पिछले कई सालों की तरह इस बार भी दिल्ली में पटाखों को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है. पटाखों के जलने के बाद दिल्ली में धुंआ और बढ़ जाता है.
आठ महीने से लंबे गर्म मौसम के बाद आने वाली सर्दियों का इंतजार तो सभी को रहता है लेकिन सर्दी में आने वाला प्रदूषण सभी के लिए जानलेवा तक बन जाता है. हर बार सरकार इसे रोकने को लेकर कोशिश तो करती है लेकिन बावजूद इसके इसमें कोई कामयाबी नहीं मिल पाती है. एक बार फिर सरकार ने 15 प्वॉइंट का रोड मैप तैयार किया है जिसके जरिए वो इस बार पॉल्यूशन को रोकने की कोशिश करेगी. लेकिन सवाल ये है कि क्या प्रदूषण रूक पाएगा.
सरकार उठाएगी ये कदम
1-शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस बार प्रदूषण रोकने को लेकर उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जानकारी दी है.
2-उन्होंने कहा कि 2014 में पीएम 2.5 का स्तर 149 हुआ करता था लेकिन और वो आज 103 तक आ पहुंचा है. 2014 पीएम 10 का स्तर 324 हुआ करता था लेकिन अब वो 223 तक आ पहुंचा है.
3-उन्होंने कहा कि पिछले साल तक नई बसें नहीं खरीदी गई थी लेकिन इस बार हमने 800 बसें खरीदी हैं, जिसके बाद हमारी कुल फ्लीट 7000 तक जा पहुंची है.
4-उन्होंने कहा कि दिल्ली में ग्रीन एरिया में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली इस वक्त देश का सबसे ज्यादा ग्रीन एरिया वाला क्षेत्र है. उन्होंने कहा कि हमने पेड़ों के परिवहन की भी व्यवस्था की है.
5- उन्होंने ये भी कहा कि आज 24 घंटे बिजली आने के कारण डीजल जनरेटर का इस्तेमाल बंद हो गया है.
6- उन्होंने कहा कि दिल्ली के 13 ऐसे इलाकों की पहचान की गई है जहां ज्यादा प्रदूषण रहता है. ऐसे में उनकी निगरानी के लिए 13 टीमें बनाई गई हैं.
7- पराली न जलाने के लिए पूसा के डीकंपोजर का इस्तेमाल पिछले साल 4400 एकड़ में किया गया था लेकिन इस बार इसे 5000 एकड़ में किया जाएगा.
8- अगर आप 500 वर्ग मीटर से ज्यादा के क्षेत्र में निर्माण कार्य कर रहे हैं तो ऐसे में आपको उसे वेबसाइट पर रजिस्टर्ड करना होगा और वहां एंटी स्मोग गन लगानी होगी.
9- सड़कों पर होने वाली धूल को साफ करने के लिए 82 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें और 530 पानी छिड़काव मशीनें लगाई जाएंगी. साथ ही दिल्ली में 298 एंटी स्मॉग गन लगाई जाएंगी.
10-15 साल पुराने पेट्रोल और 10 साल पुराने डीजल वाहनों को रोकने के लिए 385 टीमें बनाई गई हैं, साथ ही 52 लाख पौंधे दिल्ली सरकार लगाएगी.