शेयर बाजार कल गिरावट के साथ बंद हुआ था. आज बाजार में छुट्टी है यानी कोई कारोबार नहीं होगा.
शेयर बाजार (Stock Market) में आज कारोबार नहीं होगा. आज तो कोई त्योहार भी नहीं है, तो फिर ऐसा क्या है कि मार्केट को बंद रखा गया है. दरअसल, 1 मई को महाराष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर महाराष्ट्र में बैंकों से लेकर सरकारी कार्यालय तक बंद रहते हैं. शेयर बाजार में भी इस दिन अवकाश रखा जाता है. लिहाजा, आज बाजार में ट्रेडिंग नहीं होगी. बाजार कल खुलेगा और उसके बाद शनिवार-रविवार का साप्ताहिक अवकाश रहेगा.
कल आई थी गिरावट
इससे पहले, मंगलवार को बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. बाजार खुलने के साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी दोनों फुल स्पीड से ऊपर की तरफ भागते दिखाई दिए. लेकिन कारोबारी की समाप्ति तक बाजार लाल निशान पर पहुंच गया. आईटी और पावर सेक्टर के शेयरों में अंतिम दौर की बिकवाली की वजह से बाजार ने अपनी शुरुआती बढ़त गंवा दी. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 188.50 अंक टूटकर 74,482.78 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 38.55 अंक फिसलकर 22,604.85 पर बंद हुआ.
20 मई को भी छुट्टी
BSE और NSE की वेबसाइट के अनुसार, एक मई महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में बाजार बंद रहेगा. इस दौरान, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट, करेंसी डेरिवेटिव सेगमेंट, इक्विटी सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कारोबार नहीं होगा. शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश के चलते ट्रेडिंग नहीं होगी. इसके अलावा, 20 मई को भी शेयर बाजार बंद रहेगा. क्योंकि इस दिन मुंबई की लोकसभा सीट पर चुनाव है. वहीं, कमोडिटी और इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट सेगमेंट में आज सुबह ट्रेडिंग नहीं होगी, लेकिन, MCX में शाम को कारोबार होगा.
कब-कब रहेगी छुट्टी?
एक मई को महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर यानी आज बाजार बंद है. इसके बाद 20 मई को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मार्केट में अवकाश रहेगा. 17 जून को बकरीद के मौके पर भी बाजार में कोई कारोबार नहीं होगा. इसके बाद 17 जुलाई को मुहर्रम, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस, 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती के मौके पर बाजार में ट्रेडिंग नहीं होगी. इसी तरह, 1 नवंबर को दिवाली, 15 नवंबर को गुरुनानक जयंती और 25 दिसंबर को क्रिसमस के अवसर पर बाजार में कारोबार नहीं होगा. हालांकि, दिवाली पर लक्ष्मी पूजन वाले दिन बाजार में विशेष सत्र में मुहूर्त ट्रेडिंग होती है.
दीपिंदर गोयल के एक वीडियो को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक्स (X) पर शेयर किया है. इसके जरिए उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों के असर को दिखाने की कोशिश की है.
फूड डिलीवर ऐप जोमैटो (Zomato) एक बड़ा ब्रैंड बन चुका है, लेकिन इसे शुरू करने में कंपनी के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने काफी संघर्ष किया है. दीपिंदर गोयल ने कई मुश्किलों का सामना करते अपनी इस कंपनी को आसमान की ऊंचाईयों पर पहुंचाया है. हाल में एक कार्यक्रम के दौरान दीपिंदर गोयल ने एक किस्से का जिक्र करते हुए अपने संघर्ष दिनों को याद किया, जिसके बाद उनकी ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई. इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री हरदीप पूरी ने भी इस वीडियो को अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर शेयर किया है. तो चलिए जानते हैं स वीडियो में दीपिंदर गोयल ने ऐसा क्या कहा, जो हरदीप पुरी भी ये वीडियो शेयर करने से खुद को रोक नहीं पाएं?
उनके पिता ने कही थी ये बात
वीडियो में दीपिंदर गोयर ने अपना संघर्ष बताते हुए कहा कि मैंने 16 साल पहले 2008 में जोमैटो शुरू किया था और उस समय मेरे पिता ने मुझसे कहा था - 'जानता है तेरा बाप कौन है?’ ऐसा उन्होंने इसलिए कहा क्योंकि वह बताना चाह रहे थे कि वह ऐसी स्थिति में नहीं हैं कि उनके इस काम में मदद कर सकें. उनके पिता का कहना था कि आप स्टार्टअप नहीं कर सकते. मैं पंजाब के एक छोटे शहर से आता हूं. यह हमारी पृष्ठभूमि है, लेकिन पिछले 16 वर्षों में मुझे लगता है कि बहुत कुछ बदल गया है. विशेष रूप से पिछले 7-8 वर्षों में सरकार वास्तव अच्छा काम किया और अब दिक्कत नहीं है. मुझे उम्मीद है कि यह आगे भी जारी रहेगा.
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केंद्रीय मंत्री ने शेयर किया वीडियो
दीपिंदर गोयल के वीडियो को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्स पर शेयर किया. इसके जरिए पुरी ने मोदी सरकार की नीतियों के असर को दिखाने की कोशिश की है. उन्होंने दीपिंदर के बयान को लिखा है, जिसमें जोमैटो के दीपिंदर गोयल कहते हैं इस सरकार और उनकी पहल ने मेरे जैसे छोटे शहर के लड़के को जोमैटो जैसा कुछ बनाने में सक्षम बनाया, जो आज लाखों लोगों को रोजगार देता है.
Deepinder Goyal, Zomato
— Hardeep Singh Puri (मोदी का परिवार) (@HardeepSPuri) May 20, 2024
When I started Zomato in 2008, my father used to say “tu janta hai tera baap kaun hai” as my dad thought I could never do a start up given our humble background. This government and their initiatives enabled a small town boy like me to build something… pic.twitter.com/vogdM6v8oT
BSE में लिस्टेड कंपनियों की यात्रा पर नजर डालें तो 2007 में ये 1 ट्रिलियन पर मौजूद था लेकिन 2 ट्रिलियन पहुंचने में इसे एक दशक से ज्यादा का समय लग गया.
BSE (Bombay Stock Exchange) में मौजूद कंपनियों का मार्केट कैप मंगलवार को पहली बार 5 ट्रिलियन का आंकड़ा पार कर गया. मंगलवार को बीएसई की साइट के अनुसार कपंनियों का मार्केट कैप 414.16 ट्रिलियन रुपये से अधिक तक पहुंच गया है. ये स्थिति तब आई है जब बीएसई सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई से 1.66 प्रतिशत नीचे है. इससे पहले सोमवार को वोटिंग के कारण बाजार बंद था.
कैसी रही है BSE की मार्केट कैप यात्रा?
BSE में मौजूद कंपनियों की मार्केट कैप यात्रा पर नजर डालें तो नवंबर 2023 में ये 4 ट्रिलियन के निशान पर था. लेकिन मार्केट कैप ने 4 ट्रिलियन से लेकर 5 ट्रिलियन की यात्रा सिर्फ 6 महीने में पूरी की है. इससे पहले 2007 में जब बुरा समय था उस वक्त ये 1 ट्रिलियन के मार्क पर मौजूद था. इसे 2 ट्रिलियन तक पहुंचने में पूरे एक दशक का सफर तय करना पड़ा और इसने ये मुकाम 2017 में हासिल किया. लेकिन इसके बाद अगले 4 साल में यानी 2021 में ये 3 ट्रिलियन तक पहुंचा और 2023 दिसंबर में 4 ट्रिलियन और अब मई 2024 में 5 ट्रिलियन तक पहुंच चुका है.
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दुनिया के देशों में हमारा कौन सा नंबर?
अगर नजर डाली जाए तो भारत अब दुनिया के उन पांच देशों में शामिल हो गया है जिनकी कंपनियों का मार्केट कैप 5 ट्रिलियन तक पहुंच चुका है. इनमें अमेरिका, चीन, जापान और हांगकांग शामिल हैं. अमेरिका की कंपनियों का मार्केट कैप 55 ट्रिलियन है, इसी तरह चीन की कंपनियों का मार्केट कैप 9.4 ट्रिलियन, जापान का 6.42 ट्रिलियन और हांगकांग का मार्केट कैप 5.47 ट्रिलियन तक पहुंच चुका है. अगर अकेले 2024 में भारत के मार्केट कैप पर नजर डालें तो वो 12 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ चुका है. जबकि अमेरिका की ग्रोथ 10 प्रतिशत और हांगकांग की ग्रोथ 16 प्रतिशत रही है. जबकि चीन की 1.4 प्रतिशत गिरी है.
आखिर क्या है इसकी प्रमुख वजह?
भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप बढ़ने का बड़ा कारण ये है कि भारत का बाजार तेजी से आगे बढ़ रहा है. यही नहीं शेयर बाजार में दिख रहे उतार चढ़ाव की वजह चुनावों को लेकर बना माहौल भी बड़ा कारण है. यही नहीं 4 जून को चुनावों के नतीजे आने हैं जबकि 1 जून को एक्जिट पोल आना है. यही नहीं बाजार में स्मॉल कैप और मिड कैप फंडों को लेकर जिस तरह का रूझान दिख रहा है वो भी अपने आप में बड़ा चौंकाने वाला है. यही नहीं जीएसटी आंकड़ों से लेकर लगातार बढ़ता पैसेंजर आंकड़ा भी अपने आप में बढ़ती अर्थव्यवस्था की ओर इशारा कर रहा है.
EPFO से जुड़ने वालों में 18-25 साल की उम्र की संख्या सबसे ज्यादा 56.83% रही. इनमें अधिकतर पहली बार कोई नौकरी कर रहे हैं.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने सोमवार को मार्च महीने में जोड़े जाने वाले सदस्यों के आंकड़े जारी किए. EPFO ने बताया कि मार्च महीने में कुल 14.41 लाख नए सदस्य उसके साथ जुड़े. PayRoll Data के मुताबिक, करीब 11.80 लाख सदस्य EPFO से अलग हो चुके थे और दोबारा इसके साथ जुड़े. इनमें से ज्यादातर युवा हैं और उनकी यह पहली नौकरी है. EPFO के आंकड़ों से जानकारी मिल रही है कि देश में नौकरियों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है.
7.47 लाख नए सदस्य EPFO से जुड़े
आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च, 2024 के दौरान लगभग 7.47 लाख नए सदस्य जुड़े हैं, जिसमें दो लाख महिला सदस्य हैं. मार्च 2024 में जोड़े गए कुल नए सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग की 56.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है. श्रम मंत्रालय के द्वारा जारी किए ये आंकड़े अस्थायी है, क्योंकि आंकड़े जमा करने की प्रक्रिया लगातार चलती है. इससे पता चलता है कि मार्च में EPFO ज्वाइन करने वाले अधिकतर युवा है या वह लोग हैं जो पहली नौकरी कर रहे हैं.
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मेंबर्स में दो लाख महिला शामिल
EPFO डेटा के अनुसार, 7.47 लाख नए सदस्यों में से लगभग 2 लाख महिलाएं भी हैं. मार्च में कुल 2.90 लाख महिलाएं EPFO से जुड़ी हैं. इन आंकड़ों से पता लग रहा है कि भारतीय कंपनियों के वर्कफोर्स में अब महिलाओं को भी पर्याप्त स्थान दिया जा रहा है. महिलाओं की मिलने वाली नौकरियां हर महीने बढ़ रही हैं. पेरोल डेटा के अनुसार, लगभग 11.80 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर जाने के बाद दोबारा इसमें शामिल हुए हैं. इन लोगों ने अपनी नौकरियां बदली हैं. इसके चलते वह फिर से EPFO के दायरे में आ गए. इन्होंने अपना पैसा ट्रांसफर करने का विकल्प चुना है ताकि यह सामाजिक सुरक्षा के दायरे में बने रहें.
इन सेक्टर्स में मिल रही हैं सबसे ज्यादा जॉब
EPFO के मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग, मार्केटिंग सर्विसेज, कंप्यूटर ऑपरेटर, रेस्टोरेंट, अकाउंटेंट, फिश एवं नॉन वेज फूड और बीड़ी बनाने के कामों में ज्यादातर लोगों को नौकरियां मिली हैं. EPFO के अनुसार, लगभग सभी राज्यों में नई नौकरियों की संख्या में इजाफा हुआ है.
इनफिनिक्स (Infinix) अपने ग्राहकों के लिए मंगलवार यानी 21 मई को एक नया गेमिंग लैपटॉप Infinix GT Book लॉन्च किया.
इनफिनिक्स (Infinix) अपने ग्राहकों के लिए एक नया गेमिंग लैपटॉप लेकर आया है. इस लैपटॉप का नाम Infinix GT Book है, जिसे मंगलवार यानी 21 मई को लॉन्च किया गया है. इस डिवाइस में आपको 32GB रैम 13वीं पीढ़ी के इंटेल कोर i9 प्रोसेसर के Nvidia GeForce RTX 4060 GPU का विकल्प मिलता है. तो चलिए इसकी कीमत और दूसरे खास फीचर्स की आपको जानकारी देते हैं.
इस कीमत पर मिलेगा Infinix GT Book
भारत में Infinix GT Book के 12वीं पीढ़ी के इंटेल कोर i5 सीपीयू और एनवीडिया GeForce RTX 3050 GPU विकल्प की कीमत 59,990 रुपये से शुरू होती है. वहीं इसके Nvidia GeForce RTX 4050 और 13वीं पीढ़ी के Intel Core i5 वेरिएंट की कीमत 79,990 रुपये और Nvidia GeForce RTX 4060 वेरिएंट के साथ 13वीं पीढ़ी के Intel Core i9 विकल्प की कीमत 99,990 रुपये है.
Infinix GT Book में मिलेंगे ये खास फीचर्स
1. Infinix GT Book में 16-इंच फुल-HD+ (1,920 x 1,200) एंटी-ग्लेयर डिस्प्ले है, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट, 300nits तक का पीक ब्राइटनेस मिलती है.
2. इस गेमिंग लैपटॉप में 13वीं पीढ़ी के इंटेल कोर i9 प्रोसेसर दिए गए है जिसे Nvidia GeForce RTX 4060 GPU के साथ जोड़ा गया है.
3. यह डिवाइस 32GB तक LPDDR5x रैम और 1TB PCle 4.0 SSD स्टोरेज को के साथ आता है और यह विंडोज 11 पर काम करता है. इसमें तीन ग्राफिक्स पावर मोड - डेडिकेटेड जीपीयू, डायनेमिक और इंटीग्रेटेड जीपीयू के विकल्पों के साथ एक डेडिकेटेड गेम मोड है, जिसे एमयूएक्स स्विच सेटिंग्स के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है.
4. Infinix GT Book में 70Wh की बैटरी है जो 120W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है. कंपनी का दावा है कि यह लैपटॉप को ढाई घंटे में फुल चार्ज कर देगा और छह घंटे तक की बैटरी लाइफ देगा.
5. इस लैपटॉप में वाई-फाई 6E और ब्लूटूथ 5.2 कनेक्टिविटी का भी सपोर्ट मिलता है.
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मिलेगी मुफ्त गेमिंग किट
Infinix इन डिवाइस के साथ लिमिटेड समय तक मुफ्त गेमिंग किट भी पेश कर रहा है. इस किट में एक RGB माउस, RGB गेमिंग हेडफोन और एक RGB माउस पैड शामिल होगा. गेमिंग लैपटॉप को दो कलर ऑप्शन- मेचा सिल्वर और मेचा ग्रे में पेश किया गया है. आप इसे 27 मई से फ्लिपकार्ट के माध्यम से खरीद सकते हैं.
जिस तरह से संबित पात्रा के स्लीप ऑफ टंग पर नवीन पटनायक ने निशाना साधा है वो इसे बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी कर रहे हैं. ओडिशा में लोकसभा के साथ विधानसभा के भी चुनाव हो रहे हैं.
बीजेपी के स्टार प्रवक्ता और पुरी लोकसभा से उम्मीदवार संबित पात्रा ने ठीक चुनावों से पहले माफी मांगी है. संबित पात्रा ने कहा कि मैने जो कुछ भी बोला वो स्पील ऑफ टंग था जिसका मतलब है कि जुबान फिसलने के कारण ऐसा हुआ. लेकिन संबित पात्रा की इसी गलती को विपक्ष ने पकड़ लिया है और अब इस पर जमकर सियासी बवाल हो रहा है. पुरी में 25 मई को मतदान होना है.
आखिर इस मामले में हुआ क्या?
दरअसल 20 मई को पीएम मोदी का पुरी में रोड शो था. पीएम मोदी ने रोड शो से पहले भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना भी की. इसके बाद पीएम मोदी ने पुरी से बीजेपी उम्मीदवार संबित पात्रा के पक्ष में रोड शो भी किया. इस दौरान पीएम मोदी ने ओडिसा की सरकार पर जमकर हमला किया. इस रोड शो को जबरदस्त समर्थन मिला. इस दौरान संबित पात्रा ने कई न्यूज चैनलों से बात की लेकिन एक चैनल पर वो ये कह गए कि भगवान जगन्नाथ पीएम मोदी के भक्त है. बस फिर क्या था इस बयान ने विपक्ष को तो जैसे बैठे बिठाए मौका दे दिया.
नवीन पटनायक ने जताया विरोध
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के जुबान फिसलने का मामला जंगल की आग की तरह तेजी से फैल गया और ओडिशा के मुख्यमंत्री ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, महाप्रभु जगन्नाथ समूचे ब्रहमांड के भगवान हैं. महाप्रभु को दूसरे मनुष्य का भक्त कहना भगवान का अपमान है। इससे भावनाएं आहत हुई हैं और दुनिया भर में करोड़ों जगन्नाथ भक्तों और उड़िया लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है. भगवान उड़िया अस्मिता के सबसे महान प्रतीक हैं. महाप्रभु को दूसरे इंसान का भक्त कहना पूरी तरह से निंदनीय है. मैं भाजपा पुरी लोकसभा उम्मीदवार द्वारा दिए गए बयान की कड़ी निंदा करता हूं और मैं भाजपा से भगवान को किसी भी राजनीतिक प्रवचन से ऊपर रखने की अपील करता हूं. ऐसा करके आपने ओडिया अस्मिता को गहरी चोट पहुंचाई है और इसे ओडिशा के लोग लंबे समय तक याद रखेंगे और इसकी निंदा करेंगे.
Mahaprabhu Shree Jagannatha is the Lord of Universe.
— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) May 20, 2024
Calling Mahaprabhu a bhakt of another human being is an insult to the Lord. This has hurt the sentiments and demeaned the faith of crores of Jagannatha bhaktas and Odias across the world.
The Lord is the greatest Symbol of…
संबित पात्रा ने भी नहीं लगाई देर
बीजेपी उम्मीदवार संबित पात्रा ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए माफी मांगने में देरी नहीं लगाई. उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा कि
नवीन जी नमस्कार!
आज पुरी में नरेंद्र मोदीजी के रोड शो की भारी सफलता के बाद मैंने कई मीडिया चैनलों को कई बाइट्स दीं, हर जगह मैंने उल्लेख किया कि मोदी जी जगन्नाथ महाप्रभु के एक उत्साही ‘भक्त’ हैं. एक बाइट्स के दौरान गलती से मैं इसका उच्चारण बिल्कुल विपरीत कर बैठा..मैं जानता हूं कि आप भी इसे जानते और समझते हैं..सर, किसी अस्तित्वहीन मुद्दे को मुद्दा न बनाएं..हम सभी की कभी-कभी जुबान फिसल जाती है..
धन्यवाद एवं प्रणाम!
Naveen Ji Namaskar!
— Sambit Patra (Modi Ka Parivar) (@sambitswaraj) May 20, 2024
I gave number of bytes today to multiple media channels after the massive success of Shri Narendra Modiji’s Road Show in Puri today, everywhere I mentioned that Modi ji is an ardent “Bhakt” of Shri Jagannath Mahaprabhu ..by mistake during one of the bytes I… https://t.co/6Q1Kuj5E6O
लोकसभा के साथ ओडिशा में हो रहे हैं विधानसभा चुनाव
ओडिशा वो राज्य है जहां अकेले लोकसभा चुनाव ही नहीं हो रहा है बल्कि विधानसभा का भी चुनाव हो रहा है. वहां भी 4 जून को नतीजे आने के बाद 10 जून तक सरकार बन जानी है. ऐसे में पहले से बीजेपी के खिलाफ मौका खोज रही नवीन पटनायक की बीजू जनता दल को जैसे संबित पात्रा ने बैठे बिठाए मौका दे दिया है. अब जिस तरह से नवीन पटनायक ने इस पूरे मामले पर मोर्चा संभाला है उससे तो यही लग रहा है कि वो इस मामले को लंबा खींचने की तैयारी कर रहे हैं. उनकी पार्टी के सभी नेता इस मामले को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. अब इस मामले का कितना असर होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा.
कंपनी अपने इस प्लांट के जरिए नॉर्थ इंडिया में एंट्री लेने की तैयारी कर रही है. अभी कंपनी दक्षिण भारत के प्रमुख राज्यों से लेकर पश्चिम बंगाल में अपने प्लांट चला रही है.
JSW स्टील आने वाले दिनों में राजस्थान में सीमेंट की फैक्ट्री लगाने जा रही है. राजस्थान के नागौर में बनने वाली इस सीमेंट फैक्ट्री की क्लिंकराइजेशन की क्षमता प्रति वर्ष 3.30 मिलियन टन तक की है जबकि 2.50 एमटीपीए तक की ग्राइंडिंग इकाई के साथ-साथ वेस्ट से 18 मेगावाट बिजली बनाने की क्षमता होगी. कंपनी इसे लॉन्ग टर्म डेब्ट और इक्विटी फंडिंग के जरिए बनाने जा रही है.
इस प्लांट से नॉर्थ इंडिया में प्रवेश कर रही है कंपनी
कंपनी का मानना है कि वो अपने इस प्लांट के जरिए उत्तर भारत में एंट्री कर रही है. कंपनी के इस प्लांट के जरिए 1000 से ज्यादा लोगों को सीधे और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलने जा रहा है. कंपनी को अपने इस प्लांट को लेकर कई तरह के रेग्यूलेटरी अप्रूवल मिल चुके हैं, जबकि कुछ उसे उम्मीद है कि जल्द ही मिल जाएंगे.
क्या बोले कंपनी के मैनेजिंग डॉयरेक्टर?
JSW सीमेंट के मैनेजिंग डॉयरेक्टर सज्जन जिंदल ने इस मौके पर कहा कि हम राजस्थान में अपने सीमेंट कारोबार के क्षेत्र में एक अहम निवेश करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये हमारे अगले कुछ सालों में पूरे भारत में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की दिशा में अहम कदम है. उन्होंने कहा कि कंपनी अपने इस प्लांट से नॉर्थ इंडिया के राज्यों दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी जैसे बड़े राज्यों की जरूरत को पूरा कर पाएगा.
क्या बोले कंपनी के सीईओ?
कंपनी के सीईओ नीलेश नारवेकर ने इस सिलसिले में कहा कि नॉर्थ इंडिया में देश के सबसे ज्यादा जीडीपी वाले राज्य मौजूद हैं. इन राज्यों में हाउसिंग निर्माण में भी पिछले कुछ सालों में तेजी आई है. हम ऐसे बाजार में प्रवेश करने के लिए उत्सुक हैं.
कंपनी की वर्तमान में कर्नाटक के विजयनगर, आंध्र प्रदेश के नांदयाल, पश्चिम बंगाल के सालबोनी, ओडिशा के जाजपुर और महाराष्ट्र के डोलवी में विनिर्माण इकाइयां हैं. वहीं जेएसडब्ल्यू के चौथी तिमाही के नतीजों पर नजर डालें तो कंपनी को साल दर साल के मुकाबले राजस्व में 1.48 प्रतिशत का नुकसान हुआ है जबकि प्रॉफिट में 64.55 प्रतिशत की कमी आई है. अगर पिछली तिमाही के मुकाबले राजस्व पर नजर डालें तो उसमें 10.32 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है जबकि मुनाफा 46.21 प्रतिशत कम हुआ है.
लॉजिस्टिक एवं सप्लाई चेन कंपनी के शेयरों में आज भारी गिरावट देखने को मिली है. हालांकि, ब्रोकरेज फिर भी इसे लेकर बुलिश हैं.
दिग्गज लॉजिस्टिक एवं सप्लाई चेन कंपनी डेल्हीवरी लिमिटेड (Delhivery Ltd) के निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है. कंपनी के शेयर आज शुरुआती कारोबार में 12% तक लुढ़क गए. हालांकि, बाद में इसमें कुछ रिकवरी भी दिखाई दी. कंपनी के शेयरों में आई इस सुनामी की दो बड़ी वजह सामने आ रही हैं. पहली, कंपनी के कमजोर तिमाही नतीजे. दूसरी, टॉप मैनेजमेंट में बदलाव. दरअसल, मार्च 2024 (Q4FY24) को समाप्त चौथी तिमाही में कंपनी को बड़ा घाटा हुआ है. वहीं, उसके एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ बिजनेस ऑफिसर ने इस्तीफा दे दिया है.
इतना हुआ है कंपनी को घाटा
हालांकि, ये बात अलग है कि ब्रोकरेज फर्म डेल्हीवरी लिमिटेड के शेयर पर अब भी पॉजिटिव हैं. डेल्हीवेरी को 31 मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही में 68.5 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है. जबकि दिसंबर तिमाही में उसने 11.7 करोड़ का जबरदस्त मुनाफा कमाया था. 2021 के बाद यह पहला मौका था जब कंपनी ने इतना मुनाफा कमाया. जनवरी-मार्च 2024 की तिमाही में ऑपरेशंस से रिवेन्यु 12% बढ़कर 2,076 करोड़ रुपए हो गया. पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 1,860 करोड़ था. इसका कंपनी के स्टॉक पर असर पड़ा है.
इसलिए चिंतित हैं निवेशक
डेल्हीवरी के शेयर आज कारोबार के शुरुआत में 12 प्रतिशत तक लुढ़क गया. बाद में इसने कुछ रिकवरी भी हासिल की. खबर लिखे जाने तक कंपनी के शेयर 10% से अधिक की गिरावट के साथ 391 रुपए पर कारोबार कर रहे थे. बीते 5 दिनों में ये शेयर 13.66% लुढ़का है. जबकि इस साल अब तक इसमें केवल 1.73% की तेजी आ गई, जो दर्शाता है कि कंपनी के शेयरों में निवेश करने वालों की चिंता वाजिब है. इस शेयर का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 488 रुपए है, जो इसने 5 फरवरी, 2024 को हासिल किया था.
बढ़ा दिया Target Price
कंपनी के शेयर में आई इस गिरावट के बावजूद ब्रोकरेज हाउस प्रभुदास लीलाधर इसे लेकर पॉजिटिव है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रोकरेज ने स्टॉक को 530 के Target Price के साथ 'Buy' रेटिंग पर अपग्रेड किया है. पहले फर्म ने इसका टार्गेट प्राइज 510 रुपए रखा था. इस लिहाज से देखें तो यानी आने वाले दिनों में इस शेयर में करीब 38% की तेजी आ सकती है. वहीं, ब्रोकरेज फर्म MK ग्लोबल ने इसे 'बाय' रेटिंग देते हुए 500 रुपए का टार्गेट प्राइज रखा है. गौरतलब है कि गुरुग्राम की कंपनी डेल्हीवरी लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइड करती है. यह भारत में लगभग 19,000 पिन कोड कवर करती है.
डिंपी यादव 7 साल से अधिक समय तक Xaxis India के साथ थीं और उन्होंने कई लीडरशिप की भूमिकाएं निभाई हैं.
डिंपी यादव को Mindshare India में स्ट्रेटेजिक डिजिटल का हेड नियुक्त किया गया है, उन्होंने लिंक्डइन पर अपनी नई भूमिका की जानकारी दी है. इससे पहले, डिंपी यादव 7 साल से अधिक समय तक Xaxis India के साथ थीं और उन्होंने कई लीडरशिप की भूमिकाएं निभाई हैं. LinkedIn पोस्ट पर उन्होंने लिखा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं माइंडशेयर इंडिया में स्ट्रेटेजिक डिजिटल हेड के रूप में एक नई पारी शुरु करने जा रही हूं.
एक्सपीरियंस प्रोफेशनल हैं डिंपी यादव
डिंपी यादव प्रोग्रामेटिक एडवरटाइजमेंट क्षेत्र में एक एक्सपीरियंस प्रोफेशनल हैं और भारत में प्रसिद्ध ब्रांडों के लिए प्रभावशाली और डेटा ड्रिवन स्ट्रेटेजी को बनाने में विशेषज्ञ हैं. एडवरटाइजमेंट एफर्ट (Advertising Efforts) को अनुकूलित करने के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी का लाभ उठाने के जुनून के साथ, उन्होंने GroupM में जनरल मैनेजर प्रोग्रामेटिक के रूप में अपनी भूमिका में प्रोग्रामेटिक एडवरटाइजमेंट के लगातार विकसित हो रहे परिदृश्य को सफलतापूर्वक नेविगेट किया है.
संकटग्रस्ट Go First का नहीं खत्म हो रहा है संकट, अब ये समस्या आई सामने
15 वर्षों का है लंबा अनुभव
डिंपी यादव को लीडिंग डिजिटल एजेंसियों में काम करने का 15 वर्षों का अनुभव है. जहां उन्होंने स्टार्टअप से लेकर फॉर्च्यून 500 कंपनियों तक के ग्राहकों के लिए समाधान प्रदान करने के लिए क्रॉस-फ़ंक्शनल उद्योग भागीदारों के साथ सहयोग किया है. अपने पिछले कार्यकाल में डिंपी यादव ने GroupM, AdGlobal360 सहित अन्य के साथ काम किया है.
गोपा मेनन ने Mindshare को कहा अलविदा
वहीं दूसरी तरफ सूत्रों से जानकारी मिली है कि गोपा मेनन ने Mindshare India को अलविदा कह दिया है, वह दक्षिण एशिया के डिजिटल हेड के तौर पर काम रहे थे. गोपा मेनन एजेंसी की पूर्ण-सेवा डिजिटल पेशकशों (full-service digital offerings) के प्रबंधन और मौजूदा और नए ग्राहकों को उनकी डिजिटल प्रोसेस, डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी, ब्रांड बिल्डिंग और ROI संचालित मार्केटिंग आउटकम को बदलने माहिर हैं. उनके पास ब्रैंड्स के लिए डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन लाने का लगभग दो दशकों का अनुभव है. गोपा मेनन इस भूमिका में Mindshare India साउथ एशिया के मुख्य परिचालन अधिकारी अमीन लखानी को रिपोर्ट कर रहे थे और गुड़गांव से बाहर थे.
Samsung भारतीय स्टूडेंट्स को ‘बैक टू कैंपस’ और Samsung Student Plus प्रोग्राम के जरिए चुनिंदा प्रोडक्ट्स पर कैशबैक, एक्सचेंज और अतिरिक्त 10 प्रतिशत की छूट दे रहा है.
Samsung (सैमसंग) भारतीय स्टूडेंट्स के लिए एक खास ऑफर लेकर आया है. दरअसल कंपनी ने ‘बैक टू कैंपस’ कैंपेन की घोषणा की है. इसके तहत कंपनी अपने स्मार्टफोन, टैब और लैपटॉप में सिर्फ स्टूडेंट्स को 24 महीने की बिना ब्याज वाली किस्त (EMI) और बैंक कैशबैक दे रही है. इतना ही नहीं Samsung Student Plus प्रोग्राम के जरिए चुनिंदा प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत की छूट भी मिल रही है. तो चलिए जानते हैं ये स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैब आपको कहां और कितनी कीमत पर मिलेंगे?
यहां मिलेगा ऑफर का लाभ
सैमसंग अपने बैक टू कैंपस कैंपेन में चुनिंदा गैलेक्सी बुक, गैलेक्सी टैब और गैलेक्सी स्मार्टफोन पर 12,000 रुपये तक का बैंक कैशबैक दे रहा है. साथ ही, Samsung Student Plus कार्यक्रम के जरिए अतिरिक्त 10 प्रतिशत की छूट भी मिल रही है. स्टूडेंट्स यह लाभ सैमलंग के ऑनलाइन स्टोर, चुनिंदा रिटेल स्टोर्स और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उठा सकते हैं.
सैमसंग गैलेक्सी बुक पर इतना डिस्काउंट
इस कैंपेन में गैलेक्सी बुक 4 सीरीज, गैलेक्सी बुक 3 सीरीज और गैलेक्सी बुक 2 सीरीज के लैपटॉप शामिल हैं. फरवरी में 163,990 रुपये की शुरुआती कीमत के साथ लॉन्च किया गया Samsung Galaxy Book 4 Pro 360 इस कैंपेन के दौरान बैंक ऑफर और एक्सचेंज बोनस सहित 153,990 रुपये की शुरुआती कीमत पर मिल जाएगा. इन लैपटॉप में आपको दमदार परफॉर्मेंस और विजुअल के लिए इंटेल कोर अल्ट्रा प्रोसेसर और इंटेल Arc जीपीयू मिलेगा. इसमें कंपनी विजन बूस्टर फीचर के साथ ऐंटी रिफ्लेक्टिव डाइनैमिक AMOLED 2x डिस्प्ले दे रही है.
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टैब पर 12 हजार की छूट
यह कैंपेन गैलेक्सी टैब S9 सीरीज और गैलेक्सी टैब A9 सीरीज पर भी लागू है. 128GB स्टोरेज और वाई-फाई के साथ लॉन्च गैलेक्सी टैब S9 की कीमत 72,999 रुपये है, जो 12,000 रुपये के डिस्काउंट के बाद 60,999 रुपये में मिल रहा है.
स्मार्टफोन पर 5 हजार कैशबैक और 8 हजार का एक्सचेंज बोनस
सैमसंग के चुनिंदा गैलेक्सी S सीरीज और गैलेक्सी A सीरीज के स्मार्टफोन इस कैंपेन में शामिल हैं. जनवरी में लॉन्च के दौरान 79,999 रुपये की शुरुआती कीमत पर मिलने वाला Samsung Galaxy S24 स्मार्टफोन अब 5,000 रुपये के बैंक कैशबैक और 8,000 रुपये के एक्सचेंज बोनस के साथ 61,999 रुपये की शुरुआती कीमत पर मिलेगा. ये फोन गैलेक्सी एआई के साथ आता है. इसमें आपको लाइव ट्रांसलेट, चैट असिस्ट और सर्कल टू सर्च जैसे ऑप्शन मिलेंगे. फोन में 6.2 इंच का फुल एचडी+ डाइनैमिक AMOLED 2x डिस्प्ले दिया गया है. इसका रिफ्रेश रेट 120Hz तक का है. फोटोग्राफी के लिए फोन में 50 मेगापिक्सल का मेन कैमरा दिया गया है.
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि लोकसभा चुनाव के परिणाम बाजार की उम्मीद के अनुरूप नहीं रहे, तो गिरावट तय है.
शेयर बाजार (Stock Market) में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. बाजार कभी ऊपर की तरफ भागता है, तो कभी नीचे लुढ़क जाता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोकसभा चुनाव के चलते बाजार में यह हलचल दिखाई दे रही है. 4 जून को चुनाव परिणाम आने के बाद ही बाजार की सही दिशा निर्धारित होगी. फिलहाल निवेशक बड़े निवेश से बच रहे हैं और मुनाफावसूली पर फोकस कर रहे हैं. वैसे, तो परिणाम लगभग तय माने जा रहे हैं, लेकिन फिर भी इन्वेस्टर्स कोई जोखिम मोल लेने के मूड में नहीं हैं.
कहीं 2004 वाली स्थिति न बने
बाजार यह मानकर चल रहा है कि मोदी सरकार की वापसी हो रही है. ऐसे में यदि परिणाम शेयर बाजार की उम्मीद के अनुरूप रहते हैं, तो उसमें तेजी आएगी. अन्यथा बाजार गोता भी लगा सकता है. 2004 के लोकसभा चुनाव में जब यूपीए सरकार सत्ता में आ गई थी, शेयर मार्केट एक दिन में बड़ी गिरावट दर्ज हुई थी. निवेशकों में डर है कि यदि 2024 की नतीजे भी 2004 की तरह आते हैं, तो बाजार में फिर वैसी ही गिरावट देखने को मिल सकती है. कुछ एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि यदि केंद्र सरकार बदलती है, तो शेयर बाजार एक दिन की में 15 प्रतिशत लुढ़क सकता है.
बड़ी छलांग की उम्मीद नहीं
वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि मोदी सरकार की वापसी पर बाजार से बड़ी छलांग की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. उनका कहना है कि अगर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा लगातार तीसरी बार सरकार बनाती है, तो स्टॉक मार्केट में बहुत अधिक तेजी आने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि बाजार इस खबर को पहले ही पचा चुका है. इस चुनावी मौसम में कई एक्सपर्ट्स ने निवेशकों को अपना पोर्टफोलियो स्ट्रांग बनाने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं. उदाहरण के तौर पर कुछ का कहना है कि HDFC बैंक और कोफोर्ज के शेयरों में निवेश अच्छा विकल्प है. भले ही एचडीएफसी और कोफोर्ज के शेयर पिछले काफी समय से अंडर परफॉर्म कर रहे हैं, लेकिन उनके मजबूत फंडामेंटल की वजह से उसमें तेजी आ सकती है.
इन पर भी लगा सकते हैं दांव
जबकि कुछ एक्सपर्ट्स ने L&T, BHEL, Hero MotoCorp, M&M, Maruti Suzuki, Eicher, HUL, Dabur, Kotak Mahindra Bank, ICICI Bank, Havells India, Delhivery, Bharti Airtel, Max Health, Lupin, Sun Pharma, Jupiter Hospitals. TCS, HCL Tech, LTI Mindtree, Axis Bank, Siemens, Schneider, Honeywell, ABB, Elantas Beck, Timken, Hitachi Energy और Hindalco को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने की सलाह दी है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).