भारत-फ्रांस के रिश्ते में आई और मिठास, इन डील्स पर लगी मुहर!

डिफेन्स, स्पेस, एजुकेशन, हेल्थ, मोबिलिटी के साथ-साथ लाल सागर और गाजा में जारी आपदा के बीच आर्थिक सहयोग पर सोच-विचार किया गया.

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Saturday, 27 January, 2024
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26 जनवरी 2024 को भारत ने अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाया और इस मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रोन (Emmanuel Macron) मुख्य अतिथि के रूप में कर्त्तव्य पथ पर मौजूद थे. गणतंत्र समारोह का कार्यक्रम खत्म होने के बाद भारत और फ्रांस ने साथ मिलकर डिफेन्स औद्योगिक साझेदारी के लिए एक रोडमैप अपनाया है और दोनों ही देशों ने साथ मिलकर मिलिट्री सिस्टम विकसित करने, डिजाईन करने और उत्पादन करने के लिए हामी भरी है.

इन मुद्दों पर दोनों देश करेंगे सहयोग
गणतंत्र दिवस समारोह से पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रोन गुरुवार को जयपुर में मिले थे और यहां उन्होंने डिफेन्स, स्पेस, एजुकेशन, हेल्थ, मोबिलिटी के साथ-साथ लाल सागर और गाजा में जारी आपदा के बीच आर्थिक सहयोग जैसे मुद्दों पर सोच-विचार किया. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर और फाइटर जेट विमानों को लेकर भी दोनों देशों के बीच एक काफी महत्त्वपूर्ण डील तय हुई है. इस डील के अंतर्गत फ्रांस और भारत साथ मिलकर मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर का निर्माण करेंगे और फ्रेंच कंपनी साफ्रान द्वारा देश में ही फाइटर जेट विमानों के इंजन का निर्माण करने के लिए 100% टेक्नोलॉजी प्रदान करवाई जायेगी. 

दोनों देशों के लिए अहम हैं ये समझौते
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने जानकारी देते  हुए मीडिया को यह भी बताया है कि ही दोनों देश डिफेंस स्पेस पार्टनरशिप, सैटेलाईट लॉन्च करने, क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में रिसर्च करने, हेल्थकेयर में सहयोग करने, पब्लिक प्रशासन में सहयोग करने और फ्रांस में अपनी मास्टर्स की डिग्री प्राप्त कर रहे भारतीय छात्रों के लिए पंचवर्षीय शेंगेन वीजा (Schengen Visa) जैसे मुद्दों पर आपसी सहयोग के लिए भी राजी हुए हैं. विनय क्वात्रा ने कहा कि औद्योगिक डिफेंस रोडमैप का प्रमुख ध्यान डिफेन्स उद्योग के क्षेत्र में मौजूद मौकों की तलाश करने के साथ-साथ दोनों देशों के बीच डिफेन्स सप्लाई चेन तैयार करना भी है ताकि भारत के साथ-साथ फ्रांस की डिफेन्स संबंधित जरूरतें भी पूरी हो सकें. 

टाटा और एयरबस के बीच हुई डील
इसके साथ ही टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) और एयरबस (Airbus) के बीच भारत में H125 हेलीकॉप्टर के निर्माण के लिए असेंबली लाइन तैयार करने के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किये गए हैं. साथ ही NSIL (न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड) और फ्रांस की अरायनस्पेस SAS के बीच स्पेस सेक्टर को लेकर समझौते तय किये गए हैं.
 

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आखिर PM आर्थिक सलाहकार समिति की रिपोर्ट में ऐसा क्‍या है जिसने मचा दिया सियासी बवाल?

इस रिपोर्ट में भारत के पड़ोसी देशों के साथ कई और देशों में जनसंख्‍या की स्थिति का आंकलन किया गया है. रिपोर्ट बता रही है कि हिंदू जहां कम हुए वहीं मुस्लिमों की आबादी बढ़ी है. 

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Thursday, 09 May, 2024
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देश के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कांग्रेस अलग-अलग मामलों के जरिए वोटरों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. कभी विरासत टैक्‍स तो कभी आरक्षण चुनावों में बार बार सियासी माहौल को गर्मा रहे हैं. इस बीच चौथे चरण से पहले सामने आई पीएम इकोनॉमिक काउंसिल की रिपोर्ट ने इस चुनाव में एक बार फिर हिंदू मुस्लिम का तड़का लगा दिया है. रिपोर्ट कहती है कि हिंदुओ की संख्‍या में कमी हुई है जबकि मुस्लिमों की संख्‍या में इजाफा हुआ है. यही नहीं भारत के पड़ोसी देशों में भी बहुसंख्‍यक आबादी में कमी आई है. 

आखिर क्‍या कह रही है पीएम काउंसिल की रिपोर्ट? 
पीएम इकोनॉमिक काउंसिल की रिपोर्ट कहती है कि देश में 1950 से लेकर 2015 के बीच जनसंख्‍या के आंकड़ों में बड़ा बदलाव आया है. रिपोर्ट कहती है कि हिंदुओ की आबादी में 7.82 प्रतिशत की कमी आई है जबकि मुसलमानों की आबादी में 43.15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट बताती है कि भारत, नेपाल, म्‍यांमार जैसे देशों में हिंदु और बौद्धों की आबादी में कमी हुई है जबकि पाकिस्‍तान, बांग्‍लादेश और अफगानिस्‍तान जैसे देशों में मुस्लिमों की आबादी में बड़ा इजाफा हुआ है. पीएम इकोनॉमिक काउंसिल की रिपोर्ट कहती है कि इस समिति ने 167 देशों में 1950 से लेकर 2015 तक की आबादी का अध्‍ययन किया है. 

जानिए मुस्लिम देशों में कितनी बढ़ी आबादी
पीएम इकोनॉमिक काउंसिल की रिपोर्ट ये भी बताती है कि पिछले 65 सालों में भारत, नेपाल और म्‍यांमार में रहने वाले बहुसंख्‍यक हिंदुओ और बौद्धों की आबादी में 22 प्रतिशत की कमी हुई है जबकि ये फॉर्मूला मुस्लिम देशों में लागू नहीं हो रहा है. मुस्लिम आबादी वाले 38 देशों की आबादी में इजाफा हुआ है. पाकिस्तान में 1950 में मुस्लिम आबादी 77.45 फीसद थी, जो 2015 में बढ़कर 80.36 फीसद पहुंच गई. मुस्लिम आबादी में सबसे तेज बढ़ोतरी बांग्लादेश में देखने को मिली, यहां 65 सालों में 74.24 से बढ़कर 88.02 फीसद तक पहुंच गई. अफगानिस्तान में भी मुस्लिम आबादी 88.75 फीसद से बढ़कर 89.01 फीसद पहुंच गई. वहीं मालदीव में मुस्लिम आबादी में मामूली गिरावट दर्ज की गई है, जो 99.83 फीसद से घटकर 98.36 फीसद पर आ गई है. 

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म्‍यांमार में ऐसे बदल गई तस्‍वीर 
म्‍यांमार ऐसा देश है जहां बौद्ध आबादी बड़ी संख्‍या में रहती है. रिपोर्ट कहती है म्‍यांमार में बौद्ध आबादी 78.53 फीसदी घटकर 70.80 प्रतिशत रह गई है. वहीं श्रीलंका में बौद्धों की आबादी पर नजर डालें तो 64.28 से बढ़कर 67.65 प्रतिशत तक जा पहुंची है. वहीं अगर भूटान में देखें तो वहां भी बौद्धों की स्थिति में इजाफा हुआ है. ये आबादी 71.44 प्रतिशत से 84.07 प्रतिशत तक पहुंच गई है. वहीं भारत में हिंदुओं की संख्‍या 84.30 फीसदी से घटकर 81.26 प्रतिशत तक पहुंच गई है. वहीं आंकड़े ये भी बता रहे हैं मुस्लिम के साथ सिक्‍ख और ईसाई की आबादी में भी इजाफा हुआ है. 6.58 फीसदी और 5.38 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. जबकि पारसी और जैन की आबादी में क्रमश बढ़ोतरी हुई है. 

अब इसपर जमकर हो रही है सियासत 
लोकसभा चुनाव के मौसम में इस रिपोर्ट के सामने आते ही देश में सियासत भी जमकर हो रही है. केन्‍द्रीय मंत्री और बीजेपी के फायरब्रैंड नेता गिरीराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश को धर्मशाला बना दिया है. उन्‍होंने कहा कि ये देश को इस्‍लामिक स्‍टेट बनाना चाह रहे हैं. उन्‍होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग देश को भ्रमित कर रहे हैं. लेकिन सच्‍चाई किसी से छिप नहीं पाएगी. सबसे खास बात उन्‍होंने कहा कि आजादी के वक्‍त देश में हिंदु 90 प्रतिशत था, आज हम 70 प्रतिशत पर आ गए हैं. पहले मुसलमान 8 प्रतिशत था जो आज 20 प्रतिशत हो गया है. उन्‍होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये मुस्लिम को आरक्षण देना चाहते हैं. ये देश को इस्‍लामिक स्‍टेट बनाना चाह रहे हैं. 

प्रियंका गांधी ने भी साधा निशाना 
इस मामले के सामने आने के बाद प्रियंका गांधी ने भी इस पर अपनी बात कहने में देरी नहीं लगाई. प्रियंका गांधी ने कहा कि हम लोगों को उन मुद्दों पर बात करनी चाहिए जो हमसे जुड़े कोर मुद्दे हों. अब वो भले ही महंगाई हो, बेरोजगारी हो या महिला सुरक्षा के मामले हों. वहीं राजद के नेता तेजस्‍वी यादव ने कहा कि 2021 में जनगणना होनी थी लेकिन 2024 तक नहीं हुई है. उन्‍होंने कहा कि लोगों में नफरत फैलाई जा रही है. ये लोग लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. 10 साल तक लोगों को ठगा है और आगे भी ठगने की तैयारी कर रहे हैं. 
 


अब पैरेंट्स को भ्रमित करके कोर्स नहीं बेचेगा Byju’s, फीस भी 30 प्रतिशत तक घटाई

एडटेक कंपनी बायजूस (Byju's) ने अब अपनी सेल्स रणनीति में कुछ बदलाव किए हैं. इससे कंपनी के सेल्स कर्मचारियों भी राहत मिलेगी.

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Thursday, 09 May, 2024
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मुश्किलों में घिरी एडटेक कंपनी बायजूस (Byju's) ने अब अपनी सेल्स रणनीति में कुछ बदलाव किए हैं. यह बदलाव बायजूस ने अपने गिरते रेवेन्यू और मनोबल को बढ़ाने के लिए ग्राहकों से अधिक सहानुभूति रखने वाले सेल्स अप्रोच को अपनाने का फैसला किया है. इतना ही नहीं, कंपनी ने अपने कोर्स की फीस घटाने का भी फैसला लिया है. 

फीस 30 प्रतिशत तर घटाई
बायजूस ने अपने कोर्स की फीस 30 प्रतिशत तक घटान का फैसला लिया है. यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब एडटेक कंपनी के लिए सेल का पीक समय चल रहा है. टेस्ट प्रीपरेशन कराने वाली कंपनियों की सबसे अधिक सेल अप्रैल-जून तिमाही में ही होती है. जानकारी के अनुसार बायजूस के सीईओ और फाउंडर बायजू रवींद्रन (byju Raveendran) ने करीब 1500 सेल्स स्टाफ के साथ एक बैठक की और उनसे कोर्स बेचने के दौरान एक सहानुभूति वाला नजरिया अपनाने की अपील की, जबकि इससे पहले अभिभावकों को भ्रमित करके कोर्स बेचा जाता था. 

मैनेजर कोच की तरह करेंगे काम
जानकारी के अनुसार बायजूस ने अब पुश आधारित रणनीति की जगह पुल आधारित सेल्स रणनीति अपना लिया है. अब बच्चों और पैरेंट्स को रेस में पीछे छूट जाने का डर दिखाने की जगह प्यार और अच्छी समझ विकसित करने पर जोर दिया जाएगा. मैनेजर अब कोच के रूप में काम करेंगे और सेल्स टीम को सपोर्ट करेंगे, जबकि अभी तक मैनेजर्स सख्ती से केवल कोर्स का टारगेट पूरा कराने पर जोर दे रहे थे. मैनेजर्स कोर्स बेचने का नहीं, बल्कि अपनी टीम को सलाह देने काम करेंगे.

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कर्मचारियों के लिए आएगी ये पॉलिसी
बायजूस अपने सेल्स टीम के कर्मचारियों के लिए लचीले वर्किंग ऑवर्स की पॉलिसी लाई है.  जानकारी के अनुसार कर्मचारियों की अब पहले की तरह कॉल पर बिताए गए घंटों की संख्या की कोई ट्रैकिंग नहीं होगी. बायजू के फाउंडर ने कर्मचारियों से कहा है कि अगर वह रोजाना सिर्फ 1 घंटा खर्च करके रिजल्ट हासिल कर सकते हैं, तो वही करें. 
 

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महंगा फोन रखने का ऐसा बढ़ रहा है शौक कि टूट गए हैं पिछले सारे रिकॉर्ड

महंगे फोन की सेल के आंकड़ों को देखें तो उसमें सबसे ज्‍यादा सैमसंग और एप्‍पल जैसे फोन शामिल हैं. एप्‍पल में जहां उसका आईफोन 15 अपना असर दिखा रहा है वहीं सैमसंग का गैलेक्‍सी 24 अपना असर दिखा रहा है.

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Thursday, 09 May, 2024
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भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था में कभी महंगी कारों की डिमांड नए रिकॉर्ड बना रही है तो कभी लोगों की स्‍पेंडिंग पावर (खर्च करने की शक्ति) के आंकड़े सभी को चौंका रहे हैं. अब इसी कड़ी में महंगा फोन रखने का शौक भारतीयों को कुछ ऐसा चढ़ा है कि उसके आंकड़ों ने भी नया रिकॉर्ड बना दिया है. ऐसा पहली बार देखने में आ रहा है कि लग्‍जरी फोन की सेल के आंकड़े 20 प्रतिशत को पार कर गए हैं. 

क्‍या कह रही है ये रिपोर्ट? 
इस मामले में काउंटरपाइंट रिसर्च की रिपोर्ट के आंकड़े कह रहे हैं कि सैमसंग इस मामले में सबसे ऊपर कारोबार कर रही है. सैमसंग का मार्केट शेयर 25 प्रतिशत तक जा पहुंचा है. इसमें सबसे ज्‍यादा डिमांड सैमसंग के Galaxy S24 की है. जिसे लोग उसके फीचर के कारण पसंद कर रहे हैं. खास बात ये भी है कि इसका Gen AI फीचर सभी को पसंद आ रहा है. रिसर्च डेटा बता रहा है कि सबसे ज्‍यादा मिड टायर शहरों में रहने वाले लोग प्रीमियम फोन की तरह आगे बढ़ रहे हैं. इस सेल के बढ़ने के जो कारण सामने आए हैं उनमें बेहतर फाइनेंस स्‍कीम, व्‍यापार के लिए बेहतर स्‍कीम, बेहतर कैमरा और एआई फीचर शामिल हैं. 

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कंपनी की इस अधिकारी ने कही ये बात 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, काउंटरपार्ट रिसर्च की एनॉलिस्‍ट शिल्‍पी जैन ने कहा कि भारत का मोबाइल फोन बाजार Q1 में सबसे टॉप पर इसलिए पहुंचा है क्‍योंकि लोग अपने पुराने फोन से प्रीमियम फोन की ओर शिफ्ट हो रहे हैं. काउंटरपार्ट का आंकड़ा ये भी बता रहा है कि अगर मात्रा के मामले में देखें तो एप्‍पल के फोन को सबसे ज्‍यादा लोगों ने खरीदा है. इस ग्रोथ को मुख्‍य रुप से एप्पल के फोन की सेल ही ड्राइव का रही है. इसमें भी एप्‍पल की आईफोन 15 सीरिज शामिल है. विशेषतौर पर एप्‍पल के ऑफलाइन चैनल के जरिए ये ज्‍यादा बिक रहे हैं. 

इन कंपनियों के फोन की इतनी रही है सेल 
वहीं ये रिपोर्ट बता रही है कि बाकी फोन की बाजार में कितनी डिमांड रही है. यही नहीं 2024 की पहली तिमाही में 5G स्‍मार्टफोन की शिपमेंट में अब तक की सबसे ज्‍यादा 71 प्रतिशत की सेल देखने को मिली है. एप्‍पल और सैमसंग से परे दूसरे ब्रैंड की बात करें तो उनमें वीवो की डिमांड 19 प्रतिशत रही है. वीवो के Nothing 2s फोन के कारण इसकी ग्रोथ 144 प्रतिशत तक देखने को मिली है. वहीं Xiomi की ग्रोथ में 28 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है जबकि Realme की ग्रोथ में 20 प्रतिशत और 18 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. 
 


Bank of Baroda में है आपका खाता, तो ये खबर आपके लिए है बहुत जरूरी

RBI से मिली राहत के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) कहा कि वह अब सभी रेग्यूलेटरी दिशानिर्देशों का पालन करेगा. 

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Thursday, 09 May, 2024
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) को एक बड़ी राहत दी है. अगर आप भी बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) के ग्राहक हैं, तो ये खबर आपके लिए भी बहुत जरूरी है. दरअसल, आरबीआई ने बैंक ऑफ बड़ौदा के बॉब वर्ल्ड ऐप (Bob World App) के जरिये नए ग्राहकों को जोड़ने पर लगी पाबंदी हटा दी है. इससे बैंक की कई मुश्किलें आसान हो जाएंगी. आपको बता दें, करीब 7 महीने बाद बैंक के बॉब वर्ल्ड ऐप से ये पाबंदी हटी है और अब वह नए ग्राहक जोड़ पाएगा. 

जोड़ा पाएंगे नए ग्राहक
बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने शेयर बाजार को जानकारी दी है कि आरबीआई ने 8 मई, 2024 को एक सर्कुलर जारी करके उनके बैंक के बॉब वर्ल्ड पर लगाए गए प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से हटाने का फैसला लिया है. अब वह लागू दिशानिर्देशों और मौजूदा कानूनों के ह‍िसाब से इस ऐप के जरिये ग्राहकों को जोड़ सकते हैं. बैंक ने कहा कि अब बॉब वर्ल्ड ऐप पर नए कस्‍टमर को शामिल करना दोबारा शुरू कर देगा.

रेग्यूलेटरी न‍ियमों के पालन के ल‍िए तैयार 
बैंक ने कहा क‍ि अब वह बॉब वर्ल्ड ऐप पर नए ग्राहकों को शामिल करना दोबारा शुरू कर देगा. इसके साथ ही बैंक रेग्‍युलेटरी दिशान‍ियमों का पालन और अनुपालन सुन‍िश्‍च‍ित करने के लिए भी पूरी तरह से तैयार है. 

क्यों लगा था प्रतिबंध
पिछले साल जुलाई में जानकारी सामने आई थी कि बैंक के कुछ कर्मचारी बॉब वर्ल्‍ड (bob World) पर फर्जी तरीके से लोगों का अकाउंट खुलवा रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार बैंक के भोपाल जोनल ऑफ‍िस के कुछ कर्मचारियों ने अलग-अलग लोगों के मोबाइल नंबर के साथ कुछ बैंक खातों को ल‍िंक कर द‍िया और उन्हें मोबाइल ऐप पर रजिस्टर कर लिया. ऐसा उन्होंने बॉब वर्ल्‍ड (bob World) के रजिस्ट्रेशन की संख्या बढ़ाने के लिए किया था.

अक्टूबर में लगा था प्रतिबंध
आरबीआई ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक को उसके मोबाइल ऐप ‘बॉब वर्ल्ड' के जरिये नए कस्टमर जोड़ने से 10 अक्टूबर, 2023 को रोक दिया था. यह कदम सुपरविजन चिंताओं के बाद उठाया गया था. आरबीआई ने पिछले सप्ताह आरबीआई ने ईकॉम और इंस्टा ईएमआई कार्ड के जरिये कर्ज देने पर बजाज फाइनेंस पर भी प्रतिबंध हटा दिया था. वहीं, इससे पहले कोटक महिंद्रा बैंक पर ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग के जरिये नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर प्रतिबंध लगाया था.

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कौन हैं खचाखच भरे स्टेडियम में KL Rahul पर गुस्सा जाहिर करने वाले Sanjiv Goenka?

संजीव गोयनका जिस तरह केएल राहुल से बातें कर रहे हैं, वो क्रिकेट फैंस को पसंद नहीं आया है.

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Thursday, 09 May, 2024
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इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग 2024 (IPL 2024) में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच कल हुआ मैच चर्चा का विषय बन गया है. इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने 10 विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज की. हैदराबाद के ट्रेव‍िस हेड और अभ‍िषेक शर्मा ने 58 गेंदों में 166 रनों का टार्गेट हासिल कर लिया. यह 10 ओवर वाले पुरुषों के T20 क्रिकेट में अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है. हालांकि, खिलाड़ियों के प्रदर्शन से ज्यादा चर्चा लखनऊ सुपर जायंट्स के मालिक के व्यवहार को लेकर हो रही है.  

सबकुछ ऑन कैमरा हुआ
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लखनऊ सुपर जायंट्स के माल‍िक संजीव गोयनका (Sanjiv Goenka) टीम के कप्तान केएल राहुल (KL Rahul) पर नाराजगी जाहिर करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि संजीव टीम के प्रदर्शन से खुश नहीं है, इसके लिए वह कप्तान केएल राहुल पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. गुस्सा, नाराजगी जाहिर करने तक तो ठीक था, लेकिन संजीव ने यह सबकुछ ऑन कैमरा किया, इससे क्रिकेट फैंस भड़क उठे हैं. उन्होंने संजीव गोयनका के व्यवहार पर भी सवाल उठाए हैं.

कमरे की बात बाहर आ गई
संजीव गोयनका को डांट लगाता देखकर कमेंटेटर भी यह कहने से नहीं चूके कि इस तरह की बातचीत ड्रेस‍िंग रूम के अंदर होनी चाहिए. यानी उन्हें भी लगता है कि लखनऊ सुपर जायंट्स ने मालिक ने जो कुछ किया वो सही नहीं है. इस पूरे एपिसोड में केएल राहुल गोयनका के सामने असहाय नजर आ रहे हैं. वैसे गोयनका का गुस्सा केवल केएल राहुल तक सीम‍ित नहीं रहा, उन्होंने टीम के हेड कोच जस्ट‍िन लेंगर को भी खूब सुनाया. वीडियो में टीम के मालिक जिस तरह से हाथ हिला-हिलाकर बात कर रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनके शब्द कितने चुभने वाले होंगे. 

ये हैं समूह की लिस्टेड कंपनियां
संजीव गोयनका RPSG Group के चेयरमैन हैं. इस समूह का कारोबार कई सेक्टर्स में फैला हुआ है. RPSG समूह की पावर से लेकर कार्बन ब्लैक, आईटीईएस, कंज्यूमर एंड रिटेल, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, एजुकेशन एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर, नेचुरल रिसोर्सेज और स्पोर्ट्स तक में मौजूदगी है. ग्रुप की छह कंपनियां स्टॉक मार्केट में लिस्टेड हैं, जबकि 7 कंपनियां लिस्टेड नहीं हैं. CESC, Firstsource Solutions, PCBL, Saregama, Spencers Retail और RPSG Ventures, RPSG की ये कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हैं. समूह की कई कंपनियों में 50,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं.

इतनी है गोयनका की नेटवर्थ
गोयनका की दौलत की बात करें, तो फोर्ब्स बिलेनियर्स इंडेक्स (Forbe's Billionaires Index) के अनुसार आरपीएसजी ग्रुप के चेयरमैन संजीव गोयनका की नेटवर्थ 3.5 अरब डॉलर है और उनके कोलकाता मुख्यालय वाले ग्रुप का रिवेन्यु करीब 4.3 अरब डॉलर है. संजीव गोयनका के बेटे शाश्वत गोयनका (Shashwat Goenka) ग्रुप की सुपरमार्केट चेन स्पेंसर एंड स्नैक्स ब्रैंड Too Yumm की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. Sanjiv Goenka ने आईपीएल की लखनऊ सुपर जायंट टीम खरीदने के लिए मोटी रकम खर्च की है. अकेले KL Rahul को अपने पाले में लाने के लिए ही उन्होंने 17 करोड़ रुपए खर्च किए थे. RSPG प्रमुख ने फुटबाल में भी पैसा लगाया हुआ है. उनके पास एटलेटिको डी कोलकाता (ATK) फुटबॉल क्लब में भी बहुमत हिस्सेदारी है.


मैं एक्‍सपर्ट नहीं हूं लेकिन हमें लाइफस्‍टाल के बारे में सोचना होगा:डॉ. अनुराग बत्रा 

डॉ. अनुराग बत्रा के साथ BW Healthcare के सीईओ ने कई अहम मामलों को लेकर अपनी बात कही. उन्‍होंने कहा कि कैंसर पीडि़त के साथ क्‍या बीतता है ये वही जानता है.

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Thursday, 09 May, 2024
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 BW Healthcare के ऑनकोलॉजी समिट का दिल्‍ली में आयोजन किया गया. इस मौके पर Businessworld समूह के चेयरमैन, एडिटर इन चीफ और समाचार4मीडिया के चेयरमैन डॉ. अनुराग बत्रा ने उद्घाटन सत्र को संबोधित किया. इस मौके पर उन्‍होंने कहा कि हमें अपनी लाइफसटाइल से लेकर रिश्‍तों को बनाने की कला के ऊपर काम करना चाहिए. उन्‍होंने ये भी कहा कि हमें पोषण को लेकर गंभीरता से विचार करना चाहिए. इस बार के ऑनकोलॉजी समिट में देश के कई जाने माने लोग भाग ले रहे हैं. BW Healthcare के इस इवेंट में कई विषयों को लेकर पैनल डिस्‍कशन का आयोजन किया गया. इसमें कैंसर केयर के लिए शुद्ध दवाओं का विकास और क्‍वॉलिटी को लागू किया जाने जैसे महत्‍वपूर्ण विषय शामिल हैं. इस इवेंट में देश के नामी स्‍पेशलिस्‍ट भाग ले रहे हैं.  

जिंदगी में इनका पालन करना बहुत जरूरी है
BW Businessworld के चेयरमैन डॉ. अनुराग बत्रा ने कहा कि प्रीवेंशन, प्रीडिक्‍शन और पर्सनाइलेजन जैसी तीन अहम चीजें हैं. आज कैंसर कई वजहों से हो रहा है इसमें लाइफस्‍टाइल है, नींद की कमी है, जेनेटिक फैक्‍टर, प्‍लास्‍टिक का इस्‍तेमाल है. मैं कोई कैंसर का विशेषज्ञ नहीं हूं. लेकिन मैं इतना कहना चाहता हूं कि इस प्रकार के कारण आज ये बीमारी ज्‍यादा हो रही है. मुझे पूरा विश्‍वास है कि आज यहां आप लोगों को एक्‍सपर्ट से लेकर दूसरे कई लोगों को सुनने को मिलेगा, जिसमें आपको जानने को मिलेगा कि आखिर इसमें होता क्‍या है और इसका इलाज कैसे होता है.

मैं आप लोगों से कहना चाहता हूं कि तीन चीजें सबसे अहम हैं. इसमें लाइफस्‍टाइल पहला है जिसमें नींद सबसे अहम पार्ट है. आपको कम से कम आठ घंटे सोना चाहिए. दूसरा ये है कि आपको रिश्‍ते बनाना आना चाहिए. इसमें तीसरा है पोषण. अगर आप सही लाइफस्‍टाइल के साथ इन चीजों का पालन करते हैं तो आप इससे बच सकते हैं. मैं कैंसर का एक्‍सपर्ट नहीं हूं. लेकिन आज का इवेंट बहुत खास होने जा रहा है. मुझे खुशी है कि आप सभी यहां हैं और मैं हरबिंदर नरूला का भी स्‍वागत करता हूं. 

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कैंसर के मरीज और परिवार की हिम्‍मत को सलाम 
BW Healthcare के सीईओ हरबिंदर नरूला ने कहा कि हमने इवेंट के तरीके को बदलने की कोशिश की है. क्‍योंकि मैं कैंसर पर किताब लिख रहा हूं और मैं इस सिलसिले में पीडि़त से लेकर डॉक्‍टरों से मिल रहा हूं. इसलिए मैं कह सकता हूं कि कैंसर पीडि़त की समस्‍या केवल वहीं जान सकता हूं. एक सहनशक्ति जो कैंसर मरीज और उसका परिवार दिखाता है वो बेजोड़ है. उसे कोई और समझ नहीं सकता है. आज हमारे इस इवेंट में अलग-अलग राज्‍यों के एक्‍सपर्ट आपसे बात करेंगे. 

इस 5C को समझना बेहद जरूरी 
BW Healthcare के सीईओ हरबिंदर नरूला ने कहा मेरे दिमाग में पांच सी के बारे में विचार आ रहा है. इसमें पहला कंपेशन है, मैंने बहुत सारे कैंसर के पीडि़त लोगों से बात की तो उनका कहना था कि जब दुनिया हमसे बात करती है तो वो हमें दया दिखाती है. सिम्‍पैथी को इम्‍पैथी से बदलना चाहिए. इस कड़ी में दूसरा सी है कम्‍यूनिकेशन. अगर किसी को कैंसर हो जाता है तो उसे कैसे बताना है. उसे बताना है या उसके परिवार को बताना है इसमें कोई सही गलत नहीं है, कुछ प्रोटोकॉल हैं जो बनाए गए हैं. डॉक्‍टर जब आपसे बात करता है तो उस वक्‍त प्रोटोकॉल एक तरह रह जाता है वहां स्थिति कुछ और होती है. सामान्‍यत हमें कहा जाता है कि उनकी पत्‍नी को मत बताना. क्‍या सही है क्‍या गलत है इसके बारे में मुझे नहीं पता है. कम्‍यूनिकेशन बहुत जरूरी है. 
मेरा मकसद है कि ये सवाल बदलना चाहिए
BW Healthcare के सीईओ हरबिंदर नरूला ने कहा तीसरी बात है कोलेबोरेशन. ये डॉक्‍टर से लेकर परिवार तक सभी से जुडा मामला है. मैंने इस बारे में मरीज और डॉक्‍टर दोनों लोगों से बात की है. अगर किसी को हो जाता है और वो ठीक हो जाता है तो उसे हमेशा एक डर बना रहता है कि कहीं फिर ना हो जाए. इस कड़ी में चौथी है कॉम्‍प्रीहेंसिव. ये इस बीमारी के सिमटम को मैनेज करने की बात नहीं है ये काफी मामलों से जुड़ा है जिसमें सर्वावरशिप से लेकर लाइफ तक जुड़ी है. पांचवा सी है कंटीन्‍यूटी, आपका इलाज हमेशा चलता रहता है, क्‍योंकि आपको डर लगा रहता है कि कहीं ये फिर से ना लौट आए. ये सिर्फ बीमारी को मैनेज करने की बात नहीं है ये उससे भी बहुत ज्‍यादा है. मेरा लक्ष्‍य है कि कैंसर के बारे में तथ्‍य को बदलना. वो ये है कि जब किसी को भी कैंसर हो तो वो डॉक्‍टर से ये ना पूछे कि मेरे पास कितना समय है वो ये पूछे कि अब आगे करना क्‍या है. 


L&T ने रचा नया इतिहास, ऐसा करने वाली बनी छठी प्राइवेट कंपनी

अभी तक प्राइवेट कंपनियों के इस एलीट क्लब में सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और हिंडालको इंडस्ट्रीज ही पहुंच पाई थीं.

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Thursday, 09 May, 2024
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इंजीनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) ने इतिहास रच दिया. वह प्राइवेट सेक्टर की देश की दिग्गज कंपनियों के एलीट क्लब में शामिल हो गई है. कंपनी का वित्त वर्ष 2024 में रेवेन्यू 21 फीसदी बढ़कर 2.21 लाख करोड़ रुपये रहा है. इसके साथ ही वह नॉन फाइनेंशियल सेक्टर की छठी ऐसी निजी कंपनी बन गई है, जिसका रेवेन्यू 2 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है. इससे पहले सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries), टाटा मोटर्स (Tata Motors), टाटा स्टील (TATA Steel), टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services) और हिंडालको इंडस्ट्रीज (Hindalco Industries) ही इस माइलस्टोन तक पहुंच पाई थीं.

इंटरनेशनल बिजनेस का हिस्सा लगभग 43 फीसदी

एलएंडटी ने 2 लाख करोड़ रुपये रेवेन्यू का यह आंकड़ा प्रोजेक्ट और मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस की बड़ी ऑर्डर बुक के चलते पार किया है. कंपनी के कुल रेवेन्यू में इंटरनेशनल बिजनेस का हिस्सा लगभग 43 फीसदी (95,086 करोड़ रुपये) रहा है. कंपनी का नेट प्रॉफिट भी 25 फीसदी बढ़कर 13,059 करोड़ रुपये रहा है. पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को लगभग 3.02 लाख करोड़ के कुल ऑर्डर मिले हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में लगभग 9 लाख करोड़ रुपये, टाटा मोटर्स का 4.2 लाख करोड़ रुपये और टाटा स्टील का 2.3 लाख करोड़ रुपये रहा है. एलएंडटी के शेयर एक साल में लगभग 47 फीसदी ऊपर गए हैं.

एयर इंडिया कर्मचारियों पर हुआ सख्त, लीव पर गए इतने कर्मचारियों को किया बर्खास्त

कंपनी को मिले 3.02 लाख करोड़ रुपये के ऑर्डर

पूरे वित्त वर्ष के दौरान, कंपनी को ग्रुप स्तर पर 3.02 लाख करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले, जो इसके पिछले साल के मुकाबले 31% अधिक है. कंपनी के मुताबिक हाइड्रोकार्बन, मेट्रो, शहरी ट्रांजिट सिस्टम, हवाई अड्डे, सड़क और पुल, हाउसिंग, रिन्यूएबल, ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन और प्रिसिजन इंजीनियरिंग सेक्टर्स और ओवरसीज ऑर्डर मिले हैं. कुल ऑर्डर में से इंटरनेशनल ऑर्डर 1.63 लाख करोड़ रुपये के हैं, जो कुल ऑर्डर फ्लो का 54% है. 

कर्मचारियों की संख्या बढ़ाती रहेगी L&T 

कंपनी के सीएफओ आर शंकर रमन ने छंटनी के इस दौर में युवाओं को गुड न्यूज दी है. उन्होंने कहा कि फिलहाल हमारे पास 38 फीसदी ऑर्डर इंटरनेशनल हैं. इसलिए कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाती रहेगी. कंपनी ने पिछले साल अपने वर्कफोर्स में लगभग 10 फीसदी (8000 कर्मचारी) का इजाफा किया है. वित्त वर्ष 2025-26 तक कंपनी नौकरियां देती रहेगी. उन्होंने कहा कि कंपनी ने अगले 5 साल का प्लान तैयार किया हुआ है. RBI के प्रस्तावित नियमों को उन्होंने अच्छी खबर बताते हुए कहा कि इससे जिम्मेदार कंपनियों को कोई नुकसान नहीं है.  
 


एयर इंडिया कर्मचारियों पर हुआ सख्त, लीव पर गए इतने कर्मचारियों को किया बर्खास्त

एयर इंडिया ने इन कर्मचारियों पर नियमों का हवाला देते हुए एक्शन लिया है. बता दें कि बुधवार को 200 से ज्यादा कर्मचारियों ने एक साथ सिक लीव पर चले गए थे.

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Thursday, 09 May, 2024
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अचानक सिक लीव पर एक साथ गए तमाम कर्मचारियों के खिलाफ एयर इंडिया एक्‍सप्रेस (Air India Express) ने बड़ा कदम उठाया है और कई कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया है. कंपनी ने इन कर्मचारियों को ऑपरेशन डिस्टर्ब करने और नियुक्ति शर्तों का उल्लंघन करने के लिए दोषी मानते हुए टर्मिनेट किया है. साथ ही आज से फ्लाइट ऑपरेशन सुचारू रखने और कम से कम कैंसिलेशन के लिए कुछ ही उड़ानें रद्द रखने का फैसला किया है.

एयरलाइन ने लिया एक्शन

एयर इंडिया एयरलाइंस ने अपने कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लेते हुए  25 केबिन क्रू सदस्यों को नौकरी से निकाल दिया है, इसका कारण है कि उन्होंने एक साथ छुट्टी ले ली जिसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है. इसके अलावा ऐसा माना जा रहा है कि आगे एयर इंडिया एयरलाइंस और कर्मचारियों के खिलाफ भी एक्शन ले सकती है और नौकरी से निकाले जाने की संख्या बढ़ने की संभावना है.

200 से ज्यादा कर्मचारियों ने ली थी सिक लीव

आपको बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस में काम करने वाले 200 से ज्यादा कर्मचारी बुधवार से ही काम पर नहीं आ रहे हैं. इन सभी कर्मचारियों ने एक साथ पहले सिक लीव अप्लाई की और अपना मोबाइल फोन ऑफ कर लिया. इस वजह से बुधवार को भी विमानों के संचालन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. इन कर्मचारियों की बगावत के पीछे का कारण है नौकरी की नई शर्तें. ये सभी कर्मचारी इस नई शर्त का ही विरोध कर रहे हैं. 

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एयरलाइन यात्रियों को दे रहा है सुविधा

यात्रियों को सुविधा देने के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस यात्रियों को दूसरी फ्लाइट का ऑप्शन दे रही है. इसके अलावा एयरलाइन ने रिवाइज्ड फ्लाइट शेड्यूल भी जारी किया है. एयरलाइन ने अपने बयान में कहा कि हम यात्रियों के लिए ग्रुप एयरलाइन्स के साथ वैकल्पिक फ्लाइट्स का भी ऑप्शन दे रहे हैं. हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि यात्री जल्द से जल्द अपने गंतव्य पर पहुंच जाएं. फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ काफी ज्यादा हो गई हैं. ऐसे में एयरलाइन ने यात्रियों से रिक्वेस्ट किया है कि वह एयरलाइन की वेबसाइट पर 'फ्लाइट स्टेटस' जरूर चेक करें.

यात्री ले सकते हैं पूरा रिफंड

एयर इंडिया एक्सप्रेस यात्रियों को जहां ग्रुप एयरलाइन्स के साथ वैकल्पिक फ्लाइट्स के साथ टिकट रिफंड का भी ऑप्शन दे रही है. यात्री इस नंबर +91 6360012345 पर व्हाट्सएप के जरिये रिफंड का रिकेव्सट दे सकते हैं. इसके अलावा airindiaexpress.com पर भी रिफंड का रिक्वेस्ट दे सकते हैं. एयरलाइन ने बताया कि यात्री को बिना कोई फीस काटे रिफंड मिलेगा.
 


Stock Market: बाजार लाल रंग की गिरफ्त से छूटे न छूटे, ये शेयर आज करा सकते हैं कमाई!

शेयर बाजार की चाल आज कैसी रहेगी सटीक तौर पर कहना मुश्किल है, लेकिन कुछ शेयरों में तेजी के संकेत जरूर मिले हैं.

Last Modified:
Thursday, 09 May, 2024
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शेयर बाजार (Stock Market) में बुधवार को भी गिरावट देखने को मिली. एशियाई बाजारों में नरमी और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की पूंजी निकासी के चलते बाजार पिछले सत्र में मिले सदमे से बाहर नहीं निकल पाया. इस दौरान, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 45.46 अंक फिसलकर 73,466.39 पर बंद हुआ. एक समय ये गिरावट 437.93 अंकों तक पहुंच गई थी, लेकिन दिन चढ़ने के साथ-साथ इसमें कुछ कमी आती गई. जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 22,302.50 पॉइंट्स पर सपाट बंद हुआ.  

इनमें आ सकती है तेजी
अब जानते हैं कि MACD ने आज के लिए क्या संकेत दिए हैं. मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) की मानें, तो Bosch के साथ-साथ Nesco, ABM International और Zydus Wellness में तेजी देखने को मिल सकती है. Bosch के शेयर कल के गिरावट वाले बाजार में भी  1.61% की बढ़त के साथ 30,085 पर बंद हुए. इस साल अब तक ये शेयर 34.11% का रिटर्न दे चुका है. Nesco के शेयर भी कल 3.26%, ABM International के 4.98% और Zydus Wellness के 3.63% की तेजी हासिल करने में कामयाब रहे. वहीं, MACD ने Inox Wind Energy, Linde India, Eicher Motors, Aegis Logistics और Apar Industries में मंदी का रुख दर्शाया है. 

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इन पर भी रखें नजर
अब उन शेयरों पर नजर डालते हैं जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में Bharat Forge, Hindustan Zinc, Crompton Greaves, ABB India, Siemens, United Spirits और Century Textiles का नाम शामिल है. भारत फोर्ज के पास 5000 करोड़ की ऑर्डर बुक है. कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बाबा कल्याणी (Baba Kalyani) का कहना है कि मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी का रक्षा कारोबार लगभग 60% बढ़ सकता है. जाहिर है, इससे निवेशकों का कंपनी में भरोसा भी बढ़ेगा. वहीं, Paytm, Dalmia Bharat, Ramco Cements, Berger Paints, और Syngene International के शेयरों में बिकवाली का दबाव नजर आ रहा है. लिहाजा, इन शेयरों में निवेश को लेकर सावधान रहें. 

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).


33 गुना तक सब्‍सक्राइब हुआ इस कंपनी का आईपीओ, क्‍या निवेशकों की लग पाएगी लॉटरी?

आईपीओ आज सब्‍सक्राइब होने के बाद अब 9 मई को इसका अलॉटमेंट होगा. जबकि 13 मई को कंपनी का आईपीओ लिस्‍ट होगा. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि आईपीओ का ग्रे मार्केट प्राइस अभी भी स्‍ट्रांग बना हुआ है. 

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Wednesday, 08 May, 2024
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हेल्‍थकेयर सेक्‍टर में डिजिटल सर्विसेज मुहैया कराने वाली कंपनी Indegene के आईपीओ को जबरदस्‍त समर्थन मिला है. Indegene का आईपीओ 33 गुना तक सब्‍सक्राइब हुआ है. जबकि आईपीओ को पहले दिन 1.67 गुना और दूसरे दिन 7.35 गुना तक सब्‍सक्राइब किया गया था. सबसे खास बात ये है कि आईपीओ हर कैटेगिरी में कई गुना तक सब्‍सक्राइब हुआ है. आईपीओ 13 मई को लिस्‍ट होने जा रहा है. 

किस कैटेगिरी में हुआ कितना सब्‍सक्राइब 
06 मई से सब्‍सक्रिप्‍शन के लिए खुले Indegene के आईपीओ  में 2,88,66,677 इक्विटी शेयरों की तुलना में निवेशकों ने 95,20,22,478 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगाई. बोली लगाने वालों की संख्‍या इक्विटी के मुकाबले 33.98 गुना है. इनमें क्‍वॉलीफाइड इंस्‍टीट्यूशनल निवेशकों ने 43.92 गुना,रिटले निवेशकों ने 5.30 गुना, जबकि कंपनी के कर्मचारियों ने भी 5.3 गुना तक सब्‍सक्राइब किया.  

क्‍या कह रहा है ग्रे मार्केट? 
इस आईपीओ के लिए 6 मई से बोलियां शुरू हुई थी. उस दिन से लेकर 8 मई खत्‍म होने तक Indegene आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम मजबूत बना हुआ है. पिछली बार सुना गया था, कंपनी अनौपचारिक बाजार में 270-275 रुपये के प्रीमियम पर थी, जो निवेशकों के लिए लगभग 60 प्रतिशत की लिस्टिंग पॉप का सुझाव देती है. हालाँकि, इश्यू के लिए बोली खुलने से पहले ग्रे मार्केट में प्रीमियम लगभग 240 रुपये था. 

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इतना है प्राइज बैंड 
1,841.76 करोड़ रुपए के इस आईपीओ के तहत 750 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. कंपनी के इन्वेस्टर्स और प्रमोटर्स ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 2.93 करोड़ शेयरों की बिक्री करेंगे. इंडीजीन ने 430-452 रुपए का प्राइज बैंड तय किया है. लाइफ साइंसेज इंडस्ट्री को डिजिटल सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली इस कंपनी ने 3 मई को एंकर निवेशकों से 548.77 करोड़ रुपए जुटाए थे. 

जानिए कब हो रहा है बाजार में लिस्‍ट 
इस आईपीओ के लिए जो लिस्‍ट होने की तारीख है वो हम आपको बताएंगे. 06 मई से लेकर 08 मई सब्‍सक्रिप्‍शन पूरा होने के बाद अब 9 मई को आईपीओ अलॉटमेंट किया जाएगा. जिन लोगों को आईपीओ अलॉट होगा उनका पैसा ब्‍लॉक हो जाएगा जबकि जिन्‍हें आईपीओ अलॉट नहीं होगा उन्‍हें 10 मई तक रिफंड कर दिया जाएगा. इसी तरह से बाजार में इसके लिस्‍ट होने की तारीख 13 मई तय की गई है. उस दिन पता चलेगा आईपीओ को बेहतर रिस्‍पांस मिलने के बाद ये लिस्‍ट कितने पर होता है.