Reliance General Insurance ने जुटाई 200 करोड़ की पूंजी, इस तरह मिलेगा फायदा

RGICL का कहना है कि जुटाई गई पूंजी से उसे रणनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने और बीमा क्षेत्र में उभरते अवसरों को भुनाने में मदद मिलेगी.

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Monday, 31 July, 2023
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बीमा कंपनी रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी (RGICL) ने रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) को इक्विटी शेयर जारी करके 200 करोड़ रुपए की पूंजी जुटाई है. कंपनी का कहना है कि इस पूंजी जुटाने के साथ, RGICL वित्तीय मजबूती और बीमा क्षेत्र में उभरते अवसरों को भुनाने की तैयारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर रही है. 

29 जुलाई को मिली थी मंजूरी
रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के सीईओ राकेश जैन (Rakesh Jain) ने पूंजी जुटाने को लेकर कहा कि यह रणनीतिक निर्णय उद्योग में सबसे आगे रहने और अपने ग्राहकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है. इस पूंजी निवेश के साथ हम अवसरों का लाभ उठाने, इनोवेशन और फर्स्ट क्लास बीमा समाधान प्रदान करना जारी रखने के लिए अच्छी स्थिति में हैं. बता दें कि 29 जुलाई को आयोजित असाधारण आम बैठक (EGM) में कंपनी के शेयरधारकों ने लगभग 200 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की योजना को मंजूरी दी है. इस पूंजी निवेश का उद्देश्य विकास के लिए नए व्यावसायिक अवसरों को तलाशना और मार्केट लीडर्स के बीच कंपनी की स्थिति को सुरक्षित करना है.

बढ़ सकेगा सॉल्वेंसी मार्जिन 
RGICL का कहना है कि नई पूंजी के साथ, रणनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने, बीमा क्षेत्र में उभरते अवसरों को भुनाने, उत्पाद की पेशकश का विस्तार करने और नवीन पहलों के माध्यम से नए ग्राहकों तक पहुंच बढ़ाने में कंपनी को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा. इसके अलावा, यह निवेश कंपनी के सॉल्वेंसी मार्जिन को भी बढ़ाएगा, जो जोखिमों के प्रबंधन में इसके लचीलेपन को प्रतिबिंबित करेगा और ग्राहकों एवं हितधारकों के बीच विश्वास पैदा करेगा. गौरतलब है कि इसी साल अप्रैल में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस पहली कंपनी बन गई थी, जिसने रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी ई-रुपी में प्रीमियम लेना शुरू किया है. कंपनी ने इसके लिए यस बैंक के साथ पार्टनरशिप की है. ई-रुपी में पेमेंट करने के लिए कस्टमर के पास एक्टिव ई-वॉलेट हो होना जरूरी है.


खत्म होगा किसानों का इंतजार,  लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद मिलेगी PM किसान की 17वीं किश्त

लोकसभा चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त किसान के खातों में जल्द ही आ आएगी.

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Friday, 10 May, 2024
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देश के किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना की 17वीं किश्त का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, अभी पूरे देश में लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है. 1 जून तक पूरे देश में वोटिंग हो जाएगी और 4 जून को चुनाव का परिणाम भी घोषित हो जाएगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त किसान के खातों में 4 जून के बाद आएगी. 

जून के दूसरे हफ्ते में जारी हो सकती है किश्त
जानकारी के अनुसार पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त जून के दूसरे हफ्ते में जारी हो सकती है. हालांकि अभी सरकार की ओर से इसे लेकर कोई तारीख तय नहीं की गई है. पीएम किसान की 16वीं किश्त इस साल फरवरी के महीने में जारी की गई थी, जिसमें 9 करोड़ से अधिक किसानों को 21 हजार करोड़ रुपये से अधिक रुपये जारी किए गए थे. 15वीं किश्त 15 नवंबर 2023 को जारी हुई थी.

2 हजार रुपये मिलेगी किश्त
पीएम किसान योजना के तहत योग्य किसानों को हर 4 महीने में 2 हजार रुपये मिलते हैं. जो सालाना 6 हजार रुपये हैं. यह पैसा हर साल तीन किश्तों में आता है, अप्रैल से जुलाई,  अगस्त से नवंबर और दिसंबर-मार्च में जदी जाती है. ये पैसा किसानों के खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किया जाता है.  

किसान e-KYC कर लें अपडेट
पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ उठाने के लिए किसान अपने बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करा लें. वही, जिन किसानों का 17वीं किश्त की लिस्ट में नाम नहीं है, वो दोबारा से इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. किसानों को ई-सेवा के जरिए e-KYC कराने की भी सलाह दी गई है. ओटीपी आधारित ई-केवाईसी पीएम किसान पोर्टल पर कर सकते हैं. वहीं, बाय़ोमैट्रिक आधारित ई-केवाईसी के लिए अपने पास के सीएसके सेंटकर जा सकते हैं. आधार कार्ड और बैंक अकाउंट में अगर नाम में कुछ गलती है वो भी ठीक करा लें, नहीं तो 17वीं किश्त के पैसे फंस सकते हैं.

पैसा नहीं आने पर ये करें 
अगर किसानों के अकाउंट में 17वीं किस्त के तहत 2,000 रुपये नहीं आते हैं, तो उन्हें सबसे पहले बेनेफिशियरी लिस्ट में अपना नाम चेक करना चाहिए. इसके साथ ये भी देख लें कि आपने जो डॉक्यूमेंट्स अपनी बैंक अकाउंट डीटेल्स, आधार नंबर जैसी जानकारी भरी थी, वो सही है या नहीं, अगर कहीं कोई गड़बड़ी है तो भी आपका पैसा अटक सकता है.

ऐसे चेक करें स्टेटस
1. पीएम किसान योजना के ऑफिशियल पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाएं.
2. थोड़ा सा नीचे स्क्रोल करने पर आपको "Farmers Corner" दिखेगा, उसके नीचे कई बॉक्स बने होंगे. यहां बेनेफिशियरी स्टेटस "Beneficiary Status" वाले बॉक्स पर क्लिक करें.
3. अब पीएम किसान खाता संख्या या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालें.
4. अगर मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं तो पहले वो रजिस्टर करें. इसके लिए आपके फोन पर एक OTP (One Time Password) आएगा.
5. अब ये प्रोसेस कंप्लीट हो जाने के बाद Get Data पर क्लिक करें.
6. आपके खाते का स्टेटस आपको दिख जाएगा.

ऐसे करें अप्लाई
1. पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं.
2. इसके बाद फारमर्स कॉर्नर पर क्ल्कि करें. 
3. अब न्यू फार्मर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन को सेलेक्ट करें. 
4. रूरल फार्मर रजिस्ट्रेशन या अर्बन फार्मर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. 
5. इसके बाद आधार, मोबाइल नंबर दर्ज करें और स्टेट सेलेक्ट करें। फिर गेट ओटीपी पर क्लिक करें.
6. अब ओटीपी नबंर दर्ज करें और प्रोसीड फॉर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन को सेलेक्ट करें.
7. मोर डिटेल्स पर एंटर करें और स्टेट सेलेक्ट करने के बाद जिला, बैंक और आधार कार्ड के अनुसार जानकारी दर्ज करना होगा.
8. अब आधार ऑथंटिकेशन के लिए सब्मिट बटन पर क्लिक करना है
9. अब खेती की जानकारी और मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें.

10. इसके बाद सेव बटन पर क्लिक करना है.
11.  एप्लीकेशन कंफर्मेशन का मैसेज आपकी स्क्रीन पर दिखने लगेगा.

इन हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते हैं कॉल
अगर आपको किसी भी मदद की जरूरत है तो आप इन हेल्पलाइन नंबर- 155261, 011-23381092, 1800115526 पर कॉल कर सकते हैं. पीएम किसान योजना की आधिकारिक ईमेल आईडी- pmkisan-ict@gov.in  है आप इस पर भी ईमेल कर सकते हैं.


Tata समूह ने बढ़ाई अपनी रॉयल्‍टी फीस, दोगुना तक कर दिया इजाफा 

टाटा समूह में इस रॉयल्‍टी फीस की शुरुआत 1995 से हुई थी तब रतन टाटा ने इसे शुरू किया था. उसके बाद समूह में जितने भी चेयरमैन बदले सभी ने इसमें कोई बदलाव जरूर किया. 

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Friday, 10 May, 2024
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Tata समूह ने अपनी रॉयल्‍टी फीस में बड़ा इजाफा कर दिया है. टाटा समूह ने इस फीस में दोगुना इजाफा कर दिया है. अब टाटा की सब्सिडियरी कंपनी टाटा मोटर्स, टाटा स्‍टील और टाटा पावर जैसी कंपनियों को इस नाम के लिए मोटी रायल्‍टी फीस देनी होगी. सबसे दिलचस्‍प बात ये है कि टाटा समूह ने पांच साल पहले इस फीस को 100 करोड़ रुपये किया था. लेकिन अब समूह ने उसे दोगुना कर दिया है. 

आखिर कहां हुई थी इसकी शुरुआत 
टीसीएस (Tata Consultancy Services) ने एक्‍सचेंज के माध्‍यम से ये जानकारी दी है कि टाटा कंसल्‍टेंसी कंपनी ने वित्‍त वर्ष 2024 के लिए 200 करोड़ रुपये की रायल्‍टी फीस दी है. दरअसल रतन टाटा ने अपने समूह में 1996 में इस सब्‍सक्रिप्‍शन की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत टाटा के नाम का इस्‍तेमाल करने वालों को या तो उन्‍हें अपने रेवेन्‍यू का 0.25 प्रतिशत का भुगतान करना होगा या उन्‍हें अपने प्री टैक्‍स प्रॉफिट का 5 प्रतिशत जो भी कम हो वो देना होगा. टाटा संस ने 2023 में इसी रॉयल्‍टी फीस से 1008 करोड़ रुपये का रेवेन्‍यू जनरेट किया है. 

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2015 में हुआ बड़ा बदलाव 
टाटा समूह में रतन टाटा के बनाए नियम को 2015 में सायरस मिस्‍त्री ने इस ब्रैंड सब्‍सक्रिप्‍शन फीस को अधिकतम 75 करोड़ रुपये तक तय कर दिया था. लेकिन बाद में उनके बाद टाटा समूह के चेयरमैन बने एन चंद्रशेखरन ने इस फीस को 33 प्रतिशत तक बढ़ा दिया. टीसीएस ने इसी आधार पर वित्‍त वर्ष 2022 और 2023 में 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि इस बार समूह ने इसे बढ़ाकर जो 200 करोड़ रुपये किया है उसमें प्री टैक्‍स प्रॉफिट को हटा दिया है. अब समूह की कंपनियों को रॉयल्‍टी फी के लिए मुनाफे का 0.25 प्रतिशत देना होगा जो अधिकतम 200 करोड़ रुपये हो सकता है. 

पिछले कुछ सालों में टाटा समूह ने इतना कमाया रेवेन्‍यू 
टाटा समूह की रॉयल्‍टी से कमाई गई आय पर नजर डालें तो 2022 में जहां कंपनी ने इससे 820 करोड़ रुपये कमाए वहीं 2023 में कंपनी ने इससे 1008 करोड़ रुपये कमाए. 2023 में 2022 के मुकाबले इससे होने वाली आय में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली थी. टाटा समूह रॉयल्‍टी फीस का इस्‍तेमाल समूह की सुरक्षा और उसके प्रमोशन में लगाता है. टाटा समूह की संपत्ति पर नजर डालें तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये 365 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. 
 


क्या वास्तव में Air India Express में अब सबकुछ ठीक हो गया है?

एयर इंडिया एक्सप्रेस और कर्मचारियों के बीच सहमति बन गई है. कर्मचारी अब काम पर लौटेंगे.

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Friday, 10 May, 2024
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एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) के 'बीमार' कर्मचारियों की तबीयत अब ठीक हो गई है और वे काम पर लौटने को तैयार हैं. दरअसल, टाटा समूह की एयरलाइन और कर्मचारियों के बीच समझौता हो गया है. एयरलाइन ने जहां 25 केबिन क्रू सदस्यों को भेजे गए टर्मिनेशन लेटर वापस लेने पर सहमति जताई है. वहीं, केबिन क्रू के सदस्य हड़ताल वापस लेने को तैयार हो गए हैं. अपनी तमाम मांगों को लेकर एयर इंडिया एक्सप्रेस के कर्मचारी सामूहिक रूप से सिक लीव पर चले गए थे, जिसके चलते कंपनी को कम से कम 90 उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं. 

100 से ज्यादा हुए थे 'बीमार'
एयर इंडिया एक्सप्रेस के केबिन क्रू सदस्य वेतन, भत्ते और काम की स्थिति से जुड़ी कई मांगों को लेकर प्रबंधन से नाराज चल रहे थे. इसी के चलते 7 मई की रात को 100 से ज्‍यादा केबि‍न क्रू मेम्बर्स ने बीमार होने का दावा करते हुए काम पर आना बंद कर दिया था. इसके बाद एयरलाइन ने कुछ कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें टर्मिनेशन लेटर भेजे थे. हालांकि, अब कंपनी का कहना है कि सबकुछ ठीक है. लेकिन सवाल यह है कि क्या वाकई सभी मुद्दे सुलझ गए हैं? क्या भविष्य में कर्मचारी फिर से 'बीमार' नहीं पड़ेंगे? 

अभी बनी रहेगी ये आशंका
कल यानी गुरुवार को दोनों पक्ष बातचीत के बाद समझौते पर पहुंच गए. एयरलाइन ने टर्मिनेशन लेटर वापस लेने पर सहमति जताई है. जबकि केबिन क्रू ने हड़ताल वापस ले ली है. उन्‍होंने अपनी मांगों पर विचार करने के लिए एयरलाइन प्रबंधन को समय दिया है. गौर करने वाली बात ये है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अभी कर्मचारियों की मांगें मानी नहीं हैं, प्रबंधन उन पर विचार करेगा. यानी कि यह खतरा अभी भी बना हुआ है कि अगर मैनेजमेंट कर्मचारियों की मांगों पर सहमत नहीं हुआ, तो कर्मचारी फिर से 'बीमार' पड़ सकते हैं. हालांकि, ये बात अलग है कि एयरलाइन और केबिन क्रू ने अब मिलकर काम करने और मुद्दों का समाधान निकालने की इच्छा दर्शाई है.  

यात्रियों से मांगी माफी
एयर इंडिया एक्‍सप्रेस का कहना है कि हम बैठक में हुई प्रगति से खुश हैं और केबिन क्रू सहयोगियों का काम पर वापस लौटने का स्वागत करते हैं. इससे कंपनी को अपनी सेवाओं को तेजी से बहाल करने में मदद मिलेगी. टाटा समूह की इस एयरलाइन ने यात्रियों से माफी भी मांगी है. उसने कहा कि हम इन अनपेक्षित व्यवधानों से हुई असुविधा के लिए यात्रियों से ईमानदारी से माफी मांगते हैं. यह हमारे सामान्य सेवा मानकों के अनुरूप नहीं है. जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए हम आंतरिक रूप से इसकी समीक्षा भी करेंगे.


केक पर फोटो चाहिए? Zomato है ना, फूड डिलीवरी कंपनी ने शुरू की नई सर्विस 

जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कंपनी की नई सर्विस के बारे में सोशल मीडिया पर बताया है.

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Friday, 10 May, 2024
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बिजनेस में बने रहने के लिए कुछ नया करते रहना ज़रूरी है और जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल (Zomato CEO Deepinder Goyal) इसमें माहिर हैं. फूड डिलीवरी कंपनी Zomato अब एक नए आइडिया के साथ सामने आई है. कंपनी ने कस्टमाइज्ड फोटो केक सर्विस शुरू की है. कहने का मतलब है कि यदि आप चाहते हैं कि केक पर किसी का फोटो लगा हो, तो Zomato आपकी यह इच्छा भी पूरी कर देगी. जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है.

लॉन्च की टाइमिंग अहम
कंपनी ने इस सर्विस को सही टाइम पर लॉन्च किया है. दरअसल, मदर्स डे आने वाला है और इस मौके पर केक आदि की डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे में घर बैठे फोटो वाले केक का विकल्प मिलने पर बड़ी संख्या में लोग इसका फायदा उठा सकते हैं. आमतौर पर कस्टमाइज्ड केक तैयार करवाने के लिए आपको शॉप पर जाना पड़ता है, जाहिर है इस पूरी कवायद में समय भी खर्च होता है. लेकिन Zomato से सबकुछ घर पर बैठे-बैठे ही हो जाएगा. फिलहाल इस सर्विस  को लेकर चुनिंदा इलाकों में ही शुरू किया गया है, बाद में इसका विस्तार किया जा सकता है. 

30 मिनट में डिलीवरी
दीपिंदर गोयल ने ट्विटर (अब X) पर नयी सर्विस की जानकारी देते हुए लिखा है - आज के लिए एक और हल्का-फुल्का अपडेट - हमने अभी @जोमैटो पर फोटो केक्स लॉन्च किया है. अब आप अपनी तस्वीर अपलोड करके सिर्फ 30 मिनट में कस्टमाइज्ड केक मंगवा सकते हैं. अभी यह सुविधा दिल्ली NCR  के कुछ चुनिंदा इलाकों में ही उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही इसे अन्य शहरों में भी शुरू किया जाएगा. गोयल ने खुद इस सर्विस का इस्तेमाल करके अपनी एक कर्मचारी की वर्क एनिवर्सरी सेलिब्रेट करने के लिए फोटो केक ऑर्डर किया.

ऐसा है स्टॉक का हाल 
गोयल ने इस सर्विस को संभव बनाने के लिए जोमैटो के साथ साझेदारी करने वाले रेस्टोरेंट्स को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मदर्स डे की तैयारी में इस लॉन्च के लिए हमारे साथ काम करने के लिए हमारे भागीदारों को बहुत-बहुत धन्यवाद. वहीं, Zomato के स्टॉक मार्केट में प्रदर्शन पर नजर डालें, तो कंपनी के शेयर कल के गिरावट वाले बाजार में बढ़त के साथ 195.75 रुपए पर बंद हुए थे. हालांकि, इस साल अब तक ये शेयर 57.23% का शानदार रिटर्न दे चुका है. इसका 52 वीक का हाई लेवल 202 रुपए है. 
 


BPCL ने सालाना आधार पर कमाया रिकॉर्ड मुनाफा, बोनस शेयर और डिविडेंड का ऐलान 

यदि आपके पास भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के शेयर हैं, तो कंपनी ने आपको खुश होने का मौका दिया है.

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Friday, 10 May, 2024
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भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने वार्षिक आधार पर अब तक सबसे अधिक स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया है. कंपनी की तरफ से बताया गया है कि उसने वित्त वर्ष 22-23 में 1,870.10 करोड़ का मुनाफा कमाया था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 26,673.50 करोड़ रुपए हो गया है. इसी के साथ कंपनी का EBITDA भी पहले के मुकाबले बढ़ा है. फाइनेंशियल ईयर 22-23 में यह 11,780.66 करोड़ रुपए था और 2023-24 में बढ़कर 44,771.49 करोड़ हो गया है. शानदार सालाना नतीजों से उत्साहित कंपनी ने बोनस शेयर और डिविडेंड का भी ऐलान किया है.

इतना है ऑपरेशनल रिवेन्यु
हालांकि, वित्त वर्ष 23-24 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 4,224.18 करोड़ रुपए रहा, जबकि वित्त वर्ष 22-23 की इसी तिमाही में यह 6,477.74 करोड़ रुपए था. यानी तिमाही आधार पर कंपनी के प्रॉफिट में कमी आई है. 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए कंपनी का परिचालन से राजस्व 5,06,911.36 करोड़ रुपए रहा है. जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5,33,467.55 करोड़ था. जनवरी-मार्च 2024 तिमाही में BPCL का ऑपरेशनल रिवेन्यु 1,32,084.86 करोड़ रुपए है. पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 1,33,413.81 करोड़ रुपए रहा था.

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मिलेगा इतना डिविडेंड 
BPCL की नेटवर्थ 31 मार्च 2024 को बढ़कर 74,674.80 करोड़ रुपए हो गई है, जो 31 मार्च 2023 को 51,996.34 करोड़ थी. कंपनी के बोर्ड ने 21 रुपए के अंतिम लाभांश यानी डिविडेंड की सिफारिश की है. इसके अलावा, कंपनी 10 रुपए प्रति इक्विटी शेयर के साथ एक बोनस शेयर भी देने जा रही है. बोनस शेयर के लिए कंपनी ने 22 जून 2024 रिकॉर्ड डेट तय की है. वहीं, BPCL के शेयर के प्रदर्शन की बात करें, तो कल करीब 5% की गिरावट के साथ 592.25 रुपए पर बंद हुए थे. बीते 5 सत्रों में यह शेयर 7.12% लुढ़क चुका है, लेकिन इस साल अब तक इसने 31.01% का रिटर्न भी दिया है.


चुनावी माहौल में बड़े निवेश से बच रहे इन्वेस्टर्स, लेकिन आप आज इन शेयरों पर बेधड़क लगा डालिए दांव!

शेयर बाजार के लिए आज सप्ताह का आखिरी कारोबारी दिन है और आज कुछ शेयरों में तेजी के संकेत मिले हैं.

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Friday, 10 May, 2024
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लोकसभा चुनाव के परिणाम भले ही लगभग स्पष्ट हों, लेकिन इसके बावजूद निवेशक कोई जोखिम मोल लेना नहीं चाहते. वह बड़े निवेश से फिलहाल बच रहे हैं. घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक भी खरीदारी में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे. यही वजह है कि हमारा शेयर बाजार (Stock Market) लगातार गिर रहा है. गुरुवार को बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली. इस दौरान, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाले सेंसेक्स 1,062.22 अंक फिसलकर 72,404.17 पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 345 अंक लुढ़ककर 1,957.50 पर पहुंच गया. चलिए जानते हैं कि सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी आज कौनसे शेयर ट्रेंड में रह सकते हैं.

MACD से मिले ये संकेत
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने आज के लिए केवल 4 शेयरों पर तेजी का रुख दर्शाया है. इसमें Bosch के साथ-साथ Zydus Wellness, Nesco और Mahaan Foods का नाम शामिल है. इसका मतलब है कि इन शेयरों के भाव आज चढ़ सकते हैं और ऐसे में आपके लिए मुनाफा कमाने की गुंजाइश भी बन सकती है. हालांकि, BW हिंदी आपको सलाह देता है कि स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट से परामर्श ज़रूर कर लें, अन्यथा आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. इसी तरह, MACD ने आज Inox Wind Energy, Apar Industries, Eicher Motors, SKF India और Linde India में मंदी के संकेत दिए हैं.

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इन पर बनाए रखें नजर  
अब उन शेयरों के बारे में भी जान लेते हैं, जिनमें मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में SBI, M&M, राधाकिशन दमानी की कंपनी Avenue Supermart, Vijaya Diagnostic, Timken India, Jupiter Wagons और Eicher Motors शामिल हैं. इनमें से कुछ शेयरों ने अपना 52 हफ्ते का उच्च स्तर पार कर लिया है. SBI के शेयर कल के गिरावट वाले बाजार में भी एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे थे. वहीं, Berger Paints, Asian Paints, Syngene International, Ramco Cements, HDFC Life, Zee Entertainment Enterprises और Dalmia Bharat उन शेयरों में शुमार हैं जिनमें बिकवाली का दबाव नजर आ रहा है. लिहाजा इनमें निवेश को लेकर सावधानी बरतें.


SIP में निवेशकों ने बनाया रिकॉर्ड, अप्रैल में पहली बार 20 हजार करोड़ पहुंचा निवेश

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल महीने में लार्जकैप स्कीमों में आने वाला निवेश कम हुआ है. 

Last Modified:
Thursday, 09 May, 2024
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म्यूचुअल फंड्स में सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए आने वाला निवेश अप्रैल महीने में पहली बार 20 हजार करोड़ रुपये के आंकड़ों को पार कर गया और कुल 20,371 करोड़ रुपये रहा. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (AMFI) ने गुरुवार 9 मई को म्यूचुअल फंड्स के आंकड़ों की एक रिपोर्ट जारी की है. आंकड़ों के अनुसार मार्च में यह निवेश 19,271 करोड़ रुपये और फरवरी में 19,187 करोड़ रुपये था. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट अप्रैल 2024 के अंत में 57.26 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया.   

अप्रैल में 2.29 लाख करोड़ का शुद्ध निवेश
म्यूचुअल फंड्स में मार्च महीने के दौरान 1.59 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी. हालांकि, डेट फंड और इक्विटी फंड में अप्रैल के दौरान निवेश बढ़ने के कारण इसमें 2.29 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया. आंकड़ों के अनुसार इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (EMF) में अप्रैल महीने के दौरान करीब 18.917.08 करोड़ रुपये का निवेश आया. वहीं, डेट फंड में अप्रैल महीने के दौरान 1.90 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश देखा गया, जबकि इससे पहले मार्च महीने के दौरान 1.98 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी देखी गई थी.

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लार्जकैप में घटा, मिडकैप और स्मॉलकैप में बढ़ा निवेश
आंकड़ों के अनुसरा खासतौर से लार्जकैप स्कीमों में आने वाला निवेश कम हुआ है. लार्जकैप स्कीमों में शुद्ध निवेश अप्रैल महीने के दौरान 83 प्रतिशत घटकर 358 करोड़ रुपये रहा. वहीं, मिडकैप फंड्स में शुद्ध निवेश 76.19 प्रतिशत बढ़कर 1,793 करोड़ रुपये रहा. इसके अलावा स्मॉलकैप फंड्स में अप्रैल महीने के दौरान करीब 2,208.70 करोड़ रुपये का निवेश आया. इससे पहले मार्च महीने के दौरान स्मॉलकैप फंड्स से थोड़ी निकासी देखी गई थी


अब भारत के नाम दर्ज हुई ये उपलब्धि, जापान को पछाड़ बना नंबर तीन

भारत के नाम सिर्फ यही उपलब्धि ही दर्ज नहीं हुई है बल्कि भारत मौजूदा समय में पूरी दुनिया में सबसे सस्‍ती बिजली का उत्‍पादन भी कर रहा है. 

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Thursday, 09 May, 2024
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5 ट्रिलियन इकोनॉमी का सपना पालने वाले भारत के सामने इस मुकाम पर पहुंचने के लिए अभी दो पड़ाव और पार करने बाकी हैं. लेकिन उससे पहले भारत के लिए गुरुवार को एक खुशखबरी निकलकर सामने आई. भारत ने सौर ऊर्जा उत्‍पादन में जापान को पीछे कर तीसरा नंबर सुरक्षित कर लिया है.  2015 में भारत इस सूची में नौवें स्‍थान पर था जबकि अब भारत तीसरे नंबर पर आ गया है. अब भारत से आगे अमेरिका और चीन जैसे देश ही हैं. 

आखिर भारत में कितना बढ़ा सोलर ऊर्जा का उत्‍पादन 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सोलर ऊर्जा के उत्‍पादन को लेकर शोध संस्‍थान एंबर की रिपोर्ट कह रही है कि दुनियाभर में सोलर उत्‍पादन वैश्विक बिजली उत्‍पादन का 5.5 फीसदी सौर ऊर्जा का उत्‍पादन हुआ था. जबकि अकेले भारत में 5.8 फीसदी ऊर्जा का उत्‍पादन हुआ था. वहीं अगर इसी आंकड़े की तुलना 2015 से करें तो ये सिर्फ 0.5 प्रतिशत था. यही नहीं सबसे खास बात ये है कि भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है जो सबसे सस्‍ता ऊर्जा का उत्‍पादन करता है. 

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इस साल शुरू की है सौर ऊर्जा उत्‍पादन की योजना 
पीएम मोदी ने भारत में इस साल 2 करोड़ लोगों को सौर ऊर्जा देने का ऐलान किया है. इस योजना के तहत सरकार की ओर सौर ऊर्जा से जुड़ने पर सब्सिडी दी जा रही है. सरकार की ओर से इस योजना को ‘पीएम सूर्यघर योजना’ नाम दिया गया है. इस योजना के तहत आपके सौर ऊर्जा प्‍लांट से पैदा होने वाली बिजली को सरकार ले लेगी और उसके बदले आपकी खपत से परे आप इससे कमाई भी कर सकते हैं. 

सबसे सस्‍ता सोलर उत्‍पादन कर रहा है भारत 
जानकारों का कहना है कि भारत दुनिया में ऐसा अकेला देश है जो सौर ऊर्जा का सबसे सस्‍ता उत्‍पादन कर रहा है. वहीं अगर सबसे महंगा उत्‍पादन करने वाले पर नजर डालें तो वो कनाडा है. वर्ष 2023 में भारत में सोलर ऊर्जा में बड़ी संख्‍या में इजाफा हुआ है. ये दुनिया की चौथी सबसे बड़ी बढ़ोतरी है. इस साल अडानी ने भी गुजरात में अपना सोलर ऊर्जा का उत्‍पादन 775  मेगावॉट तक शुरू कर दिया है. जबकि 2030 तक अडानी समूह ने इसे 45 गीगावॉट तक ले जाने का लक्ष्‍य रखा है. सबसे बड़ी बात ये है कि अडानी समूह देश के कई और राज्‍यों जैसे राजस्‍थान में भी कर रहा है. समूह यहां 180 मेगावॉट सोलर प्‍लांट लगा रहा है, जिससे जल्‍द ही उत्‍पादन शुरू हो जाएगा. 
 


यहां DLF ने बेचे 5,590 करोड़ रुपये के फ्लैट्स, वहां शेयर ने मारी उछाल

डीएलएफ (DLF) ने गुरुग्राम में 3 दिन के अंदर अपने सभी 795 लग्जरी फ्लैट बेच दिए हैं.

Last Modified:
Thursday, 09 May, 2024
BWHindia

रियल एस्टेट की दिग्गज कंपनी डीएलएफ (DLF) ने गुरुग्राम में नया लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट लॉन्च किया है. लॉन्चिंग के तीन दिन के अंदरप ही डीएलएफ ने सभी 795 फ्लैट बेच दिए हैं. इस खबर के बाद डीएलएफ के शेयर में भी 3 प्रतिशत तक की उछल देखने को मिली. गुरुवार को कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर की कीमत 871.15 रुपये तक पहुंच गई. हालांकि, कुछ ही देर में मुनाफावसूली के कारण शेयर रेड जोन में कारोबार करते दिखे.

कंपनी को इतना हुआ मुनाफा
कंपनी ने गुरुवार को एक नियामक फाइलिंग में अपने नवीनतम लग्जरी आवासीय प्रोजेक्ट 'डीएलएफ प्रिवाना वेस्ट' के सफल लॉन्च के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 3 दिनों के अंदर उन्होंने लगभग 5,590 करोड़ रुपये के फ्लैट्स बेचे. ये नया प्रोजेक्ट 12.57 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 795 अपार्टमेंट हैं और एक फ्लैट की कीमत लगभग 7 करोड़ रुपये है. 

जनवरी में कमाए थे 7,200 करोड़ रुपये 
इस साल जनवरी में कंपनी ने अपने प्रोजेक्ट 'डीएलएफ प्रिवाना साउथ' के लॉन्च के तीन दिनों के अंदर गुरुग्राम में 7,200 करोड़ रुपये में 1,113 लग्जरी अपार्टमेंट बेचे थे. ये अपार्टमेंट 25 एकड़ में फैला हुआ है. बता दें कि डीएलएफ प्रिवाना वेस्ट और डीएलएफ प्रिवाना साउथ, दोनों ही हरियाणा के गुरुग्राम में सेक्टर 76 और 77 में स्थित 116 एकड़ में फैली टाउनशिप डीएलएफ प्रिवाना का हिस्सा हैं. 

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कई एनआरआई ने भी खरीदे अपार्टमेंट
डीएलएफ के अधिकारियों अनुसार डीएलएफ प्रिवाना प्रोजेक्ट डीएलएफ प्रिवाना साउथ की जबरदस्त सफलता के बाद, डीएलएफ प्रिवाना वेस्ट को भी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. उन्होंने बताया कि इस नए प्रोजेक्ट में कई अपार्टमेंट एनआरआई (NRI) ने खरीदे हैं. बता दें कि गुरुग्राम हाउसिंग मार्केट में आवासीय संपत्तियों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिससे कीमतों में तेज वृद्धि हुई है। कीमतों में भारी वृद्धि के बावजूद मांग अभी तक बनी हुई है 
 

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Ola-Uber की मुश्किलें बढ़ाने वाली है Paytm, लेकिन आपको होगा फायदा; जानें कैसे 

भारत के Ride-Hailing बिजनेस में Ola की हिस्सेदारी 59% है. जबकि Uber का मार्केट शेयर 41% है.

Last Modified:
Thursday, 09 May, 2024
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पिछले कुछ समय से मुश्किलों में घिरी फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) अब ओला (Ola) और उबर (Uber) की परेशानी बढ़ाने जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पेटीएम अपने ग्राहकों को ऑटो रिक्शा बुक करने की सुविधा देने वाली है. इसके लिए कंपनी ने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) से हाथ मिलाया है. जाहिर है ऐसे में इस सेक्टर की लीडिंग कंपनियों - ओला और उबर को चुनौती मिलना तय है.  

कई कैटेगरीज में पहले ही एंट्री 
Paytm फिलहाल यह सुविधा केवल दिल्ली, बेंगलुरु और चेन्नई में उपलब्ध कराएगी. बाद में इसे देश के दूसरे शहरों में भी शुरू किया जा सकता है. पेटीएम ऐप पर अभी यह फीचर टेस्टिंग मोड में है और कुछ ही यूजर्स को दिखाई दे रहा है. बता दें कि इससे पहले Paytm ओएनडीसी के रास्ते फूड डिलीवरी, ग्रॉसरी, फैशन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी ई-कॉमर्स कैटेगरीज में एंट्री ले चुकी है. Paytm पर ऑटो रिक्शा बुक करने की सुविधा मिलने से लोगों के पास एक और विकल्प हो जाएगा.    

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कैब बुकिंग भी होगी जल्द  
पेटीएम ऐप के जरिए ऑटो बुक कराने पर यह संदेश नजर आता है कि फीचर ‘Powered by Namma Yatri’. इसका मतलब है कि Paytm ने राइड-हेलिंग बिजनेस में एंट्री के लिए नम्मा यात्री से भी हाथ मिलाया है. नम्मा यात्री इस लेन-देन में सेलर साइड ऐप के तौर पर काम कर रही है. पिछले दो साल में Namma Yatri ने दिल्ली सहित 7 शहरों में 3.73 करोड़ राइड्स कराई हैं, जिसमें सबसे अधिक ऑटो राइड्स थीं. अब कंपनी कैब बुकिंग भी शुरू कर रही है और पेटीएम पर भी यह फीचर जल्द देखने को मिल सकता है.

किसका, कितना मार्केट शेयर?
सरकारी प्लेटफॉर्म ONDC की बात करें तो यह UPI की तरह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बायर और सेलर को ऑनलाइन मार्केटप्लेस मुहैया कराता है. ONDC का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. ओला, PhonePe और मीशो जैसी कंपनियां भी यहां आ चुकी हैं. पिछले छह महीने में इस सरकारी प्लेटफॉर्म पर मासिक रिटेल खरीदारी 6 गुना बढ़कर मार्च में 36 लाख पर पहुंच गई. 2022 के आंकड़ों के अनुसार, भारत के Ride-Hailing बिजनेस में Ola की हिस्सेदारी 59% है. जबकि Uber का मार्केट शेयर 41% है. इस सेक्टर में Rapido ने भी पिछले कुछ वक्त में अच्छा नाम कमा लिया है.