इस कंपनी को मिला 2217 करोड़ का ऑर्डर, ये होगा फायदा 

कंपनी पावर ट्रांसमिशन के साथ-साथ रेलवे, इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर और दूसरे क्षेत्रों में भी सक्रियता से काम कर रही है.

Last Modified:
Tuesday, 17 October, 2023
Transmission

ट्रांसमिशन और वितरण सेक्‍टर में काम करने वाली कंपनी कल्‍पतरु प्रोजेक्‍ट इंटरनेशनल लिमिटेड Kalpataru Projects International (KPIL) और उसकी सब्सिडियरी कंपनी को एक बड़ा ऑर्डर हाथ लगा है. दोनों कंपनियों को 2217 करोड़ का ऑर्डर मिला है. इनमें ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेक्‍टर के लिए 1993 करोड़ का ऑर्डर मिला है जबकि बिल्डिंग और फैक्‍ट्रीज के लिए कंपनी को 224 करोड़ का ऑर्डर मिला है. 

क्‍या बोले कंपनी के सीईओ और एमडी?
इस ऑर्डर के बाद कंपनी के सीईओ और एमडी मनीष मोहनोट ने कहा कि ये ऑर्डर हमारे लिए बेहद महत्‍वपूर्ण है. उन्‍होंने कहा कि इस ऑर्डर के साथ ही इस वित्‍त वर्ष में हमे मिलने वाले कुल ऑर्डर की राशि 10616 करोड़ तक जा पहुंची है. 

किस बिजनेस को मिला कितना ऑर्डर? 
कंपनी के सीईओ मनीष मोहनोट ने कहा कि इस साल में हमें अभी तक ट्रांसमिशन और डिस्‍ट्रीब्‍यूसन में 5400 करोड़ का ऑर्डर मिला है. ये एक सकारात्‍मक उपलब्धि है. उन्‍होंने कहा कि इसके अतिरिक्‍त हमारे पास L1 पोजीशन में 4000 करोड़ का ऑर्डर मिला है. उन्‍होंने कहा‍ कि हमारी ऑर्डर बुक बता रही है कि हमने अपनी कंपनी के लिए वर्ष 2025 तक जो लक्ष्‍य रखा है हम उसकी ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. 

और किन क्षेत्रों में काम करती है कंपनी? 
कंपनी इन क्षेत्रों के साथ-साथ कई और क्षेत्रों में भी काम करती है. कंपनी मौजूदा समय में पॉवर ट्रांसमिशन के साथ-साथ बिल्डिंग और फैक्‍ट्री, वॉटर सप्‍लाई और सिंचाई, रेलवे, ऑयल एंड गैस पाइपलाइन, अर्बन मोबिलिटी (फ्लाईओवर और मेट्रो रेल) हाईवे और मेट्रो रेल जैसे क्षेत्रों में काम कर रही है. कंपनी मौजूदा समय में 30 से ज्‍यादा देशों में अपने प्रोजक्‍टर को लेकर काम कर रही है जबकि 70 से ज्‍यादा देशों में मौजूद हैं. 

ये भी पढें:    Akshata Murty की झोली में गिरे 138 करोड़ रुपए, बैठे-बैठे ही हो गई कमाई!
 


कितनी अमीर हैं केजरीवाल के PA की करतूत पुलिस को बताने वालीं Swati Maliwal? 

स्वाति मालीवाल ने आखिरकार पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ दी है. वहीं, उनकी शिकायत पर पुलिस भी एक्शन में आ गई है.

Last Modified:
Friday, 17 May, 2024
BWHindia

आम आदमी पार्टी (AAP) के कोटे से राज्यसभा पहुंचीं स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) के आरोपों ने दिल्ली की सियासत में भूचाल ला दिया है. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को जमानत मिलते ही फ्रंटफुट पर खेल रही AAP एक ही झटके में बैकफुट पर आ गई है. जबकि भाजपा को केजरीवाल पर हमला बोलने का एक और मौका मिल गया है. राजनीति के जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के बीच इस मामले का बढ़ना आम आदमी पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकता है. वहीं, दिल्ली पुलिस ने स्वाति की शिकायत पर केजरीवाल के PA विभव कुमार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में FIR दर्ज कर ली है.     

विभव कुमार 'लापता'  
पुलिस ने जांच के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं, जो विभव कुमार के आवास सहित अलग-अलग ठिकानों को खंगाल रही हैं. FIR के बाद से केजरीवाल के PA का कोई अतापता नहीं है. स्वाति मालीवाल ने 13 मई की घटना की पूरी जानकारी पुलिस के साथ साझा की है. उन्होंने बताया है कि जब वह मुख्यमंत्री आवास के ड्राइंग रूम में इंतजार कर रही थीं, तो केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार आए और बिना किसी उकसावे के उन्हें थप्पड़ मारा. इसके बाद कुमार उनके पेट पर मुक्के मारते रहे.

इन धाराओं में हुई FIR 
स्वाति के अनुसार, वह चिल्लाती रहीं, उन्होंने केजरीवाल के PA से ऐसा न करने की विनती भी की, लेकिन वह मारपीट करता रहा. स्वाति ने यह भी कहा कि जब केजरीवाल का PA उनकी छाती, चेहरे, पेट और शरीर के निचले हिस्से पर वार कर रहा था, अरविंद केजरीवाल अपने सरकारी आवास में भी मौजूद थे. पुलिस ने विभव कुमार के खिलाफ IPC की धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 506 (आपराधिक धमकी), और 509 के तहत केज दर्ज किया है. राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि मेरे साथ जो हुआ, वह बहुत बुरा था. मैंने पुलिस को अपना बयान दे दिया है. आशा है कि उचित कार्रवाई होगी.

तीन बैंकों में है स्वाति का खाता
चलिए अब यह भी जान लेते हैं कि स्वाति मालीवाल के पास कुल कितनी दौलत है. स्वाति दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं. आम आदमी पार्टी ने उन्हें दिल्ली कोटे से राज्यसभा भेजा है. नेताओं की जन्मकुंडली रखने वाली वेबसाइट मायनेता के अनुसार, AAP सांसद की कुल संपत्ति 19,22,519 रुपए है. कैश के तौर पर उन्होंने 20 हजार होने की जानकारी दी थी. मालीवाल के तीन बैंकों में खाते हैं - State Bank of India, HDFC और Punjab National Bank, जिनमें उनके 32,115 रुपए जमा हैं.

इन Stocks में लगाया पैसा
स्वाति मालीवाल भी स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करती है. उन्होंने कई कंपनियों के शेयरों में पैसा लगाया है. उनके पास Asian Paints, Alkyl Amines, Fine Organics, GMM PF, Grindwell Norton, Pidilite, TCS और Titan के शेयर हैं. इस तरह उन्होंने शेयर बाजार में करीब 8 लाख रुपए इन्वेस्ट किए हैं. इसके अलावा, उनका NSC, Postal Savings में तीन लाख का निवेश है. साथ ही उनके पास 6,62,450 की ज्वेलरी भी है. स्वाति मालीवाल ने 2 इंश्योरेंस पॉलिसी भी ली है, जिसके लिए उन्होंने 17,138 भरे हैं. आप की राज्यसभा सांसद के पास अपनी कोई कार नहीं है.  

TAGS bw-hindi

सरकारी नौकरी नहीं, यूट्यूबर या शेयर बाजार के जरिये पैसा कमाना चाहता है आज का युवा, जानते हैं क्यों?

युवा पैसा कमाने के लिए पुराने तरीकों की जगह नए तरीकों से पैसा कमाना चाहते हैं. युवा युट्यूब और शेयर बाजार के जरिए पैसा कमाने के आसान विकल्प चुन रहे हैं.

Last Modified:
Friday, 17 May, 2024
BWHindia

आज के डिजिटल युग में युवा आसान तरीके से ज्यादा पैसा कमाने के नए नए तरीकों से आकर्षित हो रहे हैं. वे अब अपने लिए सुरक्षित करियर बनाकर पैसा कमाने के पांरपरिक तरीके से काफी आगे निकल चुके हैं. अब युवा फाइनेंशियली सफलता के लिए सोशल मीडिया की चकाचौंध और शेयर बाजार से अधिक आकर्षित हो रहे हैं. एक सर्वे में जानकारी सामने आई है कि आज युवा (Gen Z) आईपीएस या आईपीएस बनने की जगह यूट्यूबर या शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर पैसा कमाना चाहता है. तो चलिए जानते हैं इसकी वजह?

कम समय में अधिक कमाई

डिजिटल अर्थव्यवस्था के उदय के साथ पारंपरिक नौकरियों से परे पैसा कमाने के कई नए मौके बढ़े हैं, जिससे लोगों को छोटे समय के लिए कॉन्ट्रैक्ट या फ्रीलांसिंग काम करके ज्यादा पैसा मिल रहा है. यह लचीलापन लोगों को अपनी शर्तों पर काम करने में सक्षम बनाता है और अक्सर पारंपरित नौकरी की तुलना में अधिक कमाई कराता है.

युवाओं ने पैसा कमाने के लिए चुने ये विकल्प

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक सर्वे में युवाओं से पैसा कमाने का सबसे बेस्ट तरीका पूछा गया, जिसमें उन्हें कंटेंट क्रिएशन, कारोबार, ट्रेडिंग या पब्लिक सर्विस का विकल्प दिया गया. इस सर्व में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई, जो या पहले आईपीएस या आईएएस अधिकारी बनने के सपने देखता था, वो अब सोशल मीडिया की चकाचौंध और पैसों से आकर्षित हो रहा है. सर्वे में करीब 14 हजार युवाओं को शामिल किया गया, जिसमें 35 प्रतिशत ने कारोबार करके पैसा कमाने की राह को चुना, 34.4 प्रतिशत युवाओं ने यूट्यूबर बनकर कमाई का एक सुविधाजनक तरीका चुना, 25.1 प्रतिशत ने ट्रेडिंग को चुना और केवल 5.6 प्रतिशत युवा ऐसे थे, जिन्होंने आईपीएस या आईएएस अधिकारी बनने का विकल्प चुना.

BW Hindi के व्हाट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें.

क्रिएटिवी और काम की स्वतंत्रता

युवाओं का कहना है कि यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर उन्हें अपनी क्रिएटीविटी के जरिए काफी पैसा कमाने का मौका मिलता है. इसमें काम करने की स्वतंत्रता है. अपनी शर्तों पर काम करके कम समय में ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है. वहीं, युवाओं ने शेयर बाजार को लेकर कहा है कि इसमें रिस्क है, लेकिन प्रॉफिट भी बहुत अधिक है. घर बैठे ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है.

 


अब UN ने कहा और बेहतर हो रही है भारत की आर्थिक हालत, 2025 में इतनी रह सकती ग्रोथ रेट 

भारत की तेज ग्रोथ को लेकर मूडीज से लेकर एडीबी और आइएमएफ भी बेहतर अनुमान जता चुके हैं. उन सभी का मानना है कि 2025 में भारत की ग्रोथ और बेहतर हो सकती है. 

Last Modified:
Friday, 17 May, 2024
BWHindia

दुनियाभर में भारत की अर्थव्‍यवस्‍था को लेकर सभी जगह सकारात्‍मक अनुमान लगाए जा रहे हैं. हर एजेंसी का मानना है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े इस बार 7 प्रतिशत के आसपास रह सकते हैं. इसी कड़ी में यूनाइटेड नेशन की ओर से जारी की गई रिपोर्ट WESP (world Economic Situation and Prospects) में भारत की ग्रोथ को लेकर सकारात्‍मक प्रतिक्रिया दी गई है. रिपोर्ट कहती है कि 2024 में भारत की ग्रोथ रेट 6.9 प्रतिशत की ग्रोथ रेट रहेगी तो वहीं 2025 में ये ग्रोथ रेट 6.6 प्रतिशत रह सकती है. 

इस ग्रोथ के लिए क्‍या कारण देती है रिपोर्ट? 
यूनाइटेड नेशन की रिपोर्ट कहती है कि भारत की इस ग्रोथ के पीछे जो सबसे बड़ा कारण नजर आ रहा है वो है बाजार में लोगों के निवेश करने की ताकत, निजी खपत में दिखाई देने वाला लचीलापन. यही नहीं यूएन का अनुमान है कि अभी मर्चेंडाइज सेक्‍टर में भारत के प्रोडक्‍ट की अच्‍छी डिमांड बनी हुई है जिसकी आगे भी बने रहने की संभावना है. यही नहीं फॉर्मास्‍यूटिकल और कै‍मिकल सेक्‍टर के एक्‍सपोर्ट की भी स्थिति बेहतर बनी हुई है. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि यूएन का ये अनुमान तब आया है जब कुछ दिन पहले ही महंगाई दर के आंकड़े सामने आए हैं और ये अप्रैल 2023 के 6.2 प्रतिशत के मुकाबले इस साल अप्रैल में 4.5 प्रतिशत रहे हैं. ये दर आरबीआई की टारगेट दर के बीच है. 

ये भी पढ़ें: अब इस दिग्गज निवेशक ने बताया, BJP गई 400 पार तो कैसी होगी बाजार की चाल

Moody’s के अनुमान के बाद आया है यूएन का बयान
भारत की अर्थव्‍यवस्‍था को लेकर इससे पहले Moody’s अपना अनुमान जता चुका है.  Moody’s के अनुसार मौजूदा वित्‍त वर्ष में अर्थव्‍यवस्‍था की रफ्तार 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है. जबकि जानकारों का ये भी मानना है कि मजबूत डिमांड के कारण भारत में लेबर बाजार के इंडीकेटर मजबूत बने हुए हैं. वहीं सरकार वित्‍तीय घाटे को भी कम करने और कैपिटल इंवेस्‍टमेंट को बढ़ाने की तैयारी में जुटी हुई है. 

बाकी देशों को लेकर क्‍या कहती है रिपोर्ट? 
यूनाइटेड नेशन की रिपोर्ट में दूसरे देशों की स्थिति को लेकर भी अनुमान जताया गया है. रिपोर्ट कहती है कि श्रीलंका और पाकिस्‍तान की स्थिति में पहले से सुधार हुआ है.भारत की तेज इकोनॉमिक ग्रोथ और बेहतर भविष्‍यवाणी के साथ समूचे साउथ एशिया में इकोनॉमिक स्थिति सही रहने की संभावना है. क्षेत्रीय देशों की ग्रोथ रेट 5.8 प्रतिशत तक रहने का अनुमान जताया गया है. जनवरी में इसके 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था. वहीं यूएन की रिपोर्ट में 2025 में दुनिया की इकोनॉमिक ग्रोथ 2.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है जबकि जनवरी में ये 2.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है. 
 


Vodafone-Idea की पहले से ही हालत खराब, अब हुआ इतने करोड़ का घाटा, जानिए क्यों?

Vodafone idea ने तिमाही नतीजों का एलान कर दिया है. एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने कहा है कि मार्च में समाप्त तिमाही में कंपनी का घाटा बढ़ गया है.

Last Modified:
Friday, 17 May, 2024
BWHindia

देश की तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल सर्विसेज देने वाली कंपनी वोडाफोन आइडिया के नुकसान में इजाफा हुआ है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए नतीजों का एलान किया है. चौथी कंपनी में कंपनी को 7675 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जो बीते वर्ष की चौथी तिमाही में हुए 6419 करोड़ रुपये के नुकसान से ज्यादा है. चौथी तिमाही में वोडाफोन आइडिया का रेवेन्यू 10,606 करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 10,531 करोड़ रुपये रहा था.

10,606 करोड़ रुपये रहा कंपनी का रेवेन्यू

जनवरी-मार्च 2024 तिमाही में वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) का रेवेन्यू 10606 करोड़ रुपये रहा है. एक साल पहले की समान अवधि में टेलिकॉम कंपनी का रेवेन्यू 10532 करोड़ रुपये था. सालाना आधार पर टेलिकॉम कंपनी का रेवेन्यू 0.71 पसेंट बढ़ा है. वोडाफोन आइडिया का इबिडा मार्च 2024 तिमाही में 4336 करोड़ रुपये रहा है, जो कि एक साल पहले की समान अवधि के दौरान 4210.30 करोड़ रुपये था.

ये भी पढ़ें- स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए Jio ने जमा किए करोड़ों रुपये, Airtel और VI हैं इतने पीछे

हर यूजर से होने वाली कमाई बढ़ी

जनवरी-मार्च 2024 तिमाही में वोडाफोन आइडिया का एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (हर यूजर से होने वाली कमाई या ARPU) 146 रुपये रहा है. एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का एवरेज रेवेन्यू पर यूजर 135 रुपये था. मार्च 2024 तिमाही में वोडाफोन आइडिया का 4G सब्सक्राइबर बेस बढ़कर 12.63 करोड़ पहुंच गया है, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 12.26 करोड़ था. वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की सालाना रेवेन्यू 42650 करोड़ रुपये रहा है, जो कि एक साल पहले 42180 करोड़ रुपये था.

VI के कर्ज में भी आई कमी

वोडाफोन आइडिया पर बैंक और वित्तीय संस्थानों का बकाया कर्ज में 7090 करोड़ रुपये की कमी आई है जो पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 11,130 करोड़ रुपये थी.  कंपनी के पास 31 मार्च 2024 तक कैश और बैंक बैलेंस 170 करोड़ रुपये था. 31 मार्च 2024 तक कंपनी पर सरकार का 203,430 करोड़ रुपये बकाया है जिसमें स्पेक्ट्रम भुगतान के मद में 1,33,110 करोड़ और एजीआर के मद में 70,320 करोड़ रुपये बकाया है.

एक साल में कंपनी के शेयरों में 86% की तेजी

वोडाफोन आइडिया के शेयरों में पिछले एक साल में 86 पर्सेट का उछाल आया है. टेलिकॉम कंपनी के शेयर 17 मई 2023 को 7.07 रुपये पर थे। वोडाफोन आइडिया के शेयर 16 मई 2024 को 13.15 रुपये पर पहुंच गए हैं. वहीं, इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में करीब 23 पर्सेट की गिरावट देखने को मिली है. इसके साथ ही कंपनी ने हाल ही में भारत में सबसे बड़े FPO के माध्यम से 180 अरब रुपये जुटाए हैं. 
 


स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए Jio ने जमा किए करोड़ों रुपये, Airtel और VI हैं इतने पीछे

6 जून को होने वाली नीलामी में सफल बोली लगाने वाले को 20 साल के लिए स्पेक्ट्रम राइट्स मिलेगा. इसमें सालाना 20 समान किश्तों में पेमेंट करने की मंजूरी मिलेगी.

Last Modified:
Friday, 17 May, 2024
BWHindia

रिलायंस जियो ने 5G स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (EMD) यानी बयाना राशि के रूप में 3,000 करोड़ रुपए जमा किए हैं, जो टॉप-3 टेलिकॉम कंपनियों में शामिल भारती एयरटेल लिमिटेड से 3 गुना और वोडाफोन आइडिया (Vi) से 10 गुना ज्यादा है. डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम (DoT) के अनुसार, भारती एयरटेल ने 1,050 करोड़ और वोडाफोन आइडिया (Vi) ने 300 करोड़ रुपए जमा किए. नीलामी में 20 साल के लिए स्पेक्ट्रम अधिकार दिए जाएंगे. कंपनियों को हर साल किस्तों में भुगतान करना होगा.

Jio ने जमा किए सबसे अधिक पैसे

Jio ने सबसे अधिक बयाना राशि ऐसे समय में भी जमा कराया है, जब इसके किसी भी लाइसेंस की रिन्यूअल अभी हाल-फिलहाल में नहीं होना है. वहीं दूसरी तरफ एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को 6 जून को आगामी नीलामी में कुछ सर्किलों में एयरवेव्स को रिन्यूअल करने की जरूरत पड़ेगी. नीलामी में एयरटेल को जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, बिहार, UP (पूर्व), पश्चिम बंगाल और असम में एयरवेव्स को रिन्यू कराने की जरूरत है. वहीं, हाल ही में FPO के जरिए फंड जुटाने वाली वोडाफोन आइडिया को पश्चिम बंगाल और यूपी पश्चिम सर्कल में स्पेक्ट्रम रिन्यू कराना होगा.

ये भी पढ़ें- अब इस दिग्गज निवेशक ने बताया, BJP गई 400 पार तो कैसी होगी बाजार की चाल

20 साल के लिए मिलेगा स्पेक्ट्रम राइट्स

6 जून को होने वाली नीलामी में सफल बोली लगाने वाले को 20 साल के लिए स्पेक्ट्रम राइट्स मिलेगा. इसमें सालाना 20 समान किश्तों में पेमेंट करने की मंजूरी मिलेगी. विभाग ने आने वाली नीलामी के लिए जियो को सबसे अधिक 21,363 एलिजिबिलिटी प्वाइंट्स आवंटित किए हैं. इसके बाद एयरटेल को 7,613 और वोडा आइडिया को 2,200 अंक अलॉट किए हैं. सभी टेलीकॉम कंपनियां एलिजिबिलिटी प्वाइंट्स और और स्पेक्ट्रम सीमा के आधार पर किसी भी सर्विस एरिया में किसी भी बैंड में बोली लगा सकती हैं.

96.31 हजार करोड़ के बेस प्राइस पर होगी नीलामी

टेलीकॉम विभाग 6 जून को 93,000 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम की नीलामी करेगा. इसमें 800 मेगाहर्ज, 900 मेगाहर्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज, 2,500 मेगाहर्ट्ज, 3,300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम बिक्री के लिए रखा जाएगा. DOT वेबसाइट पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक 31 दिसंबर, 2023 तक जियो की नेटवर्थ 2.31 लाख करोड़ रुपये और 6 मई 2024 तक एयरटेल की नेटवर्थ 86,260 करोड़ रुपये थी. वहीं 3 मई, 2024 तक वोडा आइडिया की नेटवर्थ निगेटिव 1.17 लाख करोड़ रुपये थी.

स्पेक्ट्रम क्या है और यह कैसे काम करता है?

एयरवेव्स इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम के भीतर रेडियो फ्रीक्वेसी हैं जो टेलिकॉम सहित कई सर्विसेज के लिए वायरलेस तरीके से सूचना ले जा सकती हैं. सरकार इन एयरवेव्स का मैनेजमेंट और आवंटन करती है. स्पेक्ट्रम को लो फ्रीक्वेंसी से लेकर हाई फ्रीक्वेंसी तक के बैंड में डिवाइड किया जा सकता है. हाई-फ्रीक्वेंसी वेव ज्यादा डेटा ले जाती हैं और लो-फ्रीक्वेंसी वेव की तुलना में तेज होती हैं, लेकिन इन्हें आसानी से ब्लॉक या ऑब्सट्रक्ट किया जा सकता है. लोअर-फ्रीक्वेंसी वेव वाइडर कवरेज प्रदान कर सकती हैं.
 


अब इस दिग्गज निवेशक ने बताया, BJP गई 400 पार तो कैसी होगी बाजार की चाल 

लोकसभा चुनाव के 4 चरण पूरे हो चुके हैं, जबकि तीन चरण का मतदान होना अभी बाकी है. इसके नतीजे 4 जून को आएंगे.

Last Modified:
Friday, 17 May, 2024
BWHindia

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के चलते शेयर बाजार (Stock Market) में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा था कि 4 जून के बाद शेयर बाजार रॉकेट बनने वाला है, क्योंकि भाजपा 400 से ज्यादा सीटें जीतकर देश को फिर एक बार स्थिर सरकार देने वाली है. लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे. तमाम एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यदि भाजपा मिशन 400 पूरा कर लेती है, तो मार्केट में तेजी आएगी. वहीं, अगर उसे 400 से कम सीटें मिलती हैं, तो बाजार की चाल प्रभावित हो सकती है. अब दिग्गज निवेशक मार्क मोबियस (Mark Mobius) ने भी इस पर अपने विचार व्यक्त किए हैं.  

बाजार के लिए होगी अच्छी खबर
मार्क मोबियस अमेरिकी मूल के जर्मन फंड मैनेजर और Mobius Capital Partners LLP के फाउंडर हैं. एक मीडिया हाउस से बातचीत में उन्होंने भाजपा के मिशन 400 और शेयर मार्केट के बीच के कनेक्शन के बारे में बताया है. मोबियस का कहना है कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन NDA को 400 से ज्यादा सीटें मिलती हैं, तो शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिलेगी और यही भारत की अर्थव्यस्था के लिए भी अच्छा होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा का 400 पार जाना शेयर बाजार के लिए अच्छी खबर. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत की इकॉनमी के लिए यह बहुत सपोर्टिव होगा.

भारत के लिए भी अच्छा
बाजार में उतार-चढ़ाव के बारे में बात करते हुए मार्क मोबियस ने कहा कि शायद लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर एक अनिश्चितता पैदा होने के चलते ऐसा हो रहा है. चाहे घरेलू निवेशक हों या विदेशी निवेशक सभी को अनिश्चितता से नफरत है. उन्होंने आगे कहा कि खासतौर पर विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक अनुकूल माहौल चाहिए, जिसे केवल एक मजबूत सरकार ही दे सकती है. दिग्गज निवेशक ने कहा कि यदि NDA सरकार की मजबूत वापसी होती है, तो सरकार को अपने महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट्स पर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. इसका सीधा फायदा भारत की अर्थव्यस्था और विकास को होगा. मोबियस ने कहा कि भारत के लिए टेक इनोवेशन और टेक मैन्युफैक्चरिंग सेंटर बनने का एक बेहतरीन मौका है, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है सरकार अमेरिका, चीन, ताइवान और जापान की बड़ी कंपनियों को किस हद तक आकर्षित कर पाती है. 

क्या कहा था अमित शाह ने?
हाल ही में अमित शाह ने कहा था कि शेयर बाजार में गिरावट को चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए, 4 जून, 2024 को जब लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा होगी, तो बाजार चढ़ेगा. उन्होंने यह भी कहा था कि स्टॉक मार्केट की हालिया गिरावट से चिंतित होने की जरूरत नहीं है. बाजार ने इससे पहले भी कई बार गोते लगाए हैं, इसे चुनाव से नहीं जोड़ना चाहिए. यदि ऐसा अफवाहों के कारण हुआ भी होगा, तो 4 जून के पहले आप खरीदारी कर लेना, बाजार में तेजी आने वाली है.

स्थिर सरकार से आएगी तेजी
होम मिनिस्टर ने कहा था कि मैं शेयर बाजार के लिए आंकलन नहीं कर सकता, लेकिन सामान्य तौर पर जब स्थिर सरकार आती है तो बाजार में तेजी भी आती है. मैं कह रहा हूं कि हमारी 400 से ज्यादा सीटें आने वालीं हैं और देश में फिर से स्थिर सरकार आने वाली है. ऐसे में निश्चित रूप से बाजार ऊपर जाने वाला है. शाह ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बीते तीन चरणों में भाजपा को 190 सीटें हासिल हो चुकी हैं और चौथा चरण भी उनके लिए अच्छा रहा है.  

TAGS bw-hindi

Stock Market: आज कौन से शेयर रहेंगे Bull पर सवार और किन शेयरों पर रहेगी Bear की मार?

एक्सपर्ट्स का मानना है कि लोकसभा चुनाव के चलते शेयर बाजार में तेज उतार-चढ़ाव का दौर बना रहेगा.

Last Modified:
Friday, 17 May, 2024
BWHindia

शेयर बाजार (Stock Market) में छाई मंदी गुरुवार को दूर हो गई. हैवीवेट शेयरों में लिवाली और विदेशी बाजारों से मिले मजबूती वाले संकेतों के चलते हमारा शेयर बाजार बड़ी छलांग के साथ बंद हुआ. इस दौरान, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 676.69 अंक चढ़कर 73,663.72 पर पहुंच गया. इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 203.30 अंकों की बढ़त के साथ 22,403.85 पर बंद हुआ. सेंसेक्स के कुछ शेयर जहां लाभ में रहे. वहीं, SBI, मारुति, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड और इंडसइंड बैंक के शेयर नुकसान में रहे. चलिए जानते हैं कि आज कौनसे शेयर ट्रेंड में रह सकते हैं.

MACD के ये हैं संकेत
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने आज के लिए Bharat Bijlee, Trent, KEI Industries, Linde India और Mazagon Dock Shipbuilders पर तेजी का रुख दिखाया है. इसका मतलब है कि इन शेयरों की कीमतों में उछाल आ सकता है. इसी तरह, MACD ने Tube Investment of India, Lux Industries, Sky Gold, KFin Technologies और Jana Small Finance Bank में मंदी के संकेत दिए हैं. यानी कि इन शेयरों में गिरावट देखने को मिल सकती है. लिहाजा इनमें निवेश को लेकर सावधान रहें. 

इनमें मजबूत खरीदारी
अब बात करते हैं उन शेयरों की जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में दिग्गज टेलीकॉम कंपनी Bharti Airtel सहित M&M, Hero MotoCorp और Hindalco शामिल हैं. एयरटेल के शेयर कल करीब 3 प्रतिशत की छलांग के साथ 1,344 रुपए पर बंद हुए थे. बीते 5 कारोबारी सत्रों में यह शेयर 4.56% ऊपर चढ़ चुका है. इसी तरह, महिंद्रा एंड महिंद्रा भी कल 4% की मजबूती के साथ 2,393.90 रुपए पर बंद हुआ. इसने पिछले 5 दिनों में अपने निवेशकों को 7.34% का रिटर्न दिया है. Hero MotoCorp के लिए गुरुवार तेजी लेकर आया. 5,142 रुपए के भाव पर मिल रहा ये शेयर पिछले 5 सत्रों में 6.10% ऊपर गया है. हिंडाल्को में ज़रूर कल गिरावट आई और यह 652.30 रुपए पर पहुंच गया.

आज इनके आएंगे नतीजे  
आज मार्केट में वोडाफोन-आइडिया, बायोकॉन, क्रॉम्प्टन ग्रीव्ज कंज्यूमर, JK पेपर, रेस्टोरेंट्स ब्रांड्स एशिया के वित्तीय नतीजों पर प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है. जबकि JSW स्टील, बंधन बैंक, बलरामपुर चीनी, GMR पावर, गोदरेज प्रॉपर्टीज, फीनिक्स मिल्स, RCF, RVNL सहित कुछ और कंपनियां आज यानी 17 मई को मार्च तिमाही नतीजों का ऐलान करेंगी. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि निफ्टी निकट भविष्य में 22,600 का अगला रेजिस्टेंस लेवल छू सकता है. गिरावट की स्थिति में यह 22,280 पर सपोर्ट ले सकता है. हालांकि, उनका यह भी कहना है कि लोकसभा चुनाव की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव भी तेज देखने को मिल सकता है.
 


First Global की देविना मेहरा के खिलाफ दुबई में लुकआउट नोटिस जारी, जानिए पूरा मामला

30 जनवरी को देश छोड़कर भारत से भागने से ठीक दो दिन बाद देविना मेहरा के खिलाफ 2 फरवरी को LOC जारी किया गया था.

Last Modified:
Thursday, 16 May, 2024
BWHindia

पलक शाह

 

दुबई की एक अदालत ने भारतीय इक्विटी बाजारों में बड़े नामों में से एक देविना मेहरा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया है. बता दें कि देविना मेहरा फर्स्ट ग्लोबल की संस्थापक और सीएमडी हैं, जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में क्लाइंट के कई मिलियन डॉलर के पैसे संभाले हैं और उन्हें अपने पोर्टफोलियो प्रबंधन योजनाओं के माध्यम से निवेश करने की सलाह दी है. हालांकि फर्स्ट ग्लोबल की शुरुआत भारत में हुई थी, लेकिन इसने वैश्विक बाजारों में निवेश करने के बाद दुबई में शिफ्ट हो गया.

2 फरवरी को जारी दिया गया LOC

30 जनवरी को देश छोड़कर भारत से भागने से ठीक दो दिन बाद देविना मेहरा के खिलाफ 2 फरवरी को एलओसी जारी किया गया था. बिजनेसवर्ल्ड द्वारा देखा गया LOC दुबई कोर्ट के एक फैसले के बाद जारी किया गया था, जिसमें उसे केस नंबर 1637/2022 में दावेदार को 300 मिलियन डॉलर से अधिक का भुगतान करने का आदेश दिया गया था. LOC, एक नो फ्लाई नोटिस एग्जीक्यूशन केस नंबर 139/22024 के तहत जारी किया गया था. एक अन्य मामले में, यूएई के सुप्रीम कोर्ट ने मेहरा को केस नंबर 121/2023 के तहत दावेदार को 7 मिलियन डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा है. दुबई LOC वांछित व्यक्तियों के विभाग (Department of Wanted Persons) के आपराधिक जांच और जांच के सामान्य विभाग द्वारा जारी किया गया है. LOC के अनुसार देविना की राष्ट्रीयता एंटीगुआ है, जो एक उत्तरी अमेरिकी देश है और उसने भारतीय नागरिकता छोड़ दी है.

वन नेशन,वन फूड इंवेस्टिगेशन की कवायद जल्‍द हो सकती है शुरू, FSSAI की बढ़ेगी ताकत

देविना मेहरा की BW पर प्रतिक्रिया

BW ने देविना मेहरा से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने अपने ईमेल पते devinamehra@gmail.com पर पूछे गए प्रश्न का उत्तर नहीं दिया. लेकिन जब उनके फोन नंबर +971 529218823 पर व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि हम नीति के अनुसार गुमनाम व्हाट्सएप फॉरवर्ड का सार्वजनिक रूप से जवाब नहीं देते हैं, क्योंकि इससे केवल बकवास को बढ़ावा मिलता है. वास्तव में मेरे वकीलों की सलाह के अनुसार, मैं इस मुद्दे पर साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करने जा रही हूं. मैंने कभी भी किसी भी क्षेत्राधिकार में कोई कानून नहीं तोड़ा है. तलाक की प्रक्रिया के तहत कुछ व्यक्तिगत संपत्तियां मुकदमे में हैं, जिनका वैसे भी व्यवसाय या फर्स्ट ग्लोबल से कोई लेना-देना नहीं है, मामला न्यायालय में विचाराधीन है.

देविना मेहरा ने आगे कहा कि किसी भी मामले में, जबकि दूसरे पक्ष द्वारा दुबई की अदालतों में याचिका दायर की गई है, बैंकरों और परिसंपत्तियों के संरक्षकों ने पहले ही अदालत को सूचित कर दिया है और पुष्टि कर दी है कि एसेस्टस उस क्षेत्राधिकार में बिल्कुल भी नहीं हैं और इसका कोई विवरण UAE की अदालत को भी नहीं दिया जा सकता है.
 


महिंद्रा को मार्च तिमाही में मिला अच्छा प्रॉफिट, अब निवेशकों को मिलेगा डिविडेंड का तोहफा

महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) ने अपनी 2023-24 की वित्त वर्ष की मार्च तिमाही के रिजल्ट जारी करने के साथ निवेशकों को डिविडेंड देने की घोषणा भी की है.

Last Modified:
Thursday, 16 May, 2024
BWHindia

महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) ने बीते वित्त वर्ष की मार्च तिमाही के रिजल्ट जारी कर दिए हैं. कंपनी ने बताया कि मार्च तिमाही में उनके मुनाफे और रेवेन्यू में बढ़ोतरी हुई है. तिमाही रिजल्ट के बाद गुरुवार को कंपनी के शेयर भी तेजी देखने को मिली. ऐसे में अब कंपनी अपने निवेशकों को भी डिविडेंड का तोहफा देने जा रही है. आइए जानते हैं कि कंपनी को कितना मुनाफा हुआ और वह निवेशकों को कितना डिविडेंड देगी?

इतना बढ़ा कंपनी का प्रॉफिट

महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने पिछले वित्त वर्ष के आखिरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं. कंपनी ने बताया कि इस तिमाही ऑटोमोटिव और फार्म सेक्टर सेगमेंट में मजबूत प्रदर्शन होने की वजह से कंपनी का प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (PAT) 4 प्रतिशत बढ़ गया है. मार्च तिमाही में कंपनी का PAT 2,754 करोड़ रुपये रहा. कंपनी ने शेयर बाजार को जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2022-23 के जनवरी-मार्च तिमाही में PAT 2,637 करोड़ रुपये का था. इस बार 9  प्रतिशत बढ़कर 35,452 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 32,456 करोड़ रुपये था.

प्रॉफिट भी बढ़ा

कंपनी का कुल मुनाफा भी बढ़ा है. 31 मार्च को समाप्त पूरे वर्ष के लिए कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 9,025 करोड़ रुपये के मुकाबले 11,269 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ कमाया, जो 25 प्रतिशत की वृद्धि है.

इसे भी पढ़ें-अब आंखों के इशारों पर चलेगा IPhone और IPad, आ रहा ये गजब का फीचर

निवेशकों को मिलेगा इतना डिविडेंड

कंपनी ने तिमाही नतीजों के साथ निवेशकों को डिविडेंड देने की घोषणा भी की है. कंपनी ने जानकारी दी है कि बोर्ड ने प्रत्येक शेयर पर 21.10 रुपये के लाभांश को मंजूरी दे दी है. जल्द ही इस डिविडेंड के डिस्ट्रिब्यूशन की तारीख भी घोषित की जाएगी.

कंपनी के शेयर की परफॉर्मेंस
गुरुवार यानी 16 मई को महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर (M&M Share Price) 3.98 प्रतिशत चढ़कर 2,393.90 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ है. पिछले 6 महीने में कंपनी के शेयर ने 51.08 प्रतिशत और 1 साल में 89.53 प्रतिशत का पॉजिटिव रिटर्न दिया है.


वन नेशन,वन फूड इंवेस्टिगेशन की कवायद जल्‍द हो सकती है शुरू, FSSAI की बढ़ेगी ताकत

दरअसल अभी देश के अंदर इस्‍तेमाल किए जाने वाले खाने पीने के सामाान और देश के बाहर भेजे जाने वाले जाने वाले प्रोडक्‍ट की जांच अलग-अलग संस्‍थाएं करती हैं. 

Last Modified:
Thursday, 16 May, 2024
BWHindia

वन नेशन वन राशन कार्ड की तर्ज पर अब सरकार वन नेशन वन फूड इंवेस्टिगेशन एजेंसी बनाने पर विचार कर रही है. दरअसल हालिया समय में जिस तरह मसालों की शुद्धता को लेकर मामला सामने आया उसके बाद  कुछ देशों ने भारत के मसालों पर पाबंदी लगा दी थी. इसी कड़ी में अब ये खबर सामने आई है कि सरकार फूड इंवेस्टिगेशन के लिए FSSAI को और ताकतवर बनाने की तैयारी कर रही है, जिससे इन मामलों को सेंट्रलाइज किया जा सके. 

अभी क्‍या है आखिर पूरी व्यवस्‍था ? 
मौजूदा समय में देश के अंदर खाने पीने के सामान की जांच का काम FSSAI (Food Safety and Standard Authority of india) करती है. FSSAI देश के अंदर खाने के सैंपल लेकर उनकी जांच करने का काम करती है. जबकि APEDA देश से बाहर जा रहे फूड प्रोडक्‍ट की जांच से लेकर उनकी क्‍वॉलिटी की जांच करने का काम करती है. दरअसल बाहर से आने वाले खाने के सामान की जांच और उसकी क्‍वॉलिटी चेक करने का काम सभी देशों में होता है. अलग-अलग देशों में सैंपल चेक करने से लेकर उनमें कमी पाए जाने पर सैंपल को वापस कर दिया जाता है. 

ये भी पढ़ें: एआई से काम करने लगे है रिकॉर्ड तोड़ लोग.. इन दो कंपनियों के सर्वे में आया सामने

अब क्‍या हो सकती है आखिर नई व्‍यवस्‍था? 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार इस नई व्‍यवस्‍था में देश और विदेश को भेजे जाने वाले खाने पीने के सामान की जांच का काम FSSAI को दे सकती है. सरकार इस प्रस्‍ताव के साथ FSSAI को और मजबूत बना सकती है. सरकार खाने पीने के मामलों में उल्‍लंघन करने पर सजा का प्रावधान भी बढ़ा सकती है. अभी ऐसा करने वालों के लिए काफी कम सजा है. 

मसालों में पेस्टिसाइड की मिलावट का आया था मामला 
हाल ही में एवरेस्‍ट और एमडीएच के मसालों में सिंगापुर और हांगकांग में पेस्टिसाइड की मिलावट का मामला सामने आया था. सिंगापुर और हांगकांग में उनमें जरूरत से ज्‍यादा एथिलीन ऑक्‍साइड की मात्रा जरूरत से ज्‍यादा पाई गई थी, जिसके बाद वहां की सरकार ने इन कंपनियों के प्रोडक्‍ट को लेकर सख्‍त कार्रवाई की थी. हालांकि इसी मामले को लेकर अमेरिका भी जांच की गई थी लेकिन वहां की सरकार ने इस तत्‍व के इस्‍तेमाल को अपने देश में वाजिब बताया था.