Startups में 100 करोड़ का निवेश करेगा ये इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म, छोटे शहरों पर है फोकस

फर्म ने पिछले साल प्लेटफॉर्म के संस्थापकों से लगभग 5 करोड़ रुपये के योगदान के साथ 33 डील्स के जरिए 30 करोड़ रुपये के निवेश की सुविधा दी थी.

Last Modified:
Wednesday, 03 August, 2022
wfc

नई दिल्लीः इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म वी फाउंडर सर्किल (We Founder Circle) ने शुक्रवार को कहा कि उसका लक्ष्य इस साल भारतीय स्टार्टअप्स में लगभग 100 करोड़ रुपये के निवेश की सुविधा प्रदान करना है, जिसमें इसके संस्थापकों का (प्रत्येक) 20 करोड़ रुपये का योगदान होगा. वी फाउंडर सर्किल (डब्ल्यूएफसी) के सह-संस्थापक और सीईओ नीरज त्यागी ने पीटीआई को बताया कि फर्म ने पिछले साल प्लेटफॉर्म के संस्थापकों से लगभग 5 करोड़ रुपये के योगदान के साथ 33 डील्स के जरिए 30 करोड़ रुपये के निवेश की सुविधा दी थी.

इस साल करेंगे 75 कंपनियों के साथ डील

त्यागी ने कहा, "इस साल हमारा लक्ष्य 75 डील्स तक पहुंचने का है, जिसमें बढ़ते हुए स्टार्टअप कंपनियों में प्लेटफॉर्म की तरफ से बार-बार निवेश शामिल हो सकता है. हमारा लक्ष्य भारतीय स्टार्टअप्स में 100 करोड़ रुपये की फंडिंग की सुविधा देना है. डब्ल्यूएफसी के सह-संस्थापक लगभग 20 फीसदी निवेश करेंगे." .

ऐसा होता है स्टार्टअप का चयन

डब्ल्यूएफसी पहले संभावित स्टार्टअप का चयन करता है, शुरुआती निवेश करता है और फिर उन्हें प्लेटफॉर्म से जुड़े निवेशक समुदाय तक ले जाता है. WFC के सह-संस्थापकों ने व्यक्तिगत स्तर पर स्टार्टअप में 100 से अधिक डील्स की हैं. हमने देश के छोटे शहरों जैसे राजकोट, बिलासपुर आदि से आने वाले एंजेल निवेशकों में उत्साह देखा है. हम पूरी तरह से जांच के बाद संभावित स्टार्टअप्स में अपना पैसा निवेश करते हैं जो निवेशकों के बीच उनमें निवेश करने का विश्वास उत्पन्न करने में मदद करता है. 

कर रही है टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म का निर्माण

उन्होंने कहा कि कंपनी निवेश और स्टार्टअप कारोबार में पारदर्शिता लाने के लिए एक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म का निर्माण भी कर रही है. त्यागी ने कहा "अब तक हमने देखा है कि देश में कई Investors टेक्नोलॉजी का उपयोग नहीं कर रहे हैं. हमने अपनी इंवेस्टर कम्यूनिटी को स्टार्टअप के प्रदर्शन को ट्रैक करने और जानकारी का सही सेट होने के बाद निर्णय लेने में मदद करने के लिए टूल विकसित किए हैं. हमारे पास 33 देशों के 2,000 से अधिक इंवेस्टर्स जुड़े हुए हैं. हम इसकी संख्या 10,000 इंवेस्टर्स की करने की सोच रहे हैं."

डब्ल्यूएफसी के सह-संस्थापक गौरव वीके सिंघवी ने कहा कि एक Asset class के रूप में स्टार्टअप्स में निवेश बढ़ रहा हैऔर कुछ वर्षों में यह परिपक्व होकर म्यूचुअल फंड की तरह बन जाएगा, जिसमें 7 करोड़ निवेशक निवेश करेंगे. 

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विभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद सामने आए केजरीवाल बोले, कल 12 बजे आ रहा हूं

इस पूरे प्रकरण के बाद से अभी तक केजरीवाल का कोई बयान नहीं आया था. यही नहीं लखनऊ में उन्‍होंने जिस तरह से माइक को अपने से दूर किया उसे लेकर विपक्ष निशाना साध रहा है. 

Last Modified:
Saturday, 18 May, 2024
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केजरीवाल के पीए विभव कुमार की अपनी ही पार्टी की राज्‍यसभा सांसद स्‍वाति मालीवाल से मारपीट के बाद हुई गिरफ्तारी के मामले में अब केजरीवाल सामने आए हैं. केजरीवाल ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कभी किसी को जेल में डाल रहे हैं कभी किसी को जेल में डाल रहे हैं. अब मेरे पीए को जेल में डाल दिया है. केजरीवाल ने कहा है कि वो कल अपने सभी नेताओं के साथ बीजेपी दफ्तर आ रहे हैं बीजेपी जितनों को चाहे उतनों को गिरफ्तार कर सकती है. 

आप के पीछे पड़ गई है बीजेपी 
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये हमारे पीछे पड़ गए हैं. उन्‍होंने कहा कि पहले सतेन्‍द्र जैन को जेल भेजा उसके बाद मनीष को फिर संजय को और उसके बाद मुझे जेल भेज दिया. लेकिन इनका मन अभी भी नहीं भरा है. अब इन्‍होंने मेरे पीए को भी जेल में डाल दिया. उन्‍होंने कहा कुछ दिन बाद ये राघव को जेल में डाल देंगे और उसके बाद सौरभ को फिर आतिशि को जेल भेज देंगे. 

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हमने 24 घंटे बिजली दी इसीलिए हो रही है कार्रवाई 
उन्‍होंने कहा कि हमारे खिलाफ बीजेपी वाले इसलिए कार्रवाई कर रहे हैं क्‍योंकि हमने दिल्‍ली की जनता को फ्री अस्‍पताल दिए, 24 घंटे बिजली दी और उसके बाद अच्‍छे स्‍कूल बनाकर दिए. उन्‍होंने कहा कि पहले दिल्‍ली में 10 घंटे का पावर कट हुआ करता था लेकिन आज 24 घंटे बिजली आ रही है. अब ये किसी राज्‍य में ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो इसलिए ये दिल्‍ली के मोहल्‍ल क्‍लीनिक अस्‍पताल और इलाज को रोकना चाहते हैं. 

कल 12 बजे आ रहा हूं बीजेपी हेडक्‍वॉर्टर 
उन्‍होंने कहा कि मैं पीएम से कहना चाहता हूं कि आप जेल जेल खेल रहे हैं. कभी आप मुझे जेल में डालते हैं कभी सतेन्‍द्र को तो कभी मनीष को जेल में डाल रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि मैं कल को अपने सभी सांसदों और विधायकों के साथ बीजेपी हेडक्‍वॉर्टर आ रहा हूं. जिस जिस को आप जेल में डालना चाहते हो जेल में डाल दो, एक साथ सभी को जेल में डाल दो. 
 

 


अब मिलेगा ट्रेन का कंफर्म टिकट, Jio का ये का ऐप करेगा मदद 

Jio के Rail App की मदद से ट्रेन टिकट बुकिंग से लेकर पीएनआर स्टेटस तक चेक किया जा सकता है. 

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Saturday, 18 May, 2024
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जियो (Jio) ने पूरी टेलीकॉम इंडस्ट्री को ही पलटकर रख दिया है. वहीं, मुकेश अंबानी की कंपनी जिये अब ट्रेन बुकिंग की सुविधा भी दे रही है. दरअसल, जिलो ने Jio Rail App लॉन्च किया था, लेकिन अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. इस ऐप का इस्तेमाल ट्रेन की टिकट बुकिंग के लिए होता है. केवल बुकिंग ही नहीं ये आपको कंफर्म ट्रेन टिकट दिलाने में मदद करता है. तो चलिए जानते हैं कैसे इस ऐप का इस्तेमाल किया जा सकता है?

कौन कर सकता है Jio Rail App का इस्तेमाल?
आपको बता दें, Jio Rail App का यूज हर कोई नहीं कर पाता है. इस ऐप को अभी केवल जियो फोन यूजर्स के लिए ही रोलआउट किया गया है. साथ ही इसने IRCTC के साथ हाथ भी मिलाया है. ट्रेन की टिकट बुक करने के लिए इस ऐप में बहुत सारे ऑप्शन, लेकिन सबसे खास इसमें ये है कि आपको बिना मेहनत किए कंफर्म टिकट मिल जाता है. 

पीएनआर स्टेटस भी कर सकते हैं चेक
बुकिंग के अलावा यूजर्स को अन्य बहुत सारे ऑप्शन दिए जाते हैं. जैसे आप इसी ऐप में PNR Status की जानकारी भी हासिल कर सकते हैं. यानी आपको ट्रेन का समय से लेकर हर जानकारी मोबाइल स्क्रीन पर मिल जाएगी. पीएनआर स्टेटस चेक करने के लिए आपको पहले टिकट बुकिंग करनी होगी. ऐसा करने के बाद आप आसानी से सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं.

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जियो यूजर्स ऐसे करें बुकिंग 
इस ऐप को सभी जियो फोन में रोलआउट किया गया है. ऐसे में आपको सबसे पहले Jio Phone में 'Jio Rail App' में जाना होगा. यहां जाने के बाद आपको स्टेशन का चयन करना होगा. यानी किस स्टेशन से लेकर आप किस स्टेशन तक यात्रा करना चाहते हैं और इसके बाद आपको तारीख का चयन करना होगा. एक बार सभी चीजें चुनने के बाद आपको ट्रेन और सीट भी चुननी होगी. इसके बाद आसानी से आपको कंफर्म टिकट मिल जाएगा. 

कैंसिल का भी ऑप्शन
सबसे अहम बात ये भी है कि इस ऐप की मदद से यूजर टिकट बुक करने के साथ ही कैंसिल भी कर सकते हैं. साथ ही रेल टिकट बुकिंग का भुगतान करने के लिए यूजर डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
 


सिंगापुर, हांगकांग के बाद अब  इस पड़ोसी देश ने इन मसालों पर लगाया बैन, बताई ये वजह 

भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है जो सबसे ज्‍यादा मसालों का निर्यात करता है. भारत ने पिछले साल 75 हजार करोड़ रुपये का निर्यात किया है. 

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Saturday, 18 May, 2024
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भारतीय मसालों पर सिंगापुर हांगकांग से शुरू हुआ संकट खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा है. इन सरकारों के बैन लगाने के बाद अब भारत के पड़ोसी नेपाल ने भी कुछ मसालों पर बैन लगा दिया है. नेपाल फूड टेक्‍नोलॉजी और क्‍वॉलिटी कंट्रोल डिपार्टमेंट ने इस बाबत गाइडलाइन जारी की है. नेपाल वो देश है जिसे पेट्रोल, डीजल से लेकर कई बुनियादी सामान भारत सप्‍लाई करता है. सिंगापुर-हांगकांग ने इन मसालों पर बैन इसलिए लगाया था क्‍योंकि वहां एमडीएच और एवरेस्‍ट मसालों में एथिलीन ऑक्‍साइड पाया गया था. 

नेपाल ने किन मसालों पर लगाया है बैन 
नेपाल सरकार की ओर से उन मसालों पर बैन नहीं लगाया है जिन पर सिंगापुर और हांगकांग ने बैन लगाया था. नेपाल ने जिन मसालों पर बैन लगाया है इनमें मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला पाउडर और मिक्‍स मसाला करी पाउडर के साथ साथ फिश करी मसाला जैसे प्रोडक्‍ट शामिल हैं. नेपाल सरकार के फूड विभाग की जांच में इन मसालों में एथिलीन ऑक्‍साइड की मात्रा तय सीमा से ज्‍यादा पाई गई है. इसलिए वहां की सरकार ने इनके इंपोर्ट और सेल में बैन लगा दिया है. नेपाल की फूड क्‍वॉलिटी कंट्रोल इकाइयों ने इंपोटर्स और ट्रेडर्स से इन प्रोडक्‍ट को वापस लेने को कहा है. 

ये भी पढ़ें: जानते हैं Google CEO को पसंद है दिल्‍ली,मुंबई और बेंगलुरु का कौन सा खाना? ये है इसका जवाब

भारतीय मसाला बोर्ड भी कर रहा है कार्रवाई 
हांगकांग और सिंगापुर का मामला सामने आने के बाद भारतीय मसाला बोर्ड ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है. एफएसएसएआई देश में रैंडम तरीके से मसालों की जांच कर रहा है, जिससे इस प्रकार के मामलों की कभी भविष्‍य में पुनरावृत्ति ना हो सके. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि भारतीय मसाला बोर्ड ने कुछ कंपनियों को मसालों को एक्‍सपोर्ट करने से भी मना कर दिया है. हालांकि जिन कंपनियों के प्रोडक्‍ट पर बैन लगा है उनमें से ज्‍यादातर का कहना है कि उनके प्रोडक्‍ट पूरी तरह से सुरक्षित हैं. 

सबसे ज्‍यादा मसालों का एक्‍सपोर्ट करता है भारत 
भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है जो सबसे ज्‍यादा मसालों का एक्‍सपोर्ट करता है. दुनियाभर में 109 मसाले हैं जिनका अलग-अलग देशों में इंपोर्ट एक्‍सपोर्ट होता है. उनमें से अकेले 75 का उत्‍पादन अकेले भारत करता है. पिछले साल भारत ने 75 हजार करोड़ रुपये के मसालों का निर्यात किया है. 
 


सिंगापुर हांगकांग के बाद अब  इस पड़ोसी देश ने इन मसालों पर लगाया बैन, बताई ये वजह 

भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है जो सबसे ज्‍यादा मसालों का निर्यात करता है. भारत ने पिछले साल 75 हजार करोड़ रुपये का निर्यात किया है. 

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Saturday, 18 May, 2024
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भारतीय मसालों पर सिंगापुर हांगकांग से शुरू हुआ संकट खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा है. इन सरकारों के बैन लगाने के बाद अब भारत के पड़ोसी नेपाल ने भी कुछ मसालों पर बैन लगा दिया है. नेपाल फूड टेक्‍नोलॉजी और क्‍वॉलिटी कंट्रोल डिपार्टमेंट ने इस बाबत गाइडलाइन जारी की है. नेपाल वो देश है जिसे पेट्रोल, डीजल से लेकर कई बुनियादी सामान भारत सप्‍लाई करता है. सिंगापुर-हांगकांग ने इन मसालों पर बैन इसलिए लगाया था क्‍योंकि वहां एमडीएच और एवरेस्‍ट मसालों में एथिलीन ऑक्‍साइड पाया गया था. 

नेपाल ने किन मसालों पर लगाया है बैन 
नेपाल सरकार की ओर से उन मसालों पर बैन नहीं लगाया है जिन पर सिंगापुर और हांगकांग ने बैन लगाया था. नेपाल ने जिन मसालों पर बैन लगाया है इनमें मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला पाउडर और मिक्‍स मसाला करी पाउडर के साथ साथ फिश करी मसाला जैसे प्रोडक्‍ट शामिल हैं. नेपाल सरकार के फूड विभाग की जांच में इन मसालों में एथिलीन ऑक्‍साइड की मात्रा तय सीमा से ज्‍यादा पाई गई है. इसलिए वहां की सरकार ने इनके इंपोर्ट और सेल में बैन लगा दिया है. नेपाल की फूड क्‍वॉलिटी कंट्रोल इकाइयों ने इंपोटर्स और ट्रेडर्स से इन प्रोडक्‍ट को वापस लेने को कहा है. 

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भारतीय मसाला बोर्ड भी कर रहा है कार्रवाई 
हांगकांग और सिंगापुर का मामला सामने आने के बाद भारतीय मसाला बोर्ड ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है. एफएसएसएआई देश में रैंडम तरीके से मसालों की जांच कर रहा है, जिससे इस प्रकार के मामलों की कभी भविष्‍य में पुनरावृत्ति ना हो सके. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि भारतीय मसाला बोर्ड ने कुछ कंपनियों को मसालों को एक्‍सपोर्ट करने से भी मना कर दिया है. हालांकि जिन कंपनियों के प्रोडक्‍ट पर बैन लगा है उनमें से ज्‍यादातर का कहना है कि उनके प्रोडक्‍ट पूरी तरह से सुरक्षित हैं. 

सबसे ज्‍यादा मसालों का एक्‍सपोर्ट करता है भारत 
भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है जो सबसे ज्‍यादा मसालों का एक्‍सपोर्ट करता है. दुनियाभर में 109 मसाले हैं जिनका अलग-अलग देशों में इंपोर्ट एक्‍सपोर्ट होता है. उनमें से अकेले 75 का उत्‍पादन अकेले भारत करता है. पिछले साल भारत ने 75 हजार करोड़ रुपये के मसालों का निर्यात किया है. 
 


चुनाव को लेकर रतन टाटा ने की अपील, कही बड़ी बात, वायरल हुई पोस्ट

पांचवें चरण का मतदान सोमवार सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 6 बजे तक चलेगा. मुंबई स‍िटी और मुंबई सबअर्बन में छह लोकसभा सीटें हैं, इन सभी पर सोमवार को मतदान होगा.

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Saturday, 18 May, 2024
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सात चरणों के दौरान लोकसभा चुनाव की प्रक्र‍िया देशभर में चल रही है. चार चरणों का मतदान हो चुका है, इसके बाद पांचवें चरण की वोट‍िंग 20 मई को होनी है. 20 मई को ही मुंबई की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. उससे पहले रतन टाटा ने मुंबई वालों को एक्‍स (X) पोस्‍ट के जर‍िये विशेष संदेश द‍िया है. उन्होंने सभी मुंबई वालों से मतदान करने और अपने संवैधान‍िक अधिकार का इस्‍तेमाल करने का आग्रह किया. रतन टाटा की तरफ से की गई यह पोस्‍ट वायरल हो गई है.

रतन टाटा ने की अपील

मुंबई में 20 मई को पांचवें चरण के लिए होने वाले मतदान से पहले, उद्योगपति रतन टाटा ने सभी मुंबईवासियों से घर से बाहर निकलने और जिम्मेदारी से मतदान करने का आग्रह किया. रतन टाटा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि सोमवार को मुंबई में मतदान का दिन है, मैं सभी मुंबईवासियों से बाहर निकलने और जिम्मेदारी से मतदान करने का आग्रह करता हूं. पांचवें चरण का मतदान सोमवार सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 6 बजे तक चलेगा. मुंबई स‍िटी और मुंबई सब अर्बन में 6 लोकसभा सीटें हैं, इन सभी पर सोमवार को मतदान होगा.

 

सबसे कम उम्र में PSU बैंक के चेयरमैन बनने वाले Narayanan Vaghul का निधन

बॉलीवुड सितारों ने भी की अपील  

शाहरुख खान ने भी अपने फैन्स से एक अपील करते हुए ट्वीट किया है.  शाहरुख खान ने एक्स पर लिखा कि इस सोमवार को एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमें अपने राइट टू वोट को यूटिलाइज करना चाहिए और वोट डालना चाहिए. हमें अपनी इस ड्यूटी को निभाना चाहिए और सोच-समझकर उसे चुनना चाहिए जो देश के हित के लिए सबसे बढ़िया लीडर हो. जाइये और वोट डालने के हम सबके इस अधिकार को प्रमोट करिए. इससे पहले सलमान खान ने भी अपने फैन्स से खास अपील की थी और वोट डालने को कहा था.

मुंबई से मैदान में हैं देश के बड़े नाम 

देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में कुल 6 सीट आती हैं. इनमें मुंबई नॉर्थ, मुंबई नॉर्थ ईस्ट, मुंबई नॉर्थ वेस्ट, मुंबई नॉर्थ सेंट्रल, मुंबई साउथ और मुंबई साउथ सेंट्रल शामिल हैं. इसके अलावा मुंबई महानगर क्षेत्र में ठाणे, कल्याण, भिवंडी और पालघर की सीटें भी आती हैं. इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा, NCP (अजित पावर) एवं शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और सेना (UBT), एनसीपी (शरद पवार) एवं कांग्रेस गठबंधन के बीच है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मुंबई नॉर्थ, उज्ज्वल निकम मुंबई नॉर्थ सेंट्रल और कल्याण से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे बड़े नामों में शामिल हैं.
 


सबसे कम उम्र में PSU बैंक के चेयरमैन बनने वाले Narayanan Vaghul का निधन

बैंकिंग इंडस्ट्री के दिग्गज नारायणन वाघुल का निधन हो गया है. उन्होंने आज चेन्नई के अस्पताल में आखिरी सांस ली.

Last Modified:
Saturday, 18 May, 2024
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दिग्गज बैंकर और फाइनेंशियल ग्रुप ICICI की नींव रखने वाले नारायणन वाघुल (Narayanan Vaghul) अब हमारे बीच नहीं हैं. शनिवार को उनका 88 साल की उम्र में निधन हो गया. गिरकर बेहोश के चलते उन्हें चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां पिछले दो दिनों से वह वेंटिलेटर पर थे. नारायणन वाघुल ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से अपने बैंकिंग करियर की शुरुआत की थी. महज 44 साल की उम्र में वह बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन बन गए थे. वाघुल किसी सरकारी बैंक (PSU) के चेयरमैन बनने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे. 

इसलिए तोड़ लिया था नाता
नारायणन वाघुल को राजीव गांधी सरकार के दौरान उन्हें ICICI बैंक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वाणिज्य और व्यापार के क्षेत्र में योगदान के लिए उन्हें 2010 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. ICICI Bank आज जिस मुकाम पर है, उसमें वाघुल की महत्वपूर्ण भूमिका है. कहा जाता है कि आईसीआईसीआई की सफलता से प्रेरित होकर ही IDBI UTI और SBI ने फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्ट्री के अलग-अलग क्षेत्रों में अपना विस्तार किया. बैंकिंग सेक्टर के एक और दिग्गज के वी. कामत की स्वदेश वापसी का श्रेय भी नारायणन वाघुल को ही जाता है. बैंकिंग सेक्टर से बेहद प्यार करने वाले वाघुल ने ब्यूरोक्रेट्स के हस्तक्षेप से तंग आकर इस सेक्टर से नाता तोड़ लिया था. 


जानते हैं Google CEO को पसंद है दिल्‍ली,मुंबई और बेंगलुरु का कौन सा खाना? ये है इसका जवाब

सुंदर पिचई ने एआई जैसे गंभीर मामले पर बात करते हुए उसे बेहद सहज तरीके से आम आदमी के सामने रखा. उन्‍होंने कहा कि बहुत जल्‍द कंटेट आपकी भाषा में उपलब्‍ध होगा. 

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Saturday, 18 May, 2024
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मार्केट कैप के मामले में टॉप 5 कंपनियों में शामिल Google के सीईओ सुंदर पिचई कितना कमाते होंगे ये तो आप google से आसानी से पता कर सकते हैं. लेकिन पहली बार गूगल सीईओ ने एक पॉडकास्‍ट के दौरान जिसमें वो एआई तकनीक को लेकर बात कर रहे थे, उसमें बताया कि उन्‍हें भारत का कौन सा खाना पसंद है.

एआई को लेकर सुंदर पिचई ने कही ये बात 
गूगल सीईओ सुंदर पिचई एक पॉडकास्‍ट में वरूण माया के साथ बात कर रहे थे. उन्‍होंने एआई को लेकर कई अहम बातें कहीं. उन्‍होंने कहा कि हम एआई को लेकर कहा कि हम लगातार बैरियर को तोड़ने की कोशिश कर रहे है. अब जो भी तकनीक  बन रही है वो मल्‍टीमॉडल बन रही है. इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर आप कोई वीडियो देख रहे हैं तो आने वाले समय में आप उसे अपनी पसंद की भाषा में आसानी से देख पाएंगे. उन्‍होंने कहा कि किसी भी टेक्‍नोलॉजी को समझने के लिए आपको उसे डीपर तरीके से जानना होगा. उन्‍होंने इसके लिए आमिर खान की 3 इडियट फिल्‍म का उदाहरण देकर कहा कि उसमें आपने देखा होगा कि जब उनसे मोटर के बारे में पूछा जाता है तो उस वक्‍त वो किस तरह से बताते हैं. उन्‍होंने कहा कि हमें चीजों को आसानी से समझने की जरूरत है. 

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आखिर पिचई को पसंद है कहां का खाना
इस इंटरव्‍यू में जब सुंदर पिचई से पूछा गया कि आपको इंडिया का कौन सा खाना पसंद है तो वो कहते हैं कि मुझे बेंग्‍लुरु का मसाला डोसा काफी पसंद है, अगर मैं दिल्‍ली में होता हूं तो वहां छोले भटूरे खाना पसंद करता हूं और अगर मुंबई होता हूं तो वहां की पाव भाजी काफी पसंद करता हूं. सुंदर पिचई का जन्‍म तमिलनाडु में हुआ था और उनकी पढ़ाई चेन्‍नई में हुई. उसके बाद उन्‍होंने मास्‍टर्स स्‍टैंडफोर्ट यूनिवर्सिटी से किया. 

पिचई का पूरा नाम है पिचाई सुंदरराजन 
Google के सीईओ के तौर पर पहचाने जाने वाले सुंदर पिचाई गूगल Inc के CEO (chief executive officer) हैं. वे गूगल की पेरेंट कंपनी Alphabet Inc के भी हेड हैं. सुंदर पिचई का पूरा नाम पिचाई सुंदरराजन, सुंदर पिचाई है. सुंदर पिचाई के पिता का नाम लक्ष्मी नारायणन और माता का नाम ललिता पिचाई है. पिचई की स्कूली शिक्षा Jawahar Vidyalaya Senior Secondary School, अशोक नगर चेन्नई से हुई. 12वीं Vana Vani स्कूल IIT मद्रास से की. उसके बाद मास्‍टर्स उन्‍होंने स्‍टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी से किया. 


20 मई को बंद रहेगा शेयर बाजार, नहीं होगा कारोबार, जानिए क्यों?

शेयर बाजार में आज दो स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन हुए. डिजास्टर रिकवरी साइट को टेस्ट करने के लिए ऐसा किया गया.

Last Modified:
Saturday, 18 May, 2024
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लोकसभा चुनाव के चलते 20 मई (सोमवार) को शेयर बाजार बंद रहेंगे. यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंज ऑपरेटर NSE और BSE ने दी है. NSE ने कहा कि मुंबई में 20 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. ऐसे में इस दिन शेयर बाजार में कारोबार नहीं होगा. नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 के सेक्शन 25 के तहत चुनावों में नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है. 

NSE ने जारी किया सर्कुलर

NSE ने एक सर्कुलर में कहा कि सोमवार, 20 मई 2024 को मुंबई में संसदीय चुनावों के कारण ट्रेडिंग हॉलिडे होगा. सर्कुलर के मुताबिक, उस दिन इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव्स और सिक्योरिटीज लेंडिंग और बॉरोइंग सेगमेंट में कोई कारोबार नहीं होगा. 20 मई को धुले, डिंडोरी, नासिक, भिवंडी, कल्याण, ठाणे, मुंबई नॉर्थ, मुंबई नॉर्थ वेस्ट, मुंबई नॉर्थ ईस्ट, मुंबई साउथ, मुंबई साउथ सेंट्रल, मुंबई नॉर्थ सेंट्रल और पालघर लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी.

HDFC के बाद अब इस बैंक में मर्ज होने जा रही है उसकी ही एक कंपनी, जानते हैं कौन है ये

आज भी शेयर बाजार में कारोबार हुआ

शेयर बाजार में आज शनिवार (18 मई) को छुट्‌टी के दिन भी कारोबार हुआ. आज बाजार में मामूली तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स 88 अंक की बढ़त के साथ 74,005 पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी में भी 35 अंक की तेजी रही. ये 22,502 के स्तर पर बंद हुआ. सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 21 में तेजी और 9 में गिरावट देखने को मिली. हालांकि, रविवार को शेयर बाजार हमेशा की तरह छुट्‌टी के चलते बंद ही रहेगा.

आज बाजार में हुए दो स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन 

शेयर बाजार में आज दो स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन हुए. पहला फेज 45 मिनट का सेशन तक चला जो सुबह 9:15 बजे शुरू होकर 10:00 बजे तक चला. वहीं दूसरा स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन सुबह 11:45 बजे शुरू हुआ और दोपहर 12:30 बजे तक चला. डिजास्टर रिकवरी साइट को टेस्ट करने के लिए ऐसा किया गया. स्टॉक एक्सचेंज के अनुसार, इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में प्राइमरी साइट से डिजास्टर रिकवरी साइट पर इंट्रा-डे स्विच के साथ यह स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन आयोजित किया गया है. ऐसा करके प्राइमरी साइट के मेजर डिसरप्शन और फेल्योर को हैंडल करने के लिए तैयारियों की जांच की गई. स्पेशल लाइव ट्रेडिंग सेशन में प्राइमरी साइट (PR) से डिजास्टर रिकवरी (DR) साइट पर इंट्रा-डे स्विच होगा. 
 


HDFC के बाद अब इस बैंक में मर्ज होने जा रही है उसकी ही एक कंपनी, जानते हैं कौन है ये

इस बैंक के बोर्ड ऑफ डॉयरेक्‍टर्स ने पिछले साल जुलाई में ही इस मर्जर को अनुमति दे दी थी. इसे आरबीआई की अनुमति मिल चुकी है. 

Last Modified:
Saturday, 18 May, 2024
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HDFC समूह की दो कंपनियों के सफल मर्जर के बाद अब IDFC बैंक में IDFC Ltd का मर्जर होने जा रहा है. कंपनी के शेयर होल्‍डरों ने इसके लिए सहमति दे दी है. आईडीएफसी की ओर से इसकी जानकारी शेयर बाजार को दे दी गई है. विशेष बात ये है कि आरबीआई इस मर्जर को पहले ही अनुमति दे चुका है जबकि एनसीएलटी से भी जल्‍द ही अनुमति मिलने की उम्‍मीद है. 

आखिर क्‍या है ये पूरा मामला? 
दरअसल 2023 में आईडीएफसी (IDFC) समूह की कंपनियों में मर्जर के प्रस्‍ताव की शुरुआत हुई थी. इसमें IDFC limited, IDFC FHCL, का IDFC Bank में मर्जर होना है. पिछले साल जुलाई में आईडीएफसी के डॉयरेक्‍टर ने इनके मर्जर को अनुमति दे दी थी. IDFC बैंक और Bandhan बैंक को एक साथ 2014 में लाइसेंस मिला था. लेकिन उसके बाद IDFC बैंक और कैपिटल फर्स्‍ट लिमिटेड का मर्जर हो गया जिससे आईडीएफ बैंक आईडीएफसी फर्स्‍ट बैंक बन गया. 

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मर्जर के बाद कितनी हो जाएगी हिस्‍सेदारी 
IDFC बैंक अपनी नॉन फाइनेंशियल कंपनी के माध्‍यम से IDFC फर्स्‍ट बैंक में 39.93 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती है. इस मर्जर के बाद  बैंक का प्रति शेयर बुक वैल्यू 4.9 प्रतिशत बढ़ जाएगा. इससे पहले बैंक की ओर से स्‍टॉक एक्‍सचेंज को बताया गया है कि इस मर्जर से सरलीकरण होगा. आईडीएफसी फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी, आईडीएफसी लिमिटेड और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की कॉर्पोरेट संरचना को एक कंपनी में मिलाकर इन संस्थाओं के रेग्‍यूलेटरी कंप्‍लाइसेंस को सुव्यवस्थित करने में मदद मिलेगी. 

क्‍या कहते हैं तीसरी तिमाही के नतीजे? 
वहीं आईडीएफसी बैंक के तीसरी तिमाही के नतीजों पर नजर डालें तो 27 मई को जो नतीजे सामने आए उसमें नेट प्रॉफिट में 10 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी जिसके बाद कंपनी का मुनाफा 724 करोड़ रुपये रहा था. पिछले साल कंपनी ने 803 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. वहीं कंपनी की टोटल इनकम पर नजर डालें तो वो 9861 करोड़ रुपये रही जबकि पिछले साल यही इनकम 7822 करोड़ रुपये रही थी. जबकि ब्‍याज आय में इजाफा देखने को मिला है और ये 8219 करोड़ रुपये रही है. जबकि पिछले साल इसी क्‍वॉर्टर में ये इनकम 6424 करोड़ रुपये रही थी.  


 


जल्द खत्म नहीं होगा OYO के आईपीओ का इंतजार, अब सामने आई ये जानकारी 

रितेश अग्रवाल की OYO ने पहले 2021 में आईपीओ के लिए जरूरी दस्तावेज सेबी के पास दाखिल किए थे.

Last Modified:
Saturday, 18 May, 2024
BWHindia

हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी OYO के आईपीओ का इंतजार और लंबा हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी IPO के लिए अपने ड्राफ्ट-रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) को फिर से दाखिल करने की तैयारी कर रही है. OYO ने इससे पहले सितंबर 2021 बाजार नियामक सेबी के पास आईपीओ के लिए जरूरी दस्तावेज जमा किए थे. अब कंपनी नए सिरे से DRHP दाखिल करेगी, तो इससे आईपीओ का इंतजार और बढ़ जाएगा. 

क्या है कंपनी की योजना?
दरअसल, सॉफ्टबैंक समर्थित OyO डॉलर बॉन्ड बिक्री के माध्यम से 450 मिलियन डॉलर जुटाने की अपनी योजना को अंतिम रूप दे रही है. जेपी मॉर्गन (JP Morgan) 9 से 10 प्रतिशत प्रति वर्ष की अनुमानित ब्याज दर पर डॉलर बॉन्ड के ऐवज में कंपनी की इसमें मदद कर सकता है. ओयो ने री-फाइनेंस की तैयारी के लिए अपने वर्तमान DRHP को वापस लेने के लिए सेबी के समक्ष अपना आवेदन पेश किया है. 

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इस वजह से किया ऐसा
OYO की मूल कंपनी Oravel Stays बॉन्ड जारी होने के बाद DRHP के अपडेटेड एडिशन को फिर से दाखिल करेगी. रीफाइनेंस के बाद कंपनी के वित्तीय विवरणों में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे. इसलिए मौजूदा नियमों के अनुसार OYO को बाजार नियामक के साथ अपनी फाइलिंग को संशोधित करने की आवश्यकता होगी. इससे पहले, कंपनी ने बायबैक प्रक्रिया के माध्यम से 1620 करोड़ रुपए के अपने कर्ज का एक बड़ा हिस्सा समय से पहले चुका दिया था. बायबैक में 660 मिलियन डॉलर के बकाया टर्म लोन B का 30% बायबैक शामिल था.

पहले इसलिए हुई थी देरी 
ओयो ने सितंबर 2021 में 8430 करोड़ रुपए के आईपीओ के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के समक्ष प्रारंभिक आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए थे. लेकिन अस्थिर बाजार के चलते कंपनी आईपीओ लाने से बचती रही. देश के सबसे कम उम्र के अरबपति कारोबारी का खिताब पाने वाले रितेश अग्रवाल की यह कंपनी पहली बार पिछले साल मुनाफे में आई थी. कंपनी ने वित्त वर्ष 23-24 की सितंबर तिमाही में 16 करोड रुपए का मुनाफा दर्ज किया था.