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इस शख्स को मिली UIDAI की कमान, इससे पहले निभा चुके हैं कई अहम जिम्मेदारी
UIDAI की जिम्मेदारी मिलने से पहले ये शख्स एक्सिस बैंक में कई अहम मदों पर काम कर चुके हैं. एक्सिस बैंक से पहले ये शख्स क्रेडिट सुइश में भी रह चुके हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
आधार कार्ड बनाने से लेकर उसके संचालन और देखभाल का का काम करने वाली संस्था UIDAI (Unique Identification Authority of India) के अध्यक्ष की जिम्मेदारी नीलकंठ मिश्रा को दे दी गई है. नीलकंठ मिश्रा को केन्द्र सरकार ने अंशकालिक अध्यक्ष नियुक्त किया है. उन्हीं के साथ दो अन्य नियुक्तियां भी की गई हैं. ये नियुक्तियां सदस्यों के स्तर पर की गई हैं. इस पद पर नियुक्त होने से पहले नीलकंठ मिश्रा एक्सिस बैंक में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं.
उन्हें देखनी होगी ये जिम्मेदारी
केन्द्र सरकार ने उन्हें UIDAI के अस्थाई अध्यक्ष की जिम्मेदारी के साथ-साथ एक आधार कार्ड बनाने वाली नोडल एजेंसी के चेयरमैन की भी जिम्मेदारी दी है. नीलकंठ मिश्रा इससे पहले एक्सिस बैंक में चीफ इकोनॉमिस्ट और एक्सिस कैपिटल के हेड ग्लोबल रिसर्च की जिम्मेदारी देख चुके है. इससे पहले मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी के डॉयरेक्टर नीलेश शाह और आईआईटी दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेशर मौसम को अंशकालिक सदस्यों के रूप में चुना गया है. ये सभी नीलकंठ मिश्रा के साथ काम करेंगे. इन तीनों नियुक्तिओं का कार्यकाल तीन साल होगा या 65 साल की उम्र होने पर कार्यकाल समाप्त हो जाएगा.
कहां-कहां जिम्मेदारी निभा चुके हैं नीलकंठ मिश्रा?
UIDAI में अस्थाई अध्यक्ष के रूप में चुने जाने से पहले नीलकंठ मिश्रा एक्सिस बैंक में चीफ इकोनॉमिस्ट और वैश्विक अनुसंधान प्रमुख के रूप में काम कर रहे हैं. उससे पहले वो दो दशक तक क्रेडिट सुईश में भी काम कर चुके हैं. क्रेडिट सुइश में वो APAC स्ट्रैटजी के को हेड और भारत को लेकर बनाई जाने वाली रणनीति के प्रमुख के तौर पर काम कर चुके हैं. उन्होंने आईआईटी कानपुर से ग्रेजुएट किया है.
सरकार की कई समितियों में कर चुके हैं काम
मीडिया रिपोर्ट कहती है कि LinkedIn पर मौजूद जानकारी के अनुसार वो इससे पहले सरकार की कई समितियों में प्रमुख के तौर पर काम कर चुके हैं. नीलकंठ मिश्रा 15 वे वित्त आयोग की इकोनॉमिक एडवाइजरी कमिटी के सदस्य के तौर पर भी काम कर चुके हैं. वो सरकार की पीएलआई(प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव स्कीम) के बड़े समर्थक रहे हैं.
क्या है यूएडीआईए (UIDAI)
UIDAI की स्थापना सरकार ने 12 जुलाई 2016 को की थी. इस स्कीम का मकसद सरकार की वित्तीय या अन्य सब्सिडी, सरकार की सेवाओं की सही डिलीवरी के लिए एक यूनीक आईडेंटीफिकेश नंबर के साथ काम करना है, जिसमें देश के हर नागरिक को उसके बॉयोमैट्रिक के आधार पर एक यूनिक नंबर जारी किया जाता है. इसे आधार नाम दिया गया है. इसकी देखभाल एक प्राधिकरण करता है, इसमें एक अध्यक्ष, दो अंशकालिक सदस्य और मुख्य कार्यकारी अधिकारी शामिल हैं. जो प्राधिकरण के सदस्य सचिव भी हैं.
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