सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर 6 एयरबैग्स की डेडलाइन के बारे में बताया है.
सरकार ने M1 सीरीज के वाहनों में 6 एयरबैग्स अनिवार्य करने की डेडलाइन बढ़ा दी है. BW हिंदी ने कुछ दिन पहले ही बता दिया था कि सरकार डेडलाइन बढ़ा सकती है. पहले इसे एक अक्टूबर से लागू करना था, लेकिन कंपनियां इसके लिए तैयार नहीं थीं. इसके बाद से सरकार और कंपनियों के बीच बातचीत जारी थी. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर बताया है कि डेडलाइन बढ़ाकर 1 अक्टूबर 2023 कर दी गई है.
ट्वीट में कही ये बात
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ग्लोबल सप्लाई चेन से जुड़ी ऑटो इंडस्ट्री की समस्या को ध्यान में रखते हुए पैसेंजर कारों में 6 एयरबैग्स अनिवार्य करने के प्रस्ताव पर अब एक अक्टूबर 2023 से अमल किया जाएगा'. गौरतलब है कि कंपनियों का तर्क है कि 6 एयरबैग्स अनिवार्य करने से कॉस्ट काफी बढ़ जाएगी.
Considering the global supply chain constraints being faced by the auto industry and its impact on the macroeconomic scenario, it has been decided to implement the proposal mandating a minimum of 6 Airbags in Passenger Cars (M-1 Category) w.e.f 01st October 2023.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) September 29, 2022
सेफ्टी पर सरकार सख्त
टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क हादसे में मौत के बाद सरकार रोड सेफ्टी को लेकर सख्त हो गई है. एक तरफ जहां पीछे बैठने वालों के लिए भी सीटबेल्ट पहनना अनिवार्य किया गया है. वहीं, रियर सीट बेल्ट के लिए अलार्म की व्यवस्था करने का आदेश भी सरकार ने कार कंपनियों को दिया है. नितिन गडकरी कहते आए हैं कि रोड सेफ्टी को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. वह एक इसी एक अक्टूबर से 6 एयरबैग्स अनिवार्य करना चाहते थे.
ज़्यादातर में 2 एयरबैग्स
अभी ज़्यादातर कारें केवल दो एयरबैग्स के साथ ही आती हैं. ऐसे में एक्सीडेंट के वक्त फ्रंट सीट पर बैठे पैसेंजर्स की सेफ्टी तो काफी हद तक बनी रहती है, लेकिन पीछे बैठने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. साइरस मिस्त्री भी पिछली ही सीट पर बैठे थे. हालांकि, उनकी गाड़ी में पीछे भी एयरबैग्स थे, लेकिन चूंकि उन्होंने सीटबेल्ट नहीं लगाई थी इस वजह से वो समय पर नहीं खुल सके. सरकार चाहती है कि लोगों की सुरक्षा को तवज्जो देते हुए अभी कंपनियों को छह एयरबैग्स की व्यवस्था करनी चाहिए.
क्या है M1 सीरीज
वाहनों को अलग-अलग कैटेगरी में विभाजित किया जाता है. इसमें M1 का मतलब है ऐसे यात्री वाहन, जिनमें ड्राइवर की सीट के अलावा अधिकतम 8 लोगों के बैठने की व्यवस्था हो. इस साल जनवरी में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 8 लोगों की यात्री क्षमता वाली सभी कारों में 6 एयरबैग्स अनिवार्य करने के लिए एक मसौदा अधिसूचना को मंजूरी दी थी. 14 जनवरी को जारी अधिसूचना के अनुसार, 1 अक्टूबर, 2022 के बाद निर्मित M1 सीरीज के वाहन में फ्रंट और रियर में कुल 6 एयरबैग्स होना अनिवार्य है.
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने पुराने वाहनों को कबाड़ में बदलने की पहल को बढ़ावा देने के लिए एक प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है. इसके तहत नई गाड़ी खरीदने पर टैक्स में छूट मिलेगी.
दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी खबर सामने आई है. दिल्ली सरकार ने पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करने वाले लोगों को टैक्स में छूट देने का ऐलान किया है. दिल्ली की चीफ मिनिस्टर आतिशी ने खुद इसका ऐलान किया है. ये टैक्स छूट 20 फीसदी तक की हो सकती है. दिल्ली सरकार ने पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप करने की योजना को एक बार फिर से रफ्तार देने की कोशिश की है. यह ऐलान इसी कोशिश को आगे बढ़ाने का है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर सरकार की ओर से क्या ऐलान किया है.
सरकार ने किया टैक्स छूट का ऐलान
दिल्ली सरकार अपने पुराने वाहनों को कबाड़ घोषित करने का विकल्प चुनने वाले वाहन मालिकों को नए वाहनों की खरीद पर 10-20 फीसदी की कर छूट प्रदान करेगी. बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री आतिशी ने पुराने वाहनों को कबाड़ में बदलने की पहल को बढ़ावा देने के लिए एक प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है. इस नीति को जल्द ही अधिसूचित किया जाएगा. दिल्ली सरकार ने बयान में कहा कि सरकार अपने पुराने वाहनों को कबाड़ में बदलने का विकल्प चुनने वालों को तीन साल के भीतर नए वाहन खरीदने पर मोटर-वाहन कर में छूट के माध्यम से प्रोत्साहन देगी.
किस गाड़ी पर कितनी मिलेगी छूट
बयान के मुताबिक, इस प्रोत्साहन नीति के तहत नॉन-कमर्शियल सीएनजी और पेट्रोल वाहनों की खरीद पर 20 फीसदी, कमर्शियल सीएनजी और पेट्रोल वाहनों की खरीद पर 15 फीसदी और डीजल व्हीकल को खरीदने पर 10 फीसद की टैक्स छूट मिलेगी. दिल्ली सरकार की इस नीति का उद्देश्य प्रदूषण फैलाने वाले पुराने वाहनों को सड़कों से हटाना है, ताकि कम प्रदूषण फैलाने वाले और बेहतर उत्सर्जन मानक वाले वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा सके. इस योजना के तहत लाभ पाने के लिए व्यक्ति को अपना पुराना वाहन किसी पंजीकृत सुविधा केंद्र पर कबाड़ में देने पर जमा प्रमाणपत्र लेना होगा. वह तीन साल के भीतर नए वाहन के पंजीकरण के समय उस प्रमाणपत्र को दिखाकर कर में छूट पा सकेगा.
यूपी सरकार ने भी दिया ऑफर
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण और पुराने वाहनों को खत्म करने के मकसद से दिल्ली और उसके आसपास से सटे राज्य पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप कराने पर टैक्स में छूट का ऑफर दे रहे हैं. इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने भी एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि 2003 से पहले रजिस्टर्ड वाहनों के मालिकों को अपनी गाड़ी स्क्रैप कराने पर टैक्स में 75% की छूट मिलेगी, जबकि 2008 से पहले पंजीकृत गाड़ियों को 50 फीसदी का डिस्काउंट मिलेगा.
फेस्टिवल सीजन में बड़ी संख्या में वाहनों की बिक्री होती है. नवरात्रि के 9 दिनों को भी खरीदारी के लिए बेहद शुभ माना जाता है.
नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही फेस्टिवल सीजन की शुरुआत हो चुकी है. नवरात्रि के नौ दिन बेहद शुभ माने जाते हैं और इस दौरान बड़ी संख्या में लोग वाहन खरीदते हैं. इसलिए अक्टूबर का महीना ऑटो कंपनियों के लिए भी बेहद खास है. कंपनियों को उम्मीद है कि पिछले कुछ महीनों की कसर अक्टूबर में पूरी हो जाएगी. बता दें कि कुछ समय से पैसेंजर व्हीकल्स, टू-व्हीलर्स के साथ-साथ कमर्शियल व्हीकल्स की डिमांड में अपेक्षाकृत सुस्ती देखने को मिली है.
इसलिए खास है अक्टूबर
एक रिपोर्ट की मानें, तो जुलाई और अगस्त ऑटो कंपनियों के लिए खास अच्छा नहीं गया. सितंबर में गणेश चतुर्थी और ओणम बड़े त्योहारों के बावजूद उम्मीद अनुसार बिक्री नहीं हुई. इसलिए ऑटो कंपनियों के लिए अक्टूबर बेहद खास बन गया है. यदि इस महीने भी उन्हें उम्मीद अनुरूप परिणाम नहीं मिले, तो स्थिति बिगड़ सकती है. वैसे, कंपनियों को खासतौर पर दशहरा और दिवाली के दौरान गाड़ियों की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है.
डिस्काउंट स्कीम भी तैयार
ग्राहकों को लुभाने के लिए ऑटो कंपनियों ने आकर्षक डिस्काउंट स्कीम भी तैयार कर ली है. कुछ कंपनियां कार और SUV पर विशेष छूट दे रही हैं. ये बात अलग है कि पिछले कुछ समय में अधिकांश कारें महंगी हुई हैं. इसकी वजह कंपनियों की प्रोडक्शन कॉस्ट में बढ़ोत्तरी है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि गाड़ियों की कीमतों में इजाफा, खर्चे और आमदनी के बीच बिगड़ता संतुलन, कुछ प्रमुख कारण हैं जिनकी वजह से लोग कंज्यूमर गुड्स और व्हीकल्स जैसी प्रीमियम कैटेगरी की खरीदारी में पहले वाली दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. ऐसे में यह कहना फिलहाल थोड़ा मुश्किल है कि ऑटो कंपनियों के लिए अक्टूबर शानदार रहेगा.
महिंद्रा अपनी Thar ROXX के 4x4 वैरिएंट का अब एक नया ब्राउन इंटीरियर विकल्प लॉन्च करने जा रही है. इसकी बुकिंग 3 अक्टूबर 2024 को शुरू हो जाएगी.
अगर आप कोई नई लग्जरी कार खरीदना चाहते हैं, तो ये खबर आपके काम की है. दरअसल, कार निर्माता कंपनी महिंद्रा थार रॉक्स (Mahindra Thar ROXX) 4x4 वैरिएंट के लिए एक नया ब्राउन इंटीरियर विकल्प लॉन्च करने जा रही है. यह नया वैरिएंट ग्राहकों को अपनी व्यक्तिगत प्राथमिकताओं के लिए अतिरिक्त विकल्प प्रदान करेगा. दोनों इंटीरियर प्रीमियम लेदरेट सीट्स और एक नए कलर ऑप्शन से लैस हैं, जो उन लोगों की डिमांड को पूरा करते हैं, जो ज्यादा लग्जरी चाहते हैं. तो चलिए जानते हैं इसकी बुकिंग कब से शुरू हो रही है और कीमत कितनी है?
इतनी है कीमत
महिंद्रा की नई थार रॉक्स को आरक्षित करते समय ग्राहकों के पास 3 अक्टूबर 2024 को सुबह 11 बजे से आइवरी या मोचा इंटीरियर चुनने का विकल्प होगा. थार रॉक्स के लिए डिलीवरी अक्टूबर 2024 में शुरू होने वाली है. महिंद्रा थार रॉक्स की शुरुआती कीमत 12.99 लाख (एक्स-शोरूम) है, जो टॉप-लेवल मॉडल के लिए 22.49 लाख (एक्स-शोरूम) तक पहुंच जाती है.
इन बदलावों के साथ होगी लॉन्च
महिंद्रा थार रॉक्स को अब तक केवल आइवरी इंटीरियर स्कीम के साथ पेश किया जा रहा था, जो प्रीमियम दिखती थी, लेकिन बहुत जल्दी गंदी हो जाती थी. अब ये ऑफ-रोडिंग एसयूवी बनकर आई है, जोकि कीचड़, धूल और कीचड़ से बची रहेगी. वहीं, महिंद्रा थार रॉक्स को 2.2-लीटर डीजल इंजन और 2.0-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया जा रहा है. दोनों इंजन 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स या 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आते हैं.
महिंद्रा थार रॉक्स में मिलेंगे ये वैरिएंट्स
महिंद्रा थार रॉक्स 6 अलग-अलग वैरिएंट्स MX1, MX3, AX3L, MX5, AX5L और AX7L में उपलब्ध है. इनमें से AX3L विशेष रूप से एक मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ एक डीजल इंजन से लैस है. AX5L में भी डीजल इंजन है, लेकिन यह केवल ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ उपलब्ध है. शेष वैरिएंट पेट्रोल इंजन से लैस है.
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महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भारतीय एसयूवी मार्केट में तहलका मचा दिया है और बीते सितंबर महीने में इस कंपनी की एसयूवी गाड़ियों में ताबड़तोड़ बढ़ोतरी हुई है.
अक्टूबर का महीना खत्म हो चुका है. अब ऑटो मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां सितंबर महीने के लिए ऑटो सेल्स का आंकड़ा जारी कर रही हैं. ऑटो कंपनियों जैसे Toyota Kirloskar, JSW MG Motor, Mahindra & Mahindra और Tata ने ऑटो सेल्स के आंकड़ें जारी कर दिए हैं. सितंबर में ऑटो बिक्री की बात करें तो टोयोटा किर्लोस्कर और महिंद्रा एंड महिंद्रा की एसयूवी सेल्स में इजाफा देखने को मिला है लेकिन Tata और JSW MG Motor की सेल्स में गिरावट दर्ज की गई है. अक्टूबर की शुरुआत होते ही अब कंपनियां सितंबर सेल्स के आंकड़ें जारी कर रही हैं.
Toyota की सेल्स बढ़ी
कंपनी ने ऑटो बिक्री के आंकड़ों को जारी करते हुए बताया कि कंपनी की सेल्स सितंबर में 14 फीसदी बढ़ी है. ये आंकड़ा साल दर साल के आधार पर है. कंपनी ने कुल 26847 यूनिट्स को थोक आधार पर बेचा है. बीते साल सितंबर में कंपनी ने 23,590 यूनिट्स को बेचा था. घरेलू बिक्री की बात करें तो सितंबर में कंपनी ने 23802 यूनिट्स को बेचा है और 3045 यूनिट्स को एक्सपोर्ट किया है. कंपनी के सेल्स-सर्विस-यूज्ड कार बिजनेस के वाइस प्रेजिडेंट Sabari Manohar ने कहा कि फेस्टिव सीजन में हमें अच्छी सेल्स की उम्मीद है. सितंबर की कुल सेल्स में 90 फीसदी योगदान SUV, MPV और छोटी कार का रहा है और हमें आगे भी अच्छी सेल्स की उम्मीद है.
M&M की सेल्स में भी उछाल
एसयूवी बनाने वाली दिग्गज कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बताया कि सितंबर में घरेलू बाजार में एसयूवी सेल्स 24 फीसदी तक बढ़ी है. कंपनी ने सितंबर में 51062 यूनिट्स को बेचा है. कंपनी ने सितंबर 2023 में 41,267 यूनिट्स को बेचा था. कंपनी ने आगे कहा कि देश में फेस्टिव सीजन की शुरुआत होने वाली है तो ऐसे में हमने 3 अक्टूबर से Thar Roxx की बुकिंग को भी खोल दिया है.
Tata Motors की सेल्स गिरी
टाटा मोटर्स की बिक्री देखें तो यहां गिरावट दर्ज की गई है. कंपनी की घरेलू सेल्स 15 फीसदी गिरी है. सितंबर में कंपनी ने कुल 69694 यूनिट्स को बेचा जबकि सितंबर 2023 में कंपनी ने 82023 यूनिट्स को बेचा था. कुल पैसेंजर व्हीकल की बात करें, जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल भी शामिल है तो ये आंकड़ा 41063 यूनिट्स का रहा है. जबकि सितंबर 2023 में ये आंकड़ा 44089 यूनिट्स का था. यहां 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. FY25 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने रिटेल (वाहन रजिस्ट्रेशन) में 5 फीसदी की गिरावट देखी है.
JSW MG MOTOR की बिक्री में भी गिरावट
JSW MG Motor ने बताया कि साल दर साल कंपनी की कुल सेल्स में 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सितंबर में कंपनी ने सिर्फ 4588 यूनिट्स को बेचा है. जबकि पिछले साल समान महीने में कंपनी ने 5003 यूनिट्स को बेचा था. कंपनी की कुल सेल्स में न्यू एनर्जी व्हीकल्स यानी कि NEV (EV) ने 49 फीसदी का योगदान दिया है. कंपनी ने कहा कि अक्टूबर 2024 से कंपनी वाहन पोर्टल पर अपनी सेल्स डाटा को जारी करेगी.
Ola Electric ग्राहकों के लिए एक नई 'हाइपर सर्विस' शुरू की गई है. इसे लेकर ओला के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) भाविश अग्रवाल ने x पर एक पोस्ट शेयर की है.
अगर आपके पास ओला (Ola) का स्कूटर है, तो ये खबर आपके काम की है. दरअसल, ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ग्राहकों के लिए एक नई 'हाइपर सर्विस' (Hyper Service) लॉन्च हुई है. हाइपर सर्विस के तहत ओला अपने सेवा नेटवर्क का बड़ा विस्तार करेगी. ओला के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) भाविश अग्रवाल ने x पर एक पोस्ट शेयर करके इस सर्विस के लॉन्च की घोषणा की है. तो आइए जानते हैं ग्राहकों को इससे क्या फायदा होगा?
ओला की नई हाइपर सर्विस में मिलेगा ये फायदा
नई सर्विस से ओला इलेक्ट्रिक अपनी सेल्स के बाद की ग्राहकों को दी जाने वाली सर्विस को बेहतर और तेज बनाने का प्रयास करना चाहती है. इस सर्विस के तहत ओला एक दिन में मरम्मत की गारंटी दे रही है, जिसमें अगर मरम्मत में देरी होती है, तो ग्राहकों को एक बैकअप ओला S1 स्कूटर मिलेगा. ओला केयर+ सदस्यता वाले ग्राहकों को वाहन की मरम्मत के दौरान मुफ्त ओला कैब कूपन मिलेंगे.
ग्राहकों को घर पर ही सर्विस मिलेगी
अक्टूबर में MOVEOS 5 अपडेट के साथ, AI-पावर्ड प्रोएक्टिव मेंटेनेंस सेवा शुरू होगी. यह सर्विस रिमोट डायग्नोस्टिक्स का उपयोग करके वाहन की समस्याओं की पहचान और समाधान करेगी. ग्राहक घर पर ही मरम्मत की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे. बता दें, ओला की सर्विस को लेकर देशभर में कई शिकायतें आती रहती हैं. कई ग्राहकों ने तो कंपनी के सेंटर के सामने गाड़ियों को तोड़ा है. वहीं, एक ग्राहक ने तो पूरे सर्विस सेंटर में ही आग लगा दी थी.
ओला बढ़ाएगी अपने सर्विस सेंटर की संख्या
एक्स पर एक पोस्ट में भाविश अग्रवाल ने कंपनी की योजना बताई है. ओला दिसंबर तक अपने सर्विस सेंटर की संख्या 500 से बढ़ाकर 1,000 करेगी. यह कदम भारत में ओला इलेक्ट्रिक यूजर्स के लिए तेज और सुलभ मरम्मत सुनिश्चित करेगा. ओला अपने नेटवर्क पार्टनर प्रोग्राम के तहत 1 लाख थर्ड-पार्टी मैकेनिक्स को प्रशिक्षित करने की योजना बना रही है. इसके साथ ही दिसंबर, 2025 तक इन मैकेनिक्स को इलेक्ट्रिक वाहनों की सर्विस के लिए तैयार किया जाएगा.
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Flipkart Big Billion Days पर जावा येज्डी मोटरसाइकिल के सभी मॉडल बिक रहे हैं. इतना ही नहीं, कंपनी ने इन सभी मॉडल्स पर बंपर डिस्काउंट भी ऑफर किया है.
फेस्टिवल सीजन की धमाकेदार शुरुआत हो चुकी है और आज 27 दिसंबर से देशभर के लोग ऑनलाइन शॉपिंग के लिए कमर कस चुके हैं. जी हां, मौका है फ्लिपकार्ट बिग बिलियन डेज 2024 सेल की और इसमें सबसे खास बात है कि नई मोटरसाइकल खरीदने वाले जावा और येजदी कंपनी के सभी मॉडल पर 22 हजार रुपये तक के फायदे पा सकते हैं. इसके साथ ही ग्राहकों को अतिरिक्त बैंक डिस्काउंट भी मिल जाएंगे, जिससे उन्हें भारी बचत हो सकती है.
जावा और येजदी के मोटरसाइकल्स
भारतीय बाजार में जावा ब्रैंड के कुल 4 मोटरसाइकल बिकते हैं और इनमें जावा 42 (Jawa 42), जावा 42 एफजे (Jawa 42 FJ), जावा पेराक (Jawa Perak) और जावा 350 (Jawa 350) जैसे मॉडल हैं. वहीं, येजदी ब्रैंड के 3 मोटरसाइकल हैं, जिनमें येजदी स्क्रैम्बलर, येजदी रोडस्टर और येजदी एडवेंचर जैसी गाड़ियां हैं.
कितना और किस-किस तरह के फायदे
आपको बता दें कि जावा और येजदी ब्रैंड के मोटरसाइकल्स पर फ्लिपकार्ट बिग बिलियन डेज 2024 सेल में कम से कम 12,500 रुपये के तो फायदे होंगे ही. वहीं, इन बाइक्स पर मैक्सिमम डिस्काउंड 22,500 रुपये का होगा. जिनके पास फ्लिपकार्ट एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड है, उन्हें 10 हजार रुपये का एक्स्ट्रा कैशबैक मिल जाएगा. वहीं, एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड होल्डर को 8,500 रुपये की अतिरिक्त छूट मिल जाएगी. एचडीएफसी डेबिट कार्ड पर 750 रुपये का एक्स्ट्रा कैशबैक मिल जाएगा.
देश के किन-किन इलाकों में ग्राहकों को मिल रहे ऑफर
जावा और येजदी ब्रैंड के मोटरसाइकल्स पर ग्राहकों को साउथ, सेंट्रल और वेस्ट इंडिया के इलाकों में 19,000 रुपये तक के फायदे मिलेंगे. इन बाइक्स पर 4 साल या 50 हजार किलोमीटर की वॉरंटी, 4 साल कर लेबर-फ्री पीरियॉडिक सर्विस, एक्सचेंज बोनस के रूप में 10 हजार रुपये तक का लाभ मिलेगा. वहीं ईस्ट इंडिया के इलाकों में 14,000 रुपये तक के फायदे मिलेंगे, जिनमें 1500 रुपये का फ्री आरएसए, 2500 रुपये मूल्य की ऐक्सेसरीज, 10 हजार रुपये के एक्सचेंज बोनस मिलेंगे. उत्तरी भारत में ग्राहकों को 10 हजार रुपये एक्सचेंज बोनस के रूप में फायदा मिल जाएगा.
फाइनैंसिंग भी आसान
आपके लिए जरूरी बात ये भी है कि जावा और येजदी कंपनियों की मोटरसाइकल पर ईजी फाइनैंसिंग सुविधाएं भी ऑफर की जा रही हैं. आप सिर्फ 2,999 रुपये के डाउन पेमेंट पर जावा और येजदी की बाइक फाइनैंस करा सकते हैं. 5.99 फीसदी ब्याज दर आपको लोन मिल जाएगा और ईएमआई की शुरुआती राशि एक लाख रुपये पर सिर्फ 1,888 प्रति महीने हो सकता है.
17 सितंबर से उनके सैकड़ों गिफ्ट्स की नीलामी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इसमें 600 रुपये से लेकर करीब 9 लाख रुपये तक के गिफ्ट शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज जन्मदिन है. पिछले कई साल की तरह इस बार भी पीएम मोदी को मिले तोहफों की ई-नीलामी की जा रही है. ये ऑक्शन 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक चलेगी, जिसमें पीएम मोदी को मिले 600 से अधिक तोहफों की नीलामी हो रही है. इसमें सिर्फ 600 रुपये की शुरुआती कीमत से लेकर 16 लाख रुपये तक की कीमत में तोहफे नीलाम किए जा रहे हैं. इसके लिए आप इसकी ऑफिशियल वेबसाइट (https://pmmementos.gov.in/) पर विजिट कर सकते हैं.
5 साल में हुई ₹50 करोड़ की कमाई
आपको बता दें कि पीएम मोदी को मिले गिफ्टों की नीलामी का यह छठा संस्करण है. 2019 में पीएम मोदी के बर्थडे से इसकी शुरुआत हुई थी. इन नीलामियों ने पिछले 5 साल में 50 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है. हर साल की तरह इस बार भी पीएम मोदी के गिफ्ट्स की नीलामी से हुई आय को नमामि गंगे परियोजना में लगाया जाएगा. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने लोगों से इस ई-नीलामी में भाग लेने का आग्रह किया, क्योंकि इस ई-ऑक्शन में भाग लेकर वे एक नेक काम में योगदान देंगे. इससे हमारे देश के पर्यावरण को संरक्षित करने में सहायता मिलेगी
गिफ्ट्स में क्या-क्या?
पैरालंपिक कांस्य पदक विजेता अजीत सिंह, सिमरन शर्मा और रजत पदक विजेता निशाद कुमार द्वारा भेंट किए गए जूतों के अलावा रजत पदक विजेता शरद कुमार की हस्ताक्षरित टोपी का आधार मूल्य 2.86 लाख रुपये के आसपास रखा गया है.
राम मंदिर की एक प्रतिकृति जिसकी कीमत 5.50 लाख रुपये है, मोर की एक मूर्ति जिसकी कीमत 3.30 लाख रुपये है, राम दरबार की एक मूर्ति जिसकी कीमत 2.76 लाख रुपये है और चांदी की वीणा जिसकी कीमत 1.65 लाख रुपये है, उच्च आधार मूल्य वाली वस्तुओं में शामिल हैं.
सबसे कम आधार मूल्य वाले उपहार में सूती अंगवस्त्रम, टोपी और शॉल शामिल हैं, जिनकी कीमत 600 रुपये रखी गई है. नीलामी 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन से शुरू होकर दो अक्टूबर को समाप्त होगी. यहां आप गिफ्ट्स को ऑनलाइन देख सकते हैं.
गंगा सफाई में खर्च होगा पैसा
संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने उन्हें मिलने वाले सभी तोहफों और स्मृति चिह्न की नीलामी की नई संस्कृति शुरू की है. मुख्यमंत्री के तौर पर भी वह ऐसा करते थे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को जो उपहार मिलते हैं, उन्हें नीलामी के माध्यम से लोगों को वापस दे दिया जाता है और नीलामी से अर्जित धन का इस्तेमाल एक नेक कार्य ‘गंगा की सफाई’ के लिए किया जाता है. शेखावत ने जोर देकर कहा कि छठी बार ऐसी नीलामी की जा रही है और इसके माध्यम से जुटाई गई धनराशि राष्ट्रीय गंगा कोष में दान की जाएगी.
Royal Enfield ने अपनी दमदार बुलेट 350 का 'बटालियन ब्लैक' वैरिएंट लॉन्च कर दिया है. दिल्ली के 25 स्टोर्स पर टेस्ट राइड और बुकिंग शुरू हो चुकी है.
अगर आपको रॉयल एनफील्ड (Royal Enfield) बुलेट पसंद है, तो ये खबर के लिए ही है. दरअसल, 90 साल पुरानी बुलेट को अब कंपनी एक नया रूप दे रही है, इसलिए कंपनी ने अपनी नई बुलेट 'बटालियन ब्लैक' एडिशन का नया डिजाइन पेश किया है. यह उन लोगों के लिए खास है, जो अपनी पसंदीदा बाइक में पुराना स्टाइल चाहते हैं. रॉयल एनफील्ड ने इस मॉडल में कुछ पुराने डिजाइन वापस लाकर यादों को ताजा किया है. तो चलिए जानते हैं इस बाइक में क्या बदलाव हुए हैं और इसकी कीमत कितनी है?
इतनी है बाइक की कीमत
बटालियन ब्लैक एडिशन रॉयल एनफील्ड की धरोहर और नई तकनीक का बेहतरीन मेल है, जो इसे दिल्ली एनसीआर के हर तरह के राइडर्स के लिए खास बनाता है. यह बाइक एनसीआर के 25 से अधिक रॉयल एनफील्ड स्टोर्स पर टेस्ट राइड और बुकिंग के लिए उपलब्ध है. इस बाइक की कीमत 1,74,730 रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है.
नई बुलेट में पुरानी बुलेट सा फील
इस नई बुलेट 350 'बटालियन ब्लैक' एडिशन में सिग्नेचर बुलेट टैंक और साइड पैनल पर 3D बैज जैसे आकर्षक डिजाइन एलिमेंट्स मिलते हैं, जो इसे एक शानदार बाइक बनाते हैं. पुरानी बुलेट का फील देने के लिए कंपनी ने इसमें बेंच सीट, विंटेज स्टाइल टेल लाइट, हाथों से पेंट की गई सोने की पिनस्ट्रिप्स, टैंक और साइड पैनल बैज, स्पोक व्हील्स के साथ क्रोम रिम और ब्लैक मिरर भी दिए हैं. इसमें 300 mm फ्रंट डिस्क और 153 mm रियर ड्रम ब्रेक के साथ सिंगल चैनल एबीएस भी है.
J-प्लेटफॉर्म पर बनी बुलेट बटालियन ब्लैक
बुलेट 'बटालियन ब्लैक' एडिशन को J-प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है, जो बेहतर परफॉर्मेंस और भरोसेमंद राइडिंग का अनुभव देता है. इसमें 349cc का दमदार इंजन है, जो 6100rpm पर 20.2ps की पावर और 4000rpm पर 27nm का टॉर्क जेनरेट करता है. बटालियन ब्लैक एडिशन को मिलिट्री वैरिएंट के ऊपर रखा गया है, जिससे यह आसानी से उपलब्ध और किफायती हो जाती है. इसके अलावा ब्लैक गोल्ड और स्टैंडर्ड मॉडल्स क्रमशः टॉप और मिड-वैरिएंट बने रहेंगे.
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भारतीय बाजार में नई Kia Carnival MPV 3 अक्टूबर 2024 को लॉन्च होने जा रही है, लेकिन कंपनी ने लॉन्च होने से पहले ही इसकी बुकिंग शुरू होने की तारीख का ऐलान कर दिया है.
अगर आप कोई नई कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. दरअसल, किआ इंडिया (Kia India) 3 अक्टूबर को भारतीय मार्केट में Kia Carnival MPV को लॉन्च करने जा रही है. वहीं, कार लॉन्च से पहले ही कंपनी ने ग्राहकों के लिए इसकी बुकिंग शुरू करने की तारीख की घोषणा कर दी है. तो चलिए जानते हैं नई Kia Carnival में कंपनी ने क्या फीचर्स दिए हैं और इसकी कीमत क्या होगी?
इस तारीख से शुरू होगी कार
कंपनी ने घोषणा की है कि नई कार्निवल की बुकिंग के लिए 16 सितंबर से शुरू होगी. ग्राहक 2 लाख रुपये देकर इस कार को बुक कर सकते हैं.
50 लाख रुपये से शुरू होगी कीमत
भारत में लॉन्च होने जा रही कार्निवल की कीमत लगभग 50 लाख रुपये से शुरू होने की उम्मीद है. भारत में यह इनोवा हाइक्रॉस और टोयोटा वेलफायर को टक्कर देती हुई दिखाई देगी.
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मिलेंगे ये फीचर्स
नई कार्निवल के लॉन्च से पहले कंपनी ने एक टीजर भी जारी किया है, जिसमें इसके कुछ फीचर्स का खुलासा हुआ है.
1. कार डुअल सनरूफ, वेंटिलेशन और लेग सपोर्ट, दूसरी पंक्ति में इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल सीटें, पावर स्लाइडिंग डोर, 12 स्पीकर वाला बोस साउंड सिस्टम, 12.3 इंच के डुअल कर्व्ड डिस्प्ले और ADAS लेवल 2 जैसे फीचर्स से लैस होगी.
2. इसके अलावा हेड-अप डिस्प्ले, डिजिटल रियर-व्यू मिरर, फिंगरप्रिंट रिकग्निशन के साथ अपडेटेड डिजिटल की और डैशबोर्ड पर एम्बिएंट लाइटिंग भी मिलेगा.
3. नई कार्निवल केवल एक ही पूरी तरह से लोडेड वैरिएंट में लॉन्च की जाएगी. कलर ऑप्शन की बात करें तो इसे दो या तीन कलर ऑप्शन में पेश किया जा सकता है, जिसमें दो सफेद और काले कलर होने की उम्मीद है.
4. भारत में लॉन्च होने जा रही नई कार्निवल में 2.2-लीटर डीजल इंजन होने की उम्मीद है. इंटरनेशनल लेवल पर मिलने वाली कार्निवल में 1.6-लीटर टर्बो पेट्रोल हाइब्रिड और 3.5-लीटर V6 पेट्रोल इंजन भी मिलता है.
फोर्ड अपने चेन्नई प्लांट को फिर से रौशन करने जा रही है. कंपनी ने ऐलान किया है कि वो भारत वापस लौट रही है.
ऑटो सेक्टर की दिग्गज अमेरिकी कंपनी फोर्ड (Ford) भारत में वापसी कर रही है. कंपनी ने अपनी भारत वापसी के ऐलान के साथ ही इस बारे में तमिलनाडु सरकार को लेटर ऑफ इंटेंट (LOI) भी सौंप दिया है. कंपनी करीब तीन साल पहले भारत से अपना कारोबार समेटकर निकल गई थी. फोर्ड अपना गुजरात प्लांट पहले ही टाटा ग्रुप को बेच चुकी है. जबकि चेन्नई संयंत्र के लिए वह खरीदार की तलाश कर रही थी, लेकिन बात बन नहीं पाई.
CM से हुई थी मीटिंग
एक रिपोर्ट के अनुसार, Ford अपने चेन्नई प्लांट का इस्तेमाल अब वैश्विक बाजारों के लिए विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए करेगी. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान फोर्ड नेतृत्व से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि इस मीटिंग के बाद ही Ford ने भारत में वापसी की योजना को अंतिम रूप दिया.
नहीं बनी थी बात
फोर्ड ने सितंबर 2021 में भारत छोड़ने की घोषणा की थी. इसके बाद उसने सरकार की PLI योजना में भाग लेने के लिए आवेदन किया, लेकिन फिर अचानक वैश्विक बाजारों के लिए भारत में EV बनाने की योजना को टाल दिया. फोर्ड अपने गुजरात प्लांट को टाटा समूह को बेचने के बाद चेन्नई प्लांट को बेचने के लिए सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाले JSW समूह के साथ बातचीत कर रही थी, मगर बात नहीं बन पाई. उसके बाद खबर आई कि Ford ने चेन्नई प्लांट बेचने का फैसला टाल दिया है.
नियुक्तियां भी हुईं
पिछले साल दिसंबर में सामने आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि फोर्ड इंडिया ने कुछ नई नियुक्तियां भी की हैं, जिससे इस बात का संकेत मिलता है कि कंपनी अपनी भारतीय यूनिट का ऑपरेशन फिर से शुरू कर सकती है. गौरतलब है कि भारत में अपने पैर जमाने के लिए कंपनी ने मोटर व्हीकल और इंजन के चार प्लांट चेन्नई और साणंद में स्थापित किए थे. बाद में उसने अपनी गुजरात फैसिलिटी 725.70 करोड़ रुपए में टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड को बेच दी. .
क्यों किया प्रोडक्शन बंद?
फोर्ड इंडिया ने भारत छोड़ने के फैसले का ऐलान करते हुए घाटे का हवाला दिया था. कंपनी ने कहा था कि उसे भारत में कारें बनाने में दो बिलियन डॉलर यानी 200 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है. इसलिए वो गुजरात के साणंद और तमिलनाडु के चेन्नई स्थित अपने दोनों प्लांट बंद करने जा रही है. कंपनी ने इन प्लांट में इकोस्पोर्ट, फिगो और एस्पायर जैसी गाड़ियों तैयार की जाती थीं. गौरतलब है कि फोर्ड काफी समय से भारतीय बाजार पर पकड़ बनाने की कोशिश करती रही, लेकिन उसे खास सफलता नहीं मिली.