BCCI को इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के बाद होने वालीं सीरीज के मीडिया राइट्स बेचने के लिए टेंडर निकालना है.
Zee और Soni के मर्जर पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI की भी नजर है. बोर्ड इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के ठीक बाद होने वाली सीरीज के मीडिया राइट्स बेचने से पहले इस मर्जर के पूरा होने का इंतजार कर सकता है. एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड BCCI टीम इंडिया के अगले टूर्नामेंट्स के मीडिया राइट्स का टेंडर जारी करने से पहले Zee-Soni के मर्जर पर करीब से निगाह रखे हुए है.
4 साल की डील शायद न हो
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि BCCI फिलहाल चार साल (2023-2027) के लिए मीडिया राइट्स बेचने का इच्छुक नहीं है. इसके बजाये वह चुनिंदा क्रिकेट सीरीज के मीडिया राइट्स को लेकर डील कर सकता है. बता दें कि 2017 तक, सोनी इंडियन प्रीमियर लीग को अपने चैनल पर प्रसारित करता था. फिर स्टार इंडिया और इस बार डिज्नी स्टार को ये अधिकार मिला. 2018 में, स्टार स्पोर्ट्स इंडिया ने सोनी और रिलायंस को पछाड़कर 6,138.1 करोड़ रुपए में बीसीसीआई के मीडिया राइट्स खरीद लिए थे. ये राइट्स टेलीविजन और डिजिटल दोनों प्लेटफॉर्म के लिए 2018 से 2023 की अवधि के लिए थे.
ये भी पढ़ें: इन्वेस्टमेंट की पिच पर जमकर बैटिंग कर रहे Tendulkar, इस कंपनी में लगाया पैसा
विलय को मिल चुकी है मंजूरी
अभी Disney Star के पास सभी ICC इवेंट्स के लिए टीवी और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मैचों के प्रसारण और स्ट्रीमिंग के अधिकार हैं. इस साल तक एशिया कप के अधिकार भी उसके पास हैं. दूसरी ओर, सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के पास इंग्लैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका में होने वाले गेम्स के प्रसारण अधिकार हैं. गौरतलब है कि सोनी की भारतीय शाखा, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ पुनीत गोयनका के नेतृत्व वाले जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के विलय की घोषणा 2021 में की गई थी. तमाम तरह की बाधाओं के बाद आखिरकार इस विलय को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से 2022 हरी में झंडी मिल गई थी. स्टॉक एक्सचेंजों से भी इसकी मंजूरी दे दी है.
कानूनी पेचीदगियों में उलझी डील
Zee के फाउंडर Essel Group के प्रमोटर्स को Soni द्वारा 1,100 करोड़ रुपए का गैर-प्रतिस्पर्धी शुल्क भी दिया जाएगा. मर्जर की शर्तों के तहत, विलय की गई इकाई में सोनी की 50.86 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. संयुक्त कंपनी में Zee के प्रमोटर्स की 3.99 प्रतिशत और Zee के अन्य शेयरधारकों की 45.15 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. सोनी कॉर्प के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी केनिचिरो योशिदा ने कुछ वक्त पहले कहा था कि सोनी और Zee के बीच विलय 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही तक पूरा होने की संभावना है. लेकिन ये सौदा कई कानूनी पेचीदगियों में उलझा हुआ है.
टीम इंडिया के जाबांज खिलाड़ी विराट कोहली क्रिकेट खेलने से लेकर सोशल मीडिया और ब्रांड एंडोर्समेंट से भी करोड़ों की कमाई करते हैं. उनका वन8 कम्यून नाम से एक ब्रैंड भी है.
आइपीएल 2024 का आगाज हो गया है. इन दिनों हर किसी पर आइपीएल का खुमार छाया हुआ है. क्रिकेट फैंस को केवल आइपीएल और उसमें अपनी पसंदीदा टीम और खिलाड़ी को देखने का इंतजार रहता है. शायद ही कोई क्रिकेट का ऐसा दीवाना होगा, जिसका फेवरेट खिलाड़ी विराट कोहली न हो, विराट कोहली हर किसी के दिल में राज करते हैं. आपको बता दें कोहली ऐसे क्रिकेटर हैं जो सिर्फ क्रिकेट खेलकर ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर पोस्ट करके भी करोड़ों रुपये कमाते हैं. तो आइए आज हम आपको किंग कोहली यानी विराट कोहली की कमाई के बारे में जानकारी देते हैं.
दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटरों में की सूची में कोहली
टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कप्तान व रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bengaluru ) के कप्तान विराट कोहली का नाम दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटरों में शुमार है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोहली की कुल नेटवर्थ करीब 127 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1046 करोड़ रुपये है. उनकी सालाना औसत कमाई करीब 15 करोड़ रुपये है. जबकि महीनेभर में वे करीब 1,25,00,000 रुपये कमाते हैं. विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को नई दिल्ली में हुआ था. टेस्ट हो या वनडे और टी20 तीनों ही फॉर्मेट में उनका जलवा है. क्रिकेट के मैदान पर रन बनाने से लेकर वह कमाई के मामले में भी बहुत आगे हैं.
करोंड़ो की संपत्ति के मालिक
विराट कोहली के फैंस उन्हें किंग कोहली के नाम से भी पुकारते हैं. उनका नाम दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटरों में शुमार है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोहली की कुल नेटवर्थ करीब 127 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1046 करोड़ रुपये है. विराट की सालाना औसत कमाई करीब 15 करोड़ रुपये है. जबकि महीनेभर में वे करीब 1,25,00,000 रुपये कमाते हैं. कमाई के मामले में विराट कोहली की दुनिया के 100 सबसे धनी खिलाड़ियों में शामिल हैं.
BCCI से मिलते हैं इतने करोड़ रुपये
विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम के ग्रेड A के कॉन्ट्रैक्ट में शामिल हैं. इससे इन्हें करोड़ों की कमाई होती है. जबकि हर साल आईपीएल के जरिए भी वे मोटी कमाई करते हैं. BCCI के A+ कॉन्ट्रैक्ट के जरिए उन्हें सालाना 7 करोड़ रुपये मिलते हैं. हालांकि, मैच फीस की अगर बात करें तो गेम के फॉर्मेट के हिसाब से उन्हें मैच फीस दी जाती है.
सोशल मीडिया पर पॉपुलर सेलिब्रिटी हैं विराट
विराट कोहली की सोशल मीडिया से भी अच्छी खासी कमाई हो जाती है. इंस्टाग्राम पर विराट कोहली के 267 मिलियन फॉलोअर्स हैं, जो उन्हें Most Loved स्पोर्ट्सस्टार बनाते हैं. वहीं वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रतन टाटा सहित 297 लोगों को फॉलो करते हैं. इंस्टाग्राम रिच लिस्ट पर टॉप-20 में भा प्रियंका चोपड़ा (Priyanka chopra) के बाद विराट कोहली ही अकेले एशियन हैं, जिसके अनुसार कोहली अपनी एक इंस्टग्राम पोस्ट के लिए करीब 8.9 करोड़ रुपये चार्ज करते हैं.
विज्ञापन और इन्वेस्टमेंट से भी होती है कमाई
कोहली ने कई कंपनियों इन्वेस्टमेंट भी किया हुआ है, जहां से उन्हें अच्छा रिटर्न मिलता है. उनकी कमाई में एक बड़ा हिस्सा एंडोर्समेंट से भी आता है. विराट मान्यवर (Manyawar), एमपीएल (MPL) , पेप्सी (Pepsi) , फिलिप्स (Philips), फास्टट्रैक (Fastrack) , ऑडी( Audi) , एमआरएफ (MRF), हीरो (Hero) , प्यूमा (Puma) जैसे ब्रांड के विज्ञापनों से मोटा पैसा कमाते हैं. जबकि इन्वेस्टमेंट की बात करें तो कोहली ने Blue Tribe, Chisel Fitness, Nueva, Galactus Funware, Technology Pvt. Ltd, Sport Convo और Digit जैसी कंपनियों के शेयरों में निवेश किया हुआ है.
खुद का ब्रैंड व लग्जरी लाइफस्टाइल
विराट कोहली का अपना खुद का ब्रैंड भी है, जिसका नाम वन8 कम्यून (One8 commune) है. कोहली ने 'वन8 कम्यून' नाम से दिल्ली, बैंगलोग में रेस्तरां की एक श्रृंखला खोली है और हाल ही में मुंबई स्थित दिवंगत सिंगर किशोर कुमार (Kishor Kumar) का बंगला किराए पर लेकर वन8 कम्यून' रेस्तरा की शाखा खोली है. कोहली की लाइफस्टाइल भी बेहद लग्जरी है. उनके पास लग्जरी कारों का कलेक्शन है, जिसमें Audi Q7, Audi RS5, Audi R8 LMX, Audi A8L W12 Quattro, Land Rover Vogue शामिल हैं.
KKR के गेंदबाज हर्षित राणा पर आईपीएल आचार संहिंता के उल्लंघन करने के लिए जुर्माना लगाया गया है. यह शनिवार को ईडन गार्डन्स पर सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान हुआ.
कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) को जीत दिलाने वाले आखिरी ओवर के हीरो हर्षित राणा मैच के दौरान दो गलतियां करके बुरी तरह फंस गए हैं. शनिवार को कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के खिलाफ खेले गए आइपीएल 2024 के मैच के दौरान गेंदबाज हर्षित राणा ने मयंक अग्रवाल और हेनरिच क्लासेन के विकेट लेने के बाद बहुत गलत तरीके से जश्न मनाया, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. मैच रेफरी ने उनके ऊपर मैच फीस का 60 प्रतिशत जुर्माना ठोका है. मैच में जीत दिलाने के बाद भी इस व्यवहार के कारण उनका सारा प्रदर्शन फीका पड़ गया है.
कितना जुर्माना भरेंगे हर्षित राणा?
द केकेआर के गेंदबाज हर्षित राणा को आईपीएल आचार संहिंता का उल्लंघन करने पर दोषी पाया गया है, जिसके बाद उन पर मैच फीस का 60 प्रतिशत जुर्माना ठोका गया. राणा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाड़ी मयंक अग्रवाल और हेनरिच क्लासेन को विकेट लेने के बाद गुस्से में डगआउट की राह दिखाई थी. इसके लिए उन्हें अब भारी जुर्माना भरना पड़ेगा.
जीत दिलाने के बाद भी इस गलती की मिलेगी सजा
शनिवार को आईपीएल 2024 के तीसरे मैच में केकेआर के लिए हीरो की भूमिका निभाई उन्होंने 4 ओवर के अपने स्पेल में 33 रन देकर तीन विकेट झटके. तेज गेंदबाज ने आखिरी ओवर में सनराइजर्स हैदराबाद को 13 रन बनाने से रोक दिया और एसआरएच के खिलाफ रोमांचक मैच में टीम को 4 रन से जीत दिलाई. हालांकि, हर्षित राणा का प्रदर्शन उनके व्यवहार के सामने थोड़ा फीका पड़ता दिखा. हर्षित राणा ने मयंक अग्रवाल को आउट करने के बाद उन्हें फ्लाइंग किस दी थी, जिसकी महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कमेंट्री करने के दौरान आलोचना भी की थी. फिर उन्होंने क्लासेन का विकेट लेकर भी बेहद जोशीले अंदाज में जश्न मनाया.
आईपीएल का बयान
आईपीएल ने बयान जारी करके बताया कि हर्षित राणा ने आईपीएल की आचार संहिंता के आर्टिकल 2.5 के अंतर्गत दो लेवल 1 अपरान किए और इसके लिए उन पर मैच फीस का क्रमश: 10 और 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. बयान में यह भी कहा गया कि तेज गेंदबाज ने मैच रेफरी द्वारा लगाए आरोपों को स्वीकार कर लिया है.
क्रिकेट से सियासत में आए नवजोत सिंह सिद्धू अब कमेंट्री की दुनिया में वापस लौट रहे हैं.
क्या पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं? इस सवाल का जवाब काफी हद तक मिल गया है. दरअसल, सिद्धू एक बार फिर से कमेंट्री की दुनिया में वापसी कर रहे हैं. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सिद्धू कमेंट्री करते दिखाई देंगे. जाहिर है ऐसे में उनके पास सियासी द्वन्द का हिस्सा बनने का समय ही नहीं बचेगा. वह पहले भी IPL और इंटरनेशनल क्रिकेट में कमेंट्री कर चुके हैं.
अनोखे अंदाज के लिए फेमस
नवजोत सिंह सिद्धू आईपीएल 2024 के कमेंटेटरों की टीम का हिस्सा बनेंगे. सिद्धू अपने अनोखे अंदाज के लिए हमेशा से लोकप्रिय रहे हैं. कमेंट्री के बीच-बीच में शायरी वाला उनका अंदाज लोगों को काफी पसंद आता है. स्टार स्पोर्ट्स ने खुद यह जानकारी दी है कि नवजोत सिंह सिद्धू आईपीएल में कमेंट्री करते दिखाई देंगे. आईपीएल 2024 की कमेंट्री के लिए स्टार स्पोर्ट्स ने करीब दो दर्जन कमेंटेटर्स की टीम तैयार की है. आईपीएल देखने वालों को अलग-अलग भाषाओं में कमेंट्री सुनने को मिलेगी.
A wise man once said, "Hope is the biggest ‘tope’"
— Star Sports (@StarSportsIndia) March 19, 2024
And this wise man, the great @sherryontopp himself, has joined our Incredible StarCast!
Don't miss his incredible commentary (and gajab one-liners) in #IPLOnStar - STARTS MAR 22, 6:30 PM onwards, LIVE on Star Sports Network! pic.twitter.com/BjmFq9OKQ4
अच्छा नहीं रहा कुछ समय
नवजोत सिंह सिद्धू के लिए पिछला कुछ समय अच्छा नहीं रहा है. जहां राजनीति में उनकी पहले वाली चमक दिखाई नहीं दी. वहीं, कपिल शर्मा शो से भी उन्हें हाथ धोना पड़ा. इस दौरान, वह जेल की सजा भी काट आए. उनकी पत्नी को कैंसर की बात भी सामने आई थी. सिद्धू काफी समय से कमेंट्री की दुनिया से दूर रहे हैं, ऐसे में उनकी वापसी बेहद दिलचस्प रहेगी. क्रिकेट से विदाई और राजनीति में आने से पहले नवजोत सिंह सिद्धू की ज्यादातर कमाई कॉमेट्री, टीवी शो को जज करने, सोशल मीडिया और ऐड फिल्मों से होती थी.
कितने दौलतमंद हैं सिद्धू?
सिद्धू अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए भी पहचाने जाते हैं. उनके पास कितनी दौलत है, उसकी सटीक जानकारी नहीं है. लेकिन 2017 के पंजाब चुनाव के दौरान उन्होंने जो हलफनामा पेश किया था उसमें उन्होंने 45.90 करोड़ की संपत्ति और 54 लाख की लायबिलिटी का जिक्र किया था. उस समय उनके पास करीब 4.80 लाख रुपए का कैश था. उन्होंने करीब 1.56 करोड़ रुपए की गाड़ियों की जानकारी भी हलफनामे में दी थी. इनमें टोटोटा लैंज क्रूजर, मिनी कूपर, फार्चुनर शामिल थीं.
इंडियन प्रीमियर लीग में चैंपियन टीम को मिलने वाली राशि की तुलना अगर महिला प्रीमियर लीग से करें तो बड़ा अंतर नजर आता है, IPL में जीतने वाली टीम को WPL की तुलना में करीब तीन गुना ज्यादा राशि मिलती है.
स्मृति मंधाना की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए महिला प्रीमियर लीग (WPL) 2024 का खिलाब अपने नाम कर लिया है. टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला रविवार (17 मार्च) को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया, इस मैच में आरसीबी ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) को 8 विकेट से हराकर खिताब जीता और 6 करोड़ की प्राइज मनी भी हासिल की, लेकिन ये पाइज मनी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की प्राइज मनी से काफी कम है जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे.
IPL में मिलती है तीन गुना ज्यादा राशि
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की तरफ से हर साल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तर्ज पर महिला प्रीमियर लीग (WPL) कराया जाता है. इस लीग में भी दुनियाभर के खिलाड़ियों की बोली लगती है और फिर वो उस फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हैं जो उनकी सबसे ज्यादा कीमत लगती है. महिला प्रीमियर लीग में चैंपियन टीम को मिलने वाली राशि की तुलना अगर IPL से करें तो बड़ा अंतर नजर आता है. महिला प्रीमियर लीग में जीतने वाली टीम को IPL से तीन गुना कम राशि मिलती है.
Prize Money में है बड़ा अंतर
वूमेन प्रीमियर लीग 2024 का खिताब जीतने पर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को प्राइज मनी के रूप में 6 करोड़ रुपए दिए गए, वहीं, रनर अप टीम दिल्ली कैपिटल्स को 3 करोड़ रुपए की राशि बतौर प्राइज मनी मिली, इसके अलावा ऑरेंज कैप और पर्पल कैप जीतने वाली खिलाड़ियों को पांच-पांच लाख रुपए मिले. दूसरी ओर इंडियन प्रीमियर लीग की बात की जाए तो वूमेन प्रीमियर लीग से तीन गुना ज्यादा इसकी प्राइज मनी है. आईपीएल जीतने पर एक टीम को 20 करोड़ रुपए दिया जाता है. वहीं, रनर अप टीम को 13 करोड़ रुपए मिलते हैं, इसके अलावा ऑरेंज और पर्पल कैप जीतने वाले खिलाड़ियों को भी 10-10 लाख दिए जाते हैं.
पर्स साइज में भी बड़ा अंतर
आईपीएल (IPL) और डब्ल्यूपीएल (WPL) में किसी फ्रेंचाइजी के पर्स साइज में भारी अंतर होता है. आईपीएल 2024 की नीलामी में, प्रत्येक फ्रेंचाइजी के पास अधिकतम 25 खिलाड़ियों को खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपये का पर्स था. दूसरी ओर, WPL 2024 की नीलामी में, प्रत्येक फ्रेंचाइजी के पास 12 करोड़ रुपये का पर्स था, इसका मतलब यह है कि अगर हम सभी 5 WPL टीमों के पर्स को मिला दें तो भी यह 60 करोड़ होगा, जो कि एक आईपीएल टीम के पर्स से भी कम है.
गौतम गंभीर कोलकाता नाइटराइडर (केकेआर) में एक बार फिर लौट आए हैं. आइपीएल 2012 और 2014 में केकेआर को चैंपियन बनाने वाले गंभीर अब बतौर मेंटर टीम से जुड़े हैं.
राजनीति से संन्यास लेने के बाद अब गौतम गंभीर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 में नजर आने वाले हैं. गंभीर ने बतौर मेंटर कोलकाता नाइटराइडर्स टीम की कमान संभाल ली है. गंभीर ने केकेआर से जुड़ते ही बताया कि मिचेल स्टार्क (Mitchell Starc) आगामी आईपीएल में केकेआर के एक्स (x) फैक्टर होंगे, जिन पर मोटी रकम का कोई दबाव नहीं होगा. बता दें, ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज मिचेल स्टार्क आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने हैं.
सात साल बाद केकेआर में वापसी
केकेआर से जुड़ने के बाद गुरुवार को कोलकाता एयरपोर्ट पर गौतम गंभीर ने मीडिया से कहा कि केकेआर उनके लिए सिर्फ एक फ्रेंचाइजी नहीं, बल्कि भावना है, इसलिए वह वापस लौटकर खुश हैं. सात साल बाद केकेआर से वापस जुड़े गंभीर को फैंस की उम्मीदों का अंदाजा अच्छी तरह है. वह 2011 में केकेआर से जुड़े और 2017 तक टीम के साथ रहे. इस दौरान केकेआर ने पांच बार प्लेऑफ में क्वालीफाई किया और 2014 में अब खत्म हो चुकी चैंपियंस लीग के फाइनल में प्रवेश किया. गंभीर ने कहा कि वह जानते हैं कि केकेआर फैंस को उनसे उम्मीदें होंगी और उन्हें उम्मीद है कि इन पर खरा उतरें और उन्हें खुश करें.
स्टार्क होंगे एक्स फैक्टर
गौतम गंभीर ने बताया कि आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए कौन सा खिलाड़ी एक्स फैक्टर साबित होगा. गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज और आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी मिचेल स्टार्क को चुना. उन्होंने कहा, ''मुझे नहीं लगता कि प्राइस टैग का स्टार्क पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा. मुझे बस इतनी उम्मीद है कि वो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए जो करते आए हैं, वो ही केकेआर के लिए भी करेंगे.
23 मार्च को शुरू होगा अभियान
कोलकाता नाइटराइडर्स ने शुक्रवार को ईडन गार्डन्स पर अपना पहला अभ्यास सत्र किया, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. जल्द ही केकेआर से विदेशी खिलाड़ी भी जुड़ेंगे. कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम आईपीएल 2024 में अपने अभियान की शुरुआत 23 मार्च को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ घरेलू मैच खेलकर करेगी.
गौतम गंभी की नेटवर्थ जानना चाहेंगे?
गौतम गंभीर ने साल 2018 में क्रिकेट से संन्यास लेकर राजनीति का रुख किया था. वहीं, 2 मार्च को गंभीर ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि वह अब राजनीति को छोड़कर आईपीएल के लिए अपनी कमिटमेंट पर ध्यान देना चाहते हैं. गंभीर का नाम इस समय काफी चर्चा में भी है, अब वह जल्द ही अपने फैंस को आईपीएल में नजर आने वाले हैं. हम उनकी नेटवर्थ की बात करें तो, चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 147 करोड़ रुपये से ज्यादा की है. उनके पास 35 करोड़ रुपये की देनदारियां हैं. मीडियो रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में गौतम गंभीर के पास 250 करोड़ से भी अधिक संपत्ति है. उनके पिता दीपक गंभीर का दिल्ली में टेक्सटाइल का बिजनेस है. वह अपने पिता का बिजनेस भी संभालते हैं.
ब्रांड एंडोर्समेंट और टीवी एड से भी कमाई
गंभीर का दिल्ली में शानदार बंगला है और उनके पास मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी और टोयोटा कोरोला जैसी महंगी कारें हैं. गंभीर आईपीएल और क्रिकेट कमेंटरी से हर साल करोड़ों रुपये कमाते हैं. उनकी एक महीने के कमाई भी 50 लाख से 1 करोड़ है, हालांकि बिजनेस रेवन्यू जोड़ने के बाद ये नंबर और बढ़ सकते हैं. गंभीर ब्रांड एंडोर्समेंट से भी काफी कमाते हैं और वह फैंटेसी ऐप 'क्रिकप्ले' के ब्रांड एंबेसडर भी हैं. वह टीवी एड से भी काफी कमाई करते हैं.
अब इस मामले में आने वाले दिनों में जांच की जाएगी, अगर उसमें शोएब मलिक पर आरोप साबित होते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
क्रिकेट का गेम एक बार फिर फिक्सिंग के आरोपों से घिर गया है. हजारों करोड़ रुपये की इकोनॉमी वाले इस गेम में इस बार निशाने पर हाल ही सना से तीसरी शादी करने वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक आ गए हैं. उन पर एक ही ओवर में तीन नो बॉल डालने का आरोप लगा है. ये पूरा मामला बांग्लादेश क्रिकेट प्रीमियर लीग का है. इस घटना के बाद उनका कांट्रैक्ट ही रद्द कर दिया गया है.
आखिर क्या है ये पूरा मामला?
शोएब मलिक बांग्लादेश प्रीमियर लीग में फॉर्च्युन बारिशल (Fortune Barishal) की टीम में खेल रहे थे. उन पर आरोप है कि उन्होंने 22 जनवरी को मीरपुर में खुलना टाइगर्स (Khulna Tigers) के खिलाफ जो मैच खेला उसमें एक के बाद एक एक लगातार तीन नो बॉल फेंकी थीं. तीन नो बॉल फेंकने के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी क्रिकेट प्रेमियों के निशाने पर आ गए. अब इस मामले में आने वाले दिनों में उनके खिलाफ जांच की जाएगी और अगर आरोप सिद्ध होते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पावरप्ले के दौरान हुई थी ये बॉलिंग
शोएब मलिक फॉर्च्युन बारिशल (Fortune Barishal) की ओर से खेल रहे थे. ये गेंदबाजी पावरप्ले के दौरान उस वक्त की जब उनकी टीम ने 4 विकेट गंवाकर 187 रन बनाए थे और वो बॉलिंग कर रहे थे. फॉर्च्युन बारिशल (Fortune Barishal) के कप्तान तमीम ने उन पर भरोसा जताया था कि वो अपनी गेंदबाजी से विकेट ले लेंगे लेकिन कौन जानता था कि वो एक ही ओवर में तीन नो बॉल डाल देंगे और इतने महंगे साबित होगे. लेकिन ये बात इतनी आसान भी नहीं रही. अब बात ये सामने आ रही है कि वो तीन बॉल फिक्सिंग का हिस्सा थी.
इन तीन बॉल के कारण महंगा साबित हुआ ओवर
शोएब की इन तीन नो बॉल के कारण उनका ओवर काफी महंगा साबित हुआ. शोएब मैच का चौथा ओवर कर रहे थे. इसमें उन्होंने तीन नो बॉल फेंकी. इसमें ओवर की आखिरी बॉल पर शोएब ने लगातार दो नो बॉल फेंकी, दूसरी नो बॉल पर चौका भी लगा. जबकि आखिरी फ्री हिट में छक्का भी लगा. इस तरह मलिक ने एक ओवर किया और उसमें 18 रन दे दिए. इससे पहले ओवर की पहली 5 बॉलों पर उन्होंने सिर्फ 6 ही रन दिए थे.
ये भी पढ़ें: RBI ने LIC को दी अनुमति, कर सकते हैं इस बैंक का अधिग्रहण
मैरी कॉम इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) की वुमन बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी रही हैं.
छह बार की वर्ल्ड चैंपियन एमसी मैरी कॉम (मैंगटे चुंगनेइजैंग मैरी कॉम) ने बॉक्सिंग से संन्यास ले लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार रात एक इवेंट में उन्होंने मुक्केबाजी से संन्यास की घोषणा की. मैरी कॉम ने आखिरी मुकाबला कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ट्रायल के दौरान खेला था. संन्यास का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लिया है. मुझमें अब भी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की भूख बाकी है, लेकिन इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन के नियम ऐसा करने की इजाजत नहीं देते. पुरुष और महिला बॉक्सरों को केवल 40 की उम्र तक मुक्केबाजी करने की अनुमति होती है, इसलिए मैं अब किसी बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकती.
दिलों में बनाई जगह
41 साल की मैरी कॉम ने 2012 लंदन ओलिंपिक गेम्स में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था. उन्होंने 6 बार वर्ल्ड चैंपियन का खिताब भी अपने नाम किया है और ऐसा करने वालीं वह इकलौती महिला मुक्केबाज हैं. इसके साथ ही मैरी कॉम 5 बार एशियाई चैंपियनशिप जीतने वाली भी इकलौती खिलाड़ी हैं. मैरी कॉम के करियर की बात करें, तो उन्होंने बॉक्सिंग की शुरुआत 18 साल की उम्र में पेनसिल्वेनिया में की थी. अपनी क्लियर बॉक्सिंग टेक्नीक से उन्होंने यहां सभी को प्रभावित करते हुए 48 KG कैटेगरी के फाइनल में जगह बनाई थी. भले ही फाइनल में वह पिछड़ गईं, लेकिन लोगों के दिलों में जगह बनाने में कामयाब रहीं.
दो बार लिया था ब्रेक
मैरी कॉम इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) की वुमन बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थीं. इसके साथ ही उन्होंने 2005, 2006, 2008 और 2010 में वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब भी जीता. जुड़वां बच्चों को जन्म देने के बाद वह एक लंबे ब्रेक पर चली गई थीं. 2012 के लंदन ओलिंपिक में मैरी कॉम ने 51KG कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता. इसके बाद मैरी ने तीसरे बच्चे को जन्म दिया और फिर बॉक्सिंग से उनका नाता कुछ वक्त के लिए टूट गया. 2018 में उन्होंने दिल्ली में वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपना छठा टाइटल जीता, इस मुकाबले में उन्होंने यूक्रेन की हन्ना ओखोटा पर 5-0 से जीत दर्ज की थी.
अब क्या है विकल्प?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मैरी कॉम भले की इंटरनेशनल मुक्केबाजी एसोसिएशन (IBA) के नियमों के कारण एमेच्योर बॉक्सिंग नहीं कर सकतीं, लेकिन उनके पास प्रोफेशनल बॉक्सिंग का विकल्प है. इससे पहले, विजेंद्र सिंह भी प्रोफेशनल बॉक्सर बन चुके हैं. मैरी कॉम ने दिसंबर में 'खेलो इंडिया पैरा गेम्स' के दौरान कहा था कि मैं खेलना चाहती हूं लेकिन उम्र के कारण ऐसा नहीं कर सकती. फिर भी मुक्केबाजी से जुड़ा ही कुछ करने की कोशिश करूंगी. मैं पेशेवर बन सकती हूं, पर अभी कुछ साफ नहीं है.
धोनी की तरफ से पटना स्थित लॉ फर्म विधि एसोसिएट्स द्वारा यह मामला अदालत में पेश किया जाएगा.
कैप्टन कूल के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को लेकर हाल ही में एक काफी चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. कैप्टन कूल के साथ हाल ही में धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है और उससे भी ज्यादा अचंभे की बात ये है कि धोनी के करीबियों ने ही उनके साथ धोखाधड़ी के इस मामले को अंजाम दिया है. आरोपियों के खिलाफ धोनी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. महेंद्र सिंह धोनी का कहना है कि क्रिकेट अकादमी स्थापित करने के नाम पर उनके साथ 15 करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी की गई है.
बचपन के दोस्त ने दिया धोखा
महेंद्र सिंह धोनी के वकील ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस मामले का संबंध स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी आरका स्पोर्ट्स के निदेशकों से है और आरोपियों के खिलाफ एक निचली अदालत में मामला दर्ज भी कर लिया गया है. धोनी की तरफ से पटना स्थित लॉ फर्म विधि एसोसिएट्स द्वारा यह मामला अदालत में पेश किया जाएगा और विधि एसोसिएट्स के वकील दयानंद सिंह ने बताया है कि रांची की एक अदालत में आरका स्पोर्ट्स के निदेशकों मिहिर दिवाकर और सौम्या विश्वास के खिलाफ IPC की धारा 406 और 420 के तहत मामला दर्ज करवा दिया गया है. धोनी और मिहिर दिवाकर ने साथ मिलकर बिहार के लिए घरेलु क्रिकेट भी खेला है और दोनों बचपन के दोस्त भी हैं.
अकेले नहीं हैं धोनी
आपको शायद जानकर हैरानी होगी कि महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) इकलौते क्रिकेटर नहीं हैं जिनके साथ धोखाधड़ी हुई है. आइये जानते हैं, ऐसे अन्य क्रिकेटर्स के बारे में जिनके साथ धोखाधड़ी हो चुकी है. धोनी वाले मामले के सामने आने से कुछ ही दिनों पहले माही (MS Dhoni) को अपना आइडल मानने वाले ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के साथ धोखाधड़ी का मामला भी सामने आया था. ऋषभ के साथ धोखाधड़ी किसी अन्य व्यक्ति ने नहीं बल्कि एक क्रिकेटर ने ही की थी. फरीदाबाद का रहने वाला मृणाक सिंह अंडर-19 टीम से खेल चुका है और उसका दावा है कि वह IPL की एक टीम का भी हिस्सा था. पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि 2020-21 में ऋषभ पंत के साथ 1.63 करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी हुई थी.
जब मैनेजर ही निकला धोखेबाज
जहां एक तरफ महेंद्र सिंह धोनी के साथ उनके दोस्तों ने धोखाधड़ी की है, वहीं तेज बल्लेबाज उमेश यादव के साथ उनके दोस्त और मैनेजर ने धोखाधड़ी की थी. इसी साल जनवरी में उमेश यादव ने अपने दोस्त और मैनेजर शैलेष ठाकरे पर 44 लाख रुपयों की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. उमेश यादव ने शैलेष ठाकरे के माध्यम से नागपुर और माहाराष्ट्र में कुछ अन्य जगहों पर जमीन खरीदी थी. 2014 से 2015 के बीच उमेश यादव ने संपत्ति खरीदने के लिए शैलेष को 44 लाख रुपए ट्रांसफर किये थे लेकिन बाद में उमेश को पता चला कि शैलेष ठाकरे ने अपने नाम पर संपत्ति खरीद ली थी.
यह भी पढ़ें: तेलंगाना सरकार ने समझौते का किया उल्लंघन? हैदराबाद में नहीं होगी Formula E रेस!
अगर कोई टीम स्टम्पिंग की प्रक्रिया के दौरान कैच पकड़े जाने के मामले की जांच चाहती है तो इसके लिए टीम को अलग से DRS लेना होगा.
ICC यानी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (International Cricket Council) की तरफ से इस वक्त एक काफी बड़ी खबर सामने आ रही है. हाल ही में ICC ने क्रिकेट संबंधित कुछ नियमों में जरूरी बदलाव कर दिए हैं और क्रिकेट के लिए जैसी दीवानगी भारत में देखने को मिलती है उसके अनुसार यह अति आवश्यक है कि इस खेल को चाहने वालों और दर्शकों को भी इन बदलावों के बारे में जानकारी हो.
ICC ने बदले ये नियम
ICC द्वारा किये गए बदलावों के अनुसार अब स्टंपिंग के लिए DRS (Decision Review System) दौरान केवल साइड-ऑन रीप्ले ही चेक करेगा करेंगे और विकेट के पीछे कैच पकड़े जाने की परिदृश्य को अंपायरों द्वारा जांचा नहीं जाएगा. नियमों में हुए इन बदलावों को 12 दिसंबर 2023 से लागू किया जा चुका है और अगर कोई टीम स्टम्पिंग की प्रक्रिया के दौरान कैच पकड़े जाने के मामले की जांच चाहती है तो इसके लिए टीम को अलग से DRS लेना होगा और अपील करनी होगी. आपको बता दें कि नियमों में बदलाव से पहले अगर स्टम्पिंग की जांच की जाती थी तो पहले कैच पकड़े जाने की जांच होती थी और इसके बाद ही स्टंपिंग की जांच की जाती थी. लेकिन अब अगर आपको स्टंपिंग के साथ-साथ कैच पकड़े जाने की भी जांच करनी है तो आपको इसके लिए अलग से अपील करनी होगी.
स्टंपिंग की अपील, स्टंपिंग की जांच
पिछले साल की शुरुआत में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (Ind vs Australia) सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स केरी (Alex Carey) ने DRS का इस्तेमाल विकेट के पीछे कैच पकड़े जाने के लिए अपील के रूप में किया था और उससे पहले उसी रिव्यु में स्टंपिंग की अपील को भी जांचा है. अब अगर कोई भी टीम स्टंपिंग के अपील करती है तो केवल विकेट का साइड व्यू ही देखा जाएगा और अंपायर केवल स्टंपिंग की अपील की जांच करेंगे और स्निकोमीटर, जिसे आमतौर पर अल्ट्राएज (UltraEdge) के नाम से जाना जाता है, का इस्तेमाल नहीं करेंगे.
इन नियमों में भी हुए बदलाव
ICC ने बयान जारी कर कहा है कि नियमों में किये गए बदलावों के बाद अब स्टंपिंग के रिव्यु का इस्तेमाल सिर्फ स्टंपिंग के लिए किया जाएगा. इससे फील्डिंग कर रही टीम को बैट्समेन को आउट करने के लिए मुफ्त का रिव्यु नहीं मिलेगा और उन्हें अलग से एक रिव्यु भी लेना पड़ेगा. इसके साथ ही ICC ने कोनकशन से संबंधित नियमों में भी बदलाव किये हैं. अब कोनकशन के बदलाव में आने वाले खिलाड़ी को गेंदबाजी करने की अनुमति नहीं दी जायेगी. इसके साथ ही मैदान में चोट लगने पर खिलाड़ी की स्थिति को जांचने और उसका इलाज करने के लिए अब अधिकतम 4 मिनट का ही समय दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें: नए साल में इस कंपनी से आई ले-ऑफ की खबर, इतने हजार कर्मचारी होंगे बाहर
साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास के ऐलान के बाद अब बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने की घोषणा की है.
बृज भूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह के रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) का अध्यक्ष चुने जाने को लेकर शुरू हुआ विवाद गहराता जा रहा है. गुरुवार को साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान किया और अब बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने की घोषणा की है. बजरंग ने सोशल मीडिया पर बताया है कि वो अपना अवॉर्ड लौटा रहे हैं.
मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूँ. कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है. यही मेरी स्टेटमेंट है। ?? pic.twitter.com/PYfA9KhUg9
— Bajrang Punia ?? (@BajrangPunia) December 22, 2023
बस यही मेरा स्टेटमेंट है
बजरंग पूनिया ने लिखा - मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्रीजी को वापस लौटा रहा हूं. कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है, यही मेरा स्टेटमेंट है. संजय सिंह ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के चुनाव में जीत दर्ज करते हुए अध्यक्ष पद अपने नाम किया है. संजय पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी रहे हैं. यही वजह है कि उनके अध्यक्ष पद संभालने से बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित कई रेसलर नाराज हैं. ये पहलवान काफी समय से बृज भूषण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इनकी मांग थी कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पद पर किसी महिला को होना चाहिए. बजरंग पूनिया को 2019 में पद्मश्री मिला था. वह ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं.
साक्षी ने कही थी ये बात
इससे पहले, गुरुवार को बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष चुने गए थे. संजय सिंह के चुनाव के बाद साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में साक्षी ने रेसलिंग छोड़ने की घोषणा की. साक्षी ने कहा कि हमने दिल से लड़ाई लड़ी, लेकिन अगर बृज भूषण जैसे शख्स के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी को डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष चुना गया है, तो मैं कुश्ती छोड़ने का फैसला लेती हूं.