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अमृत काल में भारत बनेगा वैश्विक ड्रोन हब, जानिए क्या है भारत सरकार का प्लान?
ड्रोन तकनीक को लेकर भारत में जो उत्साह देखने को मिल रहा है, वह अद्भुत है. इस क्षेत्र में एक अलग ही ऊर्जा नजर आ रही है, वह भारत में ड्रोन सर्विस और ड्रोन आधारित इंडस्ट्री की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने 27 से 28 मार्च 2024 तक पीएचडी हाउस, नई दिल्ली में आयोजित भारत ड्रोन मंथन 2024 एक्सपो में शिरकत की. एक्सपो में अमिताभ कांत ने ‘अमृत काल में भारत को एक वैश्विक ड्रोन हब बनाना’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाते हुए हमारा 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है.
ड्रोन का हब बनेगा भारत
भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य है, इसलिए हम ड्रोन के क्षेत्र में अपार अवसरों को पहचानते हैं. सरकार PLI योजना जैसी स्कीम के माध्यम से ड्रोन के इकोसिस्टम को बढ़ा रही है. हमारा लक्ष्य 2 से 3 सालों में ड्रोन के सेल्स टर्नओवर को 1500 करोड़ तक पहुंचाना है और इसके साथ ही ग्लोबल मार्केट में 10 प्रतिशत हिस्सा हासिल कर 10 बिलियन ड्रोन की इकोनॉमी की बनना है.
AI से और एडवांस होगा ड्रोन सिस्टम
अमिताभ कांत ने इसके साथ ही कहा कि ड्रोन मैन्युफैक्चरर को अपनी क्षमताओं में क्रांति लाने के लिए एडवांस सेंसर और 5जी टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेटेड करते हुए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. उन्होंने कहा उद्योग 4.0 के भीतर यह समावेश विकास को बढ़ावा देगा, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में वास्तविक समय डेटा विश्लेषण और निर्णय लेने में मदद मिलेगी. इसके अलावा उन्होंने ड्रोन के भविष्य को आकार देने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और क्लाउड टेक्नोलॉजी पर लोगों का मार्गदर्शन किया.
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ड्रोन से महिलाएं हो रही सशक्त
भारत सरकार के सिविल एविएशन मंत्रालय के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार पीयूष श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा कि भारत का ड्रोन उद्योग इनोवेशन और प्रतिस्पर्धा पर पनपता है. सरकार की स्वामित्व और ड्रोन दीदी जैसी पहल सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन को बढ़ावा देती हैं, महिला नेतृत्व वाले समूहों को सशक्त बनाती हैं. वहीं लेफ्टिनेंट जनरल विनोद खंडारे ने सुरक्षा मानकों और परीक्षण प्रोटोकॉल विकसित करने के महत्व पर जोर दिया, उन्होंने कहा कि इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता है.
ड्रोन से कई क्षेत्रों में आया क्रांतिकारी बदलाव
ड्रोन एक्सपो में पीएचडीसीसीआई (PHDCCI) के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि ड्रोन के प्रयोग से कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आया है.वहीं दूसरी ओर पीएचडीसीसीआई (PHDCCI) के कार्यकारी निदेशक डॉ. रणजीत मेहता ने भारत सरकार की नीतियों और उद्योग की मांग को देखते हुए 2025 से 2030 सभी लक्ष्यों को पूरा करने का विश्वास दिलाया और उन्होंने कहा कि यह आन्त्रप्रेन्योर, स्टार्टअप्स और युवा इनोवेटर्स सहित सभी व्यक्तियों के लिए उद्योग के विकास में योगदान करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है.
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