यूएस का बेस्ट इंडियन रेस्टोरेंट Chai Pani, विज्ञापन पर खर्च नहीं करता एक भी पैसा

अमेरिका में इंडियन स्ट्रीट फूड के लिए मशहूर एक रेस्टोरेंट को ‘बेस्ट रेस्टोरेंट’ का अवार्ड मिला है.

Last Modified:
Saturday, 25 June, 2022
chai wala

अमेरिका में इंडियन स्ट्रीट फूड के लिए मशहूर एक रेस्टोरेंट को ‘बेस्ट रेस्टोरेंट’ का अवार्ड मिला है. उत्तरी कैरोलिना के एशविल में स्थित इस रेस्टोरेंट का नाम चाय-पानी है. चाय-पानी भारत में आम बोलचाल का शब्द है, इसलिए रेस्टोरेंट का नाम भी यही रखा गया है. शिकागो में हुए जेम्स बीयर्ड फाउंडेशन अवॉर्ड्स में चाय-पानी को अमेरिका के मोस्ट आउटस्टैंडिंग रेस्टोरेंट के सम्मान से नवाजा गया. इस रेस्टोरेंट के मालिक मेहरवान ईरानी (Meherwan Irani) हैं, जिनकी परवरिश भारत में हुई है. 

विज्ञापन पर सख्त नीति

एशविल और आसपास के इलाकों में चाय-पानी बहुत फेमस है. केवल भारतीय ही नहीं, अमेरिकी भी इंडियन फूड का लुत्फ़ उठाने वहां जाते हैं. आमतौर पर कंपनियां विज्ञापनों पर भारी-भरकम पैसा खर्च करती हैं, ताकि अपने व्यापार को बढ़ाया जा सके, लेकिन मेहरवान ईरानी की सोच इससे जुदा है. चाय-पानी विज्ञापनों पर कोई पैसा खर्च नहीं करता. इसके बजाए, रेस्टोरेंट वो पैसा समाज को करीब लाने, उसकी बेहतरी में लगाता है.

भारत में पहुंचाई आर्थिक मदद

Chai Pani की वेबसाइट पर बताया गया है कि विज्ञापनों को लेकर कंपनी की स्पष्ट और सख्त नीति है. कंपनी विज्ञापन पर पैसा खर्च नहीं करती, इसके बजाये हम स्थानीय समुदाय के लिए वो पैसा खर्च करते हैं. जैसे गिव-बैक नाइट्स, कम्युनिटी इनिशिएटिव और डोनेशन आदि. खास बात ये है कि चाय-पानी भारत में भी सोशल एक्टिविटीज़ में शामिल है. 2018 में चाय-पानी रेस्टोरेंट ग्रुप ने एक NGO के साथ मिलकर दो स्टूडेंट्स के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराई थी. इसके अलावा, रेस्टोरेंट छात्राओं की पढ़ाई का खर्च भी उठा रहा है.   

यहां की चाट है खास 

मेहरवान ईरानी ने अपना पहला चाय-पानी रेस्टोरेंट एशविल में 2009 में खोला था. इसके बाद उन्होंने कई शहरों तक पहुंच बनाई. चाय पानी में सबकुछ किफायती दाम पर मिलता है. यह भी एक वजह है कि रिकॉर्ड तोड़ महंगाई का सामना कर रहे अमेरिकियों के बीच ये रेस्तरां काफी लोकप्रिय है. इस रेस्टोरेंट की स्पेशलिटी है यहां बिकने वाली चाट. इसके अलावा, भी कई ऐसे स्ट्रीट फूड यहां मिलते, जिन्हें भारत में काफी पसंद किया जाता है. चाय-पानी में लोग अपने पालतू डॉग्स को भी ला सकते हैं, शर्त बस इतनी है कि वो वेल-बिहेव्ड हों.