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Adani के शेयरों में तेजी से LIC के भी आए 'अच्छे दिन', इतने करोड़ का प्रॉफिट
अडानी समूह के शेयरों में तेजी से अब LIC के भी अच्छे दिन लौट आए हैं. शुक्रवार 2 मार्च को बाजार बंद होने पर एलआईसी के निवेश की वैल्यू बढ़कर 39,068.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
अडानी समूह (Adani Group) के शेयरों में भारी गिरावट को लेकर भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को भी काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था. इसकी वजह थी, LIC का अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश. अडानी समूह की शेयर बाजार में कुल 10 कंपनियां सूचीबद्ध हैं. LIC ने इनमें से 7 कंपनियों में निवेश किया हुआ है. इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट से LIC को भी नुकसान उठाना पड़ रहा था, लेकिन अब 'नुकसान' पुराने दिनों की बात हो गया है. क्योंकि अडानी के शेयरों में तेजी का दौर लौट आया है और इसी के साथ LIC के नुकसान की भरपाई हो गई है.
कितना है LIC का निवेश?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, LIC की अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) में 1.28 फीसदी और अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (Adani Ports & SEZ) में 9.14 प्रतिशत तक हिस्सेदारी है. इसके अलावा, ग्रुप की 5 अन्य कंपनियों में भी LIC का पैसा लगा हुआ है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया था. इसके चलते अडानी समूह में LIC के निवेश की वैल्यू काफी कम हो गई थी. LIC ने अडानी ग्रुप में बीते कुछ सालों में करीब 30,127 करोड़ रुपए का निवेश किया है. बीते 24 फरवरी को इसकी वैल्यू घटकर 29,893.13 करोड़ रुपए रह गई थी.
अब कितना हुआ फायदा?
हालांकि, अडानी समूह के शेयरों में तेजी से अब LIC के भी अच्छे दिन लौट आए हैं. शुक्रवार 2 मार्च को बाजार बंद होने पर एलआईसी के निवेश की वैल्यू बढ़कर 39,068.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी. इस तरह LIC को अडानी समूह के कंपनियों में पर फिलहाल लगभग 9,000 करोड़ रुपए का लाभ हुआ है. गौरतलब है कि LIC के अडानी समूह में निवेश पर सवाल उठे थे. आशंका व्यक्त की जा रही थी कि LIC को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है, लेकिन अडानी की कंपनियों में तेजी के साथ ये आशंका फिलहाल के लिए दूर हो गई है.
रिकवरी मोड में शेयर
वहीं, अडानी समूह की कोशिशें रंग ला रही हैं. समूह पहले से ही कहता आ रहा है कि उसके पास पर्याप्त कैश है. विदेशों में तीन दिवसीय रोड शो के माध्यम से समूह ने निवेशकों को यही समझाने की कोशिश की और इसका असर शेयर बाजार में समूह की कंपनियों के शेयरों पर नजर आया. अडानी की कंपनियों के शेयर तेजी से रिकवरी मोड में आ गए हैं. जिस तरह से इनकी रफ्तार दिखाई दे रही है, यदि वो बरकरार रहती है तो पिछले एक महीने की गिरावट से बाहर निकलने में उन्हें ज्यादा समय नहीं लगेगा.
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