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पिछले एक साल से इस एक अदद राहत को तरस रही जनता, न सरकार सुन रही; न कंपनियां
देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए के पार पहुंच चुकी हैं. डीजल के भाव भी लगातार महंगा होने के चलते आसमान पर हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
पिछले एक साल से जनता एक अदद राहत के लिए तरस रही है, लेकिन उसकी तकलीफों को समझने वाला कोई नहीं है. न मोदी सरकार कुछ कर रही है और न कंपनियां. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव को एक साल बीत चुका है. इस एक साल में कई मौकों पर कच्चे तेल की कीमतों में कमी देखी गई, लेकिन इसके बावजूद तेल कंपनियों ने जनता को कोई राहत नहीं दी और न ही सरकार ने उन्हें ऐसा करने के लिए कहा. ऐसे मौकों पर सरकार यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लेती है कि कीमतों का नियंत्रण कंपनियों के हाथ है और कंपनियां घाटे की दुहाई देती नहीं थकतीं.
यहां पेट्रोल लगा चुका शतक
देश के कई राज्यों में पेट्रोल की कीमतों ने शतक लगा दिया है. दिल्ली में जरूर पेट्रोल 96.72 रुपए लीटर और डीजल 89.62 रुपए लीटर बिल रहा है. लेकिन देश के 16 राज्यों में पेट्रोल का भाव 100 रुपए प्रति लीटर के ऊपर है. मध्य प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, मणिपुर, तेलंगाना, पंजाब, झारखंड, सिक्किम, ओडिशा, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पेट्रोल 100 रुपए पहुंच चुका है. वहीं, कुछ राज्यों में तो डीजल भी 100 के पार है.
जनता को नहीं मिला फायदा
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल 108.65 और डीजल 95.44 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है. राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 113.30 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 98.07 रुपए प्रति लीटर है. जबकि पोर्ट ब्लेयर में पेट्रोल की कीमत 84.10 रुपए प्रति लीटर और डीजल का भाव 79.74 रुपए प्रति लीटर है. जब भी तेल की कीमतों में इजाफा किया जाता है, ऑयल कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की बढ़ती कीमतों का हवाला दे देती हैं. लेकिन पिछले एक साल में जब कई मौकों पर कच्चे तेल में नरमी आई, कंपनियों ने दाम कम नहीं किए. बता दें कि आखिरी बार 21 मई 2022 में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव हुआ था.
गैस के दाम भी आसमान पर
पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ रसोई गैस के दाम भी आसमान पर जा पहुंचे हैं. कई शहरों में घरेलू गैस सिलेंडर 1100 रुपए के पार निकल गया है. कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है लेकिन घरेलू सिलेंडर के दामों में कोई कमी नहीं की गई है. मोदी सरकार गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी पहले ही बंद कर चुकी है, ऐसे में लगातार बढ़ती गैस की कीमतों ने आम आदमी का दम निकाल रखा है.
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