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अब इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर इस कंपनी की सीईओ ने एक यूजर से क्यों कहा ‘गणित गलत है’
दरअसल इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सामने आने के बाद ये पता चल चुका है कि किस कंपनी ने कितना डोनेशन दिया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर जहां सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है वहीं इसकी जानकारी सामने आने के बाद अब सोशल मीडिया पर जिन उद्योगपतियों ने चंदा दिया है उनसे यूजर सवाल पूछ जा रहे हैं. इसी कड़ी में जब एक यूजर ने Biocon की प्रमुख किरण मजूमदार शॉ के दिए चंदे को लेकर सवाल किया तो उन्होंने जवाब देने में देर नहीं लगाई. उन्होंने कहा कि ये गलत है. कृपया गणित करें.
आखिर क्या है ये पूरा मामला
दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सामने आ चुकी है. इसमें पता चल चुका है कि आखिर किस कंपनी ने कितना डोनेशन दिया है. Biocon की प्रमुख किरण मजूमदार ने जो चंदा दिया था उसे लेकर एक यूजर ने प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि कर्नाटक चुनाव से पहले उन्होंने हर महीने 5 करोड़ रुपये का चंदा दिया. जिस पर कंपनी की प्रमुख किरण ने तुरंत जवाब देते हुए कहा ये गलत है. उन्होंने ये भी लिखा कि कृपया गणित करें. इस पर एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘ वास्तव में ये 6 करोड़ रुपये है’ इस पर किरण मजूमदार ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि मैं हमेशा पारदर्शी रहती हूं आप जो देखते हैं वही सही होता है. इसके अतिरिक्त जब उनसे दान के लिए कहा गया तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि, सभी पार्टियां फंडिंग चाहती हैं.
इन फार्मा कंपनियों ने दिया है डोनेशन
जिन फार्मा कंपनियों ने डोनेशन दिया है उनमें कई लिस्टेड और गैर-लिस्टेड हेल्थ सर्विस देने वाली और दवा कंपनियां शामिल हैं. इनमें लोकप्रिय पेरासिटामोल ब्रैंड के निर्माता डोलो, सन फार्मा, जाइडस हेल्थकेयर, नैटको, टोरेंट फार्मा, पीरामल फार्मा, इप्का और अजंता फार्मा अरबिंदो फार्मा, मैनकाइंड फार्मा, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज सिप्ला, ग्लेनमार्क, ल्यूपिन, शामिल हैं.
इन कंपनियों ने दिया है सबसे ज्यादा चंदा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 2022 से लेकर 2024 तक के जिन इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सामने आई है उसके अनुसार कई कंपनियों ने इसमें चंदा दिया है. जिन कंपनियों ने चंदा दिया है उनमें सबसे ऊपर फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज (लॉटरी मार्टिन) का है. इस कंपनी ने राजनीतिक दलों को सबसे ज्यादा 1,368 करोड़ रुपए का चंदा दिया. दूसरा नंबर मेघा ग्रुप ऑफ कंपनीज का है, जिसने 1,186 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे. वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड कंपनी ने 220 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे हैं. डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स लिमिटेड ने 130 करोड़ रुपए के बॉन्ड खरीदे हैं. वहीं, भारती एयरटेल लिमिटेड ने 183 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे और वेदांता लिमिटेड ने 366 करोड़ के चुनावी बॉन्ड खरीदे हैं. जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिडेट ने 125 करोड़ के चुनावी बॉन्ड खरीदे. यशोदा सुपर स्पेशलिटी अस्पलात ने 162 करोड़ के चुनावी बॉन्ड खरीदे हैं.
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