भारतीय AI इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए Reliance ने मिलाया Nvidia से हाथ!

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने चिप बनाने वाली कंपनी Nvidia के साथ मिलकर भारत को जनरेटिव AI एप्लीकेशन देने का फैसला किया है.

Last Modified:
Friday, 08 September, 2023
RIL

पिछले कुछ समय के दौरान भारत में टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन के क्षेत्र में काफी तेजी से वृद्धि हुई है. AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाने के लिए भारत में भी तैयारियां शुरु हो चुकी हैं. अब खबर आ रही है कि भारतीय AI क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाने के लिए मुकेश अंबानी की अध्यक्षता वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने चिप बनाने वाली जानी-मानी कंपनी Nvidia से हाथ मिला लिया है. 

रिलायंस को मिलेगा Nvidia का सुपरचिप
एशिया के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी की अध्यक्षता वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अमेरिका स्थित चिप बनाने वाली कंपनी Nvidia के साथ मिलकर भारत को एक ऐसा जनरेटिव AI एप्लीकेशन देने का फैसला किया है जो विभिन्न भारतीय भाषाओं पर आधारित होगा. Nvidia ने इस मौके पर एक बयान जारी कर कहा है कि वह भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए रिलायंस के साथ काम करेगी. साथ ही Nvidia ने मीडिया को यह भी बताया है कि चिप निर्माता द्वारा रिलायंस को उसके GH200 ग्रेस हॉपर नामक सुपरचिप तक पहुंच भी प्रदान की जाएगी और इसके साथ ही DGX क्लाउड भी उपलब्ध करवाया जाएगा. 

मुकेश अंबानी का वादा
Nvidia और रिलायंस द्वारा साझेदारी के मौके पर रिलायंस के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत धीरे-धीरे डाटा का प्रसार करने वाले देश से एक टेक्नोलॉजी बनाने वाले देश में बदलता जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर विकास के लिए भारत जिस तरह टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है, Nvidia और रिलायंस की साझेदारी से उसे और मजबूती मिलेगी. ठीक उसी तरह जिस तरह रिलायंस जिओ की बदौलत देश के डिजिटल ट्रांस्फोर्मेशन को मदद मिली है. हाल ही में रिलायंस की 46वीं वार्षिक मीटिंग हुई थी और इस दौरान मुकेश अंबानी ने कहा था कि वह भारत में मौजूद हर एक घर के लिए AI लेकर आएंगे. 

बनाए जाएंगे डाटा केंद्र
Nvidia द्वारा बनाए गए AI इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से रिलायंस AI एप्लीकेशन और सुविधाओं का निर्माण करेगा. Nvidia का कहना है कि AI इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से AI के लिए तैयार कंप्यूटिंग डाटा केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा और आगे चलकर इनकी क्षमता को बढ़ाकर 2000 मेगावाट कर दिया जाएगा. साथ ही Nvidia ने यह भी बताया है कि इन डाटा केन्द्रों को लागू करने और इनकी देखभाल का जिम्मा जिओ का होगा. सूत्रों की मानें तो रिलायंस द्वारा विदेशी चिप निर्माता कंपनियों के साथ भी बातचीत की जा रही है और इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य भारत में AI को बढ़ावा देना ही है. 
 

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Laptop Import: रंग दिखा रही सरकार की शुरुआती सख्ती, अब ये करने को तैयार कंपनियां!   

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो कुछ दिग्गज कंपनियों ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 27 September, 2023
Last Modified:
Wednesday, 27 September, 2023
Photo Credit: CNN

कुछ हफ्ते पहले, भारत सरकार ने लैपटॉप, टैबलेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इस संबंध में नए नियम 1 नवंबर, 2023 से लागू होने वाले थे, लेकिन फिलहाल सरकार इसे टालने के मूड में है. माना जा रहा है कि सरकार इस इंपोर्ट रिस्ट्रिक्शन को 9 से 12 महीने के लिए ठंडे बस्ते में डाल सकती है. संभव है कि अगले कुछ दिनों में इसकी घोषणा भी हो जाए, मगर सरकार की शुरुआती सख्ती का असर दिखाई देता नजर आ रहा है. 

ASUS ने इससे मिलाया हाथ
मोदी सरकार की इस पूरी कवायद का मकसद स्थानीय कंपनियों को बढ़ावा देने और इंटरनेशनल ब्रैंड्स को भारत में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के प्रोडक्शन के लिए प्रेरित करना है. सरकार द्वारा शुरू में दिखाए गए तेवर के चलते अब इस फील्ड की कुछ दिग्गज कंपनियों ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. खबर है कि ताइवान की दिग्गज लैपटॉप और PC निर्माता कंपनियां भारत में कांट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग की कोशिश में लगी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आसुस (ASUS) ने सरकार की 17000 करोड़ रुपए के PLI स्कीम के लिए फ्लेक्स नाम की मैन्युफैक्चर से साझेदारी की है.  बता दें कि फ्लेक्स अमेरिकी कंपनी है, जो भारत में अपना कामकाज तेजी से बढ़ा रही है.  

चेन्नई में लगेगी फैक्ट्री!
भारत सरकार प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के लिए 17000 करोड़ रुपए की मदद दे रही है, ताकि वैश्विक कंपनियां भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रेरित हो सकें. सरकार की शुरुआती सख्ती से आशंकाओं में घिरी कंपनियों को PLI एक बेहतरीन मदद नजर आ रही है, इसलिए दुनिया की दिग्गज टेक हार्डवेयर कंपनियां भारत की स्थानीय कंपनियों से लैपटॉप भारत में बनाने के लिए बातचीत करने में जुट गई हैं. ASUS की जरूरत के अनुसार फ्लेक्स चेन्नई में एक डेडीकेटेड फैक्ट्री बनाने पर विचार कर रही है. इस समय फ्लेक्स का भारत में सबसे बड़ा ग्राहक HP है. 

दूसरी कंपनियां भी करेंगी करार! 
आसुस की तरह, ताइवान की एसर (Acer) भी भारत में लैपटॉप बनाने के अपने कामकाज में तेजी लाने में जुट गई है. एसर ने पहले से ही नोएडा की कांटेक्ट मैन्युफैक्चरर डिक्शन टेक्नोलॉजी के साथ पार्टनरशिप की हुई है. माना जा रहा है कि कुछ और दिग्गज कंपनियां भी भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए स्थानीय कंपनियों से करार कर सकती हैं. बता दें कि आयत पर प्रतिबंध के मुद्दे पर सरकार ने हाल ही में एक संयुक्त बैठक आयोजित की थी, जिसमें आसुस, डेल, एसर, एपल, सैमसंग, इंटेल आदि कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. बैठक का एजेंडा आयात प्रतिबंधों के प्रभाव पर चर्चा करना और भारत में लैपटॉप के लोकल प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए समाधान तलाशना था.
 


NCLAT नवंबर में सुनेगा Google की गुहार, जानिए क्या है पूरा मामला?

CCI (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) द्वारा टेक क्षेत्र की विशालकाय कंपनी Google पर 936.44 करोड़ रुपयों की पेनल्टी लगाई थी.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Tuesday, 26 September, 2023
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Tuesday, 26 September, 2023
Google tytpe

दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन और जानी मानी टेक कंपनी गूगल (Google) को लेकर एक काफी बड़ी खबर सामने आ रही है. NCLAT (राष्ट्रीय कंपनी लॉ अपील ट्रिब्यूनल) ने हाल ही में जानकारी देते हुए बताया है कि गूगल की अपील के बारे में 28 नवंबर से सुनवाई शुरू होगी.

क्या है पूरा मामला?
आपकी जानकारी के लिए बता दें की भारतीय संस्था CCI (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) द्वारा टेक क्षेत्र की विशालकाय कंपनी गूगल (Google) पर 936.44 करोड़ रुपयों की पेनल्टी लगाई थी. गूगल पर आरोप था कि प्ले स्टोर (Google Play Store) की नीतियों के संबंध में गूगल ने अपनी स्थिति का गलत फायदा उठाया था. इस मामले को NCLAT में अशोक भूषण और आलोक श्रीवास्तव वाली न्यायपीठ के सामने कल रखा जाना था. अब NCLAT ने गूगल को आदेश दिया है कि 28 नवंबर को इस मामले को अदालत के सामने लिस्ट किया जाए. 

CCI ने दिया Google को आदेश
इसी साल अप्रैल में राकेश कुमार और अलोक श्रीवास्तव वाली न्यायपीठ के सामने यह मामला पेश किया गया था और तब इस न्यायपीठ ने आदेश दिया था कि गूगल (Google) की अपील को एक ऐसी न्यायपीठ के सामने पेश किया जाए, जिसका हिस्सा राकेश कुमार न हों. इससे पहले पिछले साल CCI द्वारा गूगल पर 936.44 करोड़ रुपयों की पेनाल्टी लगाई गई थी. इसके साथ ही CCI ने गूगल को यह आदेश भी दिया था कि अनुचित व्यापारिक नीतियों का प्रयोग करने से बचे और गैर-प्रतिस्पर्धा के मुद्दों को एक निश्चित समय-सीमा में संबोधित करें.   

Google ने NCLAT में दर्ज की अपील
CCI द्वारा सुनाए गए इस फैसले के खिलाफ गूगल (Google) ने NCLAT में अपील दर्ज करवाई थी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि CCI द्वारा दी गए आदेशों को NCLAT के माध्यम से चुनौती दी जा सकती है. इस साल की शुरुआत में राकेश कुमार और आलोक श्रीवास्तव की न्यायपीठ ने गूगल को राहत देने से इंकार कर दिया था और फैसला लिया था कि कंपनी पर CCI द्वारा लगाई गई पेनल्टी भी बनी रहेगी. इसके साथ ही न्यायपीठ ने गूगल को यह आदेश भी दिया था कि 17 अप्रैल 2023 को NCLAT के सामने यह मामला दोबारा पेश किया जाए और तब तक गूगल को पेनल्टी का 10% हिस्सा जमा करने का आदेश भी दिया गया था.
 

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भारत में शुरू हुई Apple iPhone 15 की बिक्री, Apple Store के बाहर लगी लोगों की कतार!

आज Apple iPhone 15 खरीदने के लिए दिल्ली के सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल में सुबह 5 बजे से ही लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है.

पवन कुमार मिश्रा by
Published - Friday, 22 September, 2023
Last Modified:
Friday, 22 September, 2023
iPhone 14 Pro BW

भारत में मौजूद एप्पल (Apple) फैन्स को जिस पल का बेसब्री से इंतजार था वह आखिरकार आ ही गया है. आज सुबह 8 बजे से भारत में एप्पल की फ्लैगशिप स्मार्टफोन सीरीज iPhone के नए मॉडल iPhone 15 सीरीज (Apple iPhone 15) की बिक्री की शुरुआत हो चुकी है. इस मौके पर दिल्ली के सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल (Select Citywalk) में लोगों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली है और ये लोग यहां सुबह के लगभग 5 बजे से iPhone 15 खरीदने का इतंजार कर रहे हैं. 

भारत में शुरू हुई iPhone 15 की बिक्री
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल अप्रैल में ही भारतीय एप्पल फैन्स को कंपनी द्वारा जबरदस्त तोहफा दिया गया था. दरअसल 2023 से पहले भारत में एप्पल के डीलरशिप स्टोर्स तो हुआ करते थे लेकिन भारत में कोई भी एप्पल स्टोर (Apple Store) नहीं हुआ करता था. इस साल एप्पल ने भारतीय फैन्स को तोहफा देते हुए देश की राजधानी दिल्ली के सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल और देश की वित्तीय राजधानी मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में दो एप्पल स्टोर्स खोले थे. आज iPhone 15 (Apple iPhone 15) खरीदने के लिए दिल्ली के सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल में सुबह 5 बजे से ही लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है. 

मिलेंगे कौन से मॉडल्स?
देश में दो एप्पल स्टोर्स खुलने के बाद लॉन्च होने वाला एप्पल (Apple) का यह पहला उत्पाद होगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि iPhone 15 (Apple iPhone 15) को खरीदने के लिए लोगों की भीड़ सिर्फ दिल्ली में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में मौजूद हर एप्पल स्टोर पर देखने को मिलती है. दरअसल हर बार एप्पल की फ्लैगशिप स्मार्टफोन सीरीज के लांच होने पर दुनिया भर के एप्पल स्टोर्स के बाहर लोगों की यह कतार देखने को मिलती ही है. iPhone 15 सीरीज में आपको iPhone 15, iPhone 15 प्लस (iPhone 15 Plus) iPhone 15 प्रो (iPhone 15 Pro), iPhone 15 प्रो मैक्स (iPhone 15 Pro Max) नामक मॉडल्स उपलब्ध करवाए जाएंगे. 

iPhone 15 के वैरिएंट और कीमत
दिल्ली के सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल (Select Citywalk Mall) के साथ-साथ मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में स्थित एप्पल स्टोर के बाहर भी लोगों की लंबी कतार देखने को मिली है. मीडिया से बातचीत के दौरान लोगों ने बताया है कि वह यहां सुबह 4 बजे से खड़े हैं. अब धीरे-धीरे एप्पल स्टोर (Apple Store) के कर्मचारी लोगों को फोन खरीदने के लिए एप्पल स्टोर्स में प्रवेश करवा रहे हैं. iPhone 15 के 128GB वैरिएंट के लिए आपको लगभग 80,000 रूपए चुकाने होंगे, वहीं अगर आप iPhone 15 का 256GB वैरिएंट लेने की सोच रहे हैं तो 89,900 रूपए और iPhone 15 के 512GB वैरिएंट के लिए आपको 1 लाख 10 हजार रूपए चुकाने होंगे. iPhone 15 प्लस (iPhone 15 Plus) के 128GB वैरिएंट के लिए आपको 90,000, 256GB वैरिएंट के लिए 99,900 रूपए और 512GB वैरिएंट के लिए 1,19,900 रूपए चुकाने होंगे. iPhone 15 प्रो मैक्स (iPhone 15 Pro Max) के 128GB वैरिएंट के लिए 1 लाख 35 हजार, 256GB वैरिएंट के लिए 1 लाख 45 हजार, 512GB वैरिएंट के लिए 1 लाख 65 हजार और 1TB वैरिएंट के लिए 1 लाख 85 हजार रूपए चुकाने होंगे. 
 

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कौन हैं माइक्रोसॉफ्ट के नए CPO? IIT-Madras से ली है शिक्षा!

Microsoft का लॉन्च इवेंट भी होने वाला है और माना जा रहा है कि इस इवेंट में बहुत से नए लाइन-अप भी देखने को मिल सकते हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Tuesday, 19 September, 2023
Last Modified:
Tuesday, 19 September, 2023
BWHindia

टेक क्षेत्र की जानी-मानी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने हाल ही में घोषणा कर बताया कि अब उनके CPO यानी चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर पद की कमान Pavan Davuluri संभालेंगे. इसके साथ ही कंपनी ने यह भी बताया कि भारतीय मूल के Pavan Davuluri अब सीधा माइक्रोसॉफ्ट के CEO (चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर) सत्य नडेला (Satya Nadela) को रिपोर्ट करेंगे और इस पद पर काम करके वह कंपनी के लिए काफी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे. 

लॉन्च इवेंट से ऐन पहले हुई घोषणा
Pavan Davuluri कंपनी के पूर्व CPO Panos Panay की जगह लेंगे और Panay अब अमेजन (Amazon) के एलेक्सा (Alexa) और एको (Echo) जैसे उत्पादों के लिए जिम्मेदार इकाई की अध्यक्षता करेंगे. Amazon में Panay, David Limp की जगह लेंगे और David ने घोषणा कर जानकारी दी है कि वह रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे हैं. कुछ ही दिनों में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) का लॉन्च इवेंट भी होने वाला है और माना जा रहा है कि कंपनी के इस इवेंट में बहुत से नए लाइन-अप भी देखने को मिल सकते हैं. 

कौन हैं Pavan Davuluri
इसके साथ ही यह भी माना जा रहा है कि इस लॉन्च इवेंट के दौरान कंपनी अपनी AI-इनोवेशन से संबंधित कुछ लॉन्च और प्रोजेक्टों की घोषणा भी कर सकता है. Pavan Davuluri ने अपनी ग्रेजुएशन की शिक्षा IIT-मद्रास से पूरी की है. इसके बाद उन्होंने अमेरिका में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड (Univerity Of Maryland) से Msc की शिक्षा प्राप्त की थी. Pavan के लिंक्डइन (LinkedIn) पेज की मानें तो अपने करियर की शुरुआत से ही वह माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने 2001 में अपने करियर की शुरुआत रिलायबिलिटी कॉम्पोनेन्ट मैनेजर के पद से की थी. 

पुराना है Pavan और माइक्रोसॉफ्ट का साथ
अपने करियर के दौरान Pavan ने माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) में विभिन्न पदों पर काम किया है. इस प्रोमोशन से पहले वह कंपनी में कॉर्पोरेट वाईस प्रेसिडेंट के पद पर काम कर रहे थे और वह विंडोज सिलिकॉन सिस्टम इंटीग्रेशन का ध्यान रखते थे. नए पद पर Pavan एक ऐसी टीम की अध्यक्षता करेंगे जो सिलिकॉन सिस्टम का विकास करेगी.
 

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IIT बॉम्‍बे के इस स्‍टूडेंट को मिला अब तक का सबसे महंगा पैकेज, इतने करोड़ का है ऑफर 

इस साल जून में आई रैंकिंग में आईआईटी बॉम्‍बे की रैंकिंग एक स्‍पॉट कम हो गई थी. लेकिन बावजूद उसके यहां के स्‍टूडेंट को मिले इस प्‍लेसमेंट ने इस इंस्‍टीटयूट को चर्चा में ला दिया है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Tuesday, 19 September, 2023
Last Modified:
Tuesday, 19 September, 2023
IIT Bombay

भारत की इकोनॉमी के हाल ही में आए आंकड़ों ने सभी के लिए सकारात्‍मक रूझान पैदा किए हैं. इस बीच अगली सकारात्‍मक खबर आईआईटी बॉम्‍बे से आई है. जहां एक स्‍टूडेंट को 2022-23 के सेशन के लिए इंटरनेशनल कंपनी की ओर से सबसे हाई पैकेज मिला है. इस स्‍टूडेंट को कंपनी की ओर से 3.67 करोड़ सालाना का पैकेज मिला है. इसका मतलब है हर महीने 30 लाख रुपये का वेतन इस स्‍टूडेंट को मिलेगा. वहीं डोमेस्टिक प्‍लेसमेंट में एक स्‍टूडेंट को 1.68 करोड़ रुपये का पैकेज मिला है. 

कितने स्‍टूडेंट को मिला 1 करोड़ का पैकेज? 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आईआईटी ने बताया है कि इस साल वर्ष 2022-23 के लिए 16 स्‍टूडेंट ऐसे हैं जिन्‍हें 1 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का पैकेज मिला है. कुल 65 स्‍टूडेंट ऐसे हैं जिन्‍हें अंतरराष्‍ट्रीय कंपनियों की ओर से पैकेज मिला है. जिन कंपनियों ने आईआईटी बॉम्‍बे में आकर ये प्‍लेसमेंट दिया है उनमें यूएसए, जापान, यूके, नीदरलैंड, हॉंगकांग और ताइवान जैसे देश हैं.  वर्ष 2022-23 में स्‍टूडेंट को 21.82 लाख का औसत पैकेज मिला है. जानकारी के अनुसार ये पिछले साल के पैकेजे से ज्‍यादा है. इस प्‍लेसमेंट प्रोसेस में इस साल 1845 स्‍टूडेंट ने भाग लिया था जिनमें से 1516 स्‍टूडेंट ने अपना जॉब सुरक्षित किया है. 

किन सेक्‍टरों में मिला है सबसे ज्‍यादा जॉब? 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्‍यादा जॉब इंजीनियरिंग और टेक्‍नोलॉजी सेक्‍टर के लोगों को मिला है.  जबकि आंकड़े ये भी बता रहे हैं कि आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्‍टर में इस साल पिछले साल के मुकाबले कम प्‍लेसमेंट देखने को मिली है. 88 कंपनियों की ओर से 302 स्‍टूडेंट को आईटी/सॉफ्टवेयर सेक्‍टर में जॉब मिला है. दूसरे जिन सेक्‍टरों में स्‍टूडेंट को नौकरी मिली है उनमें ट्रेडिंग, फिनटेक, बैंकिंग, एजुकेशन और डिजाइन शामिल है. 

आईआईटी बॉम्‍बे की गिर गई थी रैंकिंग 
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा हर साल जारी की जाने वाली रैंकिंग में आईआईटी की रैंकिंग में इस साल जून में  एक स्‍पॉट गिर गई थी. पिछले महीने आईआईटी बॉम्‍बे उसको मिले 160 करोड़ रुपये के डोनेशन को लेकर चर्चा में था. ये दान नंदन नीलेकणि द्वारा आईआईटी बॉम्‍बे के साथ उसके जुड़ाव के 50 साल पूरे होने के मौके पर दिये गए 350 करोड़ रुपये के दान के बाद आया था. 
 


कल लॉन्च होगा Jio AirFiber, क्या होगी कीमत और स्पेशल फीचर्स?

Jio Airfiber Wi-fi सेवा है जो घरेलु के साथ ऑफिसों के लिए भी तेज स्पीड वाला इन्टरनेट प्रदान करेगा.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Monday, 18 September, 2023
Last Modified:
Monday, 18 September, 2023
Mukesh Ambani

काफी लंबे समय से लोग Jio AirFiber के लॉन्च होने का इंतजार कर रहे हैं और कल रिलायंस द्वारा अपनी वायरलेस ब्रॉडबैंड सेवा से पर्दा उठाया जाएगा. रिलायंस (Reliance Industries) की 46 वीं वार्षिक सामान्य बैठक के दौरान कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने घोषणा की थी कि गणेश चतुर्थी के दिन ही Jio AirFiber को लॉन्च किया जाएगा.

अलग-अलग हैं JioFiber और Jio AirFiber
Jio Airfiber वायरलेस Wi-fi सेवा है जो घरेलु इस्तेमाल के साथ-साथ ऑफिसों के लिए भी 5G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके तेज स्पीड वाला इन्टरनेट प्रदान करेगा. माना जा रहा है कि आने वाले समय में Jio AirFiber मार्केट में पहले से मौजूद Act Fibernet और एयरटेल (Airtel) जैसी कंपनियों के लिए प्रमुख रूप से कम्पटीशन के रूप में सामने आएगा. आपको बता दें कि Jio AirtFiber और Jio Fiber में अंतर है और यह दोनों अलग हैं. Jio AirFIber बिना किसी तरह की केबल या फिर वायर के इस्तेमाल के घरों एवं दफ्तरों में इंटरनेट सुविधा प्रदान करेगा. 

Jio AirFiber को इस्तेमाल करना है आसान
JioFiber एक Fiber आधारित सेवा है जबकि Jio AirFiber को घर में या फिर दफ्तर में कहीं भी बहुत ही आसानी से लगाया जा सकता है और इसके लिए किसी तकनीशियन की जरूरत भी आपको नहीं पड़ेगी. यह डिवाइस एक 5G रेडियो लिंक का इस्तेमाल करके यूजर के घर या फिर दफ्तर का कनेक्शन Jio नेटवर्क के साथ स्थापित करता है. Jio AirFiber का इस्तेमाल करके एक यूजर 1.5 GBPS तक की इन्टरनेट स्पीड का आनंद ले सकते हैं. 

फीचर्स और कीमत
वैसे तो अभी तक इसकी कीमत को लेकर कंपनी द्वारा किसी भी प्रकार का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस ब्रॉडबैंड सेवा की कीमत मार्केट में मौजूद अन्य विरोधी कंपनियों के अनुसार ही तय की जाएगी. यह तय है कि इस ब्रॉडबैंड सेवा के द्वारा 1.5GBPS की स्पीड वाली इन्टरनेट सुविधा प्रदान की जाएगी. शुरूआती तौर पर Jio AirFiber की सुविधा केवल कुछ ही शहरों में प्रदान की जाएगी और कंपनी आने वाले महीनों में इस सेवा को अन्य शहरों में विस्तृत करने के बारे में भी विचार कर रही है. यह ब्रॉडबैंड सेवा यूजर्स को अनलिमिटेड डाटा की सुविधा भी देगी और साथ ही कंपनी लेटेस्ट Wi-fi 6 की सुविधा भी प्रदान करेगी. 
 

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TIME की टॉप 100 सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में Infosys इकलौती भारतीय कंपनी!

लिस्ट में दुनिया भर की कुल 750 ग्लोबल कंपनियों को जगह दी गई थी और इन 750 कंपनियों में Infosys ने 64वां स्थान प्राप्त किया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Friday, 15 September, 2023
Last Modified:
Friday, 15 September, 2023
Infosys

इस वक्त इन्फोसिस (Infosys) को लेकर एक काफी बड़ी खबर सामने आ रही है. हाल ही में TIME द्वारा साल 2023 के दौरान दुनिया भर में मौजूद सर्वश्रेष्ठ कंपनियों की लिस्ट जारी कर दी गई है. कमाल की बात ये है कि इस लिस्ट की टॉप 100 कंपनियों में सिर्फ एक ही भारतीय कंपनी शामिल है, और इस कंपनी का नाम Infosys है. 

Infosys बनी इकलौती भारतीय कंपनी
TIME ने अपनी लिस्ट में दुनिया भर की कुल 750 ग्लोबल कंपनियों को जगह दी थी और इन 750 कंपनियों में Infosys ने 64वां स्थान प्राप्त किया है. Infosys बैंगलोर आधारित ग्लोबल कंसल्टिंग और IT सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी है और TIME द्वारा कंपनी को 88.38 स्कोर दिया गया है. Infosys की स्थापना 1981 में हुई थी और यह NYSE में लिस्टेड एक ग्लोबल कंसल्टिंग और IT सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी है. कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट की मानें तो पिछले 40 सालों के दौरान कंपनी ने प्रमुख रूप से ऐसे बदलावों में योगदान दिया है जिनकी बदौलत भारत को दुनिया भर में प्रमुख सॉफ्टवेयर सेवाओं के रूप में पहचान मिली है. कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी देते हुए बताया कि प्रोफेशनल सेवाएं प्रदान करने वाली दुनिया की टॉप 3 कंपनियों में शामिल हैं और TIME की टॉप 100 कंपनियों में शामिल हम इकलौती भारतीय कंपनी भी है. 

लिस्ट में शामिल अन्य कंपनियां
TIME द्वारा बनाई गई इस लिस्ट में शामिल टॉप 4 कंपनियों की बात करें, तो यह सभी अमेरिका स्थित प्रमुख टेक कंपनियां हैं. TIME की इस लिस्ट में Microsoft, Apple, Alphabet और Meta को टॉप 4 शतान प्रदान किये गए हैं. Accenture, Pfizer, American Express, Electricite de France, BMW, Dell Technologies, LVMH Moet Hennessy – Louis Vuitton, Delta Air Lines, Enel, Starbucks Corp, Volkswagen Group, General Motors, Elevance Health, Bosch, Ford, Johnson & Johnson जैसी कंपनियां टॉप 20 में शामिल हैं. इन कंपनियों की लिस्टिंग के लिए TIME ने कर्मचारियों की संतुष्टि, कमाई में वृद्धि, सतत एवं सकरात्मक विकास के लक्ष्यों और सामाजिक एवं कॉर्पोरेट गवर्नेंस जैसे विभिन्न कारकों को आधार बनाया था. Infosys इस लिस्ट की टॉप 100 कंपनियों में शामिल होने वाली कंपनी ही नहीं है बल्कि साथ ही इस लिस्ट में शामिल 3 प्रोफेशनल सुविधाएं प्रदान करने वाली कंपनियों में से भी एक है. Infosys के अलावा प्रोफेशनल सेवाएं प्रदान करने वाली दो अन्य कंपनियां Accenture और Deloitte हैं. 
 

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इन गेमिंग कंपनियों ने नहीं भरा GST? मिल सकता है नोटिस!

इसी आरोप के तहत GST से संबंधित संस्थाओं ने इन कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला किया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Thursday, 14 September, 2023
Last Modified:
Thursday, 14 September, 2023
online Gaming

पिछले कुछ समय के दौरान भारत में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई इंडस्ट्रीज काफी तेजी से उभरकर सामने आई हैं. ऐसी ही एक इंडस्ट्री, गेमिंग इंडस्ट्री भी है. पिछले कुछ सालों के दौरान भारत में गेमिंग कम्युनिटी बहुत ही तेजी से बड़ी हुई है. लेकिन फिलहाल भारत में स्थित कुछ गेमिंग कंपनियों के लिए एक बुरी खबर सामने आ रही है. माना जा रहा है कि 40 गेमिंग कंपनियों को जल्द ही सरकार द्वारा नोटिस भेजा जा सकता है.

क्या है पूरा मामला?
इन कंपनियों पर GST (Goods And Services Tax) से बचने का आरोप है और इसी आरोप के तहत GST से संबंधित संस्थाओं ने इन कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला किया है. हाल ही में सर्वोच्च न्यायलय ने कर्नाटक के उच्च न्यायलय द्वारा दिए गए एक आदेश पर रोक लगाते हुए GTPL (गेम्सक्राफ्ट टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड) को GST के संबंध में जारी किए गए नोटिस पर रोक लगा दी थी. GTPL पर 21,000 करोड़ रुपयों के GST से बचने का आरोप लगाया गया था और इसी आरोप के तहत कर्नाटक उच्च न्यायालय ने अआदेश देते हुए मई में इस कंपनी के खिलाफ नोटिस जारी किया था और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने 6 सितंबर को कर्नाटक न्यायालय के इस आदेश पर रोक लगा दी थी. 

40 कंपनियों को भेजा जाएगा नोटिस
अप्रत्यक्ष करों की बात की जाए तो बैंगलोर आधारित GTPL को भेजा गया नोटिस अब तक का ऐसा सबसे बड़ा दावा है. एक GST इंटेलिजेंस यूनिट ने GTPL को सितंबर 2022 में कारण बताओ नोटिस जारी किया था. GTPL उन 40 कंपनियों की लिस्ट में शामिल है जिनकी जांच DGGI (डायरेक्टर जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स इंटेलिजेंस) द्वारा की जा रही है. इन सभी 40 कंपनियों पर टैक्स से बचने का आरोप लगाया गया है और इसी आरोप के तहत इनकी जांच की जा रही है. 

उच्च न्यायालय का फैसला बना था अड़चन
इस मामले से जुड़े एक सरकारी अधिकारी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जल्द ही कारण बताओ नोटिसों की भीड़ देखने को मिल सकती है. GST से संबंधित संस्थाएं अन्य ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को नोटिस भेजने की कोशिश कर रही थी लेकिन तभी कर्नाटक उच्च न्यायालय का आदेश बीच में आ गया. लेकिन अब कोई अड़चन नहीं है और अब फिर से उसी आदर्श के अनुसार नोटिस जारी किए जाएंगे, जिसके अनुसार पहले किए जाने थे. इसके साथ ही अधिकारी ने यह भी बताया है कि गेम्सक्राफ्ट और अन्य कंपनियों की गतिविधियां भी एक जैसी हैं और कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के बाद GST संस्थाओं ने अपने कारण बताओ नोटिसों को रोकने का फैसला किया था. 
 

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भारत में कब और कहां खरीदें iPhone 15, क्या हैं विशेष फीचर्स और कितनी होगी कीमत?

एप्पल (Apple) द्वारा लॉन्च किए गए iPhone 15 में आपको पहले से ज्यादा ब्राइट डिस्प्ले देखने को मिलती है.

पवन कुमार मिश्रा by
Published - Wednesday, 13 September, 2023
Last Modified:
Wednesday, 13 September, 2023
iPhone 14

टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जिस तरह की दीवानगी हमें एप्पल (Apple) के लिए देखने को मिलती है, वैसी किसी अन्य कंपनी के लिए देखने को नहीं मिलती. एप्पल के फैन्स को पिछले काफी लंबे समय से जिस पल का बेसब्री से इंतजार था, वो आ चुका है. हाल ही में एप्पल द्वारा अपनी फ्लैगशिप स्मार्टफोन सीरीज iPhone के नए मॉडल, iPhone 15 को लॉन्च किया जा चुका है और iPhone 15 भारत के लिए बहुत खास है. आइये जानते हैं आप भारत में कब और कहां से iPhone 15 खरीद सकते हैं. 

iPhone 15 के खास फीचर्स
हाल ही में एप्पल (Apple) द्वारा लॉन्च किए गए iPhone 15 में आपको पहले से ज्यादा ब्राइट डिस्प्ले देखने को मिलती है. कंपनी द्वारा दी गई जानकारी की मानें तो इस फोन की बैटरी में 100% रीसाइकल्ड कोबाल्ट का इस्तेमाल किया गया है. फोन के कैमरा में भी बदलाव किया गया है और अब आपको iPhone 15 में 48 मेगापिक्सल का कैमरा देखने को मिलता है. iPhone 15 सीरीज के टॉप मॉडल्स के नाम iPhone 15 प्रो (iPhone 15 Pro) और iPhone 15 प्रो मैक्स (iPhone 15 Pro Max) हैं और इन मॉडल्स को एप्पल के लेटेस्ट A17 प्रो चिपसेट (A17 Pro Chipset) से ताकत मिलती है. 

प्रो मॉडल्स में किए गए बड़े बदलाव
आपको बता दें कि A17 चिप, एप्पल द्वारा 3nm मैन्युफैक्चरिंग से बनाई गई पहली चिप है. iPhone 15 और iPhone 15 प्लस (iPhone 15 Plus) में आपको एल्युमीनियम का फ्रेम प्रदान किया जाता है और इसकी बैक में आपको ग्लास भी प्रदान किया जाता है. वहीं इस बार अपने प्रो मॉडल्स के लिए एप्पल ने स्टेनलेस स्टील के फ्रेम की जगह टाइटेनियम के फ्रेम का इस्तेमाल किया है. कंपनी का कहना है कि टाइटेनियम के इस्तेमाल से डिवाइस ज्यादा हल्का रहता है और इसकी लाइफ भी बढ़ती है. iPhone 15 के प्रो मॉडल्स में आपको 6.1 इंच और 6.7 इंच साइज का डिस्प्ले प्रदान किया जाता है. iPhone 15 प्रो मैक्स (iPhone 15 Pro Max) में आपको एक टेलीफोटो कैमरा भी मिलता है और इसकी बदौलत अब आप 5x जूम कर सकते हैं. 

भारत में कब मिलेगा iPhone 15?
ऐसा पहली बार होगा जब एप्पल (Apple) ने लॉन्च वाले दिन ही भारत में बने iPhone मॉडल को बिक्री के लिए मार्केट में उतारा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एप्पल (Apple) भारत में बने iPhone 15 को भारत समेत कुछ अन्य मार्केटों में 15 सितंबर के आस-पास बिक्री के लिए उतार सकता है. 15 सितंबर से एप्पल द्वारा अमेरिका, भारत, चीन, ब्रिटेन और कनाडा समेत 40 अन्य देशों में iPhone 15 के लिए प्री-बुकिंग शुरू कर दी जाएगी और एक हफ्ते बाद iPhone 15 उपलब्ध करवा दिया जाएगा.

क्या होगी iPhone 15 की कीमत? 
माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा कि भारत में किसी भी iPhone मॉडल की कीमत 2 लाख के आंकड़े तक पहुंचेगी. आपको बता दें कि 1TB स्टोरेज वाले एप्पल (Apple) iPhone 15 Pro Max मॉडल की कीमत भारत में 1,99,990 रूपए होगी जो 2 लाख में सिर्फ 100 रूपए की कमी है. दूसरी तरफ iPhone 15 Pro की शुरूआती कीमत 1,34,900 रुपए है और यह 128GB, 256GB, 512GB और 1TB स्टोरेज के ऑप्शन के साथ आता है. 
 

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G20 Summit: e-Rupee और UPI का इस्तेमाल करेंगे विदेशी मेहमान!

G20 समिट (G20 Summit) के दौरान भारत में मौजूद सभी विदेशी मेहमान ई-रुपए और UPI का इस्तेमाल कर पाएंगे.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 09 September, 2023
Last Modified:
Saturday, 09 September, 2023
digital rupi

देश की राजधानी दिल्ली में G20 समिट (G20 Summit) की शुरुआत हो चुकी है और दुनिया भर से बहुत से विदशी मेहमान इस मौके पर दिल्ली में मौजूद हैं. G 20 समिट के दौरान विदेशी मेहमानों को पेमेंट करने के सबसे सुविधापूर्ण तरीके से परिचित करवाने के लिए UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) और ई-रुपए का इस्तेमाल किया जाएगा. 

G20 समिट में डिजिटल पेमेंट करेंगे मेहमान
G20 समिट (G20 Summit) के दौरान भारत में मौजूद सभी विदेशी मेहमान ई-रुपए और UPI का इस्तेमाल कर पाएंगे और इसके लिए भारतीय बैंक में उनका अकाउंट होना भी जरूरी नहीं है. भारत के केंद्रीय बैंक RBI यानि भारतीय रिजर्व बैंक के पेमेंट्स एवं समझौतों के विभाग के जनरल मेनेजर कश्यप बालाकृष्णन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पहले विदेशी मेहमानों के पास भारत आने पर UPI या फिर अन्य प्रकार की डिजिटल पेमेंट्स इस्तेमाल करने का विकल्प नहीं हुआ करता था. लेकिन अब ऐसा नहीं, विदेशी मेहमान अब भारत में ई-रुपए और UPI का इस्तेमाल करके भी पेमेंट कर सकते हैं. विदेशी मेहमानों के पास मौजूद पहला विकल्प, UPI वन वर्ल्ड (UPI One World) का है. इस विकल्प के माध्यम से मेहमान बिना भारतीय बैंक में अकाउंट के भी डिजिटल पेमेंट कर पाएंगे. 

नया नहीं है UPI वन वर्ल्ड
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि UPI वन वर्ल्ड का विकल्प केवल भारत की राजधानी दिल्ली में G20 समिट (G20 Summit) में भाग लेने आए विदेशी मेहमानों तक ही सीमित नहीं है. इस विकल्प को इस साल फरवरी में ही लॉन्च कर दिया गया था और यह सुविधा दुनिया भर के अन्य देशों से भारत आने वाले विदेशी मेहमानों को प्रदान की जाती है. यह एक प्रीपेड पेमेंट उपकरण है, जिसे UPI की अन्य सुविधाओं के साथ भी जोड़ा गया है. विदेशी मेहमानों के पास डिजिटल पेमेंट करने के लिए मौजूद दूसरा विकल्प ई-रुपए का है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ई-रुपए भारत के केंद्रीय बैंक RBI द्वारा जारी की गई डिजिटल करेंसी है. 

मेहमान कैसे करेंगे पेमेंट?
अब सवाल उठता है कि आखिर विदेशी मेहमान पेमेंट्स कैसे करेंगे? G20 समिट में मौजूद एक अधिकारी ने इस बारे में बात करते हुए बताया है कि प्रमुख रूप से चार बैंक कैनरा बैंक (Canara Bank), ICICI बैंक (ICICI Bank), SBI (State Bank of India) और एक्सिस बैंक (Axis Bank) जैसे चार बैंकों द्वारा एप्लीकेशन प्रदान करवाई जाएंगी और इन्हीं एप्लीकेशन के माध्यम से विदेशी मेहमान पेमेंट्स कर पाएंगे. आपको बता दें कि इस साल फरवरी में RBI ने एक सर्कुलर जारी किया था, जिसके अनुसार भारत आने वाले विदेशी नागरिकों और NRIs (गैर निवासी भारतियों) को डिजिटल पेमेंट के UPI का प्रदान किया गया था. 
 

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