अब Reliance के इस बड़े अधिग्रहण का मिला अप्रूवल,  जानिए क्‍या है पूरी डील 

दिसंबर 2022 में  रिलायंस की रिटेल यूनिट RRVL ने कुल 2,850 करोड़ में METRO  कैश एंड कैरी इंडिया को पूरी तरह से हासिल करने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिसे अब CCI ने अप्रूवल दे दिया है. 

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Wednesday, 15 March, 2023
merger

बिग बाजार को टेकओवर करने के बाद अब रिलाइंट रिटेल वेंचर ने रिटेल सेक्‍टर के एक और बड़े प्‍लेयर मेट्रो कैश एंड कैरी (METRO Cash and Carry) को अधिग्रहण को करने का रास्‍ता पूरी तरह से साफ हो गया है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने रिटेल सेक्‍टर की कंपनी मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के रिलायंस रिटेल वेंचर (आरआरवीएल) के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है. RRVL मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की सहायक कंपनी है. प्रतिस्‍पर्धा आयोग ने एक ट्वीट करके इस अधिग्रहण के मंजूरी की जानकारी दी है. 


क्‍या कहता है सीसीआई का ट्वीट 
भारतीय प्रतिस्‍पर्धा आयोग ने एक ट्वीट करके ये जानकारी दी है कि उसने अपने ट्वीट में कहा है कि 
C-2023/02/1000 आयोग ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड द्वारा मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिग्रहण को मंजूरी दी है.


इतने करोड़ में हुआ अधिग्रहण 
दिसंबर 2022 में, RIL ने कहा कि RRVL ने कुल 2,850 करोड़ रुपये में METRO कैश एंड कैरी इंडिया को पूरी तरह से हासिल करने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे. इस अधिग्रहण के हिस्से के रूप में, रिलायंस रिटेल अमृतसर, अहमदाबाद, बेंगलुरु, दिल्ली, गाजियाबाद, गुंटूर, हैदराबाद, हुबली, इंदौर, लखनऊ, कोलकाता,  मुंबई,  नासिक,  सूरत, विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा जैसे शहरों में मेट्रो इंडिया के स्टोर के नेटवर्क का रिलायंस उपयोग करने में सक्षम होगा. आरआरवीएल को मेट्रो इंडिया के सप्‍लाई चेन नेटवर्क का फायदा उठाने के अलावा रजिस्‍टर्ड किराना स्टोर, संस्थागत ग्राहकों और एक मजबूत सप्‍लाईकर्ता नेटवर्क तक भी पहुंच पाएगा. उस समय एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज का रिटेल विंग METRO कैश एंड कैरी इंडिया के होटल, रेस्तरां और कैटरर्स (HoReCa) के ग्राहकों को भी सुरक्षित करने में सक्षम होगा.


इससे पहले बिग बाजार का भी कर चुका है अधिग्रहण 
रिलायंस रिेटेल वेंचर रिटेल स्‍टोर में लगातार अपनी पहुंच को बढ़ाने के लिए तेजी से काम कर रहा है. कंपनी इससे पहले बिग बाजार का भी अधिग्रहण कर चुकी है. future group ने ये सौदा रिलायंस के साथ 24713 करोड़ रुपये में किया था. इस समझौते के अनुसार उसने कई ऐसी लोकेशन पर स्‍मार्ट बाजार शुरू भी कर दिए हैं जहां पहले से बिग बाजार चल रहा था. 


हैप्पी बर्थडे: अंबानी की सफलता का मंत्र जानते हैं? जान गए तो आपकी भी जीत है पक्की 

एशिया के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी आज अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं.

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Friday, 19 April, 2024
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रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी आज यानी 19 अप्रैल को अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. 67 साल के अंबानी एशिया के सबसे अमीर कारोबारी हैं और दुनिया के दौलतमंदों की लिस्ट में उनका नंबर 11वां है. अंबानी की सफलता सभी को प्रभावित करती है. पिता धीरूभाई अंबानी के जुलाई 2002 में निधन के बाद रिलायंस के साम्राज्य को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी मुकेश अंबानी के कंधों पर आ गई थी, जिसे उन्होंने बखूबी संभाला. छोटे भाई अनिल अंबानी से प्रॉपर्टी विवाद सुलझने के बाद उन्होंने न केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज को एक अलग पहचान दिखाई बल्कि नए-नए सेक्टर्स में भी कदम रखा. 

जिम्मेदारी की समझ और सम्मान
मुकेश अंबानी के अब तक के सफ़र से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं. इसमें सबसे पहले है जिम्मेदारी को समझना और सम्मान. बताया जाता है कि अंबानी स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन पिता के कहने पर वह पढ़ाई बीच में छोड़कर कारोबार संभालने के लिए वापस लौट आए. मुकेश 1981 में रिलायंस से जुड़े थे. धीरूभाई अंबानी ने बड़े बेटे मुकेश को उनकी जिम्मेदारियों का अहसास दिलाया और वह पूरे मन से पिता की बातों का सम्मान करते हुए उन्हें पूरा करने में जुट गए.  

अनुशासन और काम के प्रति जुनून
जीवन में अनुशासन बेहद जरूरी है और मुकेश अंबानी की सफलता में इसका बड़ा योगदान रहा है. अंबानी एक बेहद अनुशासित लाइफ जीते हैं. उनके ऑफिस जाना, परिवार के साथ समय बिताना, सबका टाइम निर्धारित है. इस उम्र में भी वह अपने काम के प्रति जुनूनी हैं. अंबानी आज इस पोजीशन पर हैं कि उन्हें कोई भी काम खुद करने की जरूरत नहीं है. वह घर बैठे-बैठे फोन पर भी सबकुछ मैनेज कर सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद वह अपना काम खुद करते हैं.   

लक्ष्य का ज्ञान और लगातार प्रयास
कामयाबी के लिए लक्ष्य का पता होना बेहद ज़रूरी होता है. मुकेश अंबानी को शुरू से ही पता था कि उन्हें क्या करना है. संपत्ति के बंटवारे के बाद उन्होंने एक लक्ष्य निर्धारित किया और उसकी प्राप्ति के लिए जी-जान से जुट गए. अंबानी ने कभी शॉर्टकट में विश्वास नहीं रखा, वह चुटकियों में कामयाबी की तलाश में नहीं रहे. वह अपने लक्ष्य पर केन्द्रित रहे और धीरे-धीरे उसकी तरफ आगे बढ़ते गए. आज उनके पास अरबों का साम्राज्य है. 

पॉजिटिविटी और खुद पर फोकस
अंबानी की सक्सेस की एक बड़ी वजह है पॉजिटिविटी. वह हमेशा पॉजिटिव सोच के साथ आगे बढ़ते हैं. भाई से प्रॉपर्टी विवाद के समय भी उन्होंने पॉजिटिविटी का दामन नहीं छोड़ा था. मुकेश अंबानी की सक्सेस हमें यह भी सिखाती है कि दूसरों को कॉपी करने की गलती न करें. रिलायंस के बंटवारे के समय दोनों भाई लगभग एक जैसी ही स्थिति में थे, लेकिन अनिल अंबानी दूसरों की देखादेखी बिना कुछ सोचे-विचारे ऐसे सेक्टर्स में भी उतर गए जहां उन्हें तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा. इसके उलट मुकेश अंबानी अपनी सोच और रणनीति के तहत आगे बढ़े. 

दौलत का पहाड़ फिर भी साथ है सादगी  
मुकेश अंबानी के पास दौलत का पहाड़ है, लेकिन वह सादगी पसंद इंसान हैं. अपने बेटे अनंत अंबानी के प्री-वेडिंग फंक्शन में जिस तरह उन्होंने लोगों को खाना परोसा, वह दर्शाता है कि कामयाबी के शिखर पर पहुंचने के बाद भी उनमें घमंड नहीं है. अपने अच्छे दिनों में अनिल अंबानी मीडिया में छाए रहते थे, जबकि मुकेश अंबानी तब भी लाइमलाइट से दूर रहते थे और अब भी उन्हें ऐसा कोई शौक नहीं है.    

बंटवारे में मिली थीं ये कंपनियां  
मुकेश और अनिल अंबानी का झगड़ा नवंबर 2004 में पहली बार सामने आया था. भाइयों के इस विवाद से उनकी मां कोकिलाबेन इतनी परेशान हो गई थीं कि उन्होंने बिजनेस का बंटवारा कर दिया. मुकेश अंबानी के हिस्से में रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडियन पेट्रोल कैमिकल्स कॉर्प लिमिटेड, रिलायंस पेट्रोलियम, रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड जैसी कंपनियां आईं. जबकि छोटे भाई अनिल को आरकॉम, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस एनर्जी, रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज जैसी कंपनियां मिलीं. मुकेश अंबानी लगातार अपना कारोबार बढ़ा रहे हैं, लेकिन अनिल का कारोबार डूब गया है.

इसलिए सबसे खास है रिलायंस 
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप आज 19.62 लाख करोड़ रुपए का है. कंपनी के पास जामनगर में एशिया का सबसे बड़ा मैंगो प्लांटेशन है. रिलायंस स्पोर्ट्स से भी जुड़ी हुई है.  2008 में रिलायंस ने आईपीएल की टीम मुंबई इंडियंस को खरीदा था. साथ ही कंपनी ने फुटबॉल की इंडियन सुपर लीग शुरू की थी और वो एक टेनिस इवेंट भी ऑर्गेनाइज करती है. रिलायंस मीडिया सेक्टर में भी मौजूदगी रहती है. इसके अलावा, रिलायंस के पास गुजरात के जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम रिफाइनरी है. पिछले कुछ वक्त में रिलायंस ने कई विदेशी कंपनियों से हाथ मिलाया है. अंबानी का पूरा फोकस इस समय अपने कारोबार का विस्तार करना और बच्चों को विरासत सौंपने पर है.


बेबी फूड में शुगर मिलाए जाने के आरोपों पर Nestle ने दी सफाई, कहा हम कर रहे हैं ये काम

कंपनी के प्रोडक्‍ट को लेकर गंभीर आरोप ये लगा है कि वो विकसित देशों में बिना शुगर का प्रोडक्‍ट बेच रही है जबकि भारत सहित कई देशों में चीनी मिला हुआ प्रोडक्‍ट बेच रही है.

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Friday, 19 April, 2024
Nestle India

 भारत में बीते कई दशकों से अपने प्रोडक्‍ट बेचने वाली नेस्ले(Nestle) इंडिया ने बेबी फूड में शुगर के आरोपों को लेकर सफाई दी है. कंपनी ने अपनी सफाई में कहा है कि वो मौजूदा समय में सभी नियमों का पालन कर रही है और उसने पिछले पांच सालों में शुगर की मात्रा में 30 प्रतिशत तक कमी है. कंपनी पर आरोप है कि वो भारत जैसे देशों में चीनी वाले बेबी फूड और दूध बेच रही है जबकि विकसित देशों अमेरिका और जर्मनी में वही प्रोडक्‍ट बिना चीनी वाले बेच रही है. 

क्‍या कहा है Nestle India ने? 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी की ओर से इस मामले में जारी किए गए बयान में कहा गया है कि अतिरिक्‍त शुगर को कम करना कंपनी के लिए एक बड़ी प्राथमिकता है. कंपनी ने पिछले पांच सालों में अपने प्रोडक्‍ट में अतिरिक्‍त शुगर में 30 प्रतिशत तक की कमी कर दी है. कंपनी की ओर से ये भी कहा गया है कि वो अपने पोर्टफोलिया को उत्‍पादों को बेहतर बनाने के लिए काम करते रहते हैं. कंपनी ने कहा है कि वो पोषण, गुणवत्‍ता, सुरक्षा और स्‍वाद से समझौता किए बिना अतिरिक्‍त शर्करा के स्‍तर को कम करती रहती है. कंपनी की ओर से ये भी कहा गया है कि वो Codex के नियमों का पालन कर रही है. कंपनी की ओर से ये भी कहा गया है कि वो हमेशा से नियमों का पालन करती रही है और पूरी जवाबदेही के साथ काम करती है. कंपनी WHO और FAO के द्वारा बनाए गए नियमों का सख्‍ती से पालन करती है.

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स्विस एनजीओ की ओर से लगाए गए थे आरोप
Nestle India(नेस्‍ले इंडिया) के बेबी फूड और दूध को लेकर स्विस एनजीओ पब्लिक आई इंटरनेशनल बेबी फूड एक्‍शन नेटवर्क (IBFAN) ने कहा था कि कई देशों में बेचे जा रहे उसके बेबी फूड में अंतराष्‍ट्रीय नियमों के विपरीत ज्‍यादा शुगर का इस्‍तेमाल किया जा रहा है. एनजीओ की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, 150 से ज्‍यादा बेबी फूड को लेकर जांच की गई है. 

पोषण से भरपूर हैं हमारे प्रोडक्‍ट 
कंपनी की ओर से कहा गया है कि हमारे बेबी फूड उत्‍पाद, बच्‍चों के बचपन के लिए कई तरह के विटामिन देने का काम करते हैं. इनमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज, और आयरन जैसे पोषण मौजूद होते हैं. कंपनी की ओर से ये भी कहा गया है कि हम अपने उत्पादों की पोषण गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं करते हैं और न ही करेंगे. कंपनी ने रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, ‘हम अपने उत्पादों की पोषण संबंधी प्रोफाइल को बढ़ाने के लिए अपने व्यापक वैश्विक अनुसंधान और विकास नेटवर्क का लगातार लाभ उठाते हैं.
 


 


इन 5 बैंकों से सावधान, आपने भी तो नहीं लगाया है पैसा

RBI ने 5 सहकारी बैंकों के खिलाफ एक्‍शन लिया है. नियमों का पालन नहीं करने के लिए इनके खिलाफ कार्रवाई हुई है. एक्शन के तहत केंद्रीय बैंक ने इन बैंकों पर जुर्माना लगाया है.

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Friday, 19 April, 2024
RBI Action on Bank

RBI ने हाल ही में कुछ बैंकों पर जुर्माना लगाया है. अगर आपका खाता किसी बैंक में चल रहा है, और आपकी मेहनत की कमाई उस अकाउंट में पड़ी है, तो ये खबर काम की है. भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के कुछ सहकारी बैंकों पर एक्शन लिया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अलग-अलग रेगुलेटरी नॉर्म के उल्लंघन के लिए पांच सहकारी बैंकों पर कुल 60.3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.

इन 5 बैंके पर लगा जुर्माना 

•    सबसे ज्यादा जुर्माना राजकोट नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड पर लगाया गया है. पेनल्टी की राशि है 43.30 लाख रुपए है.
•    द कांगड़ा को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड नई दिल्ली पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है 
•    नियमों का उल्लंघन करने पर राजधानी नगर सहकारी बैंक लिमिटेड लखनऊ पर भी 5 लाख की पेनल्टी लगाई गई है.
•    जिला सहकारी बैंक लिमिटेड देहरादून उत्तराखंड पर केंद्रीय बैंक ने 2 लाख रुपये का मौद्रिक जुर्माना लगाया गया है.
•    जिला सहकारी बैंक लिमिटेड गढ़वाल कोटद्वार उत्तराखंड पर 5 लाख रुपये की पेनल्टी ठोकी गई है.

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RBI ने क्यों लगाया जुर्माना?

भारतीय रिजर्व बैंक ने सहकारी बैंक पर जुर्माना लगाने की जानकारी देते हुए बताया कि इन बैंक पर पेनल्टी अलग-अलग रेगुलेटरी नियमों का पालन न करने के लिए लगाई गई है. इसके साथ ही इन पेनल्टी का उद्देश्य बैंकों द्वारा अपने संबंधित ग्राहकों के साथ किए गए एग्रीमेंट या किसी भी लेनदेन की वैधता को प्रभावित करना नहीं है.

पहले भी कई बैंकों पर लग चुका है जुर्माना

इससे पहले रिजर्व बैंक ने इसी महीने नियमों के उल्लंघन के लिए IDFC फर्स्ट बैंक पर 1 करोड़ रुपये और LIC हाउसिंग फाइनेंस पर 49.70 लाख रुपये का जुर्माना लगा चुका है. LIC हाउसिंग फाइनेंस पर जुर्माना गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (भारतीय रिजर्व बैंक) दिशानिर्देश, 2021 के कुछ प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने के लिए लगाया गया था. इसके अलावा आरबीआई ने चार NBFC कुंडल्स मोटर फाइनेंस, नित्या फाइनेंस, भाटिया हायर परचेज और जीवनज्योति डिपॉजिट्स एंड एडवांसेज के पंजीकरण प्रमाणपत्र (सीओआर) को रद्द कर कर चुका है. ये कंपनियां अब एनबीएफसी का कारोबार नहीं कर सकती हैं. 
 


आज से शुरू हो रहा है देश का पर्व, Voting से पहले जान लीजिए ये अपडेट

कुल सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले चरण में आज 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी.

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Friday, 19 April, 2024
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देश के पर्व यानी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए पहले चरण की वोटिंग आज हो रही है. इससे ठीक पहले सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने उस मुद्दे पर सुनवाई की, जो लगभग हर चुनाव में गर्माया रहता है. कोर्ट ने करीब 5 घंटे तक सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. दरअसल, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के वोटों और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) पर्चियों की 100 प्रतिशत क्रॉस-चेकिंग की मांग को लेकर अदालत में याचिका दायर की गईं हैं. इसी पर जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने कल करीब 5 घंटे तक सुनवाई की.

ज्यादा वोट का आरोप
क्रॉस-चेकिंग की मांग करने वाले याचिकाकर्ताओं की तरफ से सीनियर एडवोकेट प्रशांत भूषण, गोपाल शंकरनारायण और संजय हेगड़े ने पैरवी की. प्रशांत भूषण एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की तरफ से पेश हुए. जबकि, चुनाव आयोग की ओर से एडवोकेट मनिंदर सिंह और केंद्र सरकार की की तरफ सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कोर्ट में मौजूद रहे. एडवोकेट भूषण ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि केरल में मॉक पोलिंग के दौरान भाजपा को ज्यादा वोट का हवाला दिया. चुनाव आयोग के वकील मनिंदर सिंह से इसे झूठी और बेबुनियाद खबर बताया.

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आयोग ने दिया ये हवाला
अदालत ने चुनाव आयोग से पूछा कि क्या वोटिंग के बाद मतदाताओं को VVPAT से निकली पर्ची नहीं दी जा सकती? इस पर आयोग ने कहा कि ऐसे करने में बहुत बड़ा जोखिम है. इससे मतदान की गोपनीयता से समझौता होगा और बूथ के बाहर इसका दुरुपयोग भी किया जा सकता है. इस दौरान, सुप्रीम कोर्ट ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आयोग द्वारा अपनाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी हासिल की. इसके बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया.

लगातार उठती रही है मांग 
बता दें कि EVM पर विपक्षी दल लगातार सवाल उठाते रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले करीब 21 विपक्षी दलों के नेताओं ने भी सभी EVM में से कम से कम 50 प्रतिशत VVPAT मशीनों की पर्चियों से वोटों के मिलान की मांग की थी. मई 2019 में भी सभी EVM और VVPAT पर्चियों के मिलान की मांग वाली याचिका लगाई थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था. इसके अलावा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने भी जुलाई 2023 में वोटों के मिलान की याचिका लगाई थी, जिसे भी कोर्ट ने खारिज कर दिया था. अब ऐसी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई है.
 


लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज डलेंगे वोट, कैसी रहेगी बाजार की चाल?

शेयर बाजार पिछले 4 सत्रों से लगातार गिरावट के साथ बंद हो रहा है. कल भी इसमें अच्छी-खासी गिरावट देखने को मिली.

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Friday, 19 April, 2024
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लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए आज यानी 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे. कुल सात चरणों में होने वाले इस चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों के लिए 16 करोड़ 63 लाख वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. चुनाव और शेयर बाजार (Stock Market) का एक अपरिभाषित रिश्ता रहा है. लिहाजा, आज होने वाली वोटिंग का कुछ न कुछ असर बाजार पर जरूर पड़ेगा. वैसे, कल मार्केट में उतार-चढ़ाव देखने को मिला और अंत में बाजार लाल निशान पर बंद हुआ. कमजोर वैश्विक संकेतों और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के लगातार बिकवाल बनने से बाजार बढ़त गंवा बैठा. इस तरह लगातार चौथे कारोबारी सत्र में मार्केट में गिरावट देखी गई. इस दौरान, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) सेंसेक्स 454.69 अंक फिसलकर 72488.99 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 152.05 अंक टूटकर 21995.85 पर पहुंच गया. एक्सपर्ट्स का मानना है कि आज भी बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा.  

MACD ने दिए ये संकेत
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) के संकेतों की बात करें, तो आज Ingersoll-Rand, Poly Medicure और Sterling Wilson Solar में तेजी देखने को मिल सकती है. MACD के इस संकेत का मतलब है कि इन शेयरों में आज मुनाफा कमाने की गुंजाइश बनी रहेगी. हालांकि, BW हिंदी आपको सलाह देता है कि शेयर बाजार में निवेश से पहले किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से परामर्श जरूर कर लें, अन्यथा आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. इसी तरह, MACD ने Prestige Estate, Graphite India, Mphasis, Gland Pharma, LTIMondtree और Jupiter Wagons के शेयरों में मंदी का रुख दर्शाया है.  

इन पर भी बनाए रखें नजर
अब जानते हैं कि वो कौनसे शेयर हैं जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में Jio Financial Services के साथ-साथ Mankind Pharma, Just Dial, 360 One Wam, ABB Power, KSB और Quess Corp शामिल हैं. इसके अलावा, बजाज ऑटो, Infosys के शेयर भी आज ट्रेंड में रह सकते हैं. दोनों कंपनियों ने कल यानी गुरुवार को चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं. आईटी कंपनी Infosys ने तिमाही नतीजों का ऐलान कर दिया है. देश की बड़ी ऑटो कंपनी बजाज ऑटो का वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में प्रॉफिट साल-दर-साल बढ़कर 1,936 करोड़ रुपए पहुंच गया है, जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 1,433 करोड़ था. उधर, इंफोसिस ने 20 रुपए प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड और 8 रुपए प्रति शेयर के स्पेशल डिविडेंड का ऐलान भी किया है.

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).


अब सिंगापुर एयरपोर्ट नहीं रहा सबसे नंबर वन, इस देश ने मारी बाजी, दुरूस्‍त कर लीजिए अपना GK

एयरपोर्ट की सूची में भारत में 6 एयरपोर्ट ऐसे हैं जो टॉप 100 में आए हैं इनमें गोवा पहली बार शामिल हुआ है जबकि मुंबई की रैंकिंग में गिरावट आई है. 

Last Modified:
Thursday, 18 April, 2024
Doha Airport

पिछले कई सालों से टॉप में रहने वाला सिंगापुर एयरपोर्ट अब पहले नंबर पर नहीं है. सिंगापुर से टॉप एयरपोर्ट की पोजीशन जिस एयरपोर्ट ने छीनी है उसका नाम है कतर का हमद इंटरनेशनल एयरपोर्ट दोहा. दुनिया भर के एयरपोर्ट को उनकी क्‍वॉलिटी के आधार पर पुरस्‍कार देने वाली संस्‍था स्‍कॉईट्रैक्‍स वर्ल्‍ड एयरपोर्ट अवॉर्डस ने इस बार दुनिया के टॉप एयरपोर्ट का अवॉर्ड दोहा एयरपोर्ट को दिया है. सिंगापुर इस सूची में दूसरे नंबर पर जा पहुंचा है. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि इस सूची की टॉप फाइव से लेकर टॉप 20 तक में भारत का कोई भी एयरपोर्ट नहीं है. 

आखिर क्‍या है कतर एयरपोर्ट में खास? 
एयरपोर्ट पुरस्‍कारों के ऑस्‍कर कहे जाने वाले स्‍कॉईट्रैक्‍स वर्ल्‍ड एयरपोर्ट अवॉर्डस की सबसे खास बात ये है कि ये जिस किसी भी देश को मिलते हैं उनके लिए एक उपलब्धि के समान होता है. ये एयरपोर्ट 6 लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है. अगर फुटबॉल के मैदानों से इसकी तुलना करें तो 75 मैदानों के बराबर इसकी लंबाई चौड़ाई है. पिछले साल दूसरे नंबर पर रहने के बाद इस साल ये एयरपोर्ट सिंगापुर से पहले नंबर का ताज छीनने के बाद पहले नंबर पर आ गया है. इन पुरस्‍कारों में सबसे लग्‍जरी एयरपोर्ट का खिताब भी दिया जाता है जिसमें भी इसी एयरपोर्ट ने बाजी मारी है. 

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आखिर कौन से हैं टॉप फाइव एयरपोर्ट 
स्‍कॉईट्रैक्‍स वर्ल्‍ड एयरपोर्ट अवॉर्डस की सूची को देखें तो उसके अनुसार हमद इंटरनेशनल एयरपोर्ट दोहा पहले नंबर पर जबकि सिंगापुर का चांगी एयरपोर्ट दूसरे नंबर पर, सियोल एयरपोर्ट तीसरे नंबर पर रहे हैं. टोक्‍यो का हनेडा एयरपोर्ट चौथे नंबर पर, टोक्‍यो का नारिता एयरपोर्ट पांचवे नंबर पर रहा है. 

भारत के एयरपोर्ट की क्‍या है स्थिति? 
स्‍कॉईट्रैक्‍स वर्ल्‍ड एयरपोर्ट अवॉर्डस में टॉप 100 की सूची देखें तो उसमें भारत के 6 एयरपोर्ट शामिल हैं. इनमें दिल्‍ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट 36 वें नंबर पर है, जबकि पिछले साल भी ये एयरपोर्ट इसी नंबर पर था. इसी तरह से  बेंगलुरु 59वें नंबर पर जबकि 2023 में इसकी स्थिति 69 वें नंबर पर थी, हैदराबाद इस साल 61 वें नंबर पर है जबकि 2023 में ये 65वें नंबर पर था, गोवा का मनोहर पार्रिकर एयरपोर्ट पहली बार इस सूची में टॉप 100 में शामिल हुआ है. वहीं मुंबई एयरपोर्ट की रैंकिंग में गिरावट आई है. ये एयरपोर्ट 95वें नंबर पर है जबकि 2023 में ये 84 नंबर पर था. 
 


क्‍या आप भी करते हैं Paytm का इस्‍तेमाल, जल्‍दी कर लीजिए ये काम, वरना होगी परेशानी

अब तक पेटीएम इसे लेकर AXIS, Yes बैंक, SBI और HDFC के साथ हाथ मिला चुका है. नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से इस मामले मे पेटीएम को 14 मार्च को 2024 को मंजूरी दी गई थी. 

Last Modified:
Thursday, 18 April, 2024
Paytm

आरबीआई द्वारा पेटीएम पेमेंट बैंक पर रोक लगाए जाने के बाद परेशानियां से तेजी से उबरने की कोशिश में जुटा है.  इसी कड़ी में अब पेटीएम की ओर से उसके यूजर को एक निर्देश दिया गया है कि उन्‍हें अपनी यूपीआई आईडी में बदलाव करना होगा. उन्‍हें उन बैंकों से यूपीआई आईडी बनवानी होगी. किसी भी यूजर को उन्‍हीं चार में से एक बैंक में अपनी यूपीआई आईडी बनवानी होगी जिनके साथ पेटीएम ने साझेदारी की है. एनपीसीआई ने पेटीएम को थर्ड पार्टी ऐप में रजिस्‍टर करने की अनुमति 14 मार्च को दी है. 

आखिर क्‍यों जरूरत पड़ रही है आईडी बदलने की?  
दरअसल आरबीआई ने अपनी कार्रवाई में पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्‍यूनिकेशन के पेटीएम पेमेंट बैंक पर रोक लगा दी थी. इस रोक के बाद पेटीएम थर्ड पार्टी ऐप के तौर पर काम करने के लिए कई बैंकों के साथ साझेदारी कर रहा है. अब तक पेटीएम इसे लेकर एक्सिस, यस बैंक, एसबीआई और एचडीएफसी के साथ हाथ मिला चुका है. नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से इस मामले मे पेटीएम को 14 मार्च को 2024 को मंजूरी दी गई थी. 

अब क्‍या होगा बदलाव? 
मौजूदा समय में आपकी पेटीएम आईडी @paytm के नाम पर होती है. लेकिन अब आने वाले दिनों में इसे आपको @ptaxis, @ptyes, @ptsbi और @ptyes नाम की आईडी में शिफ्ट करना होगा. इसके लिए आने वाले दिनों में इस बदलाव को किया जा सकता है. विकल्‍प दिए जाने के बाद न बदले जाने पर आप पेटीएम का इस्‍तेमाल नहीं कर पाएंगे. 

आरबीआई की कार्रवाई के बाद शेयरों में गिरावट जारी
31 जनवरी को आरबीआई की ओर से कार्रवाई की जाने के बाद आरबीआई के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. हालांकि कई बार शेयरों में बढ़त भी देखने को मिली है. लेकिन बढ़त ज्‍यादा बरकरार नहीं रह पाई है.गुरुवार को ही शेयरों की स्थिति पर नजर डालें तो 401 रुपये पर खुलने के बावजूद कंपनी के शेयर में गिरावट देखने को मिली. शेयर में 0.79 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली. शेयर गुरुवार को 388.25 रुपये पर बंद हुआ. 

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फर्स्ट टाइम वोटर्स के लिए Air India Express ने किया खास ऐलान, आपको ऐसे मिलेगा फायदा

यदि आप इस लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट करने वाले हैं, तो आपके लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस खास गिफ्ट लेकर आई है.

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Thursday, 18 April, 2024
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लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में मतदाताओं को वोटिंग के लिए प्रोत्सहित करने के लिए तरह-तरह के अभियान चल रहे हैं. इस बीच, टाटा (Tata Group) की एयर एयरलाइन इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) फर्स्ट टाइम वोटर्स के लिए एक खास ऑफर लेकर आई है. एयर इंडिया एक्सप्रेस की तरफ से बताया गया है कि कंपनी लोकसभा चुनाव में पहली बार अपना मताधिकार का उपयोग करने वालों को किराए में 19% तक की विशेष छूट दी जाएगी. बता दें कि आम चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग कल से शुरू हो रही है.

ये होंगे स्पेशल डिस्काउंट के पात्र
एयर इंडिया एक्सप्रेस युवाओं को मतदान को प्रेरित करने के लिए #VoteAsYouAre अभियान शुरू कर रही है. इसके तहत 18 से 22 साल के उन युवाओं को किराये में विशेष छूट मिलेगी, जो पहली बार मतदान के लिए हवाई यात्रा करेंगे. कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मतदाता को संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के निकटतक हवाई अड्डे की यात्रा के लिए यह छूट मिलेगी. छूट की अवधि 18 अप्रैल से एक जून 2024 के बीच की होगी. डिस्काउंट वाले टिकटों की बुकिंग एयरलाइन के मोबाइल ऐप ओर वेबसाइट से कराई जा सकती है.

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कल डालेंगे 102 सीटों पर वोट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया एक्सप्रेस के सीईओ अंकुर गर्ग ने बताया कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने हमेशा बदलाव के लिए आगे बढ़ कर काम किया है. कंपनी अपनी 19वीं वर्षगांठ सेलिब्रेट करने जा रही है. ऐसे में कंपनी ने खास पहल #VoteAsYouAre अभियान की शुरुआत की है. टाटा ग्रुप की कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस देश के राज्यों में 31 डेस्टिनेशंस के लिए उड़ान भरती है. बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार अभियान बुधवार को थम गया है. पहले चरण का मतदान कल यानी 19 अप्रैल को होगा. पहले चरण के चुनाव में 21 राज्यों की कुल 102 सीटों पर वोटिंग होनी है.


कानपुर वालों को भी नहीं पता होगा, ये 10 लोकल बिजनेस 'कानपुरियों' को बना रहे हैं करोड़पति

कानपुर से जुड़े कई लोगों ने अपनी अलग सोच से ऐसे बिजनेस खड़े कर दिए, जिनकी सफलता पर पहले लोगों को शंका थी.

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Thursday, 18 April, 2024
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उत्तर प्रदेश का कानपुर कई वजहों से फेमस है. यह यूपी का सबसे बड़ा शहर होने के साथ-साथ देश का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र भी है. कानपुर प्रमुख तौर पर रासायनिक, कपड़ा और चमड़ा उद्योग के लिए जाना जाता है. जैसे-जैसे शहर का विकास हुआ है, यहां रोजगार के अवसर बढ़े हैं साथ ही लोग नए-नए बिजनेस में हाथ आजमाकर अच्छी-खासी कमाई भी कर रहे हैं. यहां हम आपको ऐसे 10 लोकल बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कानपुरियों को करोड़पति बना रहे हैं.   

चढ़ावे के फूलों को बनाया कारोबार  
दो दोस्तों द्वारा शुरू किया गया स्टार्टअप Helpusgreen अपने इनोवेशन के लिए पहचाना जाता है. हेल्पअसग्रीन शहर भर के मंदिरों और मस्जिदों में चढ़ाए गए फूलों को इकट्ठा करता है. फिर उन्हें अगरबत्ती, साबुन और ईको-पैकेजिंग जैसे उत्पाद बनाने के लिए रीसायकल किया जाता है. इसके बाद तैयार उत्पादों को बाजार में बेच दिया जाता है. यह स्टार्टअप आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को रोजगार देता है और साथ ही गंगा नदी को कीटनाशकों से युक्त फूलों से प्रदूषित होने से भी बचाता है. हेल्पअसग्रीन की स्थापना 2015 में अंकित अग्रवाल और करण रस्तोगी ने की थी. दोनों को शुरुआत में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि उनके बिज़नेस मॉडल की सफलता पर लोगों को विश्वास नहीं था. लेकिन आज इस स्टार्टअप की हर तरफ सराहना हो रही है.

3D प्रिंटिंग बनी कमाई का जरिया
Myobjectify कानपुर का एक ऐसा स्टार्टअप है, जो अपनी 3D प्रिंटिंग तकनीक विकसित करता है और अन्य कंपनियों को सेवाएं प्रदान करता है. इस स्टार्टअप की स्थापना 2013 में आईआईटी कानपुर में एक छोटी 3D प्रिंटिंग मशीन के साथ की गई थी. अपनी एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग 3D मशीनों के साथ, Myobjectify मेटल और पॉलिमर दोनों सल्यूशन प्रदान कर सकता है. Myobjectify की फाउंडर अंकित साहू, अर्पित साहू और उमंग केडिया हैं. अंकित और अर्पित इस समय कंपनी के निदेशक हैं जबकि उमंग Myobjectify के CFO की भूमिका संभाल रहे हैं. इस स्टार्टअप ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है और तीनों फाउंडर्स को आर्थिक रूप से मजबूत किया है.

लोगों की परेशानी दूर कर हो रही कमाई 
मिस्टररूम (MrRoom) भी कानपुर के सफल स्टार्टअप में शामिल है. यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो रेंटल रूम यानी मनचाही जगह पर किराए के कमरे खोजना बेहद आसान बना देता है. मिस्टररूम अपने प्लेटफ़ॉर्म पर पंजीकृत विभिन्न प्रकार के वेरीफाइड हॉस्टल और PG की जानकारी प्रदान करता है. इतना ही नहीं, स्टार्टअप इसके लिए कोई ब्रोकरेज चार्ज भी नहीं लेता. साथ ही किरायेदारों को अपना मासिक किराया ऑनलाइन मैनेज करने की सुविधा भी प्रदान करता है. कानपुर के लोगों की लाइफ आसान करके इसके फाउंडर अली अब्बास मोटी कमाई करते हैं. अली ने 2018 में मिस्टररूम की नींव रखी थी. दरअसल, उन्हें कॉलेज के दिनों में किराये के लिए कमरा ढूंढने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था, इसलिए उन्होंने दूसरों को इस परेशानी से बचाने के लिए मिस्टररूम की स्थापना की. बता दें कि मिस्टररूम देश के उन 25 स्टार्टअप्स में से एक था, जिन्हें iBHubs स्टार्टअप स्कूल एक्सेलेरेटर प्रोग्राम, 2019 के लिए चुना गया था।

कैंपस में आया आइडिया और चला बिजनेस
कैंपस हाट (Campus Haat) एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो देश भर के कॉलेज कैंपस में साथियों, निवासियों, दुकानदारों और सेवा प्रदाताओं के साथ एक मजबूत इंटर-कनेक्शन बनाकर छात्रों की डेली लाइफ की समस्याओं को दूर करता है. इसकी स्थापना 2017 में गुड्डू कुमार ने की थी. वह इसके फाउंडर के साथ-साथ सीईओ भी हैं. गुड्डु आईआईटी-कानपुर ग्रेजुएट हैं और उन्होंने कैम्पसहाट की शुरुआत उन वस्तुओं के पुन: इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए की है जिन्हें ऑनलाइन बेचा जा सकता है, किराए पर लिया जा सकता है और खरीदा जा सकता है यह फिर नेक कार्यों के लिए डोनेट किया जा सकता है.

कंपनियों को पसंद आया आइडिया   
आईआईटी-बॉम्बे ग्रेजुएट अमितेश मिश्रा और उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट निखिल तिवारी ने फरवरी 2014 में सोशियोटा (Sociota) को लॉन्च किया था. यह मुख्य रूप से सोशल मीडिया मैनेजमेंट, मोनिटरिंग, एनालेटिक्स, एंगेजमेंट, सोशलाइजेशन आदि पर आधारित कंपनी है. यह दूसरी कंपनियों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मैनेज करती है और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लॉग इन और लॉग आउट करने वाले लोगों पर नज़र रखती है. ट्राइडेंट एनालिटिकल सॉल्यूशंस सोशियोटा की पैरेंट कंपनी है. यह एक ही प्लेटफॉर्म पर कई फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन और Google+ अकाउंट इस्तेमाल करने और उन्हें प्रबंधित करने की सुविधा देती है. 

घर के दरवाजे पर पहुंचा रहे सर्विस    
CarCooper पूरे उत्तर भारत में लीडिंग डोरस्टेप कार सर्विस प्रोवाइडर्स में शामिल है. कंपनी योग्य और अनुभवी मैकेनिकों द्वारा मैकेनिक सर्विस प्रदान करती है. इसके साथ ही कंपनी सभी प्रकार के वाहनों के लिए पेशेवर ड्राइवर की सुविधा भी उपलब्ध कराती है. पेशेवर ड्राइवरों को कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों के लिए काम पर रखा जा सकता है. प्रशांत सिंह और ऋषभ सिंह कारकूपर के को-फाउंडर हैं और कानपुर के लोगों को उनके दरवाजे तक कार सेवाएं प्रदान करते हैं.

इन दोनों ने भी बनाई अलग पहचान
आर्यन एसेंशियल ऑयल्स (Aryan Essential Oils) कानपुर की कंपनी है. यह भारत में थोक नेचुरल एसेंसियल ऑयल के सबसे बड़े उत्पादकों और निर्माताओं में से एक है. कंपनी द्वारा निर्मित उत्पाद उच्च गुणवत्ता वाले हैं और पश्चिमी देशों में इनकी अच्छी डिमांड है. इसकी स्थापना 2014 में अजय दीक्षित की थी. इसी तरह, वेलनेसमॉन्क (Wellnessmonk) ने भी कानपुर में अच्छा नाम बना लिया है. इसकी स्थापना 2017 में हुई थी. कंपनी को पहले 'फार्मासिओनेट' के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2019 में नाम बदलकर 'वेलनेसमॉन्क' कर दिया गया. वेलनेसमॉन्क हेल्थकेयर, वैलनेस, पर्सनल केयर, मदर और बेब केयर के साथ-साथ उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करती है. इसके अलावा, किराने का सामान, पेय पदार्थ और स्नैक्स जैसे घरेलू उत्पाद भी कंपनी बेचती है. वेलनेसमॉन्क 100% टेक्नोलॉजी-ड्रिवन स्टार्टअप है और इसके पास अपने वर्चुअल प्राइवेट सर्वर हैं.

आज विदेशों में भी है मौजूदगी
आईडीएल टेक्नोलॉजीज कानपुर की एक सॉफ्टवेयर कंपनी है. इसकी शुरुआत वर्ष 2013 में हुई थी. आज, आईटी और कंसल्टिंग सेक्टर में कंपनी विदेशों में भी अपनी उपस्थिति दर्शा रही है. IDL टेक्नोलॉजीज वैश्विक कंपनियों के लिए प्रौद्योगिकी-सक्षम व्यावसायिक समाधानों को परिभाषित, डिजाइन और वितरित करती है. आईडीएल टेक्नोलॉजीज डिजिटल सिग्नेचर, वेबसाइट और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, एसईओ/एसएमओ, बल्क SMS आदि जैसी विभिन्न सेवाएं प्रदान करती हैं. आशीष कुमार सिंह इस कंपनी के फाउंडर हैं.

Drone बन गया कमाई का साधन
आरव अनमैन्ड सिस्टम्स (Aarav Unmanned Systems) या AUS एक स्टार्टअप है, जो अन्य उद्यमों के लिए प्रोफेशनल्स ड्रोन सल्यूशन डेवलप करता है. स्टार्टअप का मुख्य फोकस ड्रोन इंटेलिजेंस, हार्डवेयर ऑप्टिमाइजेशन और डिजाइन इनोवेशन है. इस स्टार्टअप की शुरुआत 2013 में आईआईटी कानपुर से 4 दोस्तों ने की थी. AUS के संस्थापक निखिल उपाध्ये, सुहास बंशीवाला, विपुल सिंह और यशवंत रेड्डी हैं. AUS को कुछ प्रतिष्ठित वेंचर्स जैसे GrowX, 500 स्टार्टअप, स्टार्टअपXseed आदि का समर्थन प्राप्त है. इसी तरह से फूडमॉन्क कानपुर का एक स्टार्टअप है, जो रेस्टोरेंट और फूड बिजनेस को हर चीज को प्रबंधित करने का आसान तरीका प्रदान करता है. अपने टूल्स के साथ, व्यवसाय आसानी से अपने एनालिटिक्स पर नज़र रख सकते हैं और साथ ही फूडमॉन्क के ई-मेनू, ऑनलाइन भुगतान आदि सुविधाओं द्वारा बेहतर ग्राहक अनुभव हासिल कर सकते हैं. फूडमॉन्क के संस्थापक अभिषेक आईआईटी कानपुर ग्रेजुएट हैं. 


ICICI  लोम्बार्ड के मुनाफे में हुआ इतना इजाफा, ये रही इसकी वजह 

ICICI के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024 के लिए प्रति शेयर 6 रुपये का फाइनल डिविडेंड प्रस्तावित किया है. यह डिविडेंड भुगतान कंपनी की आगामी एजीएम मीटिंग में शेयरधारकों के अप्रूवल के अधीन है.

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Thursday, 18 April, 2024
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वित्‍त वर्ष 2024-25 की शुरूआत होते ही 2023-24 की चौथी तिमाही के नतीजे सामने आने लगे हैं. इसी कड़ी में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के चौथी तिमाही के नतीजे सामने आ चुके हैं. कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा (PAT) 18.9% बढ़कर 520 करोड़ रुपये रहा है. जबकि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड की ग्रॉस डायरेक्ट प्रीमियम इनकम  (सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम आय- GDPI) वित्त वर्ष 2024 में सालाना आधार पर 17.8 फीसदी बढ़कर 247.76 बिलियन रुपये (24776 करोड़) रही है, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 210.25 बिलियन रुपये (21025 करोड़) थी. कंपनी की यह ग्रोथ इंडस्‍ट्री की ग्रोथ में 12.8% का इजाफा हुआ है. 

जीडीपीआई ग्रोथ में हुआ इतना इजाफा 
कंपनी की ग्रोथ को मापने के अहम बिंदु जीडीपीआई ग्रोथ पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही (Q4FY2024) में ग्रोथ 22 फीसदी बढ़कर 60.73 बिलियन रुपये  (6073 करोड़ रुपये)  रही, जबकि यही ग्रोथ वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में यह 49.77 बिलियन रुपये ( 4977 करोड़ रुपये) थी.  यह ग्रोथ इंडस्‍ट्री की ग्रोथ 9.5 फीसदी के मुकाबले अधिक है. फसल और जन स्वास्थ्य को छोड़कर, कंपनी की जीडीपीआई ग्रोथ वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में 22 फीसदी रही जो इंडस्‍ट्री की 13.8 फीसदी ग्रोथ के मुकाबले अधिक है. वित्त वर्ष 2024 के लिए कंबाइंड रेश्यो (संयुक्त अनुपात) 103.3 फीसदी रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 के लिए यह 104.5 फीसदी था.1.37 बिलियन रुपये (137 करोड़ रुपये )  के कैट (CAT) घाटे के प्रभाव को छोड़कर, वित्त वर्ष 2024 में कंबाइंड रेश्यो 102.5 फीसदी रहा. 

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इन आंकड़ों पर भी बेहतर रहे हैं कंपनी के नतीजे 
आईसीआईसीआई लोम्‍बॉर्ड के कर पूर्व लाभ (Profit Before Tax) के आंकड़ों पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2024 में 21 फीसदी बढ़कर 25.55 बिलियन रुपये (2555 करोड़ रुपये) हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 21.13 बिलियन रुपये (2113 करोड़ रुपये) था. जबकि कर पूर्व लाभ वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में 21.9 फीसदी बढ़कर 6.98 बिलियन रुपये (698 करोड़ रुपये) हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 5.73 बिलियन रुपये (573 करोड़ रुपये) था. इसी तरह वित्त वर्ष 2024 में कैपिटल गेंस (पूंजीगत लाभ) 5.51 बिलियन रुपये (551 करोड़ रुपये) था, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 4.53 बिलियन रुपये (453 करोड़ रुपये) था. वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में कैपिटल गेंस 1.56 बिलियन रुपये (156 करोड़ रुपये) था, जबकि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में यह 1.59 बिलियन रुपये (159 करोड़ रुपये) था.

कंपनी देने जा रही है इतना डिविडेंड 
आईसीआईसीआई कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024 के लिए प्रति शेयर 6 रुपये का फाइनल डिविडेंड प्रस्तावित किया है. यह डिविडेंड भुगतान कंपनी की आगामी एनुअल जनरल मीटिंग में शेयरधारकों के अप्रूवल के अधीन है. प्रस्तावित फाइनल डिविडेंड सहित FY 2024 के लिए कुल डिविडेंड 11 रुपये प्रति शेयर है. रिटर्न ऑन एवरेज इक्विटी (आरओएई -ROAE) वित्त वर्ष 2024 में 17.2 फीसदी रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 17.7 फीसदी था. FY 2024 की चौथी तिमाही में आरओएई 17.8 फीसदी रहा, जो FY2023 की चौथी तिमाही में 17.2 फीसदी था.