Google ने भारतीय यूजर्स के लिए जेमिनी लाइव को हिंदी समेत 8 भारतीय भाषा में लॉन्च किया.
टेक दिग्गज कंपनी गूगल (Google) ने Google for India 2024 इवेंट के दौरान ने भारतीय यूजर्स के लिए जेमिनी लाइव को हिंदी समेत 8 भारतीय भाषा में लॉन्च किया है. इसी के साथ गूगल पे (Google Pay) के लिए भी नए नया सिक्योरिटी फीचर्स लॉन्च किया है. इस दौरान गूगल ने बताया कि पिछले साल कंपनी ने स्कैमर्स से 13 हजार करोड़ रुपये बचाए हैं. तो चलिए जानते हैं गूगल ने ये कैसे किया?
4.1 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को भेजी वार्निंग
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गूगल ने जानकारी दी है कि उसने पिछले साल स्कैमर्स से 13 हजार करोड़ रुपये बचाए हैं. उसने फ्रॉड ट्रांसजैक्शन से बचाव के लिए यूजर्स को करीब 4.1 करोड़ से ज्यादा वार्निंग भेजे हैं. वहीं, गूगल फ्रॉड रिव्यू को हटाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) का इस्तेमाल कर रहा है. कंपनी ने गूगल मैप से 17 करोड़ से ज्यादा गलत रिव्यू हटाए हैं. गूगल में सर्च एंड जेनेरेटिव एआई ट्रस्ट स्ट्रेटजी की डायरेक्टर स्निग्धा भारद्वाज का कहना है कि इन नंबरों की अहमियत किसी भी डेटा से ज्यादा है. ये लाखों लोगों को मिली प्रोटेक्शन, बिजनेस सेफगार्ड और ट्रस्ट को दर्शाते हैं.
रियल-टाइम स्कैनिंग सॉल्यूशन
गूगल के पास Google Play Protect पर रियल-टाइम स्कैनिंग जैसे सॉल्यूशन भी हैं, जो ऐप स्टोर में नए उभरते खतरों को ऑटोमैटिक स्कैन करने के लिए तैयार किया गया है. इसके जरिए गूगल ने वैश्विक स्तर पर 10 मिलियन से अधिक खतरनाक ऐप की पहचान की है. इसके साथ ही गूगल जल्द भारतीय एंड्रॉइड यूजर्स के लिए एडवांस फ्रॉड प्रोटेक्शन फीचर पेश करेगा. जब भी यूजर्स वेब ब्राउजर से ऐप साइडलोड करने की कोशिश करेंगे और ये ऐप फाइल मैनेजर या मैसेजिंग ऐप जैसी संवेदनशील एक्सेस का परमिशन मांगेगी तो गूगल प्ले प्रोटेक्ट इसे इंस्टॉल होने से रोक देगा. अक्सर फाइनेंशियल स्कैम में इस तरह की ऐप का इस्तेमाल किया जाता है. बता दें, गूगल की यह सर्विस पिछले छह महीने से सिंगापुर में लाइव है, जहां उसने यूजर्स को 9 लाख से ज्यादा ऐप इंस्टॉल से रोका है.
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Google ने आईफोन और आईपैड के क्रोम यूजर्स के लिए चार नए फीचर रोलआउट किए हैं. इसमें यूजर्स को सर्चिंग, शॉपिंग और कॉन्टेंट को सेव करने का ओवरऑल बेस्ट एक्सपीरियंस मिलेगा.
अगर आप आईफोन (iPhones) और आईपैड (iPad) का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, गूगल ने आईफोन और आईपैड के क्रोम यूजर्स के लिए चार नए फीचर रोलआउट किए हैं. गूगल क्रोम के ये नए फीचर ब्राउजिंग को आसान और पहले से ज्यादा एफिशिएंट बनाते हैं. इन फीचर से यूजर्स को आईफोन और आईपैड पर क्रोम में सर्चिंग, शॉपिंग और कॉन्टेंट को सेव करने का ओवरऑल बेस्ट एक्सपीरियंस मिलेगा. तो आइए जानते हैं गूगल क्रोम के इन नए फीचर्स के बारे में विस्तार से जानते हैं?
इमेज और टेक्स्ट सर्च के लिए गूगल लेंस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आईफोन यूजर एक साथ इमेज और टेक्स्ट सर्च करने के लिए क्रोम में गूगल लेंस को यूज कर सके हैं. अपडेट से पहले गूगल लेंस केवल इमेज से सर्च का ऑप्शन देता था. टेक्स्ट के जुड़ जाने से अब यूजर्स को सर्च का और बेहतर रिजल्ट मिलेगा. इस फीचर को यूज करने के लिए यूजर्स को गूगल सर्च बार में दिए गए कैमरा आइकन पर टैप करना होगा.
फाइल्स और पिक्चर्स सेव
आईफोन और आईपैड में स्टोरेज को बेहतर ढंग से मैनेज करने के लिए क्रोम अब डाउनलोड हुई फाइल्स और इमेज को सीधे गूगल ड्राइव और गूगल फोटोज में सेव करने का ऑप्शन दे रहा है. अगर आप ड्राइव में कोई फाइस स्टोर करना चाहते हैं, तो आपको सेव करते टाइम गूगल ड्राइव वाला ऑप्शन सेलेक्ट करना होगा. इन फाइल्स को आप 'Saved from Chrome' फोल्डर में चेक कर सकते हैं. इमेज सेव करने के लिए यूजर्स को पिक्चर पर लॉन्ग प्रेस करके 'Save in Google Photos' वाले ऑप्शन को सेलेक्ट करना होगा. ध्यान रहे कि इन फीचर्स को यूज करने के लिए गूगल अकाउंट में साइन-इन रहना जरूरी है.
इन यूजर्स को शॉपिंग के लिए मिलेंगी बेहतर डील्स
कंपनी यूएस में रहने वाले यूजर्स को क्रोम में Shopping Insights फीचर्स दे रही है. इस फीचर की मदद से यूजर्स को बेस्ट डील्स को सर्च करने में आसानी होगी. क्रोम अगर किसी प्रोडक्ट पर अच्छी डील को डिटेक्ट करता है, तो यूजर्स को अड्रेस बार में 'Good Deal Now' का नोटिफिकेशन मिलेगा. इस पर क्लिक करने पर यूजर्स को प्राइस हिस्ट्री, प्राइस ट्रैकिंग और खरीददारी से जुड़े ऑप्शन दिखाई देंगे. इस फीचर को यूज करने के लिए गूगल अकाउंट में साइन इन रहने के साथ 'Make Searches and Browsing Better' ऑप्शन का ऑन रहना जरूरी है.
एक टैप पर दिखेंगे अड्रेसेस के मैप
क्रोम से नैविगेट करना अब और आसान हो गया है. अब जब भी आपको किसी वेबसाइट पर कोई अड्रेस दिखे, तो आप बिना गूगल मैप्स पर स्विच हुए क्रोम में ही इस लोकेशन का मिनी-मैप देख सकते हैं. कंपनी इस फीचर को धीरे-धीरे रोलआउट कर रही है. आने वाले कुछ दिनों में यह सभी आईफोन और आईपैड यूजर्स तक पहुंच जाएगा.
Google ने आईफोन और आईपैड के क्रोम यूजर्स के लिए चार नए फीचर रोलआउट किए हैं. इसमें यूजर्स को सर्चिंग, शॉपिंग और कॉन्टेंट को सेव करने का ओवरऑल बेस्ट एक्सपीरियंस मिलेगा.
अगर आप आईफोन (iPhones) और आईपैड (iPad) का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, गूगल ने आईफोन और आईपैड के क्रोम यूजर्स के लिए चार नए फीचर रोलआउट किए हैं. गूगल क्रोम के ये नए फीचर ब्राउजिंग को आसान और पहले से ज्यादा एफिशिएंट बनाते हैं. इन फीचर से यूजर्स को आईफोन और आईपैड पर क्रोम में सर्चिंग, शॉपिंग और कॉन्टेंट को सेव करने का ओवरऑल बेस्ट एक्सपीरियंस मिलेगा. तो आइए जानते हैं गूगल क्रोम के इन नए फीचर्स के बारे में विस्तार से जानते हैं?
इमेज और टेक्स्ट सर्च के लिए गूगल लेंस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आईफोन यूजर एक साथ इमेज और टेक्स्ट सर्च करने के लिए क्रोम में गूगल लेंस को यूज कर सके हैं. अपडेट से पहले गूगल लेंस केवल इमेज से सर्च का ऑप्शन देता था. टेक्स्ट के जुड़ जाने से अब यूजर्स को सर्च का और बेहतर रिजल्ट मिलेगा. इस फीचर को यूज करने के लिए यूजर्स को गूगल सर्च बार में दिए गए कैमरा आइकन पर टैप करना होगा.
फाइल्स और पिक्चर्स सेव
आईफोन और आईपैड में स्टोरेज को बेहतर ढंग से मैनेज करने के लिए क्रोम अब डाउनलोड हुई फाइल्स और इमेज को सीधे गूगल ड्राइव और गूगल फोटोज में सेव करने का ऑप्शन दे रहा है. अगर आप ड्राइव में कोई फाइस स्टोर करना चाहते हैं, तो आपको सेव करते टाइम गूगल ड्राइव वाला ऑप्शन सेलेक्ट करना होगा. इन फाइल्स को आप 'Saved from Chrome' फोल्डर में चेक कर सकते हैं. इमेज सेव करने के लिए यूजर्स को पिक्चर पर लॉन्ग प्रेस करके 'Save in Google Photos' वाले ऑप्शन को सेलेक्ट करना होगा. ध्यान रहे कि इन फीचर्स को यूज करने के लिए गूगल अकाउंट में साइन-इन रहना जरूरी है.
इन यूजर्स को शॉपिंग के लिए मिलेंगी बेहतर डील्स
कंपनी यूएस में रहने वाले यूजर्स को क्रोम में Shopping Insights फीचर्स दे रही है. इस फीचर की मदद से यूजर्स को बेस्ट डील्स को सर्च करने में आसानी होगी. क्रोम अगर किसी प्रोडक्ट पर अच्छी डील को डिटेक्ट करता है, तो यूजर्स को अड्रेस बार में 'Good Deal Now' का नोटिफिकेशन मिलेगा. इस पर क्लिक करने पर यूजर्स को प्राइस हिस्ट्री, प्राइस ट्रैकिंग और खरीददारी से जुड़े ऑप्शन दिखाई देंगे. इस फीचर को यूज करने के लिए गूगल अकाउंट में साइन इन रहने के साथ 'Make Searches and Browsing Better' ऑप्शन का ऑन रहना जरूरी है.
एक टैप पर दिखेंगे अड्रेसेस के मैप
क्रोम से नैविगेट करना अब और आसान हो गया है. अब जब भी आपको किसी वेबसाइट पर कोई अड्रेस दिखे, तो आप बिना गूगल मैप्स पर स्विच हुए क्रोम में ही इस लोकेशन का मिनी-मैप देख सकते हैं. कंपनी इस फीचर को धीरे-धीरे रोलआउट कर रही है. आने वाले कुछ दिनों में यह सभी आईफोन और आईपैड यूजर्स तक पहुंच जाएगा.
Android 16 को अगले साल की दूसरी तिमाही में लॉन्च किया जा सकता है. इस अपडेट में ऐप्स और डिवाइस में AI सपोर्ट भी देखने को मिल सकता है.
एंड्राइड (Android) का 22 संस्करण यानी एंड्राइड 15 रिलीज होने के बाद अब पूरी दुनिया को गूगल (Google) के अगले अपडेट में एंड्रॉइड 16 का इंतजार है. इसमें यूजर्स को बहुत कुछ नया देखने को मिल सकता है. जानकारी के अनुसार गूगल अगले महीने एंड्रॉइड 16 का डेवलपर प्रीव्यू रिलीज कर सकती है. तो आइए जानते हैं इस नए वर्जन में यूजर्स को क्या बदलाव मिलेंगे और ये कब तक लॉन्च होगा?
अगले साल आएगा एंड्राइड 16
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एंड्रॉइड 16 को 2025 की दूसरी तिमाही में लॉन्च किया जा सकता है और कहा जा रहा है कि अप्रैल, मई या जून में गूगल के अगले अपडेट्स का यूजर लाभ उठा सकेंगे. एंड्रॉइड 16 एओएसपी (एंड्रॉइड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट) पर आएगा और 3 जून 2025 को पिक्सल डिवाइसेज पर ओवर-द-एयर (OTA) होगा. डेवलपमेंट ब्लॉग पर गूगल ने पुष्टि की है कि आगामी एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम तय समय से पहले आ सकता है.
ये हो सकते हैं बदलाव
एंड्रॉयड 16 के नए वर्जन में यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए फीचर्स में सुधार किया जाएगा. गूगल के एंड्रॉइड 16 लॉन्च को लेकर हाल ही में नया ब्लॉग सामने आया है. इसमें गूगल ने बताया है कि एंड्रॉयड का नया वर्जन लाया जा सकता है. इसमें सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट और API में बदलाव जैसी चीजों को शामिल किया जाएगा. गूगल की तरफ से बहुत सारे प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एंड्रॉइड 16 में ज्यादा बदलाव और अपडेट की सुविधा मिलने की उम्मीद है. नए फीचर्स में सैमसंग के वन यूआई की तरह ही 2-फिंगर जेस्चर के साथ ही कस्टमाइजेबल, रीसाइजेबल और रीवैंप्ड क्विक सेटिंग पैनल देखने को मिल सकते हैं. कार्यक्षमता और ऐक्सेसिबिलिटी में सुधार के लिए नए विजेट के साथ लॉक स्क्रीन में संभावित अपडेट की भी उम्मीद है.
नए डेवलपर एपीआई शामिल होंगे
साल 2025 की दूसरी तिमाही में एक मेजर एंड्रॉइड वर्जन और चौथी तिमाही में एक छोटे अपडेट्स आ सकते हैं और खास बात यह है कि दोनों में नए डेवलपर एपीआई शामिल होंगे. गूगल की मानें तो इस नए अपडेट से मूल उपकरण निर्माताओं (OEM) को भी लाभ हो सकता है, जो साल के शुरुआती महीनों में अपने डिवाइस लॉन्च करने की तैयारी में हैं.
Instagram अब वीडियो की क्वालिटी कम कर रहा है. कंपनी का कहना है कि इससे यूजर एक्सपीरियंस बेहतर होगा और स्टोरेज को मैनेज किया जा सकेगा.
इंस्टाग्राम (Instagran) अपने यूजर्स के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है. इसी क्रम में अब इंस्टाग्राम की ओर से शेयर्ड वीडियो की क्वालिटी कम की जा रही है. दरअसल, कुछ यूजर्स वीडिया क्वालिटी को लेकर परेशानी का सामना कर रहे थे. प्लेटफॉर्म पर बहुत सारे यूजर्स ने वीडियो शेयर की थी, जिनकी क्वालिटी काफी खराब आ रही थी. इसे लेकर वो सवाल भी उठा रहे थे. वहीं, इंस्टाग्राम के इस फैसले से कंटेंट क्रिएटर्स नाराज हैं, उनका मानना है कि वीडियो क्वालिटी कम होने से उनके व्यूज कम होंगे. तो आइए जानते हैं कंपनी ने ये कदम क्यों उठाया है?
इन जगहों पर वीडियो देखने में नहीं होगी परेशानी
कंपनी वीडियो को लेकर किए गए नए बदलावों के माध्यम से यूजर एक्सपीरियंस की जांच कर रही है और स्टोरेज को भी मैनेज कर रही है. इंस्टाग्राम का कहना है कि वह ऐसा इसलिए भी कर रही है क्योंकि इसके माध्यम से वह ज्यादा डिवाइस पर पहुंचना चाहती है. साथ ही इंटरनेट स्पीड पर भी नजर रखती है, यानी ऐसे डिवाइस जहां इंटरनेट स्पीड अच्छी नहीं है, वहां भी वीडियो को देखने आसान हो जाएगा. एडजस्टमेंट की मदद से बफरिंग टाइम कम हो जाएगा.
ज्यादा व्यूज मतलब, बेहतर क्वालिटी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जो क्रिएटर्स अपने वीडियो पर ज्यादा व्यूज लाते हैं, उन्हें ज्यादा तवज्जो दी जाती है. शुरुआत में कंटेंट को हाई क्वालिटी ही मिलती है, लेकिन अगर समय के साथ उस पर व्यूज कम ही रहते हैं, तो उसका रेजोल्यूशन गिरा दिया जाता है. हालांकि, अगर बाद में व्यूज बढ़ते हैं, तो उसकी क्वालिटी को प्लैटफॉर्म फिर से हाई रेजोल्यूशन में दिखाने लगेगा.
छोटे क्रिएटर्स को नहीं होगी परेशानी
इंस्टाग्राम के अनुसार वीडियो पर यूजर एंगेजमेंट उसमें दिए गए कंटेंट से ज्यादा तय होता है ना कि उसकी बिटरेट क्वालिटी के आधार पर, ऐसे में छोटे क्रिएटर्स को कम्पीट करने में कोई परेशानी नहीं आएगी. कंपनी के इस खुलासे से इंटरनेट पर खासतौर पर उन लोगों की नाराजगी देखने को मिल रही है, जो पूरी तरह से कंटेंट क्रिएशन की फील्ड से ही जुड़े हुए हैं.
इसी महीने यानी नवंबर 2024 में Realme GT7 Pro और Redmi A4 5G ये दोनों स्मार्टफोन लॉन्च होने जा रहे हैं.
अगर आप भी कोई नया स्मार्टफोन खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो कुछ दिन और इंतजार कर लीजिए. दरअसल, इस महीने यानी नवंबर में ही रियलमी (Realme) और रेडमी (Redmi) भारतीय बाजार में अपने दो धमाकेदार स्मार्टफोन को लॉन्च करने वाली हैं. तो आइए आपको इन दोनों स्मार्टफोन यानी Realme GT7 Pro और Redmi A4 5G की लॉन्च डेट से लेकर इसके फीचर्स और कीमत की जानकारी देते है.
इस दिन लॉन्च होंने दोनों स्मार्टफोन
इस रियलमी स्मार्टफोन को 26 नवंबर दोपहर 12 बजे ग्राहकों के लिए लॉन्च किया जाएगा. आधिकारिक लॉन्च के बाद इस अपकमिंग स्मार्टफोन को कंपनी की ऑफिशियल साइट के अलावा ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म Amazon पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं, रेडमी ब्रैंड के इस अर्फोडेबल 5जी स्मार्टफोन को 20 नवंबर को भारतीय बाजार में ग्राहकों के लिए लॉन्च किया जाएगा. लॉन्च के बाद आप लोग इस 5जी मोबाइल फोन को Xiaomi की आधिकारिक साइट मी डॉट कॉम के अलावा अमेजन से खरीद पाएंगे. इन दोनों ही अपकमिंग स्मार्टफोन्स के लिए अलग से माइक्रोसाइट तैयार की गई है जिससे इन स्मार्टफोन्स में मिलने वाले कुछ खास फीचर्स का पता चला है.
Realme GT7 Pro में मिलेंगे ये फीचर्स
ऑफिशियल लॉन्च से पहले ही इस अपकमिंग रियलमी मोबाइल फोन के कुछ खास फीचर्स को कंफर्म कर दिया गया है. स्पीड और मल्टीटास्किंग के लिए रियलमी जी7 प्रो में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलाइट प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है. फिलहाल इस फोन के प्रोसेसर डिटेल्स के अलावा और कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है. इसकी कीमत करीब 44 हजार रुपये है.
Redmi A4 5G में मिलेंगे ये फीचर्स
अमेजन पर इस फोन के लिए अलग से एक पेज तैयार किया गया है जिसपर फोन के कुछ खास फीचर्स को कंफर्म कर दिया गया है. इस डिवाइस में स्पीड और मल्टीटास्किंग के लिए क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 4s जेनरेशन 2 प्रोसेसर, 6.88 इंच डिस्प्ले, 120 हर्ट्ज रिफ्रेश रेट सपोर्ट, 50 मेगापिक्सल डुअल रियर कैमरा सेटअप और 5160mAh बैटरी फोन में जान फूंकने के लिए मिलेगी. इसकी कीमत करीब 10 हजार रुपये होगी.
Truecaller के भारत स्थित कई ऑफिसों पर आयकर विभाग की टीम ने रेड मारी है. जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की यह रेड टैक्स चोरी के चलते मारी गई है.
Truecaller जो की एक ग्लोबल कॉलर आईडी प्लेटफॉर्म है, अब भारत में मुसीबत में नजर आ रहा है. जानकारी के अनुसार Truecaller के भारत स्थित कई ऑफिसों पर आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा है. आयकर विभाग ने यह छापा टैक्स चोरी करने के मामले में मारा है. हालांकि Truecaller की ओर से इस जांच में आयकर विभाग के अधिरकारियों का सहयोग किया जा रहा है. वहीं मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गए है कि आयकर विभाग की टीम को टैक्स चोरी की जानकारी मिली थी जिसके चलते टीम ने यह छापा मारा है.
Truecaller ने आयकर विभाग के सर्वे की पुष्टि की
स्वीडिश कंपनी Truecaller, जो कॉलर पहचान ऐप के लिए प्रसिद्ध है, ने आयकर विभाग की कार्रवाई की पुष्टि की. कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि 7 नवंबर 2024 को भारतीय कर अधिकारी Truecaller के भारतीय कार्यालयों में पहुंचे थे. प्रवक्ता ने कहा कि Truecaller पूरी तरह से अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहा है. यह दौरा अप्रत्याशित था, और हम कर विभाग से औपचारिक सूचना का इंतजार कर रहे हैं.
सभी करों का भुगतान किया गया है- Truecaller
Truecaller ने यह भी स्पष्ट किया कि वह भारत में किसी भी प्रकार की कर जांच के अधीन नहीं है, सिवाय नियमित ऑडिट के. कंपनी ने कहा कि उसने भारत और अन्य देशों में अपनी सभी कर दायित्वों का पूरी तरह से पालन किया है. इसके वित्तीय बयानों पर हमेशा बिना किसी आपत्ति के ऑडिट रेटिंग मिली है, जो इसकी पारदर्शिता को दर्शाता है. Truecaller ने ट्रांसफर प्राइसिंग के मामले में भी स्पष्टीकरण दिया है. कंपनी ने कहा कि वह अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार आंतरिक लेन-देन करती है और दोनों देशों, स्वीडन और भारत के कर कानूनों के तहत उचित तरीके से करों का भुगतान करती है. कंपनी की ट्रांसफर प्राइसिंग नीति को नियमित रूप से समीक्षा की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह दोनों देशों के कर कानूनों का पालन करती है.
भारत में Truecaller का संचालन और आगे का कदम
Truecaller ने यह भी उल्लेख किया कि वह एक सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी है और उसके संचालन में कोई भी असामान्य गतिविधि नहीं है. कंपनी ने आश्वासन दिया कि वह भारतीय कर अधिकारियों के साथ पूरी तरह से सहयोग करेगी और इस मामले में किसी भी तरह की जानकारी साझा करेगी. अब, कंपनी और आयकर विभाग के बीच इस मामले में आगे की कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है.
BSNL जल्द ही अपनी 5G सर्विस शुरू करने जा रही है. इसके लिए कंपनी ने 1876 नए मोबाइल टावर लगाने की योजना बनाई है.
अगर आप भी सरकारी टेलिकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटिड (BSNL) के यूजर हैं और इसकी 5G सर्विस का इंतजार कर रहे हैं, तो आपके लिए एक खुशखबरी है. दरअसल, जल्द ही बीएसएनएल 5G मोबाइल टावर लगाने का काम शुरू होने जा रही है. कंपनी की ओर से 1876 साइट लगाने की घोषणा की गई है. इसके टेंडर के लिए बोलियां 22 नवंबर तक जमा की जा सकती हैं. इसके लिए कंपनी को 50 लाख रुपये की राशि जमा करनी होगी. तो आइए जानते हैं ये मोबाइल टॉवर कहां लगने जा रहे हैं?
यहां मिलेगी सबसे पहले BSNL 5G सर्विस
बीएसएनएल इस टेंडर के जरिए 1876 मोबाइल टॉवर देश की राजधानी दिल्ली में लगाने जा रही है. ऐसे में सबसे पहले 5G सर्विस को दिल्ली में लागू किया जाएगा. दिल्ली सर्कल में 5G कॉमर्शियल सर्विस शुरू करने के लिए OEMs को इनवाइट करने का ऐलान जारी किया गया है. दिल्ली सर्कल में एक प्राइमरी 5G-एज-ए-सर्विस प्रोवाइडर (5GaaSP) और एक सेकेंड्री 5GaaSP होगा. प्राइमरी 5GaaSP एक 5G SA कोर और 5G-RAN को दो तक OEMs से तैनात करेगा.
इन लोकेशन पर मिलेगी 5G कनेक्टिविटी
बीएसएनएल 5G सर्विस का टेंडर दिल्ली के मिन्टो रोड, चाणक्यपुरी और कनॉट प्लेस समेत कई इलाकों में लाइव किया जाएगा. बीएसएनएल 900 मेगाहर्ट्ज लो-बैंड पर काम करता है. बीएसएनएल 3.5 गीगाहर्ट्ज मिड-बैंड की मदद से 5G सर्विल को लॉन्च किया जाएगा. बता दें, बीएसएनएल स्वदेशी 5G सर्विस को बढ़ावा देने का भी कामकर रही है.
मिलेगी शानदार वीडियो, ऑडियो क्वॉलिटी
5G कोर नेटवर्क को शुरू में 1 लाख रजिस्टर्ड ग्राहकों का सपोर्ट दिया जाएगा। कोर और रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) जैसे बुनियादी ढांचे को 3GPP रिलीज 15 और इसके बाद के वर्जन के अनुरूप होना चाहिए. पब्लिक सेक्टर की दूरसंचार कंपनी अपने 5G नेटवर्क के साथ इनोवेटिव मोबाइल ब्रॉडबैंड (eMBB), वॉइस, वीडियो, डेटा और एसएमएस, अल्ट्रा-रिलायबल लो-लेटेंसी कम्युनिकेशंस (uRLLC) और बड़े पैमाने पर मशीन टाइप कम्युनिकेशन (mMTC) सर्विस और नेटवर्क स्लाइसिंग प्रदान करने का लक्ष्य रखती है.
Apple ने आईफोन यूजर्स के लिए फ्री सर्विस प्रोग्राम शुरू किया है. इसका फायदा आईफोन 14 प्लस यूजर्स को मिलेगा.
एप्पल (Apple) हमेशा ही अपने आईफोन (iPhone) यूजर्स की परेशानी पर तुरंत एक्शन लेता है. इसी कड़ी में अब एप्पल ने आईफोन यूजर्स के लिए फ्री सर्विस प्रोग्राम शुरू किया है. दरअसल, पिछले कुछ समय से iPhone 14 Plus चलाने वाले यूजर्स को रियर कैमरा इस्तेमाल करते वक्त दिक्कत आ रही थी. यूजर्स की इसी दिक्कत को दूर करने के लिए एप्पल ने ये नया रिपेयर प्रोग्राम शुरू किया है. तो चलिए जानते हैं आपको इस प्रोग्राम का लाभ कैसे मिलेगा?
इन मॉडल्स में आ रही दिक्कत
एपल की आधिकारिक वेबसाइट पर भी रिपेयर प्रोग्राम को लेकर जानकारी साझा की गई है. वेबसाइट के अनुसार आईफोन 14 प्लस यूजर्स के लिए सर्विस प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है. कंपनी के अनुसार 10 अप्रैल 2023 से 28 अप्रैल 2024 के बीच तैयार किए गए मॉडल्स में इस तरह की दिक्कत आ रही है.
फोन में क्या आ रही दिक्कत?
कंपनी की ऑफिशियल साइट पर दी गई जानकारी से पता चला है कि इन मॉडल्स में रियर कैमरा यूज करने पर स्क्रीन पर प्रीव्यू शो नहीं हो रहा है. एप्पल के नए रिपेयर प्रोग्राम को उन लोगों के लिए शुरू किया गया है जो इस तरह की दिक्कत से जूझ रहे हैं. कंपनी का कहना है ये दिक्कत सिर्फ आईफोन 14 प्लस चलाने वाले यूजर्स को आ रही है. इसके अलावा अन्य वैरिएंट्स जैसे कि iPhone 14, iPhone 14 Pro और iPhone 14 Pro Max जैसे मॉडल्स में इस तरह की दिक्कत नहीं है.
ऐसे ले सकते हैं फ्री सर्विस का लाभ
अगर आपके भी हैंडसेट में दिक्कत आ रही है तो कंपनी के ऑथोराइज्ड सर्विस सेंटर जाकर आप फ्री में अपने आईफोन 14 प्लस को ठीक करवा सकते हैं. कंपनी की साइट पर दी गई जानकारी के अनुसार सर्विस सेंटर जाने से पहले आपको अपने डिवाइस का सीरियल नंबर डालकर सबमिट करना होगा. सबमिट करने के बाद आपको स्टेटस पता चलेगा कि आपका फोन Apple Repair Program के लिए एलिजिबल है या नहीं? आप इस लिंक
https://support.apple.com/en-in/iphone-14-plus-service-program-for-rear-camera-issue पर क्लिक कर एप्पल साइट पर पहुंच जाएंगे, यहां आपको सीधे सीरियल नंबर डालकर स्टेटस चेक करने का ऑप्शन मिलेगा. साथ ही आपको एप्पल सर्विस प्रोग्राम से जुड़ी कंप्लीट जानकारी भी इस पेज पर मिल जाएगी.
इस सीरीज में कंपनी ने दो साइज़ में Tablet को उतरा है जिसमें 8.7-इंच आइकोनिया टैब iM9-12M और 10.36-इंच आइकोनिया टैब iM10-22 शामिल हैं.
Acer ने भारत में दो नए आइकोनिया टैबलेट की घोषणा की है, जिन्हें Acer Iconia 8.7 (iM9-12M) और Acer Iconia 10.36 (iM10-22) कहा जाता है. ये टैबलेट डुअल-बैंड वाई-फाई, डुअल सिम 4G LTE कनेक्टिविटी को सपोर्ट करते हैं और Android 14 के साथ आते हैं. Acer Iconia 8.7 मीडियाटेक हीलियो P22T SOC और 5,100mAh की बैटरी द्वारा संचालित है, जबकि Acer Iconia 10.36 मीडियाटेक हीलियो G99 चिपसेट और 7,400mAh सेल से लैस है. ये फिलहाल भारत में खरीदने के लिए उपलब्ध हैं.
दोनों टैबलेट की कीमत
भारत में Acer Iconia 8.7 की कीमत 11,990 रुपये से शुरू होती है, जबकि Acer Iconia 10.36 14,990 रुपये की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध है. दोनों टैबलेट ऑनलाइन गोल्ड कलर ऑप्शन में लिस्ट किए गए हैं. ग्राहक टैबलेट को अमेज़न इंडिया, एसर इंडिया वेबसाइट और एसर एक्सक्लूसिव स्टोर्स के ज़रिए खरीद सकेंगे. कंपनी का कहना है कि ये कीमतें एक खास ऑफर के तहत सीमित समय के लिए वैध हैं. हालाँकि, सटीक तारीख या महीने का खुलासा नहीं किया गया है.
Acer Iconia के स्पेसिफिकेशन
Acer Iconia 8.7 (iM9-12M) में 8.7 इंच की WXGA (1,340 x 800 पिक्सल) IPS मल्टी-टच स्क्रीन है जो 400nits पीक ब्राइटनेस को सपोर्ट करती है, जबकि आइकोनिया 10.36 (iM10-22) में 10.36 इंच की 2K (2,000 x 1200 पिक्सल) IPS डिस्प्ले है जो 480 nits पीक ब्राइटनेस को सपोर्ट करती है. छोटे आकार का यह टैबलेट मीडियाटेक हीलियो P22T SOC द्वारा संचालित है, जिसे 4GB LPDDR4 RAM और 64GB eMMC स्टोरेज के साथ जोड़ा गया है.
वहीं, बड़े साइज़ वाले टैबलेट में ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो G99 चिपसेट के साथ 6GB LPDDR4 रैम और 128GB eMMC स्टोरेज है. दोनों मॉडल Android 14 OS के साथ आते हैं. Acer Iconia 8.7 में 8-मेगापिक्सल का मुख्य रियर कैमरा और 5-मेगापिक्सल का सेल्फी शूटर मिलता है. Acer Iconia 10.36 में 16-मेगापिक्सल का प्राइमरी रियर कैमरा और 8-मेगापिक्सल का फ्रंट फेसिंग कैमरा है. Acer Iconia 8.7 डुअल स्टीरियो स्पीकर से लैस है, जबकि 10.36-इंच वेरिएंट में क्वाड स्टीरियो स्पीकर यूनिट मिलती है.
Acer Iconia 8.7 में 10W चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5,100mAh की बैटरी है और कहा जाता है कि यह आठ घंटे तक की बैटरी लाइफ देती है. दूसरी ओर, Acer Iconia 10.36 में 7,400mAh की सेल है जो 18W वायर्ड चार्जिंग के साथ 10 घंटे तक के यूसेज टाइम का दावा करती है. टैबलेट पर कनेक्टिविटी विकल्पों में डुअल-बैंड वाई-फाई, ब्लूटूथ 5.2, ओटीजी, डुअल सिम 4 जी एलटीई कनेक्टिविटी के साथ-साथ यूएसबी टाइप-सी पोर्ट शामिल हैं. 8.7 इंच वाले वेरिएंट का माप 211.3 x 126.6 x 8.7 मिमी है और इसका वजन 365 ग्राम है, जबकि 10.36 इंच वाले वेरिएंट का माप 246.0 x 155.6 x 7.8 मिमी है और इसका वजन 475 ग्राम है.
BSNL इन दिनों एक नई टेक्नोलॉजी Direct to Device पर काम कर रही है. इस टेक्नोलॉजी की मदद से आप कुछ काम बिना सिम कार्ड के कर सकेंगे.
भारत की सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) तेजी से एडवांस टेक्नोलॉजी के साथ खुद को डेवलप कर रही है. इसी के तहत अब कंपनी ने Direct to Device टेक्नोलॉजी पर काम करनाशुरू कर दिया है. कंपनी इस नई सर्विस को टेस्ट कर रही है. इसमें यूजर्स को बिना सिम कार्ड के फोन कॉल और एसएमएस करने की सुविधा मिलेगा. बता दें, हाल में ही कंपनी ने अपना नया लोगो लॉन्च करने के साथ ही एक नया स्लोगन भी जारी किया था. इसी के साथ कंपनी ने कुछ नई सर्विस लाने की भी घोषणा की थी. तो आइए जानते हैं ये नई टेक्नोलॉजी कैसे काम करेगी और इससे यूजर्स को कितना फायदा होगा?
डायरेक्ट टू डिवाइस सर्विस ऐसे करेगी काम
बीएसएनएल के अनुसार डायरेक्ट टू डिवाइस कनेक्टिविटी सर्विस सिमलेस, भरोसेमंद कनेक्टिविटी देने के लिए सैटेलाइट और टेरेस्ट्रियल मोबाइल नेटवर्क को एक साथ लाती है. Viasat के साथ मिलकर इस सर्विस को डेवलप किया जा रहा है. कंपनी ने हाल ही में इंडियन मोबाइल कांग्रेस में मौजूद लोगों के बीच सैटेलाइट बेस्ड दो-तरफा मैसेजिंग सर्विस को शोकेस किया था.
बिना सिम के ऐसे होगा कम्युनिकेशन
ट्रायल में कंपनी ने एक कमर्शियल एंड्रॉयड स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया था. इसमें नॉन-टेरेस्ट्रियल नेटवर्क (NTN) कनेक्टिविटी के साथ एक मैसेज को लगभग 36,000 किमी दूर Viasat के एक सैटेलाइट तक भेजा गया. आईफोन और फ्लैगशिप एंड्रॉयड फोन पर सैटेलाइट मैसेज की तरह D2D इमरजेंसी या प्राकृतिक आपदाओं के समय इस्तेमाल हो सकता है, क्योंकि यह जमीन, हवा और समुद्र पर काम करता है.
इन लोगों को होगा फायदा
D2D, मौजूदा सेलुलर नेटवर्क का इस्तेमाल और उन्हें नए सिरे से सैटेलाइट कॉन्स्टेलेशंस के साथ इंटरैक्ट करके काम करता है, जो आकाश में विशाल सेल टावर के तौर पर काम करते हैं. यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, जो ऐसे इलाकों में रहते हैं जहां कनेक्टिविटी कम है और यह ग्रामीण क्षेत्रों में कवरेज की खाई को पाट सकता है.
प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को मिलेगी चुनौती
बता दें, प्राइवेट टेलीकॉम ऑपरेटर जैसे Airtel, Jio और Vodafone-Idea भी कथित तौर पर सैटेलाइट कनेक्टिविटी सर्विस पर काम कर रहे हैं. ऐसे में बीएसएनएल का भी इस सेगमेंट में आना इन कंपनियों के लिए चुनौती को बढ़ा सकता है.