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खत्म नहीं हो रही Paytm की मुसीबतें, अब UPI मार्केट शेयर में आई गिरावट
पेमेंट्स बैंक विवाद के बाद पेटीएम (Paytm) को बड़ा नुकसान हुआ है. पेटीएम पेमेंट बैंक पर रोक, अब पेटीएम फोन पे और गूगल पे की तरह एक थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर के रूप में काम करेगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 2 months ago
पेमेंट्स बैंक विवाद के बाद Paytm के यूपीआई (UPI) मार्केट शेयर गिरकर 11 प्रतिशत पर पहुंच गए हैं. आरबीआई की नजरों में आए पेटीएम की मुसीबतें खत्म होने के बजाय लगातार बढ़ती ही जा रही हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 15 मार्च 2024 से Paytm को अपने प्रतिद्वंद्वी (rivals) फोन पे (PhonePe) और गूगल पे (Google Pay) की तरह ही एक थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर के रूप में काम करना होगा. अब पेटीएम पेमेंट बैंक ऐप के रूप में काम नहीं करेगा. इस परिवर्तन से उसके मार्केट शेयर में और भी अधिक गिरावट देखने को मिल सकती है.
लगातार घट रहे पेटीएम के शेयर
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में मोबाइल पेमेंट फर्म पेटीएम के यूपीआई मार्केट शेयर गिरकर 11 प्रतिशत हो गए, जबकि पेमेंट्स बैंक विवाद शुरू होने से पहले जनवरी में कंपनी के शेयर 11.8 प्रतिशत थे. वहीं, इससे कुछ महीने पहले पेटीएम के मार्केट शेयर 13.3 प्रतिशत थे, जो अब धीरे-धीरे घटने लगे हैं. हालांकि आरबीआई (Reserve Bank of India) द्वारा बैंक पर लगाए गए प्रतिबंधों से उसके यूपीआई व्यवसाय पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ा है. बता दें, आरबीआई ने पेटीएम द्वारा लगातार लापरवाही के बाद 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर प्रतिबंध लगा दिया था.
गूगल पे और क्रेड को हुआ लाभ
यूपीआई भुगतान प्लेटफॉर्म चलाने वाली नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की वेबसाइट के अनुसार अप्रैल 2023 में पेटीएम की बाजार हिस्सेदारी 13.3 प्रतिशत थी, जो मई में घटकर 13 प्रतिशत, जून में 12.8 प्रतिशत, नवंबर में 12.1 प्रतिशत हो गई. इसके बाद जनवरी में यह 11.8 प्रतिशत थी. इसका सीधा लाभ गूगल पेको हुआ. इसी अवधि के दौरान गूगल पे धीरे-धीरे अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रहा है. इस साल जनवरी में गूगल पे की हिस्सेदारी 36.4 फीसदी थी, जबकि अप्रैल 2023 में इसकी बाजार हिस्सेदारी 35 प्रतिशत थी. क्रेड (Cred) ने भी अपनी बाजार हिस्सेदारी अप्रैल 2023 के 0.5 फीसदी से बढ़ाकर जनवरी में 0.9 फीसदी कर ली है.
TPAP की तरह काम करेगा पेटीएम
15 मार्च से पेटीएम अपने प्रतिस्पर्धियों फोन पे और गूगल पे की तरह ही एक थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के रूप में कार्य करेगा. अब तक यह एक पेमेंट बैंक ऐप के रूप में काम कर रहा था. सूत्रों के अनुसार इस बदलाव से इसकी बाजार हिस्सेदारी में और गिरावट देखने को मिल सकती है. पेटीएम पेमेंट बैंक अब नए ग्राहकों को अपने साथ तब तक नहीं जोड़ सकता, जब तक वह TPAP बैकएंड पर काम करना शुरू नहीं कर देता. पेटीएम ने एक्सिस बैंक, यस बैंक और एचडीएफसी बैंक को अपने पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर (पीएसपी) बैंकों के साथ टीपीएपी सेवा में भागीदार बनाया है. पीएसपी बैंक यूपीआई ऐप्स को बैंकिंग नेटवर्क्स से जोड़ते हैं.
वन97 कम्युनिकेशंस ने कई इंटर कंपनी एग्रीमेंट्स किए बंद
23 फरवरी को आरबीआई ने कहा कि '@paytm' हैंडल वाले ग्राहकों और व्यापारियों को किसी भी समस्या से बचने के लिए पेटीएम पेमेंट बैंक के नए भागीदार बैंकों के समूह से जोड़ा जाना चाहिए. यूपीआई को बिना किसी रुकावट से चलाने के लिए यह बहुत जरूरी है और यूपीआई प्लेटफॉर्म भारत के डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम में बड़ी रुकावट है. 1 मार्च को वन97 कम्युनिकेशंस (ओसीएल) द्वारा शेयर मार्केट्स को दिए एक बयान में कहा गया है कि उसके बोर्ड ने अपनी सहयोगी इकाई, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के साथ कई इंटर कंपनी एग्रीमेंट्स को बंद करने की मंजूरी दे दी है. हालांकि, माइग्रेशन प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए उन्हें पेटीएम पेमेंट बैंक के बैकएंड टेक्नोलॉजी की जरूरत रहेगी.
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