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बिजली का बिल कई घरों में करेगा 'अंधेरा', 80% बढ़ोत्तरी की तैयारी! संकट में छोटे व्यवसाय
पब संचालकों का कहना है कि सरकार को इस दिशा में जल्द कदम उठाना होगा. क्योंकि ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के कारण पब मालिक बिजली के बिलों का भुगतान करने में असमर्थ हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
बढ़ती महंगाई के बीच बिजली का बिल ब्रिटेन के लोगों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा सकता है. माना जा रहा है कि अगले महीने से घरों के बिजली बिल में 80 फीसदी बढ़ोतरी हो सकती है. संभव है कि राहत पहुंचाने के लिए सरकार घरेलू बिजली-गैस उपभोक्ताओं के बिल में कुछ रियायत दे, लेकिन बिज़नेस सेक्टर के लिए ज्यादा छूट की उम्मीद बेमानी है. ऐसे में उद्योग जगत से जुड़े संगठनों ने सरकार को चेताया है कि अगर गैस-बिजली के दामों को नियंत्रित नहीं किया गया, तो बड़े पैमाने पर पब, बार और रेस्टोरेंट जैसे कारोबार बंद हो जाएंगे.
सरकार से हस्तेक्षप की अपील
ब्रिटेन की छह सबसे बड़ी शराब बनाने वाली कंपनियों और पब एसोसिएशन का कहना है कि, इस साल ऊर्जा की चढ़ती कीमतों ने उनकी कमर तोड़कर रख दी है. उन्होंने सरकार से जल्द हस्तक्षेप करने की अपील की है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि यदि बिजली-गैस की कीमतों को नीचे नहीं लाया गया, तो बड़ी संख्या में बार और रेस्टोरेंट बंद हो जाएंगे.
बड़े पैमाने पर जाएगी नौकरी
पब संचालकों का कहना है कि सरकार को इस दिशा में जल्द कदम उठाना होगा. क्योंकि ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के कारण पब मालिक बिजली के बिलों का भुगतान करने में असमर्थ हैं. ऐसे में उनके पास अपना कारोबार बंद करने के सिवा कोई उपाय नहीं रह जाएगा. यदि पब बंद होते हैं, तो सैंकड़ों लोगों की नौकरी चली जाएगी और देश एक नए संकट में घिर जाएगा. उद्योग जगत का कहना है कि अगर जल्द कुछ नहीं किया गया, तो कोरोना काल में व्यवसायों के सही से संचालन के जितने भी उपाय किए गए थे, वे इस ऊर्जा संकट काल के चलते व्यर्थ हो जाएंगे.
अब तक 350 बढ़ा बिल
वहीं, स्मॉल बिजनेस फेडरेशन का कहना है कि एनर्जी बिल में लगातार हो रहे इजाफे से छोटी दुकानों, लांड्री से लेकर हर तरह का कारोबार प्रभावित हुआ है, ऐसे में यदि दाम फिर बढ़ते हैं, तो स्थिति गंभीर हो जाएगी. फेडरेशन का अनुमान है कि फरवरी 2021 के बाद छोटे व्यवसायों का बिजली बिल 350 प्रतिशत और गैस का बिल करीब 400 प्रतिशत बढ़ा है. कई छोटे रेडियो स्टेशन, कैफे और दुकान पहले ही बंद हो चुके हैं. वहीं, फूड बैंक, रेस्ट हाउस जैसे अन्य कारोबार से जुड़े लोग भी महंगी होती बिजली-गैस से परेशान हैं.
आय और खर्चे का अंतर बढ़ा
बैंक ऑफ इंग्लैंड का अनुमान है कि ब्रिटिश अर्थव्यवस्था इस साल लंबी मंदी के दौर में प्रवेश कर सकती है. वहीं, महंगाई 40 साल में सबसे ज्यादा ऊंचाई पर पहुंच गई है. जुलाई में यह एक साल पहले के मुकाबले 10.1 प्रतिशत बढ़ गई थी. जिस रफ्तार से दाम चढ़े हैं, उस रफ्तार से लोगों की आमदनी में इजाफा नहीं हुआ है, इसके चलते आय और खर्चे का अनुपात लगातार बढ़ रहा है.
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