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Ola के ओनर ने रजिस्टर कराई नई कंपनी, क्या AI इंडस्ट्री में आजमाएंगे दांव
AI एक ऐसा सेक्टर है जहां इसका विस्तार दिन पर दिन होता जा रहा है. अब भारत के एक कारोबारी ने नई कंपनी रजिस्टर कराई है जिसके बाद आशंका जताई जा रही है कि वो एआई के बाजार में उतरने जा रहे हैं.
ललित नारायण कांडपाल 11 months ago
ट्रांसपोर्ट सेक्टर में देश की नंबर वन कंपनी ओला के मालिक भाविश अग्रवाल ने अपनी एक नई कंपनी रजिस्टर कराई है. इस कंपनी को लेकर सामने आ रही खबरों को लेकर संभावना जताई जा रही है कि वो अब अपना ध्यान AI विकसित करने वाली कंपनी की ओर लगा रहे हैं. भाविश अग्रवाल के जिस शख्स के साथ मिलकर इस कंपनी को रजिस्टर कराने की खबरें सामने आई हैं उसके बाद इस कंपनी के AI टेक्नोलॉजी विकसित करने के क्षेत्र में काम करने की ज्यादा संभावना नजर आ रही है. अगर ऐसा होता है तो इस क्षेत्र में भारत की कंपनी का नाम भी जुड़ जाएगा.
किसके साथ कंपनी रजिस्टर की है भाविश अग्रवाल ने
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अग्रवाल ने कृष्णमूर्ति वेणुगोपाला टेनेटी के साथ क्रुट्रिम एसआई डिजाइन नाम से एक नई कंपनी रजिस्टर की है. ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल और टेनेटी की ये नई कंपनी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ध्यान केंद्रित करेगी. गौरतलब बात है कि टेनेटी एएनआई टेक्नोलॉजीज के बोर्ड सदस्यों में से एक है, जो ओला कैब्स और ओला इलेक्ट्रिक की मालिक है. सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब ओला एक फाइनेंशियल क्राइसेस से जूझ रही है. इस क्रंच के कारण वो अपने विस्तार को अंजाम नहीं दे पा रही है और वो अपने कारोबार को लेकर बाजार से पैसा जुटाने की योजना पर काम कर रही है.
ओला में कैसे मददगार होगी ये नई कंपनी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भाविश और टेनेटी की ये नई कंपनी ओला इलेक्ट्रिक के संचालन और ओला कैब्स को लेकर काम करेगी. कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, रजिस्ट्रेशन की तारीख 15 अप्रैल, 2023 है, जिसमें 1,00,000 रुपये की पूंजी चुकाई गई है. यह अनुमान लगाया गया है कि नया स्टार्टअप ओला इलेक्ट्रिक के संचालन को विकसित करने और आगे बढ़ाने में मदद करेगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कॉरपोरेट मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी को 15 मई 2023 को रजिस्टर करवाया गया है जिसकी स्क्यिोरिटी के तौर पर 100000 लाख रुपये जमा किए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट ये भी कह रही हैं कि अग्रवाल ने हाल ही में एआई कंप्यूटर सिस्टम में इस्तेमाल होने वाले चिप्स के लिए मेन मैन्युफैक्चरिंग शहर ताइवान की यात्रा की और भारत में ईवी चिप्स के उत्पादन को लेकर बात की है. चीन, उत्तर कोरिया और जापान भारतीय ईवी कंपनियों के लिए सेमीकंडक्टर के स्रोत रहे हैं.
तेजी से बढ़ रही है AI की इंडस्ट्री
दुनिया भर में गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के अपने एआई लॉन्च करने के बाद अब इस कारोबार में और तेजी आ गई है. कई देशों की कई कंपनियां इस इंडस्ट्री में आने की तैयारी कर रही हैं तो वहीं दूसरी ओर भारत जैसे बड़े बाजार की जरूरत को पूरा करने के लिए भारतीय कंपनियां भी तेजी से सोच रही हैं. जानकार ये भी मान रहे हैं कि जल्द कई भारतीय कंपनियां भी इस क्षेत्र में उतर सकती हैं.
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