Kiren Rijiju के बाद उनके डिप्टी एसपी सिंह बघेल का भी कानून मंत्रालय से तबादला

टीम मोदी में बदलाव का सिलसिला जारी है. गुरुवार को दो बड़े बदलाव देखने को मिले हैं. पहले किरेन रिजिजू और फिर उनके डिप्टी एसपी सिंह बघेल का भी कानून मंत्रालय से तबादला कर दिया गया है.

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Thursday, 18 May, 2023
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किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) के बाद उनके डिप्टी एसपी सिंह बघेल की भी कानून मंत्रालय से विदाई हो गई है. बघेल को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है. इस तरह, कानून मंत्रालय के दोनों मंत्री बदल दिए गए हैं. किरेन रिजिजू से कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी छीनकर उन्हें पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भेजा गया है. इसे रिजिजू के डिमोशन के तौर पर देखा जा रहा है. उनकी जगह अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) को कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. मेघवाल को कानून और न्याय मंत्रालय का राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी किरेन रिजिजू के कामकाज से खुश नहीं थे.

इस वजह से बदला मंत्रालय
वैसे, किरेन रिजिजू से कानून मंत्री की कुर्सी छीनने की पहले कोई चर्चा नहीं थी, ये फैसला अचानक हुआ है. रिजिजू से पहले जुलाई 2021 में रविशंकर प्रसाद को भी इसी तरह कानून मंत्रालय से हटा दिया गया था. कानून मंत्री के तौर पर रिजिजू जजों की नियुक्ति के मुद्दे पर अपनी टिप्पणियों को लेकर लगातार सुर्खियों में रहे थे. इससे न्यायपालिका बनाम सरकार जैसी स्थिति बनी और सरकार को असहज स्थिति का भी सामना करना पड़ा था. रिजिजू ने सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति वाले कलीजियम सिस्टम पर सार्वजनिक तौर पर कई बार तीखे हमले किए थे. उन्होंने इस प्रणाली को 'अपारदर्शी' करार दिया था. माना जा रहा है कि इसी के चलते उनकी कानून मंत्रालय से विदाई की गई है.

इसलिए मेघवाल पर खेला दांव 
वहीं, अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्रालय जैसा अहम विभाग देने के पीछे चुनावी लाभ की अभिलाषा है. दरअसल, मेघवाल राजस्थान से आते हैं और BJP का एक बड़ा दलित चेहरा हैं. राजस्थान में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में उन्हें कानून मंत्रालय सौंपकर दलित वोटों को साधने की कोशिश की गई है. अर्जुन राम मेघवाल अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं. उन्हें अक्सर साइकिल चलाते हुए काम पर जाते देखा जाता है. राजनीति के जानकार भी मानते हैं कि मेघवाल को कानून मंत्रालय जैसी अहम जिम्मेदारी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर ही दी गई है.

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कामकाज की जारी समीक्षा
जानकारी के अनुसार, PM मोदी मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं. सभी मंत्रियों से रिपोर्ट तलब की गई है. PM देख रहे हैं कि किन मंत्रालयों ने उनकी उम्मीद के अनुरूप काम किया है. बताया जा रहा है कि किरेन रिजिजू की बयानबाजी और उन्हें लेकर बढ़ता रोष उनकी विदाई की प्रमुख वजह रही है. हालांकि, अभी ये साफ नहीं हो सका है कि क्या और भी कुछ मंत्रियों के विभागों में इस तरह फेरबदल किया जा सकता है.    


Musashi के सीईओ की कुर्सी पर बैठेंगे Naoya Nishimura, इन देशों की संभालेंगे कमान  

मुसाशी ऑटो पार्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Musashi) ने नाओया निशिमुरा (Naoya Nishimura) को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्ति करने की घोषणा की है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 10 April, 2024
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Wednesday, 10 April, 2024
Naoya Nishimura

मुसाशी ऑटो पार्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Musashi), जापान मुसाशी सेमित्सु इंडस्ट्रीज की 100 प्रतिशत स्वामित्व वाली सहायक कंपनी और भारत में टू व्हीलर और फोर व्हीलर ट्रांसमिशन कम्पोनेंट्स की लीडींग मैन्यूफैक्चर कंपनी ने नाओया निशिमुरा (Naoya Nishimura) को मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्ति करने की घोषणा की है. नाओया निशिमुरा कंपनी के साथ काफी सालों से जुड़े हुए हैं और कई बड़े पदों पर काम कर चुके हैं. इन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी काम किया है. 

दो दशकों से कर रहे कंपनी के साथ काम
कंपनी का कहना है कि निशिमुरा की सीईओ के रूप में नियुक्ति का यह कदम उनकी नेतृत्व टीम को मजबूत करने और भारतीय बाजार में ध्यान केंद्रित करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता का परिणाम है. निशिमुरा दो दशकों से अधिक समय से मुसाशी के साथ जुड़े हुए हैं और उन्होंने जापान और उत्तरी अमेरिका जैसे कई अंतरराष्ट्रीय बाजारों में काम किया है. उन्होंने मुसाशी में संचालन (operations), नए ग्राहक अधिग्रहण (new customer acquisition), अनुसंधान एवं विकास (research and development) और व्यवसाय योजना (business planning)  सहित विभिन्न क्षमताओं के साथ भी काम किया है. 

ईवी प्रोडक्ट की पैठ बढ़ाने के लिए करेंगे काम
कंपनी के अनुसार निशिमुरा रिसर्च एवं डेवलपमेंट, इलेक्ट्रिफिकेशन एवं बिजनेस एक्सपैंशन में अपने लीडरशीप और एक्सटेंसिव बैग्राउंड के साथ सर्वोच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट्स  के साथ ऑटो उद्योग में क्रांति लाने के लिए एक नया विजन लेकर आए हैं. अपनी नई भूमिका में निशिमुरा भारत और अफ्रीका के बाजार में मुसाशी के ईवी उत्पादों की पैठ बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे. इससे पहले नाओया निशिमुरा मुसाशी में ग्लोबल चीफ आर एंड डी ऑफिसर (global Chief R&D Officer) के पद पर रह चुके हैं. उनकी नियुक्ति की घोषणा करते हुए मुसाशी के प्रेजिडेंट और सीईओ हिरोशी ओत्सुका (Hiroshi Otsuka) ने कहा है कि ग्लोबल एक्सपीरियंस और परिप्रेक्ष्य (perspective) के साथ नए सीईओ की नियुक्ति से वह गौरवान्वित हैं. निशिमुरा ग्लोबल एक्सपीरियंस, विजन और डाइवर्सिटी की गतिशीलता के साथ समकालीन नेतृत्व (contemporary leadership) का उभरते चेहरा हैं. उनकी विशेषज्ञता मुसाशी इंडिया को तेज गति से विकास और पूंजीगत खर्च मामले में ओईएमएस (OEMS) के सामने आने वाली नई चुनौतियों से निपटने में मदद करेगी.

Naoya Nishimura ने कही ये बात

नाओया निशिमुरा ने कहा कि वह भारत के सस्टेनेबल मोबिलिटी (Sustainable Mobility) भविष्य को आकार देने में मुसाशी के साथ शामिल होने के लिए उत्साहित हैं. हमारा समर्पण आविष्कारशील समाधान प्रदान करने में निहित है जो ऑटोमोटिव क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन को प्रेरित करता है. वह अपनी टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं. अपने अंतिम उपभोक्ताओं के लिए नवीन और अत्याधुनिक समाधानों (innovative and cutting-edge solutions) को आगे बढ़ाते हुए मुसाशी इंडिया का लक्ष्य उच्च प्रदर्शन वाली ईवी ड्राइव इकाइयों की आपूर्ति करके और देश के स्वच्छ परिवहन में परिवर्तन का समर्थन करके भारत के इलेक्ट्रिक वाहन परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है.


Merck India की लाइफ साइंस यूनिट के MD बने ये शख्स, इनके पास अनुभव का भंडार

Merck India ने Dhananjay Singh सिंह को भारत में Head of Science and Lab Solutions (Commercial) का प्रमुख बनाने की घोषणा की है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 10 April, 2024
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Wednesday, 10 April, 2024
Dhananjay Singh

मर्क इंडिया (Merck India) ने भारत में मर्क लाइफ साइंस (Life Science) के प्रबंध निदेशक (MD) के रूप में धनंजय सिंह की नियुक्ति की घोषणा की है. उनकी नियुक्ति 1 अप्रैल 2024 से प्रभावी हो गई है. धनंजय सिंह ने श्रीनाथ एनएस की जगह ली है, जो 36 वर्षों तक मर्क इंडिया की सेवा करने के बाद सेवानिवृत्त हो गए हैं.

कंपनी की रणनीति को बढ़ाएंगे आगे
कंपनी के अनुसार धनंजय सिंह प्रबंध निदेशक के रूप में भारत में मर्क लाइफ साइंस की रणनीति को आगे बढ़ाएंगे, देश में अन्य मर्क बिजनेस लीडर्स के साथ शासन, अनुपालन और सहयोग  (governance, compliance and collaboration) सुनिश्चित करेंगे. सिग्मा-एल्ड्रिच (Sigma-Aldrich) और मर्क इंडिया जैसे वाणिज्यिक संगठनों में विभिन्न बड़े पदों पर रहने के बाद धनंजय सिंह अपनी नई भूमिका में अनुभव का खजाना लेकर आए हैं. मर्क इंडिया की कंट्री स्पीकर प्रतिमा रेड्डी ने बाजार की गतिशीलता और संबंध प्रबंधन में अपनी विशेषज्ञता के साथ भारतीय बाजार में मर्क लाइफ साइंस की स्थिति को मजबूत करने की सिंह की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया. 

टीम की क्षमता पर भरोसा

अपनी नई जिम्मेदारियां संभालने पर सिंह ने कहा है कि वह ‘भारत के लिए भारत और विश्व के लिए 
भारत’ पर रणनीतिक फोकस के साथ ग्राहकों की मांगों को पूरा करने के लिए मर्क लाइफ साइंस की प्रतिबद्धता पर जोर देंगे. उन्हें अपने ग्राहकों के साथ मजबूत साझेदारी और समर्पित टीम वर्क के माध्यम से अद्वितीय सफलता हासिल करने की टीम की क्षमता पर विश्वास है. उन्होंने कहा है कि भारत में लाइफ साइंस उद्योग के जटिल परिदृश्य को समझने, विकास और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ जैसी सरकारी पहल का समर्थन करने के लिए कंपनी पूरी तरह समर्पित है. 
 


इस फाइनेंस कंपनी से जुड़े सिद्धार्थ भामरे, कई बड़े संस्थानों में कर चुके हैं काम

Asit C Mehta Investment Interrmediates Ltd ने सिद्दार्थ भामरे को अपना रिसर्च हेड नियुक्त करने की घोषणा की है. 1984 में स्थापित असित सी. मेहता का भारत के फाइनेंस सर्विस सेक्टर में एक बड़ा नाम है. 

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Thursday, 04 April, 2024
Siddharth Bhamre

पैंटोमैथ फाइनेंशियल सर्विसेज ग्रुप (Pantomath Financial Services Group) ने धन प्रबंधन (Wealth Management), फिनटेक(Fintech), स्टॉक ब्रोकिंग (Stock Brocking) और वितरण (Distribution) में व्यापार करते हुए विस्तार और विविधीकरण (Ecpension and Diversificaion) की अपनी यात्रा जारी रखी है. कंपनी लगातार अपनी टीम को मजबूत बनाने का काम कर रही है. इसी क्रम में ग्रुप की एक महत्वपूर्ण इकाई असित सी मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स लिमिटेड (Asit C Mehta Investment Interrmediates Ltd) ने एक डायनेमिक पर्सनैलिटी सिद्दार्थ भामरे को अपना रिसर्च हेड नियुक्त करने की घोषणा की है. 1984 में स्थापित असित सी. मेहता भारत में फाइनेंस सर्विस सेक्टर में एक बड़ा नाम है. 

इन संस्थानों में अपनी सेवा दे चुके हैं सिद्धार्थ 
सिद्धार्थ भामरे इनक्रेड कैपिटल(InCred Capital) , ईटी नाउ(ET Now), एंजेल ब्रोकिंग(Angle Broking), आनंद राठी सिक्योरिटीज और रेलिगेयर ब्रोकिंग (Anand Rathi Securities and Religare Broking) में प्रमुख पदों पर रहकर अपनी सेवा दे चुके हैं, उनके पास फाइनेंशियल सर्विस इंडस्ट्री में 17 वर्षों से अधिक अनुभव है. अपने इस अनुभव के साथ ही वह इस कंपनी को ऊंचाईयों पर ले जाने का काम करेंगे. 

भामरे के पास इन क्षेत्रों में है विशेषज्ञता 
भामरे एक अनुभवी विश्लेषक हैं, जिनके पास बाजार डेटा, अर्थव्यवस्था और निवेश विचारों, उद्योग के रुझान और रणनीति पर अंतर्दृष्टि का विश्लेषण करने में विशेषज्ञता (expertise) है. फाइनेंस में एमबीए के साथ, सिद्दार्थ के पास ऐसे बिंदुओं की संरचना करने की एक अद्वितीय क्षमता है, जो उद्योग के तर्क (Industry logic) के साथ  रणनीतिक अर्थ (strategic sense) रखते हैं. विभिन्न संगठनों में उनका दूरदर्शी दृष्टिकोण उनकी समग्र उपलब्धियों को स्पष्ट करता है और समूह के भीतर प्रभावशाली अनुसंधान पहलों का नेतृत्व करने और चलाने की उनकी क्षमता को रेखांकित करता है.

फाइनेंस सर्विस सेक्टर में होगा इनोवेशन

असित सी मेहता की मैनेजिंग डायरेक्टर दीना मेहता और पैंटोमैथ ग्रुप की को-फाउंडर और असित सी मेहता फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की निदेशक मधु लुनावत ने कहा है कि हम बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत कर रहे हैं. हमारे व्यवसाय की संस्थागत शाखा में मजबूत पकड़ रखने वाले सिद्दार्थ की नियुक्ति हमारे ग्राहकों को अद्वितीय मूल्य प्रदान करेगी. हमारे व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उनका समृद्ध अनुभव और रणनीतिक दृष्टि संस्थागत व्यवसाय में एक लीडर के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करने का काम करेगा. वह संस्थान से जुड़कर फाइनेंस सर्विस सेक्टर में अपनी इनोवेटिव सोच का परिचय देंगे.  

इनोवेशन और ग्रोथ से लिखेंगे एक नया अध्याय
असित सी मेहता लिमिटेड के रिसर्च हेड सिद्दार्थ भामरे ने कहा है कि वह इस नए अध्याय को शुरू करने के लिए रोमांचित हैं. जैसा कि हम गतिशील बाजार परिदृश्यों से गुजर रहे हैं, उन्हें विश्वास है कि उनके सामूहिक प्रयास से कंपनी आगे बढ़ेगी. उनके ग्राहकों और निवेशकों के लिए इनोवेशन और ग्रोथ के अवसरों का पोषण कर वह एक नया अध्याय तैयार करेंगे और विकास के अवसरों को अनलॉक करेंगे.


 


Microsoft विंडोज की कमान संभालने वाले Pavan Davuluri के बारे में कितना जानते हैं आप?

पवन दावुलुरी पिछले 23 सालों से माइक्रोसॉफ्ट के साथ हैं. इस दौरान उन्होंने विभिन्न पदों पर काम किया है.

Last Modified:
Tuesday, 26 March, 2024
Photo Credit: Pavan Davuluri

भारतीय मूल के पवन दावुलुरी (Pavan Davuluri) को माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) में बड़ी जिम्मेदारी मिली है. IIT Madras से पढ़ाई करने वाले पवन को माइक्रोसॉफ्ट ने Windows और Surface डिवाइस टीम का नया बॉस बनाया है. पवन से पहले यह जिम्मेदारी Panos Panay संभाल रहे थे. उन्होंने बीते साल माइक्रोसॉफ्ट छोड़कर अमेजन (Amazon) का दामन थाम लिया था. इस वजह से यह पद रिक्त चल रहा था. अब कंपनी ने पवन दावुलुरी को यह दायित्व सौंपा गया है.  

Bharat से है खास कनेक्शन
पवन दावुलुरी इससे पहले Surface Silicone का काम देखा करते थे. पवन का भारत से काफी खास कनेक्शन है. वे देश के प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट IIT Madras से पढ़ाई कर चुके हैं. पवन 2001 में माइक्रोसॉफ्ट में शामिल हुए थे और लगभग तीन वर्षों से वह कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं. उनके प्रमोशन की घोषणा माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डीपमाइंड के पूर्व सह-संस्थापक मुस्तफा सुलेमान को माइक्रोसॉफ्ट AI के प्रमुख के रूप में नियुक्त करने के ऐलान के एक हफ्ते बाद हुई है. इसी के अस्त पवन दावुलुरी अब लीडरशिप के उस ग्रुप का हिस्सा बन गए हैं, जिसमें सुंदर पिचाई और सत्य नडेला जैसे भारतीय अमेरिकी शामिल हैं.

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23 सालों का है साथ
पवन दावुलुरी और माइक्रोसॉफ्ट के साथ करीब 23 सालों का है. यूनिवर्सिटी और मैरीलैंड से पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद इसका हिस्सा बन गए थे. शुरुआत में पवन यहां Reliability Component Manager की भूमिका में थे. विंडोज माइक्रोसॉफ्ट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है. कंपनी के ग्राहक अपने आईटी प्रोजेक्टों के लिए किस क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करना है, यह निर्णय लेते समय विंडोज पर अपनी निर्भरता पर विचार करते हैं. लिहाजा, पवन को इसकी जिम्मेदारी सौंपना दर्शाता है कि कंपनी को उन पर कितना विश्वास है. 

इन पदों पर किया है काम
पवन ने माइक्रोसॉफ्ट में कई पदों पर काम किया है. इस प्रमोशन से पहले वह कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट के रूप में कार्यरत थे और विंडोज सिलिकॉन एवं सिस्टम इंटीग्रेशन देखते थे. अपनी नई स्थिति में, दावुलुरी सिलिकॉन सिस्टम विकसित करने पर केंद्रित एक टीम का नेतृत्व करेंगे. पवन ने अपने Linkedin प्रोफाइल में बताया है कि 2001 - 2005 उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट में बतौर Reliability Component Manager काम किया. इसके बाद 2005 - जनवरी 2010 तक उन्होंने Design Verification Manager का पद संभाला. फरवरी 2019 से सितंबर 2022 तक वह कंपनी में Distinguished Engineer के रूप में कार्यरत रहे. अगस्त 2009 को उन्हें Platforms Development Manager की जिम्मेदारी सौंपी गई. जुलाई 2015 को मिले प्रमोशन में उन्हें General Manager, Surface बनाया गया. अगस्त 2021 में उन्हें Corporate Vice President, Windows Silicon & Systems Integration नियुक्त किया गया. 
 


UP के इस रिटायर्ड अधिकारी को मिली प्रसार भारती की जिम्‍मेदारी, जानिए कौन हैं ये?

1988 बैच उत्तर प्रदेश कॉडर के सेवानिवृत वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल को प्रसार भारती का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. इनका कार्यकाल 3 वर्ष का होगा.

Last Modified:
Saturday, 16 March, 2024
prasar bharti

1988 बैच उत्तर प्रदेश कॉडर के सेवानिवृत वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल को प्रसार भारती का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. नवनीत सहगल  ए. सूर्य प्रकाश की जगह आए हैं, जिनका कार्यकाल फरवरी 2020 में समाप्त हो गया था. प्रसाद भारती में चेयरमैन का यह पद पिछले चार साल से खाली था.  सहगल आज अपना पदभार संभालेंगे और उनका यह कार्यकाल 3 वर्ष का होगा.

35 वर्ष सेवा देने के बाद हुए थे रिटायर

नवनीत सहगल बसपा, सपा और भाजपा सरकार में अहम भूमिका में रहे और  पिछले साल 35 वर्ष की लंबी सेवा के बाद रिटायर हुए थे. प्रसार भारती के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि सूचना के क्षेत्र में नवनीत सहगल के व्यापक व विशाल अनुभवों का लाभ निश्चित रूप से प्रसार भारती को मिलेगा.

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भी सचिव रहे

1988 बैच के आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल बसपा सरकार में मुख्यमंत्री मायावती के सचिव रहे. तब पंचम तल पर वे सबसे प्रभावशाली अधिकारियों में से एक माने जाते थे. हालांकि, वर्ष 2012 में सपा सरकार बनने पर उन्हें हटाकर प्रतीक्षा में डाल दिया गया, लेकिन कुछ समय बाद ही उन्हें दोबारा तैनाती दे दी गई. 

अखिलेष यादव के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक

नवनीत सहगल तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से वह एक रहे. उनके पास सूचना विभाग के अलावा यूपीडा की भी जिम्मेदारी रही. यूपीडा के सीईओ रहते उन्होंने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के निर्माण की जिम्मेदारी संभाली.

योगी सरकार में इस विभाग की संभाली कमान

नवनीत सहगल को योगी सरकार के पहले कार्यकाल में सूचना जैसे अहम विभाग की जिम्मेदारी मिली थी, लेकिन सरकार के दूसरे कार्यकाल के गठन के कुछ समय बाद ही उनके समीकरण बिगड़ने लगे. इसके बाद उन्हें 31 अगस्त 2022 को खेल विभाग में भेज दिया गया. हालांकि, उन्होंने खेल विभाग में भी कई महत्वपूर्ण काम किए.

सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने आदेश में क्या कहा?

 

सूचना व प्रसारण मंत्रालय द्वारा 15 मार्च को जारी एक आदेश में कहा गया है कि राष्ट्रपति  को  चयन समिति की सिफारिश पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के सेवानिवृत्त अधिकारी नवनीत कुमार सहगल को प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करते हुए प्रसन्नता है. उनकी नियुक्ति उनके पद का कार्यभार संभालने की तारीख से तीन साल की अवधि या उनके 70 वर्ष का होने तक प्रभावी होगी.

 

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Zee में हुए कई अहम बदलाव, इस शख्‍स ने दिया इस्‍तीफा 

कंपनी की परफारमेंस को सुधारने के लिए पुनीत गोयनका ने ये भी तय किया है कि एक ओर जहां वैल्‍यू एडिशन किया जाएगा वहीं दूसरी ओर कंपनी की कॉस्‍ट घटाने, को लेकर काम करेगा.

Last Modified:
Sunday, 10 March, 2024
Zee

जी सोनी डील टूटन के बाद पुनीत गोयनका ने देर रात कई अहम बदलावों की घोषणा की है. कंपनी के एडवरटाइजमेंट के चीफ ग्रोथ ऑफिसर आशीष सेहगल अब सीधे सीईओ और एमडी पुनीत गोयनका को रिपोर्ट करेंगे. वहीं कंपनी ने राहुल जौहरी के इस्‍तीफे को स्‍वीकार कर लिया है, जो अभी तक कंपनी के सभी रेवेन्‍यू और मॉनेटाइजेशन की जिम्‍मेदारी संभाल रहे थे. इन बदलावों को उसी कड़ी में देखा जा रहा है जिसमें पुनीत गोयनका ने कुछ दिन पहले कहा था कि आने वाले समय में वो कई बदलाव करेंगे. 

क्‍या बोले पुनीत गोयनका? 
ZEE के एमडी और सीईओ पुनित गोयनका ने कहा, अपनी समृद्ध विशेषज्ञता और अनुभव के साथ, राहुल ने कंपनी में बड़ा वैल्‍यू एडिशन किया है. मैं उनके भविष्य में सफलता की कामना करता हूं. मुझे पूरा यकीन है कि खेल और मीडिया बिजनेस को लेकर जो उनका जुनून है वो आगे भी जारी रहेगा और वो उसमें अपना योगदान देते रहेंगे.  मैं आगे आने वाले दिनों में आशीष और उनकी टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए भी उत्सुक हूं. 

राहुल जौहरी ने कही ये बात 
राहुल ने अपने इस्‍तीफे पर कहा कि पुनीत और उनकी टीम के साथ काम करना बेहद अच्‍छा रहा. ZEE एक 'अकादमी ऑफ टैलेंट' है और मुझे इस बात पर हमेशा गर्व रहेगा मैं इससे जुड़ा. राहुल ने ये भी कहा कि वो आने वाले दिनों में भी खेल और मीडिया बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए काम करना जारी रखेंगे.  मैं पुनित और टीम ZEE को शुभकामनाएं देता हूं. 

एमडी ने लिए ये अहम फैसले 

पुनीत गोयनका के द्वारा जारी किए गए बदलावों के तहत अब आशीष सहगल एमडी के साथ जुड़ते हुए एडवरटाइजमेंट बढ़ाने को लेकर काम करेंगे. पुनीत गोयनका ने ये भी निर्णय लिया है कि वो रेवेन्‍यू ऑफिस के साथ सीधे संपर्क में रहेंगें और अब तक जो राहुल जौहरी को रिपोर्ट कर रहे थे वो उन्‍हें रिपोर्ट करेंगे. साथ एमडी का ऑफिस कंपनी की परफारमेंस को सुधारने और शेयर होल्‍डरों के हित के लिए और बेहतर प्रयास करता रहेगा. एमडी ऑफिस ने ये भी तय किया है कि एक ओर जहां वैल्‍यू एडिशन किया जाएगा वहीं दूसरी ओर कंपनी की कॉस्‍ट घटाने, संसाधनों का ज्‍यादा से ज्‍यादा इस्‍तेमाल करने को लेकर भी काम करेगा. 


इनकी नियुक्ति के लिए Axis Bank को मिला RBI का ग्रीन सिग्‍नल, ये मिली जिम्‍मदारी

वो अभी तक एक्सिस बैंक की दूसरी डिवीजन में काम देख रहे थे लेकिन उससे पहले जनरल इंश्‍यारेंस और दूसरी जगह काम कर चुके हैं. 

Last Modified:
Friday, 01 March, 2024
Axis Bank

 Axis Bank में एक्‍जीक्‍यूटिव डॉयरेक्‍टर के पद पर तैनात होने जा रहे मुनीष शारदा की नियुक्ति को लेकर आरबीआई ने ग्रीन सिग्‍नल दे दिया है. मुनीष शारदा को इस क्षेत्र का 25 सालों का अनुभव है. वो इससे पहले कई दूसरे संस्‍थानों में अहम भूमिकाओं को सफलतापूर्वक निभा चुके हैं. वो बतौर फुल टाइम डॉयरेक्‍टर अपना काम करेंगे. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने उनके नियक्ति के आवेदन को स्‍वीकार कर लिया है.

2021 से एक्सिस बैंक के साथ जुड़े हैं मुनीष  
मुनीष शारदा सितंबर 2021 से एक्सिस बैंक के साथ ही काम कर रहे हैं. 52 वर्षीय मुनीष एक्सिस बैंक की रिटेल में वैश्विक कार्यकारी और भारत बैंकिंग के सीईओ के रूप में काम कर रहे थे. वह सभी उत्पाद श्रेणियों में ग्रामीण और टियर 2 शहरी क्षेत्रों में कंपनी के विकास को बढ़ावा देने का काम कर रहे थे. 

इससे पहले यहां कर चुके हैं काम 
इससे पहले, मुनीष शारदा सात साल से अधिक समय तक फ्यूचर जनरल इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के एमडी और सीईओ थे, जहां वो फर्म में होने वाले बदलावों और विकास को देख रहे थे और उसका विस्तार करने का काम कर रहे थे. उन्होंने पहले ब्लो प्लास्ट और लार्सन एंड टुब्रो के लिए उपभोक्ता उत्पाद व्यवसाय में काम किया है. 

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संजय कुमार ने संभाली IRCTC की ड्राइविंग सीट, क्या शेयरों की बढ़ेगी रफ्तार? 

RTS के 1990 बैच के अधिकारी संजय कुमार जैन को आईआरसीटीसी का सीएमडी बनाया गया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Thursday, 15 February, 2024
Last Modified:
Thursday, 15 February, 2024
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इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के टॉप मैनेजमेंट में बड़ा बदलाव हुआ है. संजय कुमार जैन (Sanjay Kumar Jain) को आईआरसीटीसी का सीएमडी नियुक्त किया गया है. भारतीय रेलवे यातायात सेवा (IRTS) के 1990 बैच के अधिकारी संजय कुमार जैन चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं. उनके पास महत्वपूर्ण विभागों को संभालने का करीब 3 दशक का अनुभव है. संजय उत्‍तर रेलवे में प्रमुख मुख्‍य वाणिज्यिक प्रबंधक भी रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने IRCTC के समूह महाप्रबंधक (उत्‍तर क्षेत्र) की जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ मध्‍य रेलवे में मंडल रेलवे प्रबंधक, लोक उद्यम विभाग में संयुक्‍त सचिव, राष्‍ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम में अंशकालिक अध्‍यक्ष एवं सीईओ की भूमिका भी निभाई है.

निभाया अहम किरदार
संजय कुमार जैन ने रेल सफर को ज्यादा आरामदायक बनाने में अहम किरदार निभाया है. IRCTC के समूह महाप्रबंधक (उत्‍तर क्षेत्र) के रूप में उन्होंने लग्‍जरी ट्रेन 'महाराजा एक्‍सप्रेस' को नया आयाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. इसके अलावा, नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन पर एयरपोर्ट लाउंज की तर्ज पर तैयार भारत के पहला एग्‍जीक्‍यूटिव लाउंज की शुरुआत में भी उनका योगदान रहा है. संजय जैन के नेतृत्‍व में IRCTC उत्‍तरी क्षेत्र ने काफी तरक्की की है. खासतौर पर पर्यटन कारोबार 5 साल में लगभग 35 गुना तक बढ़ा है.

रेल मंत्री अवॉर्ड से सम्मानित
मुंबई के मंडल रेल प्रबंधक यानी DRM के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान संजय कुमार ने कई उल्लेखनीय कार्य किए. उन्होंने स्‍वच्‍छता मिशन पर फोकस करते हुए कई कदम उठाए, जिसके चलते छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस को जल शक्ति मंत्रालय की ओर से सर्वश्रेष्‍ठ प्रतिष्ठित स्‍वच्‍छता स्‍थल पुरस्‍कार प्रदान किया गया. जैन की उत्‍कृष्‍ट सेवाओं के लिए उन्हें भारतीय रेलवे के सर्वोच्‍च सम्‍मान 'रेल मंत्री पुरस्‍कार' से दो बार सम्‍मानित किया जा चुका है. अब यह देखने वाली बात होगी कि वह IRCTC को किस तरह आगे लेकर जाते हैं. 

ऐसा रहा है स्टॉक्स का प्रदर्शन
IRCTC के शेयरों की बात करें, तो स्टॉक स्प्लिट के बाद से इस शेयर की रफ्तार पहले जितनी नहीं रही है. बुधवार को IRCTC के शेयरों में 2.57% की तेजी देखने को मिली और यह 933.85 रुपए के भाव पर बंद हुआ. जबकि पिछले 5 कारोबारी सत्रों में ये शेयर 2.23% लुढ़का है और एक महीने में इसमें 3.47% की गिरावट आई है. हालांकि, पिछले छह महीनों के आंकड़े पर नजर डालें तो इसने अपने निवेशकों को 45.61% का रिटर्न दिया है. इस साल अब तक यानी जनवरी से लेकर बुधवार तक यह महज 4.71% की ऊपर चढ़ पाया है. अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या संजय कुमार की नियुक्ति से IRCTC के शेयरों की रफ्तार बढ़ेगी.
 


Red Bull India की कमान सुनील धर के हाथ, कंपनी के CEO नियुक्त   

रेड बुल इंडिया के टॉप मैनेजमेंट में बदलाव हुआ है. भास्कर शर्मा के जाने के बाद सुनील धर को कंपनी का सीईओ बनाया गया है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो by
Published - Wednesday, 24 January, 2024
Last Modified:
Wednesday, 24 January, 2024
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रेड बुल इंडिया (Red Bull India) ने सुनील धर (Sunil Dhar) को अपना नया सीईओ नियुक्त किया है. इसकी पुष्टि खुद धर ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में की है. इससे पहले भास्कर शर्मा (Bhaskar Sharma) कंपनी के CEO की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. उनकी विदाई के बाद रेड बुल इंडिया ने सुनील धर को सीईओ नियुक्त किया है. धर 14 वर्षों से अधिक समय से कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं. वह 2009 में नेशनल ऑफ प्रिमाइस हेड के रूप में रेड बुल इंडिया का हिस्सा बने थे. 2021 में उन्हें वाइस प्रेसिडेंट - कमर्शियल, रेड बुल इंडिया और ऑफिसर स्पेशल प्रोजेक्ट्स - MEWAP के पद पर प्रमोट किया गया था.

26 साल से अधिक का अनुभव
सेल्स स्पेशलिस्ट और बिजनेस डेवलपमेंट एक्सपर्ट सुनील धर के पास 26 साल से अधिक का अनुभव है. कार्यकारी नेतृत्व कौशल, रणनीतिक योजना, विपणन विश्लेषण, उत्पाद श्रेणी प्रबंधन, ब्रैंड प्रबंधन, चैनल और वितरण प्रबंधन उनकी कुछ प्रमुख ताकतें हैं. धर ने नई जिम्मेदारी मिलने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा है कि वह रेड बुल इंडिया के नए CEO के रूप में अपनी भूमिका को लेकर उत्साहित हैं. 


Pepsico India ने लिया बड़ा फैसला, कंपनी के CEO के लिए चुना ये नाम!

Jagrut Kotecha इस वक्त अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और दक्षिणी एशिया में कंपनी के चीफ कमर्शियल ऑफिसर का पदभार संभाल रहे हैं.

Last Modified:
Friday, 19 January, 2024
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पेप्सिको इंडिया (Pepsico India) की तरफ से इस वक्त एक काफी बड़ी खबर सामने आ रही है. फूड एवं बेवरेज निर्माता कंपनी पेप्सिको इंडिया ने हाल ही में घोषणा की है कि कंपनी के नए CEO का कार्यभार संभालने के लिए उन्होंने जागृत कोटेचा (Jagrut Kotecha) का चयन किया है. जागृत कोटेचा अब अहमद अल शेख (Ahmed El Sheikh) की जगह संभालेंगे और अहमद अल शेख को अब कंपनी के मिडिल ईस्ट बिजनेस को संभालने की जिम्मेदारी दी गई है. 

Pepsico के लिए जरूरी है भारत
आपको बता दें कि अहमद अल शेख पिछले 7 सालों से भारत में कंपनी के अध्यक्ष का पद संभाले हुए थे. जागृत कोटेचा (Jagrut Kotecha) इस वक्त अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और दक्षिणी एशिया में कंपनी के चीफ कमर्शियल ऑफिसर का पदभार संभाल रहे हैं. खाद्य एवं पेय निर्माता कंपनी ने एक बयान देते हुए कहा कि बहुत ज्यादा सोचने, समझने और प्लान करने के बाद कंपनी द्वारा यह फैसला लिया गया है. इसके साथ ही कंपनी ने यह भी बताया कि इस बदलाव के बारे में कंपनी के भारतीय कर्मचारियों को पहले ही बता दिया गया था. PepsiCo के अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और दक्षिणी एशिया क्षेत्र के CEO Eugene Willesmen ने इस मौके पर कहा कि पेप्सिको के लिए भारत एक प्रमुख मार्केट रहा है और कंपनी की ग्लोबल रणनीति में देश का योगदान अत्यंत महत्त्वपूर्ण है.

पूरे उत्साह के साथ जागृत का स्वागत
इसके साथ ही Eugene Willesmen ने यह भी कहा है कि पिछले 6 सालों में अहमद अल शेख ने कंपनी का बिजनेस ट्रांसफोर्म करने, इनोवेशन करने और मुश्किल हालातों में अपनी टीम की अध्यक्षता करने में काफी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अहमद की अध्यक्षता में बहुत से प्रमुख उत्पाद लॉन्च हुए और कंपनी ने विभिन्न कम्युनिटियों पर आधारित इनिशिएटिव भी लिए हैं और मैं आगे भी अहमद के साथ उनकी नई भूमिका में काम करने के लिए उत्साहित हूं. इसके साथ ही मैं पूरे उत्साह के साथ भारतीय एग्जीक्यूटिव टीम में जागृत का स्वागत करना चाहता हूं. 

Jagrut Kotecha ने क्या कहा?
पेप्सिको इंडिया (Pepsico India) के CEO के रूप में चुने जाने के मौके पर जागृत कोटेचा ने कहा कि मैं पिछले 30 सालों से पेप्सिको परिवार का हिस्सा हूं और मैंने पेप्सिको इंडिया की कमिटमेंट और इनोवेशन एवं एक्सीलेंस को भी देखा है. इस कमिटमेंट से न सिर्फ भारतीय मार्केट में हमारी वृद्धि हुई है बल्कि इंडस्ट्री में एक अध्यक्ष के रूप में हमारी स्थिति भी मजबूत हुई है. इस नई जिम्मेदारी के साथ हमारे मिशन को आगे ले जाने के लिए मैं बहुत उत्साहित हूं और मैं विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय मार्केट में हमारी कामयाबी और वृद्धि ऐसी ही बनी रहेगी. 
 

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