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BYJU'S पर लगा कर्मचारियों से जबरन इस्तीफा लेने का आरोप, कंपनी ने किया इनकार
एडटेक कंपनी बायजू पर बेंगलुरु के आईटी कर्मचारियों के एक यूनियन ने कर्मचारियों से जबरन इस्तीफा लेने का आरोप लगाया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्लीः एडटेक कंपनी बायजू पर बेंगलुरु के आईटी कर्मचारियों के एक यूनियन ने कर्मचारियों से जबरन इस्तीफा लेने का आरोप लगाया है. हालांकि कंपनी ने इन आरोपों को सिरे से इंकार कर दिया है. केरल में भारी छंटनी के बाद कंपनी के बेंगलुरु स्थित हेडक्वार्टर में भी इसको लेकर के काफी उथल-पुथल मची हुई है.
यूनियन ने कही ये बात
अपने सदस्यों को एक अधिसूचना में, कर्नाटक राज्य आईटी / आईटीईएस कर्मचारी संघ (केआईटीयू) ने आरोप लगाया कि बायजू "अनुचित लेबर नियमों" में लिप्त है और कंपनी के प्रबंधन से "देश के कानून का सम्मान करने और सभी छंटनी वाले कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से बहाल करने" का आग्रह किया. हालांकि बायजू के प्रवक्ता ने कहा, 'यह बिल्कुल गलत है कि बायजू कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर रहा है. बायजू एक जिम्मेदार संगठन है और देश के सभी कानूनों का पालन करता है.
5 फीसदी कर्मचारियों को निकाला जाएगा
बायजू ने कहा कि उसके 50 हजार कर्मचारियों में से केवल 5 फीसदी कर्मचारियों की छुट्टी की जाएगी, ताकि कंपनी के प्रॉफिट और उसको समान तौर पर बढ़ने के लिए ऐसा करना पड़ रहा है.
बायजू ने कहा कर्मचारियों का निकालना समय की जरूरत
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "पुनर्गठन से प्रभावित होने वाले प्रत्येक कर्मचारी को व्यक्तिगत रूप से उसी सहानुभूति के साथ सूचित किया जा रहा है जिसके वे हकदार हैं और इस समय जरूरत है. बायजू ऐसे सभी कर्मचारियों को एक प्रगतिशील निकास पैकेज प्रदान कर रहा है, जिसमें विस्तारित पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा लाभ, उद्योग के कुछ सर्वश्रेष्ठ भर्ती विशेषज्ञों के नेतृत्व में विस्थापन सेवाएं, मांग पर फास्ट-ट्रैक पूर्ण-और-अंतिम निपटान, और 'गार्डन लीव' का प्रावधान शामिल है, जहां वे बायजू के पेरोल पर नौकरी की तलाश कर सकते हैं.”
पिछले हफ्ते, बायजू द्वारा तिरुवनंतपुरम में अपने टेक्नोपार्क कार्यालय को बंद करने और अपने कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने के आरोपों के बाद, केरल सरकार ने बायजू की लेबर रुल्स की जांच शुरू की थी.
कर्मचारियों ने की लेबर मिनिस्टर से दर्ज की शिकायत
ऑफिस में काम कर रहे 170 से अधिक कर्मचारियों ने राज्य के श्रम मंत्री वी शिवनकुट्टी से मुलाकात की और मुआवजे और लंबित वेतन की मांग की. “टेक्नोपार्क तिरुवनंतपुरम से बायजू ऐप के कर्मचारी मुझसे मिलने आए थे. कर्मचारियों को नौकरी जाने सहित कई शिकायतें हैं. श्रम विभाग इस संबंध में एक गंभीर जांच करेगा, ”मंत्री शिवनकुट्टी ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किया अपना दुखड़ा
टेक्नोपार्क के कर्मचारियों के सामुदायिक मीडिया प्लेटफॉर्म टेक्नोपार्क टुडे ने अपने सोशल मीडिया पेजों पर पोस्ट किया कि बायजू का प्रबंधन कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर रहा है. टेक्नोपार्क के कर्मचारियों के लिए एक कर्मचारी कल्याण संगठन, प्रतिद्वीनी की मदद से, कर्मचारी एक नवंबर 2022 को अक्टूबर 2022 के सैलरी का भुगतान. नवंबर 2022 से 31 जनवरी तकआगामी तीन महीनों के लिए एकमुश्त सैलरी का भुगतान की मांग कर रहे हैं.
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