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सुधर रही Paytm की आर्थिक सेहत, क्या शेयर खरीदने का है सही मौका?
पेटीएम की जनवरी-मार्च तिमाही की कमाई उम्मीद से बेहतर रही है, इसका असर उसके शेयरों पर भी देखने को मिल सकता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
पेटीएम (Paytm) के शेयर पिछले छह महीनों में 39.15% चढ़ गए हैं और बीते 5 दिनों में इसमें करीब दो फीसदी की तेजी आई है. हालांकि, अभी भी ये अपने 52 वीक के हाई लेवल 844.70 रुपए से काफी पीछे है. आज यानी मंगलवार को Paytm के शेयर 0.69% लुढ़ककर 709.55 रुपए पर बंद हुए.
पॉजिटिव हैं ब्रोकरेज फर्म्स
एनालिस्ट और ब्रोकरेज फर्म्स इस शेयर को लेकर पॉजिटिव हैं. कंपनी के मई महीने के कारोबारी अपडेट और जनवरी-मार्च तिमाही की कमाई उम्मीदों से काफी बेहतर रही है. हालांकि, उनका कहना है कि Paytm में लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट सही रहेगा. पेटीएम का समेकित शुद्ध घाटा यानी कंसोलिडेटेड नेट लॉस पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में 761.4 करोड़ की तुलना में वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 168.4 करोड़ रुपए रहा. ऐसा GMV में वृद्धि, उच्च मर्चेंट सब्सक्रिप्शन रिवेन्यु, लोन वांटने में वृद्धि और पूरे वर्ष में मिले UPI इंसेंटिव के चलते हुआ. Q4FY23 में ऑपरेशन्स से कंपनी का रिवेन्यु ₹2,334.5 करोड़ रहा, जो Q4FY22 के ₹1,540.9 करोड़ से काफी ज्यादा है.
इस प्राइज पर Buy रेटिंग
Paytm (One 97 Communications) के मजबूत फाइनेंशियल रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) 900 रुपए के टारगेट प्राइज के साथ पेटीएम के स्टॉक को Buy रेटिंग दी है. फर्म को लगता है कि पेटीएम के शेयरों में अभी 26 प्रतिशत तक छलांग लगाने की क्षमता है. कंपनी के मई के बिजनेस के आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि पेटीएम के लोन डिस्बर्स की कुल संख्या सालाना आधार पर 54 प्रतिशत बढ़कर अप्रैल-मई 2023 के लिए 8.5 मिलियन हो गई, जबकि अप्रैल-मई 2022 के लिए यह 5.5 मिलियन थी. इसके अलावा, कंपनी Merchant loans में भी वृद्धि हुई है.
जल्द होगी मुनाफावसूली!
वहीं, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने भी Paytm के शेयरों को Buy रेटिंग दी है. फर्म ने इसके लिए टारगेट प्राइज 850 रुपए रखा है. कुछ तकनीकी विश्लेषकों का भी मानना है कि पिछले छह महीनों में तेज बढ़त के कारण ये शेयर निकट भविष्य में मुनाफावसूली की स्थिति में पहुंच सकता है. कंपनी की तरफ से बताया गया है कि ऐप पर हर महीने ट्रांजेक्शन करने वाले यूजर्स की संख्या में करीब 24% की तेजी आई है. पिछले साल अप्रैल-मई के दौरान यह आंकड़ा 7.4 करोड़ था, जो अब 9.2 करोड़ हो गया है. इसके अलावा, पेटीएम की तरफ से पेमेंट डिवाइस इंस्टॉल कराए जाने की संख्या भी करीब दोगुनी हो गई है.
क्या होता है GMV?
जीएमवी का मतलब होता है ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू. ये किसी कंपनी पर हुई खरीद-फरोख्त की कुल वैल्यू होती है. Paytm का ही उदाहरण लें, तो कंपनी के ऐप के माध्यम से जितने रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ होगा या जितने लोन डिस्बर्स हुए होंगे, उनकी कुल वैल्यू GMV में आएगी. इसे कंपनी का रिवेन्यु नहीं कहा जा सकता. बता दें कि पेटीएम की कंपनी की कमाई कमीशन, चार्ज और ब्याज आदि से होती है. हालांकि, GMV में वृद्धि का सीधा सा मतलब है कि पेटीएम का इस्तेमाल बढ़ रहा है, जो कंपनी के लिए अच्छे संकेत हैं.
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