सर्वे बताता है कि हैदराबाद और पुणे में सीनियर लेवल पर भर्ती हो सकती है जबकि कोलकाता, बेंगलुरू, मुंबई, चेन्नई, पुणे और दिल्ली/एनसीआर में मध्यम स्तर की भर्ती प्रमुख होने की उम्मीद है.
एक ओर जहां दुनियाभर में कई नामी कंपनियां अपनी कॉस्ट कटिंग कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर Startup को लेकर किए सर्वे में दूसरी ही स्थिति निकलकर सामने आ रही है. Startup को लेकर किया गया ये सर्वे बताता है कि ज्यादातर Startup में से 80.49% इस साल 2023 में अपनी मैनपॉवर को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, जबकि 15.78% ने अपने मौजूदा कर्मचारियों की संख्या को बनाए रखने की योजना बनाई है, जिनमें से अधिकांश शुरुआती चरण में हैं.
क्या कहते हैं सर्वे के आंकड़े
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) ने Randstad India के साथ साझेदारी में Startup हायरिंग ट्रेंड्स पर अपना विशेष सर्वे शुरू किया है. सर्वेक्षण में 300 से अधिक Startup ने भाग लिया है. 54.38% Startup नौकरी छोड़े जाने की दर के ज्यादा होने का कारण बड़ी कंपनियों द्वारा पेश किए जाने वाले बेहतर वेतन पैकेज के साथ-साथ Startup में नौकरी की सुरक्षा को लेकर चिंताओं को इसकी वजह बताते हैं. जिन सेक्टर के Startup ज्यादा नौकरी देने पर सहमति जता रहे हैं उनमें हेल्थ सवर्सि सेक्टर, IT/ITES, कृषि/एग्रीटेक, AI / ML / DIPTech, फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर शामिल हैं. जबकि हैदराबाद और पुणे ऐसे क्षेत्रों के रूप में उभर रहे हैं जो वरिष्ठ स्तर के पदों पर भर्ती करने की बात कही है.
बड़ी कंपनियों में लगातार हो रही छंटनी के बीच शुरुआती दौर में काम कर रहे 80 प्रतिशत ऐसे Startup जो 20 लोगों की क्षमता के साथ काम कर रहे हैं वो तेजी से इस साल अपनी वर्कफोर्स बढ़ाने की सोच रहे हैं. 92% Startup ने कहा है कि उनकी हायरिंग करने का फैसला कंपनी को मिलने वाले नए आर्डर और निवेशकों से जुटाई गई अतिरिक्त फंडिंग और विस्तार रणनीतियों पर आधारित होंगे.
जबकि 31.92% Startup ऐसे हैं जो अपने कार्यबल का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं, और वो 30% से अधिक की भर्ती में वृद्धि करने की आशा कर रहे हैं. 28.08% कंपनियां 11-20% तक अपनी टीमों का विस्तार करने की योजना बना रही हैं.
कौन से सेक्टर के Startup कर सकते हैं ज्यादा भर्तियां
जिन सेक्टरों में भर्तियां ज्यादा आ सकती हैं उनमें कई सेक्टर शामिल हैं. इनमें एग्री/एग्रीटेक, एआई/एमएल/डीपटेक, ऑटोमोटिव, और ई-कॉमर्स/डिलीवरी सेवाओं जैसे क्षेत्रों में 11-20% तक भर्तियां में इजाफा हो सकता है. जबकि एयरोस्पेस और रक्षा, ऊर्जा और हेल्थकेयर स्टार्टअप्स 30% से अधिक अपनी भर्ती बढ़ा सकते हैं. कुल मिलाकर, जिन सेक्टरों में सबसे ज्यादा भर्ती हो सकती हो सकती है उनमें स्वास्थ्य सेवा में (13%), आईटी/आईटीईएस (10%), कृषि/एग्रीटेक (8%), एआई/एमएल/डीपटेक (7%), फिनटेक (7%) और मैन्यूफैक्चरिंग में ( 7%) तक की बढ़ोतरी हो सकती है.
किस स्तर के कर्मचरियों की हो सकती है नियुक्ति
FICCI के साथ हुए इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि हायरिंग मुख्य रूप से जूनियर और मिड-लेवल पर होगी. लगभग 37.97% Startup ने संकेत दिया है कि वे अधिक जूनियर स्तर के कर्मचारियों की भर्ती करना चाहते हैं, जबकि 27.27% उत्तरदाताओं ने मध्य स्तर की भर्ती पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है. हालाँकि, एग्री/एग्रीटेक और ऑटोमोटिव सेक्टर सीनियर लेवल सी-सूट हायरिंग पर ज्यादा फोकस करेंगे.
क्या होती हैं Startup की चुनौतियां
इस सर्वे में इस बात को भी बताया गया है कि Startup को लोगों को हायर करने में किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सर्वे में जो तथ्य सामने निकलकर आए हैं उनके प्राथमिक कारणों में स्किल्स की कमी, वेतन अपेक्षाओं में तालमेल न होना और संभावित उम्मीदवारों के बीच इस बात का जोखिम कि वो Startup में काम कर रहे हैं, जैसे फैक्टर शामिल हैं.
क्या बोले कंपनी सीईओ
रैंडस्टैड इंडिया के एमडी और सीईओ विश्वनाथ पीएस ने स्टार्टअप हायरिंग ट्रेंड सर्वे पर अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रत्येक बड़े ग्रुप के तौर पर काम कर रही सभी कंपनियों ने अपने प्रारंभिक चरण की कंपनी के रूप में शुरुआत की और आज जहां हैं वहां तक पहुंचने के लिए कई चुनौतियों के माध्यम से अपना रास्ता बनाया है. मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि Startup तेजी से भारत के रोजगार क्षेत्र में महत्वपूर्ण खिलाड़ियों के रूप में उभर रहे हैं. कई क्षेत्रों में काम कर रहे Startup अगले कुछ वर्षों में भारत की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देंगे.
इस मौके पर FICCI स्टार्ट-अप कमेटी के अध्यक्ष और सह-संस्थापक ऐसवेक्टर ग्रुप और टाइटन कैपिटल, रोहित बंसल ने कहा कि स्टार्टअप बढ़ने और परिपक्व होने के साथ-साथ नौकरियों के बड़े अवसर पैदा करते हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी फाउंडर के सामने अपनी शुरुआती टीम का सलेक्शन करने की होती है। जैसे-जैसे स्टार्टअप्स का कारोबार बढ़ता है वैसे-वैसे हम देखते हैं कि ये रोजगार और प्रशिक्षण का एक बेहतरीन मंच बनकर सामने आते हैं। Startup का डॉयनेमिक माहौल किसी भी युवा को बेहतर प्रशिक्षण देता है।
कुछ और अहम जानकारियां
● दिल्ली/एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई और हैदराबाद इस श्रेणी के प्रमुख शहरों के साथ जूनियर स्तर पर भर्ती गतिविधि का एक बड़ा केन्द्र बन सकते हैं.
● 45.21% स्टार्टअप अर्ध-कुशल कर्मचारियों की तलाश कर रहे हैं, जबकि 41.49% स्टार्टअप अत्यधिक कुशल पेशेवरों की तलाश कर रहे हैं.
● कैंपस प्लेसमेंट के संदर्भ में, अधिकांश स्टार्टअप, (67.55%) निजी एमबीए और इंजीनियरिंग कॉलेजों के साथ-साथ राज्य विश्वविद्यालयों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, क्योंकि इन संस्थानों में किफायती वेतन पैकेज पर गुणवत्तापूर्ण प्रतिभा प्रदान करते हैं.
● स्टार्टअप्स का केवल एक छोटा हिस्सा (9.16%) अपने कैंपस प्लेसमेंट के लिए आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रमुख संस्थानों को चुन रहा है.
सलील हजर्निस Poonawalla Fincorp में डिजिटल परिवर्तन का नेतृत्व करेंगे और इनोवेशंस को बढ़ावा देंगे.
पूनावाला ग्रुप की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी पूनावाला फिनकॉर्प (Poonawalla Fincorp) ने सलील हजर्निस को चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की है. उनकी नियुक्ति को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 11 सितंबर 2024 को मंजूरी दी थी, जोकि 10 दिसंबर 2024 से प्रभावी हो गई है. सलील कंपनी की टेक्निकल रणनीति का नेतृत्व करेंगे, जो डिजिटल परिवर्तन और एआई-आधारित ग्राहक समाधान पर केंद्रित होगी.
सलील के पास दो दशकों को अनुभव
टेक्नोलॉजी में दो दशकों से अधिक के अनुभव के साथ सलील ने एंटरप्राइज आर्किटेक्चर, सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग और एआई एकीकरण में कई प्रमुख परिणाम दिए हैं. फिजर्व में भारत के लिए टेक्नोलॉजी प्रमुख के रूप में, उन्होंने एआई और एपीआई-समर्थित समाधान, रियल-टाइम इंटीग्रेशन और प्रमुख बाजारों जैसे भारत, ASEAN और ऑस्ट्रेलिया में प्लेटफॉर्म आधुनिकीकरण सहित कई महत्वपूर्ण पहलों का नेतृत्व किया. फिजर्व से पहले, सलील ने कैपजेमिनी में वरिष्ठ पदों पर कार्य किया, जहां उन्होंने जटिल रूपांतरणों का प्रबंधन किया, टेक्नोलॉजी-आधारित ग्राहक अनुभवों का निर्माण किया और वैश्विक वित्तीय संस्थानों के ऋण व्यवसायों के लिए टेक्नोलॉजी रणनीति बनाने में मदद की.
ये है सलील की विशेषज्ञता
सलील की विशेषज्ञता में पुराने सिस्टमों को आधुनिक बनाना, प्लेटफॉर्म क्षमताओं को बढ़ाना और इनोवेटिव लेंडिंग और पेमेंट सॉल्यूशंस प्रदान करना शामिल है. उत्तर अमेरिका, यूरोप और एशिया-प्रशांत में सलील का वैश्विक अनुभव पूणावाला फिनकॉर्प की टेक्नोलॉजी का उपयोग करके विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है. चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के रूप में, वह कंपनी की टेक्नोलॉजी रोडमैप को आकार देंगे, संचालन क्षमता को बढ़ाएंगे और श्रेष्ठ ग्राहक अनुभव प्रदान करेंगे.
UBCCR भारत और रोमानिया के बीच व्यापार बढ़ाने और दोनों देशों के उद्यमियों के लिए एक व्यावसायिक मंच बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
भारत और रोमानिया के व्यापारिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से, शिव मुंजाल को भारत में द यूनियन ऑफ बिलैटरल चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑफ रोमानिया (UBCCR) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. शिव मुंजाल एक बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी हैं, जिन्होंने कला, राजनीति, और व्यापार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी छाप छोड़ी है.
शिव मुंजाल ने अपने करियर की शुरुआत एक उद्यमी के रूप में की और जल्द ही राजनीति में कदम रखकर एक प्रभावशाली नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई. मुंजाल ने अपनी कूटनीतिक कुशलता और वैश्विक नेताओं, राजदूतों और व्यापारियों के साथ मजबूत संबंध स्थापित किए हैं. वे अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों के प्रबंधन और वैश्विक प्रतिभा की भर्ती में विशेषज्ञ हैं. अपने नेतृत्व में, UBCCR को एक नवाचार और वैश्विक नेटवर्किंग का केंद्र बनाने के लिए प्रयासरत हैं. शिवा मुंजाल ने वाणिज्य और सहयोग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए अपने दृष्टिकोण और कौशल का प्रदर्शन किया है.
UBCCR के नए उपाध्यक्ष के रूप में कुणाल कटयाल की नियुक्ति हुई है. कुणाल नई दिल्ली के एक प्रख्यात उद्यमी हैं और 15+ वर्षों के अनुभव के साथ उन्होंने रियल एस्टेट, डिजाइन और तकनीकी क्षेत्रों में अपनी सफलता का परचम लहराया है. रियल एस्टेट में, उन्होंने लक्ज़री प्रोजेक्ट्स, कॉर्पोरेट ऑफिस डिजाइन, सड़कों, पुलों, वेयरहाउसिंग, और जल शोधन संयंत्रों जैसे बड़े बुनियादी ढांचे के प्रोजेक्ट्स पर काम किया है. उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की स्थापना में भी योगदान दिया है, जिसमें निवेश, योजना, डिजाइन, निर्माण और अनुपालन शामिल है.
तकनीकी क्षेत्र में, कुणाल ने भारत और विदेशों में कई स्टार्टअप्स में निवेश किया है. उनकी रणनीतिक सोच और विविध क्षेत्रों में अनुभव से UBCCR को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी. UBCCR भारत और रोमानिया के बीच व्यापार बढ़ाने और दोनों देशों के उद्यमियों के लिए एक व्यावसायिक मंच बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
कानूनी विशेषज्ञों को कार्बन उत्सर्जन से संबंधित नियमों की समीक्षा में सहायता करने का कार्य सौंपा गया, क्योंकि संघ दो सप्ताह में संबंधित नियमों को प्रस्तुत करेगा
कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emissions) और उनके पर्यावरणीय प्रभाव को लेकर बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने ट्रस्ट लीगल एडवोकेट्स एंड कंसल्टेंट्स के संस्थापक और प्रबंधक साझेदार सुधीर मिश्रा और चेंबर्स ऑफ जय चीमा के संस्थापक जय चीमा को न्यायालय के मित्र (Amici Curiae) के रूप में नियुक्त किया है. दोनों अनुभवी वकील कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने वाले कानूनी ढांचे की समीक्षा में सहायता करेंगे. यह मामला विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जलवायु परिवर्तन और स्थिरता पर वैश्विक ध्यान केंद्रित करने के बीच कार्बन उत्सर्जन के मुद्दे पर मौजूद कानूनों के प्रभाव को समझने का प्रयास कर रहा है और यह भी देखा जाएगा कि क्या आगे किसी कार्रवाई की आवश्यकता है.
संघ का प्रतिनिधित्व करने वाली एक वरिष्ठ अधिवक्ता को दिए ये निर्देश
इस प्रक्रिया के हिस्से के रूप में संघ का प्रतिनिधित्व करने वाली एक वरिष्ठ अधिवक्ता स्वारूपमा चतुर्वेदी को निर्देश दिया गया है कि वे कार्बन उत्सर्जन से संबंधित सभी नियमों और विनियमों को दो सप्ताह के भीतर संकलित करके प्रस्तुत करें. इस कदम से वर्तमान कानूनी ढांचे पर प्रकाश डाला जाएगा और अदालत को भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिलेगी. अमीकी क्यूरी की नियुक्ति और संघ द्वारा व्यापक दस्तावेजों की प्रस्तुति, कार्बन उत्सर्जन द्वारा उत्पन्न होने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
संजय मल्होत्रा नए आरबीआई गवर्नर की जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं. वे शक्तिकांत दास की जगह लेंगे, शक्तिकांत दास 10 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं.
सचिव संजय मल्होत्रा को RBI का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है. मल्होत्रा अब मौजूदा RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास की जगह लेंगे. बता दें, 10 दिसंबर को RBI के गर्वनर शक्तिकांत दास का कार्यकाल पूरा हो रहा है. संजय मल्होत्रा RBI के 26वें गवर्नर होंगे. संजय मल्होत्रा 11 दिसंबर को RBI के नए गवर्नर के तौर पर कार्यभार संभालेंगे. उनका कार्यकाल अगले 3 साल के लिए होगा. संजय मल्होत्रा भारतीय रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर होंगे.
संजय मल्होत्रा कौन हैं?
संजय मल्होत्रा 1990 बैच के राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), कानपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, अमेरिका से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है. 33 साल के अपने करियर में उन्होंने बिजली, वित्त और कराधान, सूचना प्रौद्योगिकी, खनन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट नेतृत्व और अनुभव दिखाया है.
वर्तमान में वे वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के रूप में कार्यरत हैं. इससे पहले वे वित्त मंत्रालय के अंतर्गत वित्तीय सेवाओं के विभाग के सचिव के पद पर थे. उन्हें राज्य और केंद्र सरकार दोनों स्तरों पर वित्त और कराधान का गहरा अनुभव है. अपने वर्तमान कार्यकाल में वे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों से संबंधित नीतियां बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
#BreakingNews | Appointments Committee of the Cabinet has appointed Revenue Secretary Sanjay Malhotra as the next Governor of the Reserve Bank of India for a three-year term from 11.12.2024@RBI #SanjayMalhotra #ReserveBankOfIndia #RBIGoevrnor #RBI pic.twitter.com/qnEdNEXfv5
— DD News (@DDNewslive) December 9, 2024
शक्तिकांत दास ने की थी वित्तमंत्री के साथ बैठक
बीते कुछ दिनों से चर्चा थी कि शक्तिकांत दास को सेवा विस्तार मिल सकता है. दरअसल, शनिवार शाम को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से शक्तिकांत दास के मिलने के कारण यह चर्चा हो रही थी कि वर्तमान गवर्नर को ही सेवा विस्तार मिल सकता है. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ और अब 1990 बैच के राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी संजय मल्होत्रा को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है.
शानदार रहा शक्तिकांत दास का कार्यकाल
जहां तक शक्तिकांत दास की बात है तो उनका कार्यकाल शानदार रहा. शक्तिकांत दास करीब 6 साल तक आरबीआई के गवर्नर रहे. उन्होंने उर्जित पटेल के अचानक इस्तीफे के बाद जिम्मेदारी संभाली थी. शक्तिकांत दास ने कोविड के दौरान और उसके बाद देश में महंगाई की समस्या को काबू में करने की दिशा में उल्लेखनीय काम किया है.
विजयंत गौर की नियुक्ति CSAI को नई ऊंचाइयों तक ले जाने और साइबर सिक्योरिटी के प्रयासों को और मजबूत करने का संकेत देती है.
साइबर सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CSAI) ने विजयंत गौर को अपना महानिदेशक नियुक्त करने की घोषणा की है. विजयंत गौर के पास साइबर रिस्क मैनेजमेंट, डेटा सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और ब्लॉकचेन जैसी उभरती तकनीकों में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है. उनकी नियुक्ति CSAI को नई ऊंचाइयों तक ले जाने और साइबर सिक्योरिटी के प्रयासों को और मजबूत करने का संकेत देती है.
विजयंत गौर के पास है अपार अनुभव
विजयंत गौर एक विशेषज्ञ पेशेवर हैं, जिनके पास Certified Information Security Manager (CISM) और Certified Information Systems Auditor (CISA) जैसी ग्लोबल सर्टिफिकेशन हैं. उन्होंने फ्रॉड का पता लगाने और महत्वपूर्ण डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा में अद्वितीय विशेषज्ञता हासिल की है. उनकी नियुक्ति CSAI की यह प्रतिबद्धता दिखाती है कि वह भारत के डिजिटल परिवेश में आ रही चुनौतियों को हल करने के लिए काम कर रहे हैं.
भारत का डिजिटल भविष्य होगा सुरक्षित
CSA के अध्यक्ष, लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ) राजेश पंत ने कहा कि हम विजयंत गौर का हमारे एसोसिएशन में स्वागत करते हैं. उनकी दृष्टि, अनुभव और साइबर सुरक्षा की गहरी समझ हमारे लिए अमूल्य होगी, क्योंकि हम भारत के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित बनाने और उभरते खतरों से बचाव करने का काम करेंगे.
विजयंत गौर ने कहा कि मुझे साइबर सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया में शामिल होकर गर्व महसूस हो रहा है. साइबर रिस्क की बढ़ती जटिलता के साथ, हमें अपनी साइबर सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करना, इनोवेशन को बढ़ावा देना और मजबूत सिस्टम बनाना जरूरी है. मैं इंडस्ट्री लीडर, सरकारी एजेंसियों और हितधारकों के साथ मिलकर एक सुरक्षित डिजिटल वातावरण सुनिश्चित करने का इंतजार करता हूं.
विजयंत गौर के नेतृत्व में, CSAI अपने रोल को साइबर सुरक्षा जागरूकता, नीति समर्थन और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में और मजबूत करने का लक्ष्य रखता है. उनकी नियुक्ति भारत की साइबर सुरक्षा तैयारी को डिजिटल युग की चुनौतियों से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
DLF Limited ने अपने निदेशक मंडल की बैठक में बादल बागड़ी को कंपनी का नया CFO नियुक्त करने का फैसला लिया है.
डीएलएफ लिमिटेड (DLF Limited) के निदेशक मंडल ने मंगलवार यानी 04 दिसंबर 2024 को बादल बागड़ी को कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की है. उनकी सेवाएं 6 दिसंबर, 2024 से प्रभावी होंगी. यह घोषणा कंपनी द्वारा 13 मई, 2024 को जारी किए गए पहले के संचार के बाद की गई है, जिसमें अशोक कुमार त्यागी को प्रबंध निदेशक (MD) के रूप में उनकी भूमिका के साथ-साथ सीएफओ के रूप में अंतरिम नियुक्ति के बारे में बताया गया था.
अशोक कुमार त्यागी एमडी के रूप में करेंगे काम
बागरी की नियुक्ति के साथ ही अशोक कुमार त्यागी सीएफओ के रूप में अपनी अतिरिक्त भूमिका से हट जाएंगे, लेकिन कंपनी के प्रबंध निदेशक के रूप में काम करना जारी रखेंगे. यह निर्णय नामांकन और पारिश्रमिक समिति और लेखा परीक्षा समिति की सिफारिशों के आधार पर लिया गया.
रिलायंस, एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों में किया काम
बागड़ी 52 वर्षीय बागरी एक अनुभवी वित्त पेशेवर हैं, जिन्हें कॉर्पोरेट वित्त, ट्रेजरी, रणनीतिक योजना और जोखिम प्रबंधन में 30 वर्षों का अनुभव है. वे योग्यता के आधार पर चार्टर्ड अकाउंटेंट और कॉस्ट अकाउंटेंट दोनों हैं. अपनी पिछली भूमिकाओं में बागड़ी ने रिलायंस रिटेल में इलेक्ट्रॉनिक्स वर्टिकल के बिजनेस हेड, भारती एयरटेल लिमिटेड में मुख्य वित्तीय अधिकारी के रूप में कार्य किया और जेनपैक्ट और जीई इंडिया में वित्त में नेतृत्व की भूमिका निभाई चुके हैं.
जेफ पॉल WSO2 में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और ग्लोबल हेड ऑफ सेल्स के रूप में और इसाबेल माउनी वाइस प्रेसिडेंट और चीफ डेवलपर एडवोकेट के रूप में शामिल हुए.
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में अग्रणी WSO2 ने अपनी टीम में दो वरिष्ठ अधिकारियों, जेफ पॉल और इसाबेल मौनी, को शामिल करने की घोषणा की है. यह कदम कंपनी की वैश्विक रणनीति और डिजिटल समाधानों को तेजी से अपनाने में मदद करेगा. दोनों अधिकारी ग्राहक समर्थन, शिक्षा और मार्गदर्शन जैसे क्षेत्रों में प्रमुख भूमिका निभाएंगे.
जेफ पॉल- WSO2 में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और ग्लोबल हेड ऑफ सेल्स के रूप में शामिल हुए हैं. उनके पास 20 साल से अधिक का तकनीकी बिक्री का अनुभव है, जिसमें रेड हैट, इंटेल और आईबीएम में उपाध्यक्ष के रूप में काम करने का अनुभव शामिल है.
इसाबेल माउनी- WSO2 में फिर से वाइस प्रेसिडेंट – चीफ डेवलपर एडवोकेट के रूप में जुड़ी हैं. उनके पास 25 साल से अधिक का API और इंटीग्रेशन उद्योग में अनुभव है, और वह 42Crunch की सह-संस्थापक और WSO2 में प्रोडक्ट मैनेजमेंट की वाइस प्रेसिडेंट रह चुकी हैं।.
WSO2 की भूमिका और प्रभाव
WSO2 की ओपन-सोर्स और क्लाउड-नेटिव सॉल्यूशंस को हजारों संगठनों, बड़े कॉर्पोरेशन्स, विश्वविद्यालयों और सरकारों द्वारा उपयोग किया जा रहा है. कंपनी हर साल 60 ट्रिलियन से अधिक लेन-देन और 1 बिलियन से अधिक डिजिटल आइडेंटिटी का प्रबंधन करती है. कंपनी के संस्थापक और CEO, डॉ. संजीवा वीरवरणा, ने कहा कि हम डिजिटल अर्थव्यवस्था में कंपनियों को सफलता दिलाने के मिशन पर हैं। जेफ और इसाबेल जैसे अनुभवी विशेषज्ञों का शामिल होना हमारे ग्राहकों को डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में मदद करेगा.
नए अधिकारियों की प्रतिक्रिया
जेफ पॉल ने अपनी नियुक्ति को लेकर कहा कि WSO2 जिस सरलता और प्रभाव के साथ सिस्टम्स को कनेक्ट, डेटा को सुरक्षित और इनोवेशन को बढ़ावा देता है, वह आज के समय की जरूरत है. मैं इस शानदार टीम का हिस्सा बनकर उत्साहित हूं. वहीं इसाबेल मौनी ने कहा कि डेवलपमेंट टीमों पर तेजी से डिजिटल सेवाओं और ऐप्लिकेशन विकसित करने का दबाव है. WSO2 डेवलपर्स के अनुभव और उत्पादकता को नई ऊंचाई पर ले जा रहा है. मैं इस टीम के साथ वापस जुड़ने के लिए उत्साहित हूं.
डॉ. वरुण सूथरा कूटनीति, संचार और वैश्विक नेतृत्व में अपनी उत्कृष्टता के लिए जाने जाते हैं. FIVB में उनकी नियुक्ति से देश के युवा खिलाड़ियों कको भी प्रोत्साहन मिलेगा.
भारत की खेलों में बढ़ती वैश्विक उपस्थिति को प्रदर्शित करते हुए डॉ. वरुण सूथरा को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल महासंघ (Federation Internationale de Volleyball -FIVB) कम्युनिकेशंस कमीशन का सदस्य नियुक्त किया गया है. यह नियुक्ति FIVB बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा 2024–2028 ओलंपिक चक्र की अपनी पहली बैठक में 39वीं FIVB वर्ल्ड कांग्रेस के बाद स्वीकृत की गई.
222 सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व करती है FIVB
वॉलीबॉल की सबसे बड़ी ग्लोबल गवर्निंग बॉडी FIVB, 222 सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व करती है और खेल के वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. FIVB के आयोग और काउंसिल्स महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे कोचिंग, कानूनी ढांचे, चिकित्सा विज्ञान और संचार रणनीतियों में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं डॉ. सुथरा की नियुक्ति उनके असाधारण नेतृत्व और अंतर्राष्ट्रीय खेलों के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करती है.
कूटनीति, संचार और वैश्विक नेतृत्व के लिए जान जाते हैं डॉ. सूथरा
डॉ. सूथरा भारतीय और स्विस दोनों विधायिकाओं से छह साल से अधिक का संसदीय अनुभव लेकर आए हैं. वह कूटनीति, संचार और वैश्विक नेतृत्व में अपनी उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध हैं. कार्पाच में आर्थिक मंच जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों में उनकी भागीदारी और स्विस-भारतीय संसदीय समूह में उनकी सलाहकार भूमिका उनके अंतरराष्ट्रीय सहयोग और नेतृत्व के प्रति अडिग प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
पूरे भारत के लिए गर्व का पल
इस अवसर डॉ. सूथरा ने कह है कि FIVB कम्युनिकेशंस कमीशन में सेवा करना उनके लिए सम्मान की बात है. वॉलीबॉल सिर्फ एक खेल नहीं है, यह एक वैश्विक आंदोलन है जो खेल प्रेमियों को आपस में जोड़ता है. इस आंदोलन के विकास में योगदान देना उनके लिए गर्व की बात है. यह केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि भारत के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि हम वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं. वहीं, अपने आधिकारिक नियुक्ति पत्र में FIVB के अध्यक्ष फाबियो अजेवेडो ने कहा है कि हमें पूरा विश्वास है कि डॉ. वरुण सूथरा FIVB कम्युनिकेशंस कमीशन में सकारात्मक योगदान करेंगे. उनका पेशेवर अनुभव हमारे सर्वोत्तम प्रथाओं के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा और वैश्विक वॉलीबॉल संरचना को और सशक्त बनाएगा.
Gylstorff के पास टेक्नोलॉजी और साइबर सुरक्षा क्षेत्रों में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है, जहां उन्होंने ग्लोबल सेल्स टीम का नेतृत्व किया और चैनल इकोसिस्टम का निर्माण किया.
साइबर हमलों से बचाने वाले इनोवेटिव सिक्योरिटी सॉल्यूशंस में एक ग्लोबल लीडर Sophos ने टॉर्जस गिल्सटॉर्फ को कंपनी के नए चीफ रेवेन्यू ऑफिसर (CRO) रुप में नियुक्त किया है. Torjus Gylstorff का काम Sophos की ग्लोबल सेल्स टीम और उसके पार्टनर और ग्राहक नेटवर्क की प्रभावी नेतृत्व के जरिए रेवेन्यू में वृद्धि करना है. इसमें Sophos की मौजूदगी को पहले से बड़े ग्राहक आधार (600,000 से अधिक संगठन) के अलावा छोटे और मंझले व्यवसायों के बाजार में बढ़ाना शामिल है. Gylstorff अपने चैनल अनुभव का उपयोग करके रणनीतियाँ तैयार करेंगे, जो वर्तमान और नए Managed Service Providers (MSPs) के साथ अतिरिक्त व्यापार बढ़ाने में मदद करेगी.
Gylstorff के पास 25 साल का अनुभव
Gylstorff के पास टेक्नोलॉजी और साइबर सुरक्षा क्षेत्रों में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है, जहां उन्होंने वैश्विक बिक्री टीमों का नेतृत्व किया और चैनल इकोसिस्टम का निर्माण किया. Sophos से पहले, Gylstorff Thales के Application और Data Security Business के लिए वर्ल्डवाइड सेल्स लीडर थे. इससे पहले, वे Symantec में Worldwide Channels और Alliances के वाइस प्रेसिडेंट थे. Gylstorff ने Blue Coat Systems में उभरते व्यवसायों की पहल का नेतृत्व किया और जापान और दक्षिण कोरिया में प्रमुख बदलाव किए. उनका करियर Norman Shark, IBM और Lotus Software जैसी कंपनियों में भी रहा है, जहां उन्होंने यूरोप में विभिन्न वरिष्ठ बिक्री और नेतृत्व पदों पर काम किया.
कंपनी के CEO ने क्या कहा?
Sophos के CEO, Joe Levy ने कहा कि Sophos पहले से ही मध्य बाजार और छोटे संगठनों के लिए सुरक्षा सेवाओं और तकनीकों का प्रमुख प्रदाता है, जिन्हें साइबर हमलों से बचने में मदद की जरूरत है. हमारा उद्देश्य है कि संगठन किसी भी आकार और संसाधनों के होते हुए भी बेहतरीन साइबर सुरक्षा परिणाम प्राप्त कर सकें, और हम हर दिन काम करके साइबर सुरक्षा अंतर को बंद करने और उन संगठनों को सुरक्षा देने का प्रयास करते हैं जो सबसे ज्यादा जोखिम में हैं. इसका सबसे अच्छा और प्रभावी तरीका यह है कि हम चैनल पार्टनर्स और MSPs के साथ मिलकर बढ़ें.
साथ ही उन्होंने कहा कि Torjus के साथ हम सेल्स ऑपरेशन को संभाल सकते हैं और ग्राहकों के साथ रिश्ते विकसित कर सकते हैं, जिससे हम अपने पार्टनर्स, MSPs और Sophos के लिए तेज़ी से विकास कर सकेंगे. मैं Torjus को टीम में देखकर बहुत खुश हूं और मैं उनके साथ Sophos के अगले चरण की मार्केट रणनीति को बढ़ावा देने का इंतजार कर रहा हूं.
Ashish Aggarwal अपनी डिजिटल मार्केटिंग और प्रोडक्ट इनोवेशन में विशेषज्ञता के साथ Balancehero India के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
भारत के प्रमुख डिजिटल लेंडिंग और पेमेंट ऐप्स में शामिल True Balance को ऑपरेट करने वाली कंपनी Balancehero India ने आशीष अग्रवाल (Ashish Aggarwal) को अपना नया चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) नियुक्त किया है. आशीष अग्रवाल ने BharatPe, Navi, Snapdeal और Statiq जैसे संगठनों में अपने अनुभव से टीम को मजबूत बनाया है. वह डिजिटल प्रोडक्ट को स्केल करने, मार्केटिंग इनोवेशन को बढ़ावा देने और रणनीतिक विकास में अपनी विशेषज्ञता लेकर अब Balancehero India में शामिल हो गए हैं.
इन बड़े संस्थानों में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
आशीष ने BITS पिलानी से MBA की डिग्री हासिल की है. उन्होंने हमेशा प्रोडक्ट ड्राइवन ग्रोथ को लीड करने, डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियां लागू करने और उपयोगकर्ता अधिग्रहण प्रयासों को स्केल करने की अपनी क्षमता को साबित किया है. BharatPe में उन्होंने PostPe की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वहीं, Snapdeal और MakeMyTrip में उनके कार्यकाल ने उन्हें एक प्रभावी ग्रोथ लीडर के रूप में स्थापित किया, जो उच्च-प्रभावी मार्केटिंग पहलों को कार्यान्वित करने के लिए प्रसिद्ध हैं.
Balancehero India के सीओओ की प्रतिक्रिया
Balancehero India के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) सुपर्णो बागची (Souparno Bagchi) ने कहा है कि आशीष को डिजिटल इकोसिस्टम की गहरी समझ के साथ ही ग्रोथ को स्केल करने की क्षमता, उन्हें Balancehero की लीडिंग टीम में एक महत्वपूर्ण योगदान देने वाला सदस्य बनाती है. हम उनके योगदान का स्वागत करते हैं, क्योंकि हम इनोवेशन को बढ़ावा देने और भारत के क्रेडिट जरूरतों को पूरा करने की दिशा में काम करते हैं.
डेटा-संचालित मार्केटिंग पहलों को करना है लागू
नवनियुक्त सीएमओ आशीष अग्रवाल ने कहा कि Balancehero India में शामिल होना उनके लिए एक यूनीक अवसर है, जहां वह तेजी से डेवलप हो रहे फिनटेक क्षेत्र में रणनीतिक विकास को आगे बढ़ा सकते हैं. उनका उद्देश्य डेटा-संचालित मार्केटिंग पहलों को लागू करना होगा, जो कंपनी को मजबूत बनाएंगे और वित्तीय समावेशन के मिशन को आगे बढ़ाएंगे. बता दें, Balancehero India Private Limited (True Balance) एक प्रमुख वित्तीय सेवा प्लेटफॉर्म है जो अपने ग्राहकों की सभी वित्तीय जरूरतों के लिए समाधान प्रदान करता है, जिसमें लोन, उपयोगिता बिल भुगतान और प्रीपेड रिचार्ज शामिल हैं.