PM मोदी ने मनाया उत्तराखंड का लोकपर्व इगास बग्‍वाल, सांसद अनिल बलूनी के आवास पर की पूजा

पीएम नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के लोकपर्व इगास बग्वाल को मनाने के लिए सांसद अनिल बलूनी के आवास पर पहुंचे. इस मौके पर उन्‍होंने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं.

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Tuesday, 12 November, 2024
BWHindi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को पौड़ी गढ़वाल से भाजपा सांसद अनिल बलूनी के दिल्ली स्थित आवास पर लोकपर्व इगास-बग्वाल कार्यक्रम में शामिल हुए. पीएम मोदी के अलावा इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अनेक लोग शामिल हुए. भाजपा सांसद हर साल यह पर्व मनाते हैं, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री के समारोह में शामिल होने से यह और भी खास हो गया.

पारंपरिक टोपी पहने नजर आए पीएम मोदी

समारोह में पीएम मोदी के साथ साधु-संत भी नजर आ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी पहनी हुई है. इस मौके पर पीएम मोदी ने अनिल बलूनी के आवास पर गौ पूजन, तुलसी पूजन कर इगास की ज्योति प्रज्वलित की. बता दें कि दीपावली पर्व के 11वें दिन उत्तराखंड में इगास बग्वाल का पर्व मनाया जाता है, इसे बूढ़ी दीपावली भी कहा जाता है. इस पर्व को लेकर लोगों में बहुत उत्साह नजर आया है. अलग-अलग स्थानों पर लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में झूमते दिखाई दिए.

पीएम मोदी ने शेयर की तस्वीरें

पीएम मोदी ने इगास-बग्वाल कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें भी एक्स पर पोस्ट की हैं. इन तस्वीरों को पोस्ट करते हुए उन्होंने सभी देशवासियों को इगास पर्व की बहुत-बहुत बधाई दी. उन्होंने पोस्ट में लिखा- दिल्ली में आज मुझे भी उत्तराखंड से लोकसभा सांसद अनिल बलूनी जी के यहां इस त्योहार में शामिल होने का सौभाग्य मिला. मेरी कामना है कि यह पर्व हर किसी के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाए. उन्होंने आगे लिखा हम विकास और विरासत को एक साथ लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे इस बात का संतोष है कि लगभग लुप्तप्राय हो चुका लोक संस्कृति से जुड़ा इगास पर्व, एक बार फिर से उत्तराखंड के मेरे परिवारजनों की आस्था का केंद्र बन रहा है.

 

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड के लोकपर्व इगास की शुभकामनाएं दी. सीएम ने कहा कि प्रदेशवासियों को इगास पर्व की बधाई शुभकामनाएं देते हुए कहा कि किसी भी राज्य की लोक संस्कृति एवं लोक परंपरा उस प्रदेश की आत्मा होती है. इसमें इगास का पर्व भी शामिल है. हमारे लोक पर्व एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत सामाजिक जीवन में जीवंतता प्रदान करने का कार्य करते हैं.