BW क्लास न्यूज़

कई बार कंपनियां अपने EPS (प्रति शेयर से कमाई) और PE रेश्यो को अच्छा करने के लिए भी शेयर बायबैक करती हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


बैंकों का मुख्य काम होता है, लोगों से पैसे लेकर जमा करना और उस पर ब्याज देना, और उसी पैसे को लोन पर देकर ब्याज कमाना. यानी बैंक और कुछ नहीं बीच का बिचौलिया होता है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


FDI ठीक ऐसे ही है जैसे अपने घर में रहना, आप उसकी देखभाल करते हैं, आप उस घर के मालिक होते हैं, उसकी टूट-फूट, जिम्मेदारियां सब आपकी होती है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


जब किसी कंपनी का शेयर प्राइस बहुत ज्यादा हो जाता है और आम निवेशकों की पहुंच से बाहर होने लगता है तो कंपनियां या तो शेयर स्प्लिट करती हैं या बोनस शेयर देती है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


बॉन्ड सरकार और कंपनियां दोनों ही जारी करती है. जब सरकार किसी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के लिए पैसे जुटाने के लिए बॉन्ड जारी करती है तो उसे गवर्नमेंट बॉन्ड कहते हैं,

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


किसी कंपनी में इनसाइडर का मतलब होता है कि उसके पास कंपनी की कम से कम 10 परसेंट हिस्सेदारी हो और उसके पास वो सूचनाएं पहुंचती हों जो अभी पब्लिक में नहीं हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


सबसे बड़ा खतरा तो ये है कि ये सेबी के दायरे में नहीं आता है, इसमें सबकुछ जुबानी होता है कुछ भी कॉन्ट्रैक्ट लिखित में नहीं होता है. इसलिए कब कोई मुकर जाए, इसका खतरा हमेशा बना रहता है

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


Fiscal Deficit दो शब्दों से बना है, Fiscal और Deficit. Fiscal का मतलब होता है सालाना, यानी कोई आंकड़ा जो एक साल की अवधि के दौरान का हो.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


गर किसी देश की GDP बढ़ रही है तो ये उस देश के लिए अच्छा माना जाता है, क्योंकि इसका मतलब हुआ कि देश में सामानों का उत्पादन हो रहा है, लोग सामान खरीद रहे हैं

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


कोई कंपनी कब लार्जकैप, कब मिडकैप और कब स्मॉलकैप कही जाएगी, इंटरनेट पर इसे लेकर कई तरह की परिभाषाएं हैं, SEBI ने इसकी तस्वीर साफ की है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


IPO एक जरिया है कंपनियों के लिए शेयर बाजार से पैसे जुटाने का, जिसमें वो अपने शेयरों को पब्लिक में बेचकर पैसे जुटाती हैं. ये एक काफी लंबी प्रक्रिया होती है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


कोई कंपनी किसी अनुपात में एक शेयर को कई टुकड़ों में बांट देती है तो उसे स्टॉक स्प्लिट कहते हैं. स्टॉक स्प्लिट से कुछ भी नहीं बदलता, तो फिर कंपनियां ऐसा करती क्यों हैं. समझिए

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


कंपनी जो भी डिविडेंड जारी करती है वो फेस वैल्यू पर होता है. फेस वैल्यू किसी भी शेयर की एक नॉमिनल वैल्यू होती है, जो कुछ खास मौकों को छोड़ दें तो कभी नहीं बदलती.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


लाखों यात्रियों को उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचाने के साथ-साथ गुड्स ट्रांसपोर्टेशन में अहम भूमिका निभाने वाले रेलवे के बारे में कई ऐसी बातें हैं, जिनके बारे में अधिकांश लोगों को जानकारी नहीं है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


यदि आपको शेयर बाजार में दिलचस्पी है, तो आप इससे जुड़ी ख़बरें भी पढ़ते होंगे.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


तो आपने कभी न कभी ज़रूर सुना होगा कि फलां शेयर में अपर सर्किट लग गया, लोअर सर्किट लग गया, लेकिन क्या आप इसका मतलब समझते हैं? यदि नहीं, तो आइये इसके बारे में जानते हैं.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


क्या आप जानते हैं कि विश्व बैंक और विश्व व्यापार संगठन का काम क्या है और क्यों संकट में घिरे देश को इनकी याद सबसे पहले आती है?

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago


हाल के दिनों में QR कोड के जरिए धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं. ऐसे में यह समझना ज़रूरी है कि QR Code का सेफ इस्तेमाल कैसे किया जाए, मगर उससे पहले QR कोड को समझना ज़रूरी है. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago