होम / बिजनेस / भारत बनेगा मैन्युफैक्चरिंग का हब, GDP के 7.5% रहने का अनुमानः SCO Summit में पीएम मोदी
भारत बनेगा मैन्युफैक्चरिंग का हब, GDP के 7.5% रहने का अनुमानः SCO Summit में पीएम मोदी
SCO के सदस्य देश वैश्विक जीडीपी में लगभग 30% का योगदान देते हैं और विश्व की 40 फीसदी जनसंख्या भी SCO देशों में निवास करती है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
समरकंदः उज्बेकिस्तान के समरकंद में शुरू हुए शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन समिट में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया के सामने एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा और इस साल जीडीपी के 7.5 फीसदी रहने की उम्मीद है. यह दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी वाले देशों में सबसे ऊंची जीडीपी होगी. SCO के सदस्य देश वैश्विक जीडीपी में लगभग 30% का योगदान देते हैं और विश्व की 40 फीसदी जनसंख्या भी SCO देशों में निवास करती है. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि देश पीपुल्स सेंट्रिक मॉडल पर काम करते हुए डेवलपमेंट की नई परिभाषा लिखेगा और इसको पूरी दुनिया देखने वाली है. इस समिट में भारत के अलावा रूस, चीन के राष्ट्रपति और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री समेत अन्य सदस्य देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.
भारत में विश्व के सबसे ज्यादा स्टार्टअप्स
पीएम ने कहा कि आज पूरे भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप्स काम कर रहे हैं, जिनमें से 100 से अधिक यूनिकॉर्न का स्टेटस पा चुके हैं. ऐसा भारत कर सकता है तो एससीओ के सदस्य देश भी कर सकते हैं. हम इसके लिए एक स्पेशल वर्किंग ग्रुप ऑन स्टार्टअप्स एंड इनोवेशन की स्थापना करेंगे ताकि एससीओ के सदस्य देशों को भी इसका फायदा मिल सके.
पूरे विश्व में अभूतपूर्व खाद्य संकट
पीएम मोदी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि कोरोना महामारी और यूक्रेन संकट के चलते आज पूरे विश्व को अभूतपूर्व खाद्य और उर्जा संकट का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि सप्लाई चेन बाधित हुई हैं. हिंदी में दिए अपने उद्बोधन में पीएम मोदी ने आगे कहा कि एससीओ को इस क्षेत्र में रेजिलिएंट और डावर्सिफाइड सप्लाई चेन विकसित करने के लिए प्रयत्न करनी चाहिए. इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता तो होगी ही साथ ही यह भी महत्वपूर्ण होगा कि हम सभी एक दूसरे को ट्रांजिट का पूरा अधिकार दें.
भारत मेडिकल टूरिज्म में सबसे किफायती डेस्टिनेशन
पीएम ने आगे कहा कि भारत पूरे विश्व में मेडिकल टूरिज्म और वेलनेस का सबसे किफायती हब बन गया है. लोग बाहर के देशों से भारत में अपना इलाज कराने के लिए आते हैं. हमें एससीओ देशो के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए. इसके लिए भारत एक नए एससीओ वर्किंग ग्रुप ऑन ट्रेडिशनल मेडिसिन पर पहल लेगा. अप्रैल 2022 में गुजरात में WHO ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया गया. पारंपरिक चिकित्सा के लिए यह WHO का पहला और एक मात्र ग्लोबल सेंटर होगा.
बाजरे की खेती से मिटेगा खाद्य संकट
पीएम ने सदस्य देशों को बाजरे की खेती करने पर जोर दिया और कहा कि इससे पूरे विश्व में जो खाद्य संकट उत्पन्न हुआ है, उस समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा. बाजरा एक ऐसा सुपरफूड है, जो एससीओ देशों में सदियों से उगाया जा रहा है. वर्ष 2023 को यूएन इंटनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स के रूप में मनाया जाएगा. उन्होने कहा कि हमें एससीओं के अतंर्गत एक मिलेट फूड फेस्टिवल के आयोजन पर विचार करना चाहिए.
VIDEO: चाइनीज फूड से स्वास्थ्य को लेकर के है ये बड़ा खतरा
टैग्स