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छंटनी की मौसम में Tata Steel ने भी सुनाई बुरी खबर, बाहर होंगे इतने कर्मचारी
टाटा स्टील ग्रीन टेक्नोलॉजी पर ज्यादा फोकस करने के लिए लागत में कटौती कर रही है और उसी के मद्देनजर उसने छंटनी का फैसला लिया है
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 6 months ago
छंटनी के मौसम में टाटा स्टील (Tata Steel) से भी ले-ऑफ की खबर सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा स्टील कम से कम 800 कर्मचारियों को नौकरी से बाहर करने करने जा रही है. लागत में कटौती के लिए टाटा स्टील ने यह फैसला लिया है. हालांकि, टाटा समूह की इस कंपनी ने छंटनी का फैसला भारत से दूर नीदरलैंड्स स्थित अपने IJmuiden प्लांट के लिए लिया है. कंपनी इस प्लांट से करीब 800 कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी. यह प्लांट एम्स्टर्डम से करीब 30 किलोमीटर पश्चित में स्थित है.
अभी इतने हैं कर्मचारी
टाटा स्टील के IJmuiden प्लांट में मौजूदा समय में करीब 9,200 कर्मचारी हैं. इनमें से 800 को कंपनी बाहर करने जा रही है. इसके बाद कुल कर्मचारियों की संख्या घटकर 8400 रह जाएगी. Tata Steel ने एक बयान में कहा है कि इस समय कंपनी बाजार में स्थिति बेहतर करने और लागत घटाने के लिए कई उपाय कर रही है. इसी क्रम में करीब 800 कर्मचारियों की छंटनी का निर्णय लिया गया है. प्लांट में प्रदूषण कम करने के लिए कंपनी ग्रीन टेक्नोलॉजी भी अपना रही है.
ये है इसकी बड़ी वजह
कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि बदलाव के लिए महत्वपूर्ण निवेश किए जा रहे हैं. कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि टाटा स्टील फैक्ट्री को नीदरलैंड के कुल कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के लगभग 7 प्रतिशत के लिए कुसूरवार ठहराया जा रहा है, जिससे कंपनी की छवि प्रभावित हो रही है. इसलिए कंपनी को इस दिशा में ज्यादा निवेश करना होगा. टाटा स्टील के अनुसार, वह 2030 तक कोयले और लौह अयस्क पर आधारित प्रोडक्ट को मेटल स्क्रैप और हाइड्रोजन पर चलने वाले उत्पाद में बदलने की योजना पर काम कर रही है. कंपनी ने स्टील बनाने के अधिक पर्यावरण-अनुकूल तरीके अपनाने की योजना पर डच सरकार के साथ काम शुरू कर दिया है.
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