थोक महंगाई दर में कागजों में मिली बड़ी राहत, फेस्टिव सीजन अभी भी महंगाई से राहत नहीं

थोक महंगाई के सभी कंपोनेंट में राहत देखने को मिली है. हालांकि महंगाई अभी भी 10 फीसदी से ऊपर ही बनी हुई है.

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Friday, 14 October, 2022
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नई दिल्लीः आज थोक महंगाई दर के आंकड़े सरकार ने जारी कर दिए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक अगस्त के मुकाबले थोक महंगाई दर में सितंबर महीने में गिरावट आई है, लेकिन फिलहाल मौजूदा समय में त्योहारी सीजन में लोगों को महंगाई से कतई राहत नहीं मिली है. मौजूदा थोक महंगाई दर 10.7 फीसदी रह गई है. 

अगस्त माह में इतनी थी महंगाई दर

सितंबर के दौरान थोक कीमतों पर आधारित खाद्य महंगाई 9.93 फीसदी से घटकर 8.08 फीसदी पर आ गई है. इसका असर सितबर डब्लूपीआई पर देखने को मिला है.हालांकि महंगाई अभी भी 10 फीसदी से ऊपर ही बनी हुई है. आज आए आंकड़ों के मुताबिक सितंबर के महीने में थोक महंगाई दर घटकर 10.7 फीसदी पर आ गई है जो कि इससे पिछले महीने अगस्त में 12.41 फीसदी पर थी. 

थोक महंगाई के सभी कंपोनेंट में मिली राहत

थोक महंगाई के सभी कंपोनेंट में राहत देखने को मिली है. महंगाई दर में सबसे ज्यादा 64 फीसदी भार मैन्युफैक्चर्ड आइटम का रहता है.जिसमें हल्की गिरावट देखने को मिली है. मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट की महंगाई दर इसी अवधि में 7.51 फीसदी से घटकर 6.34 फीसदी पर आ गई है.

महंगाई का सबसे ज्यादा असर फ्यूल सेग्मेंट का है जो अभी भी ऊंचे स्तरों पर स्थिर ही बनी हुई है. फ्यूल और पावर सेग्मेंट की महंगाई दर 32.61 फीसदी रही है, जो कि एक महीने पहले 33.67 फीसदी पर थी.

खुदरा महंगाई दर अभी भी 7 फीसदी से ऊपर

सितंबर के महीने में खुदरा महंगाई दर 5 महीने के उच्चतम स्तर पर 7 फीसदी से बढ़कर 7.4 फीसदी तक पहुंच गई है. रिजर्व बैंक अपनी नीतियों के लिए खुदरा महंगाई दर पर ही नजर रखता है. रिजर्व बैंक के लिए खुदरा महंगाई दर की सीमा 2 से 6 प्रतिशत के बीच है.

रुपये में गिरावट से बढ़ जाएगी महंगाई

रुपये की कमजोरी त्योहारी सीजन के बाद कई ऐसी वस्तुओं की महंगाई को बढ़ावा दे सकती है, जिनके लिए आयात पर निर्भरता रहती है. इस साल अप्रैल से अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये में 9 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. डॉलर का भाव 82.68 रुपये तक चला गया है. आपको बता दें कि त्योहारों पर महंगाई का तड़का लगा है.

कई चीजों के दाम पहले से बढ़े हुए हैं. हालांकि सरकार का दावा है खाने-पीने की चीजों के दाम 2 से 11 परसेंट तक कम हुए हैं. लेकिन ये कमी इस हिसाब से है कि कुछ महीने पहले खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान पर चढ़ गए थे जिनमें अब हल्की कमी देखी जा रही है.

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इन दो राज्यों में 3 दिन बंद रहेंगे स्कूल, छात्रों को गर्मी के कहर से मिलेगी राहत

पंजाब और हरियाणा के स्कूल 3 दिन बंद रहेंगे. इससे बच्चों को गर्मी से काफी राहत मिलेगी.

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Friday, 10 May, 2024
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उत्तर भारत में गर्मी का कहर बढ़ने लगा है. दोपहर में भरी गर्मी में लोगों का घरों से बाहर निकालना मुश्किल हो रहा है. इस बीच पंजाब और हरियाणा के स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए एक राहत की खबर आई है. दरअसल इन दोनों राज्यों के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को तीन दिन की छुट्टी का तोहफा मिला है. चलिए आपको बताते हैं छात्रों को ये छुट्टियां क्यों मिल रही हैं?

आज है परशुराम जयंती
परशुराम जयंती 2024 के खास अवसर पर पंजाब और हरियाणा के स्कूल 10 मई को बंद हैं. शुक्रवार होने से यह छुट्टी और भी खास हो गई है, क्योंकि अधिकतक स्कूलों में शनिवार को भी छुट्टी रहेगी. इस हिसाब से स्कूली बच्चों के लिए यह लॉन्ग वीकेंड हो गया है. शनिवार के बाद रविवार को भी छुट्टी रहेगी. भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर पंजाब और हरियाणा सरकार ने सरकारी छुट्टी घोषित की है. ऐसे में स्कूल, कालेज के साथ सरकारी दफ्तर और व्यापारिक इकाईयां भी बंद हैं.  आपको बता दें, फरीदाबाद, दयालबाग और गुरुग्राम जैसे शहरों के भी सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल 3 दिन बंद रहेंगे.

इसे भी पढ़ें-अब नहीं करा पाएंगे टंकी फुल, पेट्रोल-डीजल खरीदने की लिमिट सरकार ने कर दी तय

गर्मी के चलते जल्द समर वैकेशन की भी होगी घोषणा
उत्तर भारत (North India) में तापमान 40 डिग्री के आस-पास रिकॉर्ड किया जा रहा है. इसे देखते हुए ज्यादातर स्कूलों का समय भी बदल दिया गया है. लेकिन उससे भी बच्चों को ज्यादा राहत नहीं मिल पा रही है. अब 3 दिनों तक घर में रहने से उन्हें हीटवेव से बचने का मौका मिलेगा. माना जा रहा है कि इस साल प्रचंड गर्मी को देखते हुए सभी स्कूलों में समर वेकेशन (Summer Vacation in May) भी समय से पहले घोषित की जा सकती है. यूपी व दिल्ली-एनसीआर में भी छुट्टियों की घोषणा होने वाली है.

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अब नहीं करा पाएंगे टंकी फुल, पेट्रोल-डीजल खरीदने की लिमिट सरकार ने कर दी तय

त्रिपुरा सरकार ने राज्य में पेट्रोल-डीजल की खरीदारी और बिक्री के लिए एक लिमिट तय कर दी है. ये पाबंदी दोपहिया वाहन से लेकर बसों तक सभी वाहनों के लिए है.

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Friday, 10 May, 2024
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अगर आपको अपनी बाइक और कार की टंकी फुल कराके चलने की आदर है, तो अब ऐसा करना भूल जाएं. दरअसल त्रिपुरा सरकार ने अपने राज्य में पेट्रोल और डीजल की कमी को देखते हुए इनकी खरीद और बिक्री के लिए एक सीमा तय कर दी है. अब राज्य के लोग अपने वाहन की टंकी फुल नहीं करा पाएंगे. तो चलिए जानते हैं सरकार ने पेट्रोल और डीजल के लिए कितनी लिमिट तय की है?

एक दिन में सिर्फ इतना खरीद पाएंगे पेट्रोल और डीजल
त्रिपुरा में अब आप अपने वाहन की टंकी को फुल नहीं करा पाएंगे. दोपहिया वाहन के लिए रोजाना 200 रुपये और चार पहिया वाहन 500 रुपये तक का पेट्रोल खरीद सकेंगे. ये आदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा सभी पेट्रोल पंपों को दिए गए हैं. वहीं, एक दिन में एक बस को केवल 60 लीटर डीजल ही बेचा जाएगा, जबकि मिनी बस 40 लीटर और आटो रिक्शा-तिपहिया वाहनों के लिए यह सीमा 15 लीटर होगी.

सरकरा ने क्यों लिया ये फैसला?
दरअसल असम के जतिंगा में बड़े पैमाने पर भूस्खलन (Landslide) होने के कारण मालगाड़ियां त्रिपुरा नहीं पहुंच पा रही है. इसके चलते राज्य में पैट्रोल और डीजल की कमी हो गई है. इसके बाद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने जानकारी दी है पेट्रोल और डीजल की कमी के चलते इनकी बिक्री पर 1 मई से अगले आदेश तक कुछ पांबदी लगाने का फैसला किया गया है. . पाबंदी कब तक रहेगी इसकी अभी कोई सूचना नहीं मिली है.

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अक्षय तृतीया पर खरीद रहे हैं सोना, तो इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगा नुकसान

अगर आप आज अक्षय तृतीया के मौके पर सोना खरीदने के लिए घर से निकल रहे हैं तो इससे पहले आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा.

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Friday, 10 May, 2024
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देश में आज अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जा रहा है. अक्षय तृतीया के मौके पर सोना, हीरा या गहने खरीदने की परंपरा है. अक्षय तृतीया के दिन सोने की खरीदारी अब उत्सव का रूप ले चुकी है. बाजारों में जमकर चमक दिखती है और लोग खूब सोना, चांदी और हीरे की खरीदारी करते हैं. अगर आप भी अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें. वरना हो सकता है कि इस त्योहार की भीड़-भाड़ में आप किसी ठगी का शिकार बन जाएं.

हॉलमार्क वाली ज्वैलरी ही खरीदें

सोना या सोने के गहने खरीदने से पहले हॉलमार्क जरूर चेक करना चाहिए. हॉलमार्क से सोने की शुद्धता का पता चलता है. इसके तहत अमूमन 18 कैरेट से 22 कैरेट तक होते हैं. आप सोने के गहने, गिन्नी, सिक्के या बिस्किट खरीदते वक्त यह चेक कर लें कि उस पर सही हॉलमार्क है या नहीं. इसके साथ ही हॉलमार्क की उस संख्या को बिल बिल में जरूर लिखवाएं. हर ज्वेलरी का एक यूनिक HUID नंबर होता है, जो BIS के आगे लिखा होता है.

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24 कैरेट सोना होता है शुद्ध

24 कैरेट यानी 24K को सबसे शुद्ध सोना माना जाता है. जब आप सोने की ज्वैलरी खरीदते हैं, तो उसमें 18-22K का सोना इस्तेमाल किया जाता है. इसके साथ ही इसमें दूसरी धातु भी मिक्स की जाती है. इसके साथ ही सोने के गहने मीनाकारी से अधिक सुंदर दिखने लगते हैं. लेकिन बता दें कि मीनाकारी आपकी जेब पर भारी पड़ती है. क्योंकि मीनाकारी करते वक्त जिन रंगों का इस्तेमाल होता है उनका वजन भी सोने के साथ ही जुड़ जाता है.  

मेकिंग चार्ज पर करें मोल-भाव

सोना खरीदते वक्त ज्वैलरी के मेकिंग चार्ज पर मोल-भाव किया जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर ज्वैलर्स मोल-भाव के बाद कीमत कम कर देते हैं. आपको बता दें कि ज्वैलरी की ओवरऑल कीमत में करीब 30 फीसदी हिस्सा सिर्फ मेकिंग चार्ज का होता है, जिससे ज्वैलर्स को फायदा होता है. ऐसे में मोल-भाव करके थोड़ा फायदा आप भी उठा सकते हैं.

सोने का वजन चेक करें और बिल जरूर लें

सोना खरीदते वक्त उसका वजन चेक करना न भूलें. वजन हल्का सा भी ऊपर-नीचे होने पर दिक्कत हो सकती है. सोना खरीदना महंगा पड़ सकता है. इसके साथ ही सोना खरीदने के बाद ज्वैलर से बिल लेना न भूलें. देख लें कि बिल पर मेकिंग चार्ज और जीएसटी के बारे में सारी जरूरी जानकारी दी हो. सोने की खरीददारी में पक्का बिल अपने पास रखें.
 


आपको नहीं मिला PM Kisan का पैसा?, तो करें ये काम, तुरंत आपके अकाउंट आएंगे 2000

देश के करोड़ों किसानों को पीएम किसान सम्मान योजना की 16 किश्तों में फायदा मिल चुका है. अब सरकार 17वीं किश्त जारी करने की तैयारी में है.

Last Modified:
Thursday, 09 May, 2024
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केंद्र सरकार ने किसानों के पीएम किसान योजना शुरू की है. PM Kisan Yojana का लाभ देश के करोड़ों किसानों को मिल रहा है. इस योजना के तहत देश के करोड़ों किसानों को अब तक 16 किस्तों का लाभ मिल चुका है. फरवरी महीने की 28 तारीख को 16वीं किस्त के पैसे किसानों के बैंक खातों में भेजे गए थे. अब वह किसान सम्मान निधि के 17वीं किस्त के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अगर आपका 17वीं किस्त की लिस्ट में नाम नहीं है तो फिर से अप्लाई कर सकते हैं.

किस्त पाने के लिए e-KYC अनिवार्य

पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा उठाने के लिए किसानों के बैंक अकाउंट को आधार से लिंक होना बेहद जरुरी है. जिन किसानों का 17वीं किश्त की लिस्ट में नाम नहीं है, वो फिर से अप्लाई कर सकते हैं. वहीं किसानों को ई-सेवा के जरिए e-KYC कराने की भी सलाह दी गई है. आधार कार्ड और बैंक अकाउंट में अगर नाम में कुछ गलती है वो भी ठीक करा लें नहीं तो 17वीं किश्त के पैसे फंस सकते हैं.

अगर आपका पैसा नहीं आया तो क्या करें?

अगर आपके अकाउंट में 17वीं किस्त के तहत 2,000 रुपये नहीं आते हैं तो आप कुछ काम कर सकते हैं, जैसे कि आपको बेनेफिशियरी लिस्ट में पहले अपना नाम चेक करना चाहिए. इसके साथ ये भी देख लें कि आपने जो डॉक्यूमेंट्स अपनी बैंक अकाउंट डीटेल्स, आधार नंबर वगैरह जैसी जानकारी भरी थी, वो बिल्कुल सही है. अगर कहीं कोई गड़बड़ी हो गई है तो भी आपका पैसा अटक सकता है.

ऐसे बेनेफिशियरी लिस्ट में चेक करें अपना नाम

•    सबसे पहले आपको पीएम किसान योजना के ऑफिशियल पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाना होगा.
•    थोड़ा सा नीचे स्क्रोल करने पर आपको "Farmers Corner" दिखेगा, उसके नीचे कई बॉक्स बने होंगे. यहां बेनेफिशियरी स्टेटस "Beneficiary Status" वाले बॉक्स पर क्लिक करें.
•    इसके बाद आपको या तो पीएम किसान खाता संख्या या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालें.
•    अगर मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं तो पहले वो रजिस्टर करें. इसके लिए आपके फोन पर एक OTP (One Time Password) आएगा.
•    अब ये प्रोसेस कंप्लीट हो जाने के बाद Get Data पर क्लिक करें.
•    आपके खाते का स्टेटस आपको दिख जाएगा.

पीएम किसान योजना के लिए फिर से कैसे करें अप्लाई

•    सबसे पहले पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर विजिट करें.
•    इसके बाद फारमर्स कॉर्नर पर क्लिक करना होगा. 
•    अब न्यू फार्मर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन को सेलेक्ट करें. 
•    रूरल फार्मर रजिस्ट्रेशन या अर्बन फार्मर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. 
•    इसके बाद आधार, मोबाइल नंबर दर्ज करें और स्टेट सेलेक्ट करें। फिर गेट ओटीपी पर क्लिक करें.
•    अब ओटीपी नबंर दर्ज करें और प्रोसीड फॉर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन को सेलेक्ट करें.
•    मोर डिटेल्स पर एंटर करें और स्टेट सेलेक्ट करने के बाद जिला, बैंक और आधार कार्ड के अनुसार जानकारी दर्ज करना होगा.
•    इसके बाद आधार ऑथंटिकेशन के लिए सब्मिट बटन पर क्लिक करना है
•    अब खेती की जानकारी और मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें. 
•    इसके बाद सेव बटन पर क्लिक करना है.
•    एप्लीकेशन कंफर्मेशन का मैसेज आपकी स्क्रीन पर दिखने लगेगा.

हेल्पलाइन नंबर पर करें कॉल

इसके अलावा अगर आपकी डीटेल गलत हैं या फिर आपको आगे और मदद की जरूरत है तो आप इसके लिए हेल्पलाइन नंबर- 155261 या फिर टोल फ्री नंबर- 1800115526 पर कॉल कर सकते हैं. 011-23381092 नंबर पर मदद ली सकती है. पीएम किसान योजना की आधिकारिक ईमेल आईडी- pmkisan-ict@gov.in  है आप इस पर भी ईमेल कर सकते हैं.
 


पराली जलाने वाले किसान हो जाएं सावधान, पराली जलाई तो कटेगी जेब?

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के सचिवों को केंद्र ने पराली जलाने पर किसानों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. केंद्र ने राज्यों का चिट्ठी लिखते हुए इस पर रिपोर्ट भी मांगी है.

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Thursday, 09 May, 2024
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किसानों के लिए यह खबर बेहद जरूरी है, पराली जलाने वाले किसानों को अब सरकार की ओर से MSP का लाभ नहीं मिलेगा. केंद्र सरकार ने पराली जलाने वाले किसानों को लेकर राज्य सरकारों को चिट्ठी लिखी है, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि पराली जलाने वाले किसानों को इस साल से MSP यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ देने से वंचित किया जाए. इसके लिए केंद्र ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान समेत सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इसे जल्दी लागू करते हुए स्टेटस रिपोर्ट सौंपने को कहा है.

कैसे किसानों की पहचान होगी? 

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के सचिवों को केंद्र ने निर्देश दिए है. केंद्र ने लिखी चिट्ठी और रिपोर्ट भी मांगी है. ISRO की मदद से पराली जलाने वाले किसानों की पहचान होगी. सचिवों की कमेटी के मुताबिक पंजाब को नियमों का पालन करवाना होगा. सचिवों की कमेटी ने खाद्य मंत्रालय को इसे लागू करने के लिए मेकैनिज्म तैयार करने के निर्देश भी दिए. किसानों के जमीन रिकॉर्ड के अंदर पराली जलाने की घटना दर्ज होगी.

पंजाब में जलाई जाती है सबसे ज्यादा पराली

सरकार द्वारा दिए गए नए आंकड़ों के अनुसार पंजाब में सबसे अधिक धान की खेती होती है. इस साल 31.54 लाख हेक्टेयर धान की खेती बढ़ने का अनुमान है. जो पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है, जबकि पंजाब के बाद हरियाणा राज्य में धान की पैदावार होती है. इस बार 15.73 लाख हेक्टेयर धान की खेती का अनुमान है. ज्यादा मात्रा में धान की खेती होने की वजह से सबसे ज्यादा पराली जलाने के मामले पंजाब जबकि दूसरा नंबर हरियाणा है. वैसे पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ सजा और फाइन का प्रावधान बहुत जटिल है. राज्य सरकार अपने राजनीतिक नफा नुकसान को देखते हुए पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई करने से बचती है. साल 2024-25 में पराली के नियम को लागू करने की योजना सरकार बना रही है.

केंद्र और राज्य के बीच हो चुकी है बैठक

बीते 10 अप्रैल को सचिवों की बैठक हुई. जिसमें केंद्र सरकार ने पराली के खिलाफ कार्रवाई करने की भी योजना बनाई. NSRC और इसरो को इस कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिसके तहत खेतों की मैपिंग कराई जाएगी. साथ ही जिन खेतों में पराली जलाए जाते हैं उनके लिए एक प्रोटोकॉल तैयार किया गया है. बीते कुछ दिनों पहले ही पंजाब सरकार को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने चालू वर्ष में पराली जलाने की घटनाओं को कम करने के अपने लक्ष्य पर काम करने का निर्देश दिया है.

क्या होता है MSP?

आपको बता दें कि MSP यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस (Minimum Support Price) या न्यूनतम समर्थन मूल्य होता है. MSP वह रेट है जिस पर सरकार किसानों से सरकार फसल खरीदती है. यह किसानों की उत्पादन लागत से कम से कम डेढ़ गुना अधिक होती है. केंद्र सरकार फसलों की एक न्यूनतम कीमत तय करती है. किसान को अपनी फसल की MSP के तहत निर्धारित कीमत मिलती ही मिलती है, चाहे बाजार में दाम जो भी हो.
 


आपका भी कटा है चालान, तो माफ कराने का है बेहतरीन मौका, जानिए कैसे?

अगर आपके भी स्‍कूटर बाइक या कार का चालान ट्रैफिक पुलिस की ओर से भेजा गया है तो Lok Adalat में किस तरह से इसे माफ करवाया या निपटारा किया जा सकता है. आइए जानते हैं.

Last Modified:
Wednesday, 08 May, 2024
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अगर दिल्ली में आपका ट्रैफिक चालान बाकी है या ट्रैफिक पुलिस की ओर से चालान भेजा गया है, तो आपके लिए बेहद ही काम की खबर है, क्योंकि दिल्ली में लोक अदालत लगने जा रही है. जिसमें आप अपने चालान को माफ करवा सकते हैं या फिर कम करवा करके भुगतान कर सकते हैं. दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण शनिवार को 11 मई को राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित करने के लिए राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण के साथ सहयोग कर रहा है. इसमें ट्रैफिक चालान निपटाए जाएंगे.

दिल्‍ली में लगेगी राष्‍ट्रीय लोक अदालत

दिल्‍ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से सोशल मीडिया पर जानकारी दी गई है कि 11 मई 2024 को राजधानी में राष्‍ट्रीय लोक अदालत को लगाया जाएगा. इस दौरान लोग अपने वाहनों के चालान के निपटारे के लिए आ सकते हैं. इसमें ऑन द स्‍पॉट चालान के साथ ही नोटिस का भी निपटारा किया जाएगा. ट्रैफिक पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 11 मई 2024 को सुबह 11 बजे से शाम को चार बजे तक चालान का निपटारा किया जाएगा. द्वारका, कड़कड़डूमा, रोहिणी, साकेत, पटियाला हाऊस, राउज एवेन्‍यू और तीस हजारी कोर्ट में 31 जनवरी 2024 तक लंबित चालान और नोटिस का निपटारा करवाया जा सकेगा.

Air India की 70 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल, ये प्रोसेस करिए, कंपनी देगी पूरा रिफंड

कितने चालान और नोटिस का होगा निपटारा

ट्रैफिक पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक प्रत्‍येक लोक अदालत बेंच में एक हजार नोटिस या चालान लिए जाएंगे और सभी लोक अदालतों की 180 बेंच में कुल एक लाख 80 हजार चालान और नोटिस का निपटारा किया जाएगा. हर निजी वाहन पर पांच नोटिस/ दो चालान का निपटारा करवाया जा सकता है. बेंच के सामने पेश होने के बाद व्‍यक्ति की ओर से छूट की अपील भी की जा सकती है. जिसके बाद बेंच पर निर्भर होगा कि चालान माफ किया जाए या फिर कितना जुर्माना भरने के बाद निपटारा किया जाए.

 

कैसे करें आवेदन

इसके लिए आपको ऑनलाइन अपॉइंटमेंट पहले ही लेना होगी. 11 मई की लोक अदालत के लिए 7 मई से स्लॉट ओपन हो गए हैं. अपॉइंटमेंट के लिए दिल्ली पुलिस की नोटिस साइट (https://traffic.delhipolice.gov.in/notice/lokadalat) पर जाना होगा. वेबसाइट पर जाकर आपको अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर, और चेसिस नंबर दर्ज करना होगा. इसके बाद अपने आसपास की जगह को चुनना होगा और फिर यहां पर आपको कोर्ट नजर आएगा. फिर आपको स्लॉट नजर आएंगे. अपॉइंटमेंट लेने के बाद ही आपके वाहन के चालान का निपटारा किया जाएगा.
 


Air India की 70 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल, ये प्रोसेस करिए, कंपनी देगी पूरा रिफंड

बीते 12 घंटे में एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) की 70 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल हो गई है. फ्लाइट कैंसिल से यात्रियों को काफी परेशानी हुई है.

Last Modified:
Wednesday, 08 May, 2024
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एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) एक बार फिर संकट में है. इसके क्रू मेंबर बड़ी संख्या में एक साथ Sick Leave पर चले गए हैं. इस वजह से एयरलाइंस को अपनी 70 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल करने पड़े हैं. एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमारे केबिन क्रू के एक वर्ग ने कल रात आखिरी मिनट में बीमार होने की सूचना दी है. इसकी वजह से उड़ान में देरी हुई और रद्द कर दी गई. हम इन घटनाओं के पीछे के कारणों को समझने के लिए क्रू के साथ बातचीत कर रहे हैं.

बिना बताए छुट्टी पर गए क्रू मेंबर्स

एअर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) ने बताया कि सीनियर क्रू मेंबर्स के अचानक बिना नोटिस लीव पर जाने से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों पर असर पड़ा है. मंगलवार रात से इस विरोध ने बड़ा रूप ले लिया है. जिससे एयरलाइंस को 78 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी है. इनमें से सबसे ज्यादा फ्लाइटें मिडल ईस्ट और गल्फ देशों के लिए हैं. साथ ही कई फ्लाइट्स में देरी हुई है. खबर है कि एअर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय होने वाला है. जिसका कर्मचारी लगातार विरोध कर रहे हैं. दोनों एयरलाइंस के पायलट और केबिन क्रू को लग रहा है कि उनकी जॉब खतरे में है.

पैसेंजर्स को मिलेगा पूरा रिफंड

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि इस दिक्कत के लिए हम अपने सभी ग्राहकों से माफी मांगते हैं, क्योंकि हमने उन्हें जो सेवा देने का वादा किया था, वैसी सेवा हम नहीं दे पा रहे हैं. जिन भी लोगों की फ्लाइट रद्द हुई है, उन्हें पूरा रिफंड दिया जाएगा या किसी दूसरी तारीख पर उनकी टिकट की व्यवस्था कर के दी जाएगी. आज जिन भी ग्राहकों की टिकट है, हम उनसे आग्रह करते हैं कि एयरपोर्ट आने से पहले यह पता जरूर कर लें कि कहीं आपकी फ्लाइट पर भी इसका असर तो नहीं पड़ा है.

यात्रियों ने किया प्रदर्शन

एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानें अंतिम समय में रद्द होने के खिलाफ बुधवार को केरल के सभी हवाईअड्डों पर नाराज यात्रियों का विरोध प्रदर्शन देखा गया. ज्यादातर खाड़ी देशों की यात्रा करने वाले यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें सुरक्षा जांच पूरी करने के बाद उड़ान रद्द होने के बारे में सूचित किया गया था और वे उड़ान में चढ़ने का इंतजार कर रहे थे. एयर इंडिया एक्सप्रेस ने पूरे रिफंड या किसी अन्य तारीख के लिए पुनर्निर्धारित की पेशकश की है। इस पेशकश से यात्री खुश नहीं हैं.

एयर इंडिया एक्सप्रेस प्रबंधन पर है आरोप

एयर इंडिया एक्सप्रेस केबिन क्रू के यूनियन ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि एयरलाइन का प्रबंधन मिसमैनेज्ड है और कर्मचारियों के साथ व्यवहार में समानता नहीं है. एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि मामलों के मिस मैनेजमेंट की वजह से कर्मचारियों के मनोबल पर भी असर पड़ा है.
 


PNB ने अपने ग्राहकों के लिए जारी किया अलर्ट, ये काम नहीं किया तो बंद हो जाएगा अकाउंट

पंजाब नेशनल बैंक ने अपने करोड़ों खाताधारकों को जरूरी सूचना दी है. पीएसयू बैंक ने कहा कि उसने डॉरमेंट/ निष्क्रिय खातों को बंद करने का फैसला लिया है.

Last Modified:
Tuesday, 07 May, 2024
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अगर आपका अकाउंट पब्‍ल‍िक सेक्‍टर के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में है तो यह खबर आपके ल‍िए है. बैंक की तरफ से ग्राहकों को चेताया गया है क‍ि यद‍ि उनके खाते में प‍िछले तीन साल से किसी प्रकार का ट्रांजेक्‍शन नहीं हुआ है. साथ ही खाते में क‍िसी प्रकार की बकाया राश‍ि भी नहीं है तो ऐसे खातों को एक महीने बाद बंद कर द‍िया जाएगा. बैंक के अनुसार यह कदम इस तरह के खातों का दुरुपयोग होने से बचाने के लिए किया जाएगा. बैंक ने क‍िसी भी प्रकार के जोखिम से बचने के ल‍िए ऐसे खातों को बंद करने का फैसला क‍िया है. 

बैंक ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी

PNB ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर ट्वीट कर कहा कि बैंक ने नोटिस किया है कि कई खातों में पिछले 3 वर्षों से ग्राहक द्वारा कोई परिचालन नहीं किया किया जा रहा है और इन खातों में कोई बैलेंस नहीं है. इन खातों का दुरुपयोग न हो, इसीलिए बैंक के इसमें निहित जोखिम को रोकने के लिए ऐसे खातों को बंद करने का निर्णय लिया है.

इन अकाउंट पर कोई असर नहीं होगा

डीमैट अकाउंट से जुड़े खातों, स्‍टैंड‍िंग इंस्‍ट्रक्‍शन व‍िद एक्‍ट‍िव लॉकर, 25 साल कम की उम्र वाले ग्राहकों के खाते, नाबालिगों के अकाउंट, सुकन्‍या समृद्ध‍ि, प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), पीएमएसबीवाई (PMSBY), एपीवाई (APY), डीबीटी (DBT) के ल‍िए खोले गए अकाउंट को बंद नहीं क‍िया जाएगा. इसके अलावा अदालत, इनकम टैक्‍स व‍िभाग या क‍िसी अन्य  वैधान‍िक प्राधिकरण के आदेश पर फ्रीज किए गए अकाउंट को भी इसके तहत बंद नहीं क‍िया जाएगा.

खाता चालू रखने के लिए कराएं KYC

बैंक ने कहा, ऐसे सभी खाताधारकों को, जिन्होंने 30 अप्रैल 2024 तक 3 वर्ष से अधिक समय से अपने खाते का परिचालन नहीं किया है और जिनके खाते में जीरो बैलेंस या कोई बैलेंस नहीं है, नोटिस दिया जाता है कि ऐसे सभी खाते इस सूचना के प्रकाशित होने के एक माह के बाद बिना किसी अन्य सूचना के बंद कर दिए जाएगा अगर ग्राहक द्वारा उन्हें संबंधित शाखा में केवाईसी (KYC) दस्तावेज जमा करके सक्रिय न करा दिया जाएगा.

क्या होतें हैं Dormant/Inoperative Accounts?

जब लगातार 12 महीनों तक किसी अकाउंट से लेन-देन नहीं किया जाता है तो उसे निष्क्रिय खाता मान लिया जाता है. लेकिन जब लगातार 24 महीने तक यानी दो साल तक अकाउंट से ट्रांजैक्‍शन नहीं किया जाता तो उसे डॉर्मेंट अकाउंट (Dormant Account) की श्रेणी में डाल दिया जाता है. डॉर्मेंट अकाउंट अकाउंट से न तो आप पैसे निकाल सकते हैं और न ही उसमें जमा कर सकते हैं. इसे एक्टिव करवाने के लिए आपको बैंक जाना पड़ता है.
 


जुलाई से दौड़ने के लिए तैयार वंदे मेट्रो, जानिए इस मेट्रो में क्या है खास?

‘वंदे मेट्रो’ वंदे भारत एक्सप्रेस का एक छोटी दूरी का वर्जन है. इसे लगभग 100-250 किलोमीटर की दूरी के भीतर 124 शहरों को जोड़ने के लिए तैयार किया गया है. 

Last Modified:
Monday, 06 May, 2024
BWHindia

वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेन (Vande Bhart Train) ने यात्रियों को ट्रेन में सफर करने का एक अलग अनुभव दिया है. वंदे भारत ने स्‍पीड और सुविधाओं में विदेशी ट्रेनों को भी टक्‍कर दी है. वहीं, अब इसी ट्रेन के आधार पर ही भारतीय रेलवे ने वंदे मेट्रो (Vande Metro) चलाने की तैयारी कर ली है. जुलाई 2024 से वंदे मेट्रो का ट्रायल शुरू हो रहा है और ये ट्रैक पर दौड़ने लगेगी. इसके बाद जल्द ही इसे यात्रियों के लिए लॉन्च कर दिया जाएगा, तो चलिए जानते हैं वंदे मेट्रो में क्या खास है और ये किन रूट्स पर दौड़ेगी? 

आम आदमी की पॉकेट के अनुसार होगा किराया
भारतीय रेलवे अनुसार जुलाई 2024 से वंदे मेट्रो का ट्रायल रन शुरू हो जाएगा और ट्रायल के कुछ समय बाद इसे लांच कर दिया जाएगा. वंदे मेट्रो किफायती किराये में शटल जैसा अनुभव प्रदान करेगी. वंदे मेट्रो, प्रतिष्ठित वंदे भारत एक्सप्रेस का एक छोटी दूरी का वर्जन है. इसे 250 किमी तक की दूरी तय करने वाले शहरी यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है. इसे 100-250 किलोमीटर की दूरी के भीतर 124 शहरों को जोड़ने के लिए तैयार किया गया. 

एक्स पर मिली वंदे मेट्रो की झलक
केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपने ऑफिशियल ‘X’ अकाउंट पर कपूरथला कोच फैक्‍टरी में बनी वंदे मेट्रो का वीडियो (Vande Metro Video) भी शेयर किया है. मेट्रो बेहद शानदार लग रही है, जिसमें यात्रियों को सफर करने का एक अलग और नया अनुभव मिलेगा.

130 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी रफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वंदे मेट्रो 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार (Vande Metro Train Speed) से चल सकेगी. ट्रेनों में एक अद्वितीय कोच कॉन्फ़िगरेशन है, जिसमें 4 कोच एक यूनिट का गठन करेंगे. वंदे मेट्रो में 12 कोच होंगे और इसमें ऑटोमैटिक दरवाजे होंगे. रेलवे शुरू में 12 वंदे मेट्रो चलाएगा. वंदे मेट्रो पूरी तरह से एयरकंडिशन्‍ड ट्रेन होगी और बड़े शहरों के बीच यात्रियों की जरूरतों को पूरा करेंगी और अनारक्षित श्रेणी में अधिक यात्रियों को ले जाएंगी. इसके प्रत्येक कोच में 280 लोग यात्रा कर सकते हैं, जिसमें 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी, जबकि 180 लोग खड़े होकर यात्रा कर सकते हैं.

पहले इन रूट पर चलेगी
वंदे मेट्रो के लिए रूट (Vande Metro Train Route) भी तय किए जा चुके हैं. इनमें से कुछ महत्वपूर्ण रूटों में दिल्ली से रेवाड़ी, आगरा से मथुरा, लखनऊ से कानपुर, भुवनेश्वर से बालासोर और तिरूपति से चेन्नई शामिल हैं. वंदे मेट्रो ट्रेन का किराया (Vande Metro Train Ticket Price) कितना होगा, इसकी आधिकारिक सूचना अभी नहीं आई है. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि किराया आम आदमी की जेब के हिसाब से होगा.

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दिन में कितनी बार चलेगी वंदे मेट्रो?
वंदे मेट्रो एक रूट पर दिन में 4 से 5 बार चलेंगी, इस ट्रेन से यात्रियों को रैपिड शटल जैसा अनुभव होगा. इससे जॉब करने वाले लोग और स्टूडेंट्स कम समय में एक शहर से दूसरे शहर की यात्रा कर पाएंगे. वे वर्ल्ड क्लास परिवहन सुविधा का लाभ ले सकेंगे


खुश है जमाना आज पहली तारीख है....महीने की शुरुआत में मिली राहत भरी खबर; सस्ता हुआ सिलेंडर

मई की शुरुआत कुछ राहत के साथ हुई है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को गैस सिलेंडर के दाम घटाए हैं.

Last Modified:
Wednesday, 01 May, 2024
BWHindia

चुनावी मौसम में LPG सिलेंडर सस्ता हो गया है. हालांकि, ये राहत केवल कमर्शियल सिलेंडर इस्तेमाल करने वालों को ही मिली है. घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. यह लगातार दूसरा मौका है जब ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती की है. 

लागू हो गईं नई दरें
मौजूदा कटौती के बाद राजधानी दिल्ली में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1764.50 से घटकर अब 1745.50 रुपए रह गई है. यानी इसकी कीमत में 19 रुपए की कमी आई है. एक अप्रैल को इस सिलेंडर के दामों में 30.50 रुपए की कटौती हुई थी. इसी तरह, कोलकाता में 19 किलो का सिलेंडर अब 1859 रुपए, मुंबई में 1698.50 और चेन्नई में 1911.00 रुपए में मिलेगा. घटी हुई कीमतें आज यानी 1 मई से लागू हो गई हैं. 

यहां होता है इस्तेमाल 
19 किलो वाले सिलेंडर का इस्तेमाल होटल, रेस्टोरेंट आदि में होता है. लिहाजा, यह माना जाता है कि इसकी कीमत में कमी से बाहर खाना-पीना सस्ता हो जाता है, लेकिन अमूमन ऐसा होता नहीं है. खाने-पीने की चीजों के एक बार दाम बढ़ने के बाद कम नहीं होते. घरों में इस्तेमाल होने वाले 14.2 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है. दिल्ली में इसकी कीमत 803 रुपए बनी हुई है. वहीं, उज्ज्वला के लाभार्थियों के लिए इसकी कीमत 603 रुपए है.

क्रूड ऑयल में नरमी
इससे पहले, फरवरी और मार्च में लगातार दो महीने कमर्शियल सिलेंडर महंगा हुआ था. फरवरी में जहां 19 किलो वाले सिलेंडर के दाम 14 रुपए बढ़ाए गए थे. वहीं, मार्च में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने इसकी कीमत 1769.50 रुपए से बढ़ाकर 1795 रुपए कर दी थी. इसके बाद 1 अप्रैल को यश सिलेंडर सस्ता किया गया था. सिलेंडर के साथ-साथ ATF यानी विमान में इस्तेमाल होने वाले ईंधन की कीमत में भी बदलाव किया गया है. कच्चे तेल की बात करें, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके दामों में आज शुरुआती कारोबार में गिरावट देखी गई है. ब्रेंट क्रूड 0.54 डॉलर की गिरावट के साथ 87.86 डॉलर पर पहुंच गया है.