वर्षों से, उधारकर्ताओं की साख को उनके क्रेडिट स्कोर के आधार पर मापा जाता रहा है. इसका खामियाजा एमएसएमई समेत आबादी के एक बड़े हिस्से को भुगतना पड़ा है.

उर्वी श्रीवास्तव 1 year ago