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महंगाई पर Ipsos का यह सर्वेक्षण देखकर शायद सरकार की आंखें खुल जाएं
सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश लोगों का मानना है कि आज के समय में महंगाई उनके लिए सबसे बड़ी चिंता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
महंगाई एक ऐसा मुद्दा है, जो मोदी सरकार के लिए कोई मुद्दा ही नहीं है. पेट्रोल-डीजल से लेकर गैस सिलेंडर की कीमतें आसमान पर हैं, लेकिन सरकार ‘ऑल इज वेल’ किए जा रही है. आटा-चावल से लेकर दूध तक आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है, मगर सरकार का मानना है कि महंगाई जैसा कुछ नहीं. सच्चाई को स्वीकारने से डरने वाली सरकार को Ipsos के हालिया सर्वेक्षण पर गौर करना चाहिए, जिसमें बताया गया है कि देशवासियों के लिए आज के वक्त में सबसे बड़ी चिंता महंगाई है.
दूसरी चिंता बेरोजगारी
‘Ipsos What Worries the World monthly Survey’ के अनुसार, मुद्रास्फीति यानी महंगाई शहरी भारतीयों के लिए चिंता का प्रमुख कारण है. हर 2 में से 1 शहरी (52%) ने इसे अपनी सबसे बड़ी चिंता करार दिया है. महंगाई के बाद दूसरा नंबर बेरोजगारी का है. सर्वेक्षण में शामिल लोगों में से कम से कम 45% ने माना कि बेरोजगारी उनके लिए दूसरी बड़ी चिंता है.
ऐसी है लोगों की राय
इप्सोस व्हाट वरीज द वर्ल्ड मंथली सर्वे महीने दर महीने 28 देशों में सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर जनता की राय जानता है. साथ ही यह भी कि उनकी नजर में उनका देश कैसा प्रदर्शन कर रहा है. फरवरी में किए गए सर्वेक्षण में भारत के लोग महंगाई से सबसे ज्यादा चिंतित नजर आए. सर्वे के परिणामों के मुताबिक, शहरी भारतीयों के लिए सबसे बड़ी चिंता मुद्रास्फीति है, करीब 52% लोगों का यही मानना है. इसके बाद बेरोजगारी (45%), गरीबी और सामाजिक असमानता (28%), वित्तीय / राजनीतिक भ्रष्टाचार (24%), अपराध और हिंसा (19%), कोरोना वायरस (14%) और जलवायु परिवर्तन (7%) का नंबर आता है.
जॉब्स क्रिएशन धीमा
Ipsos India के सीईओ अमित अदारकर ने कहा, 'शहरी भारतीय चढ़ती कीमतें और बढ़ती कॉस्ट ऑफ लिविंग से परेशान हैं. महंगाई आज उनकी सबसे बड़ी चिंता है. इसके बाद बेरोजगारी नंबर है. जॉब्स क्रिएशन की स्पीड अब तक उम्मीद के अनुरूप नहीं रही है. बता दें कि हाल ही में 14.2 किलोग्राम वाले LPG सिलेंडर की कीमत में 50 रुपए की बढ़ोतरी हुई है, जिससे दाम 1100 रुपए के पार निकल गए हैं. पिछले कुछ सालों में पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ गैस की कीमतों में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है.
इस तरह बढ़े दाम
एक रिपोर्ट के अनुसार, LPG सिलेंडर की कीमतों में पिछले चार वर्षों में लगभग 56 फीसदी की वृद्धि हुई है. 1 अप्रैल, 2019 को घरेलू LPG सिलेंडर का खुदरा बिक्री मूल्य 706.50 रुपए था. यह 2020 में बढ़कर 744 रुपए हो गया. इसके बाद 2021 में 809 और 2022 में 949.50 रुपए के लेवल पर पहुंच गया था. हाल ही में यानी 1 मार्च को कीमत 1053 रुपए से बढ़कर अब 1100 रुपए के पार निकल गई है. इसके साथ ही पेट्रोल-डीजल के दाम भी आसमान पर पहुंच चुके हैं. इन सबके चलते खाने-पीने की लगभग हर वस्तु महंगाई हो गई है, लेकिन सरकार को लगता है कि महंगाई जैसा कुछ है ही नहीं.
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