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क्या टूटने वाला है Byju's और रवींद्रन का रिश्ता? निवेशकों ने कर डाली ये बड़ी मांग
एडटेक कंपनी बायजू और उसके सीईओ बायजू रवींद्रन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
कोरोना काल में सफलता की नई ऊंचाइयां छूने वाली एडटेक कंपनी बायजू (Byju's) मुश्किल दौर से गुजर रही है. इस बीच, कंपनी के निवेशकों ने एक ऐसी मांग कर दी है, जिससे बायजू को-फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन का सिरदर्द बढ़ना लाजमी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी के बड़े निवेशक रवींद्रन को कंपनी से बाहर करना चाहते हैं. उन्होंने बायजू की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को एक नोटिस भेजकर असाधारण आम बैठक बुलाने की मांग की है. उनका ये भी कहना है कि बैठक में कंपनी के बोर्ड को नए सिरे से गठित करने और लीडरशिप में बदलाव पर भी चर्चा होनी चाहिए.
कौन-कौन हैं बोर्ड में शामिल?
बायजू के बोर्ड में फिलहाल बायजू रवींद्रन, उनके भाई रीजू रवींद्रन और पत्नी दिव्या गोकुलनाथ शामिल हैं. जबकि बायजू के निवेशकों में जनरल अटलांटिक, पीक-15 पार्टनर्स, सोफिना, आउल, चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव और सैंड्स हैं. बायजू में इनकी कुल मिलाकर लगभग 30% हिस्सेदारी है. बताया जा रहा है कि बायजू के शेयरधारकों के एक ग्रुप ने जुलाई और दिसंबर में भी बोर्ड की बैठक बुलाने का अनुरोध किया था, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया. दरअसल, ये निवेशक कंपनी की मौजूदा हालत को देखते हुए उसके भविष्य को लेकर चिंतित हैं. उन्हें लगता है कि कंपनी की मौजूदा लीडरशिप और बोर्ड कंपनी को ठीक से संभालने में नाकाम रहे हैं.
गिरवी रखने पड़े हैं 2 मकान
बायजू लंबे समय से वित्तीय संकट से जूझ रही है. कंपनी ने फंड जुटाने की काफी कोशिश की, लेकिन पूरी तरह सफलता नहीं मिल पाई. पिछले साल खबर आई थी कि कंपनी के मालिक बायजू रवींद्रन (Byju Ravindran) ने कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए अपना घर और परिवार के सदस्यों के घर को भी गिरवी रख दिया था. रवींद्रन ने बेंगलुरु के दो घरों को गिरवी रखकर करीब 100 करोड़ रुपए जुटाए और करीब 15,000 कर्मचारियों को सैलरी दी. वहीं, एक अन्य रिपोर्ट बताती है कि रवींद्रन व्यक्तिगत स्तर पर 40 करोड़ डॉलर का कर्ज ले चुके हैं और इसके लिए उन्होंने कंपनी में अपने सारे शेयर दांव पर लगा दिए हैं. अच्छी नहीं है वित्तीय स्थिति
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें, तो वित्त वर्ष 2022 में बायजू की पेरेंट कंपनी को 8,245 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था. कंपनी ने अब तक वित्त वर्ष 2023 का लेखाजोखा घोषित नहीं किया है. हालिया आई एक खबर के मुताबिक, मनिपाल एजुकेशन एंड मेडिकल ग्रुप के चेयरमैन रंजन पई आकाश इंस्टीट्यूट में सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन गए हैं. बायजू की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न ने 2021 में आकाश इंस्टीट्यूट को 95 करोड़ डॉलर में खरीदा था. अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या रवींद्रन और बायजू का रिश्ता निवेशकों की नाराजगी के चलते टूट जाता है या फिर कायम रहता है.
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