रेल मंत्री होते हुए नौकरी के लिए जमीन लिखवाने का उदाहरण देकर अपनी बात को रखा. उन्होंने कहा कि अभी हमने बहुत प्रॉपर्टी जब्त की है, जिसकी कीमत कोई सवा लाख करोड़ रुपये होगी. उन्होंने कहा कि मैं इस पैसे को गरीबों को वापस करना चाहता हूं और इसे लेकर मेरे मन में बहुत दुख होता है. हम अब तक 17 हजार करोड़ रुपये वापस भी कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि अगर इसके लिए कानून में बदलाव करने की जरूरत होगी तो हमारी सरकार वो भी करेगी. मैं इसे लेकर लीगल टीम से एडवाइज ले रहा हूं.
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1.25 लाख करोड़ से कई गुना हो सकती कीमत
जानकारों का मानना है कि सरकार ने जिस प्रॉपर्टी को सीज किया है उसकी कीमत 1.25 लाख करोड़ रुपये से कई गुना ज्यादा हो सकती है. क्योंकि ऐसी ज्यादातर प्रॉपर्टी का आंकलन उनकी बुक वैल्यू के आधार पर लगाया जाता है. लेकिन अगर आज उनकी बाजार वैल्यू का आंकलन किया जाएगा तो वो उससे भी कई गुना ज्यादा निकल सकती है. एक सीनियर लॉ अधिकारी का कहना है कि दिल्ली के पॉश इलाके में एक जब्त प्रॉपर्टी की कीमत 10 से 20 लाख रुपये है जबकि उसकी वास्तविक कीमत आज 30 करोड़ रुपये जा पहुंची है.
इस साल जुलाई में आ सकता है नया कानून
जानकारों का मानना है कि जून में नई सरकार बनने के बाद जुलाई में होने वाले पूर्ण बजट सत्र में इसे लेकर कानून आ सकता है. इस कानून में केवल ईडी के मामलों की ही नहीं बल्कि सभी मामलों की कुर्की का प्रावधान किया जा सकता है. इस कानून को सरकार सख्त भी बना सकती है. उसमें संपत्ति की जब्ती और उसे बांटने का प्रावधान भी किया जा सकता है. खुद पीएम बदलाव को करने की बात कर तो रहे हैं लेकिन उसका दायरा क्या होगा ये आने वाला समय ही बताएगा.
लोकसभा चुनावों के पांचवें फेज की वोटिंग के चलते 20 मई यानी सोमवार को कई शहरों में बैंक बंद रहने वाले हैं. ऐसे में आपके कई जरूरी काम अटक सकते हैं.
देश के कई शहरों में 20 मई यानी सोमवार को बैंक बंद रहने वाले हैं. ऐसे में आपके जरूरी काम अटक सकते हैं. अगर आप बैंक संबंधित किसी काम से जाने वाले हैं तो एक बार छुट्टियों की लिस्ट जरूर चेक कर लें. देख लें कि कहीं सोमवार को आपके शहर में तो बैंक बंद नहीं है. दरअसल लोकसभा चुनावों के पांचवें फेज की वोटिंग 20 मई को होनी है, जिसके चलते कई शहरों में बैंक की छुट्टी होने वाली है. पूरे देश में 7 चरणों में आम चुनाव होने हैं. ऐसे में जिन शहरों में जब मतदान होंगे, वहां बैंकों की छुट्टी होगी.
चुनाव के चलते बैंक रहेंगे बंद
भारत में पांचवें चरण के लोकसभा चुनाव 20 मई को होने हैं. पांचवें चरण में 8 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की 49 संसदीय सीटों के लिए वोटिंग की जाएगी. इनमें उत्तर प्रदेश की 14, महाराष्ट्र की 13, पश्चिम बंगाल की 7, बिहार की 5, ओडिशा की 5, झारखंड की 3, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की 1-1 सीट शामिल है. ऐसे में इन सभी जगहों पर सोमवार को बैंक बंद रहेंगे. ऐसे में अगर आपका कोई काम इस बीच अटका हुआ है तो शनिवार को निपटा सकते हैं. 18 मई को तीसरा शनिवार है, इसलिए इस शनिवार को बैंक खुले हुए हैं.
इन जगहों पर डाले जाएंगे वोट
• महाराष्ट्र- धुले, डिंडोरी, नासिक, पालघर, भिवंडी, कल्याण, थाने, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर-पश्चिम, मुंबई उत्तर-पूर्व, मुंबई उत्तर - मध्य, मुंबई दक्षिण-मध्य और मुंबई दक्षिण
• बिहार- सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर
• उत्तर प्रदेश- मोहनलाल गंज, लखनऊ, राय बरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज और गोंडा
• ओडिशा- बरगढ़, सुंदरगढ़, बोलांगीर, कंधमाल और अस्का
• झारखंड- चतरा, कोडरमा और हजारीबाग
• पश्चिम बंगाल- बनगांव, बैरकपुर, हावड़ा, उलूबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली और आरामबाग
• जम्मू-कश्मीर- बारामूला
• लद्दाख
इन तारीखों पर भी बंद रहेंगे बैंक
इस महीने 23 मई को बुद्ध पूर्णिमा पर त्रिपुरा, मिजोरम, मध्य प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, जम्मू, लखनऊ, बंगाल, नई दिल्ली, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, श्रीनगर में और 25 मई को लोकसभा आम चुनाव 2024 के चलते त्रिपुरा, उड़ीसा में बैंक बंद रहने वाले हैं. हालांकि इस दौरान आप डिजिटल बैंकिंग, मोबाइल, एटीएम और इंटरनेट के जरिये अपना बैंक से जुड़ा काम कर सकते हैं.
केंद्र सरकार की पब्लिक सेक्टर बैंकों को मर्ज करने का कोई योजना नहीं है. एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी है.
काफी लंबे समय से पब्लिक सेक्टर बैंकों (PSB) के मर्जर और प्राइवेटाइजेशन को लेकर खबरें चल रही हैं. अब इन अफवाहों पर सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि वह लोकसभा चुनाव के दौरान बैंकों के मर्जर या प्राइवेटाइजेशन पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आम चुनाव चल रहे हैं, ऐसे मुद्दों पर टिप्पणी करना उचित नहीं है. बता दें कि देश में लोकसभा चुनाव चल रहा है. इस चुनाव के चार चरण की वोटिंग हो चुकी है लेकिन फाइनल रिजल्ट 4 जून को आने वाला है.
बैंकों के मर्जर की कोई योजना नहीं
केंद्र सरकार की पब्लिक सेक्टर बैंकों को मर्ज करने का कोई योजना नहीं है. वरिष्ठ अधिकारी ने इसके साथ जानकारी देते हुए बताया कि पब्लिक सेक्टर बैंकों को मर्ज करने की कोई योजना नहीं है. हमें ऐसी किसी भी तरह की बातचीत की जानकारी नहीं है. भारत में फिलहाल 12 सरकारी बैंक हैं. सरकार ने साल 2020 में PSU बैंकों का मर्जर कर उनकी संख्या को कम किया था. उस समय कुल 10 सरकारी बैंकों को मर्जर के जरिये 4 बैंक में समेट दिया गया था.
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पहले भी कई बैंकों का हो चुका है मर्जर
सार्वजनिक बैंकों के मर्जर की प्रक्रिया के तहत Punjab National Bank में Oriental Bank of Commerce और United Bank का विलय किया गया था. Canara Bank में Syndicate Bank को मर्ज किया गया था. इसके अलावा, Union Bank of India ने Andhra Bank और Corporation Bank का विलय किया था, जबकि इंडिया बैंक का विलय Allahabad Bank के साथ हुआ था. इससे पहले Vijaya Bank और Dena Bank का एक अप्रैल, 2019 को Bank of Baroda में विलय किया गया था.
सरकार ने अफवाहों पर लगाया विराम
दिसंबर 2023 में इस बात को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी कि यूनियन बैंक और यूको बैंक का मर्जर हो सकता है. इसके अलावा, बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के विलय भी अटकलें थीं. बाद में वित्त मंत्रालय ने साफ किया था कि जिन दस्तावेजों के आधार पर इसकी बात की जा रही है, वह अधीनस्थ कानून से जुड़ी संसदीय कमेटी का मामला है और इसका बैंक मर्जर की पॉलिसी से कोई संबंध नहीं है. वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी कहना था कि चर्चा अधीनस्थ कानून पर संसदीय समिति की एक नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है और यह मर्जर के मुद्दे से जुड़ा नहीं है.
शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए अच्छी खबर है. बाजार आज छुट्टी वाले दिन भी खुल रहा है.
वैसे तो शेयर बाजार (Stock Market) में शनिवार को साप्ताहिक अवकाश रहता है. लेकिन आज यानी 18 मई को बाजार खुलेगा और ट्रेडिंग भी होगी. इससे पहले, शुक्रवार को मार्केट उछाल के साथ बंद हुआ था. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 253.31 अंकों की मजबूती के साथ 73,917.03 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 62.25 अंकों की उछाल के साथ 22,466.10 पर बंद हुआ. एक्सपर्ट्स का कहना है कि शेयर बाजार पर बुल्स की पकड़ मजबूत होती नजर आ रही है. वीकली चार्ट में बुलिश कैंडल्टिक पैटर्न बनता दिखाई दे रहा है. बता दें कि शेयर बाजार की तेजी को Bull और गिरावट को Bear से दर्शाया जाता है.
इनके आए हैं तिमाही परिणाम
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि इंडेक्स में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में हाई फॉर्मेशन नजर आ रहा है. यह सभी अहम मूविंग एवरेज से ऊपर पहुंच गया है, जो पॉजिटिव संकेत है. स्टॉक्स की बात करें, तो आज उन शेयरों पर नजर रखें, जिनके तिमाही परिणाम कल यानी शुक्रवार को जारी हुए हैं. रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के लिए मार्च 2024 तिमाही अच्छी गई है. इस दौरान कंपनी के प्रॉफिट और इनकम में बढ़ोतरी दर्ज हुई है. वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा बढ़कर 478.6 करोड़ रुपए रहा. एक साल पहले इसी तिमाही में यह 359 करोड़ था. जबकि मार्च 2024 तिमाही में JSW स्टील के नेट प्रॉफिट में 64.5% की गिरावट आई है और यह 1,299 करोड़ रुपए रहा है. मुनाफे में गिरावट की मुख्य वजह खर्चों में बढ़ोतरी है. इनके अलावा, बंधन बैंक, बलरामपुर चीनी, GMR पावर, गोदरेज प्रॉपर्टीज, फीनिक्स मिल्स और RCF के शेयर पर भी आज नजर रखें.
इस वजह से आज खुला बाजार
अब चलिए यह भी जान लेते हैं कि आखिर छुट्टी वाले दिन बाजार खुल रहा है? दरअसल, इस दिन डिजास्टर रिकवरी साइट की टेस्टिंग होनी है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की तरफ से यह टेस्टिंग इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव्स में की जाएगी. इसके लिए डिजास्टर रिकवरी (DR) साइट पर स्विच-ओवर किया जाएगा. किसी आपात स्थिति के दौरान परिचालन बहाल करने के लिए डिजास्टर रिकवरी साइट का इस्तेमाल किया जाता है. यह एक तरह से तैयारी है कि अगर भविष्य में कोई आपात स्थिति आती है, तो डिजास्टर रिकवरी साइट पर स्विच किया जा सके.
इस साल यह तीसरा मौका
स्पेशल ट्रेडिंग के तहत बाजार दो चरणों में खुलेगा. पहला सत्र सुबह 9:15 बजे शुरू होगा और 10 बजे समाप्त होगा. जबकि दूसरा सत्र सुबह 11:30 बजे शुरू होकर दोपहर 12:30 बजे खत्म हो जाएगा. पहले सेशन के दौरान प्राइमरी साइट से ट्रेडिंग होगी और दूसरे सत्र में डिजास्टर रिकवरी साइट से ट्रेडिंग की जाएगी. स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन को बाजार नियामक सेबी के निर्देशों के अनुसार आयोजित किया जाता है. इस साल यह तीसरा मौका है जब शनिवार को बाजार खुल रहा है. पहला डिजास्टर रिकवरी सेशन शनिवार, 20 जनवरी को निर्धारित किया गया था, लेकिन बाद में इसे पूर्ण सत्र तक बढ़ा दिया गया था. क्योंकि सोमवार 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन के उपलक्ष्य में अवकाश घोषित किया गया था. इसी तरह, NSE और BSE ने दो मार्च को भी स्पेशल सत्र आयोजित किए थे.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).
इस देश में जहां भारतीय पर्यटकों को वीजा ऑन अराइवल मिल जाता है वहीं सुंदर नजारे और सस्ता ट्रांसपोर्ट भी लोगों को खूब भा रहा है.
भारत के टूरिस्ट को वापस बुलाने के लिए मालदीव लगातार कोशिश कर रहा है लेकिन इस बीच एक देश की यात्रा करने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 200 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है. ये देश है वियतनाम. इस देश में पिछले साल से लेकर अब तक बड़ी संख्या में भारतीय सफर कर रहे हैं. इस देश में लोग इसलिए जा रहे हैं क्योंकि यहां की खुबसूरती से लेकर यहां की स्स्ती सुविधाएं भारत के लोगों को खूब भा रही हैं.
आखिर क्या कह रहे हैं आंकड़े?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मास्टरकार्ड के इकोनॉमिक्स इंस्टीटयूट की रिपोर्ट बताती है कि वियतनाम जाने वाले लोगों की संख्या में 2019 से 248 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ऐसा नहीं है लोग वियतनाम ही नहीं जा रहे हैं बल्कि अमेरिका और जापान भी खूब जा रहे हैं. आंकड़े बता रहे हैं कि जापान जाने वालों की संख्या में 53 प्रतिशत और अमेरिका जाने वालों की संख्या में 59 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इस इंस्टीटयूट के विशेषज्ञ कहते हैं कि भारतीय इस समय सबसे ज्यादा इंटरनेशनल ट्रैवल कर रहे हैं. दुनिया के सभी बड़े डेस्टिनेशन के लिए भारत बेहतर सोर्स हो सकता है.
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अब समझिए क्यों जा रहे हैं वियतनाम?
दरअसल भारतीयों के वियतनाम जाने की संख्या में जो 250 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है उसके पीछे कई कारण हैं. सबसे विशेष कारण ये है कि वियतनाम के लिए भारत से सीधी फ्लाइट जाती है. जो एयरलाइन वहां के लिए सीधी फ्लाइट की सेवा मुहैया कराती हैं उनमें वियतजेट, एयर इंडिया, शामिल हैं. इस रूट पर जाने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए कंपनियों ने इस पर एयरबस ए 350 जैसे आधुनिक एयरक्राफ्ट लगा दिए हैं. वियतनाम के हनोई और हो चिन्ह मिन्ह सिटी के रूट पर किराया भी काफी कम है.
टूरिस्ट प्लेस भी हैं काफी सस्ते
जानकार कह रहे हैं कि वहां सस्ते से लेकर महंगे तक सभी तरह के विकल्प मिल जाते हैं. प्रकृति का आनंद भी वहां भरपूर लिया जा सकता है. सुंदर नजारे भारतीय पर्यटकों को खूब भा रहे हैं. अगर एक जगह से दूसरी जगह जाना हो तो उसके लिए टैक्सी भी काफी सस्ती मिल जाती है. भारतीयों के लिए अच्छी बात ये है कि वहां वीजा ऑन अराइवल भी मिल जाता है. इसलिए लोग वहां खूब जा रहे हैं और इन्जॉय कर रहे हैं.
IPO में 128 करोड़ रुपये के 33 लाख नए शेयर जारी होंगे. साथ ही 470.93 करोड़ रुपये के 1.23 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल रहेगा. कंपनी की शुरुआत दिसंबर 2014 में हुई थी.
अगर आप IPO में पैसे लगाना पसंद करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. कोवर्किंग स्पेस कंपनी Awfis Space Solutions का आईपीओ 22 मई, 2024 यानी मंगलवार को खुल रहा है. कंपनी इस इश्यू के जरिए 598.93 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है. यह आईपीओ एंकर निवेशकों के लिए 21 मई को खुलेगा. अगर आप भी इस आईपीओ में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको इसके डिटेल्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
33 लाख नए शेयर होंगे जारी
Awfis Space Solutions IPO में 128 करोड़ रुपये के 33 लाख नए शेयर जारी होंगे. वहीं 470.93 करोड़ रुपये के 1.23 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल रहेगा. कंपनी के प्रमोटर अमित रमानी हैं. रमानी की कंपनी में फुली डायल्यूटेड बेसिस पर 18.19 प्रतिशत हिस्सेदारी है. दिग्गज वेंचर कैपिटल फर्म Peak XV Partners Investments V की 22.86 प्रतिशत, ChyrsCapital की यूनिट Bisque की 23.47 प्रतिशत, QRG Investments and Holdings की 9.58 प्रतिशत, VBAP Holdings की 9.35 प्रतिशत और दिग्गज इनवेस्टर आशीष कचोलिया की 5.01 प्रतिशत शेयरहोल्डिंग है.
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ये है IPO से जुड़ी जरूरी डेट्स
इस आईपीओ में निवेशक 22 से 27 मई के बीच निवेश कर सकते हैं. शेयरों का अलॉटमेंट 28 मई को किया जा सकता है. असफल निवेशकों को रिफंड 29 मई को प्राप्त होगा. सफल सब्सक्राइबर्स को शेयर 29 मई को खाते में क्रेडिट कर दिए जाएंगे. शेयरों की लिस्टिंग 30 मई को होगी. इस आईपीओ में कंपनी ने 75 फीसदी हिस्सा QIB, 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों और 15 फीसदी हिस्सा NII के लिए रिजर्व किया गया है. शेयरों की लिस्ट BSE और NSE पर 30 मई को होगी.
GMP दे रहा तगड़ी लिस्टिंग के संकेत
Awfis Space Solutions का आईपीओ खुलने से पहले ग्रे मार्केट में ट्रेंड कर रहा है. कंपनी के शेयर फिलहाल 80 रुपये की GMP पर बने हुए हैं. ऐसे में यह स्थिति लिस्टिंग के दिन तक बनी रहती है तो शेयर 20.89 फीसदी के प्रीमियम पर 383 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हो सकते हैं. Awfis Space Solutions IPO के जरिए जुटने वाली रकम को अपने बिजनेस के विस्तार के लिए इस्तेमाल करेगी. इसके साथ ही कंपनी इस राशि का यूज कैपिटल जरूरतों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए भी करेगी.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).
पुणे के रहने वाले ओपन एआई में काम करने वाले प्रफुल्ल धारीवाल बचपन से ही बड़े होनहार रहे हैं. वो स्कूल से लेकर कॉलेज तक कई अवॉर्ड और स्कॉलरशिप जीत चुके हैं.
ओपन एआई इन दिनों में अपने न्यू वर्जन GPT-40 को लेकर चर्चा में हैं. इसी कड़ी में ओपन एआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने पूणे के युवक की ऐसी तारीफ की है कि जो सुने वो दिवाना हो जाए. सैम ऑल्टमैन ने GPT-40 के सक्सेसफुल लॉन्च के लिए पुणे के रहने वाले प्रफुल्ल धारीवाल को श्रेय दिया है. प्रफुल्ल ने MIT से कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री हासिल की है.
प्रफुल्ल ने ट्वीट कर लिखी ये बात
प्रफुल्ल ने ट्वीट कर लिखा कि, GPT-4o (o का मतलब ‘ओमनी’) ओमनी टीम से बाहर आने वाला पहला मॉडल है, ओपनएआई का पहला मूल रूप से पूरी तरह से मल्टीमॉडल मॉडल है. यह लॉन्च एक बहुत बड़ा संगठन-व्यापी प्रयास था, लेकिन मैं अपनी कुछ अद्भुत टीम के सदस्यों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस जादुई मॉडल को भी संभव बनाया!
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उनके इस ट्वीट पर सैम ने दिया श्रेय
सैम ऑल्टमैन ने प्रफुल्ल धारीवाल के ट्वीट पर अपनी बात कहते हुए कहा कि GPT-4o प्रफुल्ल धारीवाल की दूरदर्शिता, प्रतिभा, दृढ़ विश्वास और दृढ़ संकल्प के बिना नहीं हो पाता. मुझे आशा है कि इससे (कई अन्य लोगों के काम के साथ) हमारे कंप्यूटर के उपयोग में एक क्रांति आएगी.
आखिर कौन हैं प्रफुल्ल धारीवाल?
प्रफुल्ल धारीवाल ने कहा कि मैसाच्यूसेट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की हुई है. उन्होंने 2016 में ओपन एआई ज्वॉइन किया था. पहले उन्होंने ओपन एआई को रिसर्च इंटर्न के तौर पर ज्वॉइन किया लेकिन आज वो रिसर्च साइंटिस्ट हो चुके हैं. वो इससे पहले 2009 में भारत सरकार की राष्ट्रीय प्रतिभा खोज छात्रवृत्ति जीत चुके हैं. उन्होंने चीन में इंटरनेशनल खगोल विज्ञान ओलंपियाड भी जीता है. वो इससे पहले 2012 और 2013 अंतराष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड और अंतर्राष्ट्रीय भौतिकी ओलंपियाड जीत चुके हैं. वो 2013 में भी पुरस्कार जीत चुके हैं.
वित्त वर्ष 2023-24 चौथी तिमाही के रिजल्ट में अच्छे मुनाफे के बाद Mahindra ने अपनी EV यूनिट में 12 हजार करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है.
भारतीय वाहन निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) ने अपने स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (SUV) की स्थिर बिक्री पर चौथी तिमाही के मुनाफे के अनुमान को पार कर लिया है. ऐसे में अब कंपनी Electric Car प्रोडक्शन को लेकर एक बड़ी प्लानिंग कर रही है. इस प्रोजेक्ट में कंपनी हजारों करड़ों रुपये निवेश करने जा रही है. तो चलिए जानते हैं कंपनी की पूरी प्लानिंग?
अगले साल लॉन्च होगी ईवी की नई रेंज
महिंद्रा ने अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ( EV) बिजनेस को बढ़ाने की योजना बनाई है. इसके लिए कंपनी अपनी EV यूनिट में लगभग 12 हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी. कंपनी ने कहा कि वह अपने ईवी कार व्यवसाय से जुड़े कुछ एसेट्स को अपनी इलेक्ट्रिक यूनिट महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल को 7.96 अरब रुपये में बेचेगी. महिंद्रा वर्तमान में एक ईवी मॉडल- एक्सयूवी 400 पेश करती है. एक्सयूवी 400 का मुकाबला MG की ZS EV और Tata Motors की Nexon EV से होता है. इसमें इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग, क्रूज कंट्रोल और फॉग लैम्प जैसे फीचर्स दिए गए हैं. पिछले कुछ वर्षों में देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है. वहीं, अब अगले साल तक कंपनी ईवी की अपनी नई रेंज लॉन्च करेगी.
Scorpio और Thar जैसी एसयूवी का जलवा
महिंद्रा का कार पोर्टफोलियो लगभग पूरी तरह से स्कॉर्पियो और थार जैसी एसयूवी है. कंपनी ने 1 साल पहले की तुलना में 31 मार्च तक 3 महीनों में 27.2 प्रतिशत अधिक एसयूवी बेची हैं. भारत में पैसेंजर व्हीकल्स (PV) की बिक्री में आधे से अधिक हिस्सा यूटिलिटी वाहनों (यूवी) का है, जो साल-दर-साल 31 प्रतिशत बढ़ रहा है, जबकि पिछले दो वित्तीय वर्षों में पीवी की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है.
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अनुमान से अधिक मिला प्रॉफिट
कंपनी का स्टैंडअलो प्रॉफिट 31.6 प्रतिशत बढ़कर 20.38 बिलियन रुपये ($244.06 मिलियन) हो गया था, जो एलएसईजी डेटा के अनुसार विश्लेषकों के 19.61 बिलियन रुपये के अनुमान से अधिक है. कंपनी का ऑटोमोटिव व्यवसाय का कुल रेवेन्यू लगभग दो-तिहाई है, जो 11.2 प्रतिशत बढ़कर 251.09 बिलियन रुपये हो गया, जो विश्लेषकों के 240.25 बिलियन रुपये के औसत अनुमान से अधिक है.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सीआईआई समिट को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी भारी बहुमत के साथ फिर से सत्ता में आ रहे हैं. उसके बाद पूर्ण बजट पर काम शुरू होगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भाजपा को भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारी बहुमत के साथ वापस आएंगे और सरकार गठन के तुरंत बाद 2024-25 के पूर्ण बजट पर चर्चा शुरू होगी. वित्त मंत्री ने CII के दो दिवसीय सालाना सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बात कहीं. इसके साथ ही उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर भी कई अहम बातें कहीं.
वैश्विक GDP में बढ़ेगा भारत का योगदान
केंद्रीय वित्त मंत्री ने व्यापार संगठन CII के सालाना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है और अगले कुछ साल यही स्थिति बनी रहेगी. अपनी बात को पुख्ता करते हुए उन्होंने कहा कि IMF के अनुमान के अनुसार, अगले पांच साल में वैश्विक जीडीपी में भारत का योगदान 18 प्रतिशत होगा. उन्होंने कहा कि इस ऊंची विकास दर के पीछे बुनियादी वजह सरकारी नीतियों में स्थिरता और भ्रष्टाचार मुक्त निर्णय हैं जो बिना किसी शोर-शराबे के पर्दे के पीछे लिये जा रहे हैं.
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मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की ओर अग्रसर भारत
सीतारमण ने उम्मीद जताई कि भारत के पास अब भी अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाने का अवसर है क्योंकि दुनिया कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद 'चीन प्लस वन' रणनीति पर ध्यान दे रही है. 'कैपजेमिनी रिसर्च इंस्टीट्यूट' की मई में जारी रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यूरोप और अमेरिका में सीनियर एग्जीक्यूटिव्स की निवेश स्थलों की लिस्ट में भारत टॉप पर है. ये लोग चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहते हैं और अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता का कुछ हिस्सा उभरते बाजारों में शिफ्ट करना चाहते हैं. सर्वे में शामिल करीब 760 एग्जीक्यूटिव्स में से 65 प्रतिशत ने कहा कि वे भारत में उल्लेखनीय रूप से निवेश बढ़ाने की योजना बना रहे हैं.
PLI स्कीम आ रहा है बदलाव
वर्तमान में टेलिकॉम सेक्टर की PLI स्कीम ने भारत को बेहतर तरीके से आत्मनिर्भर बनने में मदद की है क्योंकि टेलिकॉम सेक्टर में 60 प्रतिशत इंपोर्ट सब्स्टीट्यूशन का लक्ष्य हासिल हो चुका है. वित्त मंत्री ने कहा, 'यह अपने आप में हमारे भारतीय उद्योग को काफी बड़ा स्कोप प्रदान करता है. PLI स्कीम मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्रों में भी बदलाव ला रही है, उन्होंने कहा कि 2014 तक भारत में बिकने वाले मोबाइल में से 78 प्रतिशत इंपोर्ट होते थे लेकिन आज भारत में बिकने वाले 99 प्रतिशत मोबाइल भारत में निर्मित हैं.
कई प्लेटफॉर्म को अपने मंच पर लाकर उन्हें एक बड़ा बाजार मुहैया करा चुके ONDC के साथ कई और स्टार्टअप जुड़ गए हैं. इनमें कोई गेमिंग सेक्टर से है तो कई ट्रैवल सेक्टर में काम करता है.
अब तक कई कंपनियों को अपने नेटवर्क से जोड़ चुके ओएनडीसी ने अब स्टार्टअप को इससे जोड़ने की पहल शुरू की है. शुक्रवार को इस दिशा में कॉमर्स मिनिस्ट्री में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में Ease My Trip, Winzo, Policy Bazaar, Paisa Bazaar, ShipRocket जैसी कई कंपनियां इसमें शामिल हुए. ONDC के साथ शामिल हुई इन कंपनियां अपने बाजार और क्लाइंट बेस को बढ़ाने के मकसद से इस प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ी हैं.
ONDC startup Mahotsav में शामिल हुए ये स्टार्टअप
ओएनडीसी की ओर से आयोजित किए गए इस इवेंट में हाइब्रिड मोड से लगभग 5,000 स्टार्टअप्स शामिल हुए. इवेंट के दौरान स्टार्टअप्स, यूनिकॉर्न और ईजमाईट्रिप (Easemytrip), ऑफबिजनेस(OffBusiness), विंजो(WinZo), लिवस्पेस(Livspace), ग्लोबलबीज(Globalbees), प्रिस्टिन केयर(Pristincare), कार्स24(Cars24), फिजिक्स वाला (Physicswala), पॉलिसीबाजार(PolicyBazaar) और ज़ेरोधा(Zerodha) जैसे उच्च विकास व्यवसायों सहित 125 से अधिक पारिस्थितिकी तंत्र हितधारकों ने आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए. ये एलओआई ओएनडीसी की क्षमता और मंच के साथ सहयोग करने के लिए देश के अग्रणी स्टार्टअप की उत्सुकता को दर्शाते हैं.
DPIIT सचिव ने कही ये अहम बात
कई स्टार्टअप के ONDC के साथ हाथ मिलाने के DPIIT के सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि ओएनडीसी और स्टार्टअप कम्यूनिटी के बीच हुए इस समझौते से दोनों पक्ष बेहद खुश हैं. आज के इस कार्यक्रम में इस बात को लेकर भी चर्चा हुई है कि आखिर कैसे स्टार्टअप ओएनडीसी के साथ मिलकर और बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं. आज के इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्टार्टअप के फाउंडर, वीसी और प्रमोटर शामिल हुए हैं. आज कई प्रकार स्टार्टअप ने इसे लेकर अपने विजन के बारे में बताया है. आपने महसूस किया होगा कि सरकार की इस कोशिश को लेकर स्टार्टअप कम्यूनिटी के अंदर बेहद खुशी थी. आज हमने जितनी उम्मीद की थी उससे ज्यादा लोगों ने अपनी भागीदारी दिखाई है. आज 12 यूनीकॉर्न ने लेटर ऑफ इंटेट साइन किया है.
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ONDC के सीईओ ने कही ये बात
कई स्टार्टअप के ONDC नेटवर्क के साथ जुड़ने के करार के बाद ONDC सीईओ टी कोशी ने कहा कि आज देश में टियर 2 टियर 3 शहरों से हमें बेहतरीन रिस्पांस मिल रहा है. 60 से 66 प्रतिशत तक मोबिलिटी हमें इन शहरों से देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि जब भी कोई नया आईडिया आता है तो उसे सभी नहीं अपनाते हैं. लेकिन हम मानते हैं कि हमारा आईडिया पूरी तरह से कामयाब होगा.
WINZO के को फाउंडर ने कही ये बात
WinZO के सह-संस्थापक पवन नंदा ने इस साझेदारी के बाद कहा कि मौजूदा डिजिटल युग (Digital Era) में, इनोवेशन को लोकतांत्रिक बनाना एंटरप्राइजेस के आने वाले कल की सफलता की कुंजी है. जिस तरह यूपीआई ने 2018 में भुगतान में क्रांति ला दी और हमारी जैसी कंपनियों को उभरने में मदद की और 175 मिलियन गेमर्स तक पहुंचने के लिए माध्यम बनी. WinZO और ONDC की पार्टनरशिप के साथ हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना कर सकते हैं जहां कई और WinZO उभरेंगे और इस प्लेटफॉर्म पर इनोवेशन करेंगे.