महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक बच्चू कडू ने अपने समर्थकों के साथ सचिन तेंदुलकर के घर के बाहर प्रदर्शन किया.
ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) प्रमोट को लेकर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. मुंबई में सचिन के घर के बार निर्दलीय विधायक बच्चू कडू (Bachchu Kadu) और उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सचिन को ऑनलाइन गेमिंग जैसे लत लगने वाले प्लेटफॉर्म से दूर रहने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना चाहिए, लेकिन वे खुद इसे प्रमोट कर रहे हैं. इससे पहले, पूर्व मंत्री और विधायक बच्चू कडू ने सचिन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की धमकी भी दी थी.
'उन्हें यह शोभा नहीं देता'
मुंबई में सचिन तेंदुलकर के घर के बाहर बच्चू कडू बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी. उन्होंने प्रदर्शन के कुछ फोटो सोशल मीडिया पर भी शेयर किए हैं. साथ ही उन्होंने लिखा है कि भारत रत्न सचिन तेंदुलकर से बार-बार पेटीएम फर्स्ट गैम्बलिंग विज्ञापनों को बंद करने का अनुरोध किया, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. हम तेंदुलकर के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन एक भारत रत्न व्यक्ति के लिए यह अशोभनीय है. सचिन को या तो विज्ञापन बंद कर देना चाहिए या फिर भारत रत्न लौटा देना चाहिए.
भारतरत्न सचिन तेंडुलकर यांना वारंवार paytm first जुगाराची जाहीरात बंद करण्याची विनंती केली. परंतु अद्याप ही जाहीरात बंद नाही झाली आहे. आमचा विरोध तेंडुलकरना नाही परंतु भारतरत्न व्यक्तीस ही बाब अशोभनीय आहे. एकतर त्यांनी जाहीरात बंद करावी नाहीतर भारतरत्न परत करावा. (१/२) pic.twitter.com/Qi4uernXwR
— BACCHU KADU (@RealBacchuKadu) August 31, 2023
ब्रैंड एम्बेसडर हैं सचिन
ओमप्रकाश बाबाराव कडु (बच्चू कडू) महाराष्ट्र के अचलपुर से निर्दलीय विधायक हैं. वह 2004 से 2019 तक लगातार चार बार जीते हैं. बच्चू पूर्व में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी रह हैं. बता दें कि सचिन Paytm First Game के विज्ञापन में आते हैं, जो एक ऑनलाइन गेमिंग प्रोग्राम है. इसमें ऑनलाइन गेम खेलकर पैसा जीता जा सकता है. Paytm First Game एक फैंटसी गेमिंग ऐप है. सचिन 2020 में बतौर ब्रैंड एम्बेसडर पेटीएम फर्स्ट गेम से जुड़े थे. इस गेमिंग प्लेटफॉर्म पर केवल क्रिकेट ही नहीं, बल्कि रमी सहित कई तरह के गेम्स उपलब्ध हैं.
प्रभावित होगा कारोबार!
ऑनलाइन गेमिंग का चलन पिछले कुछ समय से काफी बढ़ गया है. इसी साल आईपीएल की शुरुआत से पहले BharatPe और थर्ड यूनिकॉर्न के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर ने भी इस सेक्टर में एंट्री ली थी. अशनीर ने CrickPe के नाम से क्रिकेट फैंटसी ऐप लॉन्च किया था. इसके अलावा, Dream 11, Mobile Premier League, My11Circle और Games24X7 जैसे कई ऐप्स पहले से ही मार्केट में मौजूद हैं. हालांकि, हाल ही में GST काउंसिल ने ऑनलाइन गेमिंग पर 28% GST लगाने का फैसला लिया है, जिससे इस इंडस्ट्री का कारोबार प्रभावित होने की आशंका है. अश्नीर ने इस फैसले का खुलकर विरोध भी किया था.
जय शाह ICC के अगले प्रेसिडेंट चुन लिए गए हैं. वह दिसंबर में पद ग्रहण करेंगे. फिलहाल वह BCCI में सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह (Jay Shah) को ICC का चेयरमैन चुना गया है. 35 वर्षीय शाह सबसे कम उम्र के ICC प्रेसिडेंट हैं. वह इसी साल दिसंबर में पद ग्रहण करेंगे. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) क्रिकेट की दुनिया की सर्वोच्च संस्था है. इस लिहाज से जय शाह क्रिकेट के शहंशाह हुए. इस नई जिम्मेदारी को संभालने के लिए उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI के सचिव पद से इस्तीफा देना होगा.
नहीं मिलती सैलरी
चलिए जानते हैं कि जय शाह को बतौर ICC प्रेसिडेंट कितनी सैलरी मिलेगी और BCCI सचिव के तौर पर उन्हें अभी कितना वेतन मिल रहा है. पहले बात करते हैं बीसीसीआई की. भारतीय क्रिकेट बोर्ड में अध्यक्ष, सचिव, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष के पद 'मानद' पद के तहत आते हैं और इन पदों पर कार्यरत लोगों को कोई फिक्स सैलरी नहीं मिलती. इसके बजाए उन्हें बोर्ड की तरफ से काम करने के लिए खर्चा दिया जाता है. दूसरे शब्दों में कहें तो कामकाज के दौरान इन्हें कई तरह के भत्ते मिलते हैं. यानी जय शाह को BCCI सचिव के तौर पर कोई सैलरी नहीं मिल रही है.
हर दिन 82 हजार
BCCI में मानद पद पर कार्यरत लोगों को भले ही कोई फिक्स सैलरी न मिले, लेकिन उन्हें काफी कुछ मिलता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, पदाधिकारियों को बोर्ड के कामकाज से जुड़े विदेश दौरों के लिए हर दिन 1000 डॉलर (करीब 82 हजार रुपए) भत्ते के रूप में प्राप्त होते हैं. यात्रा के दौरान बोर्ड उनकी सुख सुविधाओं का पूरा ध्यान रखाता है. फ्लाइट से यात्रा के दौरान उन्हें हमेशा फर्स्ट क्लास में सफर की सुविधा मिलती है.
हर दिन 40 हजार
इसी तरह, जब मानद पदाधिकारी जब देश में होने वाली बैठकों में शामिल होते हैं, तो उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से 40 हजार रुपए दिए जाते हैं. साथ ही साथ बिजनेस क्लास में यात्रा करने की सुविधा मिलती है. इतना ही नहीं, बैठक से इतर यदि किसी काम के सिलसिले में वह एक शहर से दूसरे शहर जाते हैं, तो उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से 30 हजार रुपए दिए जाते है. होटल आदि का खर्चा भी बोर्ड ही उठाता है.
ICC में ऐसी व्यवस्था
ICC की बात करें, तो BCCI की तरह यहां भी चेयरपर्सन, वाइस चेयरपर्सन और डायरेक्टर्स के पदों को मानद पद माना गया है. यानी जय शाह को ICC में भी कोई फिक्स सैलरी नहीं मिलेगी. उन्हें यात्राओं, बैठक इत्यादि के लिए निर्धारित भत्ते दिए जाएंगे. ICC की तरफ से कितने भत्ते दिए जाते हैं, इस बारे में कोई सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है. लेकिन इतना ज़रूर है कि भत्तों की राशि BCCI से अधिक होगी. इसका मतलब ये हुआ कि जय शाह BCCI सचिव के तौर पर जितना कमा रहे हैं, उससे ज्यादा ही कमायेंगे.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह को ICC का नया चेयरमैन चुना गया है. वह इसी साल एक दिसंबर से पद ग्रहण करेंगे. 35 वर्षीय जय शाह सबसे कम उम्र के ICC अध्यक्ष बने हैं.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह (Jay Shah) को निर्विरोध इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) का अगला चेयरमैन चुना गया है. ICC के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले के अगले कार्यकाल के लिए दावेदारी पेश नहीं करने के ऐलान के साथ ही यह साफ हो गया था कि शाह के नाम पर मुहर लग सकती है. क्योंकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे के पास चेयरमैन की कुर्सी पर बैठने के लिए पर्याप्त समर्थन मौजूद है. उनके कई देशों के क्रिकेट बोर्ड से अच्छे संबंध हैं. ICC ने एक बयान जारी कर कहा है कि जय शाह को निर्विरोध ICC का नया चेयरमैन चुना गया है. वह इसी साल 1 दिसंबर को मौजूदा ICC चेयरमैन ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे.
जल्द सौंप सकते हैं इस्तीफा
जय शाह अक्टूबर 2019 से BCCI के सचिव और 2021 से एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के चेयरमैन हैं. अब ICC अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के बाद उन्हें BCCI में आपका पद छोड़ना होगा. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की आमसभा की बैठक सितंबर या अक्टूबर में होगी. इस बैठक में जय शाह अपना इस्तीफा बोर्ड को सौंप सकते हैं. BCCI में जय शाह का बतौर सचिव एक साल का कार्यकाल शेष है. इसके बाद उन्हें 3 साल के अनिवार्य कूलिंग ऑफ पीरियड पर जाना होगा. बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, कोई भी पदाधिकारी छह साल तक पद पर रह सकता है. इसके बाद उसे तीन साल के कूलिंग ऑफ पीरियड पर जाना होगा. इसके बाद वह दोबारा चुनाव लड़ सकता है. ऐसे में शाह के लिए ICC चेयरमैन की कुर्सी संभालने का इससे बेहतरीन मौका नहीं हो सकता था.
सबसे कम उम्र के अध्यक्ष
35 वर्षीय जय शाह सबसे कम उम्र के ICC अध्यक्ष बने हैं. ICC अध्यक्ष पद की कमान पहले भी भारतीयों के हाथों में आ चुकी है. जगमोहन डालमिया 1997 से 200, शरद पवार 2010 से 2012, एन. श्रीनिवासन 2014 से 2015 तक और शशांक मनोहर 2015 से 2020 तक आईसीसी के अध्यक्ष रहे हैं. अब यह जिम्मेदारी अमित शाह के बेटे जय शाह संभालेंगे. अब सवाल यह उठता है कि जय के ICC जाने से BCCI में उनके पद की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी? फिलहाल यह साफ नहीं है, लेकिन कुछ नामों पर चर्चा ज़रूर शुरू हो गई है.
अब इनके नामों पर चर्चा
BCCI के सचिव को लेकर जिन नामों की चर्चा है उसमें भाजपा के दिवंगत नेता अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली, देवजीत सैकिया, अरुण धूमल, आशीष शेलार और राजीव शुक्ला का नाम शामिल हैं. जेटली इस समय दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के अध्यक्ष हैं. अरुण धूमल इंडियन प्रीमियर लीग के चेयरमैन हैं और उनके पास काफी अनुभव है. क्रिकेट एडमिनिस्टेटर आशीष शेलार को भी मौका मिल सकता है. वह मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के वाइस प्रेजिडेंट रह चुके हैं. राजीव शुक्ला के पास भी काफी अनुभव है. उनका BCCI से पुराना रिश्ता रहा है. शुक्ला इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व चेयरमैन भी हैं.
शिखर धवन ने 14 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के बाद संन्यास का ऐलान कर दिया है. इस दौरान उन्होंने खूब कमाई भी की है और भारत के सबसे अमीर क्रिकेटर्स में उनका नाम शुमार है.
टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी शिखर धवन ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है. शिखर धवन ने अब तक के अपने करियर में कई बड़े कीर्तिमान स्थापित किए हैं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए कुल 34 टेस्ट के साथ-साथ 68 इंटरनेशनल टी20 मैच और 167 वनडे खेले हैं, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिखर धवन का नाम टीम इंडिया के सबसे अमीर क्रिकेटरों में आता है. उन्होंने पिछले कई सालों में बीसीसीआई और आईपीएल से बंपर कमाई की है. उनकी हर महीने की कमाई लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों रुपये में है, चलिए जानते हैं शिखर की कुल नेटवर्थ क्या है...
अमीर क्रिकेटरों में है शुमार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, धवन की कुल संपत्ति लगभग 96 करोड़ रुपये है. उनकी आय का मुख्य स्रोत बीसीसीआई और आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट हैं. इसके अलावा, वे ब्रांड एंडोर्समेंट से भी अच्छी खासी कमाई करते हैं. बीसीसीआई ने धवन को ग्रेड-ए कैटेगरी के खिलाड़ियों में शामिल किया था, जिसके तहत उन्हें सालाना 5 करोड़ रुपये की आय होती थी. शिखर धवन को भारत के लिए खेले हर एक टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये, वनडे मैच के लिए 6 लाख रुपये और टी20 मैच के लिए 3 लाख रुपये मैच फीस मिलती रही है. आईपीएल 2022 की नीलामी में, पंजाब किंग्स ने शिखर धवन को 8.25 करोड़ रुपये की मोटी रकम में खरीदा था.
करोड़ों की संपत्ति
शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट कर रखा है. उनके पास ऑस्ट्रेलिया में एक घर है. उन्होंने ये घर 730,000 डॉलर में 2015 में ख़रीदा था. फ़िलहाल इस घर में उनकी एक्स-वाइफ़ आयशा रहती हैं. दिल्ली में शिखर धवन के पास एक आलीशान घर है, जिसकी कीमत पांच करोड़ रुपये से ज्यादा है. शिखर को महंगी घड़ियां पहनने का शौक़ है. Corum, Tag Heuer जैसे बांड्स की घड़ियां इनके पास है. धवन के पास हीरों से जड़ी एक Audemars Piguet Royal Oak Offshore घड़ी है जिसकी क़ीमत 72 लाख रुपये है.
महंगी गाड़ियों के शौकीन
शिखर धवन के पास एक से बढ़कर एक लग्ज़री कारें हैं. इनमें से एक है BMW M8 Coupe, भी है जिसकी कीमत लगभी सवा दो करोड़ रुपये है. शिखर धवन महंगी और लग्जरी कारों के बड़े शौकिन है. उनके पास कई शानदार कारों का कलेक्शन है. इसके अलावा उनके पास ऑडी A6, रेंज रोवर जैसी महंगी कारें भी हैं. इसके अलावा उनके पास हार्ले डेविडसन फैट बॉय, सुजुकी हायाबुसा, कावासाकी निंजा ZX-14R जैसी कई महंगी बाइक्स की भी कलेक्शन है.
Cristiano Ronaldo ने यूट्यूब पर भी एंट्री कर ली है. यूट्यूब के जिन प्ले बटन्स को पाने के लिए क्रिएटर्स सालों मेहनत करते हैं वह इन्हें सिर्फ एक दिन में ही मिल चुके हैं.
क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) एक ऐसा नाम है, जो दुनियाभर में मशहूर है. दुनियाभर में रोनाल्डो के करोड़ों फैंस हैं और अगर आप भी फुटबॉल प्रेमी हैं, तब तो आप भी जरूर उनके फैंस की लिस्ट में शामिल होंगे. ऐसे में आपको ये जानकर खुशी होगी कि इंस्टाग्राम, फेसबुक और एक्स के बाद अब रोनाल्डो ने यूट्यूब पर भी एंट्री कर ली है. रोनाल्डो के चाहने वालों की इच्छा थी कि वह यूट्यब पर आएं. इसके साथ यूट्यूब के जिन प्ले बटन्स को पाने के लिए क्रिएटर्स सालों मेहनत करते हैं वह इन्हें सिर्फ एक दिन में ही मिल चुके हैं. यूट्यूब पर आने के बाद से ही मानो उनके चैनल पर सब्सक्राइबर्स की बाढ़ सी आई हुई है. तो आइए जानते हैं सोशल मीडिया के बादशाह रोनाल्डो की नेटवर्थ क्या है?
एक दिन में हासिल किए सिल्वर, गोल्ड और डायमंड बटन
रोनाल्डो ने 21 अगस्त 2024 को यूट्यूब पर अपना UR.Cristiano नाम से चैनल लॉन्च किया. इसके बाद उन्होंने मात्र 22 मिनट में सिल्वर, 90 मिनट में गोल्ड और 12 घंटे में डायमंड प्ले बटन हासिल कर लिया. क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने तेजी से सब्सक्राइबर हासिल करने के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. यूट्यूब के जिन प्ले बटन्स को पाने के लिए क्रिएटर्स सालों मेहनत करते हैं वह इन्हें सिर्फ एक दिन में ही मिल चुके हैं.
तेजी से बढ़े रोनाल्डो के सब्सक्राइबर्स
जब से UR.Cristiano नाम से रोनाल्डो ने अपना चैनल लॉन्च किया, तब से लगातार उनके फॉलोवर्स बढ़ रहे हैं. इनके चैनल पर सिर्फ 90 मिनट में ही 1 मिलियन सब्सक्राइबर्स का आंकड़ा पार हो गया और खबर लिखे जाने तक उनके 3.25 करोड़ सब्सक्राइबर हो गए हैं.
रोनाल्डो के पास इतनी है संपत्ति
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) की नेटवर्थ 800 से लेकर 950 मिलियन यानी करीब 7404 करोड़ रुपये है. इसमें उनके क्लब और अनुबंध के साथ ब्रैंड एंडोर्समेंट और विज्ञापन से होने वाली कमाई शामिल है. वह नाईकी, हर्बलाइफ और क्लीयर जैसे ब्रैंड के ब्रैंड एंबेसडर भी हैं. रोनाल्डो का अपना CR7 नाम से ब्रैंड है, जिसके तहत वह कपड़े, होटल्स, परफ्यूम और फिटनेस सेंटर्स आदि का बिसनेस कर रहे हैं, इससे उनकी मोटी कमाई होती है. इसके अलावा अल नेसार क्लब उन्हें हर साल करीब 1600 करोड़ रुपये देता है.
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एक्स और फेसबुक पर भी रोनाल्डो का जलवा
रोनाल्डो की दीवानगी यूट्यूब पर अब दिखी है. उससे पहले ये बाकी सोशल प्लेटफॉर्म पर छाए हुए थे. इनके एक्स पर 112.6 मिलियन (11.25 करोड़) फॉलोअर्स हैं. फेसबुक पर 170 मिलियन (17 करोड़) और इंस्टाग्राम पर 636 मिलियन (63.6 करोड़) फॉलोअर्स हैं.
नीरज चोपड़ा, विनेश फोगाट और मनु भाकर पर पैसों की बरसात हो रही है. पेरिस ओलंपिक के बाद उनकी ब्रैंड वैल्यू एकदम से बढ़ गई है.
पेरिस ओलंपिक में अपने प्रदर्शन से पूरे भारत को खुश होने का मौका देने वाले खिलाड़ियों पर अब धनवर्षा हो रही है. छोटी-बड़ी कई कंपनियां इन खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ने के लिए उत्सुक हैं. एक रिपोर्ट बताती है कि ओलंपिक में पदक से चूकने के बावजूद विनेश फोगाट को कई कंपनियां विज्ञापन में लेना चाहती हैं. कम से कम 15 ब्रैंड उनसे रिश्ता जोड़ने को तैयार हैं. बता दें कि विनेश पेरिस ओलंपिक में महज 100 ग्राम वजन बढ़ने से मेडल जीतने से चूक गई थीं, लेकिन इससे उनकी लोकप्रियता में और बढ़ोत्तरी हो गई. इसी के चलते दिग्गज कंपनियां इन्हें अपने ऐड कैंपेन का हिस्सा बनाना चाहती हैं.
इन ब्रैंड में लगी है होड़
रिपोर्ट की मानें, तो विनेश फोगाट सहित पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले एथलीटों को हेल्थ, न्यूट्रिशन, पैकेज्ड फूड, ज्वैलरी, बैंकिंग और एजुकेशन जैसे ब्रैंड अपने साथ जोड़ना चाहते हैं. इस दौरान, विनेश की एंडोर्समेंट फीस 25 लाख से बढ़कर 1 करोड़ रुपए पहुंच चुकी है. फोगट ओलंपिक की शुरुआत से पहले NIKE और Country Delight डेयरी के विज्ञापन में नजर आई थीं.
भाकर की फीस बढ़ी
नीरज चोपड़ा की कमाई भी ओलंपिक के बाद एकदम से बढ़ गई है. उनका ब्रैंड वैल्यूएशन 30 से 40 प्रतिशत बढ़कर 40 मिलियन डॉलर यानी करीब 330 करोड़ रुपए होने वाला है. जबकि 2023 तक नीरज चोपड़ा की ब्रैंड वैल्यू 29.6 मिलियन डॉलर थी. इसी तरह, मनु भाकर से रिश्ता जोड़ने के लिए भी कई कंपनियां लाइन में हैं. सॉफ्ट ड्रिंक ब्रैंड थम्सअप ने एक साल के एंडोर्समेंट डील के लिए उन्हें 1.5 करोड़ रुपए में साइन किया गया है. पेरिस ओलंपिक से पहले भाकर स्पोर्ट्सवियर निर्माता परफॉर्मैक्स एक्टिववियर के विज्ञापन में नज़र आई थीं. मनु भाकर की एंडोर्समेंट फीस 25 लाख सालाना प्रति डील से बढ़कर 1.5 करोड़ हो चुकी है.
BCCI के सचिव जय शाह क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था ICC की कमान संभाल सकते हैं. उनके अध्यक्ष चुने जाने की पूरी संभावना है.
गृहमंत्री अमित शाह के बेटे और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की कमान संभाल सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जय शाह दिसंबर में ICC के नए अध्यक्ष बन सकते हैं. इस समय ICC की कमान ग्रेग बार्कले के पास है और वह तीसरी बार इस पद के लिए चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं.
बार्कले ने 2 बार पहना ताज
बताया जा रहा है कि जय शाह को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट बोर्ड का समर्थन प्राप्त है. उनके पास ICC प्रमुख के रूप में अपनी ताजपोशी के लिए पर्याप्त समर्थन है. ICC की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि ग्रेग बार्कले ने तीसरे कार्यकाल के लिए दावेदारी पेश नहीं करेंगे. नवंबर के अंत में वर्तमान कार्यकाल समाप्त होने पर वह पद से हट जाएंगे. बार्कले सबसे पहले नवंबर 2020 और फिर 2022 में ICC के अध्यक्ष चुने गए थे.
BCCI में शेष है कार्यकाल
BCCI में जय शाह का बतौर सचिव एक साल का कार्यकाल शेष है. इसके बाद उन्हें 3 साल के अनिवार्य कूलिंग ऑफ पीरियड पर जाना होगा. बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, कोई भी पदाधिकारी छह साल तक पद पर रह सकता है. इसके बाद उसे तीन साल के कूलिंग ऑफ पीरियड पर जाना होगा.इसके बाद वह दोबारा चुनाव लड़ सकता है.
पर्याप्त समर्थन मौजूद
27 अगस्त 2024 तक ICC अध्यक्ष पद के नामांकन भरे जाएंगे. यदि एक से अधिक उम्मीदवार होते हैं, तो चुनाव कराया जाएगा. नए अध्यक्ष का कार्यकाल 1 दिसंबर 2024 से शुरू होगा. ICC के नियमों के मुताबिक, नई व्यवस्था के तहत अध्यक्ष के चुनाव में 16 वोट होते हैं और विजेता के लिए 9 वोट हासिल करना आवश्यक है. बताया जा रहा है कि इन 16 मतदान सदस्यों में से अधिकांश के साथ जय शाह के रिश्ते अच्छे हैं. ऐसे में उनका ICC जाना लगभग तय है.
शाह रचेंगे इतिहास
यदि 35 वर्षीय जय शाह ICC अध्यक्ष चुने जाते हैं, तो वह आईसीसी के इतिहास में सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बनेंगे. ICC अध्यक्ष पद की कमान पहले भी भारतीयों के हाथों में आ चुकी है. जगमोहन डालमिया 1997 से 200, शरद पवार 2010 से 2012, एन. श्रीनिवासन 2014 से 2015 तक और शशांक मनोहर 2015 से 2020 तक आईसीसी के अध्यक्ष रहे हैं.
ओलंपिक में नीरज चोपड़ा भले ही गोल्ड जीतने से चूक गए हों, लेकिन सिल्वर मेडल भी उनके लिए गोल्ड साबित होने वाला है.
पेरिस ओलंपिक में भारत को कई बार खुश होने के मौके मिले. विनेश फोगाट, मनु भाकर, हमारी हॉकी टीम और जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया. ऐसे में इन खिलाड़ियों की ब्रैंड वैल्यू बढ़ने की पूरी संभावना है. खासकर, नीरज का ब्रैंड एंडोर्समेंट पोर्टफोलियो इस साल 50 प्रतिशत बढ़ सकता है. यानी चांदी जीतने वाले नीरज चोपड़ा की 'चांदी' होने वाली है. बता दें कि नीरज चोपड़ा ने जैवलिन में सिल्वर मेडल जीता है.
ये कंपनियां लाइन में
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के प्रदर्शन के बाद कई कंपनियां उन्हें अपने साथ जोड़ने के लिए लाइन में लगी हैं. इसमें अमेरिका की स्पोर्ट्स वेयर कंपनी 'अंडर आर्मर' और स्विट्जरलैंड की लग्जरी घड़ी बनाने वाली कंपनी 'ओमेगा' जैसी ग्लोबल कंपनियां शामिल हैं. नीरज फिलहाल 21 ब्रैंड के साथ जुड़े हुए हैं और 6 से 8 कंपनियों के साथ अभी बातचीत चल रही है. यदि इन कंपनियों के साथ भी नीरज का करार हो जाता है, तो उनकी ब्रैंड एंडोर्समेंट से होने वाली कमाई का ग्राफ बढ़ जाएगा.
पंड्या को छोड़ देंगे पीछे
माना जा रहा है 2024 खत्म होते-होते 10 से ज्यादा ब्रैंड नीरज से नाता जोड़ सकते हैं. इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में नीरज के पोर्टफोलियो में ब्रैंड की संख्या 30 से अधिक हो सकती है. यदि ऐसा होता है तो विज्ञापनों के मामले में नीरज कुछ क्रिकेटर्स को भी पीछे छोड़ देंगे. उदाहरण के तौर पर टीम इंडिया के धुरंधर खिलाडी हार्दिक पंड्या करीब 20 ब्रैंड्स का प्रचार करते हैं.
2020 से चमकी किस्मत
नीरज चोपड़ा ने 2020 के टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था, तब से अब तक कई कंपनियां उनसे करार कर चुकी हैं. इसी के साथ उनकी ब्रैंड वैल्यू में भी काफी उछाल आया है. उनकी एंडोर्समेंट फीस 40 से 50 प्रतिशत बढ़ गई है. नीरज की कुल दौलत की बात करें, तो उनके पास करीब 37 करोड़ रुपए की संपत्ति है. उन्हें महंगी गाड़ियों का भी शौक है. उनके कारों के कलेक्शन में रेंज रोवर से लेकर फोर्ड मस्टैंग जीटी तक कई गाड़ियां शामिल हैं.
विनेश फोगट को यहां निराश होने की जरूरत नहीं है. वह कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन के फैसले को चैलेंज भी कर सकती है.
पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद भारतीय फैन्स को एक तगड़ा झटका लगा है. कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने स्टार रेसलर विनेश फोगाट की अपील खारिज कर दी है. इसका मतलब है कि अब विनेश को सिल्वर मेडल नहीं मिलेगा. विनेश को 100 ग्राम ज्यादा वजन के कारण गोल्ड मैच से ठीक पहले डिसक्वालिफाई कर दिया गया था. इस पर विनेश ने CAS में अपील दायर की थी. इसकी सुनवाई पहले ही हो चुकी है, लेकिन फैसला सुनाने की तारीख लगातार टलती जा रही थी. मगर अब इस मामले में बुधवार (14 अगस्त) को फैसला आया है. CAS ने विनेश की अपील खारिज कर दी है.
IOA ने फैसले पर जताई निराशा
CAS के इस फैसले से भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने निराशा व्यक्त की है. आईओए का मानना है कि दो दिनों में से दूसरे दिन वजन के उल्लंघन के लिए एथलीट को पूरी तरह से अयोग्य घोषित करना गहन जांच का विषय है. भारत की तरफ से कानूनी प्रतिनिधियों ने CAS के सामने इस बात को सही से रखा था. IOA ने अपने बयान में कहा है कि सीएएस का फैसला आने के बाद भी IOA फोगाट के पूर्ण समर्थन में खड़ा है और आगे के कानूनी विकल्पों की तलाश कर रहा है. आईओए यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि विनेश के मामले की सुनवाई हो.
गोल्ड मेडल मैच से पहले किया डिसक्वालिफाई
आखिर यह मामला क्या है और कैसे शुरू हुआ है? दरअसल, पेरिस ओलंपिक के दौरान विनेश ने 6 अगस्त को ही लगातार 3 मैच खेलकर 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में एंट्री कर सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था. गोल्ड मेडल मैच 7 अगस्त की रात को होना था, लेकिन उसी दिन सुबह विनेश को डिसक्वालिफाई कर दिया गया था, क्योंकि मैच से पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा था. इसके बाद विनेश ने CAS में अपील की थी. उनकी पहली मांग तो यही थी कि उन्हें गोल्ड मेडल मैच खेलने की अनुमति दी जाए. मगर नियमों का हवाला देते हुए उनकी यह मांग तुरंत ही नामंजूर कर दी थी.
पहलवान विनेश ने रेसलिंग से लिया संन्यास
7 अगस्त को पेरिस ओलंपिक में 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती का फाइनल खेला गया. इसके बाद अगले दिन विनेश फोगाट ने रेसलिंग से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दी. विनेश फोगाट ने कहा कि मां कुश्ती मेरे से जीत गई. मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी.
पेरिस ओलंपिक में भारत के पदकों की संख्या बढ़कर छह हो गई है. पहलवान अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है.
पेरिस ओलंपिक से भारत के लिए गुड न्यूज़ आना जारी है. रेसलर अमन सहरावत (Aman Sehrawat) ने 57 किग्रा केटेगिरी में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है. इसी के साथ भारत के पदकों की संख्या बढ़कर छह हो गई है. इस ओलंपिक में हमारा खाता मनु भाकर ने खोला था. उन्होंने सबसे पहले 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज दिलाया था. सहरावत की यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ओलंपिक में उनका ये पहला पदक है.
चोट को किया नजरंदाज़
अपने ओलंपिक मुकाबले के दौरान अमन सहरावत चोटिल हो गए थे, लेकिन इसके बावजूद खेलते रहे और देश के लिए पदक जीत लिया. अमन के लिए ओलंपिक तक का सफर बेहद मुश्किलों भरा रहा. बचपन में ही उन्होंने बीमारी के चलते अपने माता-पिता को खो दिया. अमन के दादा ने उनकी देखभाल की और कुश्ती में आगे बढ़ने में मदद की. हरियाणा के झज्जर जिले से आने वाले अमन सहरावत ने शुरुआत में मिट्टी की कुश्ती में भाग लिया. बाद में उन्होंने उत्तरी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में दाखिला लिया.
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ऐसा रहा है अमन का करियर
सेहरावत ने 2021 में कोच ललित कुमार की ट्रेनिंग में अपना पहला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब जीता था. 2022 के एशियाई खेलों में वह कांस्य पदक जीतने में कामयाब रहे. 2023 की एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में अमन ने गोल्ड अपने नाम किया. फिर जनवरी 2024 में उन्होंने जागरेब ओपन कुश्ती टूर्नामेंट में भी गोल्ड मेडल जीता.
शौहरत के साथ मिलेगी दौलत
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ओलंपिक का ये पदक अमन सहरावत के करियर में मील का पत्थर साबित होगा. साथ ही उन्हें वो शौहरत और दौलत भी मिलेगी, जिसके वह हकदार हैं. पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज यानी कांस्य पदक जीतकर अमन पूरे देश में छा गए हैं. ऐसे में अब कंपनियां उनसे जुड़ना चाहेंगी. संभव है कि आने वाले समय में वह कई नामी कंपनियों के विज्ञापनों में नजर आ जाएं. खिलाड़ी ब्रैंड एंडोर्समेंट से भी काफी कमा लेते हैं.
पेरिस ओलंपिक में स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम करने वाली हॉकी टीम के लिए ओडिशा सरकार ने खजाना खोल दिया है.
पेरिस ओलंपिक में हमारी हॉकी टीम ने भी अपने प्रदर्शन से सबको खुश किया है. भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया है. इससे पहले, भारत ने टोक्यो ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीता था. अब हॉकी टीम पर पैसों की बारिश हो रही है. ओडिशा सरकार ने टीम के लिए बड़ी घोषणा की है. खास बात यह है कि ओडिशा ने खिलाड़ियों के साथ-साथ सपोर्ट स्टाफ का भी ख्याल रखा है. इसी तरह, हॉकी इंडिया की ओर से भी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए घोषणा हुई है.
हॉकी इंडिया भी देगी इनाम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ओडिशा सरकार खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपए देने वाली है. जबकि सपोर्ट स्टाफ के प्रत्येक सदस्य को 10-10 लाख रुपए मिलेंगे. वहीं, हॉकी इंडिया भी खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपए देगी. सपोर्ट स्टाफ को हॉकी इंडिया की तरफ से साढ़े 7-7 लाख देने का फैसला किया गया है. पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने ऐलान किया है कि हॉकी टीम के हर एक खिलाड़ी को 15-15 लाख रुपए की इनाम राशि दी जाएगी.
अमित रोहिदास को 4 करोड़
राज्य सरकार हॉकी टीम में शामिल ओडिशा के खिलाड़ी अमित रोहिदास को 4 करोड़ रुपए देगी. भारतीय हॉकी टीम के पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन का श्रेय हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी को जाता है. हरमनप्रीत की गिनती दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर में होती है और उन्हें प्यार से लोग सरपंच साहब भी बुलाते हैं. हरमनप्रीत देश के सबसे अमीर हॉकी खिलाड़ियों में शामिल हैं.
हरमनप्रीत के पास इतनी दौलत
एक रिपोर्ट की मानें, तो हरमनप्रीत सिंह लगभग 42 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं. हरमनप्रीत हॉकी इंडिया लीग से भी मोटी कमाई करते हैं. 2015 लीग सीजन में उन्हें 'दबंग मुंबई' ने 42 लाख रुपए में खरीदा था. पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का नेतृत्व करने वाले सिंह ने 2015 में जापान के खिलाफ डेब्यू किया था. इसके बाद उन्होंने 2016 के रियो ओलिंपिक में भी देश का प्रतिनिधित्व किया था.