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अगर ऐसा ही रहा तो बड़े पदों तक नहीं पहुंच पाएंगी महिलायें
कोविड के बाद से मिडल मैनेजमेंट में महिलाओं की संख्या कम हुई है. साल 2019 में मिडल मैनेजमेंट में महिलाओं की संख्या लगभग 18-19% थी जो अब कम होकर मात्र 14-16% रह गयी है
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
प्रमुख अमेरिकी कंप्यूटर निर्माता कंपनी IBM (अंतरराष्ट्रीय बिजनेस मशीन्स कॉर्पोरेशन) और चीफ द्वारा हाल ही में कार्यक्षेत्र में महिलाओं पर किये गए एक अध्ययन से सामने आया है कि, महिलाओं की संख्या कम होने की वजह से मिडल मैनेजमेंट खाली हो रहा है. इसका मतलब यह है कि, मिडल मैनेजमेंट में पर्याप्त महिलायें नहीं हैं जिसकी वजह से वह टॉप मैनेजमेंट में मौजूद लीडर्स की जगह नहीं ले सकतीं.
कोविड में कम हुई है महिलाओं की संख्या
महिलाओं को सपोर्ट करने वाली एक संस्था ‘चीफ’ की को-फाउंडर और CBO Lindsay Kaplan ने कहा – यह अत्यंत महत्त्वपूर्ण है कि, सभी कंपनियां मिडल मैनेजमेंट में मौजूद खालीपन को पूरा करने की ज्यादा से ज्यादा कोशिश करें. इस अध्ययन से सामने आया है कि कोविड के बाद से मिडल मैनेजमेंट में महिलाओं की संख्या कम हुई है. साल 2019 में मिडल मैनेजमेंट में महिलाओं की संख्या लगभग 18-19% थी जो अब कम होकर मात्र 14-16% रह गयी है. Lindsay Kaplan ने बताया कि, मैनेजमेंट की इन भूमिकाओं में महिलाओं को कम प्रतिनिधित्व मिलता है और इसके साथ ही उन्होंने कुछ तरीके भी बताये जिनसे कंपनियां इन समस्याओं को ठीक कर सकती हैं.
भारत में महिलाओं को दी जाती है कम प्राथमिकता
Lindsay ने कहा – कार्यक्षेत्र के लगभग हर स्तर पर प्रमुख रूप से महिलाओं को कम प्रतिनिधित्व मिलता है. अगर सभी कंपनियां पॉलिसी, इन्वेस्टमेंट्स आदि के माध्यम से अपने संस्थानों में पूर्ण रूप से जेंडर की विविधता को प्राथमिकता दें तो हमें प्रमुख रूप से बदलाव देखने को मिलेगा. साथ ही, पूरी दुनिया के मुकाबले भारत में प्रमुख पदों पर महिलाओं को कम प्राथमिकता दी जाती है. स्टडी की मानें तो भारत में 39% कंपनियों ने महिलाओं को प्रमुख पदों पर उन्नति दी है जो विश्व के मुकाबले 6% कम है.
महिलाओं को प्रमुख पदों पर भेजना है बेहद जरूरी
स्टडी से हमें यह भी पता चलता है कि, भारत में जिन महिलाओं पर यह सर्वेक्षण किया गया है वह टॉप पोजीशंस पर पहुंचने को लेकर आशावादी नहीं हैं और उनका मानना है कि लीडरशिप की प्रमुख भूमिकाओं को लेकर लिंग असमानता खत्म होने में अभी लगभग 13 सालों जितना समय लगेगा. IBM कंसल्टिंग के भारत और दक्षिणी एशिया के कंट्री मैनेजिंग पार्टनर Kamal Singhani ने कहा – यह बहुत जरूरी है कि सभी संस्थाएं कार्यक्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को प्रमुख पदों पर भेजें और उन्हें लीडर बनायें. इससे न सिर्फ इंडस्ट्री में विविधता बढ़ेगी बल्कि विकास भी बढ़ेगा और भविष्य के लिए तैयारी भी.
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