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क्या 7 प्रतिशत की विकास दर हासिल कर पाएगा भारत ? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
अगर सरकार को 7 प्रतिशत की ग्रोथ रेट हासिल करनी है तो आने वाली तिमाही में उसे 5 प्रतिशत से ज्यादा की ग्रोथ रेट हासिल करनी होगी. तभी 7 प्रतिशत के नतीजों को पाया जा सकता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
केन्द्र सरकार के साख्यिंकी मंत्रालय ने तीसरी तिमाही के लिए देश की जीडीपी की ग्रोथ रेट को जारी कर दिया है. सरकार की ओर से बताया गया है कि तीसरी तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ रेट 4.4 प्रतिशत रही है. ऐसे में अब सवाल ये खड़ा होने लगा है कि क्या इस ग्रोथ रेट के साथ देश 7 प्रतिशत की विकास दर को हासिल कर पाएगा. हमने इसे लेकर कुछ एक्सपर्ट से बात की है और जानने की कोशिश की है क्या विकास दर 7 प्रतिशत हासिल की जा सकती है.
अब तक तीन तिमाहियों में कितनी रही है विकास दर
अप्रैल से लेकर दिसंबर तक देश में तीन तिमाही का समय बीत चुका है. अप्रैल से लेकर जून की तिमाही में जहां जबर्दस्त 13.5 प्रतिशत रही, जबकि दूसरी तिमाही में 6.3 प्रतिशत रही, इसी तरह तीसरी तिमाही में ये 4.4 प्रतिशत रही है. रिजर्व बैंक के ने इसके चौथी तिमाही में 4.2 प्रतिशत रहने की संभावना है. तीसरी तिमाही में नतीजे अब तक की दो तिमाहियों से कम रही है. ऐसे में तभी ये सवाल उठ रहा है कि क्या सरकार 7 प्रतिशत की ग्रोथ रेट को हासिल कर पाएगी.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट क्योंकि इससे पहले के क्वार्टर
अर्थशास्त्री के के मित्तल कहते हैं कि इस तिमाही के नतीजे भले ही ही कम आए हों लेकिन पहली तिमाही के नतीजे बहुत बेहतर सामने आए थे. यही नहीं दूसरी में भी नतीजे ठीक रहे थे. सबसे बड़ी बात ये है कि आरबीआई के इंटरेस्ट बढ़ाने के बावजूद अभी तक बाजार में डिमांड बनी हुई है. हालात ये हैं कि एक ओर लोग जहां घूमने के लिए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर टाटा ने एयरबस और बोइंग जैसी कंपनियों से 500 से ज्यादा विमानों का आर्डर प्लेस कर दिया है. इसलिए लगता ऐसा है कि चौथे क्वार्टर के नतीजे 6.00 से ज्यादा सामने आने चाहिए.
कैसे निकाली जाती है ग्रोथ रेट
अब तक जहां पहली तिमाही में ग्रोथ रेट 13.5 प्रतिशत रही है तो वहीं दूसरी ओर दूसरी तिमाही में ग्रोथ रेट 5.2 प्रतिशत रही है वहीं तीसरी तिमाही में ये ग्रोथ रेट 4.4 प्रतिशत रही है. इसके बाद जब चौथी तिमाही के नतीजे निकलकर सामने आएंगे तो उसके बाद उनका सम निकालकर उसे 4 से डिवाइड किया जाएगा. वहीं देश की 2022-23 में ग्रोथ रेट होगी. अगर चौथी तिमाही में 5 प्रतिशत से ज्यादा ग्रोथ रेट रहती है तो आसानी से विकास दर 7 प्रतिशत तक आ जाएगी. लेकिन अगर ये 5 प्रतिशत से कम रहती है तो 7 प्रतिशत पर आना मुश्किल हो जाएगा. वहीं आईएमएफ ने भारत के लिए 6.9 प्रतिशत की विकास दर का अनुमान लगाया है.
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