लेकिन अगर हमें 5 ट्रिलियन इकोनॉमी और लॉन्ग टर्म में 10 ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य प्राप्त करना है तो हमें तेजी से काम करना होगा.
देश के बजट के बाद अब यूपी का बजट आ गया है. यूपी की सरकार ने इस बार 6.90 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है. इस बजट को लेकर बिजनेस वर्ल्ड ग्रुप के चेयरमैन, एडिटर इन चीफ और समाचार 4 मीडिया के फाउंडर डॉ.अनुराग बत्रा ने कहा कि ये एक बेहतरीन और सकारात्मक बजट है. उन्होंने कहा कि अगर देश की इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन के पार लेकर जाना है तो उसमें यूपी की बड़ी भूमिका होने वाली है. उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस तरह से बजट पेश किया है उससे साफ है कि उसे 10 में से 10 नंबर दिए जाने चाहिए.
धार्मिक कॉरिडोर से बदलेगी इकोनॉमी
डॉ. अनुराग बत्रा ने कहा कि ये एक सही दिशा का बजट है, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया गया है. उन्होंने कहा कि देखिए एयरपोर्ट बन रहा है, इसका मतलब है कि एक नई सिटी, नया इकोसिस्टम, नया क्लस्टर डेवलप होगा. अगले साल तक राम मंदिर भी बन जाएगा. ये कॉरिडोर सिर्फ धार्मिक कॉरिडोर नहीं है बल्कि ये इकोनॉमी के कॉरिडोर हैं. इससे हमारा धार्मिक पर्यटन बढ़ता है जिससे हमारी जीडीपी दोगुनी हो सकती है.
डॉ. बत्रा ने कहा कि अगले साल राम मंदिर बन जाएगा उससे केवल धार्मिक पर्यटन नहीं बढ़ेगा बल्कि उससे आर्थिक पर्यटन भी बढ़ेगा. इसका उदाहरण आप माता वैष्णों देवी के मंदिर से ले सकते हैं. उस मंदिर के कारण जम्मू जैसे बड़े शहर का विकास हुआ है. भले ही मथुरा के कॉरिडोर में कुछ समय लगेगा, लेकिन उसके आसपास जो इकोनामिक क्लस्टर का विकास होगा वो लोकल इकोनॉमी के लिए बहुत फायदेमंद होगा. ये बजट बहुत अच्छा है.
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यूपी में रिकॉर्ड निवेश हुआ है
डॉ. अनुराग बत्रा ने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर समिट के कुछ दिन बाद ये बजट आ रहा है, जिसमें रिकॉर्ड निवेश हुआ है. ये सबकुछ इसलिए हुआ है क्योंकि राज्य में इस वक्त एक प्रोगेसिव और विजनरी सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जो डबल इंजन की बात कही जाती है उसने भी बड़ा असर छोड़ा है.
योगी आदित्यनाथ का केन्द्र की सरकार के साथ बेहतर समन्वय है. इसके कारण यूपी के लिए एलोकेशन भी बढ़ा है. कानपुर जो पहले से ही इंडस्ट्री का हब हुआ करता था उसे और विकसित करने की जरूरत है. डॉ बत्रा ने कहा कि नोएडा में एयरपोर्ट और फिल्म सिटी आ रही है उसे विकसित करने का असर यहां की इकोनॉमी पर भी पड़ेगा. ये जो बजट है ये कोशिश है कि इन सब चीजों के लिए बजट को एलोकेट करे, मेरे अनुसार ये बजट 10 में से 10 नंबर लेने वाला बजट है.
सबसे तेजी से विकास कर रहा है यूपी
डॉ. अनुराग बत्रा ने कहा कि यूपी सबसे तेजी से उभरने वाला इमर्जिंग स्टेट बनकर सामने आ रहा है. इससे पहले महाराष्ट्र, गुजरात और पंजाब जैसे राज्य होते थे. लेकिन यूपी कहीं पिछड़ गया था, उसमें कानून व्यवस्था खराब थी, पहले की सरकारों के समय में सिर्फ एक आगरा एक्सप्रेस-वे बना लेकिन इस सरकार में कई बन चुके हैं. पहले सरकार ने वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट योजना के जरिए प्रोडक्ट को विकसित किया. इसके तहत हर इलाके का अपना एक प्रोडक्ट है जो उसके आस-पास की इकोनॉमी को बदल सकता है. कोरोना के बाद हमने देखा है कि अगर हेल्थ का सेक्टर विकसित ना किया जाए तो न हमारे पास वर्क फोस रहेगा और न ही हमारे पास क्वालिटी ऑफ लाइफ रहेगा, न ही देश का विकास हो पाएगा.
रघुराम राजन ने कहा कि वो शिक्षा के क्षेत्र से आते हैं और गलत की आलोचना करना वो सबसे अहम मानते हैं. रघुराम राजन इससे पहले कई मामलों को लेकर सरकार के कार्यक्रमों की आलोचना कर चुके हैं.
विरासत टैक्स से भले ही कांग्रेस पार्टी अपनी असहमति जता चुकी हो लेकिन बीजेपी लगातार इस मामले को लोकसभा चुनाव में मुद्दा बना रही है. इस कड़ी में अब अक्सर सत्ताधारी सरकार की नीतियों की आलोचना करने वाले रघुराम राजन ने विरासत कर विवाद में एंट्री ले ली है. रघुराम राजन ने कहा है कि हमें सफल लोगों को नीचे गिराने की बजाए उन्हें आगे बढ़ाने पर अपना ध्यान लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें ये पता लगाने की जरूरत है कि आखिर हम कैसे समाज के कमजोर लोगों को सफल बनाने को लेकर काम कर सकते हैं.
रघुराम राजन ने कही क्या बात?
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि मैं विपक्षी पार्टी से नहीं हूं. उन्होंने कहा कि मैं शिक्षा के क्षेत्र से आता हूं और मैं समझता हूं कि हमें गलत की आलोचना करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर काम करने की जरूरत है कि आखिर जो लोग अच्छा नहीं कर रहे हैं हम उनके लिए कैसे काम कर सकते हैं. इससे हमारी ग्रोथ में भी इजाफा होगा. उन्होंने कहा कि समाज के हर तपके की ग्रोथ में इजाफा होने से विकास दर में भी इजाफा होगा. उन्होंने ये भी कहा कि मैं ये भी नहीं कह रहा हूं कि हमें अमीरों पर भारी भरकम टैक्स लगाना चाहिए.
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इसकी जांच किए जाने की है जरूरत
रघुराम राजन ने कहा कि इस बात का पता लगाए जाने की सख्त जरूरत है कि आखिर फायदा किसे नहीं हुआ है, या उन्हें K टाइप रिकवरी का सामना करना पड़ा है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यव्सथा में उन हिस्सों का इस्तेमाल न करना संसाधनों की बर्बादी करने जैसा है. उन्होंने संसाधनों की बर्बादी पर अपनी बात कहते हुए कहा कि इसका परिणाम ये होता है कि सामाजिक संघर्ष देखने को मिलता है.
सैम पित्रोदा ने दिया था ये विचार
कांग्रेस पार्टी के ओवरसीज मामलों के प्रमुख सैम पित्रोदा ने इस मामले को लेकर विचार दिया था. उन्होंने कहा था कि भारत में भी विरासत टैक्स को लेकर चर्चा किए जाने की जरूरत है. इस विरासत टैक्स का मामला सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने तुरंत इससे अपने को अलग कर लिया. पार्टी ने इससे असमहमति जाहिर करते हुए कहा कि ये उनके घोषणापत्र में भी शामिल नहीं है. हालांकि बीजेपी की ओर से इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा गया और कहा गया कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो आपकी संपत्ति का बंटवारा करने की तैयारी कर रही है.
इस सप्ताह आपके पास शानदार कमाई करने का मौका है. इस हफ्ते 4 कंपनियां अपने IPO लेकर बाजार में आ रही हैं. इन IPO के जरिए आप अच्छी कमाई कर सकते हैं.
अगर आप IPO में निवेश करना पसंद करते हैं तो आपके लिए इस सप्ताह शानदार मौका आ गया है. इस हफ्ते 4 नए IPO खुलने जा रहे हैं. इनमें निवेश करने आज अच्छी कमाई कर सकते हैं. इस हफ्ते शेयर बाजार में IPO की धूम रहने वाली है. पिछले दिनों भी कई कंपनियों के IPO शेयर बाजार में खुले हैं. इनमें से कुछ में निवेशकों को शानदार मुनाफा हुआ है. आइए आपको बताते हैं इस सप्ताह खुलने जा रहे IPO के बारे में, जिससे आपको किसी तरह की कोई समस्या न हो.
Storage Tech & Automation IPO
इस हफ्ते लॉन्च हो जा रहे IPO की लिस्ट में पहला नाम स्टोरेज टेक्नोलॉजीज एंड ऑटोमेशन आईपीओ (Storage Tech & Automation IPO) का है, जो सब्सक्रिप्शन के लिए 30 अप्रैल को ओपन होगा और इसमें निवेशक 3 मई तक बोली लगा सकेंगे. इस SME IPO का साइज 29.95 करोड़ रुपये है और इसके तहत कंपनी 38,40,000 शेयर जारी करेगी. 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले इस IPO का प्राइस बैंड 73-78 रुपये सेट किया गया है. लॉट साइज की बात करें तो ये 1600 शेयरों का है और एक लॉट के लिए निवेशकों को 1,24,800 रुपये का इन्वेस्टमेंट करना होगा.
Amkay Products Limited IPO
दूसरा SME IPO है Amkay Products Limited का और ये भी 30 अप्रैल से 3 मई तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है. इस IPO का साइज 12.61 करोड़ रुपये है और ये एक बुक बिल्ट इश्यू है. कंपनी इस IPO के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू के 22,92,000 शेयरों की बोली के लिए पेशकश करेगी. कंपनी की ओर से शेयरों का प्राइस बैंड 52-55 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. एमके प्रोडक्ट्स ने 2000 शेयरों का लॉट साइज तय किया है और प्राइस बैंड के हिसाब से देखें तो एक लॉट के लिए निवेशकों को कम से कम 1,10,000 रुपये का इन्वेस्टमेंट करना होगा.
जूनियर अंबानी की कंपनियों में लगाया है पैसा, तो इस खबर को नजरंदाज करने की भूल न करें!
Amkay Products Limited IPO
दूसरा एसएमई आईपीओ है एमके प्रोडक्ट्स कंपनी का और ये भी 30 अप्रैल से 3 मई तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है. इस आईपीओ का साइज 12.61 करोड़ रुपये है और ये एक बुक बिल्ट इश्यू है. कंपनी इक आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू के 22,92,000 शेयरों की बोली के लिए पेशकश करेगी. कंपनी की ओर से शेयरों का प्राइस बैंड 52-55 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. एमके प्रोडक्ट्स ने 2000 शेयरों का लॉट साइज तय किया है और प्राइस बैंड के हिसाब से देखें तो एक लॉट के लिए निवेशकों को कम से कम 1,10,000 रुपये का इन्वेस्टमेंट करना होगा.
Sai Swami Metals & Alloys IPO
लिस्ट का तीसरा IPO साई स्वामी मेटल्स एंड अलॉयज (Sai Swami Metals & Alloys) का है और इसकी ओपनिंग भी 30 अप्रैल को होने जा रही है, निवेशक इसमें भी 3 मई तक पैसे लगा सकेंगे. ये SME IPO 15 करोड़ रुपये का है और इसमें कंपनी 25 लाख शेयरों के लिए बोली मांगेगी. 60 रुपये प्राइस बैंड वाले इस IPO संभावित लिस्टिंग डेट 8 मई है. इसका लॉट साइज भी 2,000 शेयरों का है, यानी निवेशकों को कम से कम एक लॉट के लिए बोली लगानी होगी और इसके लिए 1,20,000 रुपये का कम से कम निवेश करना होगा.
Slone Infosystems IPO
चौथा SME IPO स्लोन इंफोसिस्टम्स (Slone Infosystems) कंपनी का है और ये 3 मई को खुलेगा. निवेशक इस इश्यू में 7 मई तक सब्सक्राइब्ड कर सकेंगे. इस SME कैटेगरी के IPO का साइज 11.06 करोड़ रुपये है और इसके तहत कंपनी 14,00,0000 शेयरों की पेशकश करेगी. इस फिक्स्ड प्राइस इश्यू के लिए प्राइसबैंड 79 रुपये तय किया गया है. इसकी लिस्टिंग NSE SME में होगी और एक लॉट का आकार 1600 शेयरों का है, जिसके हिसाब से निवेशकों को कम से कम 1,26,000 रुपये लगाने होंगे.
किन कंपनियों की होगी लिस्टिंग
नए सप्ताह में मेनबोर्ड सेगमेंट में JNK India IPO की लिस्टिंग 30 अप्रैल को BSE और NSE पर होगी. यह इश्यू 28.46 गुना सब्सक्राइब हुआ है. SME सेगमेंट में 30 अप्रैल को Varyaa Creations IPO, Emmforce Autotech IPO और Shivam Chemicals IPO लिस्टिंग BSE SME पर होगी. Varyaa Creations IPO 3.59 गुना, Emmforce Autotech IPO 364.37 गुना और Shivam Chemicals IPO 6.61 गुना सब्सक्राइब हुआ.
रिलायंस कैपिटल के बिकने की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है, जबकि इसकी डेडलाइन करीब आ गई है.
जूनियर अंबानी यानी अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कर्ज में डूबी कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के बिकने की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है. कंपनी को कर्ज देने वाले बैंकों ने समाधान योजना की धीमी प्रगति पर चिंता जताई है. उन्होंने हिंदुजा समूह की इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) से जरूरी नियामक मंजूरियां जल्द से जल्द हासिल करने 27 मई की समाधान योजना की समयसीमा तक प्रक्रिया पूरी करने को कहा है. एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि IIHL के अधिकारियों के साथ मुंबई में हुई बैठक में रिलायंस कैपिटल के लेंडर्स ने कंपनी से कहा है कि उसे 27 मई तक 9,650 करोड़ रुपए का भुगतान करना है.
90 दिनों का मिला था टाइम
राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने 27 फरवरी को समाधान योजना को मंजूरी देते हुए हिंदुजा समूह की इस कंपनी को 90 दिनों के भीतर यानी 27 मई तक समाधान योजना को लागू करने का निर्देश दिया था. इस स्वीकृत समाधान योजना के अनुसार, IIHL को रिलायंस कैपिटल के कर्जदाताओं को 9,650 करोड़ रुपए का अग्रिम भुगतान करना है. समस्या ये है कि आईआईएचएल को समाधान योजना पर अभी तक बीमा नियामक इरडा की मंजूरी नहीं मिली है. इरडा ने हाल ही में रिलायंस कैपिटल के बीमा कारोबार को आईआईएचएल को हस्तांतरित करने को लेकर कई सवाल और चिंताएं जाहिर की थीं, जिन्हें अभी तक दूर नहीं किया जा सका है.
...तो फिर करना होगा आवेदन
रिलायंस कैपिटल के रिलायंस जनरल इंश्योरेंस और रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस के बीमा कारोबार को IIHL को हस्तांतरित करने के लिए इरडा की मंजूरी जरूरी है. वहीं, रिलायंस कैपिटल के कारोबार को आईआईएचएल को सौंपने पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंजूरी भी 17 मई को समाप्त हो रही है. RBI ने यह मंजूरी 17 नवंबर को दी थी और यह केवल छह महीने के लिए वैध है. ऐसे में यदि आईआईएचएल समय-सीमा के भीतर समाधान प्रक्रिया को पूरा करने में विफल रहती है, तो नए सिरे से मंजूरी के लिए फिर से आवेदन करना होगा.
ऐसा है बाजार में हाल
कर्ज में डूबी इस कंपनी के बिकने से अनिल अंबानी को राहत की सांस मिलेगी. इस डील के आगे बढ़ने की खबर के साथ ही उनकी दूसरी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में उछाल देखने को मिला था. उदाहरण के लिए रिलायंस पावर के शेयर पिछले कुछ वक्त में अच्छी तेजी दिखा चुके हैं. 27.70 रुपए का ये शेयर इस साल अब तक 15.66% चढ़ चुका है. इसी तरह रिलायंस इन्फ्रा के शेयर में भी कुछ वक्त पहले मजबूती नजर आई थी. अभी ये शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहा था. पांच दिनों में यह 3.34% टूटकर 190.80 पर आ गया है. वहीं, रिलायंस होम फाइनेंस के शेयर शुक्रवार को बढ़त के साथ 3.95 रुपए पर बंद हुए थे. बीते 5 दिनों में यह 17.91% चढ़ चुका है. लिहाजा यदि आपने अनिल अंबानी की कंपनियों में पैसा लगाया है, तो अगले कुछ दिन सावधानी के साथ उन पर नजर रखें रहें.
आईसीआईसीआई बैंक के शेयर पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन नुकसान के साथ बंद हुए थे.
प्राइवेट सेक्टर के दिग्गज आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की ब्रोकिंग यूनिट आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) के शेयरहोल्डर्स ने उसकी टेंशन बढ़ा दी है. दरअसल, ICICI बैंक अपनी इस यूनिट को डीलिस्ट करने के साथ ही बैंक में इसका मर्जर करना चाहता है. लेकिन शेयरहोल्डर्स का एक समूह कुछ मुद्दों को लेकर इसका विरोध कर रहा है. बात इतनी बढ़ गई है कि मामला अब NCLT तक पहुंच गया है.
100 पर मिलेंगे 67 शेयर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बेंगलुरु के एक इन्वेस्टमेंट मैनेजर की अगुवाई में ICICI सिक्योरिटीज के शेयरहोल्डर्स ने बैंक के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) का दरवाजा खटखटाया है. बैंक की योजना आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयरहोल्डर्स को हर 100 शेयरों पर बैंक को 67 शेयर देने की है, लेकिन ICICI सिक्योरिटीज के शेयरहोल्डर्स का एक समूह इसका विरोध कर रहा है. जानकार मानते हैं कि यदि विवाद जल्द नहीं सुलझता, तो इसका कंपनी के शेयरों पर असर देखने को मिल सकता है.
कौन साथ, कौन विरोध में?
पिछले महीने ICICI की तरफ से बताया गया था कि 72 प्रतिशत शेयरधारकों ने कंपनी को डीलिस्ट करने और आईसीआईसीआई बैंक में मर्जर की योजना का समर्थन सपोर्ट किया है, जबकि अधिकांश रिटेल इन्वेस्टर्स इसके खिलाफ हैं. 28 मार्च को ICICI सिक्योरिटीज के शेयरहोल्डर्स ने कंपनी को स्टॉक एक्सचेंज से हटाने और इसे आईसीआईसीआई बैंक में मर्ज करने के पक्ष में वोट दिया था. 83.8% संस्थागत निवेशक इस प्रस्ताव के पक्ष में वोट कर चुके हैं. वहीं, 67.8% गैर-संस्थागत निवेशकों ने इसके विरोध में मतदान किया था.
किसलिए हो रहा है विरोध?
क्वांटम म्यूचुअल फंड आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज को डीलिस्ट करने के आईसीआईसीआई बैंक के प्रस्ताव का विरोध कर रहा है. उसका कहना है कि निवेशकों के हित में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार किया जाएगा. क्वांटम म्यूचुअल फंड के स्पॉन्सर क्वांटन एडवाइजर्स के फाउंडर अजित दयाल ने कहा कि हम इन्वेस्टर्स को हितों की रक्षा के लिए हर विकल्प पर विचार कर रहे हैं. क्वांटम का आरोप है कि इस मर्जर में कई ऐसी खामियां और अनियमितताएं हैं, जिससे माइनॉरिटी स्टेकहोल्डर्स पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. क्वांटम का कहना है कि स्वैप रेश्यो लोअर वैल्यूएशन पर किया गया है और यह अल्पांश शेयरधारकों के हित में नहीं है.
ऐसा है स्टॉक मार्केट में हाल
आईसीआईसीआई बैंक के शेयर शुक्रवार को गिरावट के साथ 1,110.75 रुपए पर बंद हुए थे. इस साल अब तक ये शेयर 11.14% की बढ़त हासिल कर चुका है और इसका पिछले 5 सत्रों का रिकॉर्ड भी ठीक है. वहीं, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का शेयर पिछले सत्र में करीब 2 प्रतिशत के नुकसान के साथ 729.65 रुपए पर बंद हुआ था. इस साल अब तक इस शेयर ने महज 2.77% का रिटर्न ही दिया है. ऐसे में ताजा विवाद इसकी चाल को और प्रभावित कर सकता है. आईसीआईसीआई बैंक, ICICI सिक्योरिटीज की पैरेंट कंपनी में है ऐसे में उसके शेयर पर भी इसका असर पड़ सकता है. ऐसे में यदि आपने भी इन कंपनियों में निवेश किया है, तो थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है.
शेयर बाजार की चाल आज कैसी रहेगी सटीक तौर पर बताना मुश्किल है, लेकिन कुछ शेयरों में तेजी के संकेत जरूर मिले हैं.
शेयर बाजार (Stock Market) पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुआ था. इस तरह लगातार 5 कारोबारी सत्रों से चली आ रही तेजी पर ब्रेक लग गया. विदेशी निवेशकों की बिकवाली के साथ-साथ कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपए में नरमी की वजह से बाजार में भी नरमी देखने को मिली. इस दौरान, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 609.28 अंक टूटकर 73,730.16 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 150.40 फिसलकर 22,419.95 पर बंद हुआ. चलिए जानते हैं कि आज कौनसे शेयर ट्रेंड में रह सकते हैं.
MACD के ये हैं संकेत
सबसे पहले MACD की बात करते हैं. मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने आज के लिए Lemon Tree Hotels, HUDCO, Westlife Foodworld, DCM Shriram, Bank of Maharashtra और Tech Mahindra पर तेजी का रुख दर्शाया है. इसका मतलब है कि इन शेयरों के भाव आज उछल सकते हैं. ऐसे में आपके लिए इन पर दांव लगाकर मुनाफा कमाने की गुंजाइश भी बन सकती है. हालांकि, BW हिंदी आपको सलाह देता है कि स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से परामर्श जरूर कर लें. अन्यथा आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. इसी तरह, MACD ने Tata Consumer, Borosil Renewables, Mankind Pharma, CSB Bank, Bajaj Finance और Tamilnad Mercantile में मंदी के संकेत दिए हैं, यानी इनमें आज गिरावट देखने को मिल सकती है.
इन पर भी रखें नजर
अब उन शेयरों के बारे में जानते हैं, जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में Hindalco, Tata Steel, SBI, JSW Steel और Eicher Motors का नाम शामिल है. चलिए इन शेयरों के पिछले रिकॉर्ड पर भी एक नजर डाल लेते हैं, इससे आपको मुनाफे वाला सौदा पकड़ने में आसानी होगी. हिंडाल्को के शेयर शुक्रवार के गिरावट वाले बाजार में भी बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे थे. 648.80 रुपए के भाव पर मिल रहा ये शेयर इस साल अब तक 6 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ चुका है. टाटा स्टील के लिए बीता कारोबारी सत्र अच्छा नहीं रहा और यह लुढ़ककर 166.20 रुपए पर आ गया. हालांकि इस साल अब तक इसमें 18.84% की मजबूती आई है. SBI भी शुक्रवार को 1% से अधिक के नुकसान के साथ 803.20 रुपए पर बंद हुआ था. जबकि इस साल अब तक 803.20 रुपए चढ़ चुका है. इसी तरह, JSW स्टील में 1.74% और Eicher Motors 0.22% की गिरावट आई.
एलन मस्क की स्टारलिंक इंटरनेट सेवा जल्द ही इंडिया में लॉन्च होने वाली है, ये Jio और Airtel को कड़ी टक्कर देगी.
भारतीय को अभी जो इंटरनेट सेवा मिल रही है जल्द ही उससे भी अधिक हाईस्पीड इंटरनेट की सुविधा मिलने जा रही है, क्योंकि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक को टेलिकॉम मिनिस्ट्री से प्रिंसिपल अप्रूवल मिल चुका है. इंडियन यूजर्स को इसका काफी समय से इंतजार था, जिसके बाद अब फाइनली स्टारलिंक की भारत में एंट्री हो सकती है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि स्टारलिंक की फाइल अभी कम्युनिकेशन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव के पास है. अश्विनी वैष्णव सुरक्षा से जुड़े कुछ मुद्दों पर गृह मंत्रालय से फाइनल अप्रूवल का इंतजार कर रहे हैं. Starlink कंपनी कई देशों में हाईस्पीड, लो-इंटेसी ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है.
स्टारलिंक का भारत में प्रभाव!
स्टारलिंक के भारत आने से देश में इंटरनेट कनेक्टिविटी और प्रतिस्पर्धा में बड़ा बदलाव आने की संभावना है. स्टारलिंक उन दूरदराज के इलाकों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचा सकता है जहां अभी भी टेलीकॉम कंपनियों की पहुंच नहीं है. इससे ग्रामीण भारत को डिजिटल क्रांति से जोड़ने में मदद मिलेगी. Star link के आने से इंटरनेट सेवाओं की कीमतों में कमी आ सकती है. जियो और एयरटेल जैसी कंपनियों को प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए अपनी कीमतों को कम करना होगा. Star link के आने से टेलीकॉम कंपनियों को अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. ग्राहकों को बेहतर स्पीड, कम डेटा ड्रॉप और अधिक विश्वसनीय कनेक्टिविटी मिल सकती है.
2022 से स्टारलिंक कर रहा है कोशिश
मस्क ने पहले भी भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने का प्रयास किया था. नवीनतम प्रयास नवंबर 2022 में किया गया था, जब स्टारलिंक ने जीएमपीसीएस लाइसेंस (GMPCS License) के लिए आवेदन किया था. हालांकि, उचित लाइसेंस के बिना पूर्व-आदेशों पर सरकार के साथ असहमति के कारण देश में नियोजित उपग्रह संचार सेवा परीक्षणों को रद्द कर दिया गया. सरकार ने पिछले साल दिसंबर में दूरसंचार विधेयक 2023 पारित किया था, जो नीलामी में भाग लेने की जरूरत के बिना उपग्रह-आधारित सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन की अनुमति देता है. यह कदम वनवेब, मस्क के स्टारलिंक और अमेजन के कुइपर जैसी कंपनियों के पक्ष में है.
भारत यात्रा पर आने वाले हैं एलन मस्क
इस साल के अंत में एलन मस्क पहली भारत यात्रा पर आ रहे हैं. वह पीएम मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. वह अपनी दो कंपनियों इलेक्ट्रिक कारें बनाने वाली टेस्ला और सैटलाइट इंटरनेट कंपनी स्टारलिंक का काम भारत में शुरू करना चाहते हैं. कयास लग रहे हैं कि मस्क भारत में 2 से 3 बिलियन डॉलर के इन्वेस्टमेंट की बात कर सकते हैं.
भारत सरकार की ओर से हाल ही में लाई गई ईवी पॉलिसी में कहा गया है कि किसी भी कंपनी को भारत में प्लांट लगाने के लिए कम से कम 500 मिलियन का निवेश करना होगा.
Tesla के मालिक एलन मस्क के भारत दौरे के टलने के बाद दुनिया की नामी ईवी कंपनी की ओर से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है. Tesla ने कई देशों में अपनी कार की कीमतों में कमी करने का ऐलान किया है. टेस्ला ने जिन देशों में दामों में कमी की है उनमें अमेरिका, चीन से लेकर जर्मनी जैसे देश शामिल हैं. लेकिन सवाल ये है कि क्या टेस्ला आने वाले समय में भारत में भी कीमतों में कमी लाएगी.
ये है दामों में कमी की वजह
दुनिया की नामी कंपनी टेस्ला की ओर से दामों में जो कमी की गई है उसकी सबसे बड़ी वजह इस क्षेत्र में लगातार बढ़ती प्रतिस्पर्धा को माना जा रहा है. यही नहीं सेल्स के आंकड़ों में कमी को भी इसकी एक बड़ी वजह माना जा रहा है. टेस्ला को इस प्रतिस्पर्धा का सामना चाइना की ईवी कंपनियों के कारण मिल रही है. इस प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए कंपनी की ओर से दामों में कमी की गई है. दरअसल पिछले चार सालों में पहली तिमाही में कार की सेल में कमी देखने को मिली है. इसे लेकर मस्क ने कहा है कि उत्पादन को मांग के बराबर बनाने के लिए कीमतों में उतार चढ़ाव बेहद जरूरी है.
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कितने कम किए गए हैं दाम?
अगर टेस्ला के कम किए गए दामों पर नजर डालें तो टेस्ला ने मॉडल 3 की कीमतों में चीन में 14000 यूआन की कमी कर दी गई है, जबकि जर्मनी में मॉडल 3 रियर व्हील ड्राइव की कीमत 40990 यूरो कर दी गई है. इसी तरह से कंपनी ने यूरोप, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका में भी दामों में कमी कर दी गई है. इसी तरह से अमेरिका, में टेस्ला के मॉडल वाई, मॉडल एक्स, और मॉडल एस कारों के दाम 2000 डॉलर तक कम कर दिए गए हैं. इसी तरह से टेस्ला की ऑल टाइम हिट कार जो सेल्फ ड्राइव होती है उसके दामों में 8000 डॉलर तक की कमी कर दी गई है.
क्या भारत में भी कम होंगे दाम?
Tesla की ओर से ये खबर तक सामने आई है जब एलन मस्क का हाल ही में भारत का दौरा कैंसिल हुआ था. Tesla की भारत में एंट्री को लेकर लंबे समय से बातचीत चल रही है. माना जा रहा है कि टेस्ला भारत में भी बड़े स्तर पर कारों के उत्पादन का काम शुरू करेगी. एलन मस्क के इंडिया दौरे को उसी से जोड़कर देखा जा रहा था. लेकिन उनके दौरे के कैंसिल होने के साथ फिलहाल टेस्ला के भारत आने की आधिकारिक घोषणा फिलहाल स्थगित होती हुई नजर आ रही है.
जानकार मान रहे हैं कि आने वाले समय में अगर टेस्ला भारत आती है तो उसके दामों में कमी हो सकती है, क्योंकि भारत में भी पहले से ही कई कंपनियां यहां के लोगों को उनके बजट में ईवी कार ऑफर कर रही हैं. सबसे दिलचस्प बात ये भी है कि हाल ही में आई भारत सरकार की ईवी पॉलिसी में विदेशी कार मेकर कंपनियों के लिए कई तरह की घोषणा की गई है. उसमें कहा गया है कि दुनिया की जो भी कंपनी निवेश करना चाह रही है उसे इलेक्ट्रिक व्हीकल प्लांट लगाने के लिए कम से कम 4150 करोड़ का निवेश करना होगा.
अगर आप आईपीओ में निवेश करना पसंद करते हैं तो इस सप्ताह आपके पास शानदार मौका है. इस हफ्ते 4 नए आईपीओ खुलने जा रहे हैं. इन आईपीओ में निवेश करके आप अच्छी कमाई कर सकते हैं.
यह सप्ताह आईपीओ से गुलजार रहने वाला है. इस हफ्ते 4 नई कंपनियों के आईपीओ (IPO) खुलने जा रहे हैं. इनमें निवेश करके आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. पिछले दिनों भी कई कंपनियां अपने आईपीओ लेकर बाजार में आई हैं, इनमें से बहुत से आईपीओ में निवेशकों को शानदार मुनाफा हुआ है. हालांकि कई आईपीओ में निवेशकों को नुकसान भी उठाना पड़ा है. अगर आप आईपीओ में निवेश करना पसंद करते हैं तो इस सप्ताह आपके पास अच्छा मौका है.
ओपन होंगे 4 आईपीओ
प्राइमरी मार्केट में इस हफ्ते आपको पैसा लगाने के कई मौके मिलने वाले हैं. इस हफ्ते 1 मेनबोर्ड और 3 एसएमई आईपीओ (SME IPO) लॉन्च होने जा रहे हैं. आईपीओ बाजार ने वित्त वर्ष 2025 में धीमी गति से शुरुआत की है, लेकिन एक्सपर्ट्स आने वाले IPO को लेकर काफी पॉजिटिव हैं. इस हफ्ते जेएनके इंडिया (JNK India) का मेनबोर्ड IPO आ रहा है. इस आईपीओ से कंपनी करीब 649 करोड़ रुपये जुटाएगी. इसके अलावा इस हफ्ते शिवम केमिकल्स (Shivam Chemicals), वरया क्रिएशंस (Varyaa Creations) और एमफोर्स ऑटोटेक (Emmforce Autotech) का एसएमई IPO लॉन्च होने वाले हैं.
वर्या क्रिएशन (Varyaa Creations) IPO
22 अप्रैल को SME सेगमेंट में वर्या क्रिएशन का आईपीओ (Varyaa Creations IPO) ओपन होने जा रहा है. सोना, चांदी और कीमती पत्थरों के होलसेल बिजनेस से जुड़ी इस कंपनी का आईपीओ 25 अप्रैल तक खुला रहेगा और निवेशक इसमें पैसे लगा सकते हैं. Varyaa Creations के IPO का आकार 20.10 करोड़ रुपये है और इसके लिए प्राइस बैंड 150 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. इस IPO के तहत कंपनी 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,340,000 शेयरों की बिक्री की पेशकश करेगी. वर्या क्रिएशन लिमिटेड के शेयरों की संभावित लिस्टिंग बीएसई एसएमई पर 30 अप्रैल को हो सकती है. निवेश करने के इच्छुक इन्वेस्टर्स इस आईपीओ के तहत कम से कम 1000 शेयरों के लिए बोली लगा सकता है यानी इस हिसाब से उन्हें 1,50,000 रुपये का मिनिमम इन्वेस्ट करना होगा.
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शिवम केमिकल्स (Shivam Chemicals) IPO
SME सेगमेंट में अगला IPO मंगलवार 23 अप्रैल को ओपन होगा. ये इश्यू Shivam Chemicals Limited का है और इसका आईपीओ साइज 20.18 करोड़ रुपय है. इच्छुक निवेशक इस आईपीओ में 25 अप्रैल तक बोली लगा सकेंगे. साल 2010 में स्थापित Shivam Chemicals Ltd केमिकल सहित विभिन्न प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग से जुड़ी हुई है. शिवम केमिकल्स ने अपने IPO के लिए प्राइसबैंड 44 रुपये का सेट किया है और इस इश्यू के तहत कंपनी 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 4,587,000 शेयरों की पेशकश करेगी. इसकी लिस्टिंग भी BSE SME पर होगी और इसके लिए संभावित तिथि 30 अप्रैल निर्धारित की गई है. इसमें लॉट साइज 3000 शेयरों का है और निवेशक को कम से कम 1,32,000 रुपये का इन्वेस्टमेंट करना होगा.
एमफोर्स ऑटोटेक (Emmforce Autotech) आईपीओ
ये भी एक SME सेगमेंट का आईपीओ है और 23 अप्रैल को खुलकर ये 25 अप्रैल को क्लोज होगा. Emmforce Autotech IPO का इश्यू साइज 53.90 करोड़ रुपये है और इसके लिए प्राइस बैंड 93-98 रुपये प्रति शेयर सेट किया गया है. कंपनी 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 5,499,600 शेयरों को बिक्री के लिए पेश करेगी. लॉट साइज की बात करें तो कंपनी के आईपीओ के एक लॉट के लिए निवेशक को कम से कम 1200 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी और इसमें 1,17,600 रुपये का निवेश करना होगा. इस आईपीओ की संभावित लिस्टिंग डेट भी 30 अप्रैल 2024 है.
जेएनके इंडिया (JNK India Limited) IPO
अगले हफ्ते पेश होने वाला चौथा इश्यू एक मेनबोर्ड IPO है. JNK India IPO का साइज 649.47 करोड़ रुपये है. इसके तहत 2 रुपये की फेस वाल्यू वाले 16,015,988 शेयर बोली लगाने के लिए रखे जाएंगे. कंपनी ने आईपीओ के तहत प्राइस बैंड 395-415 रुपये का तय किया है और इसका लॉट साइज 36 शेयरों का है. इसका मतलब है कि निवेशक को एक लॉट की बोली के लिए कम से कम 14940 रुपये का निवेश करना होगा. कंपनी के शेयरों में 23 अप्रैल से 25 अप्रैल तक पैसे लगाए जा सकते हैं और इसकी BSE-NSE पर लिस्टिंग 30 अप्रैल को होगी.
जोमैटो (Zomato) ने पिछले सप्ताह ही एक नई सर्विस शुरू की थी और इस सप्ताह अपने ग्राहकों को झटका दे दिया है
अगर आप भी जोमैटो (Zomato) से खाना ऑर्डर करते हैं तो आपके लिए बुरी खबर है. कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस में इजाफा कर दिया है. कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस में 25 फीसदी का इजाफा कर दिया है. यानी अब इस फीस को बढ़ाकर को 5 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया गया है. इसके साथ ही कंपनी ने इंटरसिटी लेजेंड्स (Intercity Legends) सर्विस को भी बंद कर दिया है. जोमैटो ने यह फैसले मार्च तिमाही के नतीजे आने के पहले लिए हैं.
नए साल पर भी की थी बढ़ोतरी
दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद और लखनऊ समेत कई प्रमुख मार्केट में प्लेटफॉर्म फीस में प्रति ऑर्डर फीस में इजाफा कर दिया गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक जोमैटो प्रति दिन 2.0-2.2 मिलियन लोगों को ऑर्डर की सर्विस देता है. इसके अलावा बड़े ऑर्डर बेस के लिए 1 रुपये के इजाफे से एक तिमाही में कंपनी की इनकम में काफी इजाफा हो सकता है. बता दें कंपनी ने जनवरी में भी प्लेटफॉर्म फीस में इजाफा किया था. उस समय कंपनी ने इस फीस को 3 रुपये से बढ़ाकर 4 रुपये कर दिया था और अब इसको 5 रुपये कर दिया गया है.
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इंटरसिटी डिलीवरी को भी किया बंद
जोमैटो ने इंटरसिटी लेजेंड्स (Intercity Legends) सर्विस भी बंद कर दी है. इस सर्विस के तहत किसी अन्य शहर में स्थित टॉप रेस्तरां से दूसरे शहरों में रहने वाले ग्राहक भी खाना ऑर्डर कर सकते हैं. इसके लिए प्लेटफॉर्म पर लीजेंड टैब होता है. कंपनी ने फिलहाल इस सर्विस को बंद कर दिया है. जोमैटो अपने ग्राहकों के लिए सब्सक्रिप्शन प्लान भी देती है, जिसमें डिलीवरी चार्ज नहीं लगता है. हालांकि, प्लेटफॉर्म फीस इसमें भी देनी पड़ती है.
अब शादी-पार्टी के ऑर्डर भी लेगा Zomato
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने 50 लोगों तक की भागीदारी वाले कार्यक्रमों के लिए सामान पहुंचाने के लिए देश में पहली बार बड़े ऑर्डर लेने की घोषणा की है. जोमैटो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर अपने कई पोस्ट में इसकी जानकारी दी. गोयल ने कहा कि आज हम भारत का पहला बड़ा ऑर्डर दस्ता पेश करने के लिए रोमांचित हैं. यह दस्ता सामूहिक बड़े समूह, पार्टी और आयोजन जैसे आपके सभी बड़े ऑर्डर को आसानी से संभाल पाएगा. पूरी तरह इलेक्ट्रिक वाहनों पर आधारित यह दस्ता 50 लोगों तक के लिए ऑर्डर पहुंचाने के लिए बनाया गया है.
पिछले हफ्ते ही मिला है GST नोटिस
आपको बता दें कि जोमैटो को पिछले हफ्ते ही 11.81 करोड़ रुपये की वस्तु एवं सेवा कर (GST) मांग और जुर्माने का आदेश मिला है. इसमें जुलाई 2017-मार्च 2021 की अवधि के लिए 5.9 करोड़ रुपये की जीएसटी मांग और 5.9 करोड़ रुपये का जुर्माना शामिल है.
अमेरिकी कंपनी Apple चीन से ज्यादा अब भारत पर फोकस कर रही है. उसने भारत के लिए कुछ बड़ी योजनाएं बनाई हैं.
चीन से अपना ध्यान हटाकर भारत पर फोकस करने वाली Apple नौकरियों की बरसात करने वाली है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आईफोन (iPhone) बनाने वाली दिग्गज अमेरिकी कंपनी एप्पल अपने विक्रेताओं के माध्यम से भारत में बड़े पैमाने पर नौकरियां देने वाली है. कंपनी अगले 3 साल में पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने की योजना पर काम कर रही है. Apple के विक्रेता और आपूर्तिकर्ता फिलहाल भारत में 1.5 लाख लोगों की जॉब की वजह बने हुए हैं.
बड़ी डील की तैयारी में टाटा
टाटा समूह (TATA Group) इस अमेरिकी कंपनी के लिए दो प्लांट संचालित करता है. समूह की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स यह काम संभालती है और फिलहाल वह आईफोन से जुड़ी सबसे ज्यादा नौकरियां प्रदान कर रही है. टाटा अगले महीने iPhone को लेकर एक और बड़ी डील करने की तैयारी में है. टाटा समूह भारत में ताइवान की कंपनी पेगाट्रॉन की iPhone मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में हिस्सेदारी खरीदने जा रहा है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट बताती है कि TATA Group मई में यह डील फाइनल कर सकता है. इस डील के सील होते ही Bharat एक बड़ा आईफोन प्रोडक्शन वाला देश बन जाएगा.
प्रोडक्शन बढ़ाने पर है जोर
रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल भारत में नियुक्तियों में तेजी ला रही है. इसी के तहत कंपनी अपने विक्रेताओं और कलपुर्जे के आपूर्तिकर्ताओं के माध्यम से अगले तीन सालों में पांच लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी. इसके साथ ही Apple की योजना अगले कुछ सालों में भारत में प्रोडक्शन को पांच गुना से अधिक बढ़ाकर 40 अरब डॉलर करने की है. दरअसल, Apple का भारत में अब तक का प्रदर्शन शानदार रहा है. 2023 उसके लिए काफी अच्छा रहा, क्योंकि उसने पहली बार देश में सबसे अधिक राजस्व हासिल किया था. इसलिए वो यहां विस्तार को लेकर उत्साहित है.
ऐसे बढ़ेगा TATA का दबदबा
वहीं, टाटा की संभावित डील की बात करें, तो पेगाट्रॉन के साथ उसकी बातचीत आखिरी दौर में बताई जा रही है. अगले महीने इस संबंध में ऐलान हो सकता है. इस डील के सील होते ही टाटा को चेन्नई और तमिलनाडु में iPhone प्रोडक्शन फैसिलिटी मिल जाएगी. टाटा समूह ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्प से उसकी कर्नाटक स्थित आईफोन फैक्ट्री पहले ही खरीद चुका है और वहां आईफोन की असेंबलिंग कर रहा है. इस डील से न केवल टाटा को फायदा होगा, बल्कि भारत में आईफोन का प्रोडक्शन और भी ज्यादा तेजी से हो सकेगा. जाहिर है इससे नई जॉब्स भी क्रिएट होंगी.