इन शेयरों पर दांव लगाकर दें सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन को विदाई

शेयर बाजार के लिए आज सप्ताह का आखिरी कारोबारी दिन है. इसके बाद बाजार सीधे सोमवार को खुलेगा.

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Friday, 09 June, 2023
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नीतिगत ब्याज दरों को यथावत रखे जाने के बाद माना जा रहा था कि शेयर बाजार पॉजिटिव सेंस के साथ कारोबार करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. BSE सेंसेक्स 294.32 अंक या 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62,848.64 पॉइंट्स पर बंद हुआ. एक समय ये गिरावट 353.23 अंकों तक पहुंच गई थी, लेकिन फिर बाद में कुछ रिकवरी देखने को मिली. वहीं, NSE निफ्टी भी 91.85 अंक या 0.49 प्रतिशत लुढ़ककर 18,634.55 के लेवल पर आ गया. आज शेयर बाजार के लिए हफ्ते का आखिरी कारोबारी दिन है और आज भी मिलीजुली प्रतिक्रिया मिलने की संभावना है.

MACD ने दिए ये संकेत
चलिए अब देखते हैं मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने आज किन कंपनियों के शेयरों में तेजी के संकेत दिए हैं. MACD के मुताबिक, आज Ashok Leyland के साथ-साथ Paytm, Power Grid, Zee Media और Gati के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है. वहीं, MACD ने गिरावट के संकेत वाले शेयरों के बारे में भी बताया है. इस लिस्ट में Wipro, HUDCO, IRB Infra और Indian Hotels शामिल हैं. विप्रो के शेयर पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. गुरुवार को भी इनमें 0.71% की गिरावट आई थी. फिलहाल ये शेयर 399.95 रुपए के मूल्य पर मिल रहा है. 

इनमें मजबूत खरीदारी
अब बात करते हैं कुछ ऐसे शेयरों में जिनमें मजबूत खरीदारी दिख रही है. इस लिस्ट में सबसे पहला नाम है NTPC का. पिछले 5 दिनों में ये शेयर 4.46% चढ़ चुका है. 182.85 रुपए मूल्य वाला ये शेयर अपने 52 वीक के हाई लेवल 184.35 रुपए को कभी भी छू सकता है. इसी तरह, JBM Auto भी अपने 52 वीक के हाई लेवल 953 रुपए के बेहद करीब पहुंच गया है. गुरुवार को करीब 8 फीसदी उछलकर यह 943 रुपए पर बंद हुआ था. बीते 5 दिनों में इसने 16.85% का शानदार रिटर्न दिया है. HEG Limited ने भी अपने निवेशकों को निराश नहीं किया है. 1,362 रुपए के भाव पर मिल रहा ये शेयर पिछले 5 दिनों में 13.11% की मजबूती हासिल कर चुका है.  

अच्छा है पिछला रिकॉर्ड
Cera Sanitaryware के शेयर भी मजबूत खरीदारी वाले शेयरों की सूची में शामिल है. गुरुवार को यह 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 7,980 रुपए पर बंद हुआ था. बीते 5 दिनों में इसने 4.41% और 1 महीने में 21.35% का रिटर्न दिया है. इसका 52 हफ़्तों का उच्चतम स्तर 8,196 रुपए है. Ajanta Pharma Ltd के शेयरों में कल 1.39% की बढ़त आई. कारोबार के दौरान एक समय ये शेयर 1500 के पार निकल गया था, लेकिन बाजार बंद होने तक कुछ लुढ़ककर 1,470 रुपए पर आ गया. इसका पिछले 5 दिन और एक महीने का रिकॉर्ड भी अच्छा है. 
 


पॉल्यूशन कम करने के लिए अडानी ने उठाया बड़ा कदम, शुरू किया भारत का ये सबसे बड़ा प्रोग्राम

अडानी समूह ने अहमदाबाद के कुछ क्षेत्रों में घरेलू उपयोग के लिए पाइपलाइन वाली गैस में ग्रीन हाइड्रोजन मिलाना शुरू कर दिया है.

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Monday, 07 October, 2024
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गौतम अडानी के अडानी ग्रुप ने देश से पॉल्यूशन को कम करने के लिए देश में सबसे बड़ा प्रोग्राम शुरू किया है. रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप ने नेट जीरो पॉल्यूशन का टारगेट हासिल करने के लिए अहमदाबाद के कुछ हिस्सों में घरों में सप्लाई की जाने वाली पाइप नेचुरल गैस में ग्रीन हाइड्रोजन मिक्स करने का काम शुरू किया है. लिंक्डइन पर पोस्ट में कंपनी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि फ्रांस की ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज टोटलएनर्जीज के साथ ग्रुप की शहर गैस डिस्ट्रीब्यूशन यूनिट अडानी टोटल गैस लिमिटेड ने अहमदाबाद के शांतिग्राम में पाइप वाली नेचुरल गैस सप्लाई में 2.2-2.3 फीसदी ग्रीन हाइड्रोजन का मिश्रण करना शुरू कर दिया है.

PNG में मिक्स किया ग्रीन हाइड्रोजन

स्वच्छ मार्गों के माध्यम से उत्पादित हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस पाइपलाइन में डाला जाता है. कंपनी ने इलेक्ट्रोलाइसिस प्रोसेस के माध्यम से पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करने के लिए विंड या सोलर एनर्जी जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करके हरित हाइड्रोजन का उत्पादन शुरू किया है. इस हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस में मिलाया जाता है. इसकी आपूर्ति घरों में खाना पकाने के लिए और उद्योग को की जाती है. एटीजीएल ने बयान कहा कि हम अहमदाबाद के अडानी शांतिग्राम में अपने हाइड्रोजन मिश्रण प्रणाली के सफलता से शुरू होने की घोषणा करते हुए काफी रोमांचित हैं.

ग्रुप का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट

पोस्ट में कहा गया है कि यह परियोजना 4,000 घरेलू और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को निर्बाध हाइड्रोजन-मिश्रित प्राकृतिक गैस प्रदान करेगी. वर्तमान में, पब्लिक सेक्टर की बिजली उत्पादक एनटीपीसी गुजरात के सूरत जिले के कवास में घरों को ग्रीन हाइड्रोजन मिश्रित प्राकृतिक गैस की सप्लाई करती है. गेल (इंडिया) लिमिटेड भी मध्य प्रदेश के इंदौर में ग्रे हाइड्रोजन के साथ सीएनजी की सप्लाई के लिए एक छोटे पायलट प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. एटीजीएल की परियोजना अबतक की सबसे बड़ी है. कंपनी धीरे-धीरे प्राकृतिक गैस में हरित हाइड्रोजन मिश्रण को पांच फीसदी और अंततः आठ फीसदी तक बढ़ाएगी और शांतिग्राम से आगे अहमदाबाद के अन्य हिस्सों और अंततः अन्य क्षेत्रों में इसकी सप्लाई बढ़ाएगी.

पॉल्यूशन कम करने पर काम

एटीजीएल ने कहा कि यह उपलब्धि हमारे कार्बन उत्सर्जन को कम करने और स्वच्छ ऊर्जा समाधान की ओर बढ़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस के साथ मिलाकर हम ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम कर रहे हैं, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ा रहे हैं और सतत विकास का समर्थन कर रहे हैं. एटीजीएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुरेश पी मंगलानी ने कहा कि कंपनी की यह अग्रणी पहल भारत के ऊर्जा परिदृश्य को कार्बन मुक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
 


पैसा लगाने के लिए रहें तैयार, इस हफ्ते खुलेंगे 2 नए आईपीओ, 6 की होगी लिस्टिंग

शेयर मार्केट में निवेश करने वालों को इस हफ्ते दो आईपीओ में निवेश करने का मौका मिलेगा. इनमें एक आईपीओ मेन बोर्ड और दूसरा SME सेगमेंट से है.

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Monday, 07 October, 2024
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पिछले महीने हमने IPO मार्केट में बड़ी उथलपुथल देखी. सितंबर में 12 मेनबोर्ड और 40 एसएमई कंपनियों ने शेयर मार्केट पर एंट्री ली. इस साल लगातार हर हफ्ते आईपीओ मार्केट नई-नई कंपनियों के इश्यू से गुलजार रहा है. अब अगले हफ्ते थोड़ी सी शांति रहने वाली है. सोमवार यानि आज से शुरू हो रहे हफ्ते में दो कंपनियों के आईपीओ ही मार्केट में कदम रखने वाले हैं. इनमें से एक मेनबोर्ड और एक एसएमई आईपीओ होगा. मेनबोर्ड सेगमेंट में गरुड़ कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग (Garuda Construction and Engineering) और एसएमई सेगमेंट में शिव टेक्सकेम (Shiv Texchem) का आईपीओ एंट्री लेगा.

Garuda Construction and Engineering IPO 

मेन बोर्ड के इस आईपीओ का इश्यू साइज 264.10 करोड़ रुपये है. इसमें 173.85 करोड़ रुपये के 1.83 करोड़ फ्रेश इश्यू जारी होंगे. वहीं 90.25 करोड़ रुपये के 95 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत जारी किए जाएंगे. यह आईपीओ निवेश के लिए 8 अक्टूबर को खुलेगा, निवेशक इसके लिए 10 अक्टूबर तक बोली लगा सकेंगे. अलॉटमेंट 11 अक्टूबर को होगा. वहीं लिस्टिंग 15 अक्टूबर को होगी। शेयर का प्राइज बैंड 92 से 95 रुपये के बीच है, एक लॉट में 157 शेयर हैं. इसके लिए निवेशकों को 14,915 रुपये निवेश करने होंगे, एक रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट बुक करा सकता है.

Shiv Texchem Limited IPO

यह एसएमई बोर्ड का आईपीओ है, इसका इश्यू साइज 101.35 करोड़ रुपये है. कंपनी 61.06 लाख शेयर जारी करेगी जो पूरी तरह फ्रेश होंगे, ओएफएस के तहत कोई भी शेयर जारी नहीं किया जाएगा. यह आईपीओ भी निवेश के लिए 8 अक्टूबर को खुलेगा, निवेशक 10 अक्टूबर तक बोली लगा सकेंगे. अलॉटमेंट 11 अक्टूबर को होगा, लिस्टिंग 15 अक्टूबर को होगी. शेयर का प्राइज बैंड 158 से 166 रुपये के बीच रखा गया है, एक लॉट में 800 शेयर हैं. इसके लिए निवेशकों को 1,32,800 रुपये निवेश करने होंगे, एक रिटेल निवेशक सिर्फ एक लॉट की बुक करा सकेगा.

SME सेगमेंट की 6 कंपनियां मार्केट पर लिस्ट भी होंगी

इसके अलावा ख्याति ग्लोबल वेंचर्स (Khyati Global Ventures) का आईपीओ 8 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए बंद हो जाएगा. इसके अलावा एसएमई सेगमेंट की 6 कंपनियां मार्केट पर लिस्ट भी होंगी. इनमें एचवीएएक्स टेक्नोलॉजीस (HVAX Technologies) और साज होटल्स (Saj Hotels) की लिस्टिंग 7 अक्टूबर, सुबम पेपर्स (Subam Papers) और पैरामाउंट डाई टेक (Paramount Dye Tec) की लिस्टिंग 8 अक्टूबर, नियोपॉलिटिन पिज्जा एंड फूड्स (NeoPolitan Pizza and Foods) 9 अक्टूबर और ख्याति ग्लोबल की 11 अक्टूबर को होगी.
 

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).


मायूस बाजार में क्या आज दिखेगी हरियाली? या फिर से निवेशक होंगे निराश, जानिए मार्केट का हाल

शुक्रवार को समाप्त हुए अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बेंचमार्क निफ्टी 25,014 के लेवल पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स ने 81,688 के स्तर पर क्लोजिंग दी.

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Monday, 07 October, 2024
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पिछले सप्ताह में लगातार पांचवे कारोबारी सेशन में सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए. यह हफ्ता पिछले दो सालों में अब तक सबसे खराब सप्ताह साबित हुआ है.मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान युद्ध ने निवेशकों की टेंशन बढ़ा दी है, जबकि फॉरेन इंस्टीड्यूशनल इंवेस्टर की ओर से भारी निकासी ने दबाव को और बढ़ा दिया है. वहीं, जानकारों का मानना है कि मार्केट में यह मंदी अगले कुछ दिन और चलने वाली है.

इन फैक्टर्स का दिखेगा असर

शुक्रवार को समाप्त हुए अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बेंचमार्क निफ्टी 25,014 के लेवल पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स ने 81,688 के स्तर पर क्लोजिंग दी. दोनों बेंचमार्क में लगभग 4.5% की गिरावट आई, जो जून 2022 के बाद से उनका सबसे खराब प्रदर्शन था, जो मुख्य रूप से गुरुवार को 2% की गिरावट के कारण हुआ. ऐसे में आज सोमवार 7 अक्टूबर को शेयर बाजार में कुछ खास फैक्टर का प्रभाव देखने को मिलेगा,जिसमें अमेरिकी बाजार, यूरोपीय बाजार का रुख भी शामिल है.

इन शेयरों में दिख रही तेजी

मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने VIP Industries, Sundaram Fasteners, CSB Bank, Mastek, Just Dial और Great Eastern Shipping Company पर तेजी का रुख दिखाया है. एमएसीडी को ट्रेडेड सिक्योरिटीज या इंडेक्स में ट्रेंड रिवर्सल के संकेत के लिए जाना जाता है. जब एमएसीडी सिग्नल लाइन को पार करता है, तो यह एक तेजी का संकेत देता है. यह दर्शाता है कि शेयर की कीमत में ऊपर की ओर गति देखी जा सकती है. इसी तरह यह मंदी का भी संकेत देता है.

इन स्टॉक्स में मंदी, खरीददारी और बिकवाली के संकेत

एमएसीडी (MACD) ने Schneider Electric Infrastructure, SBFC Finance, Carborundum Universal, IDFC, Sapphire Foods और Mazagon Dock Shipbuilders के शेयर में मंदी का संकेत दिया है. इसका मतलब है कि अब इन शेयरों में गिरावट शुरू हो गई है. जिन शेयरों में मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है, उनमें Dr Lal PathLabs, Whirlpool India, Info Edge, Metropolis Healthcare, JSW Steel और Lloyds Metals शामिल हैं. इन शेयर ने अपना 52 हफ्ते का उच्च स्तर पार कर लिया है, यह इन शेयर में तेजी का संकेत देता है.
जिन शेयरों में बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है, उनमें CreditAccess Grameen, RBL Bank और Easy Trip Planners शामिल है. इस शेयर ने अपना 52 हफ्ते का निचला स्तर पार कर लिया है, यह इस शेयर में ग‍िरावट का संकेत देता है.
 

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है. 'BW हिंदी' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. सोच-समझकर, अपने विवेक के आधार पर और किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही निवेश करें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है).

 

Dhoni ने लगाया बड़ा दांव, ड्रोन बनाने वाली इस कंपनी में किया निवेश...

महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट से दूर होने के बाद अब करोबार की दुनिया में एक्टिव नजर आ रहे हैं. हाल में उन्होंने ड्रोन बनाने वाली एक कंपनी में निवेश किया है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 05 October, 2024
Last Modified:
Saturday, 05 October, 2024
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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने इस बार क्रिकेट के मैदान में नहीं बल्कि कारोबार के मैदान में एक बड़ा दांव खेला है. जी हां, दरअधोनी ने ड्रोन बनाने वाली कंपनी गरुड़ एयरोस्पेस (Garuda Aerospace) में एक बड़ी रकम निवेश की है. उन्होंने यह रकम ऐसे समय में निवेश की है, जब ये कंपनी अपना इंनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने की तैयारी कर रही है. बता दें, महेंद्र सिंह धोनी इससे पहले भी कई बड़ी कंपनियों में बड़ी रकम निवेश कर चुके हैं. तो चलिए जानते हैं धोनी ने इस कंपनी में कितने रुपये निवेश किए हैं?

कंपनी में 4 करोड़ रुपये किए निवेश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महेंद्र सिंह धोनी ने गरुड़ एयरोस्पेस में करीब 4 करोड़ रुपये निवेश किए हैं. इस निवेश के बाद धोनी की इस कंपनी में 1.1 प्रतिशत धोनी हो गई है. महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि उन्हें गरुड़ की यात्रा का हिस्सा बनकर गर्व है क्योंकि वे वैश्विक स्तर पर विस्तार कर रहे हैं. साथ ही एग्रीकल्चर, डिफेंस, इंडस्ट्री और कंज्यूमर ड्रोन सेक्टर पर सकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं.

कंपनी की ड्रोन मार्केट में है इतनी हिस्सेदारी
गरुड़ एयरोस्पेस ऐसा पहला ड्रोन स्टार्टअप है, जिसे ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग और ट्रेनिंग दोनों के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से सर्टिफिकेट मिला है. ड्रोन मार्केट में कंपनी की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है. कंपनी एग्रीकल्चर और कंज्यूमर ड्रोन सेक्टर में काफी आगे है. कंपनी अब दुनिया भर में अपना विस्तार करने की योजना बना रही है. कंपनी 30 विभिन्न प्रकार के ड्रोन बनाती है और 50 अलग-अलग सेवाएं देती है. बता दें, ड्रोन मार्केट इस समय तेजी से बढ़ रहा है. लगभग हर सेक्टर में इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है. क्विक कॉमर्स सेक्टर में भी ड्रोन के इस्तेमाल पर फोकस किया जा रहा है, ताकि लोगों को जल्द सामान डिलीवर हो सके. आने वाले समय में दवाई से लेकर दूसरी चीजें भी ड्रोन के जरिए जल्दी पहुंचाने की तैयारी हो रही है, ऐसे में कहा जा सकता है कि इस सेक्टर में निवेश के अच्छे मौके हैं.

धोनी ने यहां भी किया है निवेश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महेंद्र सिंह धोनी की नेटवर्थ 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वह अभी आईपीएल भी खेलते हैं. ऐसे में उनकी कमाई क्रिकेट के साथ बिजनेस से भी होती है. धोनी ने कई कंपनियों में निवेश किया है. धोनी कपड़ों के जाने-माने ब्रांड Seven के भी फाउंडर हैं. साथ ही वह कई विज्ञापनों से भी कमाई करते हैं. धोनी का रांची में माही रेजीडेंसी नाम से एक मिड-रेंज होटल और बेंगलुरु में एमएस धोनी ग्लोबल स्कूल भी है. धोनी की ‘धोनी स्पोर्ट्सफिट’ नाम से जिम की चेन भी है. 
 


Work Life Balance को लेकर ऐसा क्या बोल गए Ola सीईओ? जिससे लोगों का फूटा गुस्सा

भविष अग्रवाल के इस वायरल वीडियो को देखकर लोग बहुत निराश हैं. लोगों ने उनके खिलाफ कमेंट किए हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 05 October, 2024
Last Modified:
Saturday, 05 October, 2024
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अर्न्स्ट एंड यंग इंडिया (EY India) और बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) जैसी कंपनियां हाल ही में अपने कार्य संस्कृति के लिए आलोचना का सामना कर रही हैं. इस बीच, ओला (Ola) के सीईओ भाविष अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे शनिवार और रविवार की छुट्टियों के खिलाफ अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं. इस बयान के कारण उन्हें सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.

1 या 2 ही छुट्टी की कही बात

इस वायरल वीडियो में ओला के सीईओ भाविश साफ तौर पर कह रहे है कि वे वर्क लाइफ बैंलेस करने की मॉडर्न सोच को सही नहीं समझते हैं. शनिवार और रविवार की छुट्टी देना ये हमारी भारतीय परंपरा का हिस्सा नहीं है, ये पश्चिमी देशों का सभ्यता है. पहले के समय में हमारे देश में शनिवार और रविवार की छुट्टी नहीं दी जाती थी, साथ ही हमारा भारतीय कैलेंडर भी अलग होता था. भारतीय कैलेंडर के अनुसार हमारे देश में एक महीने में करीब 1 या 2 ही छुट्टियां मिलती थी. इंडस्ट्रियल क्रांति के बाद से ही वीकेंड वेकेशन का कॉन्सेप्ट हमारे देश में आया है, हालांकि इस आधुनिक युग में इसकी कोई जरूरत नहीं है. अगर हम कुछ सालों पहले की बात करें तो पहले के समय में लोग हफ्ते में 5 दिन काम करके छुट्टी नहीं मांगते थे.

सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

ओला सीईओ की इस सोच को सोशल मीडिया पर बिल्कुल पसंद नहीं किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर लोगों ने तंज कसते हुए कहा है कि हम पश्चिमी भाषा बोलते हैं,पश्चिमी कपड़े पहनते हैं, पश्चिमी टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं. ऐसी लोगों की वजह से ही हम विकास नहीं कर पा रहे है, ऐसे लोगों को काम करने के लिए रोबोट चाहिए और हमारी गलती है कि हम इंसान हैं. एक और अन्य यूजर ने इसके बारे में लिखा है कि कल को कहीं ऐसा ना हो कि ये सैलरी देने को भी पश्चिमी सभ्यता का हिस्सा बताने लगे और कर्मचारियों से कहने लगे कि ये सैलरी की जगह शाम को दाल रोटी देंगे और कह देगें कि यहीं चादर बिछाकर ओड़कर सो जाओ. इसके साथ ही एक यूजर ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि ये सब पाखंड है, इन्हें क्लाइंट तो विदेश के चाहिए है और हॉलिडे भारत की चाहिए हैं.
 


सरकारी टेलीकॉम कंपनी MTNL के खिलाफ SBI ने लिया बड़ा एक्शन, जानिए क्यों?

SBI ने कर्ज में डूबी सरकारी कंपनी MTNL के ऋण खातों को 30 जून से किस्तों और ब्याज का भुगतान न करने के कारण कमतर मानक वाला NPA घोषित कर दिया है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 05 October, 2024
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Saturday, 05 October, 2024
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भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने कर्ज में डूबी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटिड (MTNL) के खिलाफ एक बड़ा एक्शन लिया है. दरअसल, एसबीआई ने एमटीएनएल के ऋण खातों को 30 जून से किस्तों और ब्याज का भुगतान न करने के कारण कमतर मानक वाला गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) घोषित कर दिया है. एमटीएनएल ने ये जानकारी शेयर बाजार को दी है. बता दें, एसबीआई ने एक अक्टूबर को शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा था कि 30 सितंबर तक एमटीएनएल ऋण खाते पर कुल बकाया 325.52 करोड़ रुपये था. तो आइए जानते हैं इस कार्रवाई के बाद एमटीएनएल के शेयर का क्या हाल है?

एमटीएनएल पर 281.62 करोड़ रुपये बकाया
एमटीएनएल ने कहा है कि एसबीआई ने एक अक्टूबर, 2024 के अपने पत्र के जरिए बताया कि एमटीएनएल के टर्म लोन अकाउंट नंबर 36726658903 को ब्याज और किस्त का भुगतान न करने के कारण 28 सितंबर, 2024 से एनपीए-कमतर मानक श्रेणी में डाल दिया गया है. बैंक उन खातों को एनपीए - कमतर मानक के रूप में वर्गीकृत करते हैं, जिनकी अदायगी न करने की अवधि 12 महीने से कम है और जो बकाया चुकाने की क्षमता रखते हैं. एसबीआई ने पत्र में कहा कि एमटीएनएल पर 281.62 करोड़ रुपये बकाया हैं, और खाते को नियमित करने के लिए इसे तुरंत चुकाया जाना चाहिए.

इन बैंकों ने भी की कार्रवाई 
हाल ही में एमटीएनएल ने बताया था कि ब्याज और किस्त का भुगतान न करने के कारण पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ उसके ऋण खाते को एनपीए घोषित कर दिया गया है. वहीं, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने बकाया भुगतान न करने पर कर्ज में डूबी सरकारी दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल के सभी खातों पर रोक (फ्रीज) लगा दी है. बता दें, अगस्त में एमटीएनएल द्वारा साझा किए गए विवरण के अनुसार उसने लिए गए कर्जों पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 155.76 करोड़ रुपये, भारतीय स्टेट बैंक को 140.37 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया को 40.33 करोड़ रुपये, पंजाब एंड सिंध बैंक को 40.01 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक को 41.54 करोड़ रुपये, यूको बैंक को 4.04 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है. 

क्या है शेयर का हाल?
एमटीएनएल के शेयर एनएसई (NSE) फर शुक्रवार को 3.13 प्रतिशत गिरावट के साथ 55.16 रुपये पर द हुआ. वहीं बीएसई (BSE) पर 3.55 प्रतिशत टूटकर 54.88 रुपये पर बंद हुआ. 29 जुलाई 2024 को शेयर की कीमत 101.88 रुपये पर थी. अक्टूबर 2023 में शेयर की कीमत 25.22 रुपये के निचले स्तर पर थी. 

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Ease My Trip ने मालदीव के लिए फिर से शुरू की सर्विस, तनाव की वजह से लगाई थी रोक

साल 2024 में ईज माय ट्रिप के स्टॉक में बड़ी गिरावट देखने को मिली है और स्टॉक साल की शुरुआत में 40.70 रुपये के लेवल से घटकर 33.32 रुपये पर गिर चुका है.

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Published - Saturday, 05 October, 2024
Last Modified:
Saturday, 05 October, 2024
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देश की दिग्गज ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म कंपनी ईज माय ट्रिप (EaseMyTrip) ने मालदीव ( Maldives) के लिए फिर से बुकिंग की शुरुआत कर दी है. कंपनी ने बताया कि भारत और मालदीव सरकार के बीच के रिश्तों के बेहतर होने और मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के साथ रचनात्मक बातचीत के बाद बेहद सोच समझकर कंपनी ने फिर से बुकिंग को शुरू करने का फैसला किया है.

स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी

EaseMyTrip.com के नाम से ट्रैवल टेक प्लेटफॉर्म चलाने वाली ईज ट्रिप प्लानर्स लिमिटेड (Easy Trip Planners Limited) ने स्टॉक एक्सचेंज के पास रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि ईज माय ट्रिप ने दोनों देशों की सरकार के द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के बाद फिर से मालदीव के लिए बुकिंग को शुरू करने का फैसला किया है.

निशांत पिट्टी ने क्या कहा?

इस फैसले पर ईज माय ट्रिप के को-फाउंडर और सीईओ निशांत पिट्टी ने कहा, भारत और मालदीव के द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार के सकारात्मक डेवलपमेंट के बाद हम फिर से मालदीव के लिए बुकिंग को शुरू करने जा रहे हैं. ये फैसला हमने हाल ही में मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के प्रतिनिधियों के भारत और हमारे दफ्तर के दौरे के दौरान हुए सकारात्मक बातचीत के बाद लिया है. नेशन-फर्स्ट कंपनी के दौरान हम हमेशा अपनी सरकार के साथ खड़े हैं और उनके विजन को सपोर्ट करते हैं. उन्होंने कहा, ये दोनों देशों के बीच दोस्ती और पर्यटन को बढ़ावा देने के लक्ष्यों की दिशा में उठाया गया कदम है. 

तनाव के चलते बंद की थी मालदीव की बुकिंग
 
इस वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद भारत और मालदीव के बीच तनाव बढ़ गया था. पीएम मोदी की मालदीव यात्रा पर वहां के सरकार के कुछ मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर भद्दे कमेंट किए थे. इसके बाद प्रधानमंत्री और देश के अपमान भारतीयों और यहां की कई कंपनियों को नागवार गुजरा जिसके बाद मालदीव के बहिष्कार का दौर शुरू हो गया. ईज माय ट्रिप ने भी तब मालदीव सरकार का विरोध करते हुए सारी फ्लाइट बुकिंग कैंसिल कर दीं थी. तब सीईओ निशांत पिट्टी ने एक्स पोस्ट में लिखा था कि हम राष्ट्र के साथ एकजुट हैं. इसलिए कंपनी मालदीव की सभी फ्लाइट की बुकिंग सस्पेंड कर रही है.
 


Amazon में चल रही है मैनेजर के 14000 पद खत्म करने की तैयारी, सालाना होगी इतनी बचत!

एक रिपोर्ट बताती है कि ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी अमेज़न अगले साल तक मैनेजर के कम से कम 14 पद खत्म करने की तैयारी में है.

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Published - Saturday, 05 October, 2024
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Saturday, 05 October, 2024
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दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न (Amazon) में काम कर रहे और काम करने का सपना देख रहे लोगों को बड़ा झटका लगने वाला है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेज़न 2025 की शुरुआत तक लगभग 14000 मैनेजर के पद खत्म कर सकती है. इससे कंपनी को सालाना 3 अरब डॉलर की बचत हो सकती है. 

अभी इतनी है वर्कफोर्स
रिपोर्ट में मॉर्गन स्टेनली के हवाले से बताया गया है कि Amazon वैश्विक स्तर पर अपनी मैनेजमेंट वर्कफोर्स को लगभग 105,770 से घटाकर 91,936 करने पर विचार कर रही है. यानी इसमें 13,834 की कटौती हो सकती है. अनुमान है कि इस कदम से कंपनी को सालाना 2.1 अरब डॉलर से लेकर 3.6 अरब डॉलर तक की बचत होगी. यह आंकड़ा अमेज़न के अगले साल के लिए अनुमानित ऑपरेटिंग प्रॉफिट का 3% से 5% है.

बदलाव का सही समय
रिपोर्ट के अनुसार, इस दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी का कहना है कि उसने हाल ही में बहुत सारे मैनेजर अपनी वर्कफोर्स में शामिल किए हैं और उसका मानना ​​है कि अब बदलाव का सही समय है.  कंपनी ने स्पष्ट किया है कि हर टीम अपने स्ट्रक्चर का रिव्यू करेगी और संभव है कि कुछ रोल्स खत्म हो जाएं. हालांकि, कंपनी ने यह नहीं कहा है कि उसके इस कदम से नौकरियां जाना तय है. दरअसल,  मैनेजर्स-इंडीविजुअल कॉन्ट्रीब्यूटर्स रेशियो में बदलाव मैनेजर्स को नई भूमिका देकर भी किया जा सकता है. इसके लिए नौकरी से निकालने की ज़रूरत नहीं है. अब कंपनी इस राह पर चलेगी या नहीं, यह आने वाले समय में साफ हो जाएगा.  

लगातार चल रही कैंची
हाल के दिनों में कई कंपनियां नौकरियों पर कैंची चला चुकी हैं, जबकि कई इसकी तैयारी में है. कुछ दिन पहले खबर आई थी कि मीडिया एवं एंटरटेनमेंट सेक्टर की दो दिग्गज कंपनियां छंटनी करने जा रही हैं. वॉल्ट डिज्नी खर्च कम करके लाभ बढ़ाने के लिए अपने कुछ कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाली है. कंपनी से कम से कम 300 कर्मचारियों की छुट्टी हो सकती है. इसमें विधि, मानव संसाधन, वित्त और संचार विभाग के कर्मचारी शामिल हैं. इसी तरह, पैरामाउंट ग्लोबल ने भी कई कर्मचारियों की छुट्टी की योजना बनाई है. छंटनी से कंपनी पोर्टफोलियो के कई डिवीजन प्रभावित होंगे, जिनमें CBS, कॉमेडी सेंट्रल और MTV जैसे प्रमुख नेटवर्क शामिल हैं.


फिनटेक कंपनी BranchX ने लंदन की शिपस्पॉट में हासिल की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी 

ब्रांचएक्स के साथ इस डील के बाद शिपस्पॉट को अगले 12 महीनों के भीतर रिवेन्यु में पांच गुना वृद्धि की उम्मीद है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 05 October, 2024
Last Modified:
Saturday, 05 October, 2024
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फिनटेक कंपनी ब्रांचएक्स (BranchX) ने लंदन स्थित ईकॉमर्स एनेबलर शिपस्पॉट (Shipspot) में 51 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी हासिल कर ली है. शिपस्पॉट ब्रैंड्स को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपने सामान को प्रभावी ढंग से डिस्ट्रीब्यूट  करने में सक्षम बनाती है. 

ऐसी है आर्थिक सेहत
शिपस्पॉट की आर्थिक सेहत बेहतर है. कंपनी 8,800,000 रुपए का सालाना रिवेन्यु जनरेट कर रही है. ब्रांचएक्स के साथ इस डील के बाद कंपनी को अगले 12 महीनों के भीतर रिवेन्यु में पांच गुना वृद्धि की उम्मीद है. कंपनी ने कहा कि यह साझेदारी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका उद्देश्य नए बाजारों में प्रवेश करना और ग्लोबल कॉमर्स में अपनी टेक्नोलॉजी की रेडिनेस को वेलिडेट करना है.

शेनॉय कर रहे टीम का नेतृत्व 
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिपस्पॉट टीम का नेतृत्व कृष्णा शेनॉय (Krishna Shenoy) कर रहे हैं, जो एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ERP) और डेटा एनालिटिक्स में काफी अनुभव रखते हैं.  उन्होंने डेटा प्रोसेसिंग (SAP) में सिस्टम एप्लिकेशन और उत्पादों के साथ बड़े पैमाने पर काम किया है. वह कोका-कोला में भी अहम जिम्मेदारी निभा चुके है. वर्तमान में वह Andritz में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कार्यान्वयन और डिजिटल समाधान के लिए बतौर प्रोडक्ट मैनेजर काम कर रहे हैं. Andritz विनिर्माण संयंत्रों, उपकरणों और स्वचालन समाधानों की एक वैश्विक आपूर्तिकर्ता है.  

को-फाउंडर ने कही ये बात
ब्रांचएक्स के को-फाउंडर साजिद जमाल ने डील के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह अवधारणा में विश्वास रखते हैं कि जब सामग्री प्रवाहित होती है, धन प्रवाहित होता है, और डेटा प्रवाहित होता है. साथ ही उनकी कार्यान्वयन रणनीति इस थीसिस के साथ सहज रूप से संरेखित होती है. वे शिपस्पॉट के साथ मिलकर नवाचार और सफलता को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।


छोटे कारोबारियों के लिए बड़ा प्लेटफॉर्म बना GeM, हो रहा हजारों करोड़ों का कारोबार!

मेक इन इंडिया अवधारणा के तहत सरकार ने जेम पोर्टल (GEM Portal) की शुरुआत की थी. 26 हजार स्टार्टअप जेम के जरिए कारोबार कर चुके हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Saturday, 05 October, 2024
Last Modified:
Saturday, 05 October, 2024
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सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GEM) ने मेक इन इंडिया (Make In India) के तहत पिछले आठ सालों में छोटे कारोबारियों के लिए बाजार के अवसरों को पारदर्शी बनाया है. इसने बिचौलिए प्रणाली को खत्म करके नई तकनीक के जरिए स्टार्टअप एवं छोटे कारोबारियों को बड़ा प्लेटफॉर्म दिया है. वहीं, सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के साथ ही महिला उद्यमियों को भी बाजार में मजबूती के साथ आगे बढ़ने का मौका दिया है. आज इस प्लेटफॉर्म पर हजारों करोड़ों रुपये का कारोबार हो रहा है. तो चलिए जानते हैं, इस पोर्टल की शुरुआत कैसे हुई और अब तक इसमें कितना कारोबार हुआ है?

2016 में हुई जेम पोर्टल की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'मेक इन इंडिया' अवधारणा के तहत सितंबर 2016 में जेम पोर्टल की शुरुआत की गई थी. इसका उद्देश्य कारोबार में नवाचार के जरिए बुनियादी ढांचे का विकास करना, ताकि देश की प्रगति को सहारा मिल सके. पोर्टल में उत्पादों एवं सेवाओं को सूचिबद्ध करने के लिए मेक इन इंडिया की शर्तों को अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे स्थानीय निर्माताओं की पहचान कर उन्हें प्राथमिकता देना आसान हो गया है. 

इन लोगों को हुआ फायदा

जेम ने वोकल फोर लोकल स्टोर के जरिए महिला, एससी-एसटी, एमएसएमई, कारीगर, बुनकर, शिल्पकार, स्वयं सहायता समूह, किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) और सहकारी समितियों के कारोबारी दायरे का विस्तार कर उन्हें फायदा पहुंचाया है. बता दें, जेम पर अभी तक साढ़े 26 हजार से ज्यादा स्टार्टअप जेम के माध्यम से 29 हजार करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर चुके हैं. सिर्फ वित्त वर्ष 23-24 में जेम पोर्टल पर स्टार्टअप द्वारा 97 हजार से अधिक के आर्डर पूरे किए गए.

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तेजी से बढ़ रहा जेम पोर्टल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जेम पोर्टल में पांच लाख से अधिक के अनुमानित मूल्य वाली बोलियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. महज तीन वर्ष पहले तक जेम पोर्टल पर सरकारी संस्थाओं द्वारा मंगाई गई 39 प्रतिशत बिड 'मेक इन इंडिया' की थी, जो अब बढ़कर (सितंबर 2024 तक) 81 प्रतिशत हो गई है. जेम की सामान्य शर्तों के तहत केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों, विभागों एवं सार्वजनिक उपक्रमों में खरीदारी पोर्टल पर निबंधित विक्रेताओं से करने की बाध्यता है. सरकार राज्यों से भी आग्रह कर रही है कि जेम पोर्टल की प्रणाली को अपनाएं. घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहन के लिए जेम पोर्टल पर मेक इन इंडिया फिल्टर भी उपलब्ध है, ताकि खरीदारों को उत्पादों की जानकारी आसानी से हो सके. 

लेन-देन शुल्क में कटौती
जेम ने छोटे उद्यमों को बड़ी राहत देते हुए अपने लेन-देन शुल्क को एक ही झटके में 96 प्रतिशत तक कम कर दिया है. दस लाख से कम के आर्डर पर कोई शुल्क नहीं है, जबकि पहले यह सीमा पांच लाख थी. पिछले वर्ष 97 प्रतिशत लेन-देन पर शून्य शुल्क लगा है. दस लाख से दस करोड़ तक के आर्डर पर आर्डर मूल्य का मात्र 0.30 प्रतिशत शुल्क ही लगाया जाएगा. पहले 0.45 प्रतिशत लगता था. दस करोड़ रुपये से अधिक के आर्डर पर अधिकतम तीन लाख का शुल्क देना होगा, जो पहले 72.5 लाख था. अधिकतम शुल्क तीन लाख रुपये से ज्यादा नहीं होगा.