सस्ते की उम्मीद छोड़िए, चुनावी मौसम बीतने के बाद महंगा न हो जाए Petrol-Diesel  

इजरायल-हमास युद्ध के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था के बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है. कच्चा तेल भी और महंगा हो सकता है.

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Thursday, 02 November, 2023
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इजरायल और हमास में जारी जंग (Israel-Hamas War) खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे. इजरायल किसी की सुनने को तैयार नहीं है, उसने साफ कर दिया है कि हमास के खात्मे तक हमले बंद नहीं होंगे. इस युद्ध में अब तक बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है. वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर दिखने लगा है. हालांकि, फिलहाल ये असर ज्यादा व्यापक नहीं है, लेकिन आने वाले दिनों में इसके व्यापक होने की पूरी आशंका है. अगर इस युद्ध में ईरान जैसे कुछ और देश उतर गए, तो फिर हालात बेकाबू हो जाएंगे. उधर, वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इजरायल-हमास युद्ध यदि और लंबा खिंचता है, तो इसका असर ग्लोबल इकॉनमी पर पड़ेगा. 

World Bank ने चेताया
विश्व बैंक (World Bank) के मुताबिक, यदि इजरायल-हमास युद्ध के कारण मिडिल ईस्ट में 50 साल पहले हुए संघर्ष जैसे हालात निर्मित होते हैं, तो कच्चे तेल की कीमतें 150 डॉलर प्रति बैरल से अधिक की रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच सकती हैं. युद्ध के बड़ा रूप लेने की स्थिति में कच्चे तेल की आपूर्ति बाधित होगी. प्रतिदिन तेल आपूर्ति में 6 से 8 मिलियन बैरल तक की कमी हो सकती है. जिसका सीधा मतलब है कि क्रूड ऑयल की कीमतों में जबरदस्त उछाल आएगा. इसकी कीमत 150 से 157 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है. 

भारत को होगी मुश्किल
वर्ल्ड बैंक ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि युद्ध जारी रहने पर कच्चे तेल की कीमत में तेजी आएगी और इससे दुनिया के तमाम देशों में महंगाई बढ़ेगी. भारत अपनी तेल जरूरतों का एक बड़ा हिस्सा आयात करता है. ऐसे में उसके लिए मुश्किलें ज्यादा बढ़ जाएंगी. इसके अलावा, उसके इजरायल, फिलिस्तीन और ईरान जैसे देशों से व्यापारिक संबंध हैं. युद्ध का दायरा बढ़ने से उसका व्यापार बड़े पैमाने पर प्रभावित होगा. बता दें कि भारत पश्चिमी एशिया, उत्तरी अफ्रीका और यूरोप के कई देशों को दवा का निर्यात करता है. युद्ध की वजह से इसमें दिक्कत आ सकती है. विश्व बैंक के मुताबिक, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था पर विघटनकारी प्रभाव देखने को मिला था. अब एक बार फिर से वही हालात निर्मित हो रहे हैं.  

उम्मीद पर फिरा पानी
कच्चा तेल बढ़ने से भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है. पेट्रोल-डीजल की कीमतें एक साल से स्थिर हैं, यानी इनमें किसी तरह का बदलाव देखने को नहीं मिला है. चुनावी मौसम में तेल की कीमतों में कुछ कमी की उम्मीद जरूर जगी थी, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय हालातों ने उस उम्मीद पर पानी फेर दिया है. उल्टा, दाम बढ़ने की आशंका उत्पन्न हो गई है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यदि क्रूड ऑयल के भाव बढ़ते हैं, तो फिर घरेलू स्तर पर भी कीमतें अछूती नहीं रहेंगी. चुनावी माहौल में भले ही सरकार जनता पर कोई बोझ न लादे, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ना तय हैं. तेल कंपनियां किसी भी सूरत में महंगे कच्चे तेल का बोझ खुद नहीं उठाने वालीं.  


Emami ने इस कंपनी का किया पूर्ण अधिग्रहण, डील से ब्यूटी प्रोडक्ट्स के बाजार में बढ़ेगी पैठ

शेयर बाजार को दी जानकारी में एमएमसीसी कंपनी ने बताया कि उसने एक मेल ग्रूमिंग ब्रांड में बाकी 49.60% खरीदने के लिए एक समझौता किया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 31 August, 2024
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Saturday, 31 August, 2024
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भारत की अग्रणी FMCG कंपनियों में से एक इमामी लिमिटेड (Emami Ltd) ने बड़ा बिजनेस अपडेट दिया है. Emami ने हेलियोस लाइफस्टाइल में बाकी की 49.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए समझौता किया है. हेलियोस, मेल ग्रूमिंग प्रोडक्ट बनाने वाले ब्रांड 'द मैन कंपनी' की पेरेंट कंपनी है. इमामी ने एक बयान में कहा कि हेलियोस लाइफस्टाइल उसकी पहले से ही 50.4 प्रतिशत हिस्सेदारी है. अब वह बाकी की 49.6 प्रतिशत हिस्सेदारी भी खरीद लेगी. इसके बाद हेलियोस लाइफस्टाइल, इमामी के पूर्ण मालिकाना हक वाली कंपनी हो जाएगी.

सौंदर्य बाजार में बढ़ेगी पैठ

एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि The Man Company, एक डिजिटल-फर्स्ट लाइफस्टाइल ब्रांड है, जो फ्रेगरेंस, स्किन केयर, हेयर केयर, बॉडीकेयर प्रोडक्ट श्रेणी में प्रीमियम पुरुषों के सौंदर्य उत्पादों की पूरी रेंज पेश करता है. कंपनी के प्रोडक्ट ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनलों, सभी ऑनलाइन मार्केटप्लेस, जिसमें इसकी अपनी वेबसाइट, ऐप और एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट (EBOs) पर उपलब्ध हैं. 'The Man Company' अपने उत्पादों के एक्सपेंसिव पोर्टफोलियो के लिए जानी जाती है, जो नेचर से प्रेरित है और हाथ से चुनी गई प्राकृतिक सामग्री से बना है और हानिकारक रसायनों से मुक्त है. Emami ने कहा कि Helios के अधिग्रहण के पूरा होने से तेजी से बढ़ते डिजिटल फर्स्ट प्रीमियम मेल ग्रूमिंग सेगमेंट में इसकी उपस्थिति मजबूत होगी.

Emami ने क्या कहा?

Emami Ltd के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हर्ष वी अग्रवाल ने कहा, हमने विकास के नए इंजनों को विकसित करने के लिए तेजी से डिजिटलीकरण द्वारा लाए गए ऑनलाइन अवसरों का फायदा उठाने के लिए बहुत पहले से ही नए युग के स्टार्टअप में रणनीतिक निवेश का रास्ता अपनाया था. ये रणनीतिक निवेश हमें उभरते हुए क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में मदद करते हैं, जो उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं के अनुरूप होते हैं. 

‘The Man Company’ ब्रांड 2017 में हमारा पहला रणनीतिक निवेश था, जो बेहद फायदेमेंद रहा है, कंपनी 2022 में हमारी सब्डियरी कंपनी बनी थी. हम न केवल ‘द मैन कंपनी’ में निवेश करके खुश हैं, क्योंकि हम इसकी विशाल क्षमता को देख सकते थे, बल्कि प्रमोटर के विजन और इसे एक मजबूत ब्रांड बनाने की प्रतिबद्धता से भी प्रभावित और खुश हैं. कंपनी के 100% अधिग्रहण के पूरा होने के साथ, हम ब्रांड को विकास के अगले स्तर पर ले जाने के लिए उत्साहित हैं.
 

 

UBS Group AG ने VI सहित इन 7 कंपनियों में बेच डाले शेयर, करीब 5 हजार करोड़ में हुई डील

यूबीएस ग्रुप स्विट्जरलैंड बेस्ड एक मल्टीनेशनल इन्वेस्टर व फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर है, जिसकी गिनती शेयर बाजार के प्रमुख निवेशकों में की जाती है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 31 August, 2024
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Saturday, 31 August, 2024
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स्विस फाइनेंशियस सर्विस कंपनी यूबीएस ग्रुप एजी ने 7 कंपनियों में शेयरों की बड़ी बिक्री की है. बाजार के आंकड़ों के अनुसार यूबीएस ग्रुप ने अपनी सहयोगी यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया के जरिए एनएसई पर अलग अलग बल्क डील के जरिए करीब 5000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की है. इन कंपनियों में ऑयल इंडिया, डिक्सन टेक्नोलॉजीस, रेल विकास निगम लिमिटेड,जायडस लाइफसाइंसेज, वोडाफोन आइडिया, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर और प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स शामिल हैं. इसके साथ ही यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया ने बंधन बैंक में खरीद भी की है.

इन शेयरों की भी बड़े पैमाने पर बिक्री

एनएसई (NSE) पर उपलब्ध बल्क डील डेटा के अनुसार, यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया ने 972 करोड़ रुपये के ऑयल इंडिया के शेयरों की बिक्री की. इसी तरह उसने डिक्सॉन टेक्नोलॉजीज के 904 करोड़ रुपये और रेल विकास निगम लिमिटेड के 797 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. उनके अलावा जायडस लाइफसाइंसेज के 756 करोड़ रुपये के और वोडाफोन आइडिया, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर और प्रेस्टिज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स को मिलाकर 1,531 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की.

बंधन बैंक में किया 384 करोड़ निवेश

दूसरी ओर यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया ने कई भारतीय शेयरों में खरीदारी भी की. उसने शुक्रवार को बंधन बैंक के 1.92 करोड़ शेयरों को 384 करोड़ रुपये में खरीदा. उसके अलावा यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया और कॉप्टहॉल मॉरीशस इन्वेस्टमेंट ने मिलकर प्रेस्टिज एस्टेट के 10.90 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की. वहीं दूसरी ओर कॉप्टहॉल मॉरीशस इन्वेस्टमेंट ने प्रेस्टिज एस्टेट के 378 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री भी की.

इन शेयरों के खरीदारों की नहीं मिली जानकारी

यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया के द्वारा ऑयल इंडिया, डिक्सॉन टेक, रेल विकास निगम लिमिटेड, जाइडस लाइफसाइंसेज, वोडाफोन आइडिया, ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर और प्रेस्टीज एस्टेट के बेचे गए शेयरों को खरीदने वालों के बारे में जानकारी सामने नहीं आई है. इसी तरह यह भी पता नहीं चल पाया है कि यूबीएस प्रिंसिपल कैपिटल एशिया ने बंधन बैंक के जिन शेयरों को खरीदा, उन्हें किसने बेचा.

कैसा रहा स्टॉक्स का प्रदर्शन

शुक्रवार के कारोबार में ऑयल इंडिया का शेयर 0.81 फीसदी की गिरावट के साथ 725 के स्तर पर बंद हुआ है. डिक्सन टेक्नोलॉजीस का शेयर 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 12931 के स्तर पर बंद हुआ. रेल विकास निगम लिमिटेड का शेयर 4 फीसदी बढ़कर बंद हुआ है. वहीं जायडस लाइफसाइंसेज में 1.33 फीसदी, वोडाफोन आइडिया में 4 फीसदी की गिरावट रही है. दूसरी तरफ ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज 2 फीसदी और प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स में 5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है.
 

 

रेलवे से जुड़ी इन 2 कंपनियों से आई बड़ी खबर, सोमवार को दिखेगा असर

रेलवे से जुड़ी दो कंपनियों के शेयरों में सोमवार को उछाल देखने को मिल सकता है. दोनों ही कंपनियों ने इस साल अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 31 August, 2024
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Saturday, 31 August, 2024
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रेलवे से जुड़ी 2 कंपनियों को लेकर बड़ी खबर आई है. इस खबर का असर कंपनियों के शेयरों पर अगले हफ्ते देखने को मिल सकता है. रेल विकास निगम लिमिटेड (Rail Vikas Nigam Ltd) अपने निवेशकों को रिटर्न गिफ्ट के तौर पर डिविडेंड देने जा रही है. कंपनी ने डिविडेंड देने के लिए रिकॉर्ड डेट का ऐलान कर दिया है. कंपनी एक शेयर पर 2.11 रुपए का डिविडेंड देने वाली है और इसके लिए 23 सितंबर 2024 की तारीख को रिकॉर्ड डेट तय किया है. इसका मतलब है कि जिन निवेशकों का नाम कंपनी की रिकॉर्ड बुक में इस दिन तक होगा, उन्हें डिविडेंड का लाभ मिलेगा.

शानदार रिटर्न दिया 
RVNL की तरफ से बताया गया है कि वार्षिक आम बैठक (AGM) के 30 दिन के अंदर ही डिविडेंड का भुगतान किया जाएगा. कंपनी के स्टॉक की बात करें, तो इसने अब तक निवेशकों को खुश किया है. कंपनी के शेयर कल 4.10% की उछाल के साथ 603.55 रुपए पर बंद हुए. इस साल अब तक ये शेयर 231.62% का शानदार रिटर्न डी चुका है. जबकि बीते एक साल का आंकड़ा 360.55% है. RVNL की ऑर्डर बुक काफी मजबूत है, इसलिए निवेशकों का भरोसा कंपनी में बना हुआ है.  

नवरत्न बनी रेलटेल 
रेलवे से जुड़ी एक और कंपनी के शेयर अगले हफ्ते फोकस में रह सकते हैं. सरकार ने जिन 4 नई सरकारी कंपनियों नवरत्न का दर्जा दिया है, उसमें रेलटेल कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Railtel Corporation of India Ltd) का नाम भी शामिल है. नवरत्न कंपनियों में इन 4 नामों के जुड़ने से अब नवरत्न कंपनियों की संख्या 21 से बढ़कर 25 हो गई है. Railtel का शेयर शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुआ था. 490 रुपए के भाव पर मिल रहा ये शेयर पिछले पांच कारोबारी सत्रों से लाल निशान पर ट्रेड कर रहा है. हालांकि, इस साल अब तक इसने 38.79% का रिटर्न दिया है. इसका 52 वीक का हाई लेवल 617.80 रुपए है.


अगले हफ्ते शेयर बाजार में रहेगी भारी चहल-पहल, वजह भी है बेहद खास

शेयर बाजार के लिए समय अच्छा चल रहा है. पिछले कुछ सत्रों से मार्केट में लगातार तेजी देखने को मिल रही है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 31 August, 2024
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Saturday, 31 August, 2024
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अगले हफ्ते शेयर बाजार में काफी चहल-पहल देखने को मिल सकती है. सितंबर के पहले हफ्ते में 5 कंपनियों के आईपीओ आने वाले हैं. इतना ही नहीं, 10 कंपनियों के शेयरों की बाजार में लिस्टिंग भी होनी है. बता दें कि बीते कुछ वक्त में कई आईपीओ आ चुके हैं और उनमें से अधिकांश निवेशकों की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं.  इस वजह से IPO को लेकर क्रेज लगातार बना हुआ है.   

आईपीओ वाली कंपनियां
एक रिपोर्ट के अनुसार,  अगले हफ्ते जिन कंपनियों के शेयर आने हैं उनमें गागाल प्रिसिशन इंजीनियरिंग, जेय्यम ग्लोबल फूड्स, नमो ईवेस्ट मैनेजमेंट, मैच कांफ्रेंसेंज एंड इवेंट्स  और मूंदड़ा फिनकॉर्प सब्सक्रिप्शन का नाम शामिल है. प्रिसिशन कंपोनेंट बनाने वाली Gala Precision Engineering का आईपीओ 2-4 सितंबर तक खुला रहेगा. करीब 168 करोड़ रुपए के इस आईपीओ के तहत 135.34 करोड़ के फ्रेश शेयर जारी होंगे. आईपीओ के लिए 503 से 529 रुपए का प्राइस बैंड तय किया गया है. Jeyyam Global Foods के आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 2 से 4 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है. आईपीओ के तहत 73.74 करोड़ रुपए के नए फ्रेश जारी होंगे. आईपीओ का प्राइस बंद 59 से 61 रुपए फिक्स किया गया है.

मिलेगा दांव का मौका
Namo EWaste Management का आईपीओ 4-6 सितंबर तक खुला रहेगा. इसका प्राइस बैंड 80 से 85 रुपए रखा गया है. कंपनी आईपीओ के तहत सिर्फ फ्रेश शेयर ही जारी करेगी.  इसी तरह, Mach Conferences & Events के आईपीओ में आप 4-6 सितंबर तक पैसा लगा सकते हैं. 125.28 करोड़ रुपए के इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 214-225 रुपए है.  My Mudra Fincorp का आईपीओ  5 से 9 सितंबर तक खुला रहेगा. यानी इस पर दांव लगाने का आखिरी दिन 9 सितंबर है. आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 104-110 रुपए है. इसके शेयरों का अलॉटमेंट 10 सितंबर को होगा और 12 सितंबर को इसकी लिस्टिंग होगी.

इनकी होनी है लिस्टिंग
चलिए अब जानते हैं कि अगले हफ्ते किन कंपनियों की स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग होने वाली है. इसमें  प्रीमियर एनर्जीज,  इको मोबिलिटी, बाजार स्टाइल रिटेल, इंडियन फॉस्फेट, जय बी लेमिनेशंस, वीडील सिस्टम, पैरामैट्रिक्स टेक, ऐरोन कंपोजिट, ट्रेवल एंड रेंटल्स और पैकेजिंग सॉल्यूशंस का नाम शामिल है. Premier Energies के आईपीओ की लिस्टिंग 3 सितंबर और इको मोबिलिटी की 4 सितंबर को होगी. इसी तरह, Baazar Style Retail की लिस्टिंग छह सितंबर को होनी है. बता दें कि इस कंपनी में दिग्गज निवेशक रेखा झुनझुनवाला (Rekha Jhunjhunwala) का भी पैसा लगा हुआ है.


SEBI का फिर चला डंडा, एक या दो नहीं बल्कि 35 से ज्यादा लाइसेंस किए कैंसिंल

SEBI ने रजिस्ट्रेशन नियमों को पूरा न करने के कारण 39 ब्रोकर्स और 7 कमोडिटी ब्रोकर्स का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया. ये फैसला आवश्यक रजिस्ट्रेशन नियमों को नहीं करने के चलते लिया है.

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Published - Saturday, 31 August, 2024
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Saturday, 31 August, 2024
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भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) ने 39 शेयर ब्रोकर और 7 कमोडिटीज ब्रोकर का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया. रजिस्ट्रेशन अनिवार्यताएं पूरी करने में विफल रहने पर इन ब्रोकर का रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया है. इसके अलावा, नियामक ने उन 22 ‘डिपॉजिटरी’ प्रतिभागियों का रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर दिया, जो अब किसी भी ‘डिपॉजिटरी’ से संबद्ध नहीं हैं. 

SEBI ने क्या कहा?

सेबी ने तीन अलग-अलग आदेशों में कहा, इन इकाइयों के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट को रद्द करने का मुख्य कारण उन्हें ‘डिपॉजिटरी’ का सक्रिय भागीदार या मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज का सदस्य बने बिना अपने सेबी रजिस्ट्रेशन का दुरुपयोग करने से रोकना है, जिससे ‘अनजान’ निवेशकों की सुरक्षा हो सके. रजिस्ट्रेशन रद्द होने के बावजूद, ये इकाइयां शेयर ब्रोकर या कमोडिटीज ब्रोकर या ‘डिपॉजिटरी’ प्रतिभागियों के रूप में की गई किसी भी कार्रवाई के लिए उत्तरदायी हैं. वे सेबी को देय किसी भी बकाया शुल्क, बकाया और ब्याज का भुगतान करने के लिए भी जिम्मेदार हैं.

SEBI ने किनका रजिस्ट्रेशन किया रद्द

सेबी ने अपने आदेश में कहा कि 39 शेयर ब्रोकर और 7 कमोडिटीज ब्रोकर को कुछ शर्तों के तहत रजिस्ट्रेशन प्रदान किया गया था. इसमें यह शर्त भी शामिल थी कि वे किसी मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य बने रहेंगे. जिन 39 शेयर ब्रोकर का रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया है उनमें बेजल स्टॉक ब्रोकर्स, रिफ्लेक्शन इन्वेस्टमेंट्स, सम्पूर्ण पोर्टफोलियो, विनीत सिक्योरिटीज, क्वॉन्टम ग्लोबल सिक्योरिटीज, वेलिंडिया सिक्योरिटीज, व्राइज सिक्योरिटीज, क्रेडेंशियल स्टॉक ब्रोकर्स, आन्या कमोडिटीज, एम्बर सॉल्यूशंस, आर्केडिया शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स और सी.एम. गोयनका स्टॉक ब्रोकर्स, डेस्टिनी सिक्योरिटीज शामिल हैं. 

वेल्थ मंत्रा कमोडिटीज, सम्पूर्ण कॉमट्रेड, चैतन्य कमोडिटीज, बीवीके पल्सेस ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी, इन्फोनिक इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज, फाइनेंशियल लीडर्स कमोडिटीज और वेलिंडिया कमोडिटीज वे 7 कमोडिटीज ब्रोकर हैं जिनके रजिस्ट्रेशन रद्द किए गए. इंटिग्रेटेड स्टॉक ब्रोकिंग सर्विसेज, मूंगिपा इन्वेस्टमेंट्स, एएसएल कैपिटल होल्डिंग्स, अटलांटा शेयर शॉपी, वेल्थ मंत्रा, पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक, मैक्स प्लानवेल्थ सिक्योरिटीज, ब्राइट शेयर्स एंड स्टॉक उन 22 संस्थाओं में शामिल हैं जिनका ‘डिपॉजिटरी’ प्रतिभागियों के रूप में पंजीकरण रद्द कर दिया गया है.
 


डिपॉजिट बढ़ाने के लिए SBI ने बनाई योजना, ग्राहकों को भी मिलेगा फायदा...

SBI डिपॉजिट जुटाने के लिए ब्याज दर की जंग में नहीं उतरेगा. इसके बजाय बैंक डिपॉजिट ग्रोथ के लिए अपनी ग्राहक सेवा और व्यापक नेटवर्क पर जोर देगा.

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Published - Saturday, 31 August, 2024
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Saturday, 31 August, 2024
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हाल में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से सभी बैंकों को डिपॉजिट बढ़ाने के सुझाव दिए गए. अब इसे लेकर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक की योजना बनाई है. बैंक के अनुसार बैंकिंग सिस्टम में डिपॉजिट बढ़ाने का दबाव कुछ और समय तक जारी रहने का अनुमान है. ऐसे में एसबीआई डिपॉजिट जुटाने के लिए ब्याज दर की जंग में नहीं उतरेगा. इसके बजाय बैंक डिपॉजिट ग्रोथ के लिए अपनी ग्राहक सेवा और व्यापक नेटवर्क पर जोर देगा. तो आइए जानते हैं बैंक की पूरी योजना क्या है?

ये है बैंक का लक्ष्य
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एसबीआई वित्त वर्ष 2024- 25 में 14-16 प्रतिशत की लोन ग्रोथ का लक्ष्य लेकर चल रहा है और अपनी देनदारियों के उच्च आधार को देखते हुए 8-10 प्रतिशत की डिपॉडिट ग्रोथ के साथ इसे आसानी से बनाए रख सकता है. एसबीआई बैंक अपनी ताकत को आगे बढ़ने की योजना बना रहा है, क्योंकि इसका बही-खाता (Balance Sheet) मजबूत है. बैंक का लक्ष्य नवंबर में एक बंद उपयोगकर्ता समूह में बहुप्रतीक्षित YONO 2.0 पेशकश को लॉन्च करना है और फिर सभी के लिए इसे व्यापक रूप से लॉन्च करना है. बैंक अपने खुदरा असुरक्षित ऋणों का 90 प्रतिशत डिजिटल चैनलों से प्राप्त करने का लक्ष्य बना रहा है. इसने अब तक YONO ऐप के माध्यम से 1.3 ट्रिलियन व्यक्तिगत ऋण वितरित किए हैं. YONO 2.0 ऐप के जरिए और ज्यादा लोगों को ऋण का लाभ मिलेगा.

एसबीआई डिपॉजिट में कुल 61 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी 

एसबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार बैंक की वित्तीय प्रणाली में लगभग आधी टर्म डिपॉजिट्स सीनियर सिटीजंस के पास हैं जबकि युवा आबादी अन्य विकल्पों की तलाश कर रही है. वित्त वर्ष 2021-22 से जमा में कुल 61 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जो ऋण वृद्धि के 59 लाख करोड़ रुपये से अधिक है.

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अगस्त के आखिरी दिन कर्मचारियों को मिली बुरी खबर, यहां नौकरियों पर चली कैंची

छंटनी की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. अब खबर है कि एक चैटबॉट स्टार्टअप ने कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. वहीं, एक दिग्गज कंपनी इसकी तैयारी में है.

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Published - Saturday, 31 August, 2024
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Saturday, 31 August, 2024
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नौकरीपेशा लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. एक तरफ जहां Byjus जैसी कंपनियां हैं जो कर्मचारियों को समय पर सैलरी नहीं दे पा रही हैं. वहीं, दूसरी तरफ वो कंपनियां हैं जो कॉस्ट कटिंग के नाम पर कर्मचारियों का पत्ता काटने में मशगूल हैं. खबर है कि चैटबॉट स्टार्टअप Character.AI ने अपने कम से कम 5 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया, उनमें से अधिकांश मार्केटिंग और रिक्रूटिंग विभाग से जुड़े थे. 

गूगल से हुआ है समझौता
Character.AI हाल ही में गूगल के साथ एक समझौते को लेकर चर्चा में आई थी. इस समझौते के तहत गूगल को Character.AI की लार्ज लैंग्वेज मॉडल टेक्नोलॉजी के लिए एक नॉन-एक्सक्लूसिव लाइसेंस मिलता है. बताया जा रहा है कि चैटबॉट स्टार्टअप को गूगल के साथ डील के हिस्से के रूप में अधिक फंडिंग मिलेगी. यानी आने वाले समय में कंपनी की आर्थिक सेहत मजबूत होगी. उसके बावजूद नौकरियों पर कैंची चलाई गई है. 

यहां भी होगी छंटनी
इसी तरह, गोल्डमैन सैक्स से भी छंटनी (Goldman Sachs Layoff) की खबर सामने आई है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यह अमेरिकी मल्टीनेशनल इनवेस्टमेंट बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी करीब 1800 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने ई योजना पर काम कर रही है. यह खबर ऐसे समय सामने आई है जब गोल्डमैन सैक्स ने रिटेल सेल्स और रोजगार के अच्छे आंकड़ों के चलते मंदी की आशंका में कटौती की है. इस साल की शुरुआत में कंपनी ने अपने 6 प्रतिशत कर्मचारियों को पिंक स्लिप पकड़ाई थी. इसके बाद मई में भी कंपनी में छंटनी हुई थी और अब एक बार फिर यही खबर सामने आई है. 

पिछले साल जैसे हालात 
पिछले साल यानी 2023 में भी बड़े पैमाने पर छंटनी हुई थी. छोटी-बड़ी कई कंपनियों ने सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. कमोबेश वही स्थिति इस साल भी बनी हुई है. भारत सहित पूरी दुनिया से लगातार छंटनी की खबरें सामने आती रही हैं. कंपनियां कास्ट कटिंग के नाम पर नौकरियों पर कैंची चला रही हैं. हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, दिग्गज ऑटो कंपनी जनरल मोटर्स (General Motors) भी बड़े पैमाने पर छंटनी कर रही है. कंपनी ग्लोबल लेवल पर अपने सॉफ्टवेयर और सर्विस डिवीजन के 1000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है. GM के इस फैसले से सबसे ज्यादा सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी प्रभावित हुए हैं. पिछले साल के अंत तक जनरल मोटर्स के कुल वेतनभोगी कर्मचारियों की संख्या 76,000 थी, जिसमें से लगभग 1.3% की छंटनी की गई है.
 


7 अरब डॉलर बढ़ा देश का खजाना, फिर ऑल टाइम हाई पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार

2024 के पहले 8 महीनों में विदेशी मुद्रा भंडार में 58 बिलियन डॉलर का उछाल देखने को मिला है.

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Published - Saturday, 31 August, 2024
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Saturday, 31 August, 2024
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देश की अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक बार फिर अच्छी खबर आई है. दरअसल, देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Currency Reserve) 680 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है, जो अब तक का ऑल टाइम हाई है. भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार 23 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में 7 अरब डॉलर उछलकर 681.688 अरब डॉलर के अब तक के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया. 

गोल्ड रिजर्व में भी जोरदार उछाल

आरबीआई ने 30 अगस्त 2024 को विदेशी मुद्रा भंडार का डेटा जारी किया है जिसके मुताबिक 23 अगस्त 2024 को खत्म हुए हफ्ते पर विदेशी मुद्रा भंडार 7.023 बिलियन डॉलर के उछाल के साथ 681.68 बिलियन डॉलर पर आ गया है जो कि ऑलटाइम हाई है. फॉरेन करेंसी एसेट्स 5.983 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 597.552 बिलियन डॉलर रही है. आरबीआई के गोल्ड रिजर्व में भी जोरदार उछाल आया है और ये 893 मिलियन डॉलर के उछाल के साथ 61 बिलियन डॉलर पर आ गया है. एसडीआर 118 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 18.45 बिलियन डॉलर और इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड में मौजूद रिजर्व 30 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.68 बिलियन डॉलर रहा है.

विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में जोरदार बढ़ोतरी

भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में जोरदार बढ़ोतरी के चलते विदेशी मुद्रा भंडार में इस दौरान बढ़ोतरी देखने को मिली है. पिछले कई ट्रेडिंग सेशन से भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली है और विदेशी निवेश के चलते सेंसेक्स निफ्टी ऑलटाइम हाई पर बंद हुआ है. करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार 30 अगस्त, 2024 को मामूली मजबूती के साथ 83.86 के लेवल पर क्लोज हुआ है. 

साल 2024 में विदेशी निवेश बढ़ने के चलते विदेशी मुद्रा भँडार में 58 बिलियन डॉलर का उछाल देखने को मिला है. 29 दिसंबर 2023 को विदेशी मुद्रा भंडार 623 बिलियन रहा था जो अब 681 बिलियन डॉलर के पार जा पहुंचा है. वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने जुलाई महीने के जो मंथली इकोनॉमिक रिव्यू जारी किया है उसके मुताबिक 10.8 बिलियन डॉलर का एफपीआई इंफ्लो जून और जुलाई 2024 में देखने को मिला है.
 


Jio ने Netflix यूजर्स को दिया झटका, महंगे कर दिए ये दो रिचार्ज प्लान!

जियो (Jio) ने अपने प्रीपेड रिचार्ज प्लान्स में बदलाव किया है. ऐसे में अब नेटफ्लिक्स (Netflix) सब्सक्रिप्शन वाले प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 31 August, 2024
Last Modified:
Saturday, 31 August, 2024
BWHindia

अगर आप जियो (Jio) यूजर्स हैं और नेटफ्लिक्स का प्लान लेते हैं तो ये आपके लिए एक बुरी खबर हो सकती है.  आपको बता दें, जियो  के प्रीपेड रिचार्ज प्लान की कीमत में बदलाव होता रहता है. इसी कड़ी में जियो ने इस बार अपने नेटफ्लिक्स प्लान की कीमत में बढ़ोतरी करके यूजर्स को बड़ा झटका दे दिया है. इसका असर उन यूजर्स पर पड़ने वाला है, जिन्हें अपने प्रीपेड रिचार्ज प्लान के साथ नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन फ्री दिया जा रहा था. अब उन्हें नेटफ्लिक्स वाले प्लान के लिए अधिक कीमत चुकानी होगी. ये रिचार्ज प्लान लाइव हो गए हैं, जिन्हें आप जियो वेबसाइट और माय जियो ऐप पर देख सकते हैं. तो आइए जानते हैं ये प्लान कितने महंगे हुए हैं और इसका आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा?

200-300 रुपये महंगा हुआ रिचार्ज
रिलायंस जियो के नेटफ्लिक्स प्लान की कीमत में 200 से 300 रुपये तक का इजाफा किया गया है. पहले 1099 के प्लान में नेटफ्लिक्स के साथ अनलिमिटिड कॉलिंग,100 एसएमएस प्रतिदिन और 2GB डेटा प्रतिदिन मिल रहा था. वहीं अब इसी प्लान की कीमत के लिए आपको 1299 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा यानी आपको पूरे 200 रुपये अतिरिक्त देने होंगे. ऐसे ही 1499 वाले प्लान में आपको नेटफ्लिक्स के साथ अनलिमिटिड कॉलिंग, 100 एसएमएस प्रतिदिन, 3GB डेटा प्रतिदिन मिल रहा था. अब इसी प्लान के लिए आपको 1499 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा यानी इसमें आपको पूरे 300 रुपये अतिरिक्त देने होंगे.

अनलिमिटिड 5जी डेटा की सर्विस की बंद
हाल ही में जियो की तरफ से टैरिफ प्लान की कीमत में इजाफा किया गया था. अब एक बार फिर इसकी कीमत को बढ़ा दिया गया है. इस साल जुलाई में ही जियो ने अपने रिचार्ज प्लान्स को रिवाइज किया था. जियो की तरफ से रिचार्ज प्लान्स में 12-27 प्रतिशत तक का इजाफा किया गया था. कुछ प्लान्स में तो ऐसे बदलाव भी हुए थे कि यूजर्स अनलिमिटेड 5जी डेटा का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. इसके साथ ही एयरटेल और वोडाफोन आइडिया की तरफ से भी रिचार्ज प्लान्स महंगे कर दिए गए थे.

जियो ने 27 प्रतिशत प्रतिशत तक महंगे किए प्लान
जियो ने अपने प्लान की कीमत करीब 27 प्रतिशत तक बढ़ा दी है. एनुअल रिचार्ज प्लान भी 20-21 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है. टैरिफ प्लान में मिड-रेज मोबाइल सर्विस में भी कर दी गई है. रिचार्ज महंगे होने के बाद यूजर्स को तगड़ा झटका लगा था और बहुत सारे यूजर्स BSNL पर शिफ्ट कर गए थे. क्योंकि इससे उन्हें काफी परेशानी हुई थी, लेकिन इसके साथ ही जियो लगातार इस पर काम भी कर रहा था. 

 


 


इस अचूक रणनीति ने अडानी को बनाया बिज़नेस का बादशाह, ऐसे बढ़ता चला गया साम्राज्य

गौतम अडानी ने पिछले कुछ सालों में अपने कारोबार का काफी विस्तार किया है. कई कंपनियां उनके पोर्टफोलियो का हिस्सा बन चुकी हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 31 August, 2024
Last Modified:
Saturday, 31 August, 2024
BWHindia

गौतम अडानी (Gautam Adani) लगातार अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं. पिछले साल की शुरुआत में आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने उनकी विस्तार की रफ़्तार को कुछ धीमा किया था, लेकिन उसके प्रभाव से निकलते ही अडानी ने फिर से अपना पैर एक्सीलेटर पर रख दिया है.  हाल ही में अडानी ने एस्ट्रो ऑफशोर नामक कंपनी में 80 हिस्सेदारी खरीदी है. इससे पहले 2024 में वह तीन अन्य कंपनियों का भी अधिग्रहण कर चुके हैं. 

छोटी संस्थाओं पर नज़र
शुरुआत में अडानी समूह का पूरा फोकस बिजली और बंदरगाह पर था, लेकिन अब वह रियल एस्टेट, सीमेंट, FMCG और मीडिया जैसे क्षेत्रों में भी बड़ा नाम बन गया है. गौतम अडानी ने कारोबार के विस्तार के लिए एक खास रणनीति के तहत काम किया है. उन्होंने छोटी और कर्ज में डूबी कंपनियों पर दांव लगाया है. खासतौर पर दिवालिया हो चुकी कंपनियां उनकी पहली पसंद होती हैं, अडानी समूह के पास बदहाल कंपनी को फिर से खड़ा करने के लिए तमाम संसाधन मौजूद हैं. इसलिए अडानी ऐसी कंपनियों को खरीदकर अपने साम्राज्य का विस्तार करते आ रहे हैं. अब तक उनकी यह रणनीति अचूक साबित हुई है.

दिवालिया हुईं कंपनियों पर दांव
अप्रैल 2019 में अडानी समूह ने दिवालिया प्रक्रिया के तहत अवंता समूह की कोरबा वेस्ट पावर कंपनी को अपना बनाया था. यह डील 2900 करोड़ रुपए में हुई थी. इसके बाद जून 2019 में अडानी ने GMR छत्तीसगढ़ एनर्जी को 3530 करोड़ रुपए में खरीदा. इसी साल उन्होंने 265 करोड़ में आदित्य एस्टेट्स को भी अपना बना लिया. आदित्य एस्टेट्स अब अडानी प्रॉपर्टीज का हिस्सा है. 

2020 में एक शॉपिंग
मार्च 2020 में अडानी ने दिवालिया प्रक्रिया के तहत केवल एक शॉपिंग की. अडानी प्रॉपर्टीज ने नेशनल रेयन कॉरपोरेशन का अधिग्रहण किया. फरवरी 2021 में अडानी ने अपने पोर्ट कारोबार को बढ़ाते हुए दिघी पोर्ट का अधिग्रहण किया. इसके बाद से अब तक कई कंपनियां गौतम अडानी की झोली में आ गई हैं. मई 2021 में एस्सार पावर  को अडानी ने 2500 करोड़ में खरीदा. नवंबर 2022  में एचडीआईएल (प्रोजेक्ट बीकेसी), जनवरी 2023 में रेडियस एस्टेट्स एंड डेवलपर्स को 76 करोड़ और अप्रैल 2023 में कराईकल पोर्ट को 1,583 करोड़ रुपए में अडानी समूह ने अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लिया.

इन्हें भी झोली में डाला
दिसंबर 2023 में अडानी पावर ने कोस्टल एनर्जन के लिए 3500 करोड़ रुपए की बोली लगाई और अपना बना लिया. मई 2024 में अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड ने एस्सार ट्रांस्को लिमिटेड का सौदा 1900 करोड़ में किया. इसी तरह, अडानी ने दिवालिया हुई केएसके महानदी पावर और लैंको अमरकंटक पावर को भी अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लिया है. दिवालिया प्रक्रिया से इतर भी अडानी ने कई बड़ी शॉपिंग की हैं. उन्होंने सीमेंट सेक्टर में कदम रखते हुए 2022 में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड का अधिग्रहण पूरा किया था. इसके बाद से समूह कुछ और सीमेंट कंपनियों को अपना बना चुका है. 

अब सीमेंट सेक्टर पर नज़र
इस समय गौतम अडानी का फोकस सीमेंट बाजार पर है. मोदी सरकार के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर से सीमेंट सेक्टर के अच्छे दिन चल रहे हैं और अडानी इन अच्छे दिनों से अपनी आर्थिक सेहत को और मजबूत करना चाहते हैं. फिलहाल इस सेक्टर में आदित्य बिड़ला ग्रुप की अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement) नंबर वन है, लेकिन अडानी समूह की तेजी ने उसे भी परेशानी में डाल रखा है.