टेक्नो (Techno) ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है. इस स्मार्टफोन में 108MP कैमरा और 6000mAh की बैटरी है. इसकी कीमत भी मिड रेंड वाले खरीदारों को आकर्षित करती है.
चीनी स्मार्टफोन कंपनी टेक्नो (Techno) ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च किया है. Tecno POVA 6 Pro स्मार्टफोन 108MP कैमरा और 6000mAh की बैटरी के साथ आता है. इस फोन में 5G सपोर्ट मिलता है. हैंडसेट फास्ट चार्जिंग के साथ आता है. आपको बता दें इस फोन की कीमत कंपनी ने 20 हजार रुपये के आसपास रखी है, जोकि मिड रेंज बजट फोन खरीदारों के लिए अच्छा विकल्प है, लेकिन क्या ये आपको खरीदना चाहिए? तो आइए हम आपके साथ साझा करते हैं इस फोन से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी, जिसे पढ़कर आप इस फोन को खरीदना है या नहीं, इस पर विचार कर सकते हैं. आइए जानते हैं इस फोन की कीमत और दूसरी डिटेल्स
कब होगी फोन की सेल?
कंपनी ने इस साल फरवरी में हुए MWC 2024 में पेश किया था. टेक्नो ने इस स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन्स पहले ही रिवील कर दिए थे. कंपनी ने इस फोन को दो कॉन्फिग्रेशन में लॉन्च किया है. ये हैंडसेट 8GB RAM और 256GB स्टोरेज के बेस वेरिएंट में आता है, जिसकी कीमत 19,999 रुपये है. वहीं, इसके 12GB RAM + 256GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 21,999 रुपये है. इसे दो कलर- ग्रीन और ग्रे में Amazon से खरीद सकते हैं. फोन की सेल 4 अप्रैल से शुरू होगी.
क्या हैं फीचर्स?
Tecno POVA 6 Pro में 6.78-inch का FHD+ AMOLED डिस्प्ले मिलता है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट करता है. स्मार्टफोन MediaTek Dimensity 6080 प्रोसेसर पर काम करता है. इसमें 12GB तक RAM और 256GB स्टोरेज का विकल्प मिलता है. ये हैंडसेट 108MP के प्राइमरी कैमरा के साथ आता है, जिसके साथ कंपनी ने 2MP का सेकेंडरी कैमरा और एक AI लेंस दिया है. वहीं फ्रंट में कंपनी ने 32MP का सेल्फी कैमरा दिया है. स्मार्टफोन Android 14 पर बेस्ड HiOS 14 पर काम करता है. डिवाइस को पावर देने के लिए 6000mAh की बैटरी दी गई है, जो 70W की फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करती है.
स़ॉफ्टवेयर और चिपसेट के मामले में पीछे
इस बजट में आपको Realme Narzo 70 Pro 5G, iQOO Z9 5G और Lava Blaze Curve 5G जैसे फोन मिलते हैं. इस फोन में आपको बेहतर बैटरी जरूर मिलती है, लेकिन ये दूसरे समार्टफोन से सॉफ्टवेयर और चिपसेट के मामले में पीछे है. वहीं, लावा का फोन कम कीमत पर बेहतर डील ऑफर करता है.
व्हाट्सऐप (WhatsApp) ने Mac डेस्कटॉप के लिए एक नया फीचर रोलआउट करने का फैसला किया है. इसमें मैक के इलेक्ट्रॉन बेस्ड व्हाट्सऐप डेस्कटॉप ऐप को नए नेटिव ऐप Catalyst से रिप्लेस किया जाएगा.
व्हाट्सऐप (WhatsApp) समय-समय पर अपने मोबाइल ऐप के साथ डेस्कटॉप ऐप को भी अपडेट करता रहता है. इसी कड़ी में अब कंपनी ने Mac डेस्कटॉप के लिए नया फीचर रोलआउट करने का फैसला किया है. इसमें मैक के इलेक्ट्रॉन बेस्ड व्हाट्सऐप डेस्कटॉप ऐप को नए नेटिव ऐप कैटालिस्ट (Catalyst) से रिप्लेस किया जाएगा. पुराना ऐप 54 दिन बाद काम करना बंद कर देगा, ऐसे में कंपनी ने इसके लिए यूजर्स को नोटिफाइ करना भी शुरू कर दिया है. तो आइए जानते हैं अब यूजर्स को मैक डेस्कटॉप पर व्हाट्सऐप चलाने के लिए क्या करना होगा?
इस नए ऐप पर करना होगा स्विच
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी यूजर को नोटिफाइ कर रही है कि 54 दिन बाद मैक पर इलेक्ट्रॉन ऐप काम नहीं करेगा. मैक डेस्कटॉप पर व्हाट्सऐप यूज करते रहने के लिए यूजर्स को नए कैटालिस्ट (Catalyst) ऐप पर स्विच करना होगा. नए ऐप पर स्विच करने पर चैट्स या कॉन्टैक्ट लिस्ट का डेटा सेव रहेगा.
यूजर्स को मिलेगी बेहतर परफॉर्मेंस और इंप्रूव्ड सिक्योरिटी
व्हाट्सऐप के अनुसार कैटालिस्ट ऐप यूजर्स को बेहतर परफॉर्मेंस और इंप्रूव्ड सिक्योरिटी ऑफर करेगा. साथ ही इसमें यूजर्स को इलेक्ट्रॉन बेस्ड वर्जन के मुकाबले मैक ओएस फीचर्स का बेहतर इंटीग्रेशन देखने को मिलेगा. आने वाले समय में कंपनी नए ऐप में और सुधार भी करेगी. ध्यान देने वाली बात यह है कि इलेक्ट्रॉन ऐप डेवेलपर्स को सिंगल कोडबेस से कई सारे ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करने वाले ऐप को आसानी से क्रिएट करने की सुविधा देता है.
यहां से डाउनलोड करना पड़ा कैटालिस्ट ऐप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अक्टूबर महीने के अंत से इलेक्ट्रॉन फ्रेमवर्क वाला ऐप काम करना बंद कर देगा और यूजर्स को व्हाट्सऐप की वेबसाइट से मैक के लिए कैटालिस्ट डेस्कटॉप ऐप को डाउनलोड करना होगा. बता दें, नेटिव ऐप को खास ओएस के लिए डिजाइन किया जाता है और यह काफी कारगर भी होता है. इसलिए कंपनी ने कैटालिस्ट को चुना है, ताकि लंबे समय तक यूजर्स को बेस्ट एक्सपीरियंस दिया जा सके. नए ऐप पर स्विच करने के बाद यूजर्स को परफॉर्फेंस, रिस्पॉन्स और ओवरऑल स्टेबिलिटी में काफी सुधार देखने को मिलेगा.
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भूMeet ऐप के जरिए किसान घर बैठे ड्रोन से छिड़काव की सर्विस ले सकते हैं. ये ऐप किसानों और ड्रोन सर्विस प्रोवाइडर्स को आपस में जोड़ता है, जिससे आसानी से खेतों में ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव किया जा सके.
किसानों को अक्सर अपनी फसल की चिंता लगी रहती है. अगर फसल कीटों की चपेट में आ जाए, तो इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है. ऐसे में अब किसानों की इस समस्या का समाधान निकाल लिया है. अब किसानों को अपने खेतों में कीटनाशक दवा के छिड़काव के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है. दरअसल, किसानों की इस समस्या का समाधान भूMeet ऐप है. तो चलिए जानते हैं भूMeet ऐप कैसे किसानों की मदद करेगा?
किसानों और ड्रोन सर्विस प्रोवाइडर्स को आपस में जोड़ने का काम करेगा ऐप
किसान अक्सर खेतो को कीटों से बचाने के लिए पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन बड़े खेतों में हर कोने तक पहुंचकर इसका छिड़काव करना एक कठिन काम हो सकता है, इसलिए आजकल ड्रोन से छिड़काव का चलन तेजी से बढ़ रहा है. अगर आप भी अपने खेत में ड्रोन के जरिए कीटनाशक का छिड़काव कराना चाहते हैं, तो भूMeet आपकी मदद कर सकता है. इसे पैसेंजर ड्रोन रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड (PDRL) ने लॉन्च किया है. यह किसानों और ड्रोन सर्विस प्रोवाइडर्स को एक दूसरे से जोड़ता है. इसके जरिए किसान ड्रोन की सर्विस लेने के लिए ड्रोन सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ कॉन्टैक्ट कर सकते हैं. भूMeet ऐप के जरिए ये काफी आसान हो जाएगा.
इन जगहों पर मिलेगी ऐप की सर्विस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार PDRL ने फिलहाल की ऐप को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया है. ऐसे में शुरुआत में इसकी सर्विस साउथ इंडिया और गुजरात के चुनिंदा क्षेत्रों में दी जाएगी. 2024 के अंत तक इसे पूरे भारत में विस्तारित किया जाएगा.
किसान आसानी से कर पाएंगे भूMeet ऐप का इस्तेमाल
कई किसानों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करना एक नई बात हो सकती है. इसलिए भूMeet ऐप को इस तरह डिजाइन किया गया है ताकि किसान आसानी से अपनी जरूरत के हिसाब से सर्विस बुक कर सकें. भूMeet एंड्रॉयड ऐप को आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. ऐप iOS वर्जन को जल्द पेश किया जाएगा. इस ऐप की सर्विस लेने के लिए आपको केवल नाम और मोबाइल नंबर देकर रजिस्ट्रेशन करना होगा. देशभर के किसानों की आसानी के लिए यह ऐप इंग्लिश और हिंदी समेत कुल 6 भाषाओं में काम करती है.
इतना आता है खर्च
भूMeet ऐप से किसान सीधे फायदा उठा सकते हैं. इससे खेतों में छिड़काव करने की लागत और समय दोनों बचेगा. इस प्लेटफॉर्म पर ड्रोन मैनेजमेंट, टीम मैनेजमेंट, स्टोर मैनेजमेंट आदि सर्विस मिलेंगी. इसकी मदद से ड्रोन के जरिए स्प्रे या सर्वे करने की रिक्वेस्ट को ट्रैक किया जा सकता है. कंपनी के अनुसार एक एकड़ एरिया में ड्रोन से स्प्रे करने का खर्च औसतन 500 रुपये से 600 रुपये आता है. हालांकि, ड्रोन की सर्विस देने वाली कंपनी ही किसानों के लिए चार्ज तय करेगी.
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अब बाजार में Fake UPI App के जरिये भी फ्रॉड हो रहे हैं. इन फ्रॉड में ठग नकली यूपीआई ऐप्स से फर्जी पेमेंट करके चूना लगाते हैं.
देश में ऑनलाइन फ्रॉड लगातार बढ़ रहे हैं. साइबर ठग नए-नए तरीके निकालकर लोगों के अकाउंट खाली कर रहे हैं. ऐसे में अब बाजार में Fake UPI App के जरिए फ्रॉड होने लगा हैं. दरअसल, ऑनलाइन पेमेंट के लिए यूपीआई (UPI) का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में जहां एक तरफ यूपीआई ने पेमेंट को आसान कर दिया है. वहीं, अब यूपीआई ऐप को लेकर भी धोखाधड़ी के मामले में तेजी आ रही है. तो आइए जानते हैं ये फ्रॉड कैसे होता है और इससे आप कैसे बच सकते हैं?
फेक यूपीआई ऐप से हो रहा है फ्रॉड
यूपीआई बेस्ड ऐप्स जैसे GPay, PhonePe, और Paytm आदि के फेक ऐप के जरिये ठग करते हैं. ये फेक यूपीआई ऐप (Fake UPI App) बिल्कुल असली ऐप की तरह दिखते हैं. यह फेक यूपीआई ऐप्स छोटे व्यापारियों, दुकानदारों, और मजदूरों को धोखा देने के लिए बनाए गए हैं. इसमें ठग नकली यूपीआई ऐप के जरिये क्यूआर कोड (QR Code) स्कैन करते हैं और फिर पेमेंट करके फर्जी स्क्रीनशॉट शो करते हैं. इस ऐप में पेमेंट करने के बाद साउंड नोटिफिकेशन भी आता है जो बिल्कुल रियल ऐप की तरह लगता है. ऐसे में साउंड और स्क्रीनशॉट से दुकानदार या लोगों को लगता है कि पेमेंट हो गई है और वह इस तरह स्कैम में फंस जाते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टेलीग्राम (Telegram) पर नकली यूपीआई के लिंक्स शेयर हो रहे हैं. इन लिंक के जरिये लोग नकली यूपीआई ऐप इंस्टॉल करके पेमेंट कर देते हैं.
ऐसे करें असली और नकली पेमेंट की पहचान
अगर आप किसी से पेमेंट लेते हैं, तो सबसे पहले खुद से ही पेमेंट वेरिफाई करना चाहिए. अपने यूपीआई ऐप या फिर बैंक स्टेटमेंट के जरिये चेक करें कि पेमेंट आई है या नहीं. अगर आपको कोई भी पेमेंट को लेकर संदेह होता है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए और खुद से पेमेंट की जांच करनी चाहिए.
यहां करें शिकायत
अगर गलती से आप साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं तो तुरंत 1930 पर कॉल करें. इसके अलावा आप भारत सरकार के साइबर क्राइम पोर्टल ([cybercrime.gov.in](https://cybercrime.gov.in) पर शिकायत भी कर सकते हैं. नकली यूपीआई ऐप्स के जरिये फ्रॉड के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में सावधानी बरतना बहुत जरूरी है. अगर थोड़ी सी भी लापरवाही हुई तो आपके साथ भी फ्रॉड हो सकता है.
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ट्राई ने 13 अगस्त, 2024 को सभी पहुंच प्रोवाइडर्स को कड़े निर्देश जारी किए गए थे और अनरजिस्टर्ड टेली-मार्केटिंग कंपनियों पर तुरंत लगाम लगाने को कहा गया था.
टेलीमार्केटिंग कंपनियों ने मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वालों का जीना दूभर कर दिया है. ऐसी कंपनियों के खिलाफ ऑनलाइन फर्जीवाड़े की शिकायतें भी आई हैं. टेलीकॉम सेक्टर के रेगुलेटर ट्राई (TRAI) के पास टेलीमार्केटिंग कंपनियों के खिलाफ कई तरह की लगभग 8 लाख शिकायतें आई थीं. इन्हें लेकर ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. अब टेलीकॉम कंपनियों ने दिशानिर्देश का पालन न करने वाली लगभग 50 टेलीमार्केटिंग कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है.
स्पैम कॉल और मैसेज में आई जबरदस्त तेजी
टेलोकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Telecom Regulatory Authority of India) ने जानकारी दी कि स्पैम कॉल (Spam Call) और मैसेज में पिछले कुछ समय में जबरदस्त तेजी आई है. साल 2024 की पहली छमाही (जनवरी से जून तक) में अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स (UTM) के खिलाफ 7.9 लाख से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं थीं. इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए ट्राई ने 13 अगस्त, 2024 को सभी एक्सेस प्रोवाइडर्स को कड़े निर्देश जारी किए थे.
ट्राई ने दिए थे सख्त कार्रवाई के निर्देश
ट्राई ने कहा था कि एसआईपी, पीआरआई या अन्य टेलीकॉम रिसोर्स का इस्तेमाल करने वाले अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स और मैसेज भेजने वालों पर कार्रवाई की जाए. ऐसे टेलीमार्केटर्स के प्रमोशनल वॉयस कॉल को तुरंत रोकने का आदेश दिया था. साथ ही कहा था कि सिस्टम का दुरुपयोग करते हुए पाए जाने वाले किसी भी अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. उन्हें 2 साल तक के लिए सभी टेलीकॉम रिसोर्स से डिस्कनेक्ट करने के साथ ही ब्लैकलिस्ट भी किया जा सकता है.
2.75 लाख मोबाइल नंबर हुए डिस्कनेक्ट
इन निर्देशों का पालन करते हुए टेलीकॉम कंपनियों ने स्पैम कॉल और मैसेज के लिए रिसोर्स का दुरुपयोग करने वाली कंपनियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं. लगभग 50 कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. साथ ही 2.75 लाख से अधिक एसआईपी, डीआईडी, मोबाइल नंबर और टेलीकॉम रिसोर्स को डिस्कनेक्ट कर दिया है. इन कदमों से स्पैम कॉल को कम करने और उपभोक्ताओं को राहत देने में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है. ट्राई ने सभी स्टेकहोल्डर्स से गाइडलाइन्स का पालन करने और एक स्वच्छ एवं कुशल टेलीकॉम इकोसिस्टम बनाने में योगदान करने की अपील भी की है.
X के सीईओ Elon Musk ने घोषणा की है कि अब X TV बीटा ऐप एंड्रॉयड टीवी पर उपलब्ध हो गया है. इसका मतलब अब यूजर्स को टीवी पर X का अनुभव मिलेगा.
आपको अभी तक अपने स्मार्टटीवी पर यू-ट्यूब, नेटफ्लिक्स सहित अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म का आनंद मिल रहा है, लेकिन अब जल्द ही आप स्मार्टटीवी में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) का भी इस्तेमाल कर पाएंगे. इसे लेकर एक्स के सीईओ एलन मस्क ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट भी शेयर की है. तो आइए जानते हैं कि X TV कब लॉन्च होगा और इसका आपको क्या फायदा होगा?
इन डिवाइस पर हुआ लाइव
एलन मस्क ने घोषणा की है कि X TV बीटा ऐप अब एंड्रॉयड टीवी पर उपलब्ध हो गया है. नेटफ्लिक्स और अन्य ओटीटी ऐप्स की तरह, अब यूजर्स अपने टीवी पर X का उपयोग भी कर पाएंगे. बीटा वर्जन अभी एलजी, अमेजन फायर टीवी और गूगल टीवी डिवाइस पर लाइव हुआ है, जल्द ही यह और डिवाइसेज में भी दिखाई देगा. इसकी सटीक लॉन्च डेट की पुष्टि नहीं की गई है, यह अलग-अलग डिवाइसों पर अलग-अलग समय पर आ सकता है.
एक्स टीवी ऐप का ये होगा फायदा
एक्स टीवी ऐप पर यूजर्स फिल्में, टीवी शो, डाक्यूमेंट्री और ओरिजिनल कंटेंट देख पाएंगे. यूजर्स एचडी और 4K रिजॉल्यूशन ऑप्शन के साथ हाई क्वालिटी में स्ट्रीमिंग का मजा ले सकेंगे. मस्क ने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि 'एक्स टीवी का बीटा संस्करण आ गया है. एंड्रॉयड टीवी पर X TV बीटा ऐप के आने से यूजर्स के पास स्मार्ट टीवी पर कंटेंट स्ट्रीमिंग के लिए एक और ऑप्शन जुड़ गया है. इस ऐप में यूजर्स के लिए प्लेटफॉर्म पर मौजूद ट्रेंडिंग वीडियो को देखना आसान होगा और किसी भी चीज को सर्च करना आसान होगा.
ऐसे कर पाएंगे X TV ऐप का इस्तेमाल
जहां तक बीटा संस्करण का सवाल है, एप्लिकेशन पर कंटेंट देखने के लिए यूजर्स के पास एक एक्स अकाउंट होना चाहिए. अभी के लिए, ऐप केवल कुछ ही एंड्रॉयड स्मार्ट टीवी पर उपलब्ध है. एक्स टीवी सर्च करें और इसे अपने स्मार्ट टीवी पर इंस्टॉल कर लें. इसके बाद आप अपने समार्टटीवी के सामने बैठकर आराम से X TV ऐप का आनंद ले पाएंगे.
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RBI ने कहा कि धोखेबाज लोग डराने-धमकाने की रणनीति भी अपनाते हैं, जिसमें पीड़ितों से IVR कॉल, SMS और ईमेल के जरिए संपर्क किया जाता है. वे खुद को आरबीआई अधिकारी बताते हैं.
केंद्रीय बैंक (Reserve Bank of India) ने शुक्रवार को कहा है कि हमारे नाम पर कई तरह के फर्जी मैसेज और ईमेल लोगों को भेजे जा रहे हैं. इनमें आरबीआई के फर्जी लेटर हेड और ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल किया जा रहा है. इनके जरिए लोगों को लॉटरी जीतने, फंड ट्रांसफर, विदेश पैसा भेजने और सरकारी स्कीम के नाम पर फंसाने की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा आरबीआई कर्मचारी बनकर लोगों को कॉल करने के मामले भी सामने आए हैं. लोगों से प्रोसेसिंग फीस, ट्रांसफर फीस और प्रक्रिया शुल्क के तौर पर पैसे मांगे जाते हैं. ऐसे लोगों से आपको सावधान रहना होगा.
निजी जानकारियां मांग रहे फर्जीवाड़ा करने वाले
इसके अलावा स्मॉल और मीडियम बिजनेस को सरकार या आरबीआई के अधिकारी बनकर निशाना बनाया जा रहा है. उनसे सरकारी कॉन्ट्रैक्ट या स्कीम के नाम पर सिक्योरिटी डिपॉजिट मांगा जाता है. साथ ही आकर्षक लाभ भी बताए जाते हैं. लोगों से कॉल, एसएमएस और ईमेल के जरिए संपर्क साधा जाता है. उन्हें अकाउंट ब्लॉक या फ्रीज करने की धमकी दी जाती है. इसके बाद उनसे बैंक अकाउंट, कार्ड की जानकारी, पिन और ओटीपी जैसी निजी जानकारियां मांगी जाती हैं. इन लोगों को कोई फर्जी लिंक भेजकर एप भी इंस्टॉल करवाए जाते हैं.
साइबर क्रिमिनल ने लोगों को ब्लैकमेल कर किया डिजिटल अरेस्ट
कई बार तो इन साइबर क्रिमिनल (Cyber Criminal) ने पीड़ितों को संदिग्ध ट्रांजेक्शन, मनी लॉन्ड्रिंग और जालसाजी के नाम पर ब्लैकमेल कर डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) तक कर लिया था. इसके अलावा आरबीआई को कुछ वेबसाइट और एप के बारे में भी जानकारी मिली है. इनके जरिए अवैध तरीकों से कर्ज देने का खेल भी किया जा रहा है.
आरबीआई ने जारी की चेतावनी
आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि वह कभी भी किसी व्यक्ति, कंपनी या ट्रस्ट का अकाउंट नहीं खोलता है. इसके अलावा वह न कभी पैसा जमा करने के लिए किसी को बोलता है. लॉटरी फंड जैसी चीजें आरबीआई कभी नहीं चलाता है. उनकी तरफ से किसी भी तरह के कॉल, मैसेज या ईमेल नहीं भेजे जाते हैं. ऐसे में लोग इस बारे में सावधान रहें. कभी भी निजी जानकारियां किसी को भी नहीं दें. ऐसी स्थिति में फंसने पर अपने बैंक से संपर्क करें और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी दें. न ही किसी एप और वेबसाइट के झांसे में आएं. इसके अलावा आरबीआई की वेबसाइट https://rbi.org.in/ पर भी संपर्क कर सकते हैं.
जीमेल (Gmail) में Q&A Feature को एड किया गया है. जो गूगल जेमिनी (Google Gemini) के साथ काम करता है.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) तेजी से हर क्षेत्र में अपनी पहुंच बढ़ा रहा है. इसकी मदद से लोगों के बहुत से काम आसान हो गए हैं. टेक कंपनी गूगल (Google) ने अब जीमेल पर भी एक एआई टूल को रोलआउट किया गया है, जो फिलहाल एंड्रायड (Android) यूजर्स के लिए अवेलेबल है और आने वाले दिनों में इसे आईओएस (iOS) यूजर्स के लिए भी पेश किया जाएगा. तो चलिए जानते हैं इस फीचर का नाम क्या है और ये कैसे काम करेगा?
जेमिनी चैटबॉट से लैस
जीमेल में रोलआउट किए गए इस एआई फीचर का नाम Q&A है, जो गूगल (Google) के लेटेस्ट जेमिनी (Gemini) चैटबॉट से लैस है. गूगल के आधिकारिक ब्लॉगपोस्ट के अनुसार जीमेल में आए Q&A फीचर के माध्यम से अनरीड मैसेज दिखाने, विशेष सेंडर के ईमेल को देखने और इनबॉक्स में मौजूद ईमेल को समराइज करने जैसे काम किए जा सकते हैं.
पढ़कर सुनाएगा सारे ईमेल
इस नए फीचर के जरिए एंड्रॉइड (Android) मोबाइल यूजर्स अपने ईमेल से जुड़े सवाल पूछ सकेंगे, जिससे ईमेल लिखना और समझना बहुत आसान हो जाएगा. ये फीचर इनबॉक्स में मौजूद ईमेल को पढ़कर सुनाने में सक्षम है. इसके अलावा गूगल ड्राइव में उपलब्ध फाइल की स्पेसिफिक डिटेल भी प्राप्त कर सकते हैं. आपको बता दें, इससे पहले इस सुविधा को वेब यूजर्स के लिए रिलीज किया गया था.
इन्हें मिलेगा इस नए फीचर का सपोर्ट
गूगल ने जेमिनी बिजनेस, एंटरप्राइस, एजुकेशन, एजुकेशन प्रीमियम और गूगल वन एआई प्रीमियम जैस एड-ऑन वाले कस्टमर्स के लिए जीमेल के नए फीचर को रोलआउट करना शुरू कर दिया है. आने वाले 15 दिनों में इस फीचर का सपोर्ट सभी यूजर्स को मिलने लगेगा. जीमेल का नया फीचर एंड्रॉइड यूजर्स तक सीमित नहीं रहेगा. साल 2024 के अंत तक इस फीचर को iOS यूजर्स सहित ग्लोबली लॉन्च कर दिया जाएगा.
ऐसे यूज करें Gmail Q&A फीचर
एंड्रॉयड पर जीमेल Q&A एक्सेस करने के लिए, यूजर्स को स्मार्ट फीचर्स और पर्सनलाइजेशन ऑन करना होगा. एडमिन अपने यूजर्स के लिए एडमिन कंसोल में डिफॉल्ट पर्सनलाइजेशन सेटिंग ऑन कर सकते हैं. इसके बाद, अपने ऐप के टॉप राइट और ब्लैक जेमिनी स्टार के जरिए या 'समराइज दिस ईमेल' चिप से Gmail ऐप में जेमिनी ओपन करें. इसके बाद आप अपना सवाल पूछ सकते हैं और जीमेल Q&A आपके इनबॉक्स से जानकारी ढूंढकर बताएगा.
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जियो ने एक नया AI फोन कॉल फीचर लॉन्च किया है. फोन कॉल एआई फीचर की मदद से यूजर्स किसी भी कॉल को रिकॉर्ड और स्टोर कर सकते हैं.
अगर आप जियो यूजर्स हैं, तो ये खबर आपके काम की है. दरअसल, जियो (Jio) ने एआई फोन कॉल (AI Phone Call) फीचर लॉन्च किया है, जो कॉल रिकॉर्डिंग के साथ-साथ कॉल ट्रांसलेशन की सुविधा भी प्रदान करता है. जियो का यह AI Phone Call फीचर नई तकनीक और उपयोगिता का एक अनूठा मिश्रण है, जो यूजर्स के लिए काफी सुविधाजनक और प्रभावी साबित हो सकता है. तो आइए जानते हैं इस फीचर में आपको और क्या खास मिलने वाला है?
वॉइस को टेक्स्ट में बदलने की सुविधा
जियो का AI फोन कॉल फीचर काफी खास है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फोन कॉल एआई फीचर की मदद से यूजर्स किसी भी कॉल को रिकॉर्ड और स्टोर कर सकते हैं. साथ ही इस फीचर की मदद से कॉल को ऑटोमेटिक टाइप किया जा सकता है. जो वॉइस को टेक्स्ट में बदल देता है. इस नए फीचर की मदद से जियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को फोन कॉल डायल जितना आसान बनाने का प्रयास कर रही है
कॉल रिकॉर्डिंग और भाषा अनुवाद
यह फीचर यूजर्स को फोन कॉल के दौरान अलग-अलग भाषाओं में अनुवाद करने और उसे रिकॉर्ड करने की सुविधा देता है. यह नया फीचर कॉल को समराइज के साथ ही किसी भी भाषा में अनुवाद भी कर सकता है. इस फीचर की मदद से किसी भी जरूरी कॉल या बातों को आप आसानी से समझ सकते हैं. इससे यूजर्स अलग-अलग भाषाओं में बात कर सकते हैं और दूसरी पार्टी की भाषा को अपनी पसंदीदा भाषा में सुन सकते हैं. यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है जो विभिन्न भाषाओं में संवाद करते हैं और संवाद को समझने में कठिनाई महसूस करते हैं.
ऐसे करें AI फोन कॉल फीचर का इस्तेमाल
1. जियो फोन कॉल फीचर को इस्तेमाल करने के लिए कॉल के समय जियो फोन कॉल एआई नंबर ऐड करना होगा, जोकि 1-800-732673 है.
2. इस नंबर से कॉल ऐड करते ही आपको जियो की ओर से वेलकम मैसेज सुनाई देगा. इसके बाद कॉल रिकॉर्ड और ट्रांसक्राइब करने के लिए यूजर्स को #1 दबाना होगा.
3. जब आपको ट्रांसक्रिप्शन रोकना होगा तो 2 डायल करना होगा. इसे फिर से शुरू करने के लिए 1 डायल करना होगा.
4. एक बात जानना बेहद जरूरी है कि आपको कॉल खत्म होने के बाद जियो फोन कॉल एआई फीचर को बंद करने के लिए 3 डायल करना होगा.
5. यह फीचर कॉल के दौरान हुई वार्तालाप को रिकॉर्ड करके फोन में स्टोर कर देता है. यह डेटा जियो क्लाउड में सेव किया जाता है.
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Garmin ने अपनी नई स्मार्टवॉच Garmin Enduro 3 को लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने ये स्मार्टवॉच खासतौर पर एथलीट्स को ध्यान में रखकर तैयार की है.
गार्मिन (Garmin) ने अपनी एक नई स्मार्टवॉच Garmin Enduro 3 को लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने इसे खासतौर से एथलीट्स को ध्यान में रखकर तैयार किया है. इसमें आपक कई सारे कमाल के फीचर्स मिलेगें, जो आपको इसका दीवाना बना देंगे. ये वॉच केवल समय, हेल्थ और फिटनेस की जानकारी ही नहीं देगी, बल्कि आप इससे ऑनलाइन पेमेंट भी कर पाएंगे. यह एक जीपीएस (GPS) स्मार्टवॉच है. इस स्मार्टवॉच को सोलर चार्जिंग कैपेबिलिटीज से जोड़ा गया है, जिसके चलते ये धूप से चार्ज होगी. तो आइए आपको इस स्मार्टवॉच की अन्य खासियत और कीमत की जानकारी देते है.
इतनी है स्मार्चवॉच की कीमत
एंड्यूरो 3 टेक्स्ट मैसेजिंग के लिए गार्मिन मैसेंजर, लोकेशन और वर्कआउट शेयरिंग के लिए गार्मिन शेयर और स्मार्ट नोटिफिकेशन को सपोर्ट करता है. इसमें कॉन्टैक्टलेस पेमेंट के लिए गार्मिन पे और स्पॉटिफाई, डीजर या अमेजन म्यूजिक से म्यूजिक स्ट्रीमिंग की सुविधा भी मिलती है. आपको बता दें, इस स्मार्टवॉच की कीमत 899.99 डॉलर (यानी करीब 75,500 रुपये) है. यह फिलहाल यूएस में कंपनी की वेबसाइट पर खरीदने के लिए उपलब्ध है.
GPS मोड में भी 320 घंटे की बैटरी लाइफ
कंपनी के अनुसार इस स्मार्टवॉच में सोलर चार्जिंग कैपेबिलिटीज को जोड़ा गया है, जिससे यह न केवल लाइटवेट हो गई है बल्कि इसकी बैटरी लाइफ भी बढ़ गई है. वॉच का वजन केवल 63 ग्राम है. स्मार्टवॉच सोलर चार्जिंग का उपयोग करते समय GPS मोड में भी 320 घंटे तक चल सकती है. इसमें डायनेमिक राउंड-ट्रिप रूटिंग, ट्रेल रन VO2 मैक्स इनसाइट्स और प्रीलोडेड टोपोएक्टिव मैप्स जैसे फीचर्स शामिल हैं. वॉच में SatIQ तकनीक भी इस्तेमाल किया गया है, जो एक्युरेट पॉजीशन सुनिश्चित करते हुए जीपीएस मोड के बीच ऑटोमैटिक स्विच करके बैटरी लाइफ को सेव करने में मदद करती है.
राउंड-ट्रिप रूटिंग, गोल्फ कोर्स और स्की रिसॉर्ट के लिए प्रीलोडेड मैप्स भी शामिल
एंड्यूरो 3 को काफी मजबूत बनाया गया है, जिसमें टाइटेनियम बेजल, सैफायर लेंस और नायलॉन बैंड है. इसमें एडजस्टेबल ब्राइटनेस के साथ बिल्ट-इन एलईडी फ्लैशलाइट, रेड लाइट और कम रोशनी वाली कंडीशन के लिए स्ट्रोब मोड भी है. ट्रेल रनर के लिए इस स्मार्टवॉच में एंड्यूरो 3 VO2 मैक्स इनसाइट्स, ग्रेड-एडजस्टेड पेस और नेक्स्टफोर्क मैप गाइड जैसे फीचर्स भी हैं. इसमें डायनेमिक राउंड-ट्रिप रूटिंग, टोपोएक्टिव मैप्स और गोल्फ कोर्स और स्की रिसॉर्ट के लिए प्रीलोडेड मैप्स भी शामिल हैं.
मिलेंगे कई हेल्थ और फिटनेस ट्रैकिंग फीचर्स
इस स्मार्टवॉच में 4-6 वीक प्लान्स और स्पोर्ट-स्पेसिफिक वर्कआउट के साथ एडवांस्ड स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसे फीचर्स भी हैं. अपनी इंड्योरेंस कैपेबिलिटी के अलावा, एंड्यूरो 3 VO2 मैक्स, गर्मी और ऊंचाई के लिए अनुकूल और ट्रेनिंग लोड जैसे परफॉर्मेंस मीट्रिक्स भी ट्रैक करती है. यह HRV स्टेटस, पल्स ऑक्स, स्लीप ट्रैकिंग और FDA-क्लीयर्ड ECG ऐप समेत कई हेल्थ और फिटनेस ट्रैकिंग फीचर्स प्रदान करता है.
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आईफोन 16 का इंतजार खत्म होने वाला है. Apple अगले महीने यानी सितंबर में एक इवेंट करने वाली है, जिसमें नई सीरीज से पर्दा उठाया जाएगा.
आईफोन के कद्रदानों की लंबी-चौड़ी फौज है और ये फौज iPhone 16 सीरीज की लॉन्च का बेसब्री से इंतजार कर रही है. यदि आप भी इस फौज का हिस्सा हैं, तो आपके लिए भी गुड न्यूज़ है. Apple ने उस डेट का ऐलान कर दिया है जब आईफोन 16 सीरीज से पर्दा उठाया जाएगा. एप्पल ने सितंबर में होने वाले अपने इवेंट की लॉन्च डेट का ऐलान कर दिया है, जिसमें iPhone 16 सीरीज को लॉन्च किया जाएगा.
इनसे भी उठेगा पर्दा
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत और ग्लोबल मार्केट में iPhone 16 की लॉन्चिंग 9 सितंबर को होगी. Apple का यह इवेंट कैलिफोर्निया स्थित Apple Park में भारतीय समयनुसार रात 10:30 बजे होगा. इस दौरान, कंपनी iPhone 16, iPhone 16 Plus, iPhone 16 Pro, iPhone 16 Pro Max को लॉन्च किया जाएगा. इसके अलावा, एप्पल Watch Series 10, Watch Ultra 3, Watch SE 3, AirPods Max 2 और AirPods 4 से भी पर्दा उठा सकती है.
घर बैठे देखें इवेंट
Apple के इवेंट की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी. आप भी घर बैठे-बैठे इस इवेंट का हिस्सा बन सकते हैं. कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट, Apple TV और Youtube पर इवेंट की लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की गई है. Apple के इस इवेंट की टैगलाइन 'It is Glowtime' रखी गई है. iPhone 16 को लेकर खास जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि इसके कैमरा सेटअप में बदलाव देखने को मिलेगा.
थोड़ी ज्यादा होगी कीमत
Apple iPhone 16 खरीदने के लिए आपको अपनी जेब कुछ ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है. माना जा रहा है कि पुराने मॉडल की तुलना में इसकी कीमत कुछ अधिक रहेगी. iPhone 15 की शुरुआती कीमत 79,900 रखी गई थी. iPhone 16 की कीमत इसके मुकाबले कुछ ज्यादा हो सकती है. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया है कि इसमें 10 हजार रुपए का इजाफा देखने को मिल सकता है.