होम / बिजनेस / फाइनेंशियल इन्फ्लूएंसर्स पर SEBI सख्त, अब होने जा रहा है ये बड़ा बदलाव
फाइनेंशियल इन्फ्लूएंसर्स पर SEBI सख्त, अब होने जा रहा है ये बड़ा बदलाव
बाजार नियामक सेबी ऐसे कदम उठाने जा रहा है जिससे लोगों को निवेश की सलाह देकर फंसाना बहुत भारी पड़ेगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस बढ़ती संख्या के साथ-साथ ऐसे लोगों की तादाद भी बढ़ रही है, जो बिना पर्याप्त ज्ञान के निवेश संबंधी सलाह देते हैं और निवेशकों की खून-पसीने की कमाई बर्बाद हो जो जाती है. सोशल मीडिया (Social Media) के दौर में इनफ्लुएंसर्स लोगों को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इन्हीं इनफ्लुएंसर्स के जरिए इन्वेस्टमेंट की सलाह देने का ट्रेंड भी तेजी से बढ़ा है. ये इनफ्लुएंसर्स किसी कंपनी के शेयरों को प्रमोट करने के लिए मोटी रकम लेते हैं. बाजार नियामक सेबी (SEBI) निवेशकों को जाल में फंसाने के इस खेल से परिचित है और अब उसने इस पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है.
एक पोस्ट के लिए 7.5 लाख
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निवेशकों तक सटीक और निष्पक्ष जानकारी पहुंचाने के लिए SEBI फाइनेंशियल इन्फ्लूएंसर्स की लगाम कसने जा रहा है. दरअसल, ये इन्फ्लूएंसर डिजिटल, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से लोगों को निवेश के बारे में सलाह देते हैं, फिर भले ही इनके पास पर्याप्त ज्ञान हो या नहीं. चूंकि, इनके चेहरे को लोग पहचनाते हैं, इसलिए वो उनकी बातों में आकर निवेश कर देते हैं और कई बार उन्हें बड़ा घाटा उठाना पड़ता है. ऐसा भी पता चला है कि फाइनेंशियल इन्फ्लूएंसर्स सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के लिए 7.5 लाख रुपए तक चार्ज करते हैं.
अब ऐसा करना होगा जरूरी
अब भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड यानी SEBI इन इन्फ्लूएंसर्स की तेजी से बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने की तैयारी कर रहा है. इसके तहत वित्तीय इन्फ्लूएंसर्स को सेबी के पास अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें सेबी के विशिष्ट दिशानिर्देशों का पालन करना होगा. इतना ही नहीं, इनके म्यूचुअल फंड और शेयर ब्रोकरों के साथ साझेदारी करने पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सेबी का कदम यह सुनिश्चित करेगा कि निवेशकों को सटीक और निष्पक्ष जानकारी मिले. साथ ही इससे उन्हें धोखाधड़ी से बचाने में भी मदद मिलेगी.
कई मामले आए हैं सामने
ऐसा नहीं है कि सोशल मीडिया पर एक्टिव सभी इन्फ्लूएंसर्स निवेशकों को गलत जानकारी देते हैं, लेकिन गलत जानकारी देने वालों की संख्या में इजाफा जरूर हुआ है. जिसकी वजह से निवेशक अपना आर्थिक नुकसान करा बैठते हैं. ऐसे इन्फ्लूएंसर्स पैसों के लिए पक्षपातपूर्ण या भ्रामक सलाह देते हैं, निवेशकों के फैसलों को प्रभावित करते हैं. ऐसे कई मामले भी जानकारी में आए हैं, जहां निवेशकों के फैसलों को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया गया. कुछ वक्त पहले शेयरों में पंप एंड डंप के मामले में बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी का नाम भी सामने आया था.
टैग्स