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Twitter Deal: एलन मस्क के पास बचा है केवल इतना समय, वर्ना कोर्ट को लेना पड़ेगा ये फैसला
दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर को खरीदने के लिए काफी कम समय बचा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्लीः दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर को खरीदने के लिए काफी कम समय बचा है. अगर वो इस डील को तय समय तक पूरा नहीं करते हैं तो फिर डेलावेयर स्थित कोर्ट में ट्विटर की तरफ दाखिल मुकदमें का सामना करना पड़ेगा. एलन मस्क के पास सूत्रों के अनुसार केवल 28 अक्टूबर तक का समय है जब वो इस 44 अरब डॉलर की डील को पूरा कर सकें.
3 अक्टूबर को की थी ये घोषणा
3 अक्टूबर को, मस्क ने डेलावेयर चांसरी कोर्ट में 17 अक्टूबर की लड़ाई से बचने के उद्देश्य से कंपनी को मूल कीमत पर खरीदने के लिए औपचारिक रूप से सार्वजनिक दबाव में कंपनी को फिर से खरीदने की पेशकश की थी. ट्विटर के शेयर में तेजी आई, निवेशकों को होश आ गया कि ड्रामा लगभग खत्म हो गया है. लेकिन कंपनी के वकीलों ने मस्क के पत्र में शर्तों के बारे में संदेह किया, जिसमें यह शर्त भी शामिल है कि ट्विटर ने अपना मुकदमा छोड़ दिया, इसे "आगे शरारत का निमंत्रण" कहा.
अदालत में हारने की अटकलें ज्यादा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को खरीदने के लिए दिये गये अपने पुराने प्रस्ताव को उन्होंने फिर से जीवित किया है. वे 54.20 अमेरिकी डॉलर प्रति शेयर पर डील करने को राजी हो गए हैं. हालांकि, यह फैसला चौंकाने वाला नहीं है, क्योंकि इस मामले में उनके अदालत में हार जाने की अटकलें जोरों पर थीं.
जुलाई में रद्द के थी डील
जुलाई में डील कैंसिल करने के बाद से एलन मस्क लगातार अपने फैसले को सही साबित करने के लिए ट्विटर को कठघरे में खड़ा करते आए हैं. हाल ही में उन्होंने कहा था कि ट्विटर का एक पूर्व कर्मचारी जो व्हिसल ब्लोअर बन गया था, उसे कंपनी की तरफ से लाखों डॉलर का भुगतान किया. यह एक बड़ा कारण था, जिसके चलते उन्होंने ट्विटर को खरीदने की 44 अरब डॉलर की डील को रद्द कर दिया. मस्क के वकीलों ने इसे मर्जर एग्रीमेंट का उल्लंघन बताया था.
भारत कनेक्शन का जिक्र
इतना ही नहीं, एलन मस्क ने ट्विटर डील तोड़ने के पीछे भारत कनेक्शन का भी जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि ट्विटर ने भारत सरकार के खिलाफ जाकर दुनिया के तीसरे सबसे बड़े बाजार को खतरे में डाल दिया था. डील के समय कंपनी ने उन्हें भारत में चल रहे डेवलपमेंट के बारे में नहीं बताया था. हालांकि, ट्विटर का दावा है कि एलन मस्क को हर बात से अवगत कराया गया था.
ये तो नहीं वजह?
इतने आरोप लगाने के बाद अब आखिर ऐसा क्या हुआ कि एलन मस्क ट्विटर को फिर से अपना बनाना चाहते हैं? इसकी पहली वजह है कानूनी लड़ाई. दरअसल, ट्विटर ने मस्क के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है और माना जा रहा है कि ट्विटर का पक्ष मजबूत है. इसके अलावा, कानूनी जंग की टेंशन भी मस्क को अपना फैसला पलटने पर विवश कर रही है. जब से एलन मस्क ने डील रद्द की है, तब से उनकी कंपनी टेस्ला के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मस्क का फोकस टेस्ला से हटकर ट्विटर के साथ कानूनी लड़ाई पर चला गया है, जिसका खामियाजा कंपनी भुगत रही है. ऐसे में अगर कानूनी जंग लंबी खिंचती है तो मस्क को खासा नुकसान उठाना पड़ेगा. इसके अलावा, यदि कोर्ट का फैसला ट्विटर के पक्ष में आया, तो शर्मिंदगी के साथ बड़ा आर्थिक झटका भी लगेगा.
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