मुझे ये कहने में जरा भी संकोच नहीं है कि सिंगल मदर्स का संघर्ष दूसरी मांओं से कहीं ज्यादा होता है। उन्हें मां-पिता दोनों की जिम्मेदारी निभानी होती है

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago


वैसे तो हर रिश्ते का अपना अलग महत्त्व है लेकिन एक मां और बच्चे का रिश्ता शब्दों से परे है, इसे किसी भी तरह से शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago


तृप्ति सोमानी का मानना है कि हर महिला को देश में विकास में योगदान देना चाहिए. उन्हें दिन में कम से कम 2 घंटे कोई न कोई काम करना चाहिए, फिर चाहे वो समाज सेवा ही क्यों न हो.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago