कोविड के बाद से घर खरीदने के निर्णय में आ रहा बदलाव, जानिए क्या कहती है ANAROCK की रिपोर्ट?

ANAROCK की एक रिपोर्ट के अनुसार खरीदार 50 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये कीमत का मकान खरीदने का अंतिम निर्णय लेने में सबसे अधिक यानी 30 दिन का समय लगा रहे हैं. 

Last Modified:
Tuesday, 12 November, 2024
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अपने घर में रहना हर किसी का सपना होता है. ऐसे में हर कोई अपने बजट के हिसाब से छोटा या बड़ा मकान खरीदने का निर्णय लेता है. अब भारत में मकान खरीदना निवेश का भी सबसे अच्छा विकल्प उभरकर सामने आ रहा है. खरीदार अब मकान खरीदने का निर्णय लेने में भी कम समय ले रहे हैं. कोविड के बाद से मकान लेने की इच्छा को खरीदने में बदलने में लगने वाले दिनों की संख्या में कमी आई है. बहुत महंगे लग्जरी मकानों को खरीदने वाले लोग सबसे कम दिन का समय ले रहे हैं. ये खुलासा संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक समूह की एक लेटेस्ट रिपोर्ट में हुआ है. तो आइए इस रिपोर्ट पर एक नजर डालते हैं. 

अब कम समय में मकान खरीदने का निर्णय ले रहे लोग
एनारॉक की रिपोर्ट्स से मिले आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में मकान लेने की सोच को मकान लेने के निर्णय में बदलने में 33 दिन लग रहे थे, जबकि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में दिनों की संख्या घटकर 26 रह गई है. हालांकि मकान लेने की योजना को बुकिंग में बदलने के ये दिन पिछले वित्त वर्ष के 25 दिनों से एक दिन अधिक है.

50 लाख से एक करोड़ रुपये कीमत के मकान में अधिक समय
एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार खरीदार 50 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये कीमत का मकान खरीदने का अंतिम निर्णय लेने में सबसे अधिक यानी 30 दिन का समय लगा रहे हैं. खरीदारों ने एक करोड़ से 3 करोड़ रुपये कीमत के मकान खरीदने के निर्णय में इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में 27 दिन लगाए, दो से तीन करोड़ रुपये कीमत के मामले में इन दिनों की संख्या 26 रही. वहीं, खरीदारों ने पिछले वित्त वर्ष एक से दो करोड़ रुपये कीमत के मकान खरीदने का निर्णय लेने में सबसे अधिक 32 दिन का समय लिया. किफायती मकानों के संबंध में निर्णय लेने के दिनों की संख्या पिछले वित्त वर्ष की तुलना में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में एक दिन घटकर 26 दिन रह गई. खरीदारों को वित्त वर्ष 2021 में मकान बुक करने में आज की तुलना में अधिक समय लगा, जो वर्तमान में मकानों की मजबूत मांग की गति को दर्शाता है. यह देखते हुए कि पिछले कुछ वर्षों में ब्रैंडेड डेवलपर्स द्वारा नई आपूर्ति में वृद्धि देखी गई है.

अल्ट्रा लग्जरी मकानों की बुकिंग में लग रहा कम समय
बजट श्रेणी के आंकड़ों के अनुसार खरीदार अल्ट्रा-लक्जरी मकानों (3 करोड़ रुपये से अधिक कीमत) को लेने की योजना को बुकिंग में तब्दील करने में सबसे कम समय लेते हैं. वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में खरीदारों ने इन मकानों को लेने के निर्णय में केवल 15 दिन का समय लिया, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में 22 दिन लिए थे. एनारॉक समूह के अध्यक्ष अनुज पुरी कहते हैं कि अल्ट्रा-लक्जरी घरों के खरीदार त्वरित निर्णय लेने के लिए वित्तीय रूप से सक्षम हैं. साथ ही हाई-एंड मकानों की वर्तमान में सबसे अधिक मांग भी है. 

आवासीय क्षेत्र में किफायती और मध्यम श्रेणी के मकान खरीदारों की हिस्सेदारी ज्यादा

पुरी ने कहा कि मकान खरीदने का निर्णय लेने में दिनों की संख्या में आई इस कमी से उल्लेखनीय बदलाव दिखने की संभावना नहीं है क्योंकि भारतीय मकान खरीदार खरीदारी का निर्णय हल्के में नहीं लेते हैं. इसकी वजह उनकी अधिकांश या सारी बचत इसमें लग जाती है. लक्जरी और अल्ट्रा-लक्जरी मकान खरीदारों के साथ ऐसा नहीं है, लेकिन इनकी आवासीय क्षेत्र में हिस्सेदारी 10 से 11 प्रतिशत ही है. बड़ा हिस्सा किफायती और मध्यम श्रेणी के मकान खरीदारों का रहता है.


 


RSWM Ltd. ने राजीव गुप्ता को नियुक्त किया CEO, स्ट्रेटेजिक ग्रोथ और इनोवेशन पर करेंगे काम

राजीव गुप्ता के पास 30 से ज्यादा सालों का अनुभव है और उन्होंने कई उद्योगों में अपनी नेतृत्व क्षमता से बड़ा बदलाव लाया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 11 December, 2024
Last Modified:
Wednesday, 11 December, 2024
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LNJ Bhilwara Group की प्रमुख कंपनी और भारत की सबसे बड़ी टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक RSWM Limited ने राजीव गुप्ता को अपना मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है. राजीव गुप्ता के पास 30 से ज्यादा सालों का अनुभव है और उन्होंने कई उद्योगों में अपनी नेतृत्व क्षमता से बड़ा बदलाव लाया है. 

राजीव गुप्ता के पास है लंबा अनुभव

राजीव गुप्ता को Lean, Six Sigma, TPM और TQM जैसी विधियों का उपयोग करके ऑपरेशनल सुधार और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में महारत हासिल है. उनका अनुभव टेक्सटाइल, होम टेक्सटाइल, और पल्प एंड पेपर उद्योगों तक फैला हुआ है. उन्होंने रिलायंस, ट्राइडेंट और वर्धमान जैसी प्रमुख कंपनियों में नेतृत्व भूमिकाएं निभाई हैं, जहां उनके प्रयासों से EBITDA और रेवेन्यू में उल्लेखनीय वृद्धि हुई. अब RSWM Limited में, राजीव गुप्ता के नेतृत्व में कंपनी अपनी तकनीकी सुधार और संचालन को और बेहतर बनाने के लिए नई गति से काम करेगी. उनकी रणनीतिक सोच कंपनी को तेजी से बदलते बाजार और उपभोक्ता मांगों के साथ तालमेल बनाने में मदद करेगी. 

राजीव गुप्ता ने क्या कहा?

अपनी नियुक्ति पर बोलते हुए, राजीव गुप्ता ने कहा कि RSWM ने हमेशा टेक्सटाइल में नवाचार और उत्कृष्टता का नेतृत्व किया है. कंपनी ने संचालन में उत्कृष्टता और स्थिरता की मजबूत विरासत बनाई है. मैं इस आधार को आधुनिक तकनीकों और प्रक्रियाओं के साथ आगे बढ़ाने, दक्षता बढ़ाने और उद्योग की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.

कंपनी के चैयरमैन ने क्या कहा?

RSWM Limited के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रिजु झुनझुनवाला ने कहा कि राजीव का उद्योग ज्ञान और उनकी असाधारण नेतृत्व क्षमता हमारी व्यावसायिक योजनाओं को पूरा करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे. उनकी रणनीतिक सोच और संचालन में कुशलता हमारे ऑपरेशंस को मजबूत बनाने और नए बाजारों में विस्तार करने में मदद करेंगी. 6 दशकों से ज्यादा के इतिहास के साथ, RSWM Limited ने बाजार विस्तार, उत्पाद विविधता और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित किया है. राजीव गुप्ता की नियुक्ति कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मक ताकत को और बढ़ाएगी और इसे उद्योग में अग्रणी बनाए रखेगी.
 


AI-आधारित सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए LTIMindtree और GitHub ने मिलाया हाथ

यह साझेदारी LTIMindtree और GitHub के बीच उन्नत AI क्षमताओं के साथ सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट को बदलते हुए, स्केलेबल एंटरप्राइज इनोवेशंस की दिशा में कदम बढ़ाएगी.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 11 December, 2024
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Wednesday, 11 December, 2024
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ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग और डिजिटल सॉल्यूशंस कंपनी LTIMindtree [NSE: LTIM, BSE: 540005] ने Copilot-पॉवर्ड डेवलपर प्लेटफॉर्म GitHub के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है. यह सहयोग GitHub की उन्नत DevOps और AI-आधारित पेयर प्रोग्रामिंग क्षमताओं को LTIMindtree की डिजिटल इंजीनियरिंग और AI परिवर्तन विशेषज्ञता के साथ जोड़ते हुए एक शक्तिशाली इकोसिस्टम बना रहा है, जो एंटरप्राइज इनोवेशंस को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देगा.

जनरेटिव AI में अपार क्षमता 
जैसे-जैसे IT जटिलताएं बढ़ रही हैं, सॉफ्टवेयर गुणवत्ता, सुरक्षा और गति की मांग अधिक महत्वपूर्ण होती जा रही है. जबकि जनरेटिव AI में अपार क्षमता है, कई संगठन इसका पूरी तरह से लाभ उठाने में संघर्ष कर रहे हैं. इस चुनौती को पहचानते हुए, LTIMindtree सॉफ्टवेयर डिलीवरी प्रक्रिया में जनरेटिव AI को एकीकृत करने के लिए शिफ्ट-लेफ्ट, शिफ्ट-राइट और शिफ्ट-डाउन प्रैक्टिसेस के माध्यम से एगाइल ट्रांसफॉर्मेशन को बढ़ावा दे रहा है. LTIMindtree-GitHub साझेदारी संगठनों को AI-सक्षम क्षमताओं को स्केल करके और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट लाइफसाइकिल में AI को सहजता से समाहित करने में सक्षम बना रहे हैं. GitHub प्लेटफॉर्म पर अपने कार्यबल को प्रको पुनः कल्पित करके शक्ति प्रदान करेगी.

डेवलपमेंट प्रक्रियाएं होंगी सरल

LTIMindtree के डिजिटल कार्यक्रमों को प्रदान करने में विशेषज्ञता और GitHub के मजबूत Copilot-पॉवर्ड प्लेटफॉर्म का लाभ उठाते हुए, यह सहयोग विकास प्रक्रियाओं को सरल करेगा और AI-समर्थित डेवलपर समाधानों को एंटरप्राइज की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार करेगा. डेवलपर्स को बेहतर सहयोग उपकरण, स्वचालित वर्कफ्लो और कम मैन्युअल प्रयास का लाभ मिलेगा, जिससे तेज समय-से-बाजार और बेहतर सॉफ्टवेयर गुणवत्ता सुनिश्चित होगी. इसके अतिरिक्त, GitHub इको सिस्टम उत्पादकता को बढ़ावा देगा, जिससे नवाचारी उपकरणों तक पहले से पहुंच और सह-नवाचार को बढ़ावा मिलेगा.

AI क्रांति में खुद को सबसे आगे खड़ा कर LTIMindtree
LTIMindtree के Whole Time डायरेक्टर और सीओओ नचिकेत देशपांडे ने कहा है कि डिजिटल युग में तेजी से मूल्य निर्धारित करना प्रमुख मापदंड (Metric) है. GitHub के साथ साझेदारी करके LTIMindtree खुद को AI क्रांति में सबसे आगे खड़ा कर रहा है, जिसका लक्ष्य है 'AI in Everything, Everything for AI, and AI for Everyone.' हमारा लक्ष्य सेवाएं प्रदान करना है जो उत्पादकता, दक्षता और गुणवत्ता को बढ़ावा दें, और व्यवसायों को अधिक एगाइल बना कर उच्च प्रदर्शन प्राप्त करने में मदद करें. 

डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में तेजी लाने में मिलेगी मदद 
GitHub के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर एलिजाबेथ पेमेरल, Chief Revenue Officer, ने कहा है कि हम LTIMindtree के साथ साझेदारी करने के लिए रोमांचित हैं, ताकि हम अपने ग्राहकों के AI ट्रांसफॉर्मेशन को बढ़ावा दे सकें. LTIMindtree की डिजिटल इंजीनियरिंग और AI में विशेषज्ञता के साथ GitHub के Copilot-पॉवर्ड प्लेटफॉर्म का उपयोग करके हम एंटरप्राइज को पूरे सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट लाइफसाइकिल में AI को सहजता से समाहित करने में सक्षम बना रहे हैं. GitHub प्लेटफॉर्म पर अपने कार्यबल को प्रशिक्षित करने और GitHub Centre of Excellence स्थापित करने के लिए LTIMindtree का निवेश उन्हें एक नवप्रवर्तनक और रणनीतिक भागीदार के रूप में विशिष्ट रूप से स्थित करेगा, जो एंटरप्राइज को डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में तेजी लाने में मदद करेगा

AI-नेटिव SDLC को शक्ति प्रदान करेगा LTIMindtree का निवेश

एक ज्ञान संरचना तैयार करने में LTIMindtree का निवेश जो AI-नेटिव SDLC को शक्ति प्रदान करता है, ग्राहक संदर्भ, टेक्नोलॉजी बेस्ट प्रैक्टिसिस और एंड-टू-एंड सहसंबंध लाता है. GitHub पारिस्थितिकी तंत्र के साथ मिलकर कार्यक्षमताओं को और बढ़ाएगा और विभिन्न व्यक्तित्वों के बीच अनुभवों में सुधार करेगा, जिससे तेज़ मूल्य प्राप्ति सुनिश्चित होगी. अगला कदम के रूप में, LTIMindtree GitHub पर अपने कार्यबल को प्रशिक्षित करने, GitHub Copilot और GitHub Enterprise Server पर प्रशिक्षण देने, और GitHub पारिस्थितिकी तंत्र को अपने एक्सेलेरेटरों और प्लेटफ़ॉर्मों में एकीकृत करने के लिए निवेश कर रहा है. यह गठबंधन LTIMindtree की डिजिटल इंजीनियरिंग में नेतृत्व की पुष्टि करता है और AI-आधारित नवाचार की अगली लहर को बढ़ावा देने की इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे एंटरप्राइज़ को उच्च प्रदर्शन, एगाइलिटी, और सतत विकास प्राप्त करने में मदद मिलती है.. 


NetApp Excellerator Demo Day पर स्टार्टअप्स ने दिखाई चमक, 8 AI स्टार्टअप्स हुए ग्रेजुएट

ग्रेजुएट होने वाले स्टार्टअप्स में LEGO AI, Calibr, Pipeshift (पहले Xylem AI), CLIKA, BetterData, Syntonym, Enkrypt AI, और Portkey शामिल हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 11 December, 2024
Last Modified:
Wednesday, 11 December, 2024
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इंटेलिजेंट डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी NetApp ने हाल ही में अपने फ्लैगशिप एक्सीलरेटर प्रोग्राम NetApp Excellerator के 13वें बैच के 8 स्टार्टअप्स की ग्रेजुएशन पूरी की. इस ग्रुप में दुनिया भर के होनहार डीप-टेक इनोवेटर्स शामिल थे, जैसे LEGO AI, Calibr, Pipeshift (पहले Xylem AI), CLIKA, BetterData, Syntonym, Enkrypt AI, और Portkey. Demo Day इवेंट में इन स्टार्टअप्स ने अपने नए और प्रभावी सॉल्यूशंस पेश किए. ये सॉल्यूशंस एनालिटिक्स, एडटेक, AI इंफ्रास्ट्रक्चर, MLOps, सिंथेटिक डेटा, बड़े भाषा मॉडल (LLM) की सेफ्टी टेस्टिंग जैसे कई क्षेत्रों में थे. इन स्टार्टअप्स ने निवेशकों, इंडस्ट्री के लीडर्स, मेंटर्स और NetApp के अधिकारियों के सामने अपनी योजनाएं रखीं और डिजिटल बदलाव की नई संभावनाओं को दिखाया. 

Cohort 13 के ये स्टार्टअप्स अपने ग्राहकों के लिए GenAI (जनरेटिव AI) को और भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने में मदद कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, Pipeshift ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया है जो बिज़नेस को बड़े भाषा मॉडल (LLMs) को आसानी से ट्रेन, डिप्लॉय और स्केल करने में मदद करता है. CLIKA मशीन लर्निंग (ML) मॉडल्स को और बेहतर परफॉर्मेंस के लिए ऑप्टिमाइज़ कर रहा है. Enkrypt AI सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को हल कर रहा है और GenAI ऐप्स के लिए बेहतर विज़िबिलिटी दे रहा है, जिसे NetApp INSIGHT इवेंट में दिखाया गया. Syntonym प्राइवेसी टेक्नोलॉजी के साथ GenAI का इस्तेमाल करके सिंथेटिक चेहरे बना रहा है. ये सभी स्टार्टअप्स मिलकर बिज़नेस को AI अपनाने में मदद कर रहे हैं और नई-नई इनोवेशन को बढ़ावा दे रहे हैं.

NetApp के 2024 क्लाउड कॉम्प्लेक्सिटी रिपोर्ट के अनुसार, भारत AI और क्लाउड इनोवेशन में सबसे आगे है. इस रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में 70% कंपनियां AI प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं, जो कि ग्लोबल एवरेज 49% से काफी ज्यादा है. यह दिखाता है कि AI में सफलता पाने के लिए एक मजबूत और एकीकृत डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर कितना जरूरी है. Cohort 13 के दौरान, सभी स्टार्टअप्स ने इस विषय को समझा और इसी दिशा में काम किया.  

NetApp इंडिया की मैनेजिंग डायरेक्टर और VP ऑफ इंजीनियरिंग, वसंती रमेश ने कहा कि "पिछले सात सालों में, NetApp Excellerator स्टार्टअप्स के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गया है, जो नई तकनीकों की सीमाओं को बढ़ा रहे हैं. इस प्रोग्राम का उद्देश्य इनोवेशन को तेज़ करना और स्टार्टअप्स को डेटा का सही उपयोग करके बिजनेस ग्रोथ और कम्युनिटी पर सकारात्मक असर डालने के लिए तैयार करना है. Cohort 13 के दौरान, हमने स्टार्टअप्स के साथ मिलकर GenAI (जनरेटिव AI) को अपनाने और इनोवेशन को बढ़ावा देने में मदद की. हमारे सॉल्यूशंस और मेंटरशिप के जरिए, हम सहयोगी इनोवेशन को बढ़ावा देकर स्टार्टअप्स को सफलता का मंच देने में खुश हैं."  

तकनीक क्षेत्र में बदलते ट्रेंड्स के साथ, NetApp Excellerator प्रोग्राम भी लगातार विकसित हो रहा है. NetApp के मेंटर्स, लीडर्स और स्टार्टअप्स के बीच सहयोग ने डीप-टेक में बड़े बदलाव लाए हैं. इसका परिणाम यह है कि इसके एलुमनाई ने अब तक कुल 380 मिलियन यूएसडी से ज्यादा की फंडिंग जुटाई है.  

2017 में लॉन्च होने के बाद से, NetApp Excellerator प्रोग्राम ने भारत में कॉर्पोरेट इनोवेशन के लिए टॉप 5 एक्सीलरेटर प्रोग्राम्स में अपनी जगह बनाई है, जिसे NexTT Awards ने मान्यता दी है. यह प्रोग्राम प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट (PoC) मॉडल पर आधारित है, जहां एंटरप्रेन्योर्स अपने सॉल्यूशंस का असली दुनिया में असर दिखा सकते हैं. NetApp के साथ काम करते हुए, स्टार्टअप्स अपने प्रोडक्ट्स को बेहतर बनाते हैं, नए यूज़ केस खोजते हैं और मार्केट में अपनी रणनीति को मजबूत बनाते हैं.
 


लावारिस शेयर के ट्रांसफर को आसान बनाने की तैयारी में SEBI, DigiLocker की लेगा मदद

DigiLocker एक डिजिटल डॉक्यूमेंट्स कलेक्शन प्लैटफार्म है, जो वर्तमान में आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस और सरकार द्वारा जारी किए गए कई अन्य दस्तावेजों को एक ही डिजिटल ऐप पर रखता है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 11 December, 2024
Last Modified:
Wednesday, 11 December, 2024
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डिजिलॉकर (DigiLocker) के बारे में आपने अक्सर सुना होगा, जहां सभी सरकारी और जरूरी दस्तावेज ऑनलाइन सुरक्षित रखे जाते हैं. अब आने वाले दिनों में शेयर या सिक्योरिटी को भी यहां रखा जा सकेगा. दरअसल, शेयर बाजार नियामक सेबी ने सिक्योरिटी मार्केट में प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और लावारिस संपत्तियों की संख्या कम करने के लिए मंगलवार को डिजिलॉकर के उपयोग का प्रस्ताव दिया है. SEBI ने अपने कंसलटेशन पेपर में कहा कि डिपॉजिटरी और म्यूचुअल फंड को डिजिलॉकर पर डीमैट और म्यूचुअल फंड होल्डिंग के विवरण उपलब्ध कराने चाहिए.

क्या होती हैं लावारिस संपत्तियां?

इसके अलावा सेबी ने यह सुझाव भी दिया कि केवाईसी का पंजीकरण करने वाली एजेंसियों (KRA) को निवेशक की मृत्यु की जानकारी डिजिलॉकर के साथ साझा करनी चाहिए. डिजिलॉकर का उपयोग करने वाले व्यक्ति अपने खातों के लिए व्यक्तियों को नामांकित कर सकते हैं. लावारिस शेयर वे स्टॉक होते हैं जिन्हें किसी कंपनी द्वारा डिस्ट्रीब्यूट करने के प्रयास के बाद भी शेयरधारकों द्वारा एकत्र नहीं किया गया है. डीमैट खाते के निष्क्रिय होने या अकाउंट में नया कॉन्टेक्ट अपडटे नहीं होने के कारण ऐसा हो सकता है. 

सेबी के प्रस्ताव से क्या होगा फायदा?

इस प्रस्ताव का मकसद लावारिस और अज्ञात संपत्तियों को कम करना, और निवेशकों के हितों की रक्षा करते हुए वित्तीय निवेश का सही उत्तराधिकारियों तक सुचारू रूप से हस्तांतरण करना है. नियामक ने प्रस्ताव दिया कि उपयोगकर्ता की मृत्यु की स्थिति में, डिजिलॉकर भारत के महापंजीयक (आरजीआई) से मृत्यु पंजीकरण की जानकारी या केआरए प्रणाली से मिली जानकारी के आधार पर खाते की स्थिति को अपडेट करेगा. 

डिजिलॉकर एसएमएस और ईमेल के जरिये नामांकित व्यक्ति को स्वचालित रूप से इस संबंध में सूचित करेगा. इसके बाद नामित व्यक्ति मृतक के डिजिटल रिकॉर्ड तक पहुंच सकता है और संबंधित एएमसी या डिपॉजिटरी भागीदार (डीपी) से संपर्क करके संपत्ति हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू कर सकता है. सेबी ने इन प्रस्तावों पर 31 दिसंबर तक सार्वजनिक टिप्पणियां मांगी हैं.
 


Identical Brains Studios के IPO को मिली मंजूरी, कंपनी ने रखा 20 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य

VFX स्टूडियो की योजनाओं में अपनी सुविधाओं का विस्तार और क्षमताओं को सशक्त बनाना शामिल है, क्योंकि यह NSE Emerge पर लिस्टिंग की ओर बढ़ रहा है.

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Published - Wednesday, 11 December, 2024
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Wednesday, 11 December, 2024
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मुंबई स्थित आइडेंटिकल ब्रेन्स स्टूडियोज (IBS), एक प्रमुख VFX कंपनी, को NSE Emerge एक्सचेंज से अपने प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) के लिए इन-प्रिंसिपल मंजूरी प्राप्त हो गई है. कंपनी अब अपने अद्यतन जानकारी के साथ रेड हेयरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) दाखिल करने की प्रक्रिया में है और जल्दी ही इस प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने वाली है. IPO का उद्देश्य लगभग 20 करोड़ रुपये जुटाना है, जिसमें 36,94,000 इक्विटी शेयरों का मूल्य 10 रुपये प्रति शेयर होगा, जो बुक-बिल्डिंग मार्ग से पेश किए जाएंगे.

बेहतरीन विजुअल इफेक्ट्स के लिए मिले अवॉर्ड्स

आइडेंटिकल ब्रेन्स स्टूडियोज की स्थापना 2019 में राघवेंद्र राय द्वारा की गई थी, जो एक पहले पीढ़ी के उद्यमी हैं. IBS ने फिल्मों, टीवी सीरीज, वेब सीरीज, विज्ञापनों और डोक्युमेंट्रीज में अपनी उच्च गुणवत्ता वाली VFX सेवाओं के लिए तेजी से पहचान बनाई है. कंपनी ने कई प्रमुख फिल्म और कंटेंट निर्माताओं के साथ काम किया है, जिनमें बॉलीवुड स्टूडियोज भी शामिल हैं, और इसे दो फिल्मफेयर OTT अवार्ड्स भी प्राप्त हुए हैं, जिसमें बेहतरीन विजुअल इफेक्ट्स के लिए "स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी" और "रॉकेट बॉयज" को चुना गया. IBS का प्रभावशाली पोर्टफोलियो कई सफल परियोजनाओं से भरा हुआ है, जैसे कि "क्रिमिनल जस्टिस 3 और 4", "मिशन रानीगंज", "ड्रीम गर्ल 2", "सत्यामेव जयते 2", "पानीपत", "एक विलेन रिटर्न्स", और "स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी", सहित कई अन्य, कंपनी को डिज्नी हॉटस्टार और अमेजन से भी परियोजना अनुमोदन प्राप्त हुआ है, जो इसकी वैश्विक VFX उद्योग में स्थिति को मजबूत करता है.

यहां होगा IPO से प्राप्त राशि का इस्तेमाल 

IPO से प्राप्त राशि का उपयोग IBS के संचालन को विस्तार देने के लिए पूंजीगत व्यय के रूप में किया जाएगा, जिसमें अंधेरी में इसके स्टूडियो का नवीनीकरण, अंधेरी में इसके नए शाखा में एक नया कलर ग्रेडिंग डिजिटल इंटरमीडिएट (DI) और साउंड स्टूडियो स्थापित करना, और लखनऊ में एक नया कार्यालय स्थापित करना शामिल है. इसके अतिरिक्त, फंड्स का उपयोग नए कंप्यूटर, स्टोरेज सिस्टम, और सॉफ़्टवेयर खरीदने के लिए किया जाएगा, ताकि कंपनी की तकनीकी क्षमताओं को बेहतर बनाया जा सके. IBS, जो "ट्रस्टेड पार्टनर नेटवर्क" (TPN)-ऑडिटेड VFX स्टूडियोज का हिस्सा है, वैश्विक बाजारों, जैसे कि अमेरिका और यूरोप, के VFX मानकों को पूरा करने के लिए अच्छी स्थिति में है. कंपनी का मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड और नवीनतम तकनीकें, जो इसके अनुभवी टीम द्वारा समर्थित हैं, ने इसे तेजी से बढ़ने में मदद की है, जिससे यह भारतीय VFX उद्योग के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक बन गया है. 

कंपनी का वित्तीय परिणाम

वित्तीय वर्ष 2024 में, आइडेंटिकल ब्रेन्स स्टूडियोज ने 20.08 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो वित्तीय वर्ष 2023 में 8.04 करोड़ रुपये से दोगुना था. कंपनी का प्रॉफिट भी 5.34 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि पिछले वर्ष में यह 1.61 करोड़ रुपये था, जो इसके मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और विकास की दिशा को दर्शाता है.


एक्टर संजय दत्त के ब्रैंड ने बेची 6 लाख व्हिस्की की बोतल, 7 महीने में कमाए इतने करोड़

Glenwalk व्हिस्की को पारंपरिक ओक पीपों में पकाया जाता है. इसका समृद्ध और संतुलित स्वाद इसे व्हिस्की प्रेमियों के बीच लोकप्रिय बनाता है.

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Published - Wednesday, 11 December, 2024
Last Modified:
Wednesday, 11 December, 2024
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बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के बाद बीते साल एक्टर संजय दत्त ने अपना व्हिस्की ब्रैंड द ग्लेनवॉक (The Glenwalk) लॉन्च किया. जून 2023 में लॉन्च हुई इस स्कॉच व्हिस्की ब्रैंड कुछ ही महीनों में भारतीय बाजार में तेजी से सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंच चुका है. लॉन्चिंग के 7 महीने बाद व्हिस्की ब्रैंड, ‘द ग्लेनवॉक’ की सेल का आंकड़ा सामने आया है, जिसने सभी को चौका दिया है.  7 महीने में इस व्हिस्की ब्रैंड ने लाखों बोतलों की सेल करके संजय दत्त को करोड़ों रुपये की कमाई करा दी है. तो आइए जानते हैं संजय दत्त के इस व्हिस्की ने कितना कारोबार किया है?  

Glenwalk व्हिस्की की कीमत
ग्लेनवॉक ने लॉन्च के सिर्फ सात महीनों में 6 लाख बोतलों की बिक्री की है, जिससे 19.20 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. इस व्हिस्की की एक बोतल की कीमत 1,599 से 1,600 है, यह व्हिस्की प्रीमियम अनुभव प्रदान करती है, जिसने इसे प्रतिस्पर्धी बाजार में एक मजबूत उपस्थिति दिलाई है. यह सफलता ब्रैंड की गुणवत्तापूर्ण व्हिस्की, प्रभावी मार्केटिंग और व्यापक वितरण नेटवर्क का नतीजा है.

व्हिस्की की खासियत
ग्लेनवॉक की स्कॉच व्हिस्की को पारंपरिक ओक पीपों में पकाया गया है. इसमें उच्च गुणवत्ता वाली माल्ट और ग्रेन व्हिस्की का सावधानीपूर्वक मिश्रण किया गया है. इसका समृद्ध और संतुलित स्वाद इसे व्हिस्की प्रेमियों के बीच लोकप्रिय बनाता है. वर्तमान में ग्लेनवॉक महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में उपलब्ध है. इसका मजबूत वितरण नेटवर्क ब्रांड के प्रभावशाली बिक्री आंकड़ों में योगदान देता है.

ये हैं संजय दत्त के पार्टनर
ग्लेनवॉक को संजय दत्त ने मोक्ष सानी, जितिन मेरानी, ​​रोहन निहलानी, मनीष सानी और नीरज सिंह जैसे अनुभवी पेशेवरों के साथ मिलकर लॉन्च किया. कार्टेल ब्रदर्स की टीम ने गुणवत्तापूर्ण प्रीमियम व्हिस्की बनाने की अपनी विशेषज्ञता का उपयोग किया, जिससे ग्लेनवॉक व्हिस्की के टेस्ट को बेहतर बनाया है. संजय दत्त ने ब्रांड पार्टनर और एंबेसडर के रूप में अपनी स्टार पावर का उपयोग कर ब्रैंड को एक विशेष पहचान दी. उनकी छवि ने ग्लेनवॉक को एक प्रीमियम और विश्वसनीय ब्रांड के रूप में स्थापित किया.ग्लेनवॉक की सफलता भारत में प्रीमियम स्पिरिट्स की बढ़ती मांग को दर्शाती है. यह ब्रैंड न केवल भारतीय बाजार में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकता है.संजय दत्त ने ग्लेनवॉक के जरिए यह साबित किया है कि वे सिल्वर स्क्रीन के बाहर भी सफलता की कहानी लिख सकते हैं. उनकी यह नई पहल उनके बहुआयामी व्यक्तित्व का प्रमाण है.

संजय दत्त की नेटवर्थ 

संजय दत्त की कुल संपत्ति 300 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वह देश के सबसे बड़े इंडिविजुअल इनकम टैक्सपेयर्स में भी गिने जाते हैं. संजय दत्त फिल्मों के अलावा ब्रैंड एंडोर्समेंट और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों से भी करोड़ों की कमाई करते हैं. इसके अलावा उन्होंने विभिन्न रियल एस्टेट और अन्य जगह भी निवेशों किया हुआ है. 


अपने दम पर कोलंबो पोर्ट को पूरा करेगा Adani Group, नहीं ली जाएगी अमेरिका की मदद

अमेर‍िका में र‍िश्‍वतखोरी के आरोप लगने और US DFC की तरफ से फंड‍िंग की र‍िक्‍वेस्‍ट को आगे नहीं बढ़ाने पर अडानी ने अपने दम पर कोलंबो पोर्ट प्रोजेक्‍ट को पूरा करने की बात कही है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 11 December, 2024
Last Modified:
Wednesday, 11 December, 2024
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अडानी समूह (Adani Group) ने श्रीलंका में पोर्ट बनाने के लिए अमेरिका की फाइनेंशियल कंपनी डीएफसी (DFC) से अब कर्ज नहीं लेगी. कंपनी ने इस बंदरगाह को अपने दम पर बनाने का फैसला किया है. अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (Adani Ports and Special Economic Zone Limited) ने बताया कि श्रीलंका में पोर्ट बनाने के प्रोजेक्ट के जरूरी फाइनेंस अब कंपनी अपने पास से और कैपिटल मैनजमेंट प्लान के तहत खुद जुटाएगी. कंपनी ने बताया कि डीएफसी से धन उपलब्ध कराने के अनुरोध को हमने वापस ले लिया है. 

अडानी समूह अमेरिका से नहीं लेगा कर्ज 

स्टॉक एक्सचेंजों के पास फाइल किए दए रेगुलेटरी फाइलिंग में अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड में इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल (Colombo West International Terminal) प्रोजेक्ट पर काम तेजी के साथ चल रहा है और अगले वर्ष की शुरुआत से ये टर्मिनल काम करना शुरू कर देगा. कंपनी ने कहा, अब इस प्रोजेक्ट के लिए जरूरी फाइनेंस कंपनी अपने पास से और कैपिटल मैनेजमेंट प्लान के तहत खुद जुटाएगी. अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड ने कहा, अमेरिका की डीएफसी से धन देने के अनुरोध को हमने वापस ले लिया है. 

क्यों अडानी समूह ने लिया ये फैसला?

अमेरिका में न्यूयॉर्क की अदालत में गौतम अडानी और ग्रुप से जुड़े सात लोगों पर 265 मिलियन डॉलर (2250 करोड़ रुपये के करीब) की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाये गए हैं. गौतम अडानी समेत सातों लोगों पर ये आरोप है कि इन लोगों ने 2 अरब डॉलर के सोलर पावर प्लांट्स के प्रोजेक्ट को हासिल करने के लिए अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत देने का ऑफर दिया था. हालांकि अडानी समूह ने अपने चेयरमैन गौतम अडानी और अडानी ग्रीन के डायरेक्टर्स पर अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट और अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के लगाये गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है. इन आरोपों के चलते समूह को भारत में राजनीतिक हमला झेलना पड़ा रहा है. 

अमेरिका की एजेंसी से मिलने थे 553 मिलियन डॉलर 

चीन के प्रभाव को कम करने के लिए साल 2023 में अमेरिका ने कोलंबो में अडानी समूह द्वारा बनाए जा रहे वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल (Colombo West International Terminal) प्रोजेक्ट के लिए धन उपलब्ध कराने का फैसला लिया था. कोलंबो में तैयार हो रहे बंदरगाह के लिए अमेरिका की इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन ने 553 मिलियन डॉलर का फाइनेंस उपलब्ध कराने का भरोसा दिया था जिससे इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते असर को कम किया जा सके.
 


हार्वर्ड क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष विशाल सेहगल का निधन

विशाल सेहगल का जीवन पेशेवर उत्कृष्टता और सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पित था.

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Published - Wednesday, 11 December, 2024
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Wednesday, 11 December, 2024
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हार्वर्ड क्लब ऑफ इंडिया (Harvard Club Of India) के अध्यक्ष और कॉर्पोरेट संबंध, शिक्षा, और सामाजिक उद्यमिता में अपने योगदान के लिए जाने जाने वाले अनुभवी पेशेवर विशाल सेहगल का 10 दिसंबर 2024 को निधन हो गया. वह 57 वर्ष के थे. सेहगल पिछले कई दिनों से सांस और फेफड़ों से संबंधित बीमारी से जूझ रहे थे और गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे. मंगलवार (10 दिसंबर 2024) सुबह बीमारी के चलते उनकी मृत्यु हो गई. उनका अंतिम संस्कार 10 दिसंबर को दोपहर 3:00 बजे दिल्ली के द्वारका इलाके के सेक्टर 24 स्थित शमशान घाट में किया जाएगा.

ऐसा रही विशाल सेहगल की प्रोफेशनल लाइफ 

एक प्रतिष्ठित पेशेवर, सेहगल निश्चय एजुकोर्प के प्रबंध निदेशक थे. उन्होंने पहले एक बहुराष्ट्रीय निगम में कॉर्पोरेट संबंधों के प्रमुख के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने सरकारी निकायों, मीडिया, और हितधारकों के साथ संबंधों को संभाला. टेलीकॉम, निर्माण, परामर्श, बैंकिंग और गैर-लाभकारी क्षेत्रों में उनके व्यापक अनुभव के कारण उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया. सेहगल ने अपनं करियर की शुरुआत एक टेलीकॉम निर्माण कंपनी से की थी और बाद में एक प्रमुख वित्तीय संस्थान में वरिष्ठ पदों पर काम किया. सामाजिक कारणों के प्रति उनका समर्पण माइक्रोफाइनेंस और शिक्षा में गैर-लाभकारी संस्थाओं के साथ उनके काम से स्पष्ट था.उल्लेखनीय रूप से, वह प्रातिम दिल्ली शिक्षा पहल के संस्थापक कार्यक्रम समन्वयक थे, जो भारत के सबसे बड़े शिक्षा गैर-लाभकारी संगठनों में से एक है.

प्रेम और सहानुभूति के प्रतीक 

हार्वर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र सेहगल ने केनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट से अंतर्राष्ट्रीय विकास में सार्वजनिक प्रशासन (MPA/ID) में मास्टर की डिग्री प्राप्त की थी. वह प्रतिष्ठित जॉइंट जापान वर्ल्ड बैंक स्कॉलरशिप के प्राप्तकर्ता थे और हार्वर्ड ग्रेजुएट काउंसिल के निर्वाचित सदस्य के रूप में सेवा की थी. उनका उद्यमिता का दृष्टिकोण तब प्रकट हुआ जब उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल बिजनेस प्लान प्रतियोगिता (सोशल एंटरप्राइज) में विजय प्राप्त की थी. सेहगल प्रेम और सहानुभूति का प्रतीक थे, उनका जीवन पेशेवर और सामाजिक क्षेत्रों में बदलाव लाने के लिए समर्पित था. उनके निधन से समाज में लोगों में दुख व्याप्त हो गया है. 


ग्राहकों की शिकायतों पर सरकार ने इन 10 कंपनियों को दी चेतावनी, जानिए क्या है पूरा मामला?

कंपनियों के पास ग्राहकों की आने वाली शिकायतों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में इन शिकायतों का समाधान काफी धीमी गति से हो रहा है. 

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Published - Wednesday, 11 December, 2024
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Wednesday, 11 December, 2024
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ग्राहक कंपनियों के पास अपनी शिकायतें लेकर तो जाते हैं, लेकिन कुछ कंपनियां इन शिकायतों पर कार्रवाई नहीं कर पा रही हैं, ऐसी ही 10 कंपनियों को कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री ने  कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. दरअसल, इन कंपनियों के खिलाफ इस वित्त वर्ष में नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (NCH) पर सबसे ज्यादा शिकायतें आई हैं. तो आइए जानते हैं ये पूरा मामला क्या है? 

सरकार ने दी ये चेतावनी

मिनिस्ट्री ने कंपनियों से कहा है कि या तो वे NCH पर कन्वर्जेस पार्टनर बन जाएं, जिससे शिकायतों का समयवद्ध तरीके से निपटारा हो सके या फिर विस्तृत जांच का सामना करने के लिए तैयार रहें. बात दें, जो कंपनियां NCH पर कन्वर्जेस पार्टनर हैं, उनके बारे में शिकायतों को उनके पास रियल टाइम बेसिस पर भेजा जाता है, जिससे 30 दिनों में निपटारा हो सके. अभी 1009 कंपनियां कन्वर्जेस पार्टनर हैं.

इन कंपनियों के खिलाफ आई शिकायतें
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई कंपनियां शिकायतों का निपटारा बिना उन्हें क्लोज कर देती हैं. कुछ कह देती हैं कि यह चीज उनकी पॉलिसी में कवर नहीं होती. कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री ने ऐसी 10 कंपनियों की लिस्ट बनाई थी, जिनके खिलाफ इस सबसे अधिक शिकायतें आई हैं. उनमें Delhivery Limited, Electronicscomp.com, डोमिनोज पिज्जा, हायर अप्लायंसेज, फर्स्टक्रायडॉटकॉम, थॉमसन इंडिया, M&M, रैपिडो, ओरिएंट इलेक्ट्रिक और सिंफनी लिमिटेड शामिल हैं.

कैसे दर्ज कराएं शिकायत?

अगर आपको भी कंपनी की किसी सर्विस को लेकर शिकायत है तो उसे ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं. इसके लिए आप नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन का वॉट्सऐप नंबर मौजूद है. नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन का वॉट्सऐप नंबर 8800001915 है. इस नंबर पर आप मैसेज के जरिए घर बैठे किसी भी कंपनी की खराब सर्विस की शिकायत कर सकते हैं. अगर शिकायत से संबंधित कोई फोटो या वीडियो है तो उसे भी इस नंबर पर वॉट्सऐप किया जा सकता है.


Blinkit और Zepto को टक्कर देने की तैयारी में Amazon, क्विक कॉमर्स में करने जा रहा एंट्री

ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी एमेजॉन ने आखिरकार भारत के क्विक कॉमर्स मार्केट में एंट्री का ऐलान कर दिया है.

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Published - Wednesday, 11 December, 2024
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Wednesday, 11 December, 2024
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भारत में तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स बाजार में अमेजन भी एंट्री लेने की तैयारी कर रहा है. ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन दिसंबर में जल्द ही 15 मिनट या उससे कम समय में दैनिक आवश्यक वस्तुओं की फास्ट डिलीवरी का पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है. अमेजन इंडिया के कंट्री मैनेजर समीर कुमार ने पीटीआई को ये जानकारी दी. हालांकि, इस इंडस्ट्री में पहले से ही ब्लिंकिट और जेप्टो जैसी कंपनियों ने शानदार सफलता का स्वाद चखा है.

ग्राहकों को मिलेगी 15 मिनट में डिलीवरी!

मीडिया को समीर कुमार ने बताया कि कंपनी 'सिलेक्शन विद स्पीड' को अपने फायदे के तौर पर देख रही है. देशभर में हर एक पिन-कोड में ग्राहकों को 15 मिनट या उससे कम समय में अपनी रोजमर्रा की जरूरत के सामानों को प्राप्त करने का ऑप्शन देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने को लेकर उत्साहित हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेजन की रणनीति "सिलेक्शन, वैल्यू और कॉन्विनिएंस" पर केंद्रित है.

बेंगलुरू से शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट

मनीष तिवारी के इस्तीफे के बाद अब देश के प्रबंधक के रूप में भारत में ऑपरेशन को लीड करने वाले अमेज़न के दिग्गज ने कहा कि कंपनी के देश भर में लाखों ग्राहक हैं, जो अमेज़न पर भरोसा करते हैं और इस सुविधा का इंतज़ार कर रहे हैं. कंपनी के अनुसार, पायलट बेंगलुरु से शुरू होगा. अमेज़न का ये कदम इसलिए अहम है क्योंकि भारत में क्विक कॉमर्स बाज़ार में तेज़ी से वृद्धि हो रही है और उपभोक्ता व्यवहार में बड़े बदलाव हो रहे हैं.

तेजी से बढ़ रहा क्विक कॉमर्स मार्केट

डेटाम इंटेलिजेंस की एक हालिया रिपोर्ट के हवाले से बनी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, क्विक कॉमर्स बाज़ार का आकार 2030 तक 40 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2024 में 6.1 बिलियन अमरीकी डॉलर से ज़्यादा है. अनुमान है कि क्विक कॉमर्स बाज़ार 2024 तक किराना बिक्री में लगभग 1.28 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच जाएगा, जो इन प्लेटफार्मों पर कुल बिक्री का 21 प्रतिशत होगा.