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सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी से इस राज्य में बना पावर प्लांट, ये हैं इसकी खूबियां
सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी (एससीटी) का उपयोग करके बनाया गया है, जो देश में अपनी तरह का पहला है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्लीः आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को एसपीएस नेल्लोर जिले के नेलातुरु में श्री दामोदरम संजीवैया थर्मल पावर स्टेशन (एसडीएसटीपी) की तीसरी इकाई राष्ट्र को समर्पित कर दी है. पावर स्टेशन प्रतिदिन एपी ग्रिड को 19 मिलियन यूनिट बिजली की आपूर्ति करेगा.
उन्होंने कहा कि 800 मेगावाट की इकाई, मौजूदा दो इकाइयों का विस्तार, एपीजेनको द्वारा सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी (एससीटी) का उपयोग करके बनाया गया है, जो देश में अपनी तरह का पहला है. प्रौद्योगिकी कोयले की खपत को कम करेगी और प्रदूषण को कम करने में योगदान देगी.
किसानों को रोजाना मिलेगी 9 घंटे मुफ्त बिजली
उन्होंने आगे कहा कि समर्पित इकाई, जिसके लिए 3,200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे वो आवास, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में ऊर्जा की बढ़ती मांगों को पूरा करने के अलावा कृषि क्षेत्र को 9- घंटे मुफ्त दैनिक बिजली आपूर्ति करने का भी काम करेगा.
2008 में वाईएस ने रखी थी आधारशिला
अधिकारियों ने कहा कि राज्य में 45 फिसदी बिजली की मांग एपीजेनको द्वारा उत्पन्न बिजली से पूरी की जा रही है, जबकि तीसरी इकाई एपी ग्रिड को प्रतिदिन 19 मिलियन यूनिट बिजली की आपूर्ति करेगी. इस अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "थर्मल पावर स्टेशन राज्य में बिजली उत्पादन में एक कदम आगे है." उन्होंने कहा कि उन्हें 800 मेगावाट की इकाई राष्ट्र को समर्पित करने का सौभाग्य मिला है, जिसकी आधारशिला उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वाईएस राजशेखर रेड्डी ने 2008 में रखी थी.
किसानों को दिया 35 करोड़ रुपये का मुआवजा
थर्मल पावर स्टेशन और कृष्णापट्टनम बंदरगाह के लिए अपनी जमीन देने वाले किसानों को धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री ने एक बटन दबाकर 16,128 किसान परिवारों को 35.74 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया और उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर की सुविधा प्रदान की.
अपनी जमीन देने वाले किसानों के लंबे इंतजार का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "तेदेपा शासन ने आपको काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और 3,500 किसान परिवारों में से प्रत्येक को केवल 14,000 रुपये का भुगतान किया." उन्हें शेष राशि का भुगतान करने के अलावा, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार शेष 12,787 किसान परिवारों को पूर्ण मुआवजे का भुगतान करने से प्रसन्न है, उनकी कुल संख्या 16,128 हो गई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां 326 परिवारों को पहले ही रोजगार दिया जा चुका है, वहीं नवंबर के अंत से पहले दूसरे चरण में 150 अन्य परिवारों को रोजगार देने के आदेश जारी किए गए हैं.
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