भारत-फ्रांस के रिश्ते में आई और मिठास, इन डील्स पर लगी मुहर!

डिफेन्स, स्पेस, एजुकेशन, हेल्थ, मोबिलिटी के साथ-साथ लाल सागर और गाजा में जारी आपदा के बीच आर्थिक सहयोग पर सोच-विचार किया गया.

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Saturday, 27 January, 2024
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26 जनवरी 2024 को भारत ने अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाया और इस मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रोन (Emmanuel Macron) मुख्य अतिथि के रूप में कर्त्तव्य पथ पर मौजूद थे. गणतंत्र समारोह का कार्यक्रम खत्म होने के बाद भारत और फ्रांस ने साथ मिलकर डिफेन्स औद्योगिक साझेदारी के लिए एक रोडमैप अपनाया है और दोनों ही देशों ने साथ मिलकर मिलिट्री सिस्टम विकसित करने, डिजाईन करने और उत्पादन करने के लिए हामी भरी है.

इन मुद्दों पर दोनों देश करेंगे सहयोग
गणतंत्र दिवस समारोह से पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रोन गुरुवार को जयपुर में मिले थे और यहां उन्होंने डिफेन्स, स्पेस, एजुकेशन, हेल्थ, मोबिलिटी के साथ-साथ लाल सागर और गाजा में जारी आपदा के बीच आर्थिक सहयोग जैसे मुद्दों पर सोच-विचार किया. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर और फाइटर जेट विमानों को लेकर भी दोनों देशों के बीच एक काफी महत्त्वपूर्ण डील तय हुई है. इस डील के अंतर्गत फ्रांस और भारत साथ मिलकर मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर का निर्माण करेंगे और फ्रेंच कंपनी साफ्रान द्वारा देश में ही फाइटर जेट विमानों के इंजन का निर्माण करने के लिए 100% टेक्नोलॉजी प्रदान करवाई जायेगी. 

दोनों देशों के लिए अहम हैं ये समझौते
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने जानकारी देते  हुए मीडिया को यह भी बताया है कि ही दोनों देश डिफेंस स्पेस पार्टनरशिप, सैटेलाईट लॉन्च करने, क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में रिसर्च करने, हेल्थकेयर में सहयोग करने, पब्लिक प्रशासन में सहयोग करने और फ्रांस में अपनी मास्टर्स की डिग्री प्राप्त कर रहे भारतीय छात्रों के लिए पंचवर्षीय शेंगेन वीजा (Schengen Visa) जैसे मुद्दों पर आपसी सहयोग के लिए भी राजी हुए हैं. विनय क्वात्रा ने कहा कि औद्योगिक डिफेंस रोडमैप का प्रमुख ध्यान डिफेन्स उद्योग के क्षेत्र में मौजूद मौकों की तलाश करने के साथ-साथ दोनों देशों के बीच डिफेन्स सप्लाई चेन तैयार करना भी है ताकि भारत के साथ-साथ फ्रांस की डिफेन्स संबंधित जरूरतें भी पूरी हो सकें. 

टाटा और एयरबस के बीच हुई डील
इसके साथ ही टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) और एयरबस (Airbus) के बीच भारत में H125 हेलीकॉप्टर के निर्माण के लिए असेंबली लाइन तैयार करने के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किये गए हैं. साथ ही NSIL (न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड) और फ्रांस की अरायनस्पेस SAS के बीच स्पेस सेक्टर को लेकर समझौते तय किये गए हैं.
 

यह भी पढ़ें: फ्रांस के राष्ट्रपति Macron के भारत दौरे पर TATA ने फाइनल की ये बड़ी डील

 


सीमेंट से लेकर रिन्यूएबल एनर्जी के बाद अब Adani इस सेक्टर में लेंगे एंट्री, खर्च करेंगे 42 हजार करोड़

सीमेंट, मीडिया और फिर रिन्युएबल एनर्जी के बाद गौतम अडानी एक और सेक्टर में कदम एंट्री करने जा रहे हैं. उन्होंने अगले 5 साल में 42 हजार करोड़ रुपये खर्च करने की पूरी प्लानिंग भी कर ली है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 13 November, 2024
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Wednesday, 13 November, 2024
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एशिया के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन व अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी एक नए सेक्टर में एंट्री करने जा रहे हैं. बता दें, बीते कुछ सालों में गौतम अडानी ने अपने कारोबार को काफी आगे बढ़ा लिया है. गौतम अडानी सीमेंट, रिन्यूएबल एनर्जी से लेकर मीडिया जगत तक अलग-अलग सेक्टर में अपना लोहा मनवा चुके हैं. उन्हें हर जगह काफी सफलता हासिल हुई है, ऐसे में अब इस नए सेक्टर में उनकी आने से कई दिग्गज खिलाड़ियों की परेशानी भी बढ़ सकती है. तो आइए जानते हैं आखिर अडानी अब किस सेक्टर में एंट्री करने जा रहे हैं? 

यहां निवेश करेंगे अडानी   

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गौतम अडानी आने वाले तीन से पांच सालों में 5 अरब डॉलर यानी 42 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ भारतीय मेटल इंडस्ट्री में प्रवेश करने जा रहे हैं. ग्रुप का प्राकृतिक संसाधन प्रभाग तांबे, लोहा और इस्पात और एल्यूमीनियम की माइनिंग, रिफाइंड और प्रोडक्शन में निवेश करेगा. समूह द्वारा तांबे के उत्पादन में 2 बिलियन डॉलर और दूसरे मेटल्स में 3 मेटल इंडस्ट्री में अडानी के प्रवेश से नवीकरणीय ऊर्जा, ट्रांसमिशन, बंदरगाह और बुनियादी ढांचे सहित समूह के अन्य व्यवसायों को भी लाभ होगा. ग्रुप के ग्रीन एनर्जी बिजनेस के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि उसके पास स्वयं की एल्यूमीनियम है, जो ग्रुप के एनर्जी प्रोडक्शन कॉस्ट और दूसरों की तुलना में बेहतर बिक्री मार्जिन प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.

इन दिग्गज खिलाड़ियों को देंगे टक्कर
अडानी को अब बाजार में मेटल इंडस्ट्री के मौजूदा खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा, जिसमें अनिल अग्रवाल प्रमोटिड वेदांता, आदित्य बिड़ला ग्रुप की हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और टाटा ग्रुप शामिल हैं. टाटा स्टील दुनिया के सबसे बड़ी स्टील मेकर्स में से एक है.एक रिपोर्ट के अनुसार टाटा स्टील और जेएसडब्ल्यू स्टील 2,04,292 करोड़ रुपये और 2,11,648 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ इस सेक्टर के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं. जबकि मौजूदा कंपनियों के पास एक मजबूत मार्केट बेस है, संसाधनों की कोई कमी ना होने के कारण अदानी ग्रुप इस इंडस्ट्री के पुराने खिलाड़ियों को चुनौती दे सकता है.

इसलिए मेटल में एंड्री कर रहे अडानी
भारत की आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ तेजी से हो रहे शहरीकरण के कारण देश में सामाजिक और बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे की आवश्यकता बढ़ रही है. इसके अतिरिक्त, भारत की जनसंख्या वृद्धि ने रियल एस्टेट, विशेषकर आवासीय की मांग में वृद्धि की है. रियल एस्टेट सलाहकार क्रेडाई और कोलियर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रियल एस्टेट सेक्टर के 2021 में 0.2 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है. बता दें, सीमेंट, बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए आवश्यक एक प्रमुख सामग्री, एक अन्य प्रमुख सेक्टर है जहां अडानी ने दो साल पहले एंट्री की थी. 2022 में, समूह ने 6.6 बिलियन डॉलर में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का अधिग्रहण करके सीमेंट इंडस्ट्री में एंट्री की.  


Havas CX ने सिंगापुर में लॉन्च के साथ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में की एंट्री

Havas के 18 प्रमुख Havas Villages के नेटवर्क में लंदन, पेरिस, न्यू यॉर्क और मुंबई जैसे हब शामिल हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 13 November, 2024
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Wednesday, 13 November, 2024
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Havas के ग्लोबल कस्टमर एक्सपीरियंस नेटवर्क Havas CX ने सिंगापुर में अपने विस्तार की घोषणा की है, जो दक्षिण-पूर्व एशिया में उनकी उपस्थिति को और मजबूत करेगा. Havas के 18 प्रमुख Havas Villages के नेटवर्क में लंदन, पेरिस, न्यू यॉर्क और मुंबई जैसे हब शामिल हैं. इस रणनीतिक विस्तार के तहत Think Design की UI/UX और एक्सपीरियंस डिजाइन विशेषज्ञता को Ekino की क्षमताओं के साथ जोड़ा जाएगा, जो 2017 से सिंगापुर में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान कर रहा है.

दक्षिण-पूर्व एशिया में पेश होंगी Havas CX Network की और सेवाएं

Havas इंडिया, दक्षिण-पूर्व और उत्तर-एशिया (जापान और दक्षिण कोरिया) के समूह सीईओ राणा बरुआ ने कहा है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में अपने CX क्षमताओं का विस्तार करना, जिसमें सिंगापुर को एक रणनीतिक केंद्र के रूप में स्थापित करना, हमारे व्यापक Converged विकास रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. जहां हम Think Design के माध्यम से मजबूत UI/UX डिजाइन क्षमताएं स्थापित कर रहे हैं. वहीं, आने वाले महीनों में हम Havas CX Network की और सेवाएं दक्षिण-पूर्व एशिया में पेश करेंगे—जो दुनिया की सबसे गतिशील डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं में से एक में परिवर्तनकारी कस्टमर एक्सपीरियंस देने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा. 

दर्शकों के साथ बेहतर संवाद करने के लिए मिलकर करेंगे काम

Havas CX Network के ग्लोबल CEO डेविड शुलमैन ने कहा है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में सिंगापुर से शुरुआत करते हुए अपने CX क्षमताओं का विस्तार करके पूरे क्षेत्र में कस्टमर-सेंट्रिक इनोवेशन में अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर रहे हैं, जो हर कदम पर डिजिटल यात्रा में दर्शकों से जुड़ने वाले समाधान प्रदान करता है. रचनात्मकता, डिजाइन और तकनीकी के संयोजन से एक निर्बाध ब्रैंड अनुभव बनाने के लिए Think Design  BLKJ Havas के साथ मिलकर काम करेगा और Ekino की मजबूत तकनीकी क्षमताओं के समर्थन से ब्रैंड्स को उनके दर्शकों के साथ बेहतर संवाद करने के लिए नवाचारी, प्रभावी समाधान प्रदान करेगा. इसे संयुक्त रूप से Think Design की सीईओ दीपाली सैनी और BLKJ Havas के सीईओ  रोवेना भगचंदानी लीड करेंगे. ये दोनों राणा बरुआ को रिपोर्ट करेंगे. 

डिजिटल इनोवेशन का केंद्र बनेगा सिंगापुर
लॉन्च पर दीपाली सैनी और रोवेना भगचंदानी ने कहा है हम इस क्षेत्र में अपनी सीएक्स क्षमताओं को एकीकृत करने के लिए उत्साहित हैं, जिससे सिंगापुर पूरे क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल इनोवेशन के लिए एक अग्रणी केंद्र बन जाएगा. 
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Asian Energy Services ने की तिमाही और छमाही के नजीतों की घोषणा, दर्ज किया अब तक सबसे अधिक रेवेन्यू

Asian Energy Services Limited ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 115 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हासिल की है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 13 November, 2024
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Wednesday, 13 November, 2024
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एनर्जी एंड माइनिंग सेक्टर की दिग्गज एशियन एनर्जी सर्विसेज (Asian Energy Services Limited) ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही और छमाही परिणामों की अनऑडिटेड वित्तीय रिपोर्ट जारी की है. कंपनी ने छमाही में कुल 157.9 करोड़ रुपये का रेवेन्यू प्राप्त किया, जिसमें पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं, तिमाही में रेवेन्यू 97.7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जिसमें पिछले साल की तुलना में 115 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है. 

कंपनी के EBITDA और PAT में हुई इतनी बढ़ोतरी

कंपनी का छमाही में EBITDA 21.6 करोड़ रुपये पर रहा और इसका मार्जिन 13.7 प्रतिशत है. इसमें वार्षिक आधार पर 10 गुना सुधार दर्ज किया गया है. तिमाही में कंपनी का  EBITDA 15.3 करोड़ रुपये तक बढ़ा और मार्जिन 15.7 प्रतिशत रहा, इन दोनों में पिछले साल की तुलना में सुधार आया है. छमाही में PAT 11.4 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जोकि पिछले साल की पहली छमाही में 1.8 करोड़ रुपये के घाटे से काफी अधिक है. वहीं,  तिमाही में PAT 9.3 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो वार्षिक आधार पर 8 गुना वृद्धि को दर्शाता है.

157 करोड़ रुपये का निवेश हुआ प्राप्त 
तिमाही के दौरान कंपनी ने ऑयल इंडिया से 82 करोड़ रुपये का नया ऑर्डर प्राप्त किया, जिसमें GST शामिल है. ये राजस्थान बेसिन में 2D सेस्मिक डेटा अधिग्रहण के लिए है. यह परियोजना अगले 18 महीनों में निष्पादित होने वाली है. इसके अतिरिक्त, कंपनी ने 157 करोड़ रुपये का निवेश प्रेफेरेंशियल वारंट्स के माध्यम से प्राप्त किया, जिससे हम तेल और गैस O&M, CHP परियोजनाओं, और खनिज क्षेत्र में अवसरों का पीछा करने के लिए अच्छी तरह से पूंजीकृत हैं. अब तक का कुल ऑर्डर बुक लगभग 997 करोड़ रुपये है, जिसमें से 55.6 प्रतिशत इंफ्रा या CHP से संबंधित है, 33.4 प्रतिशत O&M से और 11.0 प्रतिशत Seismic से है. 

कंपनी के एमडी की प्रतिक्रिया
एशियन एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (MD) डॉ. कपिल गर्ग  ने कहा है कि हमने वित्तीय वर्ष की पहली छमाही के लिए अब तक का सबसे अधिक रेवेन्यू हासिल किया है. यह उपलब्धि हमारे अब तक के सर्वश्रेष्ठ तिमाही प्रदर्शन को रेखांकित करती है, जो हमारे कोल हैंडलिंग प्लांट (सीएचपी) परियोजनाओं में केंद्रित निष्पादन और हमारे चल रहे संचालन और रखरखाव (ओ एंड एम) अनुबंधों में मजबूत गति से प्रेरित है. यह रणनीतिक दृष्टिकोण हमें अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाने और खनिज और ऊर्जा उद्योगों में अपनी सेवा पेशकशों को और व्यापक बनाने में सक्षम बनाता है. 


कंटेंट और कॉमर्स पर चर्चा: कोलकाता में मीडिया समिट आयोजित करने के लिए तैयार IWMBuzz

IWMBuzz लाइव एक पहल करते हुए कोलकाता में एक मीडिया समित का आयोजन करने जा रहा है. इस समिट में मीडिया और एंटरटेन्मेंट जगत की हस्तियां शामिल होंगी.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 13 November, 2024
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Wednesday, 13 November, 2024
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IWMBuzz कल यानी 14 नवंबर 2024 को कोलकाता के Fairfield by Marriott में अपनी बहुप्रतीक्षित मीडिया समिट (Media Summit) आयोजित करने जा रहा है. इस साल की शुरुआत में आयोजित "बंगाल का सबसे स्टाइलिश" अवॉर्ड की सफलता के बाद अब IWMBuzz एक बार फिर मीडिया, मनोरंजन और कंटेंट इंडस्ट्री के लीडर्स और इनोवेटर्स को एकत्र कर रहा है, ताकि एक गहन चर्चा और नेटवर्किंग हो सके.

इन प्रमुख संस्थानों से शामिल होंगे वक्ता 
इस समिट में प्रमुख वक्ताओं का एक स्टार-स्टडेड लाइनअप होगा, जिसमें CEOs, CMOs, मीडिया कंटेंट लीडर्स, टॉप इंफ्लूएंसर्स और डिजिटल पायनियर्स शामिल हैं. इसके अलावा ITC, Emami, The Viral Fever, Hoichoi, BW Businessworld, Ultratech, Havas Media Network, Colors Bangla, Dollar Industries, Concreto Cement, Wow Momo, Ei Samay, Zee Media, White Frames Technology, Workmates Core2Cloud, NDTV जैसे संगठनों से उद्योग जगक के प्रमुख व्यक्ति शामिल होंगे.

इन विषयों पर होगी चर्चा
समिट में सम्मिलित पैनल चर्चा और फेस-टू-फेस सेशन के माध्यम से टेलीविजन का भविष्य, डिजिटल मीडिया, इंफ्लूएंसर्स मार्केटिंग, ब्रैंडेड कंटेंट, मीडिया में AI और अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी. समिट का केंद्रीय विषय यह होगा कि क्या टीवी विज्ञापन अब भी प्रासंगिक है, या डिजिटल मीडिया अपने प्रभावशाली उदय के साथ कंटेंट कंजप्शन और मार्केटिंग का प्रमुख स्रोत बना रहेगा.

नेटवर्किगं का सुनहरा अवसर
यह समिट प्रोफेशनल्स, मार्केटर्स, क्रिएटर्स और बिजनेस लीडर्स के लिए एक समृद्ध नेटवर्किंग अवसर प्रदान करेगा. प्रतिभागी यह उम्मीद कर सकते हैं कि वे मीडिया उद्योग के विकास, अनुकूलन और प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में सफलता प्राप्त करने के नए दृष्टिकोणों पर चर्चा करेंगे.

भारतीय मीडिया के भविष्य को आकार देगी ये चर्चा
WMBuzz के संस्थापक और संपादक, सिद्धार्थ लाइक कहते हैं, IWMBuzz में हम हमेशा ऐसे प्लेटफार्म बनाने में विश्वास रखते हैं जो सार्थक बातचीत को बढ़ावा दें और मीडिया और मनोरंजन की दुनिया के दिग्गजों को एकत्र करें. मीडिया समिट एक अनूठा अवसर है, जिससे हम कंटेंट और कॉमर्स के भविष्य को एक्सप्लोर करके उद्योग की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा कर सकते हैं और इनोवेशन के लिए मार्गदर्शन करने वाले पायनियर्स का सम्मान कर सकते हैं. हम कोलकाता में इस आकर्षक कार्यक्रम की मेज़बानी करने के लिए उत्साहित हैं और उम्मीद करते हैं कि यह चर्चा भारतीय मीडिया के भविष्य को आकार देगी. 

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जिन बैंकों से छुटकारा पाना चाहती थी सरकार, अब उन्हीं के प्रदर्शन से खिला चेहरा

सरकारी बैंकों ने इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में शानदार प्रदर्शन किया है. बैंकों के प्रॉफिट में उछाल आया है, जबकि NPA पहले के मुकाबले घटा है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 13 November, 2024
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Wednesday, 13 November, 2024
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मोदी सरकार का रवैया सरकारी बैंकों को लेकर खास अच्छा नहीं रहा है. सरकार अधिकांश बैंकों को निजी हाथों में सौंपने की हिमायती रही है. इससे पहले कई बैंकों का मर्जर भी किया जा चुका है. हालांकि, अब सरकार उन्हीं बैंकों की पीठ थपथपा रही है. सरकारी बैंकों ने अपने प्रदर्शन से सबको हैरान कर दिया है. वित्त मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में इन बैंकों ने शानदार कारोबार किया है और बेहतरीन प्रॉफिट कमाया है.

नेट प्रॉफिट में उछाल
वित्त मंत्रालय के अनुसार, मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान सरकारी बैंकों के नेट प्रॉफिट में 26 प्रतिशत का उछाल आया है. साथ ही बैंकों के कारोबार में भी तेजी देखने को मिली है. इसके अलावा, बैंकों का नॉन परफॉर्मिंग असेट्स (NPA) भी पहले के मुकाबले कम हुआ है. मंत्रालय का कहना है कि नियमित मॉनिटरिंग के चलते बैंकों के कामकाज में सुधार आया है. PSU बैंकों के क्रेडिट और डेबिट दोनों पोर्टफोलियो में सुधार देखने को मिला है.

ऐसा रहा पोर्टफोलियो
12 सरकारी बैंकों का कुल कारोबार अप्रैल से सितंबर के दौरान 236.04 लाख करोड़ रुपए का रहा. यह आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 11 प्रतिशत अधिक है. पहली छमाही में बैंकों का क्रेडिट पोर्टफोलियो 12.9% बढ़कर 102.29 लाख करोड़ और डिपॉजिट पोर्टफोलियो 9.5 फीसदी बढ़कर 133.75 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया है. ऑपरेटिंग प्रॉफिट की बात करें, तो पिछले साल के मुकाबले इसमें 14.4% का इजाफा हुआ है और यह 150023 करोड़ रुपए हो गया है. इसी तरह, नेट प्रॉफिट 25.6% बढ़कर 85,520 करोड़ रुपए रहा है.

इतना कम हुआ NPA
पहली छमाही में सरकारी बैंकों के ग्रॉस NPA में 108 बेसिस पॉइंट्स की कमी दर्ज की गई है और यह घटकर 3.12% पर आ गया है. वहीं, नेट NPA सालभर पहले की तुलना में 34 बेसिस पॉइंट्स घटकर 0.63% रह गया. वित्त मंत्रालय ने बैंकों के बेहतर प्रदर्शन का श्रेय बैंकिंग सुधारों जैसे कि एन्हांस एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस (EASE), इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC), मजबूत गवर्नेंस फ्रेमवर्क और नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) को दिया है. मंत्रालय का कहना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में समीक्षा बैठकों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ कई मौजूदा और उभरते मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया.


RBI ने इस बैंक का लाइसेंस किया रद्द, 4 प्रतिशत ग्राहकों को होगा नुकसान

RBI ने एक बैंक का लाइसेंस कैंसिल कर दिया. आरबीआई ने ये एक्शन बैंक की फाइनेंशियल स्थिति को देखते हुए लिया है. 

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Published - Wednesday, 13 November, 2024
Last Modified:
Wednesday, 13 November, 2024
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बैंकिंग सेक्टर के रेग्युलेटर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा एक्शन लिया है. दरअसल, आरबीआई ने आंध्र प्रदेश स्थित विजयवाड़ा के एक बैंक लाइसेंस कैंसिल कर दिया है. इस बैंक में पूंजी से जुड़ी दिक्कतें सामने आई थी, जिसके बाद आरबीआई ने ये संभावना देखी गई कि शायद बैंक अपने ग्राहकों को पैसा चुकाने में समर्थ ना हो, इसलिए उसका लाइसेंस कैंसिल करने का फैसला किया गया. तो आइए जानते हैं ये बैंक कौन-सा है और आरबीआई के इस एक्शन का ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा?

इस बैंक का लाइसेंस हुआ कैंसिल
आरबीआई ने विजयवाड़ा स्थित 'द दुर्गा कोऑपरेटिव अर्बन बैंक' (The Durga Co-operative Urban Bank)  का लाइसेंस कैंसिल कर दिया है. बैंक के पास पर्याप्त मात्रा में पूंजी की कमी थी, साथ ही आने वाले समय में कमाई की संभावना भी कम थी, इसलिए बैंक का लाइसेंस कैंसिल हुआ है. बैंक को 12 नवंबर 2024 से ही कारोबार बंद करने के निर्देश दिए गए हैं.

इतनी जमा राशि पर मिलती है बीमा सुरक्षा 
आरबीआई के आदेश के अनुसार बैंक का लाइसेंस कैंसिल होने से उसके करीब 4 प्रतिशत ग्राहकों को नुकसान हो सकता है. हालांकि अच्छी खबर है कि 95.8 प्रतिशत ग्राहकों पर इस फैसले का कोई असर नहीं होगा. बैंक में जमा उनकी रकम पूरी तरह से उन्हें मिल जाएगी. ग्राहकों की जमा राशि को लौटाने का काम डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) की ओर से किया जाएगा. देश में लोगों को बैंक में उनकी 5 लाख रुपये तक की कुल जमा राशि पर बीमा सुरक्षा मिलती है. आरबीआई ने अपने आदेश में आंध्र प्रदेश के सहकारिता आयुक्त और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार को बैंक को बंद करने का अनुरोध किया है. इतना ही नहीं इन संस्थाओं को बैंक को बंद करने के लिए एक लिक्विडेशन ऑफिसर नियुक्त करने के लिए भी कहा गया है.

अगस्त तक बांट दिए 9.84 करोड़ रुपये

इस बैंक के बंद होने की संभावना पहले ही लगाई जा चुकी थी, इसलिए ने डीआईसीजीसी ने 31 अगस्त 2024 तक कुल बीमित जमाराशियों में से 9.84 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया था. दुर्गा सहकारी शहरी बैंक का लाइसेंस रद्द करने के संबंध में आरबीआई ने कहा कि बैंक बैंकिंग विनियमन अधिनियम-1949 के नियमों का पालन नहीं कर सका है, इसलिए उसने अपनी शक्तियों का इस्तेमालमाल करते हुए बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है.
 


बढ़त के साथ हुई Swiggy की लिस्टिंग, लेकिन नहीं दिखी Zomato वाली चमक

एक अनुमान के मुताबिक, देश के फूड डिलीवरी सेक्टर में जोमैटो की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 55 फीसदी के आसपास पहुंच गई है, जबकि स्विगी की हिस्सेदारी में कमी आई है.

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Published - Wednesday, 13 November, 2024
Last Modified:
Wednesday, 13 November, 2024
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ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी स्विगी लिमिटेड (Swiggy) आज शेयर बाजार में लिस्ट हो गई है. कंपनी के IPO की BSE और NSE पर लिस्टिंग से निवेशकों के चेहरे खिले हुए हैं, क्योंकि पहले ही दिन उनकी झोली भर गई है. स्विगी के शेयरों की BSE पर लिस्टिंग आईपीओ प्राइज  बैंड 390 रुपए के मुकाबले 5.64% प्रीमियम के साथ 412 रुपए पर हुई है.  जबकि एनएसई पर कंपनी के शेयर करीब 8% प्रीमियम के साथ 420 रुपए पर लिस्ट हुए हैं. 

3.59 गुना हुआ था सब्सक्राइब 
इस फूड डिलीवरी कंपनी के आईपीओ को तीन दिन में 3.59 गुना सब्सक्राइब किया गया था. स्विगी का आईपीओ 6 नवंबर को खुलकर 8 नवंबर को बंद हुआ था. बेंगलुरु स्थित कंपनी के आईपीओ के लिए प्राइज बैंड 371-390 रुपए प्रति शेयर तय किया गया था. स्विगी ने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म इंस्टामार्ट (Instamart) का कुछ समय पहले अधिग्रहण किया था. इसके बाद से कंपनी अमेजन इंडिया (Amazon India) और टाटा ग्रुप (Tata Group) की बिगबास्केट (BigBasket) के समक्ष चुनौती पेश कर रही है. कंपनी ने आईपीओ ऐसे समय लॉन्च किया, जब बाजार IPOs को लेकर पॉजिटिव बना हुआ था.  

Zomato की लिस्टिंग थी बेहतर
वहीं, स्विगी की प्रतियोगी कंपनी Zomato की लिस्टिंग बेहद शानदार रही थी. जोमैटो ने अपने निवेशकों को उस समय 51% तक का लिस्टिंग गेन दिया था. कंपनी के शेयर इस समय बढ़त के साथ 261.18 रुपए पर कारोबार कर रहे हैं. इस साल अब तक ये शेयर 109.78% और बीते एक साल में 113.73% का रिटर्न दे चुका है. इसका 52 वीक का हाई लेवल 298.25 रुपए है. Zomato की आर्थिक स्थिति  स्विगी के मुकाबले बेहतर है. कंपनी का मार्केट शेयर भी स्विगी से ज्यादा हो गया है. एक अनुमान के मुताबिक, देश के फूड डिलीवरी सेक्टर में जोमैटो की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 55 फीसदी के आसपास पहुंच गई है, जबकि स्विगी की हिस्सेदारी में कमी आई है. वर्ष 2020 में स्विगी 52 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ इस सेक्टर की लीडिंग कंपनी थी, लेकिन इसके बाद से जोमैटो का दबदबा बढ़ता चला गया.  


बाजार खुलने से पहले ही जान लें, आज कहां बन सकता है कमाई का मौका और कहां मंदी की आशंका

विदेशी निवेशक लगातार भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं. इस वजह से हमारे मार्केट में कमजोरी दिखाई दे रही है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 13 November, 2024
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Wednesday, 13 November, 2024
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शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है. मंगलवार यानी कल बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ और निवेशकों के करीब 5.29 लाख करोड़ रुपए डूब गए. इस गिरावट की एक वजह विदेशी निवेशकों द्वारा बाजार से लगातार पैसा निकालना भी रही. इस दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 820.97 अंकों के नुकसान के साथ 78,675.18 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 257.85 अंक फिसलकर 23,883.45 पर बंद हुआ. चलिए जानते हैं कि आज किन कंपनियों के शेयर फोकस में रह सकते हैं.

MACD के ये हैं संकेत
सबसे पहले बात करते हैं मोमेंटम इंडिकेटर MACD के संकेतों की. मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने आज के लिए Apl Apollo Tubes Ltd, HCL Technologies और Nalwa Sons Investments पर तेजी का रुख दर्शाया है. इसका मतलब है कि इन शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है. ऐसे में यदि आप दांव लगाते हैं तो मुनाफा कमाने की गुंजाइश भी बन सकती है. हालांकि, BW हिंदी आपको सलाह देता है कि शेयर बाजार में निवेश से पहले किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से परामर्श ज़रूर कर लें, अन्यथा आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. इसी तरह, MACD ने  केयर रेटिंग्स, बंगाल एंड असम कंपनी, पॉली मेडिक्योर, नियोजन केमिकल्स, बॉम्बे बुमराह ट्रेडिंग कॉरपोरेशन, जेन टेक्नोलॉजीज और गोपाल स्नैक्स में मंदी के संकेत दिए हैं. यानी इनमें आज गिरावट देखने को मिल सकती है. लिहाजा इनमें निवेश को लेकर सावधान रहें.

इन पर भी रखें नज़र
आज आप नैटको फार्मा और नायका के शेयरों पर भी नज़र रख सकते हैं. इन शेयरों में आज एक्शन देखने को मिल सकता है. दरअसल, नैटको फार्मा का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 83% बढ़कर 676 करोड़ रुपए रहा है. जबकि कंपनी का पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में शुद्ध मुनाफा 369 करोड़ रुपए था. इस दौरान उसकी परिचालन आय सालाना आधार पर 1,031 करोड़ से बढ़कर 1,371 करोड़ रुपए हो गई. नतीजों से उत्साहित कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2 रुपए मूल्य वाले प्रत्येक शेयर पर 1.5 रुपए का दूसरा अंतरिम लाभांश (Dividend) घोषित किया है. ऐसे ही फैशन एंड ब्यूटी रिटेलर नायका का दूसरी तिमाही में कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 66% की तेजी के साथ 13 करोड़ रुपए पहुंच गया. जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 7.8 करोड़ का प्रॉफिट हुआ था. 

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).


Bitcoin ने मारी लंबी छलांग, कई देशों की GDP और कई बड़ी कंपनियों के मार्केट कैप को भी छोड़ा पीछे!

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के दाम आज कारोबारी सत्र के दौरान 90 हजार डॉलर के पास पहुंच गए. सुबह के समय बिटकॉइन की कीमत में 10 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला था. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Tuesday, 12 November, 2024
Last Modified:
Tuesday, 12 November, 2024
BWHindia

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की जीत के बाद डॉगेकॉइन (Dogecoin) के साथ ही अब बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत ने भी लंबी छलांग लगा दी है. दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत और मार्केट कैप रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं. बिटकॉइन के दाम कारोबारी सत्र के दौरान मंगलवार यानी 12 नवंबर 2024 को 87,208.15 यूएसडी (USD) पर बंद हुए, जबकि मार्केट कैप कई देशों की जीडीपी को भी पार कर गया है. असेट क्लास की बात करें तो बिटकॉइन ने सिल्वर को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी असेट क्लास हो चुकी है. इसके अलावा कई बड़ी कंपनियों के मार्केट कैप को भी इसने पीछे छोड़ दिया है. तो चलिए जानते हैं बिटकॉइन कीमत अब कितनी हो गई है? 

90 हजार डॉलर के करीब बिटकॉइन
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के दाम 90 हजार डॉलर के करीब पहुंच गई है. कॉइन डेस्क के आंकड़ों के अनुसार बिटकॉइन की कीमत 89,995.12 डॉलर के साथ लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गई. सुबह के समय बिटकॉइन की कीमत में 10 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल रहा था. शाम को 86,833.43 यूएसडी (USD) पर बंद हुआ. वैसे बीते एक हफ्ते यानी 5 सितंबर के बाद से बिटकॉइन की कीमत में 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. वहीं एक साल में 136 प्रतिसत का इजाफा देखने को मिल है.

इतना हो गया मार्केट कैप
बिटकॉइन की कीमतों में लगातार तेजी की वजह से मार्केट कैप में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है. मौजूदा समय में बिटकॉइन का मार्केट कैप 1.75 ट्रिलियन डॉलर के पार चला गया है. खास बात तो ये है कि बिटकॉइन दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी असेट बन चुकी है. मंगलवार को बिटकॉइन ने इस मामले में सिल्वर को पीछे छोड़ा है. जिसका मार्केट कैप 1.73 ट्रिलियन डॉलर का है. वैसे ओवरऑल क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 2.94 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है. जिसमें पिछले 24 घंटे के मुकाबले में 5 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है. 

इन देशों की जीडीपी को छोड़ा पीछे
बिटकॉइन ने कई देशों की जीडीपी को भी पीछे छोड़ दिया है. यूरोप की बड़ी इकोनॉमी में शुमार स्पेन की जीडीपी बिटकॉइन के मुकाबले कम हो गई है. दुनिया की 15वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी स्पेन की जीडीपी मौजूदा समस में 1.73 ट्रिलियन डॉलर है. इंडोनेशिया और तुर्की जैसे देशों की जीडीपी भी बिटकॉइन के कुछ नहीं है. मौजूदा समय में इंडोनेशिया की जीडीपी 1.4 ट्रिलियन डॉलर देखने को मिल रही है. वहीं बात तुर्की की करें तो 1.34 ट्रिलियन डॉलर देखने को मिल रही है. एक्सपर्ट्स के अनुसार आने वाले दिनों में बिटकॉइन का मार्केट कैप ऑस्ट्रेलिया और मैक्सिको जैसे देशों की जीडीपी को भी पीछे छोड़ सकता है.

मेटा और टेस्ला जैसी दिग्गज कंपनियों से आगे पहुंचा बिटकॉइन
बिटकॉइन का मार्केट कैप दुनिया की टॉप कंपनियों के मार्केट कैप से बड़ा हो गया है. बिटकॉइन ने फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स को पीछे छोड़ दिया है, जिसका मार्केट कैप 1.472 ट्रिलियन डॉलर है. वहीं, दूसरी ओर दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क की कंपनी टेस्ला को भी पीछे छोड़ दिया है. मौजूदा समय में टेस्ला का मार्केट कैप 1.123 ट्रिलियन डॉलर को पीछे छोड़ा है. वहीं, दूसरी ओर दुनिया के सबसे बड़े इंवेस्टर वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे भी बिटकॉइन के पीछे है और कंपनी का कुल मार्केट कैप 1.007 ट्रिलियन डॉलर है.
 


ABB इंडिया ने सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक फरीदाबाद प्लांट को किया अपग्रेड

Faridabad IEC LV मोटर मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट ने सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए सोलर पावर सौर रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग और विस्तार किया.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Tuesday, 12 November, 2024
Last Modified:
Tuesday, 12 November, 2024
BWHindia

ABB इंडिया का IEC LV मोटर्स कारोबार अब देश में कंपनी की लंबे समय से स्थापित मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी का विस्तार कर रहा है. 1951 में शुरू हुआ यह प्लांट अब एक विस्तारित आधुनिक कार्यस्थल और अपग्रेड शॉपफ्लोर्स से लैस है. IEC LV मोटर्स भारतीय उद्योगों के मुख्य उपकरण माने जाते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. दशकों से यह सुविधा IE3 और IE4 उच्च ऊर्जा दक्षता वाली मोटरों, साथ ही फ्लेमप्रूफ मोटर, स्मोक एक्सट्रैक्शन मोटर, क्रेन ड्यूटी मोटर, ब्रेक मोटर जैसी विशिष्ट मोटरों के मैन्यूफैक्चरिंग का केंद्र बन गई है. 

स्थिरता के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता
36,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला फरीदाबाद प्लांट सस्टेनेबिलिटी से संबंधित प्रथाओं को बढ़ावा देने में अग्रणी रहा है. इसने रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग को अपनाया है और प्लांट में ऊर्जा दक्षता में सुधार किया है ताकि कम कार्बन संचालन को हासिल किया जा सके. इसके संचालन से संबंधित Scope 2 GHG उत्सर्जन को समाप्त करने के लिए वैश्विक RE100 प्रतिबद्धता का पालन करते हुए, प्लांट ने 2023 में 180 MWh का इनहाउस सौर ऊर्जा उत्पादन किया. प्लांट की पर्यावरण के प्रति समर्पण को भारतीय ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (IGBC) द्वारा 'प्लैटिनम लेवल ग्रीन फैक्ट्री बिल्डिंग्स' प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया है. इसके अलावा इस सुविधा ने अपने 99 प्रतिशत कचरे को लैंडफिल से दूर कर दिया है, जो कंपनी के लैंडफिल में शून्य अपशिष्ट के दीर्घकालिक सस्टेनेबिलिटी लक्ष्य के अनुरूप है.

संजीव अरोड़ा की प्रतिक्रिया
ABB इंडिया मोशन बिजनेस के अध्यक्ष संजीव अरोड़ा ने कहा है कि फरीदाबाद संयंत्र का हाल ही में उद्घाटन और इसका निरंतर उन्नयन न केवल हमारे दीर्घकालिक विरासत का महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबिलिटी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है. हमारी गहरी उपस्थिति हमारे आपूर्ति आधार के स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को समृद्ध करने के लिए हमारी साझेदारी में निहित है. यह स्थान हमारे ऊर्जा कुशल IE3 और IE4 मोटरों के उत्पादन में एक प्रमुख योगदानकर्ता है, जो अब हमारे मोटर आदेशों का आधा हिस्सा बन चुके हैं. फरीदाबाद में निर्मित फ्लेमप्रूफ मोटर जैसी विशिष्ट मोटरें भारत भर में अनगिनत स्थापना स्थलों की सुरक्षा बढ़ा रही हैं. हम सामुदायिक निर्माण और ऊर्जा कुशल समाधानों में निवेश कर रहे हैं ताकि हम अपने ग्राहकों की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करते हुए पर्यावरण पर सकारात्मक योगदान दे सकें.   

स्थानीय उत्पादन क्षमता में वृद्धि
ABB इंडिया का फोकस स्थानीय निर्माण क्षमताओं, उत्पादकता और गुणवत्ता को बढ़ाना है, जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए आवश्यक हैं. उच्च दक्षता वाली प्रौद्योगिकियों, डिजिटलीकरण और स्वचालन को अपनाने से लागत दक्षता और कुल प्रदर्शन में सुधार होगा. टेक्नोलॉजी अपनाने के लिए एक सहायक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देकर, ABB विभिन्न क्षेत्रों में उभरते अवसरों को पकड़ने के लिए अच्छी स्थिति में है, जिसमें डेटा केंद्र, फार्मास्यूटिकल्स और बायोएथनॉल शामिल हैं.