होम / बिजनेस / क्रिकेट वर्ल्ड कप ने बाजार को दिया बूस्ट, फिर क्यों मायूस हैं टेलीकॉम कंपनियां?
क्रिकेट वर्ल्ड कप ने बाजार को दिया बूस्ट, फिर क्यों मायूस हैं टेलीकॉम कंपनियां?
दूरसंचार कंपनियों को उम्मीद थी कि विश्व कप के दौरान मोबाइल डेटा के इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी होगी, जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 5 months ago
क्रिकेट वर्ल्ड कप में भले ही भारत को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन ये आयोजन बाजार को बूस्ट दे गया. होटल इंडस्ट्री से लेकर अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े तमाम कारोबारियों को वर्ल्ड कप से 'अच्छे दिन' वाला अहसास मिला. हालांकि, टेलीकॉम कंपनियों को उम्मीद के अनुरूप परिणाम नहीं मिले. कहने का मतलब है कि इस विश्व कप से उन्होंने जितनी कमाई की आस लगाई थी, वो नहीं हो पाई. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान टेलीकॉम कंपनियों ने दोनों हाथों से जमकर पैसा बंटोरा था. इसी के चलते उन्हें उम्मीद थी कि भारत में हो रहे वर्ल्ड कप के आयोजन से उनकी झोली भर जाएगी, मगर उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
IPL में कमाया था मुनाफा
Reliance Jio, Airtel और Voda-Idea जैसी टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल डेटा (Mobile Data) से सबसे ज्यादा कमाई करती हैं. मोबाइल का चस्का लोगों को इस कदर लगा हुआ है कि अधिकांश समय उनकी नजर मोबाइल पर ही टिकी रहती है. ऐसे में मोबाइल डेटा का काफी इस्तेमाल होता है और इस 'काफी' से दूरसंचार कंपनियों की अच्छी-खासी कमाई होती है. IPL 2023 के दौरान इन कंपनियों को मोबाइल डेटा बेचकर जबरदस्त मुनाफा कमाया था. चूंकि भारत पहली बार पूरे क्रिकेट वर्ल्ड कप की अकेले मेजबानी कर रहा था, इसलिए कंपनियों को उम्मीद थी कि मोबाइल डेटा की खपत में काफी उछाल आएगा और उनकी झोली भर जाएगी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.
इसलिए उम्मीद नहीं हुई पूरी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, क्रिकेट विश्व कप ने टॉप तीन टेलीकॉम कंपनियों के लिए दिसंबर तिमाही में मोबाइल डेटा उपयोग में करीब 4 प्रतिशत का इजाफा किया है. जिसके चलते उनके रिवेन्यु में मामूली बढ़ोत्तरी ही होगी. ऐसा नहीं है कि लोगों ने मोबाइल पर वर्ल्ड कप के मैच नहीं देखे, उन्होंने बाकायदा ऐसा किया, लेकिन मोबाइल डेटा की जगह वाईफाई इस्तेमाल को तवज्जो दी. जिसका सीधा असर कंपनियों के मुनाफे पर पड़ा. जबकि आईपीएल 2023 के चलते वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में दूरसंचार कंपनियों के मोबाइल डेटा की खपत काफी बढ़ गई थी. मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो और एयरटेल ने प्रति कंज्यूमर औसत मासिक डेटा खपत में क्रमशः 8% और 4.2% की क्रमिक वृद्धि दर्ज की थी. वहीं, 5G लॉन्च किए बिना भी वोडाफोन-आइडिया के जून तिमाही में डेटा यूज में क्रमिक रूप से 3.82% की वृद्धि देखने को मिली थी.
केवल इन मैचों में बढ़ा इस्तेमाल
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि क्रिकेट वर्ल्ड कप के केवल उन्हीं मैचों में मोबाइल डेटा ज्यादा इस्तेमाल हुआ, जिसमें भारत शामिल था. बाकी मैचों में डेटा खपत अपेक्षाकृत कम रही. इसके उलट आईपीएल के लगभग सभी मैचों में मोबाइल डेटा के इस्तेमाल में उछाल देखा गया था. इस लिहाज से कहा जा सकता है कि दूरसंचार कंपनियों के लिए वर्ल्ड कप अच्छे दिन वाली फीलिंग लेकर नहीं आया. उन्होंने इस आयोजन से कमाई की जो उम्मीद लगाई थी, वैसे परिणाम देखने को नहीं मिले.
टैग्स