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Go First की मुसीबत से इस कारोबारी के आए 'अच्छे दिन', इतनी बढ़ गई दौलत
गो फर्स्ट इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही है. उसकी सेवाएं अस्थायी तौर पर बंद कर दी गई हैं. जिसका फायदा दूसरी एयरलाइन्स को मिल रहा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 10 months ago
जब से बजट एयरलाइन के तौर पर मशहूर Go First आसमान से धरती पर आई है, दूसरी विमान कंपनियों की चांदी हो गई है. अधिकांश एयरलाइन्स Go First के रूट्स पर कई गुना ज्यादा किराया वसूल रही हैं. कंपनियों की इस लूट से सरकार भी वाकिफ है और उसने हवाई यात्रियों को सबकुछ ठीक करने का विश्वास भी दिलाया है. वैसे, तो गो फर्स्ट की फ्लाइट्स अस्थाई रूप से बंद हुए से सभी दूसरी एयरलाइन्स को फायदा हुआ है, लेकिन इंडिगो (IndiGo) के को-फाउंडर राहुल भाटिया की तो मौज हो गई है.
IndiGo को सबसे ज्यादा फायदा
एक रिपोर्ट बताती है कि चूंकि इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है, इसलिए Go First की मुसीबत का सबसे ज्यादा फायदा उसे ही मिला है. उसके यात्रियों की संख्या बढ़ी है. साथ ही ज्यादा किराया वसूलने से इसकी कमाई का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है. अब जब कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत हो रही है, तो इसका असर उसके शेयरों पर पड़ना लाजमी है. IndiGo तेजी के साथ ट्रेड कर रहे हैं. गुरुवार को ये शेयर एक फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ 2,445 रुपए पर बंद हुआ था. इसका पिछले 5 दिन और एक महीने का रिकॉर्ड भी ग्रीन लाइन पर है. IndiGo के शेयरों में आई इस मजबूती से उसके को-फाउंडर राहुल भाटिया की फाइनेंशियल कंडीशन भी मजबूत हो रही है.
इतनी बढ़ गई है संपत्ति
रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते 2 महीनों में राहुल भाटिया की दौलत 1 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है. भारतीय करेंसी के हिसाब से देखें तो यह आंकड़ा 8583 करोड़ रुपए हो जाता है. भाटिया की संपत्ति मार्च 2023 तक 4.28 अरब डॉलर थी, जो अब बढ़कक 5 अरब डॉलर के पार पहुंच गई है. ब्लूमबर्ग की अरबपतियों की लिस्ट में भाटिया 467वें नंबर पर हैं. उनकी कुल नेटवर्थ 5.39 अरब डॉलर है और इस साल इसमें काफी अच्छी खासा इजाफा हुआ है. इंडिगो के शेयर बढ़ने से उनकी दौलत भी बढ़ रही है. इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 93,263.84 करोड़ रुपए पहुंच गया है.
घरेलू फ्लाइट, इंटरनेशनल से महंगी!
बता दें कि Go First की फ्लाइट्स स्थाई रूप से बंद हो गई हैं. इसके चलते इंडिगो जैसी दूसरी एयरलाइन्स को उसका मार्केट कब्जाने का मौका मिल गया है. इस मौके को भुनाने के लिए अधिकांश कंपनियों ने कई रूट्स पर टिकट इतनी महंगी कर दी है कि किराया इंटरनेशनल फ्लाइट से भी ज्यादा पहुंच गया है. हवाई यात्रियों की तरफ से लगातार इस पर नाराजगी व्यक्त की जा रही है. वहीं, सरकार की तरफ से भी कहा गया है कि कंपनियां के निश्चित सीमा से ज्यादा किराये में बढ़ोत्तरी नहीं आकर सकती हैं.
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